अवधेश टंडन की ख़ास रिपोर्ट
जांजगीर चाम्पा / शौर्यपथ / दरअसल पूरा मामला जिले के मालखरौदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत फगुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां पे 5 से 6 स्टाफ होने के बावजूद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित नहीं थे. जिसको लेकर शौर्यपथ न्यूज़ में प्रमुखता से उठाया गया था अब वहीं इस मामले में जांजगीर चांपा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस आर बंजारे का कहना है कि हम इस मामले में 3 दिनों के अंतर कार्यवाही कर देंगे लेकिन सवाल अब भी उठ रहे हैं जिम्मेदारों पर क्या 3 दिन में होगी कार्यवाही या फिर होगा लेनदेन कर मामला को रफादफा कर दिया जाएग.
वही एक ओर जहां पूरा विश्व कोरोना जैसी महामारी से लड़ रही है तो एक ओर फ़गुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिल रही है. जिस पर जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करने को कतरा रहे हैं लेकिन अब जब मीडिया टीम ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसआर बंजारे से बात की तो उन्होंने 3 दिनों में कार्यवाही करने की बात की है .अब देखने वाली बात है ऐसे संकट की घड़ी में लापरवाही करने वाले आरएमए और स्टाफ के ऊपर क्या कार्रवाई करेंगे .
जैसा कि सभी को पता है कि इस संकट की घड़ी में स्वास्थ्य कर्मियों का अस्पतालों में रहना अति आवश्यक है लेकिन फ़गुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी अपने कर्तव्य से कोसों दूर है .इस कोरोना महामारी के बीच राज्य सरकार द्वारा सभी शासकीय अस्पतालों के लिए आदेश जारी किया गया है कि 24 घंटे उपस्थित रहने के लिए आदेश जारी है. मगर जांजगीर-चांपा जिले के फ़गुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भारी लापरवाही देखने को मिल रही हैं अब 3 दिनों बाद देखने वाली बात होगी क्या कार्यवाही करेंगे लापरवाह आर एम ए और स्टाफ के ऊपर कार्यवाही करेंगे कि मामला ले दे के निपटा दिया जाएगा या रसूखदार परिवार होने के कारण अधिकारी भी कार्यवाही करने से डरेंगे.क्योकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहाँ के डॉक्टर कभी ड्यूटी पर आते ही नहीं आते है तो सिर्फ दस्तखत करने.ऐसे में इनकी लापरवाही का खामियाजा यहां के जनता को भुगतना पड़ेगा.