सभापति के प्रबल दावेदार कांग्रेस से 02 और भाजपा से 02
दुर्ग। शौर्यपथ। दुर्ग नगर पालिक निगम में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो चुके हैं 15 फरवरी को नतीजे आ जाएंगे दुर्ग नगर निगम के 60 वार्डों में राजनीतिक चर्चा के अनुसार कांग्रेस पार्षदों की संख्या एक बार फिर बहुमत की ओर नजर आ रही है और अपने 25 सालो के रिकार्ड को बरकरार रखेगी वही भाजपा समर्थको का कहना है कि इस बार निगम में बहुत भाजपा पार्षदों की होगी और बहुमत से कम होने का रिकार्ड टूट जाएगा .
बता दे कि पिछले 4 कार्यकाल में भाजपा को निगम में पार्षदों की संख्या में बहुमत नहीं मिला ऐसे में इस बार संगठन की मजबूत रणनीति का हवाला देते हुए बढ़त की उम्मीद की जा रही है . वही कांग्रेस समर्थको का कहना है कि पार्षदों की संख्या में बहुमत होगी और सभापति की खुर्सी भाजपा के हाथ होगी . मतगणना के पहले और बाद में कवायदों का दौर जारी रहेगा कि सभापति कौन होगा .
कांग्रेस को बहुमत मिलने पर सभापति के लिए दो प्रमुख नामो दीपक साहू और संजय कोहले की चर्चा जोरो पर है कांग्रेस से प्रबल दावेदार के रूप में दीपक साहू के नाम पर आम सहमति बन सकती है वार्ड नंबर 40 से पार्षद दीपक साहू तीसरी बार नगर निगम में अपनी भूमिका निभाएंगे .दीपक साहू कांग्रेसी पार्षदों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों के बीच में भी काफी लोग भी हैं एवं उनकी मिलनसार छवि के है और इनका भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों के साथ भी मधुर सम्बन्ध है . निर्दलीय प्रत्याशियों की अगर भूमिका अहम् होती है ऐसे में दीपक साहू को निर्दिल प्रत्याशियों के समर्थन की गुंजाइश ज्यादा बनती है वही दूसरा नाम संजय कोहले का है कोहले भी 4 बार से वार्ड का प्रतिनिधितव कर चुके है ऐसे में वरिष्ठ पारषद होने के नाते संगठन के अन्य नेता उनके नाम को आगे कर सकते है वही ऐसी भी चर्चा है कि पूर्व विधायक के तरफ से एक बार फिर कांग्रेस संगठन को दरकिनार करते हुए अपने करीबी राजेश शर्मा अगर जीत जाते है तो उनके नाम को आगे करेंगे किन्तु इस बार कांग्रेस नेता अरुण वोरा को समर्थन मिले इसकी उम्मीद ना के बराबर है .
वहीं अगर भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिला तो श्याम शर्मा और विनायक नातू के सभापति पद के दावेदारी की बात सामने आ रही है बता दें कि विनायक नातू और श्याम शर्मा दोनों ही विधायक गजेंद्र यादव के करीबी माने जाते हैं महापौर प्रत्याशी के लिए सांसद विजय बघेल की पसंद को प्राथमिकता दी गई ऐसे में सभापति के लिए स्थानीय विधायक गजेंद्र यादव की पसंद को प्राथमिकता दी जा सकती है इन सब में श्याम शर्मा और विनायक नातू प्रबल दावेदार होंगे परंतु वहीं दूसरी ओर विनायक नातू वार्ड नंबर 53 से चुनावी जग में जीत जाए ऐसी संभावना वर्तमान समय में नजर नहीं आ रही है वहीं श्याम शर्मा भी त्रिकोनी मुकाबले में फंस चुके हैं .परिणाम आने के बाद स्थिति साफ़ होगी कि भाजपा की तरफ से कौन प्रमुख दावेदार होगा . सत्ता का लाभ भी भाजपा को मिलने की उम्मीद है जिसके कारण निर्दलीय पार्षद का झुकाव भाजपा की तरफ भी हो सकता है . कयासों का दौर राजनितिक उठापटक सभापति के चयन तक ज़ारी रहेगा और राजनितिक सरगर्मी तेज ही होगी .