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राजनांदगांव। शौर्यपथ। आयुष विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 18 मार्च 2023 को सुबह 10 बजे से संध्या 4 बजे तक लोहाणा महाजन बाड़ी स्टेशन रोड राजनांदगांव में एक दिवसीय जिला स्तरीय नि:शुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा। शिविर के शुभारंभ अवसर पर महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग हफीज खान सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। मेले में आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी चिकित्सा पद्धतियों द्वारा समस्त रोगों जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, खून की कमी, शरीर व हाथ-पैरों में दर्द, पेट संबंधी समस्या, चर्मरोग, कमजोरी तथा विशेष रूप से महिलाओं व बच्चों को होने वाले समस्त रोगों का नि:शुल्क चिकित्सा और औषधियों का वितरण किया जाएगा। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकान्त शर्मा ने नागरिकों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर शिविर का लाभ लेने की अपील की है।
राजनांदगांव। शौर्यपथ । जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमित कुमार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जनपद पंचायत छुरिया के पंजीकृत परिवारों को कार्य उपलब्ध कराने के लिए नवीन उद्यानिकी नर्सरी स्थापना हेतु 22 लाख 66 हजार 100 रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बरगा में 0.400 हेक्टेयर एवं ग्राम बैगाटोला में 2 हेक्टेयर में, डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम कलकसा में 1 हेक्टेयर में एवं ग्राम तुमड़ीबोड़ में 1 हेक्टेयर तथा भानपुरी में 1 हेक्टेयर और छुरिया विकासखंड के ग्राम बाईरडीह में 2 हेक्टेयर में नवीन उद्यानिकी नर्सरी स्थापना के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुंगेली। शौर्यपथ। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सामुदायिक बाड़ी विकास योजना स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए आमदनी का जरिया बन चुकी है। महिलाएं सामुदायिक बाड़ी में सब्जी की खेती कर अच्छा खासा पैसा कमा रही हैं। लोरमी विकासखंड के ग्राम सांवतपुर में दुर्गा इंदिरा स्व सहायता समूह की महिलाएं बाड़ी विकास योजना के तहत सब्जी उत्पादन कर योजना के प्रारंभ से अब तक 1.50 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त कर चुकी हैं। समूह के महिलाओं का कहना है कि शासन की बाड़ी विकास योजना हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इन महिलाओं ने शासन की महत्वाकांक्षी बाड़ी विकास योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि जब से गौठान बना है। तब से हम लोग गौठान परिसर में सब्जी की खेती कर रहे हैं और उत्पादित सब्जी को आसपास के बाजार में थोक, चिल्हर तथा स्कूल व आंगनबाड़ी में बेचकर अब तक 01 लाख 50 हजार का आय हुआ है, जिससे हम सभी महिलाओं के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है। बाड़ी विकास योजना के तहत समय-समय पर हमें उद्यान विभाग द्वारा सब्जी उत्पादन हेतु आवश्यक तकनीकी मागदर्शन भी प्राप्त होता है। बता दें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप शासन द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने सामुदायिक बाड़ी विकास योजना प्रारंभ की गई है। कलेक्टर राहुल देव के मार्गदर्शन में जिले में योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसके चलते आज स्व सहायता समूह की महिलाएं बाड़ी विकास कार्य से जुड़कर अच्छा खासा पैसा कमा रही है और आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।
राजनांदगांव। शौर्यपथ।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत संचालित गौठानों में गोबर क्रय, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, विक्रय एवं आजीविका से संबंधित गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिसके तहत ग्रामीण व शहरी पशुपालकों की अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है। जिले में बहुतायत संख्या में कृषकों द्वारा पशुपालन का व्यवसाय किया जाता है। गाय एवं भैंस वंशीय पशुओं के गोबर की व्यवस्थित ढंग से उपयोग नहीं होने, वैज्ञानिक पद्धति से ऑर्गेनिक खाद का उत्पादन नहीं करने एवं खुले पशुओं द्वारा उत्सर्जित गोबर को एकत्र नहीं करने के कारण कृषकों को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। इस योजना से गोबर से निर्मित वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट जैसे कार्बनिक खाद से कृषकों के खेतों में जैविक खेती की दिशा में उत्कृष्ट पहल की जा रही है। रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों का उपयोग कम होने से भूूमि, जल, वायु, पर्यावरण के प्रदूषण को कम करके भोज्य श्रंृखला में रासायनों के अवशेष को कम किया जा रहा है। जिससे खाद्य पदार्थों गुणवत्ता में सुधार होने की पूर्ण संभावना है। आगामी खरीफ वर्ष 2023 हेतु रासायनिक उर्वरकों की खपत को कम करके गुणवत्तापूर्ण अधिकतम वर्मी कम्पोस्ट कृषकों को उपलब्ध कराने की दिशा में सार्थक प्रयास किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु निरंतर कृषक प्रशिक्षण, संगोष्ठी, किसान मेला, गौठान मेला का आयोजन किया जा रहा है। सुराजी गांव योजना के तहत जिले के 26 नवीन सक्रिय गौठानों को रखरखाव, संधारण एवं प्रोत्साहन के लिए 40 हजार रूपए प्रति गौठान, कुल राशि 10 लाख 40 हजार रूपए का भुगतान गौठान समितियों को किया गया है। गोधन न्याय योजना ग्रामीण एवं शहरी पशुपालकों के आय और रोजगार सृजन का लाभकारी साधन बन गया है।
राजनांदगांव। शौर्यपथ।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत संचालित गौठानों में गोबर क्रय, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, विक्रय एवं आजीविका से संबंधित गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिसके तहत ग्रामीण व शहरी पशुपालकों की अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है। जिले में बहुतायत संख्या में कृषकों द्वारा पशुपालन का व्यवसाय किया जाता है। गाय एवं भैंस वंशीय पशुओं के गोबर की व्यवस्थित ढंग से उपयोग नहीं होने, वैज्ञानिक पद्धति से ऑर्गेनिक खाद का उत्पादन नहीं करने एवं खुले पशुओं द्वारा उत्सर्जित गोबर को एकत्र नहीं करने के कारण कृषकों को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। इस योजना से गोबर से निर्मित वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट जैसे कार्बनिक खाद से कृषकों के खेतों में जैविक खेती की दिशा में उत्कृष्ट पहल की जा रही है। रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों का उपयोग कम होने से भूूमि, जल, वायु, पर्यावरण के प्रदूषण को कम करके भोज्य श्रंृखला में रासायनों के अवशेष को कम किया जा रहा है। जिससे खाद्य पदार्थों गुणवत्ता में सुधार होने की पूर्ण संभावना है। आगामी खरीफ वर्ष 2023 हेतु रासायनिक उर्वरकों की खपत को कम करके गुणवत्तापूर्ण अधिकतम वर्मी कम्पोस्ट कृषकों को उपलब्ध कराने की दिशा में सार्थक प्रयास किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु निरंतर कृषक प्रशिक्षण, संगोष्ठी, किसान मेला, गौठान मेला का आयोजन किया जा रहा है। सुराजी गांव योजना के तहत जिले के 26 नवीन सक्रिय गौठानों को रखरखाव, संधारण एवं प्रोत्साहन के लिए 40 हजार रूपए प्रति गौठान, कुल राशि 10 लाख 40 हजार रूपए का भुगतान गौठान समितियों को किया गया है। गोधन न्याय योजना ग्रामीण एवं शहरी पशुपालकों के आय और रोजगार सृजन का लाभकारी साधन बन गया है।
रायपुर। शौर्यपथ। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने जिले के आमजनों के सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर आयोजन करने के लिए जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी और तहसीलदार को निर्देश दिए है। जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन 20 मार्च से 02 जून 2023 तक किया जाएगा। इस हेतु संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (रा.) को नोडल अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। जिसमें जिले के समस्त विभागों के जिला अधिकारी, विकासखंड स्तर के अधिकारी एवं फील्ड अधिकारी निर्धारित तिथि स्थल व समय पर उपस्थित रहकर ग्रामीणों के विभिन्न मांग, समस्याओं एवं शिकायतों का निराकरण यथा संभव शिविर स्थल पर करेंगे। ऐसे कार्य, मांग या शिकायतों जिसका निराकरण तत्काल संभव नहीं होंगे उन्हें यथाशीघ्र निराकृत करने का प्रयास किया जाएगा ताकि शिविर में आए हुए लोगों को इसका वांछित लाभ प्राप्त हो सके।
कलेक्टर डॉ भुरे ने शिविर स्थल पर विभिन्न मांग व शिकायत आवेदनों के पंजीयन के लिए पंजीयन कक्ष, पृथक स्टॉल तैयार कर एक प्रभारी अधिकारी, पंजीयन रजिस्टर में दर्ज करने हेतु पर्याप्त स्टाफ, पंजीयन रजिस्टर एवं संबंधित विभागों को आवेदन पत्र पहुंचाने हेतु पर्याप्त भृत्य की व्यवस्था करने के लिए संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (रा.) एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए है।
जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन तिल्दा विकासखंड के ग्राम तारपोंगी में 20 मार्च सोमवार, आरंग विकासखंड के ग्राम नरदहा 24 मार्च शुक्रवार, अभनपुर विकासखंड के ग्राम कठिया में 29 मार्च बुधवार, धरसीवा विकासखंड के ग्राम तिवरैया में 31 मार्च शुक्रवार, तिल्दा विकासखंड के ग्राम तुलसी मानपुर में 3 अप्रैल सोमवार, अभनपुर विकासखंड के ग्राम परसदा मंर 5 अप्रैल बुधवार, धरसीवा विकासखंड के ग्राम मांढ़र में 10 अप्रैल सोमवार, अभनपुर विकासखंड के ग्राम निमोरा में 13 अप्रैल गुरुवार, धरसीवा विकासखंड के ग्राम सोंडरा में 17 अप्रैल सोमवार, आरंग विकासखंड के ग्राम भानसोज में 19 अप्रैल बुधवार, तिल्दा विकासखंड के ग्राम रायखेड़ा में 21 अप्रैल शुक्रवार, आरंग विकासखंड के ग्राम पलौद मे 24 अप्रैल सोमवार, धरसीवा विकासखंड के ग्राम तुलसी में 26 अप्रैल बुधवार, अभनपुर विकासखंड के ग्राम मानिकचौरी में 28 अप्रैल शुक्रवार, विकासखंड तिल्दा के ग्राम तुलसीनेवरा में 1 मई सोमवार, विकासखंड आरंग के ग्राम भैंसा में 3 मई बुधवार, आरंग विकासखंड के ग्राम कुरूद में 10 मई बुधवार, अभनपुर विकासखंड के ग्राम चंडी में 12 मई शुक्रवार, तिल्दा विकासखंड के ग्राम केसला में 15 मई सोमवार, आरंग विकासखंड के ग्राम लखौली में 17 मई बुधवार, धरसीवा विकासखंड के ग्राम सेजबहार में 22 मई सोमवार, आरंग विकासखंड के ग्राम छटेरा में 24 मई बुधवार, तिल्दा विकासखंड के ग्राम गनियारी में 26 मई शुक्रवार, आरंग विकासखंड के ग्राम गुल्लू में 29 मई सोमवार, आरंग विकासखंड के ग्राम कोसरंगी में 31 मई बुधवार और अभनपुर विकासखंड के ग्राम पोंड में 2 जून शुक्रवार को किया जाएगा।
कलेक्टर डॉ भुरे ने उपरोक्त शिविरों का आयोजन निर्धारित तिथि को सुबह 11 बजे से प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही शिविर के आयोजन की जानकारी हेतु प्रत्येक ग्राम कोटवारों के द्वारा गांवों में एवं आसपास के साप्ताहिक बाजारों में मुनादी कराने कहा है। ताकि शिविर स्थल की जानकारी समय पूर्व सभी ग्रामीण जनता को हो जाए। शिविर में आवेदन प्राप्त होने के बाद आवेदन पत्रों के निरारण की समीक्षा की जाएगी। शिविर समाप्त होने के पश्चात आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण एवं समीक्षा की व्यवस्था संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (रा.) एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा किया जाएगा। उपरोक्त शिविर की जानकारी ग्राम पंचायत एवं उनके आश्रित ग्रामों को दिया जाना है। शिविर हेतु सम्मिलित ग्रामों के सभी आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों को सूचित करने एवं जन समस्या निवारण शिविर के आयोजन हेतु शिविर के लिए निर्धारित ग्राम पंचायत मुख्यालय में सभी आवश्यक व्यवस्था संबंधित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को करने के निर्देश दिए है।
बिलासपुर। शौर्यपथ। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र कोनी में 17 मार्च को सवेरे 10.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक निःशुल्क विशेष रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 20 निजी प्रतिष्ठानों द्वारा सेल्स असिस्टेंट, सेल्स मैनेजर, एकांउटेंट, इंश्योरेस एडवाईजर, नर्सिंग, फार्मेसी आदि जैसे 306 विभिन्न पदों पर भरती की कार्यवाही की जाएगी, जिसमें से 206 पद महिलाओं के लिए है। रोजगार मेला में महिलाओं के लिए पृथक से काउंटर की व्यवस्था रहेगी। रोजगार मेेला में बिल्डर, ऑटोमोबाईल, हास्पिटल, इंश्योरेंश, कृषि एवं शैक्षणिक सेक्टरों पर भर्ती की जाएगी। इन पदों के लिए निर्धारित योग्यता पदों के अनुसार 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन, आई.टी.आई., नर्सिंग, एम.बी.ए. आदि निर्धारित की गई है।
जगदलपुर। शौर्यपथ। कमिश्नर श्याम धावड़े ने कहा कि नारायणपुर जिले में सभी शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर किया जाए और योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के तौर पर यहाँ के स्थानीय व माड़ एरिया के लोंगों को दिया जाए। कमिश्नर ने जिले में मसाहती गांव का सर्वे कार्य और मसाहती पट्टा धारक 720 किसानों के द्वारा धान को समर्थन मूल्य में विक्रय करने की सराहना किए। उन्होंने माड़ एरिया के सभी हितग्राहियों को राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ-साथ विशेष पिछड़ी जनजातियों को भी सभी योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर अजित वसंत, सीईओ जिला पंचायत देवेश ध्रुव, डिप्टी कमिश्नर माधुरी सोम सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्नर धावड़े ने वन अधिकार मान्यता पत्र, देवगुड़ी-मातागुड़ी- घोटुल को सामुदायिक वन अधिकार पत्र, एफआरए धारको को हितग्राही मूलक कार्यों का क्रियान्वयन, कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण व्यवस्था, ओरछा क्षेत्र के विकास कार्य, जाति प्रमाण पत्र का निर्माण, किसानों का केसीसी व ई केवायसी के कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्य, नारायणपुर से बारसूर बस सेवा, सी-मार्ट के संचालन, रीपा के विकास कार्य और जिले के नवाचार के सम्बंध में चर्चा किए। कमिश्नर ने देवगुड़ी, मातागुड़ी घोटुल जैसे जगहों को सामुदायिक वन अधिकार के तहत देव स्थलों को पर्याप्त जगह देने के निर्देश दिए। उन्होंने अबूझमाड़ में स्वास्थ्य शिविर देवगुड़ी परिसर में लगाने के निर्देश दिए। स्थानीय स्तर पर अकुशल श्रमिकों को रोजगार के अवसर देने हेतु जिले में खनन करने वाली कंपनियों से वार्ता कर रोजगार की व्यवस्था हेतु निर्देश दिए।
कमिश्नर ने बैठक में अंदरूनी क्षेत्र में शिक्षकों की उपस्थिति, बालिका आवासीय शिक्षा केन्द्र में पर्दा की व्यवस्था, सामूहिक विवाह कार्यक्रम में स्थानीय रीति रिवाजों से करने और भवन विहीन उचित मूल्य की दुकानों का निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वसन्त ने जिले में नवाचार के तहत दिव्यांग स्कूल स्थापना, लाइब्रेरी की स्थापना, स्कूली स्तर के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग की व्यवस्था, मिलेट कैफे की स्थापना की जानकारी दी।
जगदलपुर। शौर्यपथ। सीजनल इन्फ्लूएंजा एक तीव्र श्वसन संक्रमण है, जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। वर्तमान में कुछ महीनों में विश्व में सीजनल इन्फ्लूएंजा के प्रकरणों में वृद्धि हो रही है। भारत में प्रतिवर्ष सीजनल इन्फ्लूएंजा के दो पीक, पहला जनवरी-मार्च तथा दूसरा मानसून के बाद देखने को मिलते हैं, जिनमे मार्च के अंत तक कमी आ सकती है। अब तक कर्नाटक और हरियाणा में एच3एन2 इंफ्लुएंजा से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। छोटे बच्चे और वृद्ध व्यक्ति जिनमे को मॉर्बिडिटी हा,े उन्हें खासतौर पे एच3एन2 इन्फ्लुएंजा से सावधान रहने की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के उपचार हेतु ओसेल्टामिविर दवा देने की अनुशंसा की गयी है। एच3एन2 इन्फ्लुएंजा का वास्तविक समय निगरानी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को सीजनल इन्फ्लुएंजा की स्थिति पर एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के माध्यम से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के ओपीडी और आईपीडी में आने वाले इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस तथा गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के प्रकरणों का नियमित रूप से रियल टाइम सर्वेलेंस किये जाने के निर्देश दिए हैं ।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के कारण अस्पताल में भर्ती हुए मरीज की संख्या दूसरे फ्लू सब-टाइप की तुलना में ज्यादा हैं। एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के कारण 10 फीसदी मरीजों में गंभीर श्वसन संबंधी समस्याएं देखने को मिलती हैं जिसके कारण उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तथा 7 फीसदी लोगों को इंटेंसिव केयर यूनिट में रखने की जरूरत पड़ती है ।
मौसमी इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण के लक्षणों के समान ही बुखार आना, सर्दी जुकाम, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ होना तथा निमोनिया जैसे लक्षण एच3एन2 इन्फ्लूएंजा में हो सकते हैं।
साबुन तथा पानी से अच्छी तरह हाथ धोएं ।
मास्क पहनें और भीड़ वाली जगहों से बचें।
खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को ढकें । आंखों और नाक को बार बार न छुएं ।
पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें ।
बुखार और बदन दर्द हो तो पैरासिटामल लें ।
एक दूसरे से हाथ ना मिलाएं । सार्वजनिक जगहों पर न थूकें ।
डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक ना लें ।
समूह में एक साथ बैठकर खाना खाने से बचें ।
रायगढ़। शौर्यपथ। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशन में जनसंपर्क विभाग द्वारा राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए जिले के विकासखण्ड अंतर्गत विभिन्न गांवों के हाट-बाजार में सूचना शिविर सह छायाचित्र विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
सूचना शिविर सह छायाचित्र प्रदर्शनी में राज्य सरकार की उपलब्धियों और जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को आकर्षक चित्र और संक्षिप्त जानकारी के साथ प्रदर्शित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से बिजली बिल हाफ योजना, नरवा-गरूवा एवं घुरवा बाड़ी, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, महिलाओं के लिए दाई दीदी क्लिनिक, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर, स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल सहित अन्य शासकीय योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है, ताकि जनसामान्य को शासन की योजनाओं की जानकारी मिल सके एवं वे उनका लाभ उठा सके।
सूचना शिविर सह छायाचित्र प्रदर्शनी के तहत 15 मार्च को बरमकेला विकासखण्ड के ग्राम देवगांव में साप्ताहिक हाट बाजार में पहला सूचना शिविर लगाया गया। इसी क्रम में आज पुसौर विकासखण्ड के ग्राम-चिखली के हाट-बाजार में सूचना शिविर का आयोजन किया गया। लोगों ने छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा वहां दी जा रही पुस्तकों, पाम्पलेट को पढ़ा और कहा कि यह प्रदर्शनी जनउपयोगी है। इस प्रदर्शनी को देखने आये लोगों में मालती बाई, सुलोचना सिदार, आरती चौहान, जया महंत, शिव कुमार, विनोद केवटा, माथुराम सिदार, राजकुमार निषाद, अशोक प्रधान, तिरूपति महंत, अर्जुन पैकरा, विनय चौहान ने भी शिविर की सराहना की और कहा कि यह प्रदर्शनी लोगों में एक जागरूकता का माध्यम है, जो लोग शासन की कई योजनाओं को नहीं जानते थे वे इस प्रदर्शनी की माध्यम से जरूर जान जाएंगे।
छायाचित्र प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में राज्य सरकार की उपलब्धियों पर आधारित जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका न्याय का चार साल, संबल, हमारे बापू, आपके साथ-आपकी बात, जनमन, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना, हमर माटी-हमर कलेवा-हमर तिहार जैसे योजनाओं से संबंधित प्रचार सामग्री का नि:शुल्क वितरण किया गया और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।