
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रिसाली / शौर्यपथ / अंतिम व्यक्ति को सुगम न्याय और शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले यही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य है। उक्त बाते न्यायाधीश उमेश कुमार उपध्याय ने कही। वे रिसाली नगर पालिक निगम कार्यालय में आयेजित ई मेगा लीगल सर्विस कैम्प में शामिल हुए। इस दौरान न्यायाधीश उमेश कुमार उपध्याय, रूचि मिश्रा व निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने 67 से भी अधिक विभिन्न योजना के हितग्राहियों को लाभ दिलाते प्रमाण पत्र का वितरण किया।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देश पर रिसाली निगम परिसर में आयोजित ई मेगा लीगल सर्विसेस कैम्प का आयोजन रविवार को किया गया। इस अवसर पर न्यायाधीश रूचि मिश्रा व न्यायाधीश उमेश मिश्रा ने आयोजन के महत्व और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों को विस्तार से बताते हुए कहा कि यह सेतू का कार्य करता है, और समय≤ पर इस तरह का आयोजन कर सीधे समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं व सुलभ न्याय व्यवस्था दिलाने कार्य कर रही है। शिविर के आरंभ में अतिथि के रूप में उपस्थित न्यायाधीश द्वय का स्वागत निगम आयुक्त आशीष देवांगन व आभार प्रदर्शन नोडल अधिकारी रमाकांत साहू ने किया। इस अवसर पर निगम के हरचरण सिंह अरोरा, हिमांशु कावड़े, बृजेन्द्र परिहार, विनय शर्मा, गोपाल सिन्हा, अश्वनी देशमुख, किशोर कुमार बघेल, चन्द्रपाल हरमुख आदि उपस्थित थे।
टोल फ्री नंबर से ले मदद
न्यायाधीश उमेश कुमार उपध्याय ने कहा विधिक सेवा प्राधिकरण पीड़ित हितग्राहियों और ऐसे पक्षकार जो न्याय के लिए भटक रहे है। जानकारी के अभाव में भटकते है। ऐसे लोगों की मदद के लिए पैरा लीगल वालींटयर की टीम है। आप उनकी मदद के लिए टोल फ्री नंबर 1500 का उपयोग कर सकते है।
इन्हे मिला योजना का लाभ
दुकान स्थापना के लिए सोनल तिवारी, धनेश्वरी देशलहरा, अरूण कुमार जैन, डोमन लाल देवांगन को अनुज्ञप्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इसी तरह भवन अनुज्ञा रेवती रमन, सुनीता गजपाल, जोसफा, बीपीएल राशन कार्ड अश्वनी बाई साहू, पुष्पा सोनी, मीना देवी, भाग्य पूजा, देवकी देवी, जुलेखा पीटर, सलमा पवीन, अरूणा परदेशी, देवरती सोनी, कल्पना नायक, रूखमणी और पेंशन योजना के तहत राम कुमारी, मुन्नी बाई, देवकुमारी वर्मा, रामलाल, थनवारीन मानिकपुरी, मन्नूलाल, नीराबाई, दशोदा बाई, काजल नायक समेत प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत प्रमाण पत्र दिया गया।
भिलाई नगर/ शौर्यपथ / भिलाई के जेनेरिक मेडिकल स्टोर में लोगों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है, जहां भारी संख्या में जरूरतमंद नागरिक सस्ती दवाई लेने के लिए पहुंच रहे हैं। खुर्सीपार निवासी यशवंत एवं पावर हाउस निवासी मोहम्मद अंसारी आज भिलाई के जेनेरिक मेडिकल स्टोर में दवाई लेने पहुंचे। 55% छूट के साथ उन्हें धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर से दवाई मिली उन्होंने कहा कि सस्ती दर पर दवाई मिलने से पैसे की भारी बचत हो रही है, बचत पैसे का अन्य कार्यों में उपयोग करेंगे, यशवंत ने आगे बताया कि बीमारी के कारण नियमित रूप से दवाई का सेवन करना पड़ता है, ऐसे में छूट के साथ दवाई मिलना मेरे लिए काफी लाभप्रद है! धन्वंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स के माध्यम से जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने का शासन का उद्यम बेहद सफल रहा है। दवा दुकानों में लोगों की काफी भीड़ पहुंच रही है। भिलाई में पावर हाउस स्थित मदर्स मार्केट एवं शास्त्री मार्केट तथा कुरूद भगवा चौक में धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर प्रारंभ हो चुका है। जहां दवाई के जरूरतमंद नागरिक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। भिलाई में शास्त्री मार्केट में दवा लेने पहुंची राखी साहू ने बताया कि उनके पड़ोसी ने बताया कि उन्होंने कल मल्टी विटामिन जेनरिक दवा दुकान से खरीदी और काफी सस्ती मिली। मैंने सोचा कि मैं भी देखती हूँ। कोरोना से ठीक होने के बाद इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए मैं मल्टी विटामिन ले रही हूँ, कुछ पैसे बच जाएं तो बहुत अच्छा है। यहां मैंने देखा कि हर्बल प्रोडक्ट्स भी काफी हैं और बहुत अच्छी रेंज में हैं। मैंने हर्बल प्रोडक्ट भी ले लिये। राखी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में हर्बल प्रोडक्ट खरीदना हमेशा फायदे का सौदा है क्योंकि हमारे बस्तर के जंगल तो वनौषधियों के भरमार ही हैं और यहां पर शुद्ध सामान ही मिलेगा। दवा खरीदने मदर्स मार्केट में पहुंचे सोनू चंद्राकर ने बताया कि मैंने आमिर खान का सत्यमेव जयते देखा था और सुना था कि जेनरिक दवाएं उसी फार्मेशन में होती हैं और बेहद सस्ती होती हैं और उतनी ही प्रभावी होती हैं। फिर भी यह कहां मिलती हैं इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं थी। सरकार ने यह अच्छा किया कि इसे शहर के सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों में खोल दिया है। जेनरिक दवा लेने के लिए मुझे अस्पताल तक जाने की जरूरत नहीं। भगवा चौक में दवाई लेने पहुंचे सुधीर रामटेके ने बताया कि मैथवी केयर की 235 रुपए एमआरपी की दवाई 129.25 रुपए में, लूलीडर की 330 रुपए एमआरपी की दवाई 181.50 रुपए में तथा थायरोक्सिन की 180 रुपए एमआरपी की दवाई 99 रुपए में प्राप्त हुई है। इस प्रकार जो दवाई कुल 745 रुपए में मिलनी थी वह दवाई केवल 409.75 रुपए में प्राप्त हो गई, इस प्रकार 335.25 रुपए की सीधी बचत हुई है।
कवर्धा /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस एक नवम्बर को मनाया जाएगा। कवर्धा के आचार्य पंथ श्री गृन्धमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मैदान में आगामी एक नवम्बर 2021 को एक दिवसीय राज्योत्सव मेला का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने आयोजन की तैयारियों के लिए आज यहां सभा कक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के, अपर कलेक्टर भगवान सिंह उइके, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर, कवर्धा एसडीएम विनय सोनी व सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
आचार्य पंथ गृन्धमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मैदान में एक नवम्बर 2021 को एक दिवसीय राज्योत्सव में विभिन्न विभागों द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संचालित होने वाली सभी जनकल्याणकारी योजनओं और कार्यक्रमों के विकासमूलक प्रदर्शनी व सह स्टॉल लगाएं जाएंगें। कलेक्टर श्री शर्मा ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि राज्योत्सव स्थल पर आने वाले सभी नागरिकों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी भी देंगे साथ ही योजनाओं के लाभ के लिए हितग्राहियों को कहा और कैसे आवेदन करने होंगे, इसकी भी जानकारी देने होंगें,ताकि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके। कलेक्टर श्री शर्मा ने कवर्धा में आयोजित राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्योत्सव-2021 का एक दिवसीय आयोजन के लिए जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के को नोडल अधिकारी बनाया है। साथ ही अपर कलेक्टर को सहायक नोडल अधिकारी व कवर्धा एसडीएम को मेला स्थल का प्रभारी बनाया गया है। कलेक्टर ने राज्योत्सव मेला के आयोजन के लिए अधिकारियों को अलग-अलग दायित्व भी सौपे है। यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था पुलिस अधीक्षक, को जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम स्थल पर मंच व बैरिकेट्स निर्माण, बैठक व्यवस्था, पंडाल व सजावटी गेट की व्यवस्था स्टॉल निर्माण, आबंटन एवं अन्य व्यवस्था के लिए वनमण्डलाधिकारी, कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग और मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका परिषद,कवर्धा. सफाई, फायरब्रिगेड के लिए कवर्धा नगर पालिका, मंच, आवास, सत्कार व्यवस्था के लिए वन विभाग, एसडीएम कवर्धा, लोक निर्माण विभाग, आबकारी विभाग, पीएम सड़क, खनिज विभाग, सीएमओ कवर्धा और तहसीलदार कवर्धा के सौपा गया है। पेयजल व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग, कवर्धा नगर पालिका, विघुत व्यवस्था के लिए विद्युत वितरण कंपनी, सीएमओ कवर्धा और पीडब्लूडी लोक निर्माण को दायित्व दिए गए है। सांस्कृतिक मंच चयन व मंच संचालन व व्यवस्था और कोविड-19 प्रोटोकॉल अनुसार चिकित्सा एवं अन्य व्यवस्था मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कवर्धा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दायित्व दिए गए है।
कोरबा /शौर्यपथ/
राज्य शासन द्वारा मछली पालन को कृषि का दर्जा दिए जाने से प्रदेश सहित कोरबा जिले के मछली पालक किसान उत्साहित हैं। राज्य शासन द्वारा महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के लिए किए जा रह प्रयासों से जिले की महिलाएं भी मछली पालन करने के लिए उत्साहित हैं। स्वसहायता समूह की महिलाएं मछली पालन कर आर्थिक लाभ कमा रही हैं। विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा के ग्राम गौठान बंजारी की जय बंजारी दाई महिला स्व सहायता समूह द्वारा आदर्श ग्राम के समीप के शासकीय तालाबों को 10 वर्षीय मत्स्य पालन हेतु पट्टे पर प्राप्त कर मत्स्य पालन का कार्य किया जा रहा है। शासन द्वारा वर्ष 2020-21 में समूह के महिला सदस्यों को मत्स्य पालन की आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया है। महिला समूह की सदस्यों को मत्स्य पालन में रूचि रखने के कारण विभागीय मौसमी तालाबों में स्पांन संवर्धन योजना अंतर्गत 25 लाख मिश्रित स्पांन तथा मछली आहार एवं नर्सरी नेट प्रदान किया गया है। समूह द्वारा वर्तमान में संवर्धित स्पांन से लगभग राशि 20 हजार रूपए का मत्स्य बीज विक्रय किया गया है। महिला समूह की सदस्यों द्वारा 10-10 हजार रूपए नग अंगुलिका का संचयन अपने तालाबों में किया गया है। वर्तमान में समूह के पास लगभग 80 हजार फिंगरलिंग उपलब्ध है, जिसे विक्रय कर लगभग 35 हजार रूपए की आय प्राप्त होगी।
जय बंजारीदाई महिला स्वसहायता समूह की अध्यक्ष राजेश्वरी ने बताया कि मत्स्य पालन कार्य किये जाने के पूर्व महिला किसानों की आर्थिक स्थिति सामान्य थी। महिलाएं स्वरोजगार स्थापित करने और गांव में ही आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से मछली पालन व्यवसाय से जुड़ी। मछली पालन व्यवसाय शुरू करने से महिलाओं को अतिरिक्त आमदनी प्राप्त करने का जरिया मिला। समूह की महिलाओं ने ग्राम बंजारी के समीप के तीन शासकीय तालाबों स्कूल तालाब, छिंदपारा तालाब और भदरापारा तालाब को दस साल के लिए मछली पालन करने के लिए पट्टे पर लिए। पट्टे पर लिए गए तालाबों पर महिला समूह के सदस्यों ने मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया। समूह के द्वारा मत्स्य पालन व्ययसाय से जुड़ने से इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। महिलाओं ने बताया कि मत्स्य पालन की योजना अत्यंत लाभदायक है। महिला समूह के सदस्यों द्वारा भविष्य में समूह द्वारा 10 हजार रूपए की आय अर्जित करने की योजना है। समूह द्वारा मत्स्य पालन में रूचि रखने के कारण वर्ष 2021-22 में योजनान्तर्गत 25.00 लाख मिश्रित स्पांन प्रदाय प्रदाय किया गया है। जिससे भविष्य में समूह को अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी।
/शौर्यपथ/ : टी20 वर्ल्ड कप 2021 में आज भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला खेला जाएगा. इस महामुकाबले पर सारी दुनिया की नजर होगी. यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में शाम 7:30 बजे से खेला जाएगा. दिग्गज सितारों से सजी भारतीय टीम अनजान चेहरों वाली पाकिस्तानी टीम को फिर से चारों खाने चित करने के लिए तैयार है. भारत पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में कभी भी नहीं हारा है.
भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले में एक बात अक्सर सुनने को मिलती है. वो ये कि ये मुकाबला आम मुकाबलों की तरह ही है. विराट कोहली ने भी अपनी प्रेस कांफ्रेंस में ये बात दोहराई, लेकिन विराट खुद भी ये बात जानते होंगे कि ये मैच आम मैच नहीं है. बेशक टीम इंडिया के पास ICC वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत का 100 प्रतिशत रिकॉर्ड है, लेकिन जब आप हकीकत की जमीन पर उतरते हैं तो आसमानी आंकड़ों का कोई वजूद नहीं होता.
यही वजह है कि विराट कोहली कितना ही कहें, लेकिन जब पूरी दुनिया की निगाहें एक मैच पर टिकी हों, लोग अपने दिन के कामकाज मैच के समय के हिसाब से तय करें, गली, नुक्कड़ों और चौराहों पर एक मुकाबले की बात हो रही हो, तो फिर वो कोई आम मैच नहीं होता. दो पलड़ों पर भारत और पाकिस्तान की टीमों को तौलें तो यकीनन कांटा टीम इंडिया की ओर झुकेगा, लेकिन टी20 वो फॉर्मेट है जहां राजा को गुलाम और कारिंदे को किंग बनने में देर नहीं लगती. सिर्फ 40 ओवरों की बात है, कोई भी टीम दबदबा बना ले गई तो नतीजे हैरान कर सकते हैं.
इस बार टीम इंडिया के तरकश में केएल राहुल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या जैसे तीर हैं, तो पाकिस्तान के पास इमाद वसीम, शाहीन शाह अफरीदी, हारिस रऊफ, शादाब खान और हसन अली जैसे हमलावर. भारत के पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा जैसे नगीने हैं, तो पाकिस्तान के पास बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, फखर जमां, शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज जैसे सितारे. अब देखने वाली बात ये होगी कि बाजी हिंदुस्तान के धुरंधरों के नाम होगी या फिर पाकिस्तान का पराक्रम देखने को मिलेगा.
भारतीय टीम साल 2007 टी20 वर्ल्ड कप एडिशन में चैंपियन बन चुकी है. भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी. टीम इंडिया ने कुल 33 में से अपने नाम 21 मैच किए हैं. साल 2016 में टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन फिर उसे वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
पाकिस्तान साल 2009 में टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम कर चुका है. टीम ने 8 विकेट से श्रीलंका पर जीत हासिल की थी. पाकिस्तान अब तक 34 टी-20 मैच खेल चुका है, जहां उसे 19 मैचों में जीत और 15 में हार का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तान साल 2016 में सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाया था.
भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 वर्ल्ड कप में अब तक 5 बार टक्कर हुई है. पांचों मैचों में भारत को जीत मिली. दोनों टीमें सबसे पहले साल 2007 टी20 वर्ल्ड कप में आमने-सामने हुईं. इसका नतीजा बॉल आउट से हुआ था, जिसमें भारत को जीत मिली थी. फिर जोहानिसबर्ग में फाइनल में पाकिस्तान को पांच रन से हराया. भारत ने साल 2012 में पाकिस्तान पर एकतरफा जीत हासिल की थी जो 8 विकेट से मिली थी. वहीं, साल 2014 में और 2016 में भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट और 6 विकेट से हराया था.
विराट कोहली टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. अपने पूरे करियर में अब तक उन्होंने 89 मैच खेले हैं, जहां उनके नाम 139.04 के स्ट्राइक रेट से 3159 रन हैं. वहीं, बाबर आजम हर फॉर्मेट में दमदार प्रदर्शन करने के लिए जाने जाते हैं. टी20 में उन्होंने अब तक 61 मैचों में कुल 2204 रन बनाए हैं, जहां उनका एवरेज 46.89 का रहा है. उनके नाम कुल 20 अर्धशतक हैं और एक टी20 इंटरनेशनल शतक भी. इस फॉर्मेट में वो उन तीन पाकिस्तान बल्लेबाजों की सूची में शामिल हैं, जिन्होंने 2000 से ज्यादा रन बनाए हैं. इसमें मोहम्मद हफीज (2429) और शोएब मलिक (2335) शामिल हैं.
कोहली अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए 45 टी20 मैचों में कप्तानी कर चुके हैं. भारत ने 29 मैच जीते हैं और 14 हारे हैं. वहीं, बाबर ने पाकिस्तान के लिए 28 मैचों में कप्तानी की है, जहां उन्हें 15 में जीत और और 8 में हार मिली है.
विराट एक बार फिर ये कोशिश करेंगे कि पाकिस्तान के गेंदबाज उन्हें आउट नहीं कर पाए, क्योंकि रिकॉर्ड तो यही कहते हैं. विराट ने अब तक पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में 3 पारियां खेली हैं, इसमें वो तीनों बार नॉटआउट रहे हैं. इन तीनों मैचों में उन्होंने 78, 36 और 55 रन बनाए हैं.
रायपुर / शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि स्वतंत्रता आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार करने में पत्रकारों की अहम भूमिका थी। चाहे गांधी जी हों, तिलक हों, पंडित मोतीलाल नेहरू हों या गणेश शंकर विद्यार्थी। इन्होंने देश की स्वातंत्र्य चेतना को पत्रकारिता के माध्यम से स्वर दिये। उनके दिये गये संस्कार न्यू मीडिया के लिए धरोहर की तरह हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों के सजग प्रहरी के रूप में उन्होंने पत्रकारिता की भूमिका स्थापित की। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी लोकतंत्र को मजबूत बनाने में चौथे स्तंभ की प्रखर भूमिका में पत्रकारिता रही। आजादी के बाद किसानों, वनवासियों और श्रमिकों जैसे वंचित वर्गों की आवाज बनकर पत्रकारिता उभरी। मुख्यमंत्री बघेल आज भिलाई सेक्टर-4 के एस.एन.जी. स्कूल ऑडिटोरियम में न्यू इंडिया का न्यू मीडिया विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी, पत्रकारिता अलंकरण एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक बाजार के इस दौर में पत्रकारिता को नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। तकनीक ने सोशल मीडिया के माध्यम से संप्रेषण और अभिव्यक्ति के लिए खुला मंच दिया है। देश और समाज विरोधी ताकतें इसका इस्तेमाल सांप्रदायिकता, जातिवाद, नफरत आदि दुष्प्रचार फैलाने के लिए कर सकती है। पत्रकारिता के सरोकारों को बनाये रखने के लिए इन चुनौतियों से निपटना बेहद आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमारे यहां सत्य की खोज की परंपरा रही है शास्त्रार्थ की परंपरा रही है हमें सत्यान्वेषी होना चाहिए। हमारे देश में विरोधी आवाजों को भी सुनने की परंपरा रही है। सूचना प्रवाह के साथ अनेक भ्रामक खबरें एवं गलत जानकारियां भी प्रचलित होती है यदि हम सूचनाओं के तह तक जाएं, प्रामाणिक इतिहास का अध्ययन करें तो सही तथ्य उजागर होंगे। भारत के इतिहास को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। जब हम सत्यान्वेषण करेंगे तो अपने आप असल तस्वीर हमारे हमारी आंखों के सामने होगी। आज के समय में अंधकार गहरा है पर हमें उम्मीद की किरण जगानी होगी। न्यू मीडिया के दौर में पत्रकारों के लिए यह अहम जिम्मेदारी है।
हों या गणेश शंकर विद्यार्थी। इन्होंने देश की स्वातंत्र्य चेतना को पत्रकारिता के माध्यम से स्वर दिये। उनके दिये गये संस्कार न्यू मीडिया के लिए धरोहर की तरह हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों के सजग प्रहरी के रूप में उन्होंने पत्रकारिता की भूमिका स्थापित की। कि स्वतंत्रता आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार करने में पत्रकारों की अहम भूमिका थी। चाहे गांधी जी हों, तिलक हों, पंडित मोतीलाल नेहरू हों या गणेश शंकर विद्यार्थी। इन्होंने देश की स्वातंत्र्य चेतना को पत्रकारिता के माध्यम से स्वर दिये। उनके दिये गये संस्कार न्यू मीडिया के लिए धरोहर की तरह हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों के सजग प्रहरी के रूप में उन्होंने पत्रकारिता की भूमिका स्थापित की।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने कहा कि जब भी मैं भिलाई आता हूं तो देखता हूं कि हमारी पूर्वजों ने कितनी सुंदर विरासत का निर्माण किया। अमृतसर में जब मैं रहता था तब भिलाई का नाम बहुत प्रचलन में था। जब यहां आकर देखा तो महसूस किया कितनी समृद्ध धरोहर हमारे महापुरुषों ने तैयार की है। इस धरोहर को सहेजने सुरक्षित रखने और अक्षत रूप में नई पीढ़ी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मीडिया की है। इस अवसर पर अपने संबोधन में वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने कहा कि भारत में एक दूसरे को सुनने समझने की बहुत सुंदर परंपरा रही है। साथ ही लोकतांत्रिक रूप से एक साथ काम करने की भी परंपरा रही है आजादी के वक्त जब कैबिनेट का गठन हुआ तो अलग-अलग विचारधाराओं के लोग शामिल हुए और सभी ने साथ मिलकर काम किया। हमारे यहां उक्ति है एकं सत विप्रा बहुधा वदंति। सत्य को लोग कई नजरिए से देखते हैं। हमारे यहां शास्त्रार्थ की अति सुंदर परंपरा रही है शंकराचार्य और मंडन मिश्र केे शास्त्रार्थ को याद कीजिए और याद कीजिए मंडन मिश्र के पराजित होने के पश्चात उनकी पत्नी द्वारा शंकराचार्य से किए गए शास्त्रार्थ की। पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत मेहनत से हमारे बुजुर्गों ने एक उज्जवल समाज का गठन किया है। न्यू मीडिया के सामने चुनौती है कि भारत की उज्जवल परंपरा की धरोहर को सहेज कर रख सके।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्री मुकेश कुमार ने कहा कि न्यू इंडिया ही न्यू मीडिया का निर्माण कर रहा है। अमेरिका का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह कैपिटल हिल की घटना हुई है, उससे पता लगता है कि न्यू मीडिया किस तरह का कार्य कर रहा है और किस तरह उसकी चुनौतियों का सामना करने की जरूरत है। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पत्रकार यूनियन ने उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों का सम्मान भी किया। युवाओं को मोटिवेट करने के लिए आईजी रतनलाल डांगी, पुलिस में उत्कृष्ट सेवा देने वाले अब्दुल रमीज, पत्रकारिता के क्षेत्र में स्वर्गीय पूरन साहू स्मृति सम्मान से अनुभूति भाखरे ठाकुर, सेवा रत्न अलंकरण से डॉ. प्रदीप कौशिक एवं नीना अग्रवाल को सम्मानित किया गया। इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा, भिलाई विधायक श्री देवेंद्र यादव, पत्रकार यूनियन प्रदेश पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप सान्याल महासचिव श्री सतीश बौद्ध, गिरीश राव, मनीष चौबे एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। साथ ही आईजी विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी बद्रीनारायण मीणा एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड आपदा से सकुशल लौटे भिलाई के नागरिकों ने मिलकर मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार- कार्यशाला के दौरान उत्तराखंड आपदा से सकुशल लौटे भिलाई के नागरिकों ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपने कुशल क्षेम की जानकारी भी दी। साथ ही मुख्यमंत्री से कहा कि आपके मार्गदर्शन में हम सब कुशलतापूर्वक वापस आए। हम सब इसके लिए आपके हार्दिक रूप से आभारी हैं।
रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ राज्य के किसान उद्यान विभाग के जरिए खेती-किसानी के आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक नयी सीडलिंग मशीन से पूरी जानकारी प्राप्त कर उसका लाभ उठाने लगे हैं। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के शासकीय रोपणी सिमगा में इस तकनीक का प्रयोग सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
सब्जी बीज से थरहा (पौधा नर्सरी) तैयार करने की नयी सीडलिंग मशीन सिमगा स्थित उद्यान विभाग की शासकीय रोपणी में स्थापित की गई है। इस मशीन के जरिये थरहा तैयार करने में 90 से 95 प्रतिशत तक बीज का अंकुरण होता है और स्वस्थ पौधे तैयार होते हैं। आम किसान भी नाममात्र का शुल्क देकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। सहायक संचालक उद्यान श्री राघव स्वरूप वर्मा ने बताया कि इस अत्याधुनिक विधि से थरहा बहुत जल्द तैयार हो जाते हैं। जमीन से थरहा तैयार करने में 70 से 80 प्रतिशत ही बीजों में अंकुरण हो पाता है, जिसकी रोपाई करते तक मात्र 60-65 प्रतिशत तक ही बच पाते है। साथ ही मिनी प्लग यूनिट से तैयार किये जाने वाले सब्जी के पौध रोगरहित एवं उच्च गुणवत्ता युक्त होते हैं। उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि खरीफ धान के बाद जो भी किसान उक्त यूनिट से सब्जी पौधे के थरहा तैयार करवाना चाहते हैं, शासकीय उद्यान रोपणी सिमगा में स्वयं का बीज देकर थरहा तैयार करवा सकते हैं। इसके लिए प्रति पौधा 80 पैसा शुल्क निर्धारित किया गया है। पौधे का थरहा घर तक पहुंचाकर प्रदान किया जायेगा। किसानों से लिये जाने वाली राशि की रसीद भी दी जायेगी।
रायपुर /शौर्यपथ /
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशक औषधि की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सेम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। खरीफ सीजन 2021 में अब तक राज्य में बीज के 39 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 113 नमूने अमानक पाए गए हैं, जिनके लाट के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्मों को कृषि विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है। कीटनाशक औषधि के भी 7 नमूनें अमानक पाए गए हैं।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन 2021 में बीज के अब तक 2234 नमूने लिए गए हैं। सभी नमूनों का परीक्षण किए जाने पर 2195 नमूने मानक स्तर के तथा 39 नमूने अमानक पाए गए है। इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 2438 नमूने विभिन्न संस्थानों से लिए गए हैं। जिसमें से 2324 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 79 नमूनों की जांच जारी है। रासायनिक उर्वरकों के विश्लेषित सैम्पल में से 2211 मानक स्तर के तथा 113 अमानक पाए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के लाट के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। कृषि विभाग की टीम कीटनाशक औषधियों के गुणवत्ता की भी लगातार जांच कर रही है। जांच पड़ताल टीम ने अब तक कुल 442 सेम्पल विभिन्न फर्मों से लिए गए हैं, जिसमें से 215 नमूनों का विश्लेषण करने पर 208 सैम्पल मानक स्तर के तथा 7 सैम्पल अमानक पाया गया। कीटनाशक औषधियों के शेष 227 सैम्पल की जांच जारी है।
रायपुर /शौर्यपथ/
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान बेचने तथा खरीफ फसलों की खेती के लिए योजना के तहत आदान सहायता राशि का लाभ लेने के लिए राज्य के किसान एकीकृत किसान पोर्टल में 31 अक्टूबर 2021 तक पंजीयन करा सकेंगे। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत पूर्व में 30 सितम्बर तक पंजीयन कराने की अंतिम तिथि निर्धारित थी, जिसे छत्तीसगढ़ कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आज जारी आदेश के तहत बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2021 कर दिया गया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य शासन द्वारा खरीफ सीजन की सभी फसलों एवं उद्यानिकी फसलों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इसकोे ध्यान में रखते हुए किसानों की सहूलियत के लिए पंजीयन की अवधि में एक माह की बढ़ोत्तरी करते हुए 31 अक्टूबर 2021 कर दिया गया है। गौरतलब है कि राज्य के किसान की सहूलियत और पंजीयन की प्रक्रिया को आसान करने के उद्देश्य से शासन द्वारा एकीकृत किसान पोर्टल तैयार किया गया है। एकीकृत किसान पोर्टल में राजीव गांधी किसान न्याय योजना समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, कोदो-कुटकी, रागी उपार्जन योजना तथा उद्यानिकी फसलों के उत्पादक किसानों को लाभ लेने के लिए एक बार पंजीयन कराना होगा।
रायपुर /शौर्यपथ/
राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता एवं कृषि लागत को कम करने के उद्देश्य से किसानों द्वारा अब वृहद पैमाने पर जैविक खाद का उपयोग शुरू कर दिया गया है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में क्रय किए गए गोबर से निर्मित वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद का उपयोग राज्य के किसान करने लगे हैं। सहकारी समितियों के माध्यम से अब तक 6 लाख 44 हजार 545 क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट तथा 1 लाख 67 हजार 329 क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट का उठाव किसानों द्वारा किया गया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए किलो में गोबर क्रय कर इसके जरिए वृहद पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है। गौठानों में अब तक 12 लाख 57 हजार 343 क्विंटल से अधिक जैविक खाद का उत्पादन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जा चुका है, जिसमें 8 लाख 68 हजार 882 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 3 लाख 88 हजार 461 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद है, जिसमें से 8 लाख 11 हजार 874 क्विंटल जैविक खाद का विक्रय हो चुका है
रायपुर /शौर्यपथ/
खरीफ सीजन 2021 में किसानों को कृषि ऋण के रूप में 5300 करोड़ रूपए वितरण के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4 हजार 706 करोड़ 82 लाख रूपए का ऋण दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 89 प्रतिशत है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है। अब तक किसानों ने 3 लाख 35 हजार 300 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 33 करोड़ 53 लाख रूपए है।
रायपुर /शौर्यपथ /
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आरोग्य भारती छत्तीसगढ़ प्रांत के अखिल भारती प्रतिनिधिमण्डल की बैठक का भगवान धन्वन्तरी की पूजा कर और दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि हमें अपने जीवन में रहन-सहन और खान-पान ऐसे रखना चाहिए कि रोग हमसे दूर रहे। जो भी व्यक्ति प्रकृति के अनुरूप कार्य करता है उसकी रोगप्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है और निरोगी भी रहता है। आरोग्य भारती ‘प्रिवेंशन बेटर देन क्योर’ की अवधारणा पर कार्य करते हुए आम लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल में वे व्यक्ति सबसे अधिक सुरक्षित रहा जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी थी। कोरोना काल में लोगों को यह अहसास कराया कि स्वास्थ्य के प्रति कितना सचेत रहना चाहिए। कोरोना काल में कई लोगों को ऑक्सीजन की समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे लोगों को आक्सीजन और शुद्ध हवा की महत्ता का अहसास हुआ। शुद्ध हवा पेड़-पौधों से प्राप्त होती है। हमें पेड़-पौधों का संरक्षण करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने स्वयं गृहजिले छिन्दवाड़ा में एक छोटा सा उद्यान विकसित किया है, जिसमें बड़ी संख्या में पेड़-पौधे रोपित किए गए हैं। वे स्वयं प्रयास करती हैं कि वे कुछ समय प्रकृति के साथ रहने और पेड़-पौधों की देखभाल में दें। ऐसे ही प्रयासों का परिणाम है कि वे कोरोनाकाल में सुरक्षित रहीं और इस रोग से प्रभावित नहीं हो पाई।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य, देश के कुछ ऐसे विशिष्ट राज्यों में से एक है, जहां प्रचुर मात्रा में वन संसाधन है तथा विरासत में मिली पर्याप्त मात्रा में जड़ी-बूटियों की संपदा है। हमारे आदिवासी समाज के परंपरागत वैद्य और बैगा को इन जड़ी-बूटियों की अथाह ज्ञान है, जिससे कई गंभीर बीमारियों का इलाज होता है। उन्होंने कहा कि आज भी हमारे देश में ऐसे लोग हैं, जो नाड़ी देखकर बीमारियां बता देते हैं और उन्हें दवाईयां भी देते हैं। राज्यपाल ने इन परंपरागत विद्या को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को जानकारी देने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में रोगों की रोकथाम के लिए स्थानीय विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य जागरूकता के सराहनीय प्रयास किये जिसका प्रभाव भी दृष्टिगोचर हुआ। छत्तीसगढ़ में जिला धमतरी के ‘‘गंगरेल’’ नामक ग्राम में दुर्लभ तथा सामान्य किस्म के जड़ी-बूटी के पौधों को रोपित किया गया है, जो आयुर्वेदिक क्षेत्र में कार्य करने वाले चिकित्सकों तथा सामान्यजनों के लिए ज्ञान वर्धन करता है।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में आधुनिक चिकित्सा तंत्र जिसमें आयुष पद्धतियां सम्मिलित है, का अच्छा विकास हो रहा है, जिसके फलस्वरूप कोरोना जैसी महामारी में भी राज्य में अच्छी सफलता मिल रही है। इस कार्य में राज्य में कार्यरत मितानिन कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविकाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों का प्रमाणीकरण करने से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं देने में सहयोग प्राप्त होगा।
सुश्री उइके ने आरोग्य भारती द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने के लिए आरोग्य मित्र तैयार करे और उनके सहयोग से स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य किया जाए तो हमारा छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने आरोग्य भारती की स्मारिका ‘‘रहिबो बने-राखबो बने’’ और आरोग्य संपदा किताब का विमोचन किया और आरोग्य भारती संस्था के वेबसाईट का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राकेश पंडित और आरोग्य भारती के छत्तीसगढ़ प्रांत के अध्यक्ष अनिल कर्णावत ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में आयुष विभाग भारत सरकार के सचिव डॉ. राकेश कोटेचा सहित चिकित्सकगण और आरोग्य भारती संस्था के सदस्य उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 24 अक्टूबर को रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित इंडोर स्टेडियम में दोपहर 2 बजे से छत्तीसगढ़ मरार (पटेल )महासंघ के एकीकरण शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह में शामिल होंगे । मुख्यमंत्री इसके पश्चात रायपुर के पंडरी में छत्तीसगढ़ हाट मेले का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री सचिवालय से जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में दोपहर 12 से 1 तक आयोजित बैठक में भाग लेने के बाद दोपहर 2 बजे से रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित इंदौर स्टेडियम में आयोजित छत्तीसगढ़ मरार (पटेल) महासंघ के एकीकरण शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री यहां से अपराह्न 3 बजे पंडरी जाएंगे और वहां छत्तीसगढ़ हाट मेले के शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लेने के बाद 3:40 बजे वहाँ से मुख्यमंत्री निवास के लिए प्रस्थान करेंगे।