
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / मां के लिए बच्चे का स्वास्थ्य सर्वोपरि प्राथमिकता होती है. बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए वह हर संभव प्रयास करती हैं. वे अपने बच्चों के लिए बेहद सावधानी बरतती हैं और उन्हें सभी पोषक तत्वों से भरपूर डाइट प्रदान करती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी चीज भी है जो एक मां अपने बच्चे को दिन में एक बार खिलाती है, तो उसका बच्चा हमेशा हेल्दी रहता है और उसका दिमाग भी तेज होता है? आज हम इस मदर्स डे पर आपको ऐसी एक चीज के बारे में बता रहे हैं जिसे हर मां अपने बच्चे को खिलाकर हेल्दी, तंदरुस्त और तेज बना सकती है.
मां को अपने बच्चे को क्या खिलाना चाहिए?
वह है खजूर. खजूर कई पोषक तत्वों और एनर्जी का अच्छा स्त्रोत है जो बच्चों के लिए बहुत लाभकारी होता है. यह उन्हें जरूरी पोषण प्रदान करता है जो उनकी ग्रोथ और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. खजूर में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स पाये जाते हैं, जो बच्चों की मजबूती और स्वस्थता को बनाए रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा खजूर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स बच्चों के मस्तिष्क को तेज करते हैं और उनकी सोचने की क्षमता को बढ़ावा देने में सहायक हो सकते हैं. इसलिए एक मां के लिए खजूर एक अच्छा विकल्प है जिसे वह अपने बच्चे को रोज दे सकती है, ताकि उनका बच्चा हमेशा स्वस्थ रहे.
दूध में मखाना भिगोकर खाना:
मखाना और दूध का संयोजन एक अच्छा कॉम्बो माना जाता है. ये बच्चों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में मदद कर सकता है. मखाना एक पोषक फल है जो कि प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है. दूध भी हाई प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी का स्त्रोत होता है. इन दोनों का संयोजन बच्चों के अच्छा पोषण मिलता है. मखाना में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले ताकतवर एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो बच्चों को मजबूत बनाते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. दूध में मौजूद कैल्शियम और मखाने की प्रोटीन बच्चों के शारीरिक विकास के लिए आवश्यक होते हैं, जैसे कि हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती के लिए.
Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.