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दुर्ग । शौर्यपथ । *केस 1 -* ग्राम खर्रा के निवासी देवनारायण राय नागपुर के पास के गांव में ईंटभट्ठे में काम करते हैं। लाकडाउन के दौरान वहां पंचायत ने उन्हें खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। उनके साथ 28 लोग और भी इसी तरह से ईंटभट्ठे में काम करते थे। लाकडाउन के तीसरे चरण में जब यह सुना कि मजदूरों के लिए घर जाने में लगी पाबंदियां हटा ली गई हैं उन्होंने भी निर्णय किया कि अब घर चलेंगे। मालवाहक गाड़ियों में लिफ्ट लेकर वो बार्डर पहुंचे। इसके बाद कभी लिफ्ट मिल गई तो कभी थोड़ा सफर पैदल तय कर लिया। भिलाई-चरौदा में बने श्रमिक सहायता केंद्र में इन सभी 28 मजदूरों को नाश्ता कराया गया। फिर उन्हें सूखा राशन उपलब्ध कराया गया। कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार के निर्देश पर इन्हें बलौदाबाजार में इनके घरों तक पहुंचने के लिए बस की व्यवस्था की गई। उनकी सुरक्षित वापसी हुई या नहीं, यह जानने के लिए श्री राय के नंबर पर फोन लगाया गया। उन्होंने बताया कि वे अपने गांव में बने क्वारंटीन सेंटर में पहुंच गए हैं। पूरे रास्ते भर में जिला प्रशासन के श्रमिक सहायता केंद्रों में जिस तरह से सहायता मिली, वो हमेशा याद रहेगी। इसके बगैर छोटे बच्चों को साथ लेकर अपने घर पहुंचना मुश्किल हो जाता। *केस 2-* गोपाल महतो मुंबई में मजदूरी करते हैं। वो झारखंड जाने निकले। गोपाल ने बताया कि रास्ता लंबा था और मन में बहुत दुविधा थी लेकिन अब तक बहुत कुशलता से पहुंच गया हूँ। छत्तीसगढ़ राज्य का अपना अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि बैरियर में मेरी मेडिकल जांच की गई। इसके बाद श्रमिक सहायता केंद्र में मैंने नाश्ता किया। फिर दुर्ग में श्रमिक सहायता केंद्र में रूका। यहां मुझे नाश्ता कराया गया, रास्ते के लिए सूखी खाद्य सामग्री दी गई। लंबी दूरी में जब सारे रेस्टारेंट बंद हैं इस तरह शासन द्वारा सहायता केंद्र खोला जाना बहुत अच्छा है। *केस 3-* अंजोरा नाके में जिला प्रशासन ने दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए बस उपलब्ध कराई। वहीं एडीशनल एसपी रोहित झा एवं सीएसपी विवेक शुक्ला ने नाश्ते के पैकेट श्रमिकों को दिए। इन सभी को अपने गृह ग्राम तक छोड़ने के लिए बस का इंतजाम किया गया। वर्धा में चना तोड़ने का काम करने श्यामलाल ने बताया कि चना तोड़ने गए थे लाकडाउन लग गया। भरोसा था कि अपने प्रदेश की सीमा तक पहुंच गए तो आगे भी अपने लोगों की मदद से पहुंच जाएंगे। अब यहां बस मिल गई है आगे के सफर की कोई दिक्कत नहीं रही। दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को यात्रा के दौरान किसी तरह से खाने-पीने की दिक्कत न हो और उचित ट्रांसपोर्टेशन मिले, इसके लिए शासन ने महत्वपूर्ण स्थलों पर श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में नाश्ते के साथ सूखा राशन दिया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उल्लेखनीय है कि अंजोर नाके पर, गंडई नाके पर और प्रत्येक नगर निगम की सीमा पर श्रमिक सहायता केंद्रों का संचालन किया जा रहा है जहां श्रमिकों की सभी तरह की परेशानियों का हल करने निर्देश दिए गए हैं। अलग-अलग रूट में बसों एवं अन्य छोटे वाहनों के माध्यम से श्रमिकों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की कार्रवाई की जा रही है।
भिलाईनगर / शौर्यपथ / भिलाई निगम द्वारा निगम क्षेत्र के निस्तारी वाले तालाबों में जलभराव के पूर्व आसपास की सफाई कराई जा रही है, ताकि तालाबों में बाहर से गंदगी न आए। वार्ड 16 के तालाब में जलभराव किया जा रहा है जहां झिल्ली, पन्नी एवं अन्य ठोस पदार्थ के कचरों को रोकने निगम की ओर से जाली लगाया जा रहा है। ग्रीष्म ऋतु में आमजन को निस्तारी की समस्या न हो तथा आसपास के क्षेत्रों का वाटर लेवल बना रहे इसके लिए निगम क्षेत्र के तालाबों से झिल्ली, पन्नी व कचरे को निकालकर साफ किया जा रहा है। तालाब में साफ पानी का भराव हो इसके लिए नहर किनारे भी सफाई कराई जा रही है। कुछ जोन में कैनाल की भी सफाई कराई गई है ताकि जलभराव में रुकावट न हो।
तालाबों में जलभराव पश्चात जल शुद्धिकरण के लिए एलम आदि की व्यवस्था की जा चुकी है। जोन 02 के जोन स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मिश्रा ने बताया कि भिलाई निगम क्षेत्र के लोगों के निस्तारी की व्यवस्था को बेहतर बनाने निगम प्रशासन द्वारा जोन क्षेत्रों के कैनाल एवं तालाबों की सफाई के पश्चात बड़े नालियों में जाली लगाई जा रही है, जिससे झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरों को तालाब में फैलने से रोका जा सके। आज वार्ड 16 के नकटा तालाब व ढौर तालाब में जलभराव किया गया। तालाब में जलभराव से क्षेत्र के नागरिकों को निस्तारी के लिए सहुलियत होगी।
इन तालाबों की हो गई सफाई -
जोन के स्वच्छता अधिकारियों ने बताया कि तालाबों के आसपास फैली गंदगी, झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरे को निकाला जा रहा है। इसके अलावा आवागमन के लिए तालाब के समीप के स्थलों सफाई किया जा रहा है। वार्ड 28 के दर्री तालाब, वार्ड 21 श्यामनगर, वार्ड 27 के घासीदास नगर तालाब, जोन कं. 01 में वार्ड 01 शीतला तालाब, वार्ड 02 स्मृतिनगर तालाब, वार्ड 03 भेलवा तालाब, वार्ड 04 संजयनगर तालाब, वार्ड 07 दाउबाड़ा तालाब, हुडको तालाब, आल्हा बंद तालाब, जोन कं. 02 में वार्ड 27 घासीदास नगर तालाब, कुरूद बस्ती वार्ड 16 में शीतला तालाब, नकटा तालाब, ढौर तालाब, केम्प तालाब, जोन कं. 03 में वार्ड 21 बैकुंठधाम तालाब, श्यामनगर तालाब व सेक्टर 02 तालाब, जोन कं. 04 में दर्री तालाब व सूर्यकूंड तालाब की सफाई हो चुकी है।
दुर्ग / शौर्यपथ / कोराना वायरस के नियंत्रण और रोकथाम के लिए पूरे देश में लाॅकडाउन के तीसरे चरण में छूट के बाद जन स्वास्थ्य के प्रति सजगता बरतने आज विधायक अरुण वोरा जी एवं महापौर धीरज बाकलीवाल दिशा निर्देश पर वृहद स्तर पर लगभग 10 गाड़ियों से सेनेटाईजेशन मार्च शहर में प्रारंभ कराया गया। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की दुकानें खुलने के पूर्व ही मार्केट क्षेत्र में सेनेटाईजर का छिड़काव कराया गया।
कार्य के दौरान निगम आयुक्त इंद्रजत बर्मन, कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल, एमआईसी मेंबर ऋषभ जैन, मनदीप सिंह भाटिया, वरिष्ठ कांगे्रस नेता व पार्षद मदन जैन, जिेन्द्र भारद्वाज, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, अल्ताफ अहमद एवं नागरिकगण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि करीब 45 दिनों बाद शहर की दुकानें खुलने से मार्केट में आवाजाही बढ़ रही है । महापौर श्री बाकलीवाल ने बताया शहर बाजार क्षेत्र जल्द चालू हो रहा है ऐसे में शहर वासियों के स्वास्थ्य चिंता करना हमारा दायित्व है इसे देखते हुये आज विधायक अरूण वोरा जी के मार्गदर्शन में शहर के समस्त व्यवसायिक क्षेत्र, शॉपिंग कांप्लेक्स एरिया, बाजार क्षेत्र के चारों तरफ व्यापक रूप सेनेटाइजेशन कार्य शुरू किया गया है । महापौर धीरज बाकलीवाल ने अरुण वोरा जी के साथ इंदिरा मार्केट क्षेत्र फुल बाजार एरिया समस्त बाजार क्षेत्र का भ्रमण किया उन्होंने स्वयं सैनिटाइजर मशीन से कुछ क्षेत्रों में दवाई का छिड़काव भी किए ।
सेनेटाईजिंग कार्य शनीचरी बाजार से इंदिरा मार्केट होते हुए फ़रिश्ता काम्प्लेक्स सहित शहर के सभी दुकानों के ताला खुलने के पहले सुबह से ही वृहद स्तर पर सेनेटाइजेशन किया गया।
मुख्य बाजार में सेनेटाइज करने फायर ब्रिगेड वाहन, टैंकर व पोर्टेबल स्प्रेयर मशीन की लगभग 10 गाड़ियों में हजारों लीटर सेनेटाइजर का स्प्रे किया गया। विधायक अरुण वोरा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इससे बचने के लिए सावधानी ही एकमात्र उपाय है। शहर में सेनेटाइजेशन अभियान प्रारंभ कर महाअभियान की शुरुवात की गई है। हर वार्ड के गली- मोहल्लों में भी सेनेटाइजेशन किया जा रहा है । विधायक वोरा ने बताया कि लॉक डाउन के प्रथम चरण से ही शहर के 60 वार्डों में 46 हजार सूखे राशन पैकेट बांटने का लक्ष्य रखने के साथ ही पके हुए भोजन का वितरण किया गया। हमारा लक्ष्य यही रहा कि शहर में कोई भूखा न रहे। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सभी वर्गों का सहयोग मिला। महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि दुर्ग निगम ने शहर को कोरोना मुक्त रखने के लिए पूरी संवेदनशीलता से काम किया है । सफाई और सेनेटाइजेशन कार्य लगातार कराया जाएगा । सेनेटाइजेशन के दौरान निगम कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मदन जैन, राजेश शर्मा, नंदू महोबिया, अल्ताफ़ अहमद, एमआईसी मेंबर ऋषभ जैन, मनदीप भाटिया, विजेन्द्र भारद्वाज, पप्पू श्रीवास्तव मौजूद थे।
शहर में पढ़ाई करने के लिए आने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
भिलाई में 4 हॉस्टल बनाने शासन ने दी मंजूरी
7करोड़ 66 लाख 4 हजार रुपए की लागत 2-2 एकड़, जमीन पर बनेगा 4 हास्टल
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई-दुर्ग सहित पूरे दुर्ग जिले के छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। वे छात्र-छात्राएं जो अपने बुलंद इरादे से अपने सपनों को उड़ान देना चाहते हैं। अपनी मेहनत से बेहतर कॅरियर बनाना चाहते हैं। उन छात्र-छात्राओं को महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एक बड़ी सौगात दे रहे हैं। पढ़ने लिखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए महापौर देवेंद्र यादव शहर में 4 नए छात्रावास बनाने जा रहे हैं। 7 करोड़ 66 लाख 4 हजार रुपए की लागत से चोरों छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक छात्रावास 2-2 एकड़ जमीन पर बनेगी। जहां छात्र छात्राओं के रहने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी।
ताकि गांव से आए विद्यार्थी यहां रह कर अपनी पढ़ाई पूरी कर सके और अपने सपने और अपने कॅरियर को गढ़ सके। ऐसे छात्राओं की मदद करने के प्रयास से ही महापौर देवेंद्र यादव ने छात्रावास बनाने की योजना बनाई थी और शासन को प्रस्ताव भेज कर स्वीकृति मांगी थी। शासन ने महापौर देवेंद्र यादव के इस सार्थक प्रयास से काफी प्रभावित हुए उन्होंने जल्द ही स्वीकृति दे दी है।
आज इस विषय को लेकर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती प्रिंयवदा रामटेके ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव से चर्चा की। महापौर ने बताया कि प्रियदर्शनी सुपेला में चयनित 2 कन्या छात्रावास का भवन बनाया जाएगा। इसी प्रकार 2 बालक छात्रावास का भवन जवाहन नगर स्पोर्ट्स परिसर के पीछे बनाया जाएगा।
प्रियदर्शनी और जवाहर नगर में बनेगा छात्रावास
नगर निगम भिलाई क्षेत्र में भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव जी की पहल से एक साल 4 पोस्ट मैट्रीक छात्रावास बनाने की स्वीकृति मिली है। इसमें पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास बनाया जाएगा। साथ ही पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग बालक छात्रावास और पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास बनाया जाएगा।
2-2 एकड़ में बनेगा छात्रावास
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्रालय नया रायपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भिलाई को पत्र दिया है। जिसमें साफ निर्देश दिया है कि चारों पोस्ट मैट्रिक छात्रावास होंगे। ये प्रत्येक छात्रावास 2 एकड़ जमीन पर बनाई जाएगी। इसके लिए शासन ने 7 दिन के अंदर चारों छात्रावास के लिए 2-2 एकड़ की जमीन तलाश कर नक्शा, खसरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
छात्राओं की सुविधाएं मिलेंगी
महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव का कहना है कि बाहर से जो छात्र-छात्राएं यहां पढ़ाई करने आते है। उन्हे हास्टल नहीं मिलने से बहुत परेशानी होती है। कई गरीब परिवार के बच्चे अपनी आगे की पढ़ाई भी इसी कारण से पूरा नहीं कर पाते। इसलिए उन्होंने हास्टल बनाने की योजना बनाई। जिस पर स्वीकृति मिल गई और पूरी उम्मीद है कि जल्द ही इसका निर्माण करके छात्र-छात्राओं को इसकी लाभ पहुंचाया जाएगा।
फेसबुक लाइव से मिली थी महापौर को शिकायत
जनता की मांग पर अस्पताल को खोलने मेयर देवेंद्र यादव ने की थी पहल
महापौर ने बीएसपी प्रबंधन से बैठक कर अस्पताल को फिर से खोलने की मांग
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव जी ने जनता की मांग पर एक सार्थक पहल की थी। जिसके परिणाम स्वरूप खुर्सीपार कर बीएसपी अस्पताल को फिर से शुरू कर दिया है। अस्पताल के शुरू होने से क्षेत्र के नागरिकों को काफी लाभ मिल रहा है। अब खुर्सीपार, छावनी इलाके के मरीज इस अस्पताल में अपना ट्रीटमेंट करा रहे हैं। अस्पताल खुलने से मरीजों को जिला अस्पताल दुर्ग या शास्त्री अस्पताल व अन्य प्राइवेट अस्पताल में महंगा खर्चा नहीं करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि लॉक डाउन की वजह से खुर्सीपार के बीएसपी हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया था। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से और मेन पवार की कमी के कारण अस्पताल बंद कर दिया गया था। यहां के डॉक्टर की ड्यूटी दूसरी जगह लगा दी गई थी। इस वजह से खुर्सीपार का हॉस्पिटल लॉक डाउन से बंद कर दिया गया। जिससे क्षेत्र के मरीजों को इलाज की पूरी सुविधा नहीं मिल पा रही है। अस्पताल बंद होने से क्षेत्र के लोगों को इलाज कराने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खुर्सीपार इलाके का यह इकलाैता अस्पताल है। ऐसे में इस अस्पताल के बंद होने से यहां के मरीजों को दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ रहा था। महंगी दवाइयां व महंगा इलाज कराना पड़ रहा है। इससे क्षेत्र के गरीब व सामान्य परिवार के लोगों को काफी परेशानी हो रही थी।
महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव फेसबुक लाइव के माध्यम से जनता से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कर रहे थे। तब फेसबुक लाइफ पर खुर्सीपार क्षेत्र की जनता ने बीएसपी के हॉस्पिटल को शुरू करने की मांग की थी। जनता की मांग पर महापौर देवेंद्र यादव जी ने बीएसपी प्रबंधन से बैठक करके चर्चा की और हॉस्पिटल को शुरू करने के विषय पर प्रस्ताव रखा। जिस पर बीएसपी प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही हॉस्पिटल शुरू कर देंगे।
महापौर से चर्चा के अनुसार बीएसपी प्रबंधन ने अस्पताल को फिर से शुरू कर दिया है। इससे क्षेत्र की जनता में काफी हर्ष का माहौल है। अब इस अस्पताल के ओपीडी में रोज 50 से 60 मरीजों का चैकअप व इलाज किया जा रहा है। बुखार,सर्दी खासी, उल्टी दस्त आदि सामान्य बीमारी के साथ ही अन्य जरूरी दवाइयां व इलाज सुविधा मरीजों को मिल रही है।
धमधा के केंद्रों में पहुंचे, स्वास्थ्य जांच और रैंडम चेकिंग की मॉनिटरिंग भी की, व्यवस्था से जताया संतोष
पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय अमले की अच्छा कार्य करने पर प्रशंसा भी की
दुर्ग / शौर्यपथ / अन्य राज्यों से पहुंचने वाले जिले के श्रमिकों के ठहराए जाने एवं क्वारन्टीन करने की पूरी सुविधा जिला प्रशासन ने सुनिश्चित की है। सुविधाओं का जायजा लेने कलेक्टर अंकित आनंद एवं जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार आज धमधा ब्लाक के विभिन्न ग्रामों में पहुंचे। कलेक्टर एवं सीईओ ने धमधा ब्लाक के मेदेसरा, दानिकोकडी, करेली, पेंड्री, दनगांव आदि गांवों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने यहां बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया। स्थानीय अमले ने कलेक्टर को बताया कि बाहर से आने वाले लोगों की क्वारन्टीन की व्यवस्था और रहने खाने की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। 15 दिन का राशन उपलब्ध करा दिया गया है। सिलेंडर वगैरह का इंतजाम कर दिया गया है। बिस्तर लगा दिए गए हैं। पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। कलेक्टर ने सभी गांव में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा किए गए कार्यों और ग्रामीणों द्वारा मिल रहे सहयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोविड आपदा के इस दौर में मिलजुल कर कार्य कर तथा पूरी सावधानी बरतकर इस संक्रमण से बच सकते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में इस बात का खास ध्यान रखना है कि क्वारन्टीन में रह रहे लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही इनकी लगातार मॉनिटरिंग भी होती रहे। उन्होंने कहा कि यदि यह पाया जाता है कि क्वारन्टीन अवधि के दौरान कोई क्वारन्टीन सेंटर से बाहर गया या उसने कोविड संक्रमण से संबंधित गाइडलाइन का पालन नहीं किया तो क्वारन्टीन अवधि समाप्त होने के पश्चात उस पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने यहां स्वास्थ्य जांच एवं रेंडम चेकिंग की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में गाइडलाइन के मुताबिक रेंडम चेकिंग की जाए ताकि संक्रमण का पता लगाया जा सके एवं पूरी तौर पर इसकी रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि मॉनिटरिंग कार्य में लगे सभी अधिकारी दायित्वों का पूर्णता से निर्वहन करें। इसके लिए 10 गांव पर एक क्लस्टर बनाया गया है।क्लस्टर प्रमुख अपनी रिपोर्ट दैनिक रूप से एसडीएम को उपलब्ध कराएं। कोविड संक्रमण को रोकना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए ग्राम वासियों के सहयोग से निश्चित ही सफलता मिलेगी। कलेक्टर ने इस मौके पर मनरेगा कार्य का निरीक्षण भी किया। साथ ही उन्होंने गर्मी को देखते हुए पेयजल आदि की वस्तुस्थिति की जानकारी भी ली।
5600 लोगों के धमधा में क्वारन्टीन की व्यवस्था- एसडीएम सुश्री दिव्या वैष्णव ने बताया कि धमधा ब्लॉक में 5600 लोगों के क्वारन्टीन की व्यवस्था कर ली गई है। अभी 400 लोग क्वारन्टीन केंद्रों में रह रहे हैं। ब्लॉक में प्रवेश के दोनों नाकों पर पुलिस एवं स्वास्थ्य टीम मौजूद है। यहाँ स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और जांच पर्ची देकर सीधे क्वारन्टीन केंद्रों में भेजा जा रहा है। आइसोलेशन वाले मामलों में भी स्वास्थ्य टीम निगरानी रख रही है।
दुर्ग / शौर्यपथ / ईटली और अमेरिका सहित अन्य देशों के अलावा इंदौर में कोरेना के कारण लोग जिस प्रकार नोटों को बाहर सड़क पर फेंक रहे थे, और लोग कोरोना उसे उठाने पर कोरोना हो जाने के डर के कारण उठा नही रहे थे, उसी प्रकार का दहशत दुर्ग में भी देखने को मिला।
हुआ यूं कि मोहन नगर थानाक्षेत्र के कादंबरी नगर के समीप बाईपास रोड पर आज सुबह नोट बिखरे पड़ें मिले, और लोगों की नजर पडऩे के बाद भी किसी ने उन नोटों को कोरोना के संक्रमण के डर से नही उठाया, लोगो को लगा कि कहीं कोरोना फैलाने की साजिश के तहत तो कही ये नोट नही फेंक दिया गया, इसलिए लोगो ने उसे छुआ तक नही। मोहल्ले के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पार्षद देवनारायण चंद्राकर को दी। पार्षद ने मोहन नगर थाने में फोन करके मामले से अवगत कराया। टीआई नरेश पटेल ने बताया कि पांच सौ के नौ, दो सौ के दो तथा दस रुपए के दो नोट सड़क पर पड़े मिले। जिसे सैनिटाइज कर जब्त किया गया है। जब्त किए गए नोट कुल चार हजार नौ सौ बीस रुपए है।
भिलाई / शौर्यपथ / रायगढ़ के पेपर मिल में हुए हादसा अभी एक सप्ताह भी नही हुआ कि भिलाई इस्पात संयंत्र में देर रात्रि हादसा हो गया लेकिन राहत भरी ये खबर है कि इसमें किसी की मौत नही हुई बल्कि एक व्यक्ति घायल हो गया। बिती रात 11 बजे रेल मिल शिपिंग एवं इंस्पेक्शन एरिया में कार्य करते समय तीस 30 फीट ऊंचाई से क्रेन टूटकर केबिन पर गिर गया जिसमें क्रंन चालक उसी में दबकर फंस गया और घायल हो गया जिसे मौके पर तुरंत फायर बिग्रेड के जवानों ने वहां पहुंचकर केबिन काटकर ड्रायवर को निकाला एवं तत्काल ड्रायवल को अस्पतताल ले जाया गया। घायल ड्रायरव की हालत अभी पहले से ठीक बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बीती रात्रि करीब 11 बजे रेल मिल शिपिंग एवं इंस्पेक्शन एरिया में काम चल रहा था। इसी दौरान 16 नंबर क्रेन करीब 30 फीट ऊंचाई से टूटकर नीचे गिर पड़ी। इसके चलते क्रेन चला रहे ऑपरेटर मंसाराम ठाकुर केबिन के अंदर ही फंस गए। इस पर आसपास कर्मचारियों ने उन्हें निकालने का प्रयास किया और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। दमकल की टीम ने केबिन काटकर मंसाराम को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। प्लांट की ओर से बताया गया है कि क्रेन ऑपरेटर मंसाराम ठाकुर को हल्की चोट लगी है। घटना के बाद कर्मचारी को तत्काल मौके पर ही प्राथमिक इलाज दिया गया। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। खतरे की कोई बात नहीं है। हालांकि हादसा कैसे और क्यों हुआ, इसकी जांच प्रबंधन द्वारा कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगेगा।
दुर्ग / शौर्यपथ / निगमायुक्त के निर्देश पर शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने लगातार कवायद जारी है । आज रविवार को मेडिकल वेस्ट के प्रति लापरवाही बतरने करने वाले ओम साई मेडिकल स्टोर्स के संचालक प्रकाश ठाकुर को निगम टीम ने रंगे हाथ पकड़ा गया और उसे ₹11500 का जुर्माना लगाया गया । संचालक द्वारा शिवनाथ नदी रोड गंजपारा में मेडिकल वेस्ट का कचरा दुकान के बाहर सड़क पर भी फेंक दिया गया था निगम टीम द्वारा देखे जाने पर नगर निगम स्वस्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एव उनकी टीम ने जुर्माना लगा कर उन्हें सख्त हिदायत दी गई है ।
कचरे के लिए डस्टबिन रखने तथा एकत्र कचरा को नगर निगम की रिक्शा कचरा गाड़ी को दिये जाने कहा गया । कार्रवाही के दौरान सफाई दरोगा,राजू सिंह,सुरेश भारती, कपिल गोइर,शकील खोखर,बंटी के अलावा स्वस्थ्य विभाग टीम मौजूद थे । निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा शहर में संचालित हो रहे समस्त मेडिकल दुकाने क्लीनिक आदि से अपील कर कहा है की वह कोई भी मेडिकल वेस्ट शहर के किसी भी स्थान पर खुले में ना फेंके अन्यथा अधिक से अधिक राशि जुर्माना करने के साथ मेडिकल वेस्ट फेंकने वालों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध की जाएगी ।
उन्होंने कहा अपने मेडिकल व क्लीनिक का मेडिकल वेस्ट का निष्पादन करें और निगम की कचरा गाड़ी में उस वेस्ट को दें उन्होंने बताया शहर में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं इसके तहत समस्त वार्डों में सैनिटाइज करने के साथ ब्लीचिंग और दवाई का छिड़काव कचरा उठाने का कार्य प्राथमिकता से कराया जा रहा है अतः इस कार्य में नगर निगम को सहयोग प्रदान करें।
