कोण्डागाँव, शौर्यपथ। कोंडागांव जिला मुख्यालय में स्थित पशु चिकित्सालय अब केवल खाना पूर्ति के लिए संचालित नजर आ रहा है, एक समय था जब अन्य राज्यो से जैसे विशाखापट्टनम व उड़ीसा के पशुपालक अपने पशुओं को लेकर चिकित्सा व ऑपरेशन के लिए कोंडागांव पशु चिकित्सालय पहुंचने थे, लेकिन डॉ ढालेश्वरी व डॉ नीता मिश्रा के तबादले के बाद अब जिला मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय में अब ऑपरेशन व पशुओ के समुचित इलाज की व्यवस्था तो दूर अब पशुओ को हाथ लगाने वाला कोई चिकित्सक भी नजर नहीं आता है। अक्सर पशु चिकित्सालय खोलने के समय पर अस्पताल से ही चिकित्सक नदारत रहते हैं जिसके चलते पशुओ की चिकित्सा के लिए पहुंचे आमजन भटकते हुए नजर आते हैं,नितेश मानिकपुरी ग्राम केवटी से 11 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय अपने पालतू स्वान को लेकर ईलाज हेतु पहुंचे थे उसने बताया कि अस्पताल में पशुचिकित्सक उपलब्ध नही थे जिसके बाद वे वापस अपने गाँव लौट गए हालांकि डॉक्टरों के अनुपस्थिति में अवसन कुमार एवीएफओ बुधराम अटेंडेंट व पल्लवी अटेंडेंट पशुओ का उपचार करते नजर आए।अपने पशुओं के उपचार के लिए पहुंचे लोगो ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से पहुंचे है व 10 बज चुका है चिकित्सक अभी तक नही आये है वे फोन भी नही उठा रहे है जबकि लोगों को अपने पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल में सुबह 7 से 11:00 व शाम 5 से 6 बजे तक खुलने का समय निर्धारित है।
वही जब डिप्टी डायरेक्टर वेटनरी कोण्डागाँव शिशिर कांत से डॉक्टरों के अस्पताल कार्यालय समय में अनुपस्थित पर जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर अस्पताल में बैठते हैं हमने कई बार देखा है उन्हें बैठे हुए, हो सकता है कहीं फील्ड पर गए हो ।अब देखने वाली बात है कि लचर अव्यवस्था में पहुंची कोंडागांव की पशु चिकित्सा, व्यवस्था सुधार लाने में क्या कदम उठाती हैं?