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जगदलपुर, शौर्यपथ। बस्तर ज़िले के नव पदस्थ कलेक्टर हरीस एस ने सोमवार को पदभार ग्रहण किया। कलेक्टर हरीस एस 2015 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है। इससे पूर्व सुकमा कलेक्टर के रूप में पदस्थ रहें है। पदभार ग्रहण करने के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया, उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर सीपी बघेल, नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी, संयुक्त कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी, डिप्टी कलेक्टर हीरा, उप संचालक जनसंपर्क कमल बघेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जगदलपुर, शौर्यपथ। वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देशानुसार वन परिक्षेत्रों में अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चलाकर वन भूमि को मुक्त किया जा रहा है। निर्देशानुसार वन वृत्त के मुख्य वन संरक्षक आर.सी.दुग्गा के मार्गदर्शन एवं वनमण्डलाधिकारी बस्तर उत्तम गुप्ता के निर्देशन में उड़नदस्ता, समस्त स्टॉफ ने वन परिक्षेत्र भानपुरी के अन्तर्गत अतिक्रमण की शिकायत के जाँच के लिए राज्य स्तरीय उड़नदस्ता टीम एवं वृत्त स्तरीय उड़नदस्ता टीम के द्वारा कार्यवाही किया गया।
राज्य स्तरीय उड़न दस्ता टीम रायपुर के द्वारा चपका पी.एफ. 1077 नया 86 में तीन व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई उनके की गई कार्यवाही के तहत उनके पास से 8 बंडल 110 र.मी. चैनलिंक एवं 73 नग बांस के फेंसिंग खुंटा जप्त किया गया। जिसमें ग्राम सोनारपाल से विकास देवांगन द्वारा 0.226 हे. में मिर्ची की खड़ी फसल जप्त कर उनके विरूद्ध वन अपराध कायम किया गया। ग्राम छेडीपारा सोनारपाल से श्री राजू द्वारा 0.450 हेक्टेयर में धान की खड़ी फसल जप्त कर और ग्राम-चपका से श्री तुलसी 0.050 हे. धान की खड़ी फसल जप्त कर उनके विरूद्ध वन अपराध कायम किया गया।
इसी तरह वृत्त स्तरीय उड़न दस्ता टीम जगदलपुर के द्वारा ग्राम मुरकुची नया 64 में 20 अतिक्रामकों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये 9.791 हेक्टेयर रकबा में मक्का एवं उड़द के खड़ी फसल जप्त किया गया है। उनके 10 बंडल फेंसिंग तार एवं 300 नग फेंसिंग खुंटा मौके से जप्त किया गया। जिसमें ग्राम-मुरकुची से श्री डमरू द्वारा 0.733 हे. मक्का खड़ी फसल, श्री फूलसिंग द्वारा 2.211 हे. बारवेड वायर 45 कि.ग्रा., फेंसिंग 3 क्विं., खड़ी फसल मक्का, उड़द जप्त कर ,श्री सुरेश द्वारा 2.753 हे. बारवेड वायर 60 कि.ग्रा., मिश्रित फेंसिंग 4.50 कि.ग्रा., खड़ी फसल मक्का, श्री केलूराम एवं अन्य 05 व्यक्ति 2.622 हे. बारवेड वायर 70 कि.ग्रा. मिश्रित जलाऊ 4 क्विं, खड़ी फसल मक्का जप्त कर, श्री रूपनाथ अन्य 03 व्यक्ति .572 हेक्टेयर बारवेड बायर 25 कि.ग्रा. मिश्रित जलाऊ फेंसिंग 2 क्विं, खड़ी फसल मक्का, उड़द जप्त कर उनके विरुद्ध वन अपराध कायम किया गया। समस्त प्रकरणों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जगदलपुर में प्रस्तुत किया जाएगा।
रायपुर, शौर्यपथ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल शाम यहां अपने निवास कार्यालय 75 दिन तक मनाये जाने वाले देश के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने इस दौरान बस्तर दशहरा पर्व की गरिमा के अनुरूप सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सर्व संबंधितों को सौंपे गए दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन किये जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि 75 दिन तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 4 अगस्त 2024 से शुरू हो गया है, जो कि 19 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा। यह दशहरा पर्व विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भावना का महत्वपूर्ण प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री साय को इस दौरान बस्तर दशहरा उत्सव समिति द्वारा इसमें तिथिवार विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। जिसमें बताया गया कि ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के दौरान 15 अक्टूबर 2024 को मुड़िया दरबार का आयोजन होगा। इसी तरह बस्तर दशहरा को भव्य रूप देने के लिए बस्तर मड़ई, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स मीट, एक पेड़ बस्तर के देवी-देवताओं के नाम, बस्तर टूरिस्ट सर्किट, दसरा पसरा, नगरगुड़ी टेंट सिटी, टूरिज्म ट्रेवलर्स आपरेटर मीट, देव सराय, स्वच्छता पखवाड़ा जैसे विविध कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। बस्तर दशहरा पर्व में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष यात्री बसों के संचालन के सम्बंध में भी चर्चा की गई।
4 अगस्त को पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हुए ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व 2024 के अंतर्गत 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान, रेलामाता पूजा विधान। 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान। 12 अक्टूबर को मावली परघाव विधान, 15 अक्टूबर को काछन जात्रा पूजा विधान और मुरिया दरबार, 16 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान, 19 अक्टूबर को मावली माता जी की डोली की विदाई पूजा विधान आयोजित है।
*मुरिया दरबार*
गौरतलब है कि मुरिया दरबार में विभिन्न जनजातीय समुदायों के प्रमुख, नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर संस्कृति, परंपरा और प्रथाओं को सहेजने और सामुदायिक मांग तथा समस्याओं पर विचार करते हैं। इस वर्ष 15 अक्टूबर 2024 को मुरिया दरबार का आयोजन किया जायेगा।मुरिया दरबार आयोजन के 10 दिन बाद बस्तर संभाग के मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरीन, पुजारी, कोटवार, पटेल, मातागुड़ी के मुख्य पुजारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा कई अभिनव पहल की जा रही है। द बस्तर मड़ई के अंतर्गत बस्तर की प्राकृतिक सौन्दर्य, एतिहासिक एवं पुरातत्विक स्थलों, एडवेंचर स्थलों, सांस्कृतिक स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराने के लिए प्रशासन द्वारा "द बस्तर मड़ई" की अवधारणा तैयार की गयी है।
बस्तर मड़ई के अंतर्गत 21 सितम्बर को सामूहिक नृत्य कार्यक्रम, 21 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक बस्तर हाट-आमचो खाजा, 24 सितम्बर को सिरहासार परिसर मैदान में बस्तर नाचा, 27 सितम्बर को पारंपरिक लोक संगीत, 29 सितम्बर को बस्तर की कहानियां एवं हास्य कवि सम्मेलन, 30 सितम्बर को बस्तरिया नाचा जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 2 अक्टूबर से बस्तर दशहरा 2024 की समाप्ति तक बस्तर के पारंपरिक व्यंजन के स्टॉल लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप तथा विधायक द्वय किरण सिंहदेव व सुश्री लता उसेंडी और मुख्य सचिव अमिताभ जैन तथा मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानन्द, बसवराजू एस, राहुल भगत और सचिव अन्बलगन पी, आयुक्त बस्तर डोमन सिंह, बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम, एसपी शलभ सिन्हा उपस्थित रहे।
जगदलपुर, शौर्यपथ। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार पर समर्थन मूल्य पर उपार्जित संपूर्ण धान की मिलिंग कराने तथा सुरक्षा एवं रख रखाव में राज्य सरकार के असफल रहने के कारण एक हजार करोड़ से अधिक का धान नष्ट करने का आरोप लगाया गया है, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय पाण्डेय ने कहा कि 5 साल तक किसानों के नाम पर राजनीति कर अपनी जेबे भरने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता जनता और किसानों को भ्रमित करने का काम कर रही है। गाय, गोठान और गोबर के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार कर अपने चहेतों और करीबियों को लाभ पहुंचानी वाली कांग्रेस पार्टी और उनके नेता अब छत्तीसगढ़ का विकास देखकर बौखला गए हैं इसलिए जनता को भ्रमित कर तथ्यहीन एवं निराधार आरोप लगा रहे है।
संजय पाण्डेय ने बताया कि भाजपा सरकार ने हमेशा ही किसानों के हित व उनके अधिकारों के लिए काम किया है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में दो वर्ष का बकाया धान बोनस देने का वादा किया था लेकिन नहीं दिया, छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही हमने किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस दिया। 3100 रुपए प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से धान खरीदी की और किसानों को एक मुश्त पैसा भी दिया। इस प्रकार भाजपा सरकार के किसान हितैषी नीतियों एवं सुशासन के कारण राज्य में अब तक सर्वाधिक 144.92 लाख मे. टन धान का उपार्जन किया गया है। वर्तमान भाजपा सरकार के सुदृढ़ नीतियों एवं सुव्यवस्थित भण्डारण, उठाव एवं मिलिंग कार्ययोजना के कारण प्रदेश में उपार्जित 144.92 लाख मे.टन में से 144.50 लाख मे. टन धान का उठाव उपार्जन केन्द्रों से किया जा चुका है, जोकि कुल उपार्जित धान का लगभग 99.71 प्रतिशत है।
संजय पाण्डेय ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में 4 सितम्बर की स्थिति में दर्शित शेष अल्प मात्रा 0.41 लाख मे. टन धान भौतिक रूप से उपलब्ध नहीं होने के कारण उठाव हेतु शेष दर्शित है, जो कि कुल उपार्जित मात्रा का लगभग 0.29 प्रतिशत है, जबकि कांग्रेस के शासनकाल के दौरान वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में क्रमशः लगभग 2.07 एवं 2.94 प्रतिशत सूखत / कमी रहा है। इस प्रकार स्पष्ट है कि वर्ष 2023-24 में रिकार्ड मात्रा में खरीदी उपरांत भी हमारी सरकार ने कांग्रेस की तुलना में ज्यादा अच्छा प्रबंधन किया है। कांग्रेस केवल जनता और प्रदेश के किसानों को भ्रमित करने का काम कर रही है। 5 वर्षों तक रुके विकास कार्यों को आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में आज भाजपा सरकार कर रही है। आज भाजपा सरकार के सुशासन में गरीबों को 8 लाख पक्के आवास मिल रहें हैं जिसे कांग्रेस ने रोक के रखा था। स्वच्छ जल, पक्की सड़कें, महिलाओं को सम्मान मिलने के साथ ही हमारे बस्तर क्षेत्र में नियद नेल्लार जैसी योजनाओं से आज नक्सलवाद भी कम हो रहा है यह सब देखकर कांग्रेस बौखलाई हुई है और बिना तथ्यों के आरोप लगाकर जनता को भटकाने का काम कर रही है।
जगदलपुर / शौर्यपथ। पति के दीर्घायु व रक्षा के लिए सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को दिनभर हरतालिका तीज व्रत कर निर्जला उपवास रखा। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति के लंबी उम्र के लिए करती है। इस पर्व के दिन जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति और पुत्र के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती है। वहीं कुवांरी लड़कियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं।
इस पर्व को लेकर शहर के रश्मि देवांगन, रीना देवांगन, बबली लहरे, हेमलता देवांगन ने बताया की तीज पर्व भाद्रपद (भादो) महीने के शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है। पति की दीर्घायु एवं परिवार के सुख समृद्धि के लिए यह व्रत मायके मे रखा जाता है। सुहागिन तीज मनाने के लिए अपने मायके जाती है जिन महिलाओं का मायके जाना संभव नही हो पाता है उनके द्वारा अपने ससुराल में ही रहकर इस उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है । हरतालिका तीज के एक दिन पहले गुरुवार को सुहागिनों ने हिंदू परंपरा के अनुसार रात में करेला-चावल (करू भात) ग्रहण कर निर्जला व्रत प्रारंभ किया। इस व्रत को महिलाये निर्जला उपवास रखकर आस पास के नदी या तलाब से बालू की मिट्टी निकाल शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूजा करती हैं, और पति के दीर्घायु होने की कामना करती है। इस पर्व के दिन जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति और पुत्र के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस पूजा के पूजन सामग्री में प्रमुख रूप से गीली मिट्टी, बेल पत्र शमी पत्र, केले का पत्ता, धतूरे का फल और फूल, अकांव का फूल, तुलसी, मंजरी, जनेउ, वस्त्र, मौसमी फल फूल, नारियल, कलश, अबीर, चंदन, घी, कपूर, कुमकुम, दीपक, दही, चीनी, दूध और शहद आदि की आवश्यकता होती है।
जगदलपुर, शौर्यपथ। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल अपने बस्तर जिले के प्रवास में डीमरापाल स्थित मेडिकल अस्पताल और महारानी जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने मेडिकल अस्पताल के निरीक्षण में अस्थि वार्ड, शिशु वार्ड, नर्सिंग वार्ड, ऑपरेशन थियेटर का जायजा लिया और महारानी अस्पताल में ओपीडी वार्ड, शिशु वार्ड एवं अन्नपूर्णा रसोई कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम पूछा, अस्पताल से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। शिशु वार्ड में बच्चों को फल का भी वितरण किए। उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता को बेहतर रखने, ऑपरेशन थियेटर में आवश्यक संसाधनों के लिये प्रस्ताव देने और मरीजों के परिजनों के प्रतीक्षालय कक्ष में टीवी लगाने के निर्देश दिए। साथ ही महारानी अस्पताल में संचालित अन्नपूर्णा रसोई घर के मॉडल को अन्य जिलों में लागू करवाने के दिए निर्देश दिए। मंत्री ने मेडिकल अस्पताल में बाथरूम और किचन की पानी निकासी की समस्या के निराकरण हेतु सीजी मेडिकल हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देशित किए। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के शौचालय का भी निरीक्षण स्वास्थ्य मंत्री ने किया और सफाई व्यवस्था के लिए सराहना की। निरीक्षण के दौरान सांसद महेश कश्यप,विधायक किरण देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, गणमान्य जनप्रतिनिधि, एसीएस मनोज पिंगुआ, मिशन संचालक जगदीश सोनकर, कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, प्रभारी डीन डॉ नवीन दूल्हानी,अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू सहित अस्पताल प्रबंधन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जगदलपुर , शौर्यपथ। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बस्तर के आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो। इस हेतु शासन हर आवश्यक संसाधन तत्काल उपलब्ध कराने को तत्पर है। उन्होंने नवीन सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल के निर्माण कार्य को दो माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल के निर्माण कार्य हेतु दस करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति दी। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल की अध्यक्षता में स्व.श्री बलीराम कश्यप स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के काउन्सिल हॉल में स्वशासी समिति की बैठक आयोजित थी। मंत्री ने कहा कि अस्पताल में मरीजों की हेल्प डेस्क में हॉस्पिटालिटी मैनेजमेंट से संबंधित व्यक्तियों को रखे, अस्पताल की सुरक्षा में पूर्व सैनिक के नेतृत्व सिक्योरिटी की व्यवस्था हो, सीसीटीवी की व्यवस्था, आपातकाल के लिए हर कमरा में अलार्म की व्यवस्था, आधारभूत संरचना, मानव संसाधन के प्रस्ताव देने के निर्देश दिए।
स्वशासी समिति की बैठक में मानव संसाधन स्वीकृत सेटअप के आधार पर रिक्त पद, आवश्यक जांच-उपकरणों की कमी, एएमसी- सीएमसी हेतु आवश्यक अतिरिक्त बजट, नवीन सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल डिमरापाल में मानव संसाधन की भर्ती एवं आवश्यक संसाधन बिन्दुओं पर चर्चा किया गया। इसके अलावा छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ने के पश्चात् हॉस्टल की क्षमता में वृद्धि करने, लेक्चर थियेटर, स्टॉफ क्वार्टर्स की आवश्यकता, बायो-मेडिकल वेस्ट के निपटान, युटिलिटी सेण्टर, कैन्टिन के निर्माण, छात्र-छात्राओं हेतु व्यायाम शाला, स्वशासी मद के आय-व्यय पर चर्चा किया गया। इसके अलावा चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय डिमरापाल जगदलपुर के अंतर्गत आवश्यक संसाधनों के विषय पर भी चर्चा किया गया।निरीक्षण के दौरान सांसद महेश कश्यप,विधायक किरण देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, एसीएस मनोज पिंगुआ, एनएचएम मिशन संचालक जगदीश सोनकर, कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, प्रभारी डीन डॉ नवीन दूल्हानी,अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू सहित अस्पताल प्रबंधन और स्वशासी समिति के अन्य सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे।
जगदलपुर, शौर्यपथ। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शुक्रवार को जगदलपुर के डिमरापाल में निर्माणाधीन 240 सीटर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और इसे प्रदेश का सबसे अच्छा अस्पताल बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में इस अस्पताल को सर्वसुविधायुक्त और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित बनाया जाएगा,ताकि बस्तर के लोगों को बड़े शहरों की तरह चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान अस्पताल के निर्माण स्थिति की पूरी जानकारी ली और थर्ड फ्लोर तक भ्रमण कर विभिन्न वार्डों के निर्माण सहित एमआईआर,सिटी स्कैन तथा ऑपरेशन कक्ष इत्यादि का अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल भवन के निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति दी और भवन को दो माह में पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए। साथ ही हॉस्पिटल को अपग्रेड करने के लिए भी प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सांसद बस्तर शुरू महेश कश्यप,विधायक जगदलपुर किरणदेव,विधायक चित्रकोट विनायक गोयल,पूर्व सांसद दिनेश कश्यप,पूर्व विधायक बैदूराम कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुवा,आईजी बस्तर सुन्दरराज पी.,कलेक्टर विजय दयाराम के.,पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा,सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जगदलपुर, शौर्यपथ। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों को सुदृढ़ किया जा रहा है। जिसके तहत अत्याधुनिक सुविधाओं की उपलब्धता सहित उपकरणों तथा मानव संसाधन की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल शुक्रवार को सर्किट हाउस जगदलपुर में स्वास्थ्य विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बैठक के दौरान कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर धरातल पर परिणाममूलक कार्य करें। व्यापक जनजागरूकता निर्मित करने सहित दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता,कॉम्बेट दलों का बेहतर उपयोग तथा रेपिड रिस्पांस टीम को सक्रिय रखकर मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार पर ध्यान केंद्रीत करें। उन्होंने बस्तर को मलेरिया मुक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम करने आवश्यकता जतायी और जांच एवं उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता देने कहा। साथ ही मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण एवं मलेरिया कीटनाशक दवाई के छिड़काव पर जोर दिया।
*अस्पतालों की स्वच्छता एवं भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर बल*
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित जिला अस्पताल,सिविल अस्पताल,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं साफ-सफाई,स्वच्छ शौचालय तथा मेन्यू अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन सुलभ करवाने कहा। साथ ही आवश्यकता अनुरूप सुरक्षाकर्मी रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दिशा में जीवनदीप समिति के माध्यम निर्णय लेने कहा। वहीं जरूरत के अनुसार राज्य स्तर से भी मांग किये जाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में निर्धारित ड्यूटी अवधि के दौरान चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की उपस्थिति पर जोर देते हुए समय पर मरीजों के उपचार हेतु संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए। वहीं अस्पतालों से रैफरल प्रकरणों में कमी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग कर मरीजों का बेहतर ईलाज किया जाए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने सहित सिजेरियन ऑपरेशन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था हेतु प्रयास किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने बस्तर के अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक उपकरणों सहित चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की पूर्ति के लिए भी विशेष तौर पर बल दिया।
बैठक में सांसद बस्तर महेश कश्यप,विधायक जगदलपुर किरणदेव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल,पूर्व सांसद दिनेश कश्यप सहित अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुवा,आईजी बस्तर सुन्दराज पी.,मिशन संचालक एनएचएम डॉ. जगदीश सोनकर,कलेक्टर विजय दयाराम के.,पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और बस्तर संभाग के सभी जिलों के सीएमएचओ,सिविल सर्जन तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
*नरेश देवांगन की खास रिपोर्ट*
जगदलपुर, शौर्यपथ । शौर्यपथ अखबार ने वन विभाग में चल रही मनमानी को लेकर खबर प्रकाशित की थी कि वनमंडल कार्यालय में किस प्रकार से एक बाबू व डिप्टीरेंजर व्यय शाखा में शाखा प्रभारी व सहायक के रूप में नियम के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं, खबर लगने के बाद श्री देशमुख को व्यय शाखा से हटा कर कार्यालय वन संरक्षक कार्यआयोजना जगदलपुर भेज दिया गया। वही डिप्टी रेंजर दीपक कुमार भट्ट जो नियम के विरुद्ध व्यय शाखा में सहायक के रूप में कई वर्षो से कार्य कर रहे थे जिनकी मुल कार्य स्थल सर्गीपाल डिपो था उन्हें वर्तमान में सर्गीपाल डिपो ना भेज वन परिक्षेत्र जगदलपुर में भेजा गया हैं। इस खबर के सात ही पूर्व में हमने नियम के विरुद्ध विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को प्रतिपूर्ति राशि के नाम से लाखो की राशि जारी कर शासकीय राशि का दुरूपयोग कर बंदरबाट करने की खबर भी प्रकाशित की थी। इस खबर पर विभाग के प्रमुख अधिकारी की तारीफ की जानी चाहिए जिन्होंने इस पर बस्तर वन मण्डल को जाँच के लिए 9 जुलाई को आदेश किया हैं की 15 दिन में जाँच प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय को भेजे। लेकिन आदेश किये आज लगभग एक माह से अधिक होने को हैं, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा की बस्तर वनमण्डल के अधिकारी अपने विभाग के प्रमुख अधिकारी के आदेश को गंभीरत से नहीं ले रहे हैं। इस मामले पर पूर्व में ही बस्तर वनमंडलाधिकारी को जब शिकायत मिली तब मामले को संज्ञान में लेकर गंभीरता से जाँच कर कार्यवाही कर सकते थे। लेकिन ऐसा लग रहा हैं जैसे विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पे कुछ करना ही नहीं चाहते? मानो कार्यवाही करने से उनके ऊपर भी बात बन सकती हैं? अब देखने वाली बात हैं की प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेश की अवहेलना करने पर सम्बंधित अधिकारी के ऊपर क्या कार्यवाही होती हैं?
इस मामले में बस्तर वनमंडलाधिकारी श्री गुप्ता का कहना हैं की जाँच के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया गया हैं उनको लेख किया गया हैं की समय सीमा में जाँच कर रिपोर्ट प्रेषित करे जैसे ही जाँच हो के आती हैं कार्यवाही करेंगे।