जगदलपुर, शौर्यपथ। करपावण्ड वन परिक्षेत्र से लगे बार्डर कोलावल के पास उड़ीसा से जीवित पेंगोलिन को बेचने के फिराख से आये 4 लोगो को वन विभाग कि टीम ने पकड़ा। वन विभाग ने आरोपियों के कब्जे से 02 नग मोटर सायकल,1 नग जीवित पेंगोलिन, 5 नग मोबाईल फ़ोन को जप्त कर वन अपराध प्रकरण दर्ज कार्यवाही कि है। वन विभाग कि बड़ी कार्यवाही के पीछे मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर कि कार्य के प्रति संवेदनशीलता है। जिन्होंने सुचना मिलते ही सक्रियता दिखाते हुए तत्काल टीम का गठन कर एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग को 29 सितम्बर को मुकबीर से सुचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग उड़ीसा से जीवित पेंगोलिन को बेचने के फिराख से उड़ीसा से करपावण्ड वन परिक्षेत्र से लगे बार्डर के समीप आकर ग्राहक तलाश कर रहे है। जिस पर मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर आर.सी. दुग्गा के मार्गदर्शन में बस्तर वनमण्डल के वनमण्डलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता के निर्देशन में तत्काल टीम का गठन कर टीम को सुचना स्थल भेज करपावण्ड कोलावल मार्ग पर घेराबंदी कर 02 मोटर सायकल में एक जूट की थैले में 01 नग जीवित पेंगोलिन के साथ आरोपी (1) रंजीत मलिक, उम्र -45, ग्राम - बेलोंडी, जिला -कोंडागांव(2) मकर भतरा, उम्र -55, ग्राम - बोरीपदर, जिला नवरंगपुर (3) अजय निहालब, उम्र -40, ग्राम - बोरीपदर, जिला नवरंगपुर (4) लबा सुना, उम्र - 42, ग्राम - बोरीपदर, जिला नवरंगपुर चारों आरोपियों को वन विभाग कि टीम ने पकड़ा पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि वन्य जीव पेंगोलिन को बेचने के फिराख से उड़ीसा से छ.ग. आकर ग्राहक तलाश कर रहे थे। जिसके बाद वन विभाग कि टीम ने आरोपियों के कब्जे से 02 नग मोटर सायकल,1 नग जीवित पेंगोलिन, 5 नग मोबाईल फ़ोन को जप्त कर करपावण्ड वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया उक्त आरोपियों के खिलाफ वन अपराध प्रकरण दर्ज कर नियमानुसार कार्यवाही कर आरोपियों को न्यायलय पेश कर जेल भेजा गया ।
इस मामले में उपवनमण्डलाधिकारी जगदलपुर देवलाल दुग्गा, उप वनमण्डलाधिकारी चित्रकोट योगेश कुमार रात्रे, वन परिक्षेत्र अधिकारी माचकोट सुर्यप्रकश धु्रव, वन परिक्षेत्र अधिकारी चित्रकोट प्रकाश ठाकुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी जगदलपुर देवेन्द्र वर्मा, वनरक्षक जयराज पात्र, ,सीएफओ जगदलपुर श्रीधर स्नेही कि महत्पूर्ण भूमिका रही।