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मोदी सरकार पेट्रोल डीजल पर यूपीए सरकार के दौरान की एक्ससाइज ड्यूटी लागू करे पेट्रोल डीजल ही नही सभी आवश्यक वस्तुये हो जायेगी सस्ती-कांग्रेस
रायपुर/ शौर्यपथ / भाजपा के महंगाई को लेकर चक्का जाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के पेट्रोल-डीजल के महंगाई को लेकर चक्काजाम को चोरी और सीनाजोरी बताते हुये कहा कि पेट्रोल-डीजल में बेतहाशा टैक्स बढ़ाकर महंगा मोदी सरकार ने किया और भाजपा किस मुंह से राज्य सरकार से वैट घटाने की मांग कर रही है।
भाजपा नेताओं में नैतिकता है तो उन्हें मोदी सरकार से पेट्रोल-डीजल में एक्साइज ड्यूटी यूपीए सरकार के दौरान की लागू करने की मांग करनी चाहिए। मोदी भाजपा की सरकार में पेट्रोल-डीजल ही नहीं बल्कि रसोई गैस, खाद्य तेल, खाद्य सामग्री, दवाई, जूता-चप्पल, कपड़ा, ट्रांसपोर्टिंग, रेल, माल ढुलाई, भाड़ा, यात्री किराया, ऑयल, ग्रीस, ऑटो पार्ट्स, टायर, ट्यूब, बैटरी, बिजली के सामान, स्टेशनरी, कॉपी, पुस्तक सहित अति आवश्यक वस्तुओं के दाम में दोगुनी-तीन गुनी वृद्धि हुई है। आम जनता का जीना बेहाल हो गया है। मोदी की महंगाई की मार गरीब आदमी के रसोई और थाली पर पड़ा है, दो जून की रोटी महंगी हो गई। महंगाई के चलते आम लोगों के ऊपर कर्ज भार बढ़ गया है और बचत शून्य हो गया, महंगाई मोदी प्रायोजित है, मोदी के संरक्षण में मोदी के मित्रों ने आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी, कालाबाजारी शुरू कर दी।
मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की नियत एवं हम दो हमारे दो की नीतियां जिम्मेदार है। मोदी सरकार ने पेट्रोल में एक्ससाइज ड्यूटी 9.48 रु. से बढ़ाकर 33 रु. एवं डीजल में 3.56 रु. से बढ़ाकर 32 रु. एवं 5 रु. सेस लगाकर जनता के ऊपर महंगाई की कुठाराघात की। अब पेट्रोल में 33 रु. बढ़ाकर 5 रु. घटाना एवं डीजल पर 32 रु. एवं 5 रु. सेस लगाकर 10 रु. घटाना न्याय संगत नही है। मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33 प्रतिशत, तेलंगाना में 35.20 प्रतिशत, उड़ीसा में 32 प्रतिशत, मणीपुर में 36.50 प्रतिशत, मेघालय 31 प्रतिशत, दिल्ली में 30 प्रतिशत, कनार्टक 35 प्रतिशत, असम में 32.68 प्रतिशत, केरल में 30.8 प्रतिशत वेट लगता था तब सबकी अपेक्षा छत्तीसगढ़ राज्य सिर्फ 25 प्रतिशत वैट ही लग रहा था। आज भी 15 राज्यों में छत्तीसगढ़ में वेट दर कम है।
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