CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
अन्य राज्य से आने वाले 14 दिन का होम क्वारंटाइन का पालन करें : वोरा
दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना महामारी को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य संवेदनशील स्थिति से गुजर रहा है। अब तक इससे अछूते रहे दुर्ग शहर के घनी आबादी में भी कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढऩे के कारण जनता में हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई है। अब प्रशासनिक अमले को ज्यादा सतर्कता से काम करना होगा। विधायक अरुण वोरा ने कलेक्टर से चर्चा कर कहा कि बीते कुछ दिनों से क्वारेंटाइन सेंटर में फिजिकल डिस्टेंसिंग व होम क्वारंटाइन का पालन नही होने की शिकायत मिल रही हैं। सेंटर में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों समेत अन्य लोगों के फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने में लापरवाही होने पर निगम क्षेत्र में भी कोरोना बम फूट सकता है। प्रशासन द्वारा नियुक्त क्वारंटीन सेंटर के नोडल अधिकारी को इसका पालन कड़ाई से कराना होगा तथा नियमित मॉनिटरिंग करने अफसरों की ड्यूटी लगाने और इसे क्रास चेक करने की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। जिला मुख्यालय दुर्ग के सभी 60 वार्डों में सेनिटाइजेशन का सघन अभियान सतत् जारी रहे। दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों के कारण अब दुर्ग में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है। क्वारंटाइन सेंटरों एवं शासकीय व अशासकीय कार्यालय तथा सार्वजनिक स्थानों में साफ.-सफाई, दवा का छिड़काव, बार.बार हाथ धोने की सुविधा से संक्रमण से बचाव के लिए अन्य जरूरी उपायों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने आवश्यकता हैं। शहर के बाजारों, दुकानों व अन्य व्यवसायिक उपक्रमों में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए सतर्कता जरुरी है। इसमें ढील देने या लापरवाही होने पर दुर्ग में कोरोना महामारी तेजी से फैल सकती है। वार्डो के जनप्रतिनिधि एवं जनता के द्वारा दूसरे राज्यों से आने वालो की जानकारी पर नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग तत्काल उन्हे चिन्हित कर हेल्थ परीक्षण व घर से बाहर ना निकले 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन का पालन करवाएं।
क्वारन्टीन जोन में, क्वारन्टीन सेंटर में तथा होम क्वारन्टीन में रह रहे लोगों की पुख्ता मॉनिटरिंग होती रहे
दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की समीक्षा को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि जिले में कुछ दिनों से लगातार कोरोना के नए मामले आ रहे है। ऐसी स्थिति में पहले की तरह ही पूरी सावधानी व सतर्कता की जरुरत है। हर स्तर पर संक्रमण को रोकने के साथ-साथ लोगों को इस संक्रमण से बचाने निरंतर जनजागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने जिले के सभी राजस्व अनुभागों के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी व नगरीय निकायों के आयुक्त को इस पूरे काम में बडी सार्थक भूमिका के साथ दायित्वों का पालन करने कहा है।
कलेक्टर ने कहा कि हमेशा की तरह कोरोना संक्रमण को थामने रिस्पांस टाइम का बडा महत्व है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के साथ ही किसी भी क्वारन्टीन सेंटरध्होम क्वारेंटाईन में किसी व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बिना समय गंवाए उसके उपचार की व्यवस्था तुरंत आरम्भ कराने तथा संपर्क में आये लोगों की ट्रेसिंग जरूरी है। कंटेन्मेंट जोन की पूरी तरह से ट्रेकिंग करने के लिए शहरी क्षेत्रों के लिए नगरीय निकाय के आयुक्तों को तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अनुविभागीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। नगरीय निकाय क्षेत्रो में 2 या 2 से अधिक मामले आने पर नगरीय निकाय के आयुक्त सम्बंधित एसडीएम से संपर्क कर अलग-अलग टीम के साथ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण एवं आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। कहीं पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में प्रोटोकॉल अनुसार सीएमएचओ सम्बंधित एसडीएम और कमिश्नर को इसकी तत्काल सूचना देंगे जिससे सुरक्षित तरीकों के साथ आगे की कार्यवाही हो सके।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कंटेन्मेंट जोन में सुरक्षा बल लगातार मोनीटरिंग करेंगे
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि सभी कंटेन्मेंट जोनध्क्वारन्टीन सेंटर में रहने वाले लोगों की मॉनिटरिंग करें। यह सुनिश्चित करें कि होम क्वारन्टीन में रहने वाला नागरिक घर में अलग से रहे और अपनी सभी गतिविधियों का संचालन पृथक रूप से ही करे। क्वारन्टीन सेंटर में रहने वाले लोगों के खून की सेम्पल लेने की दिन से उनके क्वारेंटीन सेंटर में रहने के दिन की गणना की जाए। साथ ही निर्धारित अवधि पूरी हो जाने के बाद उसकी ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही सेंटर से उसकी छुट्टी की जाए।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग को अपने वार्डो और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों के लोगों की आवश्यक निगरानी रखते हुए सर्दी खांसी के लक्षण होने पर अथवा सांस लेने में तकलीफ होने पर जानकारी देने कहा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के साथ भी समन्वय से कार्य करने कहा।
उन्होंने कोरोना के संक्रमण को रोकने व बचाव के लिए लगे दलों के अधिकारियों को बेहद जवाबदेही से कार्य करते हुए इसे नियंत्रित करने की दिशा में कार्य करने कहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले में अभी कुछ दिनों में और नए मामले आने की आशंका है। इसके मद्देनजर बाहर से आने वाले लोगों की पूरी सूची श्रम विभाग से लेकर स्वास्थ्य जांच कर इन्हें क्वारन्टीन सेंटर पर रखने कहा। कोई पॉजिटिव मरीज मिलने पर उसके सम्पर्क में आये सभी लोगों की हिस्ट्री तैयार कर उन सभी की जांच कराएं। जिले में पूरी तरह से संक्रमण के रोकथाम की दिशा में कार्य करने उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने किया पाटन ब्लॉक का निरीक्षण
दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज पाटन ब्लॉक में विभिन्न निर्माण कार्यो तथा प्रस्तावित निर्माण कार्यो के स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रगतिरत कार्यों के साइट का अवलोकन कर निर्माण कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। साथ ही इन्हें युद्धस्तर पर कार्य कर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने उन जगहों का निरीक्षण भी किया जहां पर महत्वपूर्ण कार्य होने हैं। डॉ. भूरे कुरमीगुंडा, सेलूद, मर्रा जैसे गांवों में पहुंचे। मर्रा में उन्होंने प्रस्तावित कृषि महाविद्यालय की भूमि तथा इंडोर स्टेडियम की भूमि देखी। यहां मौजूद इंजीनियरों ने उन्हें प्रोजेक्ट के डिटेल्स के बारे में बताया। कलेक्टर ने दोनों ही प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तार से तकनीकी पक्षों के बारे में चर्चा की। कलेक्टर सेलूद भी पहुंचे।
यहां पर उन्होंने ऐतिहासिक प्राइमरी स्कूल के सामने ग्रामीणों से विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की। ग्रामीणों ने यहां की समस्या रखी। ग्रामीणों ने बताया कि सडक की वजह से दिक्कत है। यह दूर हो गई तो बहुत सारी समस्याएं दूर हो जाएगी। स्कूल बिल्कुल बगल से लगा है। धूल काफी उडती है। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ड्रेनेज की समस्या यहां पर है सडक निर्माण के साथ ही नाली निर्माण की दिशा में मुकम्मल कार्य होगा तो लोगों के लिए काफी राहत होगी। कलेक्टर कुरमीगुंडरा भी पहुंचे यहां पर तथा अन्य स्थलों में प्रस्तावित पौधरोपण कार्यों की उन्होंने जानकारी ली। यहां पर 15 एकउ में नींबू के पौधों का रोपण का प्रोजेक्ट है। कलेक्टर ने कहा कि पौधरोपण सबसे महत्वपूर्ण अभियान है। पूरे जिले में फलदार वृक्षों के रोपण पर काम किया जा रहा है।
पाटन ब्लॉक में भी नींबू और मुनगा के रोपण पर कार्य किया जा रहा है ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मुनगा के रोपण से न केवल हरियाली का दायरा बढेगा अपितु इसके माध्यम से आंगनबाउियों में मुनगा वितरण कर सकेंगे। कुपोषण से लाडने में मुनगा अहम भूमिका निभाता है हिमोग्लोबिन के बढाने में एनीमिया से बचाने में मूंगा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके अलावा फलोद्यान का दायरा बढाने का उद्देश्य यह है कि कृषि के अलावा लोगों को अतिरिक्त आय अर्जित हो सके। कलेक्टर ने इस मौके पर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की और उनसे प्रस्तावित विकास कार्यों के सुझाव लिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी निर्माण कार्य तय समय पर पूरे होंगे। आजीविकामूलक गतिविधियों को ब?ावा दिया जाएगा। साथ ही पौधरोपण के कार्यक्रम को भी युद्धस्तर पर किया जाएगा। पौधों को रोपने से लेकर सहेजने तक सारी योजना बना ली गई है।
कलेक्टर ने बताया कि पाटन शहर को प्रमुख शहरों से जोडऩे वाली महत्वपूर्ण सडकों पर बडेे पैमाने पर पौधरोपण की तैयारी कर ली गई है। दौरे में प्रशिक्षु कलेक्टर जितेंद्र यादव, एसडीएम विनय पोयाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाई निगम क्षेत्र में बाहर राज्य से आने वाले लोगों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। नोवल कोरोना वायरस के बचाव हेतु निगम क्षेत्र में अब तक कई व्यक्तियों को होम आइसोलेट किया जा चुका है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। आइसोलेटेड लोगों की निगरानी के लिए सभी जोन कार्यालय के अंतर्गत विशेष टीम गठित की गई है जो दिन में चार बार होम आइसोलेट के लोगों पर निगरानी रख रहे हैं। नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के अंतर्गत लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों से आए हुए व्यक्तियों की सूची अथवा सूचना के आधार पर होम क्वॉरेंटाइन एवं निगरानी सुनिश्चित करने के लिए जोन आयुक्तों के निर्देशन में टीम गठित की गई है तथा बाहर से आने के बाद अपनी जानकारी छुपाने वालों के खिलाफ (एफआईआर) के निर्देश भी जारी किया गया है।
भिलाई निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस के रोकथाम हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे है, निगम प्रशासन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम बनाकर बाहर से आए हुए व्यक्तियों के घरों के बाहर होम आइसोलेशन के स्टीकर लगा रहे है। भिलाई क्षेत्र में बाहर से आए हुए व्यक्ति व परिवारों को निर्धारित अवधि तक घर पर रहने की हिदायत देने के साथ ही निगरानी की जा रही है ताकि ये लोग किसी तरह से दूसरे लोगों के संपर्क में न आए और होम क्वॉरेंटाइन का पूर्णत: पालन करें। इसके अलावा जिन लोगों को होम आईसोलेट किया गया है उनके आस पास के 6-7 घरों के परिवारों के मोबाइल नं. भी लिए जा रहे है जिनसे निगम की टीम फोन करके भी पूछताछ कर रही है कि वे लोग बाहर तो नहीं निकल रहे है इसकी जानकारी ली जा रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की प्रतिदिन निगरानी करने भिलाई निगम, आंगनबा?ी कार्यकर्ता व शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई जो अलग-अलग जोन क्षेत्रों में शहर के आम नागरिकों से सूचना प्राप्त कर बाहर राज्य से आए हुए हैं उनकी जानकारी एकत्रित कर उन्हें होम आइसोलेट कर रहे है।
बाहर से आने के बाद जो लोग अपनी जानकारी छुपाएंगे या होम आईसोलशेन की प्रक्रिया में बाधा डालने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए यह आवश्यक है कि जो लोग बाहर से आ रहे है उन्हें जागरूकता दिखाते हुए निगम प्रशासन को जानकारी देनी होगी ! बाहर से आए हुए व्यक्तियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए व्यवसायिक व सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तथा हेल्पलाइन नंबर से संबंधित स्टीकर लगाए गए है, बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जा रहा है।
बाहर से आए हुए लोगों की मिले जानकारी तो इन नंबरों पर करें संपर्क कोरोनावायरस कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु ऐसे व्यक्ति जो भिलाई शहर के वार्ड, क्षेत्र, मोहल्ला या आसपास में अन्य शहर, गांव, राज्य से आए हुए हैं उनकी जानकारी इस कार्य के लिए नियुक्त भिलाई निगम के नोडल अधिकारी जोन क्रमांक एक नेहरू नगर के जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा 7000092136, प्र. सहा. राजस्व अधि. विनोद चंद्राकर 9826685701, जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर के जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि 7050344444, प्र. सहा. राजस्व अधि. संजय वर्मा 9669332966, जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर के जोन आयुक्त महेंद्र पाठक 9424227177, प्र. सहा. राजस्व अधि. परमेश्वर चंद्राकर 9826947891, जोन क्रमांक 4 खुर्सीपार की जोन आयुक्त प्रीति सिंह 7697590459, प्र. सहा. राजस्व अधि. बालकृष्ण नायडू 9425245007, सेक्टर क्षेत्र जोन क्रमांक 5 के प्रभारी कार्यपालन अभियंता सुनील जैन 9425555648, प्र. सहा. राजस्व अधि. मलखान सिंह सोरी 9977421330 के मोबाइल नंबर पर संपर्क करके दे सकते हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जितेन्द्र साहू ने बेेमेतरा जिले का दौरा कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने सर्वप्रथम बेेमेतरा पहुंचकर मां भद्रकाली का आशीर्वाद प्राप्त किया फिर कांग्रेस भवन पहुंचकर जिला संगठन का प्रभार संभाला। अपने बेमेतरा प्रवास के दौरान प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जितेन्द्र साहू ने जिलाधीश से मुलाकात की। इस दौरान कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रशासनिक उपायों और बाहर से आ रहे मजदूरों के बारे में उन्होने जानकारी ली। जिलाधीश को श्री साहू ने बेमेतरा में नये कांग्रेस भवन निर्माण हेतु जमीन आबंटन का प्रस्ताव सौंपा और किसानों को समय पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की ओर ध्यानाकर्षण कराया।
साहू ने कांग्रेस भवन पहुंचकर जिला अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से संगठन की गतिविधियों के बारे में चर्चा की। इस दौरान विधायक आशीष छाबड़ा की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और पूर्व मंत्री डीपी धृतलहरे को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए जितेन्द्र साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सर्वे में जनता की संतुष्टि के पैमाने पर देश में दूसरे क्रम में आने को गौरवशाली क्षण बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों विशेषकर मनरेगा के हत चल रहे कार्य की सराहना की। इसके अलावा बेमेतरा जिले में मंत्री रविन्द्र चौबे एवं विधायकद्वय, आशीष छाबड़ा व गुरुदयाल सिंह बंजारे के नेतृत्व में जनभावना के अनुरुप विकास की तेज रफ्तार की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की। बेमेतरा प्रवास के दौरान श्री साहू के साथ समाजसेवी मोन्टू तिवारी भी शामिल थे।
BHILAI / SHOURYAPATH / खुर्सीपार शिवाजी नगर में 3 करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य की प्रारंभिक प्रक्रिया शुरु हो गई है। रविवार को महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव निर्माण प्रक्रिया का जायजा लेने पीडब्ल्यूडी के अफसरों के साथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने इंडोर स्टेडियम का नक्शा देखा और निर्माणी एजेंसी को आवश्यक निर्देश दिए। महापौर ने निर्माणी एजेंसी को इंडोर स्टेडियम का काम तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
बता दें कि खुर्सीपार शिवाजी नगर में जोन कार्यालय के पास इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। 3 करोड़ की लागत से बनने वाले इस स्टेडियम के निर्माण के लिए केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने जून 2019 में भूमिपूजन किया था। अब इस स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव आज इसी निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान महापौर देवेन्द्र यादव कार्यप्रगति से संतुष्ठ नजर आए और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
bhilai / shouryapath / एम्स रायपुर में कोरोना वार्ड प्रभारी भिलाई निवासी चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजीटिव आने से हड़म्प मच गया है। प्रशासन ने चिकित्सक पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि होते ही उनके निवास वाले जुनवानी रोड कोहका स्थित कुबेर इन्क्लेव अपार्टमेंट को सील कर कंटेनमेंट जोन घोषित दिया है। आज सुबह नगर निगम की टीम ने पूरे इलाके को सैनिटाइज किया। वहीं पीडि़त चिकित्सक को एम्स रायपुर में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
भिलाई शहर के जुनवानी रोड पर कोहका इलाके के पॉश कालोनी कुबेर इन्क्लेव अपार्टमेंट को देर रात जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर सील कर दिया। प्रशासन ने इस कालोनी के निवासी 44 वर्षीय चिकित्सक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद यह कदम उठाया। कालोनी में किसी के भी आने जाने पर रोक लगा दी गई है। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भूरे ने निगम आयुक्त को ऐहतियात बरतने के निर्देश दे दिए हैं। जिस चिकित्सक की जांच रिपोर्ट में पॉजीटिव आई है वह एम्स रायपुर के कोरोना वार्ड का प्रभारी है।
पिछले तीन महीनों से चिकित्सक भिलाई से अप डाउन करते हुए एम्स में कोरोना पीडि़तों का उपचार कर रहा था। उनकी पत्नी भी पेशे से चिकित्सक है। लॉकडाउन के दौरान इस चिकित्सक दंपत्ति के बच्चे घर से बाहर नहीं निकलते थे। चिकित्सक दंपत्ति भी कोरोना संक्रमण से बचाव के सारे नियम का पालन करते देखे गए हैं। बावजूद इसके एम्स के कोरोना वार्ड प्रभारी की रिपोर्ट पॉजीटिव आ जाने से कुबेर इन्क्लेव अपार्टमेंट सहित आसपास के इलाके में विशेष सर्तकता बरती जा रही है। पीडि़त चिकित्सक को एम्स रायपुर में इलाज के लिए भर्ती कर परिवार के सदस्यों का सेम्पल जांच हेतु भेज दिया गया है।
रायपुर । शौर्यपथ । दंगा फसाद का नही बीमारी का कर्फ्यू है , पुलिस अंकल रहम करो शायद यही कह रहा होगा डंडे खाने वाला शख्स । मामला रायपुर से जुड़ा हुआ है आज फेसबुक में भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास की वाल में एक वीडियो देखें जिसमे एक पुलिस वाले द्वारा आम जनता को बेरहमी से डंडे से पिटाई का दृश्य था । वीडियो किसी ने बनाया होगा । इस वीडियो में जिस तरह पुलिस अधिकारी द्वारा बाइक सवार और साइकिल सवार पर डंडे बरसाए जा रहे थे देख कर ऐसा लगा मानो रायपुर में कर्फ्यू किसी प्रकृतिक आपदा का नही दंगा फसाद के कारण लगा हो और मार खाने वाला छत्तीसगढ़ का आम नागरिक नही कोई दरिंदा हो । आखिर ऐसा क्या कारण है कि पुलिस प्रशासन को सख्ती दिखाने के लिए कानून का पालन करवाने के लिए इतना सख्त होना पड़ा । क्या आम जनता पर इस तरह प्रहार सही है ? हो सकता है जिसकी पिटाई हुई हो उसने गलती की हो किन्तु खुलेआम किसी नागरिक के साथ इस तरह पेश आना क्या सही है । ऐसा करके क्या संदेश देना चाहती है पुलिस प्रशासन ? भाजपा नेता के फेसबुक वॉल में उल्लेख उरला टी आई द्वारा किया गया कार्य बताया जा रहा है । क्या पुलिस के आला अधिकारी मामले को संज्ञान लेंगे या मामला दब जाएगा । क्योकि वीडियो में जिस भी व्यक्ति को डंडे पड़ रहे थे उसके हाव भाव प्रतिक्रिया से ऐसा जरा भी प्रतीत नही हो रहा कि वह इस घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे पाएगा । कोरोना आपदा में मिडिल क्लास और निम्न वर्ग वैसे ही दो जून की रोटी के लिए संघर्षरत है ऐसे में खिलाफत या शिकायत का शायद प्रश्न ही नही उठता । किन्तु वीडियो के वाइरल होने से शायद उच्च अधिकारी , गृह मंत्री और प्रदेश के मुखिया मामले को संज्ञान में ले और मामले की निष्पक्ष जांच कर वीडियो की सच्चाई का पता लगवाए क्योकि आम मिडिल क्लास जनता को डंडे की मार से ज्यादा पेट की मार का सामना करना पड़ रहा है ।
विडिओ देखने के लिए लिक पर क्लीक कीजिये
ग्राम वासियों ने ईटों को जप्त कर पंचायत को सौंपा
नगरी/धमतरी/शौर्यपथ
नगरी विकासखंड के अंतिम छोर पर बसे ग्राम पंचायत बरबांधा के ग्राम में अवैध रूप से ईट भट्टा संचालित कर रहे ग्राम के एक पंच को, समझाईश के बाद ,नहीं मानने पर सबक सिखाने का फैसला किया व भट्टे के ईंट को ग्रामीणों द्वारा जप्त कर पंचायत में पंचायत के सुपुर्द किया और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
ग्राम पंचायत बरबांधा के पंच राघे लाल निषाद द्वारा ग्राम में अवैघ रूप से ईट भट्टे का संचांलन किया जा रहा था।
ग्रामीणों ने अवैध रूप से संचालित इस ईंट भट्टे का विरोध करते हुए ,भट्टे के ईटों को जप्त कर पंचायत को सौंपा जांच व उचित कार्यवाही करने की बात कही।
सरपंच ग्राम पंचायत बरबांधा ने ग्राम वासियों को दोषियों के विरुद्ध जल्द दंडात्मक कार्रवाई की बात कही ।
दुर्ग । शौर्यपथ । अवैध व्यापार पर लगाम लगाने में दुर्ग निगम सदैव से उदासीन रहा । शहर के पटरी पार इलाके में पिछले साल भी सालो से चल रहे पानी पाउच की फैक्ट्री पर निगम द्वारा समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद कार्यवाही की गई । अब एक नया मामला सामने आया है । पटरी पार क्षेत्र में स्थित कादंबरी नगर में सेव नमकीन की फैक्ट्री संचालित है । आवासीय क्षेत्र में संचालित इस उद्योग के मालिक का कहना है कि शासन से सभी अनुमति प्राप्त है । हो सकता है अनुमति भी मिली हो किन्तु आवासीय इलासके में शासन से सेव , नमकीन उद्योग के लिए अनुमति किस आधार पर दी गई जबकि परिसर के आज बाजू आवासीय इलाका है साथ ही प्रथम तल में जो फेक्ट्री संचालित है उसके भूतल में निवास स्थान है । बता दे कि सेव फेक्ट्री में बड़ी बड़ी भट्टियों का उपयोग होता है इस स्थिति में सुरक्षा मानकों का भी विशेष ख्याल रखना पड़ता है । क्या आवासीय कॉलोनी में इस तरह के लघु उद्योग के लिए आवासीय बिल्डिग का व्यवसायिक उपयोग कर संचालन कर्ता द्वारा शासन की आंख में धूल झोंका जा रहा है ? क्या दुर्ग निगम मामले को संज्ञान में ले निष्पक्ष जांच व कार्यवाही करेगा ?