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दुर्ग / शौर्यपथ / ईश्वर वर्मा दुर्ग निगम में सहायक राजस्व निरक्षक के पद में है ऐसे में बाजार विभाग की जिम्मेदारी का वर्तमान में निर्वहन कर रहे है . आयुक्त द्वारा बाजार विभाग के सहायक राजस्व निरीक्षक को महत्तवपूर्ण जिम्मेदारी दे दी गई है . बाजार विभाग सहित आम जनता को यह उम्मीद थी कि बाजार विभाग में हो रहे पूर्व में घोटाले और अनियमितता की सम्पूर्ण जानकारी रखने वाले सहायक राजस्व निरीक्षक ईश्वर वर्मा को बाजार विभाग की जिम्मेदारी मिलने से विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी किन्तु विगत तीन माह से ज्यादा का समय गुजर जाने के बाद भी बाजार अधिकारी के रूप में ईश्वर वर्मा का कार्यकाल लगभग शून्य सा है . सहायक राजस्व निरीक्षक रहते हुए बाजार विभाग में हो रही अनियमितता की कई महत्तवपूर्ण जानकारी इश्वर वर्मा द्वारा शौर्यपथ समाचार को whattasap एवं फोन काल तथा आमने सामने मिलकर दी गई . निगम के फ्लेक्स घोटाले में तात्कालिक सहायक बाजार अधिकारी थान सिंह यादव की भूमिका , बाजार अधिकारी जावेद अली की भूमिका , पार्किंग घोटाले में तात्कालिक बाजार अधिकारी चन्दन मनहरे की भूमिका हो , विभागीय कर्मचारी शशि यादव द्वारा क्षेत्र में देवभोग के नाम से आबंटित गुमठी मामला हो या फिर मारुती एडवरटाईज़र को 24 घंटे में निरस्तीकरण में आवक जावक रजिस्टर में हेर फेर जैसे अन्य कई महत्तवपूर्ण जानकारी देने वाले वर्तमान बाजार अधिकारी ईश्वर वर्मा अब सभी मामले पर मौन साधे हुए है . क्या पद मिलते ही ईश्वर वर्मा के लिए भ्रष्टाचार अब आय का श्रोत बन गया है या फिर आयुक्त लोकेश चंद्राकर को भरोसे में लेकर वह भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हो गए .जल्द ही शौर्यपथ समाचार पुरे सबूतों के साथ बाजार अधिकारी ईइश्वर वर्मा द्वारा दी गई भ्रष्टाचार सम्बंधित समस्त जानकारी सिलसिलेवार सभी श्रुति पाठको के समक्ष रखेगा और सात सरकार के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से यह उम्मीद रखेगा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन की दिशा में बाजार विभाग के भ्रष्टाचार पर कड़ी जाँच कर जिम्मेदार अधिकारियो पर कड़ी कार्यवाही हो ..
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