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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
भिलाई / शौर्यपथ /-भिलाई इस्पात संयंत्र की मर्चेन्ट मिल को पटना के एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग से ईक्यूआर 500 डी क्वालिटी के टीएमटी 40 एमएम बार की आपूर्ति का एक चुनौतीपूर्ण ऑर्डर मिला था। इसके लिए पहले एसएमएस तीन एवं बीबीएम मार्ग से 105 स्क्वेयर एमएम साईज के बिलेट मिलते थे जो कि अब उपलब्ध नहीं हैं।
इस स्थिति को देखते हुए मर्चेन्ट मिल की टीम ने वर्तमान में एसएमएसत तीन में बनने वाले 105 स्क्वेयर एमएम साईज के बिलेट से टीएमटी 40 एमएम बार का उत्पादन करने का निर्णय लिया। इससे पहले टीएमटी ल0 एमएम बार कभी भी 105 स्क्वेयर बिलेट से नहीं बनाए गए थे।
मर्चेन्ट मिल के महाप्रबंधक प्रभारी अजय बेदी के नेतृत्व में महाप्रबंधक आर जी दलाल, सुशील हरिरमानी, उप महाप्रबंधक नागेन्द्र कुमार एवं सहायक महाप्रबंधक विनय कुमार की टीम ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए 105 स्क्वेयर एमएम साईज के बिलेट से टीएमटी ल0 एमएम बार का उत्पादन सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
दुर्ग / शौर्यपथ / निगम आयुक्त इंद्रजत बर्मन द्वारा आज डाटा सेंटर में (एमएमयू) मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना दुर्ग सिटी के अंतर्गत बैठक ली गई। बैठक में कार्य से संबंधित संस्थाओं को आमंत्रित किया गया था। इसके लिए निगम द्वारा प्रपोजल फॅार सलेक्सन सर्विस प्रोवाईड करने आफॅर आमंत्रण भी निकाला गया है। बैठक में सभापति राजेश यादव, कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, महिला हास्पीटल समिति के प्रबंधक डॉ0 रघु शर्मा, जय अंबे इमरजेंसी सर्विस के धर्मेन्द्र सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के दिशा निर्देश और गाईड लाईन अनुसार शहरी क्षेत्र के गरीब स्लम क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टि से मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत स्लम क्षेत्र के एैसे व्यक्ति जो ईलाज नहीं करा पा रहा है या किसी कारण जिला अस्पताल नहीं जा रहे हैं या पैसे के अभाव में वह ईलाज नहीं कराना चाहता एैसे सभी लोगों को इस योजना के तहत! नि:शुल्क लाभ प्रदान किया जावेगा।
निगम आयुक्त बर्मन द्वारा चलित चिकित्सा सेवा योजना के संबंध में प्रीबीड मिंटिंग में उपस्थित प्रतिनिधियों जिसमें महिमा हास्पीटल के संचालक डॉ0 रघु शर्मा, तथा रायपुर से जय अंबे इमरजेसी सर्विसेस के डायरेक्टर श्री धर्मेन्द्र सिंह अपने साथियों के साथ बैठक में उपस्थित हुये। आयुक्त ने आमंत्रित लोगों को योजना और उससे संबंधित गाइडलाईन की जानकारी दी। आयुक्त ने कहा यह माननीय मुख्यमंत्री जी की महत्वपूर्ण योजना है स्लम क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने अपनी बातों को विस्तार से रखें। संचालक, और डायरेक्टर प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी बातों को रखें । तथा इस संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये एवं शर्तों में आवश्यक संशोधन और सुधार के साथ प्रपोजल प्रस्तुत करने का प्रस्ताव रखें। आयुक्त ने योजना के संबंध में उनकी शंकाओं का भी समाधान किया गया ।
दुर्ग / शौर्यपथ / रिसाली निगम क्षेत्रांतर्गत वार्ड नेवई भाठा में एक युवक का कोरोना संक्रमित रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जिला प्रशासन द्वारा कंटेन्टमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे एवं जोन आयुक्त रमाकांत साहू ने निगम अमले के साथ उल्लेखित स्थल पर पहुंचकर पुरे क्षेत्र को कंटेन्टमेंट जोन में तब्दील कर दिये है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंचकर कोरोना संक्रमित परिवार की सेम्पल प्राप्त कर रिपोर्ट भेज दी गई है। नेवई के संक्रमित क्षेत्र का निगम स्वास्थ्य अमला द्वारा शाम से ही युद्ध स्तर पर पूरे क्षेत्र का सैनेटाईजेशन किया गया व वृहद स्तर पर संक्रमित क्षेत्र की साफ सफाई के साथ साथ ब्लिचिंग एवं किटनाशक दवाई को छि?काव किया जा रहा है। निगम के उडनदस्ता टीम द्वारा लोगों के आवाजाही व क्षेत्र के सभी दुकानों को भी को त्वरित बंद कराया गया। लोगों को घरों से निकलने मना किया गया है। जारी आदेश के अनुसार कंटेन्मेंट जोन में अतिआवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति तथा अपरिहार्य स्वास्थ्यगत आपत्कालीन परिस्थितियों को छो?कर कंटेन्टमेंट जोन में आने जाने पर पूर्व प्रतिबंध लगा हुआ है। क्षेत्र के अंतर्गत सभी दुकाने आफिस व अन्य वाणिज्यक प्रतिष्ठान आगामी आदेश तक पूर्णत: बंद रहेंगे। वाहनों के आवागमन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। घर पहुंच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर किये जाने रिसाली निगम प्रयासरत है। संक्रमित क्षेत्र को सील कर पुलिस का सक्त पहेरा बैठाया गया है। देर रात तक अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त श्री प्रकाश कुमार सर्वे व जोन आयुक्त श्री रमाकांत साहू मातहत अधिकारियों के साथ नेवई के संक्रमित क्षेत्र में डटे हुए थे रात में ही कंटेन्टमेंट जोन आवश्यक सुरक्षा एवं व्यवस्था के लिए निगम अधिकारियों को दायित्व सौंपे गये है। उक्त हेतु रिसाली निगम के सहायक यंत्री बी.के. सिंह को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। रिसाली निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने संक्रमित क्षेत्र के लोगों के साथ साथ पूरे निगम क्षेत्र के रहवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है।
दुर्ग / शौर्यपथ / कांग्रेस नेता व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने भाजपा पर अपना वार जारी रखते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से सरकार के ६ साल में किये वादों के पूरा होने के बारे में पुचा . बता दे कि दुर्ग से कांग्रेस की तरफ से लगातार भाजपा के केंद्र सरकार के नीतियों पर सवालों की बौछार इन दिनों राजेन्द्र साहू द्वारा किया जा रहा है . अब राजेन्द्र साहू ने नवनियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि साय को डेढ़ साल पहले बनी कांग्रेस सरकार के वादों से पहले 6 साल पहले केंद्र में सत्तारूढ मोदी सरकार के वादों को याद कर लेना चाहिए। साय देश की जनता को स्पष्ट बताएं कि मोदी सरकार ने 6 साल में कितने वादे पूरे किए। एक साल पहले दोबारा सत्ता में आने से पहले किए गए वादों का क्या हुआ?
साय के आरोपों पर राजेंद्र ने कहा कि कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था। इस वादे को कांग्रेस भूली नहीं है। शराबबंदी धीरे-धीरे लागू की जाएगी। कांग्रेस ने 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्जमाफी और 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का वादा किया था। पद की शपथ लेने के 4 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना वादा पूरा कर दिखाया। कर्जमाफी की घोषणा कर दी।
राजेंद्र ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय को बताना चाहिए कि देश के सभी नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए जमा करने के वादे का क्या हुआ। हर साल दो करो? बेरोजगारों को रोजगार देने, किसानों की आय दोगुना करने, महिलाओं को सशक्त बनाने के वादे का क्या हुआ।
राजेंद्र ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने जो कहा, उसे पूरा भी किया। शहरी क्षेत्र में भूमिहीन आबादी पट्टटा देने का वादा पूरा किया। एपीएल वर्ग को 10 रुपए प्रति किलो की दर से 35 किलो चावल, हाफ बिजली बिल जैसे दर्जनों वादे पूरे कर दिए। मनरेगा से देश में सबसे ज्यादा रोजगार दिया जा रहा है। कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग को राहत दी है। भाजपा ने कितने वादे पूरे किए, इसका खुलासा साय को करना चाहिए।
राजेंद्र ने कहा कि साय केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। इसके बावजूद उन्होंने कोरोना के वैश्विक संकट पर एक शब्द भी नहीं कहा, यह दुख की बात है। बीते दो माह में देश में 10 करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हो चुके हैं। असंगिठत कामगारों की बेरोजगारी का आंकडा भी लगभग 8 करोड से ज्यादा हो चुका है। ठेला, खोमचा वालों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। किसानों, मजदूरों समेत निम्न आय वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। रोजी-रोटी चौपट हो गई है। इन वर्गों को राहत देने या आर्थिक रूप से मजबूती देने के बारे में साय ने मौन साध लिया। राजेंद्र ने कहा कि साय ने 20 लाख करोड के पैकेज के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा। यह दर्शाता है कि 20 लाख करोड का पैकेज भ्रष्टाचार की भेंट चढ चुका है। भाजपा नेताओं ने राज्य में सत्ता से दूर होने के बावजूद अब तक सत्ता का मोह नहीं त्यागा है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों के साथ आसमान छूती महंगाई के बावजूद साय को 6 साल पुरानी मोदी सरकार के वादे याद नहीं है। उन्हें अगर सवाल करना है तो पहले मोदी सरकार से 6 साल पुराने वादों को लेकर सवाल करें।
दुर्ग / शौर्यपथ / दो साल के बाद फिर एक बार शहर में डेंगू जैसी बीमारी के महामारी का रूप धारण करने का आसार स्पष्ट नजर आ रहा है। इस बार फोरलेन सड़क पर फ्लाई ओव्हर निर्माण के लिए की गई खुदाई के चलते बने गड्ढों से डेंगू का खतरा उत्पन्न होने की संभावना उभरने लगी है। इन गड्ढों में बारिश का पानी जमा होने से डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को पनपने का मौका मिलेगा। ऐसे में दो साल पहले खुर्सीपार में केनाल रोड निर्माण के साथ बनी परिस्थितियां इस बार भी बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
भिलाई नगर निगम क्षेत्र में अभी दर्जन भर के करीब डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जिला और निगम प्रशासन के लिए बारिश शुरू होने से पहले शहर में डेंगू की दस्तक पड़ जाने से चुनौती बढ़ गई है। इस बीच डेंगू के लिहाज से फ्लाई ओव्हर निर्माण के लिए फोरलेन सड़क पर की गई खुदाई वाली जगह भी खासी चुनौती बन सकती है। दरअसल डेंगू फैलाने वाले मच्छर जमा पानी में पनपते हैं। ऐसे में फ्लाई ओव्हर के लिए सड़क की हुई खुदाई वाली जगह पर जमा होने वाले बारिश का पानी डेंगू के मच्छरों को लार्वा छोडऩे के लिए अनुकूल माहौल प्रदान कर सकते हैं। इन गड्ढों में पनपने वाले लार्वा जब मच्छर बनकर शहर में फैल जाएंगे तो इसमें संदेह नहीं कि डेंगू एक बार फिर कहर बरपा सकता है।
गौरतलब रहे कि दो साल पहले भिलाई-दुर्ग सहित इसके आसपास के इलाके में महामारी के रूप में कहर बरपाया था। भिलाई निगम क्षेत्र में ही 54 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। उस वक्त खुर्सीपार इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। तब आम लोगों के बीच केनाल रोड निर्माण के लिए हुए खुदाई वाले जगहों पर बारिश का पानी जमा होने को डेंगू फैलने की चर्चा ने खासा जोर पकड़ा था। इस बार भी वैसी ही आशंका फ्लाई ओव्हर निर्माण के लिए की गई खुदाई वाली जगह को लेकर जताई जाने लगी है।
यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि फोरलेन सड़क पर कुम्हारी से लेकर सुपेला के बीच चार फ्लाई ओव्हर का निर्माण हो रहा है। पहला फ्लाई ओव्हर कुम्हारी में बन रहा है और इसका जमीनी स्तर का काम पूरा हो जाने से खुदाई वाले गड्ढों का भरा जा चुका है। इस लिहाज से कुम्हारी में तो कोई खास खतरा नहीं दिखता, लेकिन डबरापारा तिराहे सहित पावर हाउस और फिर चंद्रा-मौर्या से लेकर सुपेला चौक तक तीन स्थानों मे पिलर खड़ा करने के लिए की गई खुदाई के चलते बने गड्ढों में बारिश का पानी जमा होना तय है। इस जमे पानी में डेंगू के लार्वा को पनपने का मौका मिलेगा जिससे दो साल पहले जैसी परिस्थितियां बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
खुर्सीपार है संवेदनशील इलाका
डेंगू के लिहाज से भिलाई निगम के खुर्सीपार का इलाका संवेदनशील माना जाता है। दो साल पहले इसी इलाके में डेंगू से ज्यादा मौते हुए थी। हालांकि इस बार केम्प-2 के संतोषी पारा वार्ड में डेंगू की दस्तक पड़ चुकी है और 10 मरीज मिले हैं। इसके साथ ही संतोषी पारा में साफ सफाई के साथ लोगों को मच्छर से बचने और सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भूरे ने गत दिनों संतोषी पारा वार्ड का दौरा कर निगम द्वारा डेंगू के रोकथाम हेतु किए जा रहे इंतजाम का अवलोकन कर जरुरी निर्देश दिया। निगम द्वारा सभी संवेदनशील वार्डों में टैमीफास का वितरण कर जमा पानी में इस्तेमाल करने की सलाह लोगों को दी जा रही है। इसके साथ ही कूलर, पानी टंकी की हर दो दिन में सफाई, खुले में पड़े टायर व गमलों व मिट्टी के बर्तन में पानी जमा नहीं होने देने की अपील निगम द्वारा की जा रही है।
दुर्ग / शौर्यपथ / शहर की बढ़ती आबादी एवं जिला अस्पताल में मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मांग प्रमुखता से की जा रही थी। जिस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 75 लाख रु की राशि पोटिया क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण हेतु स्वीकृति मिली। विधायक अरुण वोरा द्वारा एक वर्ष पूर्व भूमिपूजन करने के पश्चात लगातार मॉनिटरिंग से अब लॉकडाउन के पश्चात विधायक वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने लेंटर लेवल तक का कार्य पूर्ण के बाद छत ढलाई का कार्य प्रारंभ किया गया। तीन माह के अंदर कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
विधायक वोरा ने कहा कि नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू हो जाने से आसपास के 14 वार्डों की लगभग 60 हजार जनता को जिला अस्पताल की लंबी दूरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा व घर के निकट अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो सकेगी जो अपने आप में मोहल्ला क्लिनिक मॉडल का स्वरुप होगा। 10 बिस्तर वाले पोटिया स्वास्थ्य केंद्र के अतिरिक्त शहर में तीन अन्य स्थानों शनिचरी बाजार, बघेरा एवं पटरीपार क्षेत्र में भी स्वास्थ्य केंद्र निर्माण कराने मुख्यमंत्री से मांग की गई है। महापौर धीरज बाकलीवाल से सीजीएमएससी के अधिकारियों ने नगर निगम द्वारा स्वास्थ्य केंद्र के सामने नाली निर्माण करने की मांग रखी। इस दौरान जिला चिकित्सालय के डॉ. राजेन्द्र खण्डेलवाल, निगम उप अभियंता जितेंद्र समैया, परियोजना अधिकारी संजीव दुबे, लोनिवि अभियंता आर के राव मौजूद थे।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / जंगलों एवं पहाड़ों की नैसर्गिक छटा मनोरम है। दूरस्थ ग्रामों में वनवासियों के उल्लास भरे चेहरे उनकी खुशी बयां कर रही है। जैवविवधिता से भरपूर इन जंगलों में किस्म-किस्म के फल-फूल और औषधीय वृक्ष है। अभी लघुवनोपज संग्रहण का कार्य अपनी चरम पर है और शासन की ओर से ग्रामीण आदिवासी संग्राहकों को पर्याप्त लाभ दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर निर्धारित किया गया है। ताकि वे बिचौलियों से बचे रहें और उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी हो सके।
छुईखदान विकासखंड के दूरस्थ ग्राम सरईपतेरा में यह मौसम ग्रामवासियों के लिए सौगात की तरह है। पीले रंग के फूल सरई वृक्ष से गिरकर जमीन पर बिखरे हुए हैं। साल वृक्षों की अधिकता के कारण ही इस गांव का नाम सरईपतेरा पड़ गया है। गांव की श्रीमती जलवती, बिस्ता, ज्योति, रिना, संवरी, राजीम, हिमानी, प्रेमवती, श्रीमती तिजा, राधिका, थामन, पांचोबाई, साहिबिन, सुखवारो, जसवंतिन, भागवती, हेलेंद्री एवं अन्य महिलाएं सरई फूल बीज एकत्रित करने के लिए सुबह से निकल जाती है। कोविड-19 से बचाव के लिए महिलाएं वनोपज संग्रहण के दौरान मास्क का उपयोग कर रही है। लघुवनोपज संग्रहण उनका प्रिय कार्य है और कार्य करते हुए वे आपस में सुख-दुख भी बांट लेती हंै। गांव में जामुन की अधिकता होने के कारण जामुन संग्रहण का कार्य भी प्रगति पर है।
छुईखदान विकासखंड के दूरस्थ ग्राम ढोलपिट्टा में बैगा जनजाति के परिवार के लिए लघुवनोपज आजीविका का प्रमुख साधन है। बैगा जनजाति के बुजुर्ग श्री कमल मरकाम ने कहा कि वे सुबह से बेल गुदा एवं हर्रा संग्रहण में लग जाते हैं। जिससे उन्हें आमदनी हो रही है और परिवार की अच्छी गुजर-बसर हो जाती है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को न्यूनतम समर्थन मूल्य में लघुवनोपज खरीदी करने के लिए धन्यवाद दिया। उनकी पत्नी श्रीमती भगतीन और उनकी नतनी उषा सयाम ने भी खुशी जाहिर की। शासन की ओर से बैगा जनजाति के उत्थान के लिए ग्राम में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। घाटी में ग्राम रेंगाखार के श्री खानू एवं श्री गुलाब खान भी बेलगुदा एकत्रित करने में व्यस्त थे। वहीं बांधाटोला के श्री हरे सिंह और सदाराम धु्रर्वे हर्रा बहेरा एकत्रित कर रहे थे। माहुल पत्ता की तोड़ाई में भी अब तेजी आ गई है। जिससे ग्रामवासी दोना-पत्तल बनाने का कार्य करेंगे।
जिले में आंवला बीज, पुवाड़ बीज, कौंच बीज, बायबिडिंग, कालमेघ, नागरमोथा, हर्रा, धवई फूल, बहेड़ा, महुआ फूल, शहद, फूलझाडु, इमली, रंगीन लाख, कुसमी लाख, सालबीज, गम कराया, महुआ बीज, बेल गुदा, करंज बीज, चिरौंजी गुठली और जामुन बीज के संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। दूरस्थ ग्राम सरईपतेरा, ढोलपिट्टा में लघुवनोपज संग्राहक अपना वनोपज शासन की समिति में विक्रय करते हैं। वन विभाग की ओर से लघुवनोपज संग्रहण के लिए वनवासियों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें कोरोना वायरस के बचाव के लिए भी बताया जा रहा है। ग्रामवासियों को कोविड-19 से सुरक्षा के लिए मास्क दिया जा रहा है।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कार्यों की समीक्षा की एवं लंबित प्रकरणों को समय-सीमा में निराकरण करने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण में प्रोटोकाल का पालन करते हुए सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने कार्यों में प्रगति लाए। लॉकडाउन की अवधि में लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करें।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर ओंकार यदु, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती तनुजा सलाम, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव श्री मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर वर्मा ने नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि बारिश से पहले निर्माणाधीन गौठानों को तैयार कर लिया जाए। यहां पशुओं के लिए पर्याप्त चारागाह की व्यवस्था किया जाना चाहिए। गौठान में ही बाड़ी का निर्माण भी करें और इसमें महिला स्व सहायता समूह तथा बिहान की महिलाओं को जोड़कर कार्य करें। ताकि इन समूहों को आजीविका से जोड़ा जा सके। इसके लिए गौठान समिति का चयन किया जाए। गौठान में पशुओं की देखभाल के लिए पशुचिकित्सक नियमित रूप से निरीक्षण करें। घुरवा संवर्धन का कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन करने पर जोर दिया।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि भूमिहिन परिवारों का चिन्हांकन करें, ताकि उन्हें योजना में शामिल कर लाभान्तिव कर सके। श्री वर्मा ने किसान सम्मान निधि के आंकड़ों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसमें सभी पात्र किसानों का लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए पटवारियों को कार्य में लगाकर अभियान चलाए।
कलेक्टर ने कहा कि खाद्य एवं लघुवनोपज प्रसंस्करण केन्द्र की स्थापना की जाएं और इसे समूहों द्वारा संग्रहित वनोपज की खरीदी केन्द्र के रूप में स्थापित करें। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिले में उद्योगों की स्थापना के लिए खाली जमीन का चिन्हांकन करें। ताकि जब यहां उद्योग लगाने के लिए उद्योगपति प्रेरित हो तो उन्हें जमीन उपलब्ध कराया जा सके। यहां उद्योग लगने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री वर्मा ने कहा कि किसानों को धान की जगह अन्य फसल लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंंने आश्रमों, छात्रावासों को सर्वसुविधा युक्त बनाने के निर्देश दिए हैं। बच्चों के लिए बिस्तर, खेल सामग्री, लाईबे्ररी तथा शौचालय हो।
कलेक्टर ने राजस्व प्रकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं तथा लंबित प्रकरणों को जल्दी पूरा करने के लिए कहा है। वन अधिकार पट्टा, परिवर्तित लगान भूमि की वसूली, नजूल भूमि फ्री होल्ड, अतिक्रमित भूमि, नक्शा, खसरा, सीमांकन, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, सुपोषण अभियान, इंग्लिस मीडियम स्कूल की स्थापना, स्कूलों में रंगरोगन तथा मरम्मत कार्य, हाटबाजार, राशन कार्ड, जॉब कार्ड के संबंध में जानकारी ली और इससे संबंधित प्रकरणों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी विकासखंडों के एसडीएम, जनपद सीईओ, तहसीलदार तथा सभी विकासखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अधिकारी-कर्मचारी आपसी समन्वय रखते हुए टीम भावना से करें कार्य - संभागायुक्त चुरेन्द्र
वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करने लोगों को करें प्रेरित
लंबित प्रकरणों को समय-सीमा में करने के दिए निर्देश
राजनांदगांव / शौर्यपथ / संभागायुक्त दुर्ग जीआर चुरेन्द्र ने कल शाम कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सभी विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक लेकर कार्यों की समीक्षा की एवं नये कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। संभागायुक्त चुरेन्द्र ने अधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी आपसी समन्वय रखते हुए टीम भावना और लक्ष्य के अनुरूप समय-सीमा में कार्य करें। अपने ज्ञान और व्यवहार के माध्यम से ही लोगों को सामाजिक कार्यों से जोड़ा जा सकता है।
कोरोना संकट के इस वर्ष को निर्माण वर्ष के रूप में बदलते हुए काम करें इसके लिए सभी को प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संपदा जल, वन, पेड़, पौधे एवं अन्य हमारे लिए बहुमूल्य है। इसे बचाने और पुन: उद्धार के लिए जनमानस को जोड़कर इसमें कार्य करने की जरूरत है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा उपस्थित थे।
संभागायुक्त ने कोरोना संक्रमण के रोकथाम की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी क्वारेंटाईन सेंटर में मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी और शौचालय अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो। यहां साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कि जाए। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाईन सेंटर में घर जैसा माहौल तैयार करे। उन्होंने कहा कि जिन परिवार के सदस्य कोरोना से पीडि़त है, उन परिवारों से मिलकर उनके परेशानियों को दूर करे।
संभागायुक्त चुरेन्द्र ने कहा कि अन्य राज्यों से अधिक संख्या में मजदूर यहां आ चुके है और क्वारेंटाईन की अवधि भी पूरी कर लिए हैं इन श्रमिकों को उनकी कुशलता के आधार पर काम दिलाना हमारी प्राथमिकता है। सभी जनपदों को इसके लिए पर्याप्त कार्य स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में मनरेगा एक संजीवनी है। जिसमें ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को मनरेगा से जोड़कर कार्य दिलाए।
संभागायुक्त चुरेन्द्र ने बारिश के पूर्व वृहद रूप से पौधे रोपण की तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश में आश्रम, छात्रावास, स्कूल, राईसमिल, मंडीबोर्ड, शासकीय एवं गैर शासकीय संस्थानों के परिसर में पौधे लगाए और उन्हें सुरक्षित रखे। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी पेड़ लगाएं। आम, बेल, जामुन, आंवला, नीम, पपीता, मुनगा जैसे पौधे लगाने के सुझाव दिए हैं। इन कार्यों में स्व सहायता समूह की महिलाओं को जोड़कर रोजगार भी उपलब्ध कराएं।
संभागायुक्त चुरेन्द्र ने राजस्व विभाग को जनता के अनुरूप समय-सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासकीय जमीन पर कब्जा हटाने के लिए अभियान चलाकर कार्य करें। उन्होंने इस कार्य में पटवारियों को लगाकर प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने खरीफ मौसम को देखते हुए खाद-बीज उपलब्धता की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि फिल्ड में काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारी ईमानदारी पूर्वक काम करें। संसाधनों के अनुरूप अधिक से अधिक कार्य करने की प्राथमिकता दें।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर ओंकार यदु, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, वनमंडलाधिकारी बीपी सिंह, सहायक कलेक्टर ललितादित्य नीलम, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिथलेश चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी विकासखंडों के एसडीएम, जनपद सीईओ, तहसीलदार तथा सभी विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।