CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ /ये तो हम सब जानते हैं कि भगवान भोलेनाथ को सावन का महीना बहुत प्रिय होता है. सावन के महीने में भगवान शिव का अभिषेक करना, रुद्राभिषेक करना, जलाभिषेक करना या भगवान भोलेनाथ के लिए केवल व्रत का संकल्प ही लिया जाए तो उससे भी वो बहुत प्रसन्न होते हैं. इसमें भी खासकर सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है, ऐसे में सावन सोमवार इस साल कब पड़ रहे हैं इसकी डेट्स क्या है और इस बार कितने सावन पड़ेंगे, आइए हम आपको बताते हैं.
कब होगी सावन की शुरुआत
सावन का पवित्र महीना इस बार 22 जुलाई 2024 सोमवार के दिन शुरू होगा और इसका समापन भी सोमवार 19 अगस्त को ही होगा, जिसे सावन पूर्णिमा कहा जाता है. सावन में इस बार पांच सोमवार पड़ेंगे, आइए हम आपको बताते हैं कि इन पांच सोमवार की तिथि क्या है और आप इस दिन क्या कर सकते हैं.
पहला सावन सोमवार
सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई के दिन ही मनाया जाएगा, इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध, बेलपत्र और धतूरा जरूर चढ़ाएं और इसके बाद शिवलिंग की परिक्रमा करें.
दूसरा सावन सोमवार
सावन का दूसरा सोमवार 29 जुलाई को मनाया जाएगा. इस दिन शिवलिंग पर गंगाजल और कच्चे दूध का अभिषेक करना चाहिए, इससे भगवान भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं.
तीसरा सावन सोमवार
सावन का तीसरा सोमवार 5 अगस्त को पड़ रहा है. सावन के तीसरे सोमवार में आप किसी प्रसिद्ध शिव मंदिर में जा सकते हैं या घर में ही मिट्टी की शिवलिंग बनाकर या अपने घर के शिवलिंग की ही विधि-विधान से पूजा अर्चना करके भोलेनाथ का आशीर्वाद पा सकते हैं.
चौथा सावन सोमवार
सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त के दिन पड़ रहा है. कहते सावन के चौथे सोमवार पर शिवलिंग पर घी अर्पित करना चाहिए, इसके बाद शुद्ध जल या गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी दुखों और कष्टों का नाश होता है.
पांचवा सावन सोमवार
सावन का पांचवा और आखिरी सोमवार 29 अगस्त के दिन मनाया जाएगा. कहते हैं सावन के आखिरी सोमवार के दिन शाम के समय शिवजी और पार्वती जी की आरती करने के साथ ही ओम गौरी शंकराय नमः और ॐ नमः पार्वती पतये नमः मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए.
Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.