November 21, 2024
Hindi Hindi
शौर्यपथ

शौर्यपथ

    भिलाई / शौर्यपथ /  कहते है मुसीबत में दिमाग कार्य नहीं करता किन्तु खुर्सीपार की महिला ने इस संकट की घडी में भी विवेक का परिचय देते हुए कुछ ऐसा कार्य किया जिससे समाज में कोरोना से लडऩे के लिए एकजुटता और विवेकपूर्ण फैसले का अच्छा सन्देश जायेगा . नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत खुर्सीपार सेक्टर के बाबा बालकनाथ मंदिर के पास निवासी पूर्णिमा कौर ने एक अच्छा संदेश पूरे शहर वासियों को दिया है। इस महिला ने अपने पति के घर आने पर उन्हें घर के आंगन के बाहर रखा और घर के भीतर प्रवेश करने से मना कर दिया। महिला ने अपने पति को घर के आंगन में ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भोजन के रूप में रोटी सब्जी दूर से ही परोसा, और तत्काल इसकी सूचना नगर पालिक निगम भिलाई के उच्चाधिकारियों को दी। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए महिला ने अपनी अहम जिम्मेदारी निभाई हैं। महिला के घर में तीन बच्चे भी निवासरत है। आज की इस समय में ऐसे ही सर्तक एवं जागरूक नागरिकों की आवश्यकता है।

      खुर्सीपार निवासी महिला ने बताया कि उनके पति सुखदेव सिंह राउरकेला (उडिसा) से विभिन्न वाहनों से लिफ्ट लेकर भिलाई पहुंचे और पहुंचने के बाद महिला के मोबाइल से संपर्क किया गया। महिला ने तत्काल घर आने का आग्रह किया। और घर के बाहर ही अपने पति को रखा तथा घर के भीतर प्रवेश करने नहीं दिया। पति को भूख लगने पर महिला ने रोटी सब्जी बनाई और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए घर के बाहर ही अपने पति को भोजन दिया तथा तत्काल अपने पति की आने की सूचना महिला ने निगम प्रशासन के जोन कं्र. 04 के जोन आयुक्त प्रीति सिंह को दिया, निगम के अधिकारियों को सूचना प्राप्त होने पर जिला स्वास्थय विभाग को बाहर से आए हुए व्यक्ति की सूचना दी गई है, स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के घर पहुंच चुकी है। महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा किए जा रहे प्रचार प्रसार के माध्यम से उन्हें बाहर से आए हुए व्यक्तियों की सूचना देने की जानकारी मिली थी एवं निगम द्वारा जारी किए गए मोबाइल नं. प्राप्त हुए हैं।

   भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई में कोरानेा के मरीजों का मिलने का सिलसिला थम नही रहा है। अभी गत दो दिन पूर्व ही यहां 8 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले थे, इसी दरम्यिान आज फिर एक कोराना की महिला मरीज मिल गई। जिले के सीएमएचओ गंभीर सिंह ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह महिला भिलाई के फरीदनगर की निवासी है जिसकी उम्र 26 वर्षीय है। यह महिला हाल ही में शादी कर 15 दिन तक महाराष्ट्र घूमकर सोमवार को नागपुर से लौटी थी, स्वास्थ्य विभाग ने उसे कल ही आनंद मंगलम के आईसोलेशन वार्ड में रखा था और उसका सेम्पल लेकर जांच के लिए एम्स भेजा था जिसकी आज रिपोर्ट कोराना से पॉजेटिव आई है। भिलाई में मिले अबतक सभी कोरोना के पॉजेटिव मरीज दूसरे प्रदेश से ही आये हुए है।
ज्ञातव्य हो कि सोमवार को भी जो 8 कोरोना के पॉजेटिव मरीज मिले है, वह सभी मजदूर और ड्रायवर है, ये लोग महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और पं. बंगाल से आये हुए थे और आज जो महिला मरीज मिली है वह भी महाराष्ट्र से ही कल आई थी। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन उक्त महिला को रायपुर एम्स ले जाने की तैयारी कर रहा था। वर्तमान में, छत्तीसगढ़ में कुल कोरोना के सक्रिय मामले 23 हैं।
इस आशय का ट्वीट ्रढ्ढढ्ढरूस् ने भी किया है।

फरीद नगर क्षेत्र की महिला की रिपोर्ट पोजिटिव आते ही नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी द्वारा फरीदनगर क्षेत्र निरीक्षण! चप्पे-चप्पे पर निगम प्रशासन की नजर रही . 3 घंटे तक रुके रहे आयुक्त एवं चप्पे-चप्पे पर रखी नजर रख फरीदनगर के क्षेत्रों का निरीक्षण कर पूरा जायजा लिया गया आयुक्त ने पुरे पूरे क्षेत्र में बैरिकेटिंग के कार्य को अंजाम देने का निर्देश दिया वार्ड के गली मोहल्ला में सघन निरीक्षण . चूंकि महिला ने सूझ बुझ का परिचय देते हुए फरीद नगर स्थित घर नहीं पहुंची थी और सीधे जिला अस्पताल पहुंची थी अतएव इस बात की आशंका नहीं रही कि महिला के प्राइमरी कांटेक्ट में आसपास के रहवासी आये होंगे। किन्तु सावधानी की दृष्टी से प्रशासन ने पुरे क्षेत्र को Sanitizing किया लगभग ३- ४ घंटे चली इस प्रक्रिया में आयुक्त भिलाई स्थल पर मौजूद रहे .

शरद पंसारी की रिपोर्ट
दुर्ग / शौर्यपथ / लॉक डाउन 3 की घोषणा हो चुकी है . लॉक डाउन 3 में कई शासकीय कार्यालय खुल चुके है और सोशल डिस्टेंस के पालन करते े हुए कार्य भी प्रारंभ हो चूका है वही शराब दुकानों का सञ्चालन भी जोरो से शुरू हो गया . शराब दूकान खुलते ही सोशल डिस्टेंस की धज्जिय भी उडऩे लगी . वही शहर में ऐसे कई प्रतिष्ठान भी खुल गए जो गैर अनुमति प्राप्त है .
       दुर्ग जिला मुख्यालय में जमीनों से लेकर जुड़े पंजीयन कार्यालय खुलने के साथ ही जमीनों के क्रय विक्रय सम्बन्धी कार्य आरम्भ हो गए . पंजीयन कार्यालय सहीत टाउन एंड प्लानिंग के कार्यालय में भी आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है किन्तु दुर्ग के तहसील कार्यालय में अभी भी डाईवर्सन के आवेदन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है जबकि इसी तहसील परिसर में सीमांकन , प्रमाणीकरण और फौती का आवेदन सम्बंधित अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा किन्तु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ) कार्यालय में डाईवर्सन से सम्बंधित आवेदन के लिए आम जनता इंतज़ार कर रही है .
     जिस प्रकार कोरोना से जंग में कड़ी तोडऩे से ही जीत मिलती है उसी तरह जमीनों की खरीदी बिक्री में अगर डाईवर्सन का कार्य पूरा नहीं हो तो एक प्रकार से खरीदी बिक्री अधूरी हो जाती है . ऐसा ही हाल वर्तमान में दुर्ग तहसील कार्यालय की है . दुर्ग तहसील कार्यालय में डाईवर्सन का कार्य के लिए अभी भी आवेदन नहीं लिए जा रहे है . एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री पंजीयन के कार्य में कोई परेशानी ना हो का निदेश दे रहे है वही दुर्ग तहसील कार्यालय द्वारा डाईवर्सन का आवेदन ना लेने से क्रेता विक्रेता असमंजस की स्थिति में है .
    एसडीएम खेमलाल वर्मा से जब इस सम्बन्ध में बात की गयी तो उनके अनुसार कार्यालय में 17 मई के बाद ही डाईवर्सन के आवेदन लेने की बात कही गयी है . अगर तहसील कार्यालय अपने फैसले पर स्थिर रहता है तो डाईवर्सन के आवेदकों को 17 मई तक का इंतज़ार करना होगा . जिस तरह प्रदेश और देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे है अगर कही लॉक डाउन की थिति और विस्तृत होगा तो फिर आवेदकों को शायद लम्बा इंतज़ार करना पड़ सकता है . तहसील कार्यालय के इस फैसले से डाईवर्सन के कारण कई लोगो के बैंक लोन , भवन अनुज्ञा , निर्माण आदि के कार्य अधर में लटके हुए है .
एक तरफ शासन शराब दूकान की अनियंत्रित भीड़ को संभाल रही है तो तहसील कार्यालय में भी कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकती है क्योकि चाहे जैसी भी स्थिति हो शराब दूकान जैसी स्थिति तहसील कार्यालय में होना असंभव सा है बस जरुरत है एक सार्थक पहल की . जमीन से जुड़े व्यतियो के अनुसार अगर तहसील कार्यालय में डाईवर्सन के आवेदन का कार्य शुरू होता है तो जमीन व्यापार से जुड़े लोग शासन के निर्देशों का पालन करते हुए कार्य को अंजाम देंगे .

दुर्ग / शौर्यपथ / लॉकडाउन के 43 दिन के पश्चात एक ही दिन में कोरोना के 8 संक्रमित मिलने के बाद भी शहर में छग विद्युत मंडल के एटीपी मशीनों में बिजली बिल जमा करने एवं सरकारी उचित मूल्य की राशन दुकानों में व अन्य राज्यों से आवागमन हेतु शासन द्वारा बनाए जा रहे पास की लाइन में सोशल डिस्टेसिंग एवं मास्क पहनने का पालन नही हो रहा है एवं नगर पालिक निगम दुर्ग के होम क्वारंटाईन किए गए कर्मचारियों द्वारा अनावश्यक बाहर निकाल रहे है।
जिससे संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है एवं वर्तमान में दुर्ग कोरोना पॉजिटिव मिलने से वार्ड की जनता दहशत में है तथा लगातार शिकायत मिल रही है .
सार्वजनिक स्थलों में भीड़ को देखते हुए विधायक अरुण वोरा ने कलेक्टर अंकित आनंद व नगर निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन को आगाह किया कि कोरोना पॉजीटिव की संख्या में हिजाफा ना हो शहर को बचाने हेतु इन स्थानों पर सेनेटाईजर एवं पुलिस व चिकित्सकों टीम द्वारा मॉनिटरिंग की आवश्यकता हैं जिससे सोशल डिस्टेसिंग का गंभीरता से पालन करवाने संबंधित विभाग को आदेशित करें तथा अभी संक्रमण की स्थिति कई स्थानों पर संभावित है इसे देखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए जिले में स्वास्थयगत आपात कालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने अतिआवश्यक है।

भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव ने आज निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी के साथ बैठक कर अहम विषयों पर चर्चा की। महापौर देवेंद्र यादव ने निगम कमिश्नर से चर्चा में कहा कि बाहर से आ रहे मजदूरों को जहां रखा जा रहा है। वहां उनके लिए रखने खाने की बेहतर व्यवस्था की जाए। साथ ही जो भिलाई निगम क्षेत्र के कंटेंटमेंट जोन है वहाँ सेनेटाइजेसन और फॉगिंग की जाए। साथ ही बाहर से आने वाले मजूदर को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
इस पर कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि वे बाहर से आ रहे मजूदरों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। साथ ही नगर निगम भिलाई क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंद लोगों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। सभी के लिए सुबह नाश्ता के बाद दोपहर में भोजनए शाम को चाय नाश्ता और रात में भोजन कीव्यवस्था की गई है।
इसके अलावा सभी जगह मनोरंजन के लिए एलईडीए रेडियों भी लगाया गया है। इसके अलावा शहर के जरूरतमंद लोगों को भूखा न सोना पड़े। इसके लिए भी निगम प्रशासन द्वारा दान दाताओं ने जो राशन आदि दान में दिए है। उन दान के राशनों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। शोसल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को राशन से लेकर सेनेटाइजर व मास्क भी उपलब्ध कराया गया है।
कमिश्नर ने महापौर को बताया कि शहर के सभी कंटेंटमेंट जोन का पूरी तरह से सेनेटाइजेसन किया जा रहा है साथ ही फॉगिंग भी किया जा रहा है। इससे पहले भी निगम प्रशासन शहर के सभी वार्ड को सेनेटाइजेसन कर चुके। जनता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
जरूरतमंद लोग के साथ ही बाहर से आ रहे मजदूर व विद्यार्थियों के लिए चिंता जाहिर की है साथ ही उन्हें कोई परेशानी न हो। इसकी भी व्यवस्था करने के लिए चर्चा की है। महापौर देवेंद्र यादव और निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी ने शहर के प्रत्येक नागरिक से अपील की है वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही कोरोना वायरस से बचने सरकार के निर्देश का पालन करे। लापरवाही न बरतें और सभी अपने घर मे ही रहे।

दुर्ग / शौर्यपथ / आदित्य नगर दुर्ग के निवासियों के व्दारा आज रोहित रंगारी के नेतृत्व में दुर्ग ए.डी.एम.रविराज ठाकुर को ज्ञापन सौंपकर आदित्यनगर स्थित कुषाभाउ ठाकरे क्वारंटाइन सेंटर को शहर के किसी अन्य अन्यंत्र स्थान पर स्थानांतरित करवाने की मांग की गई।
ज्ञात होगा कि कुषाभाउ ठाकरे क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे हुए लोगों में 2 व्यक्ति को कोरोना पॉजीटिव पाया गया है, जिससे आदित्यनगर, जवाहर नगर, आशानगर, शिवाजी नगर, शांति नगर, कैलाश नगर घनी आबादी वाले मुहल्लों में दहषत का वातावरण आसपास के लोगों में पनप गया है। जिससे लोग काफी डरे हुए हैं।
उक्त जानकारी देते हुए रोहित रंगारी ने बताया कि दुर्ग ए.डी.एम.ठाकुर से तत्काल इस गंभीर समस्या से निजात दिलवाने की बात कही। ज्ञापन सौंपनेवालों में अमित देवांगन पार्षद, राकेष ठाकुर समाजसेवी, गणेष यादव, दीनानाथ गुप्ता, अजय जायसवाल, राजेन्द्र तिवारी, राजा पांडेय, संजय अन्थोनी, शरद देवांगन, राजू सिंह, युवराज ठाकुर, अषोक साहू, टी.वी.एस.राव आदि वार्डवासी उपस्थित थे।

शौर्यपथ लेख / छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल के पास ऐसे कई लोगो के आवेदन आ रहे होंगे जो अन्य प्रदेशो में फसे हुए है और वापसी आना चाहते है . छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कोरोना का कहर नहीं है . प्रदेश सर्कार हर कदम फूंक फुक कर रख रही है कि कही से भी कोई गलती ना हो जाए ऐसे में अन्य प्रदेशो में पढाई के लिए गए छात्रों के परिजन चिंतित है कि उनके बच्चे लॉक डाउन में फसे हुए है और कैसे रह रहे होंगे . ऐसे ही मामलो में राजस्थान कोटा में शिक्षा के लिए गए बच्चो की संख्या ज्यादा है जिन्हें वापसी लाने का काफी दबाव था साथ ही कोरोना संक्रमण जो अभी छत्तीसगढ़ में नहीं के बराबर है उसे भी नियंत्रण करना ज़रूरी है . 
सभी बातो को ध्यान में रखते हुए एवं प्रदेश को कोरोना संक्रमण से दूर रखने का सफल प्रयास करते हुए प्रदेश सरकार ने राजस्थान से प्रदेश के बच्चो को वापस लाने का फैसला किया एवं साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी सुरक्षा हेतु बच्चो को प्रदेश के अलग अलग शहरो में 14 दिन के लिए क्वारेंटाईन करने का फैसला लिया जो कि स्वस्थ समाज के लिए भी हितकारी है किन्तु जो परिजन अभी तक बघेल सरकार से बच्चो को प्रदेश में लाने के लिए निवेदन कर रहे थे वही परिजन आज जिद पर अड़े है कि कि बच्चो को घर ले जायेंगे . अभी तक जब 30 दिनों से दुरस्त प्रदेश( लगभग 1400 किलोमीटर दूर ) में थे तब मुख्यमंत्री से और प्रशासन से निवेदन कर रहे थे और जब बच्चे प्रदेश में गृह निवास से लगभग 200 किलोमीटर दुर है तो अब घर लाने के लिए प्रशासन के फैसले पर कई परिजन ऊँगली उठा रहे है है इसे ही कहते है नेकी करो और बुराई मोल लो वो भी उस समय जब सिर्फ कोटा में ही नहीं पुरे भारत में प्रदेश के कई हजार बच्चे फसे हुए है क्या परिजनों को मुख्यमंत्री का आभार नहीं मन्ना चाहिए कि कम से कम उनके बच्चे प्रदेश में है और 14 दिनों बाद घर में भी आ जायेंगे . 
( शरद पंसारी , संपादक शौर्यपथ दैनिक समाचार )

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)