December 05, 2024
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PANKAJ CHANDRAKAR

PANKAJ CHANDRAKAR

कोंडागांव /शौर्यपथ /

एक तरफ सरकार समाज मे महिलाओं के विकाश व समानता लाना का दावा कर रही है वही समाज भी इस बात को चरितार्थ करने का भरोसा ढिंढोरा पीटति है पर कोंडागांव जिले में इन सारे दावों ओर वादों के विपरीत दूसरा नजारा नजर आया है .
मामला कोंडागांव का है जहां पर एक प्रेमी युगल को सिर्फ प्यार के खातिर बर्बरता पूर्वक तालिबानी सजा दी गई देखिए एक रिपोर्ट कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक बरकाई की जहां एक शादी शुदा युवक को दूसरी लड़की से प्यार करना महंगा पड़ गया पर इस घटना में सबसे ज्यादा दुस्वारी उस युवती को पड़ा जो एक शादी शुदा युवक से प्यार कर बैठी ओर से पूरे गांव के सामने अपनी लज्जा बचाने के लिए मिन्ननते करनी पड़ी पर पत्थर दिल समाज महिला के आंसुओ पर नही पिघला ओर उसकी इज्जत तार तार कर दी अब पूरे मामले को ले कर समाज मे आक्रोश है समाज प्रमुखों का कहना है कि समाज को शर्मशार कर दिया।
बता दे कि उक्त घटना कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक बरकाई की है जहा दो तीन दिनों पहले एक प्रेमी युगल जोड़े को आपत्ति जंक स्थिति में देख कर ग्रामीणों के द्वारा प्रेमी युगल जोड़े को बाँध कर एवं निर्वस्त्र कर गाँव में घुमाया गया . घटना की खबर जिला प्रशासन के पास किस तरह पहुंची यह तो ज्ञात नहीं हो सका किन्तु किसी ने इस सारी घटना का विडिओ बना लिया और वाइरल कर दिया विडिओ के वाइरल होते ही सामजिक संगठन एवं राजनैतिक संगठन तथा जिला प्रशासन हरकत में आया एक ओर जहाँ सामजिक संगठन एवं राजनैतिक पार्टी आरोप प्रत्यारोप लगाने कि ओर अग्रसर हो गयी वही जिला प्रशासन ने कार्यवाही कर कुछ लोगो को गिरफ्तार कर लिया है .


मामला सामने आते ही मामला गरमाने लगी और विपक्ष भाजपा सरकार को घेरने लगी भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा लोगो मे कानून का डर खत्म हो चुका है यही वजह है कि ऐसी घटनाएं सामने आ रही है ।
लता उसेंडी प्रदेश उपाध्यक्ष

दोषियों पर तत्काल कार्यवाही हो . इस घटना से सरकार के महिला सशक्तिकरण की सरकार के दावे की पोल खोल दी है . अगर महिला इस पीड़ा से अपने आप को कोई क्षति पहुंचती है तो इसका दोषी जिला प्रशासन भी उतना ही दोषी होगा जितना दोषी घटना स्थल पर उपस्थित ग्रामीण थे . आखिर चार दिन बाद हुई कार्यवाही पर भी जिला प्रशासन की लापरवाही नजर आ रही है .

यतीन्द्र सलाम आदिवासी समाज प्रमुख

महिला के साथ जो कृत्य हुआ वह निंदनीय है दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए . जितने लोग भी नारी के साथ कुकृत्य किये है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए

दिलबति कोर्राम महिला प्रभार सर्व आदिवासी
देर रात को मामला संज्ञान में आया है जिसे संज्ञान लेते हुए विशेष टीम बना कर गाँव रवाना की गयी . जाँच में पाया गया कि लड़के की पत्नी एवं अन्य गाँव वालो के साथ मिलकर यह कृत्य किया गया . जिस पर मामला कायम किया गया एवं लड़के की पत्नी व अन्य तीन लोगो को गिरफ्तार किया गया घटना का फ़ोटो वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और सरपंच सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया ।
दिवांग पटेल पुलिस अधीक्षक कोंडागांव

रायपुर /शौर्यपथ/

के लिए लोग आगे आएं आएं

राज्यपाल एवं इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा की अध्यक्ष सुश्री अनुसुईया उइके ने विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर आज राजभवन में प्रदेश के सभी जिलों से आए स्वैच्छिक रक्तदाताओं एवं रेडक्रास सोसायटी को सहयोग देने वाली 60 स्वयंसेवी संस्थाओं एवं उच्च शैक्षणिक संस्थाओं को सम्मानित किया। यह कार्यक्रम इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा द्वारा आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्था की वेबसाईट का शुभारंभ एवं त्रैमासिक पत्रिका के प्रथम अंक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर संस्था द्वारा बीजापुर जिले के लिए एक एम्बुलेंस भी प्रदान किया गया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि रक्तदान महादान है और यह अत्यंत पुण्य का कार्य है। रक्तदान के जरिए एक व्यक्ति दूसरों को नई जिंदगी देता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आएं और इस नेक कार्य में रेडक्रॉस सोसायटी का सहयोग करें। आप रक्तदान कर न केवल उस मरीज की जान बचाते हैं बल्कि उस मरीज के परिवार को भी नया जीवन देते हैं, क्योंकि एक व्यक्ति के जीवन से बहुत सारे लोगों का जीवन और उनकी भावनाएं जुड़ी होती हैं। उन्होंने रक्तदाताओं एवं रक्तदान से जुड़ी स्वयंसेवी संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं को इस पुनीत कार्य में सहयोग करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं को अपने परिसर में कैम्प लगाकर सभी विद्यार्थियों का रक्त परीक्षण कर उनके रक्त समूह एवं टेलीफोन नंबर की एक समग्र सूची बनाना चाहिए, जिससे रेडक्रॉस को एवं जरूरतमंदों को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल खून उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि आज भी इस दिशा में जनजागरूकता की कमी है और दूरदराज के इलाकों में खून की जरूरत पड़ने पर लोगों को भटकना पड़ता है। सुश्री उइके ने प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं की सराहना की और कहा कि प्रदेश के सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता लाने के कार्य किये जाने चाहिए।
सुश्री उइके ने कहा कि आधुनिक विज्ञान ने काफी तरक्की की है, लेकिन आज तक विज्ञान के द्वारा न तो मानव रक्त का विकास किया जा सका है न ही इसका किसी प्रकार का कोई विकल्प तैयार किया जा सका है। जब भी खून की जरुरत पड़ती है इसे मानव शरीर से ही प्राप्त करना पड़ता है। रक्त हमारे शरीर का एक ऐसा तत्व है जिसका जीवनकाल 90 दिनों का ही होता है और इसके उपरांत यह शरीर में नया बनना प्रारंभ हो जाता है। इसके नष्ट होने से पहले किसी अनजान व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए दान देने वाले आप सभी रक्तदाता धन्य हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान भी अधिकाधिक मात्रा में रक्त के एक भाग प्लाज्मा की जरूरत पड़ी थी। तब भी इसकी जरूरत के लिए लोगों से इसके दान की अपील की गई थी। राज्य में जरूरतमंद मरीजों को रक्त की पूर्ति के लिए यह आवश्यक है कि आप जैसे रक्तदाताओं एवं रक्तदान के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं से प्रभावित होकर अधिक से अधिक संख्या में लोग जागरुक हों और स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आएं।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में इलाज के लिए मरीजों को हर साल करीब 3 लाख यूनिट खून की आवश्यकता होती है परंतु राज्य के ब्लड बैंकों से लगभग 30 प्रतिशत ही पूर्ति हो पाती है। उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा के कार्यों की सराहना की और कहा कि रेडक्रॉस ब्लड सेंटर रक्त की उपलब्धता के लिए निरंतर अपना योगदान दे रहा है। रेडक्रॉस ब्लड सेंटर रक्त के बदले रक्त की मांग नहीं करता है, और ना ही कोई अतिरिक्त चार्ज लेता है। रेडक्रॉस का मरीजों के लिए किया जा रहा यह कार्य निश्चय ही सराहनीय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोगों के सहयोग और संस्थाओं के प्रयास से राज्य के प्रत्येक जिले में रेडक्रॉस के एक आधुनिक ब्लड सेंटर की स्थापना की जा सकेगी, ताकि लोगों को सुरक्षित रक्त उपलब्ध हो सके।
कार्यक्रम को राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो ने संबोधित करते हुए कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा द्वारा जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने के अलावा अनेक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है और हर स्वस्थ व्यक्ति को अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में भी रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवक लगातार मरीजों की सेवा एवं उन्हें सामग्री पहुंचाने में लगे रहे। उन्होंने बस्तर के श्री अलेक्जेंडर एम. चेरियन की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कोविड महामारी के भयंकर दौर में भी कोरोना से मृत व्यक्तियों का अंतिम संस्कार किया, जब उनके परिजन भी इससे डर रहे थे। इस सेवाभावी कार्य के लिए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर रेडक्रॉस मेरिट सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। पूरे देश में 6 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया था, जिसमें श्री चेरियन भी शामिल है। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा के सचिव श्री प्रणव सिंह ने संस्था की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी।
इस अवसर पर राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री राजेश श्रीवास्तव, राज्यपाल के उप सचिव श्री दीपक कुमार अग्रवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी सहित शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों, उच्च शैक्षणिक संस्थानों के कुलपति, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं स्वैच्छिक रक्तदाता उपस्थित थे।

 

लाइफ़ स्टाइल /शौर्यपथ/

'चंदा ने पूछा तारों से, तारों ने पूछा हजारों से, सबसे प्यारा कौन है... पापा मेरे पापा!' जल्द ही पिता दिवस या कहें फादर्स डे आने वाला है. वैसे तो मम्मी-पापा के लिए अपना प्यार कभी भी व्यक्त किया जा सकता है, लेकिन किसी खास मौके पर उनके लिए कुछ करना या इतना भर कह देना कि आप हमारे लिए कितने जरूरी हैं, उनकी आंखों में नमी और होंठों पर मुस्कुराहट ले आता है. पिता ऐसे शख्स होते हैं जिनसे अक्सर बच्चे बड़े होते-होते दूरी बनाने लगते हैं और खुद पिता भी अपने काम और बच्चों के करियर को लेकर इतने चिंतित रहते हैं कि बच्चों के साथ बचपन की तरह हंसी-ठिठोली का वक्त नहीं निकाल पाते. लेकिन, बच्चों को अपने पापा (Papa) को बेझिझक यह जरूर कहना चाहिए कि उनके बिना जिंदगी कितनी अधूरी और बेमकसद होगी.
ज्यादातर देशों में जून के तीसरे रविवार के दिन फादर्स डे (Father's Day) मनाया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए इस साल 19 जून के दिन फादर्स डे मनाया जाएगा. इस दिन को मनाने के पीछे एक कहानी भी है जिसमें बेटियों ने अपने मृत पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए इस दिन को मनाया था. इसके बाद 1972 से अमेरिका से हर साल तीसरे रविवार को जून के महीने में फादर्स डे की तरह मनाए जाने की शुरुआत हुई. आप भी इस दिन अपने पापा को कुछ प्यारभरे मैसेज भेजकर उनका दिन खास बना सकते हैं.
फादर्स डे विशेज और मैसेज
कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान हैं पिता,
कभी धरती तो कभी आसमान हैं पिता.

Happy Father's Day!!

आज भी मेरी फरमाइशें कम नहीं होतीं,
तंगी के आलम में भी पापा की आंखें कभी नम नहीं होतीं.

Happy Father's Day!!

जहां दुनियां के प्यार में मतलब की मार है,
वहीं पिता के गुस्से में छिपा उनका प्यार है.

Happy Father's Day!!

एक स्तंभ हो आप, एक विश्वास हो आप,
आपसे है अस्तित्व मेरा, मेरे पिता हो आप.

Happy Father's Day!!

क्या कहूं उस पिता के बारे में
जिसने सोचा नहीं कभी खुद के बारे में.

Happy Father's Day!!

कंधो पर झुलाया कंधो पर घुमाया,
एक पापा की बदौलत ही मेरा जीवन खुबसूरत बन पाया.

Happy Father's Day!!

अगर मैं रास्ता भटक जाऊं, तो मुझे फिर से राह दिखाना,

आपकी जरूरत मुझे हर पल हर कदम पर होगी पापा.

Happy Father's Day!!


पिता नीम के पेड़ जैसा होता है,
उसके पत्ते भले ही कड़वे हों पर वो छाया ठंडी देता है.

Happy Father's Day!!

दुनिया में केवल पिता ही एक ऐसा इंसान है,
जो चाहता है कि मेरे बच्चे मुझसे भी ज्यादा कामयाब हों.

Happy Father's Day!!


धरती सा धीरज दिया और आसमान सी ऊंचाई है
जिंदगी को तराश के खुदा ने ये तस्वीर बनाई है,
हर दुख वो बच्चों का खुद पर सह लेते हैं,
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते हैं.

Happy Father's Day!!

 

 

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ/

बालों की खराब सेहत को लेकर आजकल सभी परेशान हैं. अब तो कम उम्र में ही लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं, जो कि चिंता का विषय है. इसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय भी कर रहे हैं फिर भी कोई खास असर उन्हें नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में आप यहां बताए गए हर्बल तेल (herbal oil) का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. हम बात कर रहे हैं कलौंजी के तेल की (kalonji oil). यह बालों को भरपूर पोषण देने में पूरा सहयोग करता है. जिससे किसी भी प्रकार की हेयर प्रॉब्लम से जल्द निजात मिल जाती है. आइए जानते हैं कैसे करें कलौंजी के तेल का इस्तेमाल.
ऐसे करें कलौंजी तेल का इस्तेमाल
- कलौंजी और ऑलिव ऑयल की मदद से आप अपने बालों का झड़ना टूटना रोक सकती हैं. बस आपको दोनों को एक चम्मच मिलाकर बालों की जड़ों को मालिश करना है, फिर शैंपू कर लेना है. ऐसा आप हर हफ्ते करेंगी तो जल्द निजात मिल जाएगा इससे.
- कलौंजी के तेल में नारियल का तेल मिलाकर लगाती हैं तो आपको बालों की समस्या से निजात मिल जाएगा. इन दोनों को एक चम्मच लेकर मिक्स करके बालों की जड़ों में मालिश देना है हर वीकेंड पर. इससे भी बाल की सेहत सुधर जाएगी.
-कलौंजी के तेल में अगर आप नींबू का रस मिलाकर लगाती हैं तो भी आपके बाल सुंदर और चमकदार बनेंगे. इससे बालों को भरपूर पोषण मिलेगा. इन होम रेमेडी से गंजेपन से भी मिलती है निजात तो आज से ही यहां बताए गए आसान घरेलू उपायों को अपनाना शुरू कर दीजिए फिर देखिए कैसे आपके बाल घने और चमकदार होते हैं.

 आस्था /शौर्यपथ/

जून के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है. यह सप्ताह 18 जून तक है. पंचांग के मुताबिक मांगलिक कार्यों के लिए यह सप्ताह अत्यंत खास है. इस सप्ताह में गृह प्रवेश के लिए एक शुभ मुहूर्त है. जबकि मुंडन संस्कार के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. इसके अलावा उपनयन संस्कार के लिए भी एक ही दिन शुभ है. आइए जानते हैं कि इस सप्ताह में विवाह, उपनयन, नामकरण, मुंडन और खरीदारी के लिए कितने और कब-कब शुभ मुहूर्त हैं.
जून 2022 तीसरे सप्ताह के शुभ मुहूर्त
जून के तीसरे सप्ताह में शादी के लिए सिर्फ 2 शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं. इस सप्ताह में 13 और 17 जून शादी के लिए शुभ हैं.
नामकरण मुहूर्त
इस सप्ताह में नामकरण के लिए 2 दिन शुभ हैं. 12 और 16 जून इसके लिए बेहद शुभ हैं. आप अपनी सुविधा के अनुसार दोनों में से कोई एक दिन चुन सकते हैं.
जनेऊ मुहूर्त
जून के तीसरे सप्ताह में जनेऊ संस्कार के लिए सिर्फ एक ही दिन शुभ है. 16 जून जनेऊ संस्कार के लिए शुभ माना जा रहा है. इस दिन सुबह 5.23 से 12.37 तक जनेऊ का शुभ मुहूर्त है.
मुंडन संस्कार
इस सप्ताह में मुंडन के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त प्राप्त नहीं हो रहा है. इसके लिए कुछ दिन प्रतीक्षा करनी होगी.
खरीदारी मुहूर्त
जून के तीसरे सप्ताह में 2 दिन शुभ हैं. ऐसे में मकान, फ्लैट, प्लॉट, नया वाहन या दुकान खरीदने के लिए 14 और 15 जून शुभ हैं. इस दोनों शुभ मुहूर्तों में खरीदारी कर सकते हैं.
गृह प्रवेश मुहूर्त
जून के तीसरे सप्ताह में गृह प्रवेश के लिए सिर्फ एक शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है. इस सप्ताह गृह प्रवेश के लिए 16 जून, गुरुवार का दिन शुभ है. इस दिन दोपहर 12 बजकर 37 मिनट से अगले दिन शुक्रवार को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक है. ऐसे में इस दिन सुविधानुसार अपने नए मकान का गृह प्रवेश करा सकते हैं.

नई दिल्ली /शौर्यपथ/

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज ने 'अग्निपथ भर्ती योजना' की घोषणा और कहा कि युवाओं के पास शॉर्ट टर्म के लिए सेना में जाने का मौका है. राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले कई सालों में रक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. सेना को विश्व की बेहरतीन सेना बनाने के लिए अग्निपथ योजना ला रहे है. देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अग्निवीर आएंगे. नौकरी के अवसर बढ़ेंगे. अग्निवीर के अच्छी पे पैकेज की व्यवस्था की गई है. जीडीपी में भी योगदान देंगे. देश को स्किल वाले लोग भी मिलेंगे.

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि भारत को भविष्य में युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार रहने की जरूरत है और इसके लिए सशस्त्र बलों और नागरिक प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल का आह्वान किया. मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में अपने संबोधन के दौरान सिंह ने यूक्रेन में जारी युद्ध का भी उल्लेख किया और इस बात पर जोर दिया कि साइबर और छद्म युद्धों के मद्देनजर सुरक्षा चुनौतियां अब और अधिक जटिल हो गई हैं. उन्होंने कहा कि भारत शांति में विश्वास करता है और ‘‘युद्ध छेड़ना हमारी प्रकृति का हिस्सा नहीं है.'

नई दिल्ली /शौर्यपथ/

मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई चल रही है. मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से आज कोर्ट में उनके वकील हरिहरन पेश हुए हैं. दरअसल तबियत खराब होने के चलते कपिल सिब्बल पेश नहीं हो पाए. जमानत के लिए आवश्यक तीन बिंदुओं यानी विदेश भागने का डर, सबूतों को नष्ट या छेड़छाड़ और गवाहों को प्रभावित या धमकाने का रिस्क को गिनाते हुए हरिहरन ने कोर्ट के सामने अपनी दलील रखी.
अपनी दलील रखते हुए जैन के वकील ने कहा कि सत्येंद्र जैन के देश से बाहर भागने का कोई खतरा नहीं है, यहां तक की मामले की जांच के दौरान वो विदेश गए थे और वापस लौटकर आए. दूसरा, ज़्यादा तर सबूत दस्तावेजी हैं जोकि एजेंसी पहले ही इकट्ठा कर चुकी है. ऐसे में उनके साथ छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है. तीसरा कि जहां तक गवाहों को धमकाने की बात है तो इस मामले में 2018 से जांच चल रही है. पहले IT, CBI और अब ED भी उनसे पूछताछ कर चुकी है. कभी किसी गवाह ने प्रभावित या धमकाने की बात नहीं कही. जैन के वकील हरिहरन ने कोर्ट से कहा वे 13 दिनों की रिमांड पर थे. उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया है.
सत्येंद्र जैन के वकील हरिहरन ने कोर्ट से कहा कि कंपनी की संपत्ति शेयरधारकों की संपत्ति नहीं है. अटैचमेंट ऑर्डर रिकॉर्ड करता है कि बेनामी लेनदेन में निषेध अधिनियम के आदेश में चेक अवधि से परे संपत्ति शामिल है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज कर समन जारी किया गया था. उस समन आदेश को उच्च न्यायालय के समक्ष चुनौती दी गई थी और उच्च न्यायालय ने निचली अदालत से मामले की सुनवाई के लिए प्रतीक्षा करने को कहा है. उस मामले पर सुनवाई की अगली तारीख 26 अगस्त है.
ECIR दर्ज होने के बाद मैं 7 बार पूछताछ के लिए ED के सामने पेश हो चुका हूं. PMLA के सेक्शन 50 के तहत दर्ज किए गए बयान. जिस समय मेरी रिमांड ली गई थी, उस समय ED ने 2 ट्रस्टों- लाला शेर सिंह मेमोरियल ट्रस्ट को रेफर कर दिया था. जहां तक ​​जैन का सवाल है, वे 2008-2013 तक अध्यक्ष रहे. जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वे जिन प्रविष्टियों की बात करते हैं, वे जून 2018 से संबंधित हैं. वे प्रविष्टियां वैभव जैन और उनकी कंपनियों को स्थानांतरित कर दी गईं. हमारे उपनाम जैन के अलावा, वैभव और सत्येंद्र जैन के बीच कोई संबंध नहीं है. इसका मतलब ये नहीं है कि सत्येंद्र जैन देश के हर जैन से संबंधित हैं. सत्येंद्र जैन के वकील हरिहरन की तरफ से जमानत याचिका पर बहस पूरी, अब ईडी के वकील अपनी दलील पेश कर रहे हैं.
बता दें कि जैन (57) को 30 मई को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था और वे ईडी की हिरासत में हैं. ईडी ने जैन और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर धन शोधन जांच के तहत छापेमारी भी की थी. जिसमें 2.85 करोड़ रुपये नकद और 133 सोने के सिक्के मिले थे.

नई दिल्ली /शौर्यपथ/

शिकागो यूनिवर्सिटी के ऊर्जा नीति संस्थान (EPIC) द्वारा जारी नवीनतम वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक के अनुसार, दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है, जहां वायु प्रदूषण की वजह से जिंदगी करीब 10 साल कम हो रही है, जबकि लखनऊ में 9.5 साल जिंदगी छोटी हो रही है. यह एक प्रदूषण सूचकांक है जो वायु प्रदूषण का जीवन प्रत्याशा पर पड़ते प्रभाव के बारे में बताता है.
रिपोर्ट में भारत में सिंधु-गंगा का मैदान (नीचे चित्र देखें) दुनिया का सबसे प्रदूषित क्षेत्र बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, यदि वर्तमान प्रदूषण का स्तर बना रहता है, तो पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक 50 करोड़ से ज्यादा लोगों की जिंदगी औसतन 7.6 साल छोटी हो सकती है.

धूम्रपान जिससे जीवन प्रत्याशा 1.5 वर्ष घटती है और बाल कुपोषण एवं मातृ कुपोषण में 1.8 वर्ष उम्र कम हो जाती है, उसकी तुलना में वायु प्रदूषण अधिक घातक है.
भारत बांग्लादेश के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित देश है. 2020 में पीएम 2.5 के स्तर के साथ विशाल सिंधु-गंगा का मैदान 76.2 माइक्रोग्राम / क्यूबिक मीटर बनाम 75.8 यूजी / एम 3 के साथ सबसे अधिक प्रदूषित पाया गया है. भारत का औसत पीएम 2.5 के स्तर का प्रदूषण 56.8 से बहुत कम है लेकिन उत्तर भारत में प्रदूषण इससे ज्यादा है, जबकि शेष भारत का पीएम 2.5 स्तर और भी कम होकर 40 माइक्रोग्राम/घन मीटर से कम है.
देश की राजधानी दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 107.6 मापा गया, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन की सुरक्षित सीमा से दस गुना अधिक है. पीएम 2.5 जहरीले पदार्थों से बना एक अत्यंत सूक्ष्म कण है, जो फेफड़ों और अन्य अंगों में गहराई तक जमा हो जाता है, शरीर की सुरक्षा तंत्र को पछाड़ देता है.

नई दिल्ली /शौर्यपथ/

देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 6,594 नए केस सामने आए. वहीं पिछले 24 घंटे में 4,035 लोग कोरोना से ठीक हुए. अब तक कुल 4,26,61,370 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. डेली पोजिटिविटी रेट 2.05% है, जबकि वीकली पोजिटिविटी रेट 2.32% है. भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 50,548 है. बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं. आज कोरोना के नए मामलों में बड़ी गिरावट देखने को मिली. सोमवार को 8,084 नए कोरोना केस सामने आए थे.

मुंबई में सोमवार को कोरोना वायरस के 1,118 नए मामलों की पुष्टि हुई और किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई. रविवार की तुलना में 38 फीसदी कम मामले आए हैं. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि महानगर में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 11,331 हो गई है. बीएमसी के बुलेटिन के मुताबिक, इसी के साथ शहर में कोविड के मामले बढ़कर 10,81,865 पहुंच गए हैं जबकि मृतक संख्या 19,573 है. रविवार को मुंबई में 1803 मामले मिले थे और दो संक्रमितों की मौत की पुष्टि हुई थी. बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 676 मरीज़ उबरे हैं जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 10,50,961 पहुंच गई है. शहर की संक्रमण दर 11.61 फीसदी है.
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 614 नए मामले सामने आए लेकिन किसी मरीज की मौत नहीं हुई जबकि संक्रमण दर बढ़कर 7.06 प्रतिशत हो गई. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली. यह 4 मई के बाद से सर्वाधिक संक्रमण दर है. 4 मई को संक्रमण दर 7.6 प्रतिशत से अधिक थी. साथ ही यह भी कि लगातार चौथे दिन शहर में कोविड-19 के 600 से अधिक मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि सोमवार को सामने आए नए मामलों के साथ दिल्ली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 19,13,412 हो गई और मृतक संख्या 26,221 है. राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को कोविड-19 के 735 मामले सामने आये थे और तीन मरीजों की जान चली गयी थी एवं संक्रमण दर 4.35 फीसद थी. शनिवार को कोविड-19 के 795 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 4.11 प्रतिशत थी तथा संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई थी.

नई दिल्ली /शौर्यपथ/

कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को ‘असंवैधानिक' करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा.
सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी मीडिया और वाट्सएप यूनिवर्सिटी का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी उद्योगपतियों के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं और उन्हें विदेशों में ठेके दिला रहे हैं. उन्होंने कहा, क्रोनोलॉजी समझिए कि बीजेपी ने हमला बोला है क्योंकि राहुल गांधी आप जनता की आवाज उठाते हैं. राहुल उनकी आंखों में आंखें डालकर उनकी सरकार पर सवाल उठाते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला सिर्फ राहुल और कांग्रेस पर नहीं बेरोजगारों और गरीबों पर है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब कोई प्राथमिकी ही दर्ज नहीं है तो फिर पूछताछ के लिए कैसे बुलाया जा सकता है. यह पूरी कार्रवाई असंवैधानिक और प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित है.'' उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखि़र भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों? क्या ईडी की कार्रवाई जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज़ को दबाने का षडयंत्र है?''
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘जब चीन ने हमारे देश की सरज़मीं पर जबरन कब्ज़ा किया और हमारे जवान शहीद हुए, तो देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘न कोई घुसा है, न कोई आया है'. उस समय राहुल गांधी ने सरकार को इस झूठ पर घेरा और शहीद जवानों के लिए आवाज़ उठाई. इसलिए राहुल गांधी से उन्हें परेशानी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर राहुल गांधी ने लगातार सरकार को घेरा. पेट्रोल-डीज़ल हो, रसोई गैस हो, खाने-पीने का सामान हो, उन्होंने लगातार देश के मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में जोरदार आवाज़ उठाई. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.''
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, ‘‘डूबती अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये को लेकर, एमएसएमई की बदहाली को लेकर, छिनती नौकरियों को लेकर, चौतरफा बेरोजगारी को लेकर, युवाओं के गुस्से को लेकर राहुल गांधी ने लगातार आवाज़ उठाई. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.''
उनके अनुसार, ‘‘कोरोना में जब सरकार ने अपनी ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया, उस समय राहुल गांधी ने न केवल सरकार को चेताया, बल्कि सरकार को देर से ही सही, कदम उठाने के लिए मजबूर किया. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.'' सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के अन्नदाता की आवाज़ उठाई और तीन ‘‘काले कानूनों'' को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया इसलिए उनसे इस सरकार को परेशानी है.
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश में नफ़रत के माहौल के खिलाफ़ और भाईचारे व अनेकता में एकता के विचार के लिए एकमात्र आवाज़ जिसने सरकार की आंख में आंख डालकर कहा कि नफ़रत से देश का भला नहीं होगा, वह राहुल गांधी हैं. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.''
सुरजेवाला ने यह दावा भी किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी कभी निजी कंपनियों के नुमाइंदे बन फ्रांस में राफेल का ठेका दिलवाते हैं, तो कभी निजी कंपनी को श्रीलंका में बिजली का ठेका देने का दबाव डालते हैं. राहुल गांधी ने मुट्ठीभर उद्योगपतियों और मोदी सरकार के इस गठजोड़ को बेनकाब किया. इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘देशवासियों, इस क्रोनोलॉजी को समझिए. मोदी सरकार ने बौखला कर ‘‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट'' (ईडी) के पीछे छिपकर सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला है. ये हमला विपक्ष की उस निर्भीक आवाज़ पर है जो जनता के सवालों को सरकार के सामने दृढ़ता से रखती है, जो जनता के मुद्दों को भयमुक्त होकर उठा रही है.''
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘यह हमला उस निर्भीक आवाज़ पर है. यह हमला जनता के मुद्दों पर है. यह हमला बेरोज़गारों, गरीबों, छोटे दुकानदारों व व्यापारियों, मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों के अधिकारों व संविधान से जुड़े सवालों पर है.'' उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘हम न डरेंगे, न झुकेंगे, न दबेंगे, देश के लिए लड़ते रहेंगे.''

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