दुर्ग। शौर्यपथ। दुर्ग नगर पालिक निगम में अब मतदान में मात्र 4 दिन शेष हैं वही प्रचार के लिए दो दिन व जनसंपर्क के लिए दो दिन बचे हैं ऐसे में अब वार्ड की जनता किसे अपना मत दें इस पर खुल के कहने से बच रही है वहीं शहर के एक ऐसे वार्ड जो आरम्भ से ही प्रत्याशी चयन में भाजपा के लिए सर दर्द बना अब इस वार्ड में जनता परिवर्तन चाहती है।
वार्ड वासियों की माने तो वार्ड के निवासी परिवर्तन की राह देख रहे हैं वही इस बारे में कुछ भी कहने से बचने की कोशिश भी कर रहे हैं वार्ड के निवासियों में दबी जुबान में यह चर्चा है कि अब बदलाव होना चाहिए सालों बाद वार्ड के एक गरीब परिवार से संबंधित व्यक्ति को जनप्रतिनिधि बनने का मौका मिला है इस स्थिति में वार्ड की जनता और वार्ड का एक बड़ा हिस्सा अपने वार्ड के प्रत्याशी के पक्ष में नजर आ रहे हैं.
बता दे कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्रीमती शशि द्वारिका साहू बगल के वार्ड के निवासी होने के कारण भी कहीं ना कहीं उनके लिए विरोध के स्वर सामने आने लगे हैं हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह बगावत करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित किया ऐसे में अब ऐसे भी कार्य कर्ता हैं जो वार्ड में निवास करते हैं और वार्ड के किसी व्यक्ति के लिए काम करने की इच्छा रखते थे वह भी आप परदे के पीछे बड़ा खेल कर सकते हैं.
बड़ी बात यह है कि सामने से सभी दोनों ही पक्षों को मजबूत और कांटे की टक्कर बता रहे हैं परंतु शौर्य पथ की टीम द्वारा लगातार तीन दिनों तक वार्ड के कई लोगों से चर्चाओं में यह बात सामने आई की वार्ड में इस बार परिवर्तन होने की पूरी संभावना है परंतु धनबल के आगे जन सामान्य कहीं ना कहीं फेल हो जाता है ऐसी स्थिति इस वार्ड में भी ना हो जाए ऐसा माना जाता है कि कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती सेन आर्थिक रूप से एक सामान्य परिवार से आती है वहीं श्रीमती शशि द्वारिका साहू का परिवार धनाट्य लोगों की श्रेणी में आता है वार्ड पार्षद चुनाव में अगर धनबल भरपूर चला तो कोई बड़ी बात नहीं भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती शशि द्वारिका साहू की जीत आसान हो जाएगी इस बार जनता धनबल को किनारा कर करने की बात तो कर रही है परंतु अंतिम मोहर 11 फरवरी को लगेगा जिस पर वार्ड की जनता भी बिल्कुल मौन है और परिवर्तन या पुनर्चयन यह 15 फरवरी को स्पष्ट हो जाएगा।
60 वार्डों में ऐसे बहुत कम वार्ड हैं जहां पर वार्ड के निवासी कशमकश में है एवं कुछ भी कहने से बच रहे हैं ऐसा ही कुछ हाल वार्ड नंबर 33 का है अभी सब मौन है परंतु अंतर्मन से कुछ अलग ही माहौल नजर आ रहा है और जिस तरह प्रत्याशियों को 15 फरवरी का इंतजार है उतनी ही बेसब्री से वार्ड की जनता को भी 15 फरवरी का ही इंतजार है..