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धमधा और पाटन डिविजन में वन विभाग की सतत निगरानी: जनवरी 2025 से अब तक 39 वन अपराध दर्ज

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04 आरामिल सीलबंद, 01 अवैध आरा मशीन राजसात
दुर्ग / शौर्यपथ / वन संरक्षण को लेकर धमधा एवं पाटन वनमंडल में वन विभाग काअमला लगातार सख़्त कार्रवाई कर रहा है। दोनों डिविजनों में निगरानी तंत्र को मजबूत बनाते हुए क्षेत्र में नियमित सघन निरीक्षण किए जा रहे हैं, जिससे अवैध वनों की कटाई एवं परिवहन पर प्रभावी रोक लगी है।
मुख्य वन संरक्षक द्वारा निर्धारित निरीक्षण रोस्टर के अंतर्गत उप वन मंडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी और सहायक परिक्षेत्र अधिकारी प्रति माह सभी आरा मशीनों और बीट क्षेत्रों का निरीक्षण करते हैं। इस व्यवस्था ने पारदर्शिता व नियंत्रण प्रणाली को और बेहतर बनाया है।
39 वन अपराध प्रकरण, 4 लाख रुपये का मुआवजा
जनवरी 2025 से अब तक विभाग द्वारा कुल 39 वन अपराध प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में लगभग 4 लाख रुपये का मुआवजा आरोपित किया गया है। इसी अवधि में विभाग ने 1,028 नग (67.548 घन मीटर) काष्ठ एवं 15 जलाऊ चट्टा शासन के हित में जमा कराया है।
4 आरामिल सीलबंद, 1 अवैध आरा मशीन राजसात
अवैध कटाई व परिवहन पर रोक के तहत कार्यवाही करते हुए विभाग ने 04 आरामिलों को सीलबंद किया,जिनमें से 01 अवैध आरा मशीन को राजसात किया गया है। वन विभाग का कहना है कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि पाए जाने पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जा रही है। प्रतिबंधित काष्ठ जब्त कर मुआवजा वसूल किया जाता है तथा छूट प्रजाति के काष्ठ नियमानुसार मुक्त किए जाते हैं।
प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए विभाग प्रतिबद्ध
वन अमले द्वारा निरंतर की जा रही सामूहिक निगरानी से प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा को बढ़ावा मिला है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी इसी प्रकार की सख्त और प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे वनों के संरक्षण एवं अवैध गतिविधियों पर लगाम बनी रहे।

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