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रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मिडिया प्रभारी व प्रवक्ता राजेश बिस्सा ने भाजपा द्वारा हिंदु मुस्लिम जनसंख्या के अनुपातिक प्रतिशत को लेकर जिस तरह देश में हिंदुओं के मन में डर व नफरत का माहोल पैदा किया जा रहा है वह निंदनीय है। केंद्र सरकार को लोगों के मध्य घूम रहे हिंदु मुस्लिम जनसंख्या के फर्जी आंकड़ों पर वस्तुस्थिति स्पष्ट कर समाज में फैलाये जा रहे नफरती माहौल को रोकने की दिशा में सख्त कदम उठाना चाहिये
बिस्सा ने कहा कि आज आजादी के 77 साल बाद देश की जनसंख्या लगभग 150 करोड है जिसमें से अनुमानित 125 करोड हिंदू व अन्य व 25 करोड मुसलमान है । इस तरह हिंदू 100 करोड ज्यादा है । एक सामान्य सा आंकलन करें तो हिंदुओं व अन्य की जनसंख्या जो आजादी के समय मुस्लिमों से सिर्फ 20 करोड से ज्यादा थी वो आज बढ़कर अब 100 करोड ज्यादा हो गई है । जबकि प्रचारित किया जा रहा है कि हिंदुओं की संख्या कम हो रही है।
देश का प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार सहित 8 राज्यों में भाजपा की सरकार है। इसी तरह 9 प्रदेशों में सहयोगियों के साथ भाजपा की सरकार है। उसके बाद भी हिंदुओं में डर का माहौल पैदा करना दुःखद है। काम के आधार पर जन मानस को अपने तरफ आकर्षित करने में असफल भाजपा का यह एजेण्डा शर्मनाक है । आम जन मानस यह समझने लगी है कि नफरत से भरे अपने को हिंदूवादी कहने वाले नेताओं के चक्कर में तो जीवन डरते - डरते ही निकल जायेगा।
बिस्सा ने कहा की एक वर्ग विशेष के प्रति नफरत का वातावरण बनाने के लिये “हिंदू तुम ऐसे - तुम वैसे" वाट्सअप पर एजेण्डा चलाने के बजाय जनता के जीवन से जुडी बातों का उल्लेख करना चाहिए कि बेरोजगारी कैसे कम होगी, महंगाई पर रोक कब लगेगी, आर्थिक समस्याओं का निराकरण आदि कैसे होगा।
बिस्सा ने कहा की पिछले दस साल से तो सिर्फ हिंदू - मुस्लिम और डरते रहो का संदेश देते आ रहे भाजपा नेताओं की नियत को अब जनता समझ चुकी है। अब नफरत का एजेण्डा काम आने वाला नहीं है। आम नागरिकों भी अब इनके नफरती एजेण्डे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया रखनी चाहिये वरना ये देश की शांति व्यवस्था ही नष्ट कर देंगे।
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