दुर्ग / शौर्यपथ / भीषम गर्मी में दुर्ग निगम क्षेत्र में निरंतर जलस्तर कम होते जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ तालाब के आस-पास रहने वाले जनता के समक्ष निस्तारी की समस्या बढ़ती जा रही थी। कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते अमृत मिशन के कार्य विलंब होने से अभी भी शहर टैंकर मुक्त नहीं हो पाया है। तालाबों की सूखने की शिकायत निरंतर मिल रही है। निगम क्षेत्रांतर्गत 24 तालाबों व ठगड़ाबांध का जल स्तर कम होने से शहर की आधी आबादी के सामने निस्तारी की समस्या व बोर सूखने लगे थे।
सिंचाई विभाग से विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने संपर्क कर तांदुला जलाशय से पानी छोडऩे के साथ-साथ नहरों की मॉनिटरिंग कर साफ-सफाई व मरम्मत कार्य पर ध्यान देने कहा था। अब तालाबों व 70 साल पुराने ठगड़ाबांध में तेजी से पानी पहुंचना प्रारंभ हो गया है। विधायक वोरा ने सिंचाई विभाग व निगम अधिकारियों से कहा कि शहर के सभी तालाबों को भरे व निस्तारी के लिए तालाबों में आस-पास से मिलने वाले नालियों का गंदा पानी सिवरेज के माध्यम से तालाबों में ना पहुंचे इसकी सतकर्ता बरते। महापौर बाकलीवाल ने कहा कि जनता को पानी के लिए भटकना ना पड़े, जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन का कार्य पूर्ण हो गया है वहां अविलंब घर- घर पेयजल हेतु कनेक्शन देने का कार्य जल्द पूर्ण करें।