October 23, 2025
Hindi Hindi

धान की उन्नत किस्म ‘विक्रम-टीसीआर’ पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन

  • Ad Content 1

बीएआरसी और आईजीकेवी के संयुक्त प्रयास से विकसित किस्म किसानों के लिए वरदान साबित होगी

बिलासपुर / शौर्यपथ /
दिव्यांग सोनी की ख़ास रिपोर्ट

   कृषि विज्ञान केन्द्र, बिलासपुर द्वारा बीएआरसी-आईजीकेवी के सहयोग से विकसित धान की उत्परिवर्तित किस्म ‘विक्रम-टीसीआर’ के लोकप्रियकरण एवं प्रसार के उद्देश्य से एक दिवसीय प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गीत शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ।

धान की किस्म ‘विक्रम-टीसीआर’ के विशेष गुण
मुख्य अतिथि डॉ. पी.ए. हसन, निदेशक, जैव विज्ञान समूह, भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (बीएआरसी), मुंबई ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि यह धान की किस्म अधिक उपज देने वाली है,रोगरोधी है,कम अवधि में तैयार होती है, तथा मध्यम ऊँचाई के कारण फसल के गिरने की समस्या से मुक्त रहती है।उन्होंने कहा कि यह किस्म किसानों की कई व्यावहारिक समस्याओं का समाधान प्रदान करती है।

दलहन-तिलहन में भी नयी संभावनाएँ
डॉ. ए.डी. बलाल, प्रमुख, परमाणु कृषि एवं जैव-प्रौद्योगिकी प्रभाग, बीएआरसी, मुंबई ने जानकारी दी कि धान के अतिरिक्त अब दलहन एवं तिलहन फसलों की नई किस्में भी विकसित की जा रही हैं, जो जल्द ही किसानों को उपलब्ध कराई जाएंगी।

उपज बढ़ाने की तकनीकें
डॉ. दीपक शर्मा, प्राध्यापक एवं प्रमुख, पादप प्रजनन एवं अनुवांशिकी विभाग, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने किसानों को बताया कि विक्रम-टीसीआर किस्म से अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए कौन-सी तकनीकें और कृषि पद्धतियाँ अपनाई जाएं।

किसानों को प्रोत्साहन और सम्मान
डॉ. बी.के. दास, प्रमुख, केन्द्रीय सुधार अनुभाग, बीएआरसी, मुंबई ने किसानों से इस धान किस्म का अधिकाधिक क्षेत्रफल में उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में प्रगतिशील कृषक राघवेन्द्र सिंह चंदेल को ‘विक्रम-टीसीआर’ धान किस्म के प्रचार-प्रसार में योगदान हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अधिष्ठाताओं ने साझा किए अनुभव
डॉ. एन.के. चौरे, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर;
डॉ. एस.एल. स्वामी, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, लोरमी; एवं
डॉ. संजय वर्मा, मुख्य वैज्ञानिक, क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, बिलासपुर
ने किसानों को इस किस्म को अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया और इसके तुलनात्मक लाभ बताए।

कार्यक्रम संचालन
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिल्पा कौशिक ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. निवेदिता पाठक द्वारा किया गया।इस अवसर पर डॉ. शिल्पा कौशिक, डॉ. एकता ताम्रकार, इंजी. पंकज मिंज, डॉ. निवेदिता पाठक, डॉ. चंचला रानी पटेल, सुशीला ओहदार, हेमकांति बंजारे, डॉ. स्वाति शर्मा, संतोश वर्मा, इंद्रराम पटेल सहित कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय-‘विक्रम-टीसीआर’ धान किस्म का विकास भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (BARC) द्वारा म्यूटेशन ब्रिडिंग तकनीक से किया गया है। यह किस्म जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के अनुरूप टिकाऊ, उच्च उत्पादनक्षम और किसान हितैषी मानी जा रही है।

Rate this item
(0 votes)

Leave a comment

Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)