CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
भिलाईनगर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना में से एक मोर संगवारी सेवा योजना की शुरूवात की गई है। नागरिक पहले कोई भी दस्तावेज या प्रमाण पत्र बनाने इधर-उधर घूमते रहते थे। जिससे उनका किमती समय बर्बाद होता था। मोर संगवारी सेवा योजना लागू होने से नागरिको को आफिसो तक जाने की आवश्यकता नहीं है। कागज को इकट्ठा करना क्या कागज लगेगा क्या नहीं लगेगा इसकी जानकारी देना इस सब की परेशानी से अब बचाव हो रहा है। आप संगवारी को बुलाए वह सब जानकारी देगा। नागरिक अपना कागज तैयार तैयार करके रखेंगे वह घर आकर ले जाएगा। सब प्रकार के प्रमाण पत्र घर में लाकर देगा। इसका सर्विस शुल्क मात्र ₹50 है। नागरिक घर बैठे मोर संगवारी सेवा योजना के टोल फ्री नम्बर 14545 पर काॅल कर अपनी सुविधा के अनुरूप प्रमाण पत्र बनवा सकते है।
नगर निगम भिलाई में मोर संगवारी सेवा योजना संचालित की जा रही है। इस योजना में 27 प्रकार की सेवाओं का लाभ दिया जाता है, जिसमें प्रमुख रूप से जन्म पंजीयन, जन्म प्रमाण पत्र सुधार, मृत्यु पंजीयन, मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार, विवाह पंजीयन एवं प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र सुधार, आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति प्रमाण पत्र, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र, दुकान एवं स्थापना पंजीयन, आधार कार्ड में मोबाईल नम्बर जोड़ना या सुधार, शिशु आधार पंजीयन (5 वर्ष तक के बच्चों का), भूमिसूचना (भूमि उपयोग), नवीन पैन कार्ड में सुधार, डुप्लीकेट पैन कार्ड, दस्तावेज के नकल, गैर डिजिटल (भूमि रिकार्ड आदि की प्रति), श्रम कार्ड, राशन कार्ड को सम्मिलित किया गया है।
वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन एवं महापौर नीरज पाल ने नागरिको से अनुरोध किये है कि छत्तीसगढ़ शासन की मोर संगवानी योजना की बहुत ही अच्छी योजना है। बस आपको 14545 पर कॉल करना है घर बैठे सुविधा मिलेगी कहीं जाना नहीं है जो काम निगम में जाकर करवाते वह काम घर बैठे करवा सकते हैं इसका लाभ क्षेत्र के हर नागरिको को लेनी चाहिए। इस योजना से सभी नगरिको का काम आसान हो रहा है। इधर-उधर आने-जाने से समय की बर्बादी से बचें।
Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.