
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
नई दिल्ली / शौर्यपथ / कटिहार से चौथी बार निर्वाचित विधायक तारकिशोर प्रसाद को रविवार को बीजेपी विधानमंडल दल का नेता और बेतिया से पांचवी बार विधायक चुनी गईं रेणु देवी को उपनेता चुना गया. बाद में इन दोनों को बिहार का उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया. नीतीश कुमार नीत नई एनडीए सरकार में तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. रेणु देवी अति पिछड़ा वर्ग के तहत नोनिया समुदाय से आती हैं. रेणु देवी ने शपथ लेकर बिहार की पहली महिला उप मुख्यमंत्री बनने का इतिहास रच दिया है.
बीजेपी की विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला उप मुख्यमंत्री बनी हैं. बिहार में एनडीए के मुख्य घटक बीजेपी और जेडीयू में सत्ता के सर्वोच्च पदों का बंटवारा यूपी की तर्ज पर किया गया है. जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार जहां एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री बने हैं वहीं बीजेपी की तरफ से उप मुख्यमंत्री दो बनाए गए हैं. इसमें से एक पद महिला और एक पद पुरुष को दिया गया है. डिप्टी सीएम के लिए बीजेपी ने जहां पहला नाम कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद का तय किया था, तो वहीं दूसरा नाम रेणु देवी का है.
बिहार में पहली बार महिला उप मुख्यमंत्री बनीं रेणु देवी बेतिया की विधायक हैं. वे इस विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार चुनी गई हैं. रेणु देवी पहली बार सन 2000 में एमएलए बनी थीं. इसके बाद वे साल 2005 और 2010 में भी विधायक बनीं. इसके बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.
इस बार के चुनाव में बीजेपी ने उन पर विश्वास किया और उन्हें फिर एक बार टिकट दिया. वे अपनी खोई हुई सीट फिर से जीतने में सफल रहीं. रेणु देवी 62 साल की हैं और उन्हें लंबा राजनीतिक अनुभव है. रेणु देवी की मां भी संघ परिवार से जुड़ी थीं. उनके ननिहाल पर भी बीजेपी और आरएसएस का प्रभाव रहा है. रेणु देवी बीजेपी के महिला मोर्चा में विभिन्न तरह की जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं. वे नीतीश के नेतृत्व वाली साल 2005 में बनी सरकार में भी मंत्री का पद संभाल चुकी हैं. वे बीजेपी की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.