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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) से आने वाली टे्रन से श्रमिक उतरे तब उनके चेहरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचने की खुशी एवं राहत दिखी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) में कोविड़-19 के कारण लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों की आज श्रमिक स्पेशल टे्रन से राजनांदगांव वापसी संभव हो सकी। बड़ी संख्या में राजनांदगांव जिले के 24 एवं कबीरधाम जिले के 56 श्रमिक पहुंचे। रेल्वे स्टेशन में ही आए हुए कबीरधाम जिले के श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। वहीं राजनांदगांव जिले के श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण रैन बसेरा में किया गया।
विजयवाड़ा से आए रमेश ने बताया कि वे अपनी पत्नी मीना एवं अपने बच्चे के साथ रोजी मजदूरी के लिए विजयवाड़ा गए थे और लॉकडाउन में फंस गए थे। वहां से अपने घर आना चाहते थे और इस बात की चिंता सता रही थी कि अब घर कैसे पहुंचे। इसी समय श्रमिक स्पेशल ट्रेन की जानकारी मिली और हम यहां आ गए। अब सब कुशल मंगल है। हम अपने गांव चले जाएंगे इसी बात की बहुत खुशी है।
मुख्यमंत्री बघेल के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि इस विकट परिस्थितियों में उन्होंने हमारा विशेष ध्यान रखा, इसके लिए उनका बहुत धन्यवाद। श्री कृष्ण कुमार विश्वकर्मा बताया कि 4-5 माह पहले रोजी मजदूरी के लिए विजयवाड़ा गए थे। उनकी बातों से छत्तीसगढ़़ वापस आने का उल्लास झलक रहा था। उन्होंने शासन को छत्तीसगढ़ वापस लाने के लिए आभार व्यक्त किया। श्रीमती दुर्गा ने कहा कि बहुत दिन से घर से बाहर थे और लॉकडाउन में फंस गए थे। घर की बहुत याद आ रही थी। अब अपने घर पंडरिया जिला कबीरधाम पहुंच जाएंगे।
मनोज एवं सीमा साहू विजयवाड़ा में लॉकडाउन में फंस गए थे। घर वापस आने के लिए काफी प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान ने हमारी सुन ली और हम अपने घर पंडरिया पहुंच जाएंगे। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे, स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, रेल्वे पुलिस फोर्स उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर निगम व हैदराबाद के एक समुदाय से जुड़े संस्था का एक साथ छपे थैले से शहर के कुछ क्षेत्रों में धर्म विशेष के लोगों को सूखा राहत सामग्री बांटें जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और कोरोना महामारी आपदा काल में निगम जैसी शासकीय संस्था के साथ गैर प्रदेश के संस्था के नाम पर कांग्रेस शासित निगम में विधायक व महापौर के फोटोयुक्त खाद्य सामग्री गरीबों को तुष्टिकरण के तहत धार्मिक भेदभाव के आधार पर दिए जाने के मुद्दे को भाजपा ने भी बेहद गंभीरता से लिया है व इसे शहर के शांत व सौहाद्र वातावरण में जहर घोलने वाला बताते हुए आज जिला भाजपा अध्यक्ष उषा टावरी के नेतृत्व में एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल ने संभाग आयुक्त जी आर चुरेंद्र से मुलाकात कर गत दिनों हुए गोडवाना भवन की घटना की विस्तारवार जानकारी देते हुए इस पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच कर संकट काल में इस प्रकार मदद की आड़ में अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए बहुसंख्यक वर्ग के गरीबों के साथ भेदभाव करने वाले दोषी तत्वों पर कड़ी के कार्यवाही करने की मांग की जिस पर संभाग आयुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल निगम आयुक्त से फोन पर चर्चा की व इस प्रकार की घटना को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए इस विषय जांच कर विस्तृत जानकारी देने इस तरह की घटना की पुनर वृत्ति न हो इसकी सख्त निर्देश दिया।
इस मामले को लेकर आज जिला भाजपा अध्यक्ष उषा टवरी,पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर,जिला भाजपा उपाध्यक्ष कांतिलाल जैन जिला भाजयुमो अध्यक्ष दिनेश देवांगन नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए संभाग कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर विगत दिनों विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल के फोटो युक्त थैले जिसमें आंध्रपदेश की हैदराबाद तेलंगाना संस्था व नगर निगम की संयुक्त नाम से छपे झोले में गोड़वाना भवन से सूखा राशन कीट तैयार करने व शहर कुछ वार्डो में रहने वाले एक धर्म विशेष के लोगों को वितरित किए जाने की जानकारी दी चूंकि इसी स्थान पर निगम द्वारा कोरोना संकट से जूझ रहे गरीब व जरूरत लोगो के लिए महापौर व पार्षद निधी की भी राशन सामग्री कीट तैयार कराया जा रहा था तो वहीं एक समुदाय के लिए भी पैकेट बनाया जा रहा था इस प्रकार एक ही स्थान पर निगम के छपे थैले से भेदभावपूर्ण ढ़ंग से अलग अलग कार्य करने की जानकारी होने पर नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा की आपत्ति व निगम अधिकारियों की अनभिज्ञता से संदेह होता है कि नगर निगम जैसी सरकारी संस्था के बैनर का उपयोग कैसे किसी दीगर प्रदेश की धार्मिक संस्था अपनी मर्जी से अपने समुदाय के लोगो के लिए उपयोग कर सकता है और बैनर वाला थैला छपाकर केवल एक वर्ग विशेष को सूखा राशन बांटा जा रहा हो यह मामला बेहद गम्भीर है और इतनी बड़ी हिमाकत किसके कहने पर हुई इन्हीं मुद्दे को लेकर आज भाजपा ने संभागायुक्त से 6 बिंदुओं पर जांच की मांग की है जिसमें विधायक महापौर द्वारा सोशल डिस्टेंस की उलंघन सहित उक्त संस्था का शहर में पहली बार दूसरे राज्य से आकर निगम के साथ थैला छपना किस नियम के तहत है क्या इस संस्था ने निगम को राशन सामग्री या राशि दान की है इस संस्था का अध्यक्ष नेतृत्वकर्ता कौन है इससे पूर्व इस संस्था का शहर में और क्या योगदान है इनका कार्य क्षेत्र कितना है अभी संकट काल में यह संस्था अचानक कैसे प्रकट हो गई और वर्ग विशेष को राहत सामग्री बाटने निगम ने इस संस्था के साथ थैले में अपना सरकारी नाम का उपयोग करने की इजाजत किसके कहने से दी क्या कोरोना संकट के दौर में विगत 2 माह से शहर के विभिन्न समाजों को दानदाता जिसने अग्रवाल समाज सिंधी समाज,जैन समाज व्यापारी संगठन जैसे दान दाताओं ने निगम को दान देने के बाद भी केवल किसी भी धर्म या समाज के लोगों को यह खाद्य सामग्री बाटने की सिफारिश की थी .
जबकि आज शहर के लिए अनजाना व बाहर से आई एक धर्मविशेष संस्था के नाम के साथ निगम ने किसके कहने पर अपना नाम का उपयोग कर अपील वाला थैला छपाकर खुलेआम केवल भेदभावपूर्ण एक विशेष समुदाय के लोगो को राशन बाटने दिया क्योंकि निगम प्रशासन इस हरकत से शहर में तनाव बढ़ गया है कि कैसे निगम के सहयोग से कोई संस्था संकट की घड़ी में गरीबों को धार्मिक आधार पर किस प्रकार राशन बांट रही है इन्हीं मुद्दों को लेकर आज भाजपा ने संभाग कमिश्नर को सभी बिंदुओं की सूक्ष्मता से जांच करवाकर राहत सामग्री वितरण की आड़ में नगर निगम जैसे शासकीय संस्था का दुरुपयोग कर अपनी राजनैतिक रोटी सेकने वाले तत्वों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
केंद्र की मोदी सरकार के बाद भाजपा की राज्य सरकारों का मजदूर विरोधी रवैया सामने आया
दरअसल भाजपा का ही चरित्र मजदूर विरोधी किसान विरोधी और गरीब विरोधी है
रायपुर / शौर्यपथ / पूरे देश से लॉक-डाउन के दौरान मज़दूरों की मौत की ख़बरों का सिलसिला चल रहा है. सड़कों से लेकर रेल की पटरियों तक ख़ून बिखरा हुआ है और ख़ून के छींटे केंद्र की भाजपा और भाजपा शासित राज्य सरकारों पर बदनुमा दाग़ की तरह हैं. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अभी तो श्रमिकों के लौटने का सिलसिला चल रहा है. अभी पता नहीं कि अभी कितने दाग़ लगने बाक़ी हैं और यह भी नहीं पता कि ये धब्बे कब और कैसे धुलेंगे.
महाराष्ट्र में औरंगाबाद की रेल दुर्घटना में 14 मजदूरों के मौत के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मध्य प्रदेश के गुना में अपने घर गांव लौट रहे 14 मजदूरों के मारे जाने और 71 मजदूरों के घायल होने के दुखद समाचार मिले हैं। इससे पहले लखनऊ में छत्तीसगढ़ के मज़दूर दंपत्ति की सड़क दुर्घटना में मौत की ख़बर आ चुकी है.
प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि केवल चार घंटे के नोटिस पर आनन-फानन में लगाए गए लॉक-डाउन के बाद प्रवासी मजदूरों की हुई दुर्दशा एवं उनके साथ किए गए अमानवीय व्यवहार का खौफनाक मंजर को पूरा देश देख रहा है। पूरे देश में लाखों प्रवासी मजदूर खाने, रहने की जगह इलाज दवाई या किसी भी सहयोग के बिना हजारों किलोमीटर दूर स्थित अपने गांवों को लौटने को मजबूर हो गए, ताकि उन्हें सरकार की बेपरवाही एवं सौतेले व्यवहार का शिकार न होना पड़े।
उन्होंने कहा है कि अभी कहना संभव नहीं कि पूरे देश में कितने मज़दूरों और उनके परिवारों को अपनी जान गंवानी पड़ी है क्योंकि दूर दराज़ से और दूसरे प्रदेशों से ख़बरें अभी व्यापक स्तर पर पहुंच नहीं रही हैं.
विडंबना है कि कोविड-19 की महामारी के समय पहले से ही मुसीबतों के बोझ तले दबे गरीब मजदूरों व श्रमिकों को राहत देने की बजाए भाजपा की राज्य सरकारें कोरोना की आड़ में उन्हें उनके ही अधिकारों से वंचित कर रही हैं।
केवल गंभीर रोगियों को ही भेजा जाए सेंदरी, कोरोनावायरस की हो जिले में ही जांच; स्वास्थ्य सचिव
शौर्यपथ
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सभी जिलों से मानसिक रोगियों को राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी न भेजने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य सचिवे सुश्री निहारिका बारीक़ सिंह द्वारा जारी एक आदेश में बताया गया है जिलों में संचालित शासकीय एवं स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा घुमंतु व्यक्तियों को राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी (बिलासपुर) में भर्ती के लिए भेजा जा रहा है।
``वर्तमान में कोविद -19 की परिस्थिति को देखते हुए राज्य के समस्त सिविल सर्जन एवं अस्पताल अधीक्षक, जिला अस्पताल में अधीन मनोरोग चिकित्सक अथवा वीकेएन प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सा अधिकारी के द्वारा घुमंतु व्यक्तियों की मानसिक जांच एवं कोरोना वायरस टेस्ट जांच कराये जाने के पश्चात सामान्य दशा हो तो उन्हें जिले में संचालित स्वयं सेवी संस्थानों में रखा जाए। जिनकी मानसिक अवस्था ठीक नहीं है, उन्हें राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी रिफ़र किया जाए,’’ आदेश में स्वास्थ्य सचिव ने कहा है।
राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय, सेंदरी के अधीक्षक, डॉ बी आर नंदा का कहना है सभी मानसिक रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। केवल उन्ही रोगियों को जो हिंसक होते हैं या खुद को क्षति पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं भर्ती करवाया जाता है, बाक़ी रोगियों का उपचार उनके घर पर,शेल्टर होम्स में या फिर स्वयं सेवी संस्थानों में रह कर ही हो सकता है ।
डॉ नंदा ने कहा अस्पताल में विडियो द्वारा परामर्श और टेली मेडिसिन की सुविधा भी दी जा रही है जिसका लाभ सभी उठा सकते हैं। डॉ मल्लिकार्जुन राव, मनोरोग विशेषज्ञ, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक दूरभाष नंबर: 8354066436 पर उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा घुमंतु व्यक्तियों को बिना कोविद-19 टेस्ट के सेंदरी भेजना, अस्पताल में भर्ती रोगियों के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है।
पिछले दिनों में देखा गया लगभग सभी जिलों से घुमंतु व्यक्तियों को सेंदरी रेफर किया जा रहा है हालांकि इनका उपचार उनके गृह जिले में ही हो सकता था । प्रदेश के सभी जिलों में कम से कम एक मेडिकल ऑफिसर को बेंगलुरु-स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (NIMHANS) द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा कुछ जिलों में मनोरोग विशेषज्ञ उपलब्ध है और हर मेडिकल कॉलेज में मनोरोग वार्ड और मनोरोगियों के उपचार की व्यवस्था भी है।
सेंदरी के चिकित्सालय में इस समय लगभग 150 गंभीर मानसिक रोगी भर्ती हैं और इनको कोविद-19 से भी बचाना अस्पताल प्रबंधन की ही ज़िम्मेदारी है।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ राव के अनुसार पिछले दिनों में अस्पताल आने वाले रोगियों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है।
सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षात्मक उपायों के साथ मिल रही मदिरा
धमतरी शौर्यपथ
भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुक्रम में राज्य शासन द्वारा राष्ट्रीय विपदा कोरोना वायरस (COVID-19) के फैलाव को नियंत्रित करने एवं बचाव के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग, फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सुरक्षात्मक उपाय अपनाते हुए मदिरा दुकानों को 04 मई से संचालित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जिले की सभी 26 (17 देशी एवं 09 विदेशी) मदिरा दुकानें सुबह 8.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक संचालित की जा रही हैं। कम्प्लीट लाॅकडाउन के तहत मई महीने में हर शनिवार तथा रविवार को मदिरा दुकानों में काउंटर बिक्री को बंद रखी गई है।
जिला आबकारी अधिकारी श्री मोहित जायसवाल ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान दुकानों में होने वाली भीड़ में कमी लाने के उद्देश्य से विक्रय सीमा में वृद्धि करते हुए देशी/विदेशी मदिरा की 4 बोतल तथा बियर की 6 बोतल निर्धारित की गई है। वहीं मदिरा दुकानों में नियुक्त कर्मचारियों के द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क तथा सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है। सभी कर्मचारियों के द्वारा भारत सरकार की आरोग्य सेतु मोबाइल एप इंस्टाल किया गया है। दुकान परिसर में प्रवेश करने वाले ग्राहकों को अनिवार्य रूप से मास्क धारण तथा सैनिटाइजेशन सुनिश्चित करने लगातार समझाइश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार भीड़ नियंत्रण करने के लिए दुकानों में मजबूत बेरिकेटिंग तथा चूना मार्क किया जाकर ग्राहकों के बीच छह फीट की दूरी (02 गज की दूरी) सुनिश्चित की जा रही है। वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु दुकान परिसर में मदिरापान को पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री रजत बंसल के निर्देशानुसार राजस्व, पुलिस तथा आबकारी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सतत् निगरानी रखी जा रही है।
मदिरा दुकानों में भीड़ को नियंत्रित करने हेतु सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के दृष्टिगत डिलीवरी बाॅय के माध्यम से मदिरा प्रदाय की व्यवस्था जिले में प्रारंभ कर दी गयी है। मदिरा बुकिंग का वेबसाइट एड्रेस http://csmcl.in है, जिसमें जाकर डाउनलोड एप बटन पर क्लिक कर अथवा गूगल प्ले स्टोर में CSMCL APP सर्च कर उसे एंड्राॅएड मोबाइल में इंस्टाल किया जा सकता है तथा मोबाइल के माध्यम से भी बुकिंग की जा सकती है। ग्राहक को अपना मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड तथा पूर्ण पता दर्ज कर पंजीयन करना होगा। पंजीयन ओ.टी.पी. के माध्यम से कन्फर्म होगा। पंजीयन उपरांत ग्राहक को लाॅगिन करने के पश्चात अपने जिले के निकट की एक विदेशी दुकान, एक देशी दुकान तथा एक प्रीमियम दुकान को लिंक करने की सुविधा प्रदान की गई है। ग्राहक की सुविधा के लिए जिले की सभी मदिरा दुकानों को गूगल मैप पर देखने की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे ग्राहक के द्वारा आसानी से अपनी निकट की दुकान का चयन कर लिंक किया जा सकता है। ग्राहक को संबंधित मदिरा दुकान में उपलब्ध मदिरा की सूची एवं उसका मूल्य प्रदर्शित किया गया है जिसमें से अपनी पसंद की मदिरा को अपनी आवश्यकता अनुसार क्रय कर सकता है। ग्राहक एक मदिरा दुकान से एक बार में 5000 एम.एल. तक मदिरा डोर डिलीवरी के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। ग्राहक के द्वारा बुक की गई मदिरा सुपरवाइजर के द्वारा पैक किए जाने पर ग्राहक को स्वतः ओ.टी.पी. प्राप्त हो जाएगी। डिलीवरी बाॅय के द्वारा आॅर्डर की गई मदिरा प्रदान किए जाने पर उन्हें मदिरा का मूल्य तथा डिलीवरी चार्ज 120 रूपए का भुगतान करना होगा। भुगतान पश्चात् डिलीवरी पूर्ण करने के लिए ग्राहक को ओ.टी.पी. डिलीवरी बाॅय को प्रदान करना होगा। डिलीवरी बाॅय द्वारा आधार कार्ड चेक कर मदिरा की डिलीवरी की जा रही है। आबकारी अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 400 से अधिक डोर डिलीवरी की सुविधा प्रदाय की जा चुकी है।
पिटपास न रॉयल्टी धड़ल्ले से हो रही रेत की सप्लाई
धमतरी/नगरी शौर्यपथ
लॉक डाउन के दौरान मिली आंशिक छूट का फायदा खनिज माफिया खुल कर उठा रहे हैं और अवैध रूप से पूरी नदी पर ही कब्जा कर रेत का उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है।नगरी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम रतावा व पोड़ागांव के मध्य में बालका नदी है जहां पर सुबह से शाम तक ट्रेक्टरों की लाइन लगी रहती है जो इस नदी का सीना चीर कर अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर ऊंचे दामों में क्षेत्र में सप्लाय कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बालका नदी का दोहन इसी क्षेत्र के ग्राम पोड़ागांव व रतावा के कुछ लोगों के द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है।अन्य गांव के या जरूरतमन्दों को यहां नो एंट्री है किंतु कुछ लोगों ने इस नदी पर अपना आधिपत्य जमा लिया है और प्रतिदिन सैकड़ो ट्रिप रेत का दोहन कर ऊंचे दामो पर नगरी से लेकर पूरे सिहावा क्षेत्र में सप्लाय किया जाता है। इस अवैध उत्खनन में न तो पीट पास की जरूरत है और न ही किसी को रॉयल्टी देने की ।उल्टे चिन्हाकित ट्रेक्टरों का ही प्रवेश है।प्रतिदिन इस नदी से निकल कर सरपट दौड़ने वाले ट्रेक्टरों से दुर्व्हटना का खतरा मंडराता है वह अलग,ग्रामीणों ने खनिज विभाग व नगरी एसडीएम से इस पर तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है।
इस संबंध में एसडीएम नगरी से चर्चा करने पर उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
पिटपास न रॉयल्टी धड़ल्ले से हो रही रेत की सप्लाई
धमतरी/नगरी शौर्यपथ
लॉक डाउन के दौरान मिली आंशिक छूट का फायदा खनिज माफिया खुल कर उठा रहे हैं और अवैध रूप से पूरी नदी पर ही कब्जा कर रेत का उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है।नगरी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम रतावा व पोड़ागांव के मध्य में बालका नदी है जहां पर सुबह से शाम तक ट्रेक्टरों की लाइन लगी रहती है जो इस नदी का सीना चीर कर अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर ऊंचे दामों में क्षेत्र में सप्लाय कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बालका नदी का दोहन इसी क्षेत्र के ग्राम पोड़ागांव व रतावा के कुछ लोगों के द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है।अन्य गांव के या जरूरतमन्दों को यहां नो एंट्री है किंतु कुछ लोगों ने इस नदी पर अपना आधिपत्य जमा लिया है और प्रतिदिन सैकड़ो ट्रिप रेत का दोहन कर ऊंचे दामो पर नगरी से लेकर पूरे सिहावा क्षेत्र में सप्लाय किया जाता है। इस अवैध उत्खनन में न तो पीट पास की जरूरत है और न ही किसी को रॉयल्टी देने की ।उल्टे चिन्हाकित ट्रेक्टरों का ही प्रवेश है।प्रतिदिन इस नदी से निकल कर सरपट दौड़ने वाले ट्रेक्टरों से दुर्व्हटना का खतरा मंडराता है वह अलग,ग्रामीणों ने खनिज विभाग व नगरी एसडीएम से इस पर तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है।
इस संबंध में एसडीएम नगरी से चर्चा करने पर उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल 211वी बटालियन के सौजन्य से सिहावा विधायक द्वारा सेनेटाइजर का वितरण
धमतरी/नगरी शौर्यपथ
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल 211 वी बटालियन के सौजन्य से ग्राम रतावा,पोड़ाग़ांव,बिरनासिल्ली,लखनपुरी,,घटुला, फरसगांव के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव के द्वारा सेनेटाइजर, फिनाइल, साबुन,डिसइंफ़ेक्टर का वितरण किया गया इस दौरान डॉ. ध्रुव द्वारा सभी ग्रामीणों से सोशल डिस्टेन्ससिंग का पालन करने एवं अपने आसपास साफ सफाई रखने तथा कोरोना से बचने के उपाय बताये एवं ग्रामीणों से बाहर से आ रहे लोगों के बारे मे प्रशासन को सूचना देने की बात कही व अंत में विधायक डॉ .लक्ष्मी ध्रुव ने केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल के इस पहल की सराहना की एवं देश की रक्षा मे लगे सभी जवानों का धन्यवाद किया इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से रिटायर्ड आबकारी अधिकारी एल एल ध्रुव, विधायक प्रतिनिधि रुद्रप्रताप नाग,हल्बा समाज तहसील अध्यक्ष के आर बोर्झरिया,जनपद सदस्य उमेश देव,पेमन स्वर्णबेर, सरपंच घटुला राजू सोम,सरपंच लखनपुरी देशी राम कमार, सरपंच पोड़ाग़ांव यतीन्द्र बिसेन, सरपंच रतावा गिरजा देव ,सरपंच बिरनासिल्ली उर्मिला शोरी,सरपंच फरसगांव ईश्वर नेताम, राजेन्द्र ठाकुर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल 211 वी बटालियन के अधिकारी एवं जवान एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
धमतरी/नगरी शौर्यपथ
ग्राम नवागांव व आमगांव के भाजपा कार्यकर्ता घर के सामने तख्ती,पोस्टर व झंडा लेकर सोशल डिटेनसिंग व सीमित संख्या का पालन करते हुए मनोहर मानिकपुरी के नेतृत्व में
खेमन साहू, वेद साहू, प्रदीप साहू, डोमेन साहू, परेश साहू,
व जनप्रतिनिधियों कार्यकर्ताओं ने घर के आंगन में धरना प्रदर्शन किया ।
प्रमुख मांगें:-
(1 )शराब बिक्री पूर्ण रूप से बंद हो ।(2 ) किसान धान बिक्री घोषणा 2500 / अंतर राशि का भुगतान तुरंत करें।(3)दो वर्ष के धान बोनस राशि का अतिशीघ्र भुगतान करने(4 )सरकार की घोषणा के अनुरूप बेरोजगारी भत्ता 2500 /मासिक अतिशीघ्र प्रदान करने (5)प्राकृतिक आपदा से नुकसान हुए रबी फसल का अविलंब मुवावजा दें।(6) अनियमित सविदा दैनिक कर्मचारी को रिक्त पदों पर नियमित किया जाय किसी की छंटनी न किया जाय (7)कोरोना वाइरस के कारण बाहर प्रदेश से आ रहे मजदूर विद्यार्थियों ,अन्य नागरिको को सभी सुविधा उपयुक्त स्थान रखने व्यवस्था हो(8) बुजुर्ग पेंशन में बढ़ोतरी हो मांग लेकर (9) छोटे व्यवसायियों ठेले में व्यवसाय करने वाले, नाई, होटल में दैनिक वेतन पर कार्य करने वाले कर्मचारियों इत्यादि को तत्काल राहत पैकेज देने की मांग की गई।
लाॅकडाउन की स्थिति में विद्यार्थियों को निर्बाध एवं नवाचारी शिक्षा मुहैया कराने पर दिया जोर
धमतरी /शौर्यपथ
कोरोना वायरस (कोविद-19) के संभावित संक्रमण को दृष्टिगत करते हुए कलेक्टर श्री रजत बंसल ने विद्यार्थियों को निर्बाध, अनवरत एवं नवाचारी शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आज विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा संकुल समन्वयकों की बैठक दोपहर 12.30 बजे वीडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से ली। कलेक्टर ने वी.सी. के दौरान बताया कि वर्तमान परिदृश्य में आॅनलाइन पद्धति से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना ही बेहतर और कारगर उपाय है, इसलिए शिक्षक इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हो जाएं कि आने वाले दिनों में इसी प्रणाली से शिक्षा का आदान-प्रदान किया जाएगा। साथ ही विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर की जानकारी से शिक्षकों के साथ-साथ पालक भी अवगत हांे, इसके लिए यह अच्छा माध्यम साबित होगा।
वीडियो काॅन्फे्रंसिंग के माध्यम से कलेक्टर ने जिले के चारों विकासखण्ड के शिक्षा अधिकारियों, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा संकुल समन्वयकों को निर्देशित किया कि सभी विकासखण्ड में आई.टी. (सूचना प्रौद्योगिकी) नेटवर्क तैयार करें, जिसके माध्यम से जिला, विकासखण्ड, क्लस्टर और स्कूल स्तर पर सोशल मीडिया में ग्रुप बनाया जाए। उन्होंने इसकी सूची आगामी सोमवार तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करने के निर्देश दिए। इसी तरह छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग की नई पहल पढ़ाई तुंहर द्वार के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे परख, युवोदय, और सीख कार्यक्रम के ठोस क्रियान्वयन के लिए भी शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा कलेक्टर ने लाॅक डाउन के दौरान मुख्यालय से बाहर रहने वाले शिक्षकों की जानकारी शीघ्रता प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती नम्रता गांधी, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री बिपिन देशमुख उपस्थित थे।
धमतरी शौर्यपथ
नोबल कोरोना वायरस कोविद-19 के मद्देनजर जिले में लाॅकडाउन प्रभावी है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री रजत बंसल ने होटल व्यवसायी संघ की मांग पर विचार करते हुए यह आदेश जारी किया है कि उपभोक्ताओं के द्वारा चाही गई सामग्री को पैक करके शासन के निर्देशों का पालन करते हुए तथा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों व निर्देशों का पालन करते हुए, न्यूनतम मजदूर रखने, प्रतिदिन कार्य स्थल को सेनिटाइज करने की शर्त पर होटल व्यवसाय संचालित हो सकेंगे। इसके लिए समय-सीमा सुबह 8 बजे शाम चार बजे निर्धारित की गई है।
दुर्ग / शौर्यपथ / शक्ति नगर क्षेत्र में प्रदूषित पानी से होने वाली महामारी एवं अन्य बीमारी से बचाव के लिए नगर निगम दुर्ग ने बेहतर प्रबंधन का कार्य करते हुये शक्ति नगर तालाब से प्रदूषित पानी को खाली कराया । अब शक्ति नगर तालाब से खाद युक्त मिट्टी को बाहर निकाला जा रहा है। नगर निगम की विभागीय बेहतर प्रबंधन से कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय के नेतृत्व एवं सहा0 अभियंता जगदीश केशरवानी स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता के सहयोग से कम समय में प्रदूषित पानी को खाली किया गया।
उल्लेखनीय है कि औद्योगिक नगर वार्ड 17 में स्थित शक्ति नगर तालाब का पानी प्रदूषित होने के कारण मछलियां मर रही थी पानी से बदबू आ रहा था। वार्ड निवासियों की सूचना एवं मांग पर विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा शक्ति नगर तालाब का निरीक्षण किया गया । उनके निर्देश के परिपालन में निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा शक्ति नगर तालाब सफाई के लिए दल का गठन किया गया। निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के मार्गदर्शन में शक्ति नगर तालाब की सफाई कार्य निगम से व्यवस्था करने निर्देशित किया गया । निगम के अधिकारियों ने शक्ति नगर तालाब से प्रदूषित पानी खाली करने पहले एक पम्प लगाया गया, तालाब से पानी खाली होने में समय लग रहा था । निगम आयुक्त श्री बर्मन ने और पम्प लगाने निर्देश दिये। निगम अधिकारियों के नेतृत्व में चार मोटर पम्प लगाकर तालाब से प्रदूर्षित पानी को जल्द से जल्द खाली किये। कार्यपालन अभियंता श्री पाण्डेय ने बताया तालाब से गंदा पानी खाली करने में मोहल्ले वााियों ने पूरा सहयोग दिया। अब निगम की चैनमाउंटेन मशीन से शक्ति नगर तालाब का गहरीकरण करने के साथ खाद युक्त मिट्टी को बाहर निकाला जा रहा है। जिस किसी भी किसान भाईयों, सब्जी बा?ी वालों काके खाद युक्त मिट्टी की आवश्यकता हो वे खाद युक्त मिट्टी नि:शुल्क ले जा सकते हैं।