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नई दिल्ली /शौर्यपथ /भारत और अल्जीरिया ने आज द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इससे दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी और रणनीतिक हितों को बढ़ावा मिलेगा। सेना और अधिकारियों की उपस्थिति में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ- जनरल अनिल चौहान और पीपुल्स नेशनल आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ सईद चनेगृहा ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मेक इन इंडिया और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान पर भी चर्चा हुई।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /रेलवे, छठ पर्व के मद्देनजर यात्रियों की सुविधा और सुगम यात्रा के लिए विशेष रेलगाडियों का संचालन कर रहा है। आज रेलवे द्वारा भीड़ को देखते हुए 185 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं, तथा लगभग 25 त्योहार विशेष ट्रेनें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से देश के विभिन्न भागों के लिए रवाना हो रही हैं। इनमें सहरसा, वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, पटना, मुजफ्फरपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, दरभंगा, इंदौर और तिरुवनंतपुरम के लिए विशेष ट्रेनें शामिल हैं।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने आकाशवाणी समाचार से बातचीत करते हुए बताया कि रेलवे नियमित ट्रेनों के अलावा विशेष त्योहार ट्रेनों का संचालन कर रहा है। उन्होंने बताया कि छठ पर्व मनाने जा रहे यात्रियों की सुगम यात्रा के लिए मांग आधारित ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने भी देर रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया और यात्रियों को दी जा रही सभी व्यवस्थाओं और सुविधाओं का जायजा लिया। रेलवे इन त्योहारों के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करते हुए प्रतिदिन अतिरिक्त दो लाख यात्रियों की आवाजाही की सुविधा प्रदान कर रहा है। प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई है ताकि उन्हें ट्रेनों में चढ़ने में कोई असुविधा न हो। भारतीय रेलवे त्योहार के सीजन को देखते हुए पिछले महीने की पहली तारीख से इस महीने की 30 तारीख तक यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को ध्यान में रखते हुए करीब सात हजार विशेष ट्रेनें चला रहा है। रेलवे त्योहार के सीजन के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्रियों को ले जाने की तैयारी में है।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के अल्मोडा में हुए दुखद बस हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह दिल दहला देने वाली घटना है जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित इतने सारे लोगों की जान चली गई। राष्ट्रपति ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रधानमंत्री ने सड़क दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। श्री मोदी ने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत तथा बचाव के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।
नवा रायपुर में राज्योत्सव का रंगारंग आयोजन
रायपुर/शौर्यपथ / मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव-2024 का शुभारंभ 4 नवंबर को संध्या 6 बजे नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव ग्राउंड में होगा। राज्योत्सव के आयोजन को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव राज्योत्सव में शामिल होने के लिए अपरान्ह 3.40 बजे स्वामी विवेकानंद माना एयरपोर्ट आएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव संध्या 6 बजे राज्योत्सव स्थल पहुंचेंगे और शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रात्रि 7.50 बजे राज्योत्सव स्थल से माना एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे और वहां से भोपाल के लिए रवाना होंगे।
रायपुर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले से आज रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक श्रीमती जी. रेखा रानी, पुलिस प्रेक्षक श्री करण शर्मा और व्यय प्रेक्षक सुश्री कनुप्रिया दामोर ने मुलाकात की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन को निर्बाध, निष्पक्ष, पारदर्शी और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। जिला निर्वाचन अधिकारी तथा रायपुर के कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
-चार्ज लेते ही आयुक्त सुमित अग्रवाल ने शासन की योजनाओं और विकास कार्यो में गुणवक्ता के साथ काम करने के दिये निर्देश:
-नये आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा निकाय में काम करने का यह प्रथम अवसर है, इसलिए निगम के विकास के लिए सभी को टीमवर्क से काम करना होगा:
दुर्ग//शौर्यपथ /नगर पालिक निगम में नव पदस्थ आयुक्त सुमित अग्रवाल ने आज सोमवार को पदभार ग्रहण किया।तत्कालीन आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने नये आयुक्त सुमित अग्रवाल को प्रभार सौंपा।आयुक्त श्री अग्रवाल का निगम में स्वागत करने के लिए आला अधिकारी मौजूद रहें।सभी अधिकारी/कर्मचारियो ने आयुक्त को बधाई दी।महापौर धीरज बाकलीवाल से मुलाकात करने उनके बगले एफ 4 पंहुचे. इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल ने उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी।
बता दे कि आयुक्त सुमित अग्रवाल 2013 बैच के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है।इससे पूर्व कांकेर में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रुप मे पदस्थ रहे है।पदभार ग्रहण करने के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।उन्होंने निगम अधिकारियों/कर्मचारियो से परिचय प्राप्त कर विभागीय कार्यो की जानकारी ली।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एक टीम के रूप में मिलकर उत्कृष्टता और गुणवत्ता के साथ कार्य करें।उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त कर निगम कार्यालय की विभिन्न विभागों का अवलोकन किया और कर्मचारियों से परिचय एवं कार्यों की जानकारी ली।कार्यपालन अभियंता मोहन पूरी गोस्वामी,प्रभारी कार्यपालन अभियंता आरके जैन,सहायक अभियंता वीपी मिश्रा, सहायक अभियंता संजय ठाकुर,स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता,स्थापना शाखा प्रभारी आर.के. बोरकर,लेखा अधिकारी रमाकांत शर्मा,बाजार अधिकारी थानसिंह यादव,निज सहायक आयुक्त शुभम गोइर,स्वेता महलवार,प्रेरणा दुबे सहित अधिकारी/कर्मचारीगण मौजूद रहे।
नगर निगम नये आयुक्त सुमित अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि निकाय में काम करने का यह प्रथम अवसर है, इसलिए निगम के विकास के लिए सभी को टीमवर्क से काम करना होगा। निगम के किसी भी समस्याओं तथा निगम के हित के कार्यों को लेकर उन्होंने सीधे संवाद करने अधिकारियों से कहा। उन्होंने कहा कि समय के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य करना अधिकारियों की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए।
समाचार सार ...
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राज्य अलंकरण एवं समापन समारोह में शामिल होंगे
ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति
शासकीय विभागों द्वारा लगाई जाएगी विकास प्रदर्शनी
शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार रहेगा आकर्षण का केन्द्र
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 के आयोजन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है। तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य आयोजन 4 नवम्बर से 6 नवम्बर तक राज्योत्सव स्थल, नया रायपुर अटल नगर में होगा। राज्योत्सव स्थल में मुख्य मंच से लेकर पूरे परिसर की साज-सज्जा का काम तेजी से कराया जा रहा है। शासकीय योजनाओं एवं उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए सभी विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभाग का प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाने की तैयारी में जुटे हैं।
राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 का उद्घाटन 4 नवम्बर को संध्या 6 बजे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करेंगे। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे। राज्यपाल रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में 5 नवम्बर को राज्योत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव का समापन 6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में होगा। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री द्वय अरूण साव एवं विजय शर्मा, मंत्री रामविचार नेताम, दयाल दास बघेल, केदार कश्यप, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े एवं टंकराम वर्मा, नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब, इन्द्र कुमार साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव में ख्याति प्राप्त कलाकार रंगारंग और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे। 4 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत संध्या 4.30 बजे से होगी। बालीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक शांतुन मुखर्जी (शानु) की प्रस्तुति रात्रि 7.45 बजे से होगी। इससे पूर्व श्री रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की झलकियां, मोहन चौहान एवं साथी द्वारा आदिवृंदम, सुनील सोनी एवं टीम द्वारा क्षेत्रीय नृत्य संगीत तथा विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी तरह 5 नवम्बर को राज्योत्सव में संध्या 5 बजे से पुरानिक साहू द्वारा सांस्कृतिक लहर गंगा, सुरेन्द्र साहू, भोला यादव एवं साथियों द्वारा लोक धुन, मोहन नायडू एवं साथियों द्वारा द मून लाईट रागा, राजेश अवस्थी, सुश्री आरू साहू एवं सुश्री नीति मोहन की प्रस्तुति होगी। 6 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत अनुराग शर्मा द्वारा अनुराग स्टार नाईट, मनोज प्रसाद द्वारा इंडियाज गॉट टैलेंट मल्लखंभ, सवि श्रीवास्तव द्वारा जादू बस्तर एवं पवनदीप एवं अरूनिता के पार्श्व गायन की प्रस्तुति होगी।
राज्योत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ शासन के सभी विभागों द्वारा राज्योत्सव स्थल पर भव्य एवं आकर्षक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यहां शिल्प ग्राम बनाया जा रहा है, जहां छत्तीसगढ़ के विविध शिल्प प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। राज्योत्सव स्थल परिसर में शासकीय विभागों की प्रदर्शनी के लिए विशाल हैंगर (डोम) बनाए गए हैं। हैंगर-एक एवं दो में शासकीय विभागों के स्टॉल लगेंगे, जबकि हैंगर-तीन में वाणिज्यिक संस्थान अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगे। हैंगर-चार में पब्लिक सेक्टर के संस्थानों की प्रदर्शनी लगेगी। राज्योत्सव में शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार आम लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र होंगे।
समाचार सार --
मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलम्पिक की तैयारियों की समीक्षा की
बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है आयोजन
गृह विभाग और खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है आयोजन
संभाग स्तरीय विजेता होंगे बस्तर के यूथ आइकॉन
नक्सल हिंसा में दिव्यांग व्यक्तियों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए भी खेल स्पर्धाएं होंगी आयोजित
अब तक 1 लाख 65 हजार से अधिक युवा प्रतिभागियों ने कराया अपना पंजीयन
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में बस्तर ओलंपिक 2024 के लोगो (प्रतीक चिन्ह) और मस्कट (शुभंकर) का अनावरण किया। उन्होंने बस्तर ओलंपिक के दो प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने, बस्तर की खेल प्रतिभाओं को सामने लाने और बस्तर की जनता का शासन से मजबूत संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से 5 नवंबर से 10 दिसंबर तक बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित वर्चुअल बैठक में बस्तर ओलंपिक की तैयारी की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री साय ने बैठक में अधिकारियों से खिलाड़ियों के रहने, भोजन, सुरक्षा और चिकित्सा की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बस्तर में पिछले 9-10 माह में शांति स्थापित करने में काफी हद तक सफलता मिली है, इसमें केंद्र सरकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन युवाओं को समाज और विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है। बस्तर में खेल काफी लोकप्रिय हैं यही कारण है कि ओलंपिक खेलों के लिए अपेक्षा से अधिक 1 लाख 65 हजार से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र के लोग भी शांति चाहते हैं और विकास की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं। बस्तर के संवेदनशील क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों ने पंजीयन कराया है। इसमें महिलाओं और पुरुषों की संख्या लगभग बराबर है। महिलाएं भी विकास की मुख्य धारा में शामिल होना चाहती हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन उसकी गरिमा के अनुसार भव्यता के साथ किया जाए। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इन खेलों में अधिक से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुसार बस्तर को नई दिशा देने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है।
बस्तर ओलम्पिक 2024 का प्रतीक चिन्ह और शुभंकर बस्तर की परम्परागत पहचान को समाहित कर किया गया है तैयार
लोगो (प्रतीक चिन्ह)- प्रतीक चिन्ह के बायीं एव दायीं ओर बस्तर क्षेत्र के ख्याति प्राप्त परम्परागत वाद्य यंत्र ‘तुरही’ को दर्शाया गया है। तुरही बस्तर क्षेत्र में मड़ई मेलों में देवी देवताओं के सम्मान में बजाई जाती है। गांव में सभी को सूचना देने हेतु भी इसका उपयोग किया जाता है। लोगो के मध्य में हिन्दी में ‘बस्तर ओलम्पिक 2024’ लिखा हुआ है, साथ में इस क्षेत्र के खिलाड़ियों को ओलम्पिक खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु ओलम्पिक खेल विधा खेल तीरदाजी, हॉकी, भारोत्तोलन, फुटबॉल एवं वालीबॉल के लघु चिन्ह को दर्शाया गया है। लोगो के नीचे की ओर बस्तर क्षेत्र में प्रलचित स्थानीय भाषा- बोली ‘गोंडी’ में ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ का स्लोगन वाक्य लिखा गया है, जिसका हिन्दी में अनुवाद ‘खेलेगा बस्तर, बढ़ेगा बस्तर’ होता है।
शुभंकर (मस्कट)- बस्तर ओलम्पिक 2024 के शुभंकर में ‘वन भैंसा एवं पहाड़ी मैना’ को मुख्य रूप से दर्शाया गया है। वन भैंसा राज्य का राजकीय पशु तथा पहाड़ी मैना राजकीय पक्षी है। यह शुभंकर, वन्य जीव संरक्षण के उद्देश्य से तैयार किया गया है। राज्य के दंतेवाडा एवं बीजापुर जिले में वन भैंसा अधिक संख्या में मिलते हैं। बस्तर क्षेत्र के घने जंगलों एवं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पहाड़ी मैना मुख्य रूप से पाई जाती है।
शुभंकर में राजकीय पशु ‘वन भैंसा’ को खेल परिधान (टी-शर्ट) में दर्शाया गया है। वन भैंसा के सींग पर बैठी खुशहाल ‘पहाड़ी मैना’ खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य को दर्शाता है।
बस्तर ओलंपिक में इन खेलों में होंगी स्पर्धाएं
बस्तर ओलंपिक में 11 खेल विधाओं के अंतर्गत खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन विकासखण्ड, जिला और संभाग स्तर पर किया जा रहा है। जिनमें एथलेटिक खेल में 100मी., 200मी. 400मी. दौड़, लंबीकूद, ऊंचीकूद, शॉटपूट, डिस्कस थ्रो, जैवेलिन थ्रो एवं रिले रेस, इस प्रकार नौ अलग अलग इवेंट में खिलाड़ी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त तीरंदाजी इंडियन राउण्ड 30मी., 50मी., बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, वेटलिफ्टिंग, कराते, कबड्डी, खो-खो, व्हॉलीबॉल एवं रस्साकसी खेल शामिल होंगे। हॉकी तथा वेटलिफ्टिंग सीधे जिला स्तर से प्रारंभ होगा, शेष सभी खेल विकासखण्ड स्तर से प्रतियोगिता होगी। रस्साकसी प्रदर्शनात्मक होगा, जो सीनियर वर्ग में महिलाओं के लिए आयोजित किया जाएगा। जूनियर वर्ग तथा सीनियर वर्ग में बालक, बालिका, महिला, पुरूष भाग लेंगे। नक्सल हिंसा में दिव्यांग व्यक्तियों तथा आत्मसमर्पित नक्सलियों के विशेष प्रोत्साहन हेतु सीधे संभाग स्तर पर उनकी खेलों में प्रतिभागिता सुनिश्चित कराई जाएगी।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि विकासखण्ड स्तर से लेकर संभाग स्तर पर आयोजन समितियों का गठन किया जा चुका है। सभी संबंधित विभागों ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। राजधानी से लेकर बस्तर संभाग मुख्यालय, जिला मुख्यालयों तथा विकासखण्डों में व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है, ताकि बस्तर क्षेत्र के अधिक से अधिक युवा इसमें भाग ले सकें। विकासखण्ड स्तर एवं जिला स्तरीय आयोजन के संपूर्ण आयोजन सहित संभाग स्तरीय आयोजन की सभी प्रारंभिक तैयारियां कर ली गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि विकासखण्ड स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं शील्ड/मोमेंटो प्रदाय किए जाएंगे। जिला स्तर एवं संभाग स्तर पर दलीय खेलों एवं व्यक्तिगत खेलों में प्रथम स्थान, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को नगद राशि पुरस्कार के साथ प्रमाण पत्र एवं शील्ड/मोमेंटो प्रदाय किये जाएंगे। नगद राशि पुरस्कार डी.बी.टी. के माध्यम से विजेता खिलाड़ियों के बैंक खाते में अंतरित किए जाएंगे। संभाग स्तरीय विजेता खिलाड़ी को ‘बस्तर का यूथ आइकॉन’ के रूप में स्थापित एवं प्रचारित किया जाएगा।
बैठक में एडीजीपी एस.आर.पी. कल्लूरी, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, संचालक श्रीमती तनुजा सलाम सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बस्तर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी वर्चुअल रूप से बैठक में जुड़े।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सक्रिय भागीदारी के साथ जी-20 बैठक में आपदा जोखिम कम करने के बारे में पहली मंत्रिस्तरीय घोषणा पर आम सहमति बन गई है। आज जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। आपदा जोखिम कम करने पर जी-20 कार्यकारी समूह की मंत्रिस्तरीय बैठक ब्राजील के बेलेम में 30 अक्टूबर से पहली नवम्बर तक हुई।
विभिन्न मंत्रिस्तरीय सत्रों के दौरान प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने इस संबंध में भारत में हुई प्रगति की जानकारी दी। बयान के अनुसार देश में आपदा जोखिम कम करने के लिए वित्तीय व्यवस्था बढ़ाई गई है। प्रधान सचिव ने इस बात पर बल दिया कि आपदा जोखिम कम करने के बारे में भारत का दृष्टिकोण समूह की पांच प्राथमिकताओं पर आधारित है। ये हैं–आपदाओं की चेतावनी पहले ही जारी करने की प्रणाली, आपदा लचीली अवसंरचना, आपदा जोखिम कम करने के लिए वित्तीय व्यवस्था, आपदा के बाद सुरक्षित भविष्य और जीवन के लिए पुनर्निर्माण की प्रक्रिया और प्रकृति आधारित समाधान।
आपदा जोखिम करने के बारे में जी-20 कार्यकारी समूह की स्थापना पिछले वर्ष नई दिल्ली में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत की पहल पर की गई थी। इस समूह की बैठक से अलग भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के मंत्रियों के साथ त्रोइका बैठकों में भी भागीदारी की। उन्होंने मेजबान ब्राजील, जापान, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, जर्मनी और अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठकें भी कीं।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /बांग्लादेश में सनातन जागरण मंच ने शुक्रवार को चट्टोग्राम में बड़ी रैली की। रैली में शामिल प्रदर्शनकार, इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास ब्रहमचारी सहित 19 लोगों के नाम दर्ज झूठा मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे थे।
मंच ने यह मांग पूरी करने के लिए दो दिन का समय दिया है। बयान में कहा गया है कि यदि सोमवार तक मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो व्यापक प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे।
चिन्मय कृष्ण दास, सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता हैं। बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए सनातन जागरण मंच बनाया गया है।