
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
दुर्ग / शौर्यपथ / शहर को कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के तहत् संक्रमण से बचाव के अभियान में दुर्ग शहर के सब्जी और फल ठेला दुकानदार भी वारियर्स के रूप में कार्य कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं । वे शहर को गंदगी से बचाने नियमित कचरा गाड़ी को कचरा दे रहे हैं । अपने इस कार्य में वे नगर निगम को पूरा--पूरा सहयोग कर रहे हैं । अपने सब्जी पसरा और फल ठेला से निकलने वाले वेस्ट कचरे को निगम की ई--रिक्शा कचरा गाडियों को देकर शहर को स्वच्छ रखने का कार्य कर रहे है । निगम आयुक्त बर्मन ने सब्जी और फल दुकानदारों से अपील कर कहा है की वे अपने सब्जी पसरा व फल दुकानों का कचरा बाहर ना फेंके कहीं भी डाल कर गंदगी ना करें यदि कचरा अधिक एकत्र हो जाता है तो उसे स्वास्थ्य विभाग के हमले को सूचित कर कचरा गाड़ी में कचरा देवें ।
उल्लेखनीय है कि महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के मार्गदर्शन में शहर को कचरा, गंदगी और संक्रमण से बचाव के लिए चिल्लर सब्जी व्यवसायियों तथा फल दुकानदारों का विकेन्द्रीकृत करते हुये अलग--अलग स्थानों पर व्यवसाय के लिए बैठाया गया है और उन्हें समझाइश दिया गया है कि कोई भी सब्जी और फल दुकानदार कचरा सड़क और नाली में फेंक कर जिंदगी नहीं करेंगे वे अपने दुकान का कचरा निगम की ईरिक्शा कचरा गाड़ी को ही देंगे । सब्जी, फल वालों को सुराना कालेज के पास, महिला समृद्धि बाजार, शनिचरी बाजार, सिकोला बाजार, नयापारा बाजार में व्यवसाय कर रहे हैं । इसके अलावाशासन व्दारा व्यवसायिक गतिविधियां प्रारंभ कराने के बाद मुख्य बाजार इंदिरा मार्केट क्षेत्र में सब्जी और फल दुकानें लग रही है । इन बाजार क्षेत्रों से कचरा प्रबंधन कर सब्जी और फल दुकानदार अपने दुकान का कचरा सड़क और नाली में ना फेकते हुये शहर को गंदगी से होने वाले महामारी व संक्रमण से बचाव के लिए निगम व्दारा दो पालियों में चलाये जा रहे ई--रिक्शा कचरा कलेक्शन गाड़ी दे रहे हैं । इस तरह से दुर्ग के सब्जी और फल ठेला वाले कोरोना वारियर्स के रुप में कार्य कर शहर को संक्रमण से बचा रहे हैं । निगम का ई-रिक्शा कचरा गाड़ी आज इंदिरा मार्केट सब्जी बाजार एरिया फुल बाजार महिला समृद्धि बाजार सुरानाकॉलेज के सामने पुराना गंज मंडी शनिचरीबाजार गांधीचौक एरिया आदि जगह से सब्जी और फल ठेला लगाने वालों से कचरा एकत्रित किया ।
दुर्ग / शौर्यपथ / नेशलन हाइवे टोल नाका दुर्ग में मजदूरो के सेवा के लिए संचालित श्रमिक सेवा केंद्र का यूनिसेफ रायपुर के अधिकारियों ने अवलोकन किया। आपदा प्रबंधन विभाग अधिकारी विवेक वासवानी और सैम ने श्रमिक सेवा केंद्र के द्वारा मजदूरों को उपलब्ध कराए जाने वाले सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने सेवा केंद्र में सेवारत स्वंयसेवक के द्वारा मास्क पहनकर और फिजिकल डिस्टेंश का पालन करते हुए कार्य किये जाने की उन्होंने तारीफ भी किया। नंगे पैर चलने वालों को चप्पल बाटने, गर्मी से बचने ओ आर एस का पैकेट, ग्लूकोस और ग्लूकोस बिस्किट देने का सलाह दिया। कोरोना वारियर्स के रूप में ट्रक व बस ड्राइवर के द्वारा इस आपदा में सेवा देने के लिए में उन्हें उचित सम्मान देने की सलाह दी गई।
इस अवसर पर उन्होंने लक्ष्मण चंद्राकर, राजेश यादव, राजेन्द्र साहू, क्षितिज चंद्राकर, विशाल देशमुख, नीलेश चौबे, मुकेश चंद्राकर, अजय गोलू गुप्ता, अजय शर्मा, दीपक चावड़ा, गजराज राउत से मजदूरों के हित मे आगामी दिनों में कार्य करने और उन्हें सुविधाए उपलब्ध कराने पर चर्चा किए। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग ने भी श्रमिक सेवा केंद्र का अवलोकन किया। जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव ने सेवा केंद्र में अपनी सेवा दी। आज लगभग पंद्रह हजार पैकेट इस केंद्र से मजदूरों को बांटने का लक्ष्य रखा गया है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा दुर्ग के द्वारा पंद्रह सौ भोजन का पैकेट इस केंद्र से वितरित किया गया। अवसर पर प्रदीप चौबे, प्रतिमा चंद्राकर, आर एन वर्मा, निर्मल कोसरे, रिवेंद्र यादव, कृष्णा देवांगन, भूपेश वर्मा, निखिल खिचरिया, राजा विक्रम बघेल, सन्नी साहू, सुजीत बघेल, एकांत चंद्रकार, अयूब खान, एम पी गोयल, आशीष चंद्राकर, विमल यादव, अनिल जैन, सुरेंद्र राजपूत, असगर अली, चंद्र मोहन गभने, राम जोशी, विकास यादव, प्रकाश भारजद्वाज, ज्ञानेश्वर ताम्रकार, राकेश साहू, मयंक यादव, कृष्णकांत अग्रवाल, रविन्द्र साहू, राजू जैन, राकेश ठाकुर, विजेश बर्बे, वी एस राव, कमलेश चंद्राकर, अभिषेक शर्मा, अरविंदर खन्ना, रमनजीत, हरविंदर, राजपाल, बंटी, गुरविंदर सिंह आदि ने अपनी सेवाएं प्रदान किया।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर निगम व हैदराबाद के एक समुदाय से जुड़े संस्था का एक साथ छपे थैले से शहर के कुछ क्षेत्रों में धर्म विशेष के लोगों को सूखा राहत सामग्री बांटें जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और कोरोना महामारी आपदा काल में निगम जैसी शासकीय संस्था के साथ गैर प्रदेश के संस्था के नाम पर कांग्रेस शासित निगम में विधायक व महापौर के फोटोयुक्त खाद्य सामग्री गरीबों को तुष्टिकरण के तहत धार्मिक भेदभाव के आधार पर दिए जाने के मुद्दे को भाजपा ने भी बेहद गंभीरता से लिया है व इसे शहर के शांत व सौहाद्र वातावरण में जहर घोलने वाला बताते हुए आज जिला भाजपा अध्यक्ष उषा टावरी के नेतृत्व में एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल ने संभाग आयुक्त जी आर चुरेंद्र से मुलाकात कर गत दिनों हुए गोडवाना भवन की घटना की विस्तारवार जानकारी देते हुए इस पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच कर संकट काल में इस प्रकार मदद की आड़ में अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए बहुसंख्यक वर्ग के गरीबों के साथ भेदभाव करने वाले दोषी तत्वों पर कड़ी के कार्यवाही करने की मांग की जिस पर संभाग आयुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल निगम आयुक्त से फोन पर चर्चा की व इस प्रकार की घटना को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए इस विषय जांच कर विस्तृत जानकारी देने इस तरह की घटना की पुनर वृत्ति न हो इसकी सख्त निर्देश दिया।
इस मामले को लेकर आज जिला भाजपा अध्यक्ष उषा टवरी,पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर,जिला भाजपा उपाध्यक्ष कांतिलाल जैन जिला भाजयुमो अध्यक्ष दिनेश देवांगन नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए संभाग कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर विगत दिनों विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल के फोटो युक्त थैले जिसमें आंध्रपदेश की हैदराबाद तेलंगाना संस्था व नगर निगम की संयुक्त नाम से छपे झोले में गोड़वाना भवन से सूखा राशन कीट तैयार करने व शहर कुछ वार्डो में रहने वाले एक धर्म विशेष के लोगों को वितरित किए जाने की जानकारी दी चूंकि इसी स्थान पर निगम द्वारा कोरोना संकट से जूझ रहे गरीब व जरूरत लोगो के लिए महापौर व पार्षद निधी की भी राशन सामग्री कीट तैयार कराया जा रहा था तो वहीं एक समुदाय के लिए भी पैकेट बनाया जा रहा था इस प्रकार एक ही स्थान पर निगम के छपे थैले से भेदभावपूर्ण ढ़ंग से अलग अलग कार्य करने की जानकारी होने पर नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा की आपत्ति व निगम अधिकारियों की अनभिज्ञता से संदेह होता है कि नगर निगम जैसी सरकारी संस्था के बैनर का उपयोग कैसे किसी दीगर प्रदेश की धार्मिक संस्था अपनी मर्जी से अपने समुदाय के लोगो के लिए उपयोग कर सकता है और बैनर वाला थैला छपाकर केवल एक वर्ग विशेष को सूखा राशन बांटा जा रहा हो यह मामला बेहद गम्भीर है और इतनी बड़ी हिमाकत किसके कहने पर हुई इन्हीं मुद्दे को लेकर आज भाजपा ने संभागायुक्त से 6 बिंदुओं पर जांच की मांग की है जिसमें विधायक महापौर द्वारा सोशल डिस्टेंस की उलंघन सहित उक्त संस्था का शहर में पहली बार दूसरे राज्य से आकर निगम के साथ थैला छपना किस नियम के तहत है क्या इस संस्था ने निगम को राशन सामग्री या राशि दान की है इस संस्था का अध्यक्ष नेतृत्वकर्ता कौन है इससे पूर्व इस संस्था का शहर में और क्या योगदान है इनका कार्य क्षेत्र कितना है अभी संकट काल में यह संस्था अचानक कैसे प्रकट हो गई और वर्ग विशेष को राहत सामग्री बाटने निगम ने इस संस्था के साथ थैले में अपना सरकारी नाम का उपयोग करने की इजाजत किसके कहने से दी क्या कोरोना संकट के दौर में विगत 2 माह से शहर के विभिन्न समाजों को दानदाता जिसने अग्रवाल समाज सिंधी समाज,जैन समाज व्यापारी संगठन जैसे दान दाताओं ने निगम को दान देने के बाद भी केवल किसी भी धर्म या समाज के लोगों को यह खाद्य सामग्री बाटने की सिफारिश की थी .
जबकि आज शहर के लिए अनजाना व बाहर से आई एक धर्मविशेष संस्था के नाम के साथ निगम ने किसके कहने पर अपना नाम का उपयोग कर अपील वाला थैला छपाकर खुलेआम केवल भेदभावपूर्ण एक विशेष समुदाय के लोगो को राशन बाटने दिया क्योंकि निगम प्रशासन इस हरकत से शहर में तनाव बढ़ गया है कि कैसे निगम के सहयोग से कोई संस्था संकट की घड़ी में गरीबों को धार्मिक आधार पर किस प्रकार राशन बांट रही है इन्हीं मुद्दों को लेकर आज भाजपा ने संभाग कमिश्नर को सभी बिंदुओं की सूक्ष्मता से जांच करवाकर राहत सामग्री वितरण की आड़ में नगर निगम जैसे शासकीय संस्था का दुरुपयोग कर अपनी राजनैतिक रोटी सेकने वाले तत्वों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
दुर्ग / शौर्यपथ / शक्ति नगर क्षेत्र में प्रदूषित पानी से होने वाली महामारी एवं अन्य बीमारी से बचाव के लिए नगर निगम दुर्ग ने बेहतर प्रबंधन का कार्य करते हुये शक्ति नगर तालाब से प्रदूषित पानी को खाली कराया । अब शक्ति नगर तालाब से खाद युक्त मिट्टी को बाहर निकाला जा रहा है। नगर निगम की विभागीय बेहतर प्रबंधन से कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय के नेतृत्व एवं सहा0 अभियंता जगदीश केशरवानी स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता के सहयोग से कम समय में प्रदूषित पानी को खाली किया गया।
उल्लेखनीय है कि औद्योगिक नगर वार्ड 17 में स्थित शक्ति नगर तालाब का पानी प्रदूषित होने के कारण मछलियां मर रही थी पानी से बदबू आ रहा था। वार्ड निवासियों की सूचना एवं मांग पर विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा शक्ति नगर तालाब का निरीक्षण किया गया । उनके निर्देश के परिपालन में निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा शक्ति नगर तालाब सफाई के लिए दल का गठन किया गया। निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के मार्गदर्शन में शक्ति नगर तालाब की सफाई कार्य निगम से व्यवस्था करने निर्देशित किया गया । निगम के अधिकारियों ने शक्ति नगर तालाब से प्रदूषित पानी खाली करने पहले एक पम्प लगाया गया, तालाब से पानी खाली होने में समय लग रहा था । निगम आयुक्त श्री बर्मन ने और पम्प लगाने निर्देश दिये। निगम अधिकारियों के नेतृत्व में चार मोटर पम्प लगाकर तालाब से प्रदूर्षित पानी को जल्द से जल्द खाली किये। कार्यपालन अभियंता श्री पाण्डेय ने बताया तालाब से गंदा पानी खाली करने में मोहल्ले वााियों ने पूरा सहयोग दिया। अब निगम की चैनमाउंटेन मशीन से शक्ति नगर तालाब का गहरीकरण करने के साथ खाद युक्त मिट्टी को बाहर निकाला जा रहा है। जिस किसी भी किसान भाईयों, सब्जी बा?ी वालों काके खाद युक्त मिट्टी की आवश्यकता हो वे खाद युक्त मिट्टी नि:शुल्क ले जा सकते हैं।
भिलाई / शौर्यपथ / फोरलेन सड़क पर कुम्हारी पावरग्रिड के पास सड़क हादसे में मोटर साइकिल सवार व्यक्ति की मौत हो गई। मतक तापस पालित पिता स्व. कार्तिकचंद (55 वर्ष) वार्ड 14 हाउसिंग बोर्ड कालोनी कुम्हारी का रहने वाला था। मामले में कुम्हारी पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ अपराध कायम कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक तापस पालित हथखोज स्थित हंस इंजीनियरिंग में नौकरी करता था। मंगलवार की शाम 7 बजे के आसपास वह कार्यस्थल से अपने घर कुम्हारी मोटर साइकिल क्रमांक सीजी 07/5126 में लौट रहा था। तभी पावरग्रिड के पास किसी अज्ञात वाहन ने उसे चपेट में ले लिया। सूचना पर पहुंची कुम्हारी पुलिस ने गंभीर हालत में सड़क पर पड़े तापस पालित को सुपेला शासकीय अस्पताल भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने मौत हो जाने की पुष्टि कर दी। आज पोस्ट मार्टम के बाद कुम्हारी के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया। तापस पालित के दुर्घटना में मौत पर कुम्हारी बंग समाज के अध्यक्ष प्रदीप सान्याल सहित अन्य पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
भिलाईनगर / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम, भिलाई के हाउसिंग बोर्ड एवं फरीदनगर क्षेत्र में निगम की टीम, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम कंटेनमेंट जोन में वहां की गतिविधियों पर नजर रख रही है! जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि ने जोन क्रमांक 02 के अंतर्गत घासीदास नगर वार्ड क्रमांक-27 एवं हाउसिंग बोर्ड वार्ड 26 के क्षेत्र में सतत निगरानी रखी हुई है और गतिविधियों पर नजर रखने तथा क्षेत्र में कोई परेशानी न हो इसके लिए कर्मचारी की नियुक्ति की गई है इसी प्रकार से फरीदनगर में भी की गई है!
वार्ड में अस्थाई केम्प आॅफिस स्थापित करते हुए जितेन्द्रनाथ तिवारी प्रभारी सुपरवाईजर, सुगम दास प्लेंसमेंट सुपरवाईजर की ड्यूटी सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक कैंप आफिस कर्मा मंदिर निगम पंडाल घासीदास नगर में, अनुप गजेन्द्र पम्प सहायक, संतोष कुमार प्लेसमेंट सुपरवाईजर को दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक कैंप आफिस कर्मा मंदिर निगम पंडाल घासीदास नगर में, प्रकाश अग्रवाल राजस्व निरीक्षक, चतुर चन्द्राकर पम्प सहायक को सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक पीली पानी टंकी निगम पण्डाल हाउसिंग बोर्ड वार्ड 26 में, रामकुमार प्रभारी सुपरवाईजर, अनिल सौदागर प्रभारी सुपरवाईजर को दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक पीली पानी टंकी निगम पण्डाल हाउसिंग बोर्ड वार्ड 26 में ड्यूटी लगाई गई है! इन क्षेत्रों की सतत मॉनिटरिंग के लिए पुरुषोत्तम सिन्हा, उप अभियंता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कंटेनमेंट घोषित क्षेत्र में स्वच्छता कर्मचारियों द्वारा सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल का छिड़काव कर सैनिटाइज करने का कार्य किया जा रहा है!
विदित है कि सूचना प्राप्त होते ही फरीद नगर में आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी द्वारा रात्रि में 3 घंटे तक पूरे क्षेत्र का अवलोकन कर अधिकारियों को निर्देशित किया गया था! इन क्षेत्रों के जोन आयुक्तों ने बताया कि यहां पर की सभी दुकानें बंद रखी गई है और गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है! अस्थाई कैंपों में पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौजूद है!
दुर्ग / शौर्यपथ / भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना के संकटकाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश में विकास को गति प्रदान करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि देशवासियों के लिए यह 20 लाख करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज देश की जीडीपी के लगभग 10% के बराबर है मैं इस अभूतपूर्व व ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत करती हूं एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का कोटि कोटि अभिनंदन करती हूँ।
सांसद सरोज पाण्डेय ने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मूलमंत्र के साथ कार्य करते हुए मोदी सरकार ने हमेशा देशवासियों के हित में निर्णय लिया है और यह 20 लाख करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज इस बात का परिचायक है। मोदी सरकार की इस घोषणा से देश के सभी वर्ग, गांव, गरीब, किसान, व्यापारी, मध्यम वर्गीय को बड़ी राहत मिलेगी और इसके साथ ही देश का हर वर्ग सशक्त व आत्मनिर्भर बनेगा।
आज देश की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी व वित्त राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के देश को आत्मनिर्भर बनाने के स्वप्न को मूर्त रूप देने के लिए महती कार्ययोजना का एलान किया है। इस कार्ययोजना के तहत देश के सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर एम.एस.एम.ई. को सबसे ज्यादा राहत दी गयी है क्योंकि इस सेक्टर में देश के 10 करोड़ से ज्यादा लोग कार्यरत हैं। इस सेक्टर को दी जाने वाली बड़ी राहतों में 3 लाख करोड़ रुपए का कोलेटरल फ्री ऑटोमैटिक लोन का प्रावधान है, जिसमे किसी को अपनी ओर से किसी तरह की गारेंटी देने की जरूरत नही है। इससे इस सेक्टर में नगदी की कमी खत्म होगी तथा उन्हें पुनः कार्य शुरू करने में सहुलियत होगी जिससे इस पर निर्भर लोगो को रोजगार मिलेगा।
इसके साथ ही 20 हजार करोड़ रुपए का सुबॉर्डिनेट लोन दिया जाएगा। इससे 2 लाख से ज्यादा यूनिट को लाभ मिलेगा। एम.एस.एम.ई फण्ड ऑफ फंड्स के जरिए 50 हजार करोड़ रुपए का इक्विटी इंफ्यूजन जो एमएसएमई अच्छा कर रहे है ओर वो बिज़नेस का विस्तार करना चाहते है, लेकिन सुविधा नहीं मिल पा रही है, उनके लिए फण्ड ऑफ फंड्स के जरिये फंडिंग मिलेगी। अब एमएसएमई के हित मे इसकी परिभाषा बदल दी गयी है और यह बदलाव मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस दोनों इंडस्ट्रीज पर लागू होंगे, 01 करोड़ रुपए तक निवेश करके 5 करोड़ तक का व्यापार करने वाली इंडस्ट्री सुक्ष्म, 10 करोड़ रुपए तक निवेश और 50 करोड़ तक व्यापार करने वाली इंडस्ट्री लघु, जबकि 20 करोड़ तक का निवेश और 100 करोड़ तक का व्यापार करने वाली इंडस्ट्री मध्यम कहलाएगी। 200 करोड़ रुपए तक की सरकारी खरीद में अब ग्लोबल टेंडर नहीं होगा तथा देश के उत्पादकों से ही यह खरीदी की जाएगी। इससे लोकल के लिए वोकल के मंत्र को मजबुती मिलेगी।
सभी एमएसएमई को ई-मार्केट लिंकेज किया जाएगा जिससे उनके उत्पादों के प्रचार प्रसार में उन्हें सहायता मिलेगी। निर्माण क्षेत्र को नई मजबूती प्रदान करने तथा क्षेत्र में लगे मजदूरों का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी कॉन्ट्रेक्टरों को बिना शर्त 06 महीने का सरकार एक्सटेंशन देगी। इसके आगे राहत देते हुए कंपनियों की पीएफ में हिस्सेदारी को 12% की जगह 10% तक कर सकेंगे जिससे कंपनियों के पास लिक्विडिटी बढ़ेगी। साथ ही टीडीएस रेट में 25% की कमी की गई है जिससे आम लोगो को लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का लाभ होगा तथा यह पैसा सीधे उनके हाथ में जा सकेगा। इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी।
यह तो सिर्फ पहला कदम है देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए। आने वाले दिनों में सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में और भी राहत प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश संकटकाल को भी अवसर बनाकर विश्व के सिरमौर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है!
दुर्ग / शौर्यपथ / देश वर्तमान में कोरोना संकट से जूझ रहा है और इस लॉक डाउन में ऐसे लाखो परिवार है जिनके पास रोजगार के साधन नहीं है . केंद्र सहित प्रदेश सरकार की पूरी कोशिश रही है कि कोई भी भूखा ना रहे . सरकार के साथ विपत्ति की इस घडी में कई स्वयं सेवी संस्थाए भी आगे रही और खुल कर गरीब वर्ग की धन से राशन से मदद की . लॉक डाउन की घडी में दान करने वाले और सहयोग करने वालो की पहचान हुई वही कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों को भी जनता ने देखा .
लॉक डाउन के समय अति आवश्यक वस्तुओ की दुकानों को खुलने की अनुमति मिली जिसमे राशन की दूकान का अहम् योगदान था किन्तु शहर के ऐसे कई राशन व्यापारी है जो इस लॉक डाउन में संकट की घडी में भी अपनी नैतिकता को दरकिनार करते हुए कीमत से ज्यादा सामन का विक्रय कर जेब भरने में लगे हुए थे . देश सहित प्रदेश में भी लॉक डाउन था . लॉक डाउन के 42 दिनों में भी आम जनता को किसी वस्तु की कमी नहीं हुई हर वस्तु की आपूर्ति हुई चाहे वो राशन हो चाहे , शराब हो , चाहे पान गुटखा , सिगरेट- बीडी सभी का विक्रय निरंतर जारी था नशे की सामग्री की खुलकर चोरी छिपे विक्रय का खेल चलता रहा और व्यापारियों द्वारा दुगनी तिगुनी कीमत भी वसूली गयी वही राशन में क्वालिटी की बात कह कर राशन को भी ऊँचे दामो में कई व्यापारियों ने बेचा हर सामान पर गिरी हुई मानसिकता के कई व्यापारियों ने आम जनता को खूब लुटा . विपत्ति के 42 दिन ( लॉक डाउन ) का दिन भी जैसे तैसे बीत गया और जनता ने राहत की साँस ली जब जिला प्रशासन द्वारा सभी दुकानों को ( कुछ दुकानों को छोड़कर ) खोलने की अनुमति दे दी .
वर्तमान में ज़रूरत की लगभग सभी दुकाने तो खुल गयी है किन्तु आज भी नशे की सामग्री ( सिगरेट , बीडी , गुटखा , जर्दा युक्त पौच आदि ) प्रिंट रेट से भी ज्यादा कीमत पर बिक रही किन्तु नशे के लोभी मौन है और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रहे है . नशे तक की बात है तो मामला दबा हुआ है किन्तु अचानक एक ऐसी अफवाह फैली जिसके कारण आम जनता में हाहाकार मच गया .
अफवाह फैली नमक कि कमी की . कहा से ये अफवाह फैली इसकी जाँच के लिए और संबंधितो पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिए वही जिला प्रशासन द्वारा भी त्वरित कार्यवाही करते हुए ऐसे कई दुकानदारों पर कड़ी कार्यवाही की गयी जिन्होंने अफवाह का फायदा उठाते हुए नमक जैसी अति आवश्यक खाद्य वास्तु को ज्यादा कीमत में बेचना शुरू किया . शासन की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी .
होना चाहिए निलंबन ..
अफवाह हो या हकीकत किन्तु ज्यादा कीमत पर नमक बेचने वाले व्यापारियों की मानसिकता का पता चल गया जिस समय देश संकट से गुजर रहा है उस समय व्यापारियों अपने निम्न स्तरीय सोंच का परिचय देते हुए आम जनता को लुटने लगे क्या ऐसे व्यापारियों को बाज़ार में व्यापार करने की अनुमति देनी चाहिए क्या ऐसे व्यापारियों को सिर्फ चाँद रूपये की जुर्माना राशि वसूल कर खुला छोड़ देना चाहिए जो संकट के समय लालची प्रवृत्ति अपना कर आम जनता को लुटने लगे क्या ऐसे व्यापारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर ऐसी मिसाल नहीं पेश होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी अफवाह का ये लालची व्यापारी फायदा ना उठा सके ?
अधिक दर पर नमक विक्रय के संबंध में की गई कार्रवाई
26 प्रतिष्ठानों की जांच, 84 हजार रुपये का अर्थदंड
दुर्ग / शौर्यपथ / जिले में नमक की कृत्रिम कमी के संबंध में हो रही अफवाहों के तारतम्य में प्राप्त हो रही शिकायतों पर खाद्य विभाग, नगरीय निकाय, एवं नाप तौल विभाग के मैदानी अमलों द्वारा दिनांक 12.05.2020 को 26 प्रतिष्ठानों की जांच की गई, जिसमें अधिक कीमत में नमक विक्रय करते पाये जाने के फलस्वरूप साहू किराना एवं जनरल स्टोर, वार्ड क्रं. 04 कुम्हारी को 25000/-रू, सुमन पटेल चंद्रशेखर आजाद नगर भिलाई 5000/-रू., माही किराना स्टोर्स मडौदा 5000/-रू., एजाक अहमद गौतम नगर 2000/-रू., हरीश किराना स्टोर्स पाटन 7000/-रू., किसान बंधु किराना स्टोर पाटन 4000/- रू., बालाजी किराना स्टोर्स जुनवानी 5000/-रू., खान किराना स्टोर कोडिया 5000/-, प्रवीण किराना स्टोर नगर पंचायत धमधा 8000/-रू., भाले किराना स्टोर 5000/-, सखाराम किराना 3000/- रू. एवं गुलाब किराना स्टोर्स जेवरा सिरसा से 10000/- रू. कुल- 84000 रू. नगद अर्थदंड आरोपित किया गया जिसकी वसूली निकायों द्वारा की गई इन दुकान संचालकों को भविष्य में अधिक दर पर खाद्य सामग्री न विक्रय किये जाने की चेतावनी दी गई, निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय करते पाये जाने पर दुकान की अनुज्ञप्ति निरस्त करने की कार्यवाही भी की जावेगी। खाद्य नियंत्रक ने बताया कि यह जांच सतत राजस्व विभाग, खाद्य विभाग, नगरीय निकाय एवं नाप तौल विभाग के द्वारा नियमित जारी रहेगी।
- कलेक्टर अंकित आनंद भी स्टेशन पर मौजूद रहे, स्वास्थ्य टीम ने परीक्षण किया,
बसों से किया गया घर रवाना - लिंगमपल्ली,
हैदराबाद से आ रही ट्रेन में दुर्ग के 14, बेमेतरा के 75 और बालोद के 34 ग्रामीण आए
दुर्ग / शौर्यपथ / पहली श्रमिक एक्सप्रेस हैदराबाद के लिंगमपल्ली से निकलकर सुबह दस बजे दुर्ग स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन से तेलंगाना में निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों की घर वापसी हो सकी। स्टेशन पर पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखा गया था। स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें स्टेशन में लगाई गई थीं। सभी यात्री एसिम्पमैटिक पाए गए। स्टेशन में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए रेलवे पुलिस के साथ ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन के लोग थे। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने स्वयं मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। ट्रेन से बेमेतरा से 75, बालोद से 34 और दुर्ग से 14 ग्रामीण पहुंचे। इन सभी को बस में गृह ग्राम भेज दिया गया।
पूरी प्रक्रिया में एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिव प्रोसिजर) का पालन किया गया। श्रमिकों को नाश्ते कराकर गंतव्य स्थल के लिए रवाना किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक श्रमायुक्त श्री रमेश प्रधान ने बताया कि हैदराबाद में रह रहे इन श्रमिकों से जिला प्रशासन सतत संपर्क में था। यह सभी निर्माण कार्य में लगे हुए थे। दुर्ग जिले में पहुंचने वाले सभी श्रमिक भिलाई 3 और पाटन ब्लाक के हैं। श्रमिकों ने बताया कि घर पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। लाकडाउन में फंस जाने के बाद यहां आने को लेकर चिंता थी।
जिला प्रशासन के अधिकारी हमसे निरंतर संपर्क में थे और हमें भरोसा देते रहे थे कि जब भी ट्रेन आरंभ होगी, वे हमें यहां से निकालकर सुरक्षित अपने गांव तक पहुंचा देंगे। हमें यहां भोजन भी उपलब्ध करा दिया गया है और बसें भी हमारी खड़ी हैं। अब हम 14 दिन अपने गांव के क्वारंटीन सेंटर में रहेंगे। अपने घर आने का सुख सबसे बड़ा सुख है। हमारे साथ छोटे-छोटे बच्चे भी थे जिनको लेकर भी हमें चिंता थी। उल्लेखनीय है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह विभिन्न रूट्स से श्रमिकों को लाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। उल्लेखनीय है कि सड़क मार्ग से आ रहे श्रमिकों को सहायता पहुंचाने श्रमिक सहायता केंद्रों की स्थापना की गई है। इन केंद्रों में पहुंचने वाले श्रमिकों को सूखा नाश्ता कराया जा रहा है तथा राह के लिए सूखा नाश्ता पैक कर भी दिया जा रहा है। जो मजदूर साधन विहीन हैं उन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा रही है।