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सेहत/शौर्यपथ /जब भी हमें कुछ मीठा खाने का मन करता है तो बाजार से मिठाई मंगा लेते हैं या फिर घर पर ही चीनी का इस्तेमाल करके एक अच्छी होम मेड मिठाई तैयार कर लेते हैं. जबकि मीठे की क्रेविंग शांत करने के लिए एक और चीज है जिसे हम खा सकते हैं वो है गुड़. जिसकी तरफ लोगों का ध्यान कम जाता है. यह आपके क्रेविंग को भी शांत करता है साथ में आपको कई तरीके से फायदा भी पहुंचाता है.
गुड़ खाने के क्या हैं लाभ
- सबसे पहले बात कर लेते हैं गुण के पोषक तत्वों के बारे में इसमें सोलेनियम, आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और पोटैशियम होता है. ये सारे तत्व सेहत के लिए लाभकारी होते हैं.
- ठंड के मौसम में लोग गरम तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं. वहीं, गुड़ की भी तासीर गरम होती है ऐसे में इससे बेहतर और सस्ता विकल्फ कुछ और नहीं हो सकता है.
- इसको खाने से आपके शरीर में गर्माहट तो बनी ही रहती है साथ में बॉडी का मेटाबॉलिज्म भी मजबूत होता है. ऐसे में इसे खाना पोषण से भऱपूर होता है. यहा आपके शरीर में आयरन की कमी नहीं होने देता है.
- क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा होती है इसलिए यह हड्डियों के लिहाज से बहुत अच्छा माना जाता है. इसलिए इसका सेवन करना अच्छा होता है.
- इसका सेवन सर्दी जुकाम को ठीक करने में भी मदद करता है. जब भी आपको बहुत ज्यादा जुकाम हो जाए तो काली मिर्च और गुड़ के साथ सेवन करना शुरू कर दीजिए. फिर देखिए कैसे आराम मिलता है. इसके अलावा यह आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करने का काम करता है.
सेहत /शौर्यपथ / भारत में मधुमेह रोगियों की तादाद दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. इसका कारण खराब लाइफ स्टाइल और अनुवांशिकी दोनों है. कुछ लोगों का ब्लड शुगर लेवल इतना बढ़ जाता है कि उसे कंट्रोल करना मुश्किल होता है. नौबत ये आ जाती है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है. अगर आपके घर में भी मधुमेह रोगी हैं तो उन्हें एलोपैथी इलाज देने के साथ कुछ घरेलू उपाय भी दें. इससे बहुत हद तक असर पड़ता है ब्लड शुगर पर.
ब्लड शुगर कैसे करें कंट्रोल
- कसूरी मेथी का सेवन करें ये आपके रक्त में शर्करा को कंट्रोल करने में मदद करती है. इसे एक गिलास पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट पी लीजिए. मेथी में फाइबर होता है जो पाचन के लिए अच्छा होता है.
- दालचीनी का सेवन भी आपके ब्लड शुगर के लिए बहुत अच्छा होता है. यह शरीर में डायबिटीज लेवल को नियंत्रित करता है. मुख्य रूप से ये इंसुलिन को नियंत्रित करता है.
- आंवले का जूस भी मधुमेह रोगियों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसमें क्रोमियम नामक खनिज होता है जो कार्बोहाइड्रेट को नियंत्रित करता है. एक गिलास पानी में 2 चम्मच आंवले का रस मिलाकर सुबह पिएं. फिर देखिए कैसे शरीर में रक्त शर्कार कंट्रोल रहता है.
- गाजर का रस भी डायबिटीज पेशेंट के लिए अच्छा होता है. आप इसमें ककड़ी या सेब का रस भी मिलाकर पी सकते हैं . इससे स्वाद अच्छा हो जाएगा. इससे ग्लूकोज लेवल नियंत्रित रहेगा.
- आपको बता दें कि अमरुद के पत्तों में औषधिय गुण होते हैं जो कई सारी बीमारियों में लाभकारी होते हैं. यह आपके ग्लूकोज लेवल को मेंटेन करने का काम करता है.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /मेटाबॉलिज्म यानी कि चयापचय जो हमारे खाने को ऊर्जा में परिवर्तित करके हमारे शरीर को एनर्जी देता है. यही वजह है कि हमारा मेटाबॉलिज्म स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है, लेकिन कई कारणों की वजह से जैसे उम्र, वजन, शारीरिक गतिविधि या किसी प्रकार की हेल्थ रिलेटेड समस्या के चलते मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है. इससे बचने के लिए और अपने मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए आइए हम आपको बताते हैं चार ऐसी हेल्दी ड्रिंक्स की रेसिपी जो आप झटपट बना सकते हैं और अपने मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के साथ ही वजन को भी तेजी से कम कर सकते हैं.
वेट लॉस करने के लिए इन ड्रिंक्स से बढ़ाएं मेटाबॉलिज्म
1) चिया और नींबू पानी
इस हेल्दी ड्रिंक को बनाने के लिए चिया सीड्स को एक कप पानी में 1-2 घंटे के लिए भिगो दें. अब इन भीगे हुए चिया सीड्स को एक बड़े गिलास में डालें. इसमें एक नींबू निचोड़ें और उसमें 1/2 टीस्पून शहद मिलाएं और अच्छी तरह मिला लें. आपका चिया लेमनेड तैयार है.
2) नींबू-अदरक का पानी
इस ड्रिंक के लिए अदरक को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में कद्दूकस कर लीजिए. एक ब्लेंडर में अदरक और पानी डालें। इसे अच्छे से ब्लेंड करें और एक गिलास में डालें. इसके बाद नींबू का रस और भुना जीरा पाउडर डालें. अच्छी तरह से मिलाएं और इंजॉय करें.
3) जीरा-दालचीनी का पानी
एक पैन में 1 लीटर पानी, 4 छोटे चम्मच जीरा और 2 दालचीनी के टुकड़े डालें. पानी में उबाल आने दें, ताकि पानी में जीरा और दालचीनी का फ्लेवर आ जाए. पानी को एक गिलास में छान लें. नींबू का रस डालें और इसे पिएं.
4) ग्रीन टी और मिंट ड्रिंक
एक गिलास में गर्म पानी डालें और उसमें एक ग्रीन टी बैग डालें. इसे 1 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर इसमें पुदीने के पत्ते, नींबू का रस और शहद डालकर अच्छी तरह मिलाएं और इस हेल्दी ड्रिंक का आनंद लें.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /इंडियन क्यूज़ीन दुनिया की वन ऑफ द बेस्ट क्यूजींस में से एक है. खास बात यह है कि भारतीय खाने में इस्तेमाल की जाने वाली कई चीजें ऐसी है जो न सिर्फ स्वाद बढ़ाती हैं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं. एक नहीं बल्कि कई स्टडीज ये बताती हैं कि इंडियन फूड आइटम्स हेल्थ के लिए काफी ज्यादा बेनिफिशियल हैं. ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने से लेकर वजन घटाने तक कई ऐसी खाने की चीजें हैं जो आपकी मदद करती हैं. मोटापे की बीमारी को ही ले लीजिए. यह आज के समय की सबसे खतरनाक बीमारी है जो शरीर में एक्स्ट्रा फैट के जमा होने के कारण होती है. या यूं कहें तो मोटापा कई बीमारियों की जड़ है. आज हम आपको पांच ऐसे ग्रीन सुपरफूड बताने जा रहे हैं जो आपके घर के किचन में ही मौजूद है और जो आपके बॉडी के एक्स्ट्रा फैट को बहुत तेजी से कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
वजन घटाने के लिए हेल्दी और असरदार सब्जियां
1) मूंग दाल
मूंग दाल में प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. इसमें कम फैट होता है साथ ही ये प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन सोर्स है जिसके कारण पेट भरा रहता है और भूख कम लगने लगती है. जब आपको भूख कम लगेगी तो आप कम खाएंगे और आपकी बॉडी पर एक्स्ट्रा फैट भी जमा नहीं होगा.
2) मिर्च
काली मिर्च में पाया जाने वाला थर्मोजेनिक पदार्थ कैप्साइसिन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है. साथ ही ये फैट बर्न करने में मदद करता है. अगर आप वजन बढ़ने की समस्या से परेशान हैं तो काली मिर्च का सेवन शुरू कर दें.
3) इलायची
इलायची, जिसे "मसालों की रानी" भी कहा जाता है, एक थर्मोजेनिक पौधा है जो शरीर के टेम्परेचर को बढ़ाकर मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है. मेटाबॉलिज्म के बढ़ने से वजन कम करने में मदद मिलती है.
4) करी पत्ता
करी पत्ता शरीर में जमा एक्सट्रा फैट को कम करता है और वजन कम करने में मदद करता हैं. करी पत्ता शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
5) ग्रीन टी
ग्रीन टी शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है और आपको वजन घटाने में मदद करती है. साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर के खतरे को कम करते है. ग्रीन टी पीने से एक नेचुरल प्रोसेस बन जाता है जिससे आपको भूख कम लगती है और आपके लिए वजन कम करना आसान हो जाता है.
खाना खजाना /शौर्यपथ / यदि प्लेनेट पर सबसे वर्स्टाइल इंग्रीडिएंट निर्धारित करने का कॉम्पटीशन होता, तो हम्बल एग एक टॉप कैंडीडेट होता. डेसर्ट हो, स्नैक्स हो, लंच हो या डिनर, अंडे का इस्तेमाल कई तरह के खाने में किया जा सकता है. आप जो भी रेसिपी चुनते हैं, आपके हाथों में एक विनर होगा. लेकिन अगर कोई एक डिश है जिसे यूनिवर्सली पसंद किया जाता है, तो वह है अंडे की भुर्जी. और क्यों नहीं? यह एक स्वादिष्ट रेसिपी है जिसे भरपेट ब्रेकफास्ट (Egg For Breakfast) के लिए झटपट बनाया जा सकता है. तो अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि सुबह के समय एग फास्ट कैसे बनाया जाए, तो अब आप जानते हैं कि क्या करना है. लेकिन इसे और भी दिलचस्प बनाने के लिए, हमने अंडे की भुर्जी को देसी ट्विस्ट दिया है. यह डिश आपके सुबह के मील में कुछ मसाला जोड़ता है और इसे बनाना भी बहुत आसान है. सबसे अच्छी बात यह है कि आप सबसे बेसिक सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो लगभग हमेशा हमारे किचन पेंट्री में उपलब्ध होती हैं. उदाहरण के लिए, कुछ अंडे, बटर और इंडियन स्पाइस. तो अपना एप्रन पकड़े और कुक करने के लिए तैयार हो जाओ!
इस रेसिपी में इंडियन स्पाइस एक अलग फ्लेवर और अरोमा प्रदान करके डिश को ऊंचा उठाते हैं. तो, एक हाई प्रोटीन और स्वादिष्ट ब्रेकफास्ट के लिए, घर पर इस देसी स्टाइल के फ्राइड हुए अंडे की रेसिपी को आजमाएं. आश्चर्य है कि इसके बारे में कैसे जाना जाए? नीचे पढ़ें.
कैसे बनाएं देसी-स्टाइल स्क्रैम्बल्ड एग
एक नॉनस्टिक पैन लें और इसे शुरू करने के लिए बटर या घी से कोट करें. एक चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट, कटी हुई हरी मिर्च और एक मुट्ठी हरा धनिया डालें. इसे एक या दो मिनट के लिए भूनें.
अब, 3-4 अंडे तोड़ लें, इसे नमक, काली मिर्च और लाल मिर्च पाउडर से सीज़न करें. अच्छी तरह मिलाएं और 4-5 मिनट तक चलाते रहें.
बची हुई धनिया पत्ती और चाहें तो मक्खन से गार्निश करें. इसे हल्के से भुने ब्रेड या बन के साथ मिलाएं और कुछ ही मिनटों में आपका पौष्टिक नाश्ता तैयार हो जाता है.
अब आपके अगले स्पेशल ब्रेकफास्ट के लिए इस रेसिपी को बनाने का समय है और हमें नीचे कमेंट में बताएं कि आपको यह कैसी लगी.
आस्था /शौर्यपथ /हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को भगवान शिव से समर्पित माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की विधिवत उपासना करने से हर क्लेश और दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. जिससे जीवन में आने वाली बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं. नए साल 2023 का पहला प्रदोष व्रत 4 जनवरी 2023, बुधवार को रखा जाएगा. यह पौष महीने का दूसरा और नए साल का पहला प्रदोष व्रत होगा. ऐसे में हर कोई चाहेगा कि नए साल में प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की उपासना करके, उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाए. आइए जानते हैं कि साल 2023 के पहले प्रदोष व्रत के दिन किस प्रकार भगवान शिव की उपासना करना शुभ रहेगा.
दूसरा पौष प्रदोष व्रत 2023
पौष कृष्ण त्रयोदशी तिथि शुरू- 3 जनवरी 2023, रात 10.01 बजे
पौष कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि समाप्ति - 5 जनवरी 2023, प्रात: 12.00 बजे
पूजा मुहूर्त - शाम 05:47 से रात 08:29 बजे के बीच
प्रदोष व्रत 2023 पूजा विधि
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में करें. प्रदोष व्रत के दिन अगर सुबह स्नान किए हों तो भी शाम के समय प्रदोष काल में पूजन से पहले स्नान करना जरुरी होता है. इसके बाद इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा आरंभ करें. इस दिन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव का षोडशोपचार पूजन करें. इसके बाद प्रदोष व्रत की कथा का पाठ करें और भगवान शिव की आरती करें. इतना करने के बाद पूजा का प्रसाद भक्तों के बीच बांटें.
प्रदोष व्रत के उपाय
वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए साल का पहला प्रदोष व्रत सभी के लिए खास रहने वाला है. इस दिन शाम के समय गुबाल की फूल की पत्तियों का रस शिवलिंग पर अर्पित करें. इसके साथ ही इसे मां पार्वती के चरणों में भी अर्पित करें. पूजन की समाप्ति पर थोड़ा रस पति-पत्नी दोनों लोग अपनी आंखों पर लगाएं. पौराणिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से वैवाहिक जीवन की तमाम परेशानियां दूर हो जाती हैं. परिणामस्वरूप शादीशुदा जिंदगी खुशहाल नजर आती है.
अगर किसी कारण पति-पत्नी का आपसी सामांजस्य नहीं बन रहा है, छोटी-छोटी बातों को लेकर भी बराबर लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं तो ऐसे में साल के पहले प्रदोष व्रत के दिन 11 गुलाब में चंदन का इत्र लगाएं. इसके बाद इसे शाम के समय पति-पत्नी मिलकर एक-एक फूल शिवलिंग पर अर्पित करें. ऐसा करते हुए ओम् नमः शिवाय इस मंत्र का जाप करते रहें. ऐसा करने से दांपत्यजीवन में आपसी प्यार बढ़ता है.
सेहत /शौर्यपथ /हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है. इसकी स्थापना यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन ने थायराइड एक प्रकार की गले की बीमारी होती है. जिसके बारे में लोगों को शुरुआत में पता नहीं चल पाता. थायराइड तितली के आकार का एक ग्लैंड होता है. थायराइड ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को कंट्रोल करता है. थायराइड 2 तरह का होता है. पहला थायराइड जिसमें T3 और T4 तेजी से बढ़ने लगता है और दूसरा Hypothyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से घटने लगता है. थायराइड से बचने के लिए आप अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल कर सकते हैं. हेल्दी डाइट हमारे शरीर को हेल्दी रखने में अहम रोल निभाती है. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही फूड्स के बारे में जिन्हें थायराइड से बचने के लिए डाइट में शामिल कर सकते हैं.
थायराइड के मरीज इन चीजों को डाइट में शामिल कर खुद को रख सकते हैं हेल्दी-
1. फल-
फलों को सेहत के लिए कितना फायदेमंद माना जाता है ये तो हम सभी जानते हैं. लेकिन फ्रेश फ्रूट को डाइट में शामिल कर कई बीमारियों से बचा जा सकता है. फलों मे एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं. जिससे कई संक्रमण से बचा जा सकता है.
2. आयोडीन-
थायराइड आयोडीन की कमी के कारण भी हो सकता है. इसलिए अपने खाने में आयोडीन का सेवन करें. आयोडीन थायराइड से बचाने का काम कर सकता है.
3. डेयरी प्रोड्क्ट-
डेयरी प्रोड्क्ट में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर को कई पोषक तत्व देने और थायराइड से बचाने में मदद कर सकते हैं.
4. अनाज-
अनाज में आप ब्राउन राइस, जई, मकई आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. अनाज में अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर के गुण मौजूद होते हैं, जो थायराइड की समस्या से बचाने में मदद कर सकते हैं.
5. लौकी-
लौकी एक हरी सब्जी है जिसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. लौकी पोषक तत्वों से भरपूर मानी जाती है. लौकी के जूस को डाइट में शामिल कर थायराइड की समस्या को कम किया जा सकता है.
खाना खजाना /शौर्यपथ / गर्मियों का मौसम है ऐसे मौसम में हेल्दी और लाइट खाना न केवल स्वाद ब्लकि, सेहत के लिए भी अच्छा होता है. डिनर में अक्सर कई लोग हैवी खाना खा लेते हैं, जो सेहत को नुकसान कर सकता है. असल में ज्यादा ऑयली और स्पाइसी खाना पाचन को बिगाड़ सकता है. तो अगर आपका भी मन कुछ हल्का-फुल्का खाने का कर रहा है और आप ज्यादा समय भी नहीं लगाना चाहते हैं. तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं. हां आपने हमें बिल्कुल सही सुना आज हम आपके लिए एक ऐसी ही रेसिपी लेकर आए हैं. जिसे आप डिनर में बना सकते है. लेमन रसम एक टेस्टी डिश है. इस पौष्टिक डिश को आप डिनर में आसानी से बना सकते हैं.
सामग्री-
अरहर की दाल
टमाटर
नींबू
जीरा
राई
करी पत्ता
काली मिर्च
कश्मीरी लाल मिर्च
अदरक
हरी मिर्च
हरा धनिया
घी/तेल
नमक
विधि-
लेमन रसम बनाने के लिए सबसे पहले आप दाल साफ पानी से अच्छी तरह धो लें.
दाल को प्रेशर कुकर करा लें.
फिर एक पैन में घी-तेल डालें.
इसमें कटे टमाटर, मिर्च, अदरक और कड़ी पत्ता डालें.
अब हल्दी पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें.
इस मिक्सचर में थोड़ा पानी डालकर उबाल आने दें.
इसी में टमाटर को मैश कर दें और प्याज डालें.
फिर दाल डालकर अच्छे से मिला लें.
अब तड़के लिए जीरा, राई, करी पत्ता, हींग और काली मिर्च को तड़कने तक गर्म करें और दाल में डालें.
इसके उपर से नींबू को निचोड़ दें, रसम बनकर तैयार है.
सेहत /शौर्यपथ /वजन घटाना दुनिया के कुछ कठिन कामों में से एक है. कई लोगों को स्ट्रिक्ट डाइट और कसरत करने के बाद भी वो रिजल्ट नहीं मिलते जो वो चाहते हैं. यदि आप उन लोगों में से एक हैं जो रेस्ट्रिक्शन्स का पालन करने के बाद भी वजन कम नहीं कर पा रहे हैं तो आपको वजन घटाने के लिए प्राकृतिक उपचारों पर ध्यान देना चाहिए. इन प्राकृतिक उपचारों में सबसे पहला नाम नींबू पानी और छाछ का आता है. लेकिन यहां सवाल उठता है कि इन दोनों ड्रिंक में से कौन सा बेहतर रहेगा. ऐसे में यहां हम आपको इन दोनों के फायदे और कौन सा उपचार बेहतर है इस बारे में बता रहे हैं.
नींबूपानी
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी और नींबू के रस से करने से आपको कई तरह से मदद मिल सकती है. सबसे पहले, यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकाल देता है. इसके अलावा, यह तेजी से फैट को जलाने के लिए मेटाबॉलिज्म को स्पीड देता है. यह पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है और कब्ज को रोकता है. विटामिन सी रिच ये ड्रिंक फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है, एक कम्पाउंड जिसमें शक्तिशाली रोग-विरोधी गुण होते हैं. इसके अलावा, इसमें पोटैशियम, फोलेट और विटामिन बी जैसे ट्रेस मिनरल्स भी होते हैं. रोजाना नींबू पानी पीने के प्रभाव कुछ ही हफ्तों में दिखाई देने लगते हैं. यह घर पर वजन घटाने के सबसे आसान उपायों में से एक है.
छाछ
छाछ एक लाइट ड्रिंक है जिसे अकसर डाइट में शामिल किया जाता है. गर्मी से राहत के लिए दोपहर के भोजन के बाद या शाम को छाछ ले सकते हैं. ये गर्मी से राहत देने के साथ-साथ वजन घटाने में भी मदद करता है. इस ड्रिंक में कैलोरी की मात्रा कम होती है. इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें काला नमक, जीरा पाउडर और कटा हरा धनिया मिला सकते हैं. भोजन के बाद इसे लेने से पाचन में सुधार होता है, एसिड रिफ्लक्स रुकता है, मेटाबॉलिज्म को बूस्ट मिलता है और फैट का जमाव कम होता है. दही में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया आपके पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं.
दोनों में से कौन सा ड्रिंक बेहतर
नींबू पानी और छाछ दोनों ही नेचुरल ड्रिंक है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक गिलास छाछ में 98 कैलोरी होती है. वहीं एक गिलास नींबू पानी में 11 कैलोरी मिलती है. पोषक तत्वों की बात करें तो नींबू पानी विटामिन सी से भरपूर लो कैलोरी ड्रिंक है. छाछ से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, कैल्शियम, सोडियम, विटामिन बी 12, आदि प्राप्त होते हैं. ऐसे में वजन घटाने के लिए ज्यादातर एक्सपर्ट नींबू पानी पीने की सलाह देते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /मोटापा, पेट की बढ़ी हुई चर्बी को कम करने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते, घंटों जिम में पसीना बहाने से लेकर एक्सरसाइज और डाइटिंग तक. इसके बावजूद हमें वो परिणाम नहीं मिलता जो हम चाहते हैं. तो अगर आप भी वेट लॉस करना चाहते हैं, वो भी हेल्दी तरीके से या यूं कहें कि बिना डाइटिंग के, हां आपने बिल्कुल सही सुना हमें. वजन को कम करने के लिए डाइटिंग की जरूरत नहीं है बस हेल्दी और बैलेंस डाइट का फॉलो करना है. कई बार हम ये नहीं जानते कि हमें किन फलों का सेवन वजन घटाने के दौरान करना चहिए, क्योंकि हाई कैलोरी फ्रूट वजन घटाने में बाधा बन सकते हैं. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही फ्रूट्स के बारे में, जो वजन को आसानी से कम करने में हमारी मदद कर सकते हैं.
इन फलों का करें सेवन तेजी से घटेगा वजन-
1. पपीता)
पपीता वजन घटाने के लिए सबसे अच्छे ऑप्शन में से एक है. पपीते में फाइबर, विटामिन सी और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर और वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. तरबूज)
गर्मियों के मौसम में आने वाले मौसमी फल तरबूज को भला कौन पसंद नहीं करता. तरबूज फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, लाइकोपीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, जो शरीर को हेल्दी और वजन को कम करने में मदद कर सकता है.
3. सेब)
सेब को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद फल माना जाता है. सेब में कैलोरी की मात्रा कम और मिनरल्स, प्रोटीन, ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
4. नारियल)
नारियल में मौजूद सैचुरेटेड फैट हेल्दी होता है और आपकी बॉडी में फैट के रूप में स्टोर नहीं होता. रोजाना कच्चे नारियल को डाइट में शामिल कर वजन को आसानी से कम कर सकते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / मछली को ओमेगा-3 का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है. लेकिन उन लोगों के लिए क्या जो फिश नहीं खाते. अगर आप भी वेगन हैं और आप नॉनवेज का सेवन नहीं करते हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. फिश के अलावा भी कई चीजें हैं जिन्हें आप डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर कर सकते हैं. शरीर को सेहतमंद रखने के लिए विटामिन्स, मिनरल के अलावा ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन भी जरूरी है. ओमेगा 3 शरीर में कोशिकाओं को सही ढंग से काम करने में मदद करने का काम करता है. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में जिन्हें डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर किया जा सकता है.
ओमेगा-3 से भरपूर हैं ये चीजें
1. राजमा-
कई लोगों का राजमा फेवरेट है. हममें से ज्यादातर लोग राजमा को चावल के साथ पेयर करना पसंद करते हैं. शरीर में ओमेगा 3 की कमी को दूर करने के लिए आप राजमा को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
2. सोयाबीन-
सोयाबीन में ओमेगा 3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. यूएसडीए के अनुसार सोयाबीन के तेल में 0.923 ग्राम ओमेगा 3 मौजूद होता है. सोयाबीन को डाइट में शामिल कर ओमेगा 3 की कमी को दूर कर सकते हैं.
3. अखरोट-
अखरोट को सेहत के लिए बेहद गुणकारी माना जाता है. अखरोट को डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर कर सकते हैं.
4. फूल गोभी-
फूल गोभी पोषक तत्वों से भरपूर होती है. फूलगोभी में विटामिन सी, विटामिन के, पोटैशियम, मैंग्नीज और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो शरीर में ओमेगा-3 की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं.
सेहत /शौर्यपथ / ज्यादातर इंडियन घरों में आज भी कुकिंग के लिए सरसों का तेल पहली पसंद है. सरसों के तेल को खाना बनाने से लेकर मालिश करने तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वैसे तो आज के समय में बहुत से कुकिंग ऑयल मार्केट में उपलब्ध हैं, जो ज्यादा हेल्दी होने का दावा करते हैं. लेकिन कई घरों में आज भी सरसों के तेल को ही इस्तेमाल किया जाता है. असल में सरसों के तेल को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. सरसों के तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड, पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन, फाइबर और अन्य माइक्रो-न्यूट्रीएंट्स होते हैं, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं. सरसों के तेल से बने खाने का सेवन करने से वजन को भी कम करने में मदद मिल सकती है. तो चलिए जानते हैं सरसों के तेल से होने वाले फायदे.
1. पाचन-
पेट का स्वस्थ रहना हमारे शरीर को हेल्दी रखने के लिए बहुत जरूरी है. पाचन तंत्र खराब होने से हमारे पूरे शरीर पर असर पड़ता है. तो अगर आप भी पाचन को बेहतर रखना चाहते हैं तो सरसों के तेल से बने खाने का सेवन कर सकते हैं.
2. इंफेक्शन-
सरसों का तेल एंटी-बैक्टिरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है. इसका अंदरूनी और बाहरी दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं. सरसों का तेल कई तरह के इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकता है.
3. दिल-
सरसों के तेल को दिल के लिए अच्छा माना जाता है. कई रिसर्च के अनुसार खाने की चीजो में सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से दिल को दुरुस्त रखा जा सकता है.
4. इम्यूनिटी-
सरसों के तेल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया, फंगस और वायरस से होने वाली बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं. सरसों के तेल से बने खाने का सेवन कर इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /एक स्वस्थ और सफल वेट-लॉस जर्नी में हमेशा एक्सरसाइज और हेल्दी बैलेंस डाइट शामिल होती है. एक्स्ट्रा फैट बर्न करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें और प्रोसेस को तेज करने वाले फूड्स खाएं - लॉजिक सिंपल है. यह भी मायने रखता है कि आप अपनी एक्सरसाइज से ठीक पहले और बाद में क्या खाते हैं, हां यह सच है. कुछ ऐसे फूड हैं जिनका सेवन पहले करने से आपको एक अच्छा एक्सरसाइज सेशन करने में मदद मिल सकती है. आपने सुना होगा कि दौड़ने या जिम जाने से पहले प्रोटीन फूड्स, केला, नट्स और ऐसे अन्य फूड्स कैसे मददगार होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नमक जैसा सादा फूड भी एक्सरसाइज से पहले के मील के रूप में फायदेमंद हो सकता है.
एक चुटकी नमक, आपके वर्कआउट में जोश भर सकता है. हमें विश्वास नहीं है? पोषण विशेषज्ञ निधि निगम बताती हैं
वजन घटाने के लिए नमक खाने के 10 तरीके-
1. हाइड्रेशन में सुधार-
नमक वाटर रिटेंशन को बनाए रखने में मदद करता है, इसलिए आप ज़ोरदार एक्सरसाइज सेशन के दौरान डिहाइड्रेटेड नहीं होंगे.
2. हार्ट रेट कम करता है-
चूंकि नमक को शरीर में ब्लड फ्लो में सुधार करने का श्रेय दिया जाता है, इसलिए यह वास्तव में आपको अपने जिम सेशन से गुजरने में मदद करेगा.
3. मांसपेशियों में ऐंठन को रोकता है-
फिर से, बेहतर ब्लड फ्लो के कारण, एक्सरसाइज के दौरान और बाद में मांसपेशियों में ऐंठन और जोड़ों के दर्द की संभावना कम होगी.
4. पावर आउटपुट बढ़ाता है-
नमक शरीर में ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है, जो कि पावर-पैक वर्कआउट के दौरान आवश्यक होता है.
5. रिप्लेस इलेक्ट्रोलाइट्स-
नमक के सेवन से वाटर रिटेंशन में वृद्धि शरीर को अपने खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को बदलने में मदद करती है.
6. बॉडी तापमान-
यह शरीर में वाटर रिटेंशन और ब्लड फ्लो में सुधार के करता है. पसीने के बीच शरीर के तापमान को बनाए रखता है.
7. परिश्रम को कम करता है-
नमक हार्ट रेट को कम करने में मदद करता है जिसके कारण शरीर कम परिश्रम करता है और इसके परिणामस्वरूप एक्सरसाइज के दौरान बेहतर ऊर्जा उत्पादन होता है.
8. सहनशक्ति बढ़ाता है-
जैसा कि ऊपर कहा गया है, सिस्टम में नमक के कारण शरीर कम परिश्रम करेगा, इसलिए हार्ट एक्सरसाइज करने के लिए शरीर की सहनशक्ति अधिक होनी चाहिए.
9. कार्डियक आउटपुट बढ़ाता है-
ब्लड फ्लो में वृद्धि के कारण यह फिर से होता है.
10. ब्लड की मात्रा में गिरावट-
यदि इंडोरेंस के स्तर के साथ-साथ ब्लड फ्लो की दर अधिक है, तो ब्लड की मात्रा कम हो जाती है, जो कि एक्सरसाइज के दौरान एक एक्स्ट्रा लाभ है.
सेहत /शौर्यपथ / हर मौसम के अपने खास मौसमी फल और सब्जियां होती हैं. हरी सब्जियों को सेहत के लिए बेहद गुणकारी माना जाता है. टिंडा पौष्टिकता से भरी एक हरी सब्जी है. गोल-गोल हरे रंग के टिंडा स्वाद और सेहत में शानदार हैं. टिंडा को बेबी पंपकिन और एप्पल गॉर्ड के नाम से भी जाना जाता है. आयुर्वेद में टिंडा को कई बीमारियों में फायदेमंद माना जाता है. वैसे तो इसे खाना हर कोई पसंद करता है लेकिन साउथ एशिया में खासतौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है. टिंडा में पाए जाने वाले गुणों की बात करें तो इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट, फाइबर, कैराटिनॉयड, विटामिन सी, आयरन और पोटैशियम जैसे गुण पाए जाते हैं.
टिंडा खाने के फायदे-
1. पेट के लिए-
अगर आपको पेट संबंधी समस्या है तो आप अपनी डाइट में टिंडा को शामिल कर सकते हैं. टिंडा में पाए जाने वाले गुण पाचन को बेहतर रखने में मदद कर सकते हैं.
2. हाई ब्लड प्रेशर-
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए टिंडे के जूस का सेवन फायदेमंद माना जाता है. इसमें ऐसे बहुत सारे तत्व मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करते हैं जिससे ब्लड प्रेशर नॉर्मल रखने में मदद मिल सकती है.
3. वजन घटाने-
मोटापा को कम करने में मददगार है टिंडे की सब्जी. टिंडे में लगभग 94 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है, जो वजन को कम करने में मदद कर सकता है. रोजाना टिंडे की सब्जी या जूस का सेवन कर वजन को कंट्रोल में रख सकते हैं.
4. दिल के लिए-
हार्ट हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. टिंडे की सब्जी या जूस का रोजाना सेवन कर दिल संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है.