October 23, 2025
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बस्तर

बस्तर (1049)

जगदलपुर / शौर्यपथ / कलेक्टर रजत बंसल ने आज नगरनार स्थित एनएमडीसी के लौह एवं इस्पात संयंत्र में निर्माणाधीन ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र का अवलोकन किया। उन्होंने इस ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र का निर्माण शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए, जिससे यहां निर्मित ऑक्सीजन का उपयोग आवश्यकता पड़ने पर शासकीय मेडिकल कॉलेज सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी लोगों के प्राणों की रक्षा के लिए की जा सके।इसके लिए जिला प्रशासन और एनएमडीसी द्वारा बेहतर कार्ययोजना के तहत कार्य करने के सम्बंध में चर्चा किया गया। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर सुरुचि सिंह, एसडीएम जीआर मरकाम, एनएमडीसी नगरनार के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
एनएमडीसी द्वारा 200 ऑक्सीजन सिलेंडर दिए जाने पर कलेक्टर ने जताया आभार कोरोना महामारी के इस संकट के दौर में एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा बस्तर जिला प्रशासन को 200 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किये जाने पर कलेक्टर श्री बंसल ने एनएमडीसी प्रबंधन के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का इस प्रकोप ने बहुत ही घातक रूप दिखाया है और मरीजों के उपचार के लिएऑक्सीजन सिलेंडर की मांग भी बढ़ रही है। ऐसी परिस्थिति में इन ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता से निश्चित तौर पर मरीजों को राहत मिलेगी। उन्होंने कोरोना के संक्रमण से बेहतर तरीके से निपटने के लिए आगे भी एनएमडीसी प्रबंधन से सहयोग की आशा व्यक्त की।
कलेक्टर बंसल ने नगरनार संयंत्र के अस्पताल का भी निरीक्षण किया और अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं से अवगत हुए। प्लांट के श्रमिकों हेतु कोविड -19 की आपात स्थिति के लिए उपयोग करने के सम्बंध में भी चर्चा किया गया।

* ज्यादातर मामले में मरीज होते है रिफर फिर क्या लाभ इस मैनेजमेंट का - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी

* बस्तर सांसद जी को पत्र लिख पूछे आखिर कहा गया हमारा हाईटेक करोडो का सिटी स्केन मशीन डिमरापाल मेडिकल कालेज में हमेशा के लिए शुरू करें स्केन मशीन ताकि बस्तर कि जनता को मिल सके लाभ - नरेंद्र भवानी
* जगदलपुर मेडिकल कालेज डिमरापाल के असुविधा पे सवाल करते हुए आम जनता को मिले स्वास्थय लाभ हेतु नरेंद्र भवानी ने बस्तर सांसद को लिखे पत्र किये निवेदन बस्तर कि जनता को कोरोना काल में मिले प्यार भरा स्वास्थ्य लाभ -- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी

जगदलपुर / शौर्यपथ / डिमरापाल मेडिकल कालेज में वास्तव में मरीजों के इलाज के प्रति जीतनी लापरवाही होते देखा जा सकता है, वैसा लापरवाही शायद ही कही देखने को मिले, मिली आम जनता के शिकायत अनुसार कोविड वार्ड में मरीज को दवाई कौन सी खानी है, कब खानी है, कैसे खानी है तक कि जानकारी नहीं दी जाती, बस दवाई का पैकेट जरूर दिया जाता है और तो और मरीज कि हालात बिगड़ी या आक्सीजन लेवल चेक करना हो बी. पी. लेवल बड़ा या कम हुवा तो मरीज ही बड़ी मुश्किल से बेड से उठ उपस्थित नर्सेस से मदत मांगती है अब स्टाफ उन मरीजों को छुवे तो ठीक वरना दिशा निर्देश मौखिक रूप से ही दें देते है.
वहीं नार्मल जनरल वार्डो में लाये गए मरीजों का मालिक भगवान ही है, क्युकी इलाज के नाम से केवल रिफर सेंटर ही है डिमरापाल मेडिकल कालेज, वहां इलाज के लिए सरकार द्वारा दिया गया सम्पूर्ण दवाई तक उपलब्ध नहीं, आयुष्मान कार्ड का लाभ लेने वाहा के स्टाफों का नाराजगी मरीजों को झेलकर हाथ पैर जोड़कर अपना काम करवाना होता है उसमे भी कई लोगो का शिकायत है मेरे पास महोदय पूरा दवाई सूचि में से का आधा से जय्दा तक कि मात्रा में दवाई ही नहीं है कहा जाता है !


महोदय एक बड़ा विषय यह भी है कि जब बस्तर कि जनता को सिटी स्केन का लाभ देने के उद्देशय से करोडो कि लागत से सिटी स्केन मशीन खरीदी कि गई तो वो मशीन आखिर जनता के लाभ हेतु स्तेमाल में क्यूँ नहीं आती आखिर क्यूँ हजारो रुपय खर्च कर 11 किलो मीटर दूर से आकर प्राइवेट सेंटरों में सिटी कराने मजबूर है आम जनता आखिर क्यूँ जबकि हमारी सिटी स्केन मशीन हाई टेक मशीन है, नया मशीन है बावजूद मशीन का बार बार खराब होना, टेक्नीशियन का ना होना ऐसी बहानो के साथ डिमरापाल मेडिकल कालेज काम कर रही है आखिर आम जनता 400 करोड़ के मेडिकल कालेज में क्या सिर्फ सर दर्द, बुखार, पेट दर्द ठीक करने ही भर्ती हो सकते है ! सोचने वाला विषय है महोदय
ये प्रमुख मांग किया गया पत्र में
* हाल फिलहाल में 4 स्पेस्लिस्ट डाक्टरों का ट्रांस्पर हुवा जिसके बदले में अभी तक नए डाक्टरों कि भर्ती नहीं कि गई है कृपया जल्द से जल्द सेवा देने वाले डाक्टरों कि भर्ती किया जाए !
* अगर आम जनता के साथ अच्छा व्यहार नहीं किया जा सकता, मरीजों का इलाज करने के नाम से जबरन रिफर का सिस्टम ही बना सकते है, तो महोदय विचार करिये अच्छे मैनेजमेंट का अच्छे स्टाफ का ताकि बस्तर कि भोली भाली जनता को भरपूर लाभ मिल पाए
* सिटी स्केन मशीन 24 घंटा सुचारु रूप से शुरू कि जाए तीन टेक्नीशियन स्टाफ के साथ शिफ्ट वाइस यह व्यवस्था शुरू करवाई जाए और बड़ी बड़ी अक्क्षरो में लिख कर कि हमारे यहाँ सिटी स्केन होता है करके टांगा जाए एक भी सिटी स्केन केस प्राइवेट सेंटरों में ना जाने पाए इससे बस्तर कि जनता को लाभ मिलेगा और करोडो कि मशीन का सही स्तेमाल होगा
* कौन कौन सी सरकारी योजना के तहत दवाई लेने का लाभ जनता को मिल सकता है उसका जानकारी का बोर्ड बड़े बड़े अक्क्षरो में लिख कर सभी जगह टांगा जाए ताकि हर एक बस्तर का नागरिक समझ पाए उसे क्या करना और क्या नहीं

सत्ता धारी अपने मे मस्त,मुख्य विपक्ष बयानबाजी में मस्त जनता कोरोना से त्रस्त-तरुणा बेदरकर


जगदलपुर / शौर्यपथ / आम आदमी पार्टी नेत्री और बस्तर जिला अध्यक्ष तरुणा बेदरकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बयान दिया कि एक माह से 4 स्पेस्लिस्ट डक्टरों का तबादला कर दिया गया अब तक उनके जगह पर नियुक्ति नही की गई या नए डाक्टर बस्तर के लिए नही भेजे गए।क्यों सरकार को इसका जवाब देना चाहिए कि इस कोरोना महामारी में जंहा अधिक डक्टरों की जरूरत है वँहा पर डक्टरों की नियुक्ति के बदले तबादले। बस्तर में इस कोरोना की दूसरी लहर ने प्रशासन के द्वारा किये गए सभी दावे सिर्फ खोखले साबित हुए हैं।
1 साल से कोरोना के मामले जिले के अंदर अपने अस्तित्व में है फिर भी अभी तक स्तिथि जस की तस बनी हुई है।जिले का एक मात्र अस्पताल में आज भी बिगड़ी सिटी स्कैन मशीन का नही बन पाना अस्पताल प्रबंधन जिला प्रबंधन और सरकार की नाकामयाबी लापरवाही और नियत को दर्शाता है।आज इतने बड़े जिला अस्पताल में स्टाफ की कमी सफाई कर्मियों की कमी वार्ड बॉय की कमी का भयावह मंजर जब मरीज़ आवाज़ दे दे कर परेशान हो रहे उन्हें देखने या सुध लेने वाला कोई नही।ऐसी स्तिथि दुर्भाग्यपूर्ण है बस्तर के लिए।
लगातार डिमरापाल अस्पताल को लेकर अव्यवस्थाओं को लेकर मरीजो कि गुहार सामने आ रही है पर किसी भी जन प्रतिनिधियों को कोई फर्क नही पड़ रहा है।बड़ा दुर्भाग्य है आज बस्तर वाशियों के लिए की आज दूर से आलीशान दिखने वाले महारानी अस्पताल और डिमरापाल अस्पताल में कोरोना के इलाज के नाम पर सिर्फ और सिर्फ औपचारिकता चल रही है कोई मरीज़ को छूने को तैयार नही । बड़ी विडंबना है परिजनों को भर्ती करने के बाद नेता मंत्री जनप्रतिनिधि को असुविधा को लेकर अव्यवथाओ को लेकर गुहार लगानी पड़ रही है फिर भी स्तिथि जस की तस । आज कोरोना की इस भयावह स्तिथि के जिम्मेदार कौन सत्ता पक्ष अपने मे मस्त है विपक्ष बयान बाजी में मस्त है।और जनता कोरोना में त्रस्त है।

   जगदलपुर / शौर्यपथ / मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने वार्ड वासियों कि समस्या देख नगर निगम आयुक्त एवं जगदलपुर नगर निगम महापौर श्रीमती सफीरा साहू जी को व्हाट्सप के माध्यम से पत्र लिख कहा, कि अब्दुल कलाम वार्ड एवं गुरु घासीदास वार्ड के निवासी आखिर कैसे लड़ेंगे इस कोरोना काल और इस लॉक डाउन लड़ाई आप ही बताये महापौर महोदिया जी, वार्डो में पिने कि पानी का नलों का स्थिति यह है कि नल ही नाली में है अर्थात नाली में नल, और सोने पे सुहागा यह कि पिछले कई महीनो से यहाँ के निवासी यह गंदा पानी पिने को मजबूर कई महिलाओ ने यह भी बताया कि दोनों वार्डो के कई गलियों में नाली तक कि साफ़ सफाई नहीं हो पा रही .
ऐसी परिस्थिति में अगर आम जनता कोरोना और लाकडाउन से लड़े तो भी कैसे लड़े, और यह पानी का स्तेमाल करना भी लोगो कि मज़बूरी है आखिर क्यूँ ऐसी व्यस्थाए है, क्या यही दिन देखने हेतु नगर निगम जगदलपुर में महापौर कांग्रेस को वोट देके जिताये थे, महोदिया निवेदन है कम से कम आम जनताओ को साफ़ पानी तो दिया जाए नलों कि व्यवस्थाएं सुधारि जाए नालियों के पास वाले सभी नलों को रोड किनारे लाया जाए, एवं पजपजाति नालियों का साफ़ सफाई सुनिक्षित किया जाए समस्याए कई लेकिन सत्ता का सुख छोड़कर थोड़ा आम जनता का भी फ़िक्र करें महोदिया
अगर समय रहते वार्ड वासियों कि यह समस्या का हल नहीं करा गया तो महापौर महोदिया इस्तीफा ही दें दीजिये क्युकी निगम आपसे संभल नहीं रही और समय रहते निगम आयुक्त जी इस समस्या का निवारण नहीं हुवा तो वार्ड वासियों संग नाली का गन्दा सेम्पल एवं नल के गंदे पानी का सेम्पल ले कर लाकडाउन के बाद कोरोना नियमो का पालन करते हुए निगम दफ्तर पहुँच कर जनता कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध प्रदर्शन करेगी जिसका सम्पूर्ण जवाबदारी निगम प्रशासन कि होगी !

एक नज़र ..

* अब्दुल कलाम वार्ड और गुरु घासीदास वार्ड के निवासी है मजबूर गंदे पानी पिने को आखिर कौन जिम्मेदार कब सुधरेगी व्यवस्था जवाब दें जगदलपुर महापौर - नरेंद्र भवानी
* कोरोना काल में एक तरफ आम जनता है घरो में बंद तो दूसरी ओर निगम द्वारा पिने का पानी भी मिल रहा गन्दा जो पिने योग्य नहीं कैसे में लड़े यह कोरोना कि लड़ाई मरने छोड़ गई कांग्रेस कि महापौर कौन जिम्मेदार - नरेंद्र भवानी

खास बाते ...
डिमरापाल मेडिकल कालेज में सिटी स्केन होगा या नहीं होगा साफ़ साफ़ हा या ना में बोर्ड बनाकर टाँगे मैनेजमेंट - नरेंद्र भवानी
आयुष्मान कार्ड से क्या क्या सरकारी दवाइया आम जनता को मिलेगी उसका सूचि भी बड़े बड़े अक्षरों में लिख कर बोर्ड टाँगे मैनेजमेंट डिमरापाल मेडिकल कालेज - नरेंद्र भवानी
सभी प्राइवेट डायग्नोस्टिक में कई साल पुराने सिटी स्केन मशीन आज भी है चालु लेकिन कुछ माह पूर्व नया सिटी स्केन मशीन ख़रीदा हुवा डिमरापाल मेडिकल कालेज में नहीं है चालु आखिर ऐसा क्यूँ -- नरेंद्र भवानी
* जब से सिटी स्केन मशीन कि हुई खरीदी तब से अब तक कितना सिटी स्केन हुवा उसका लिस्ट करें सार्वजनिक डिमरापाल मेडिकल कालेज मैनेजमेंट - नरेंद्र भवानी

जगदलपुर / शौर्यपथ / मामले में बार बार आम जनता के शिकायत के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने प्रेस विज्ञपति जारी कर डिमरापाल मेडिकल कालेज अस्पताल कि असुविधाओं पे आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार को विफल कहते हुए कहा कि गंभीर बिमारी में, या आपातकालीन दुर्घटना अवस्था में भी मरीजों को जब सिटी स्केन कि जरुरत पड़ती है तो मरीजों को सिटी स्केन के लिए बाहर प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटरों में भेजा जाता आखिर क्यूँ सवाल का जवाब दें जिम्मेदार अधिकारी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि .
वहीं कुछ दिन पहले शहर के एक प्राइवेट लैब में प्रशासन द्वारा कीमतों को लेकर जांच पड़ताल की गई ?सवाल यह है जब उसी शहर के जिला अस्पताल में करोड़ों रुपए की लागत से मंगवाई गई सीटी स्कैन मशीन क्या धूल चाटने के लिए है उसका स्तेमाल 24 घंटे होगा कब या खेल और किसी सोच का है और मेडिकल कॉलेज में भी करोड़ों रुपए की लागत से लाया गया सीटी स्कैन मशीन कबाड़ हो रहा है इसका जिम्मेदार कौन आखिर क्यूँ है मौन भाजपा कांग्रेस इस बड़ी मुद्दे पे समझ से परे,आदर्णीय जनप्रतिनिधि आप लोगों से अनुरोध है इस ओर ध्यान दें और संज्ञान ले कही कुछ लोग मिलकर आपदा को अवसर में ना बदलें और आम जनता उनके शिकार ना हो। आपका दौरा आपका आदेश देना सब अच्छी बात है लेकिन आपकी मानटरिंग कि भी है शक्त जरुरत ताकि आम जनता को मिले लाभ
एक सवाल भी है कि जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में रखी हुई सीटी स्कैन मशीन क्यों काम नहीं कर रही है और अगर कर रही है तो मरीजों को प्राइवेट लैब क्यों जाना पड़ रहा है ! वहीं आयुष्मान योजना के तहत जिला अस्पताल क्या के दवाई देगी क्या क्या इलाज करेगी इसका जानकारी भी बड़ी बड़ी आकाक्षरो में लिख कर टाँगे बोर्ड ताकि जानकारी हो साझा लेकिन असुविधा सिस्टम को करो बंद और सिस्टम नहीं सुधारा जा सकता तो छोड़ो अपनी कुर्सी जाओ कही और फर्क नहीं पड़ता लेकिन जगदलपुर आम जनता को इलाज दवाई टेस्ट के नाम पर लूटना करो बंद जनप्रतिनिधि देवे ध्यान
समय से सब ठीक नहीं होने कि स्थिति में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी टाँगेगी बोर्ड उसमे लिखा होगा सिटी स्केन कि सुविधा हमारे पास नहीं, आयुष्मान योजना में काम कि दवाई हमारे पास नहीं, हम है कांग्रेस जो बोले वो किये नहीं का बोर्ड टांग कर आम जनमानस को जनता कांग्रेस अवगत कराएगी .

जगदलपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ जगदलपुर बस्तर में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया है जिसे लेते हुए जिला प्रशासन ने शहर में लॉकडाउन घोषित किया है और लॉक डाउन चल भी रहा है सभी लोगों को समय सीमा के तहत काम करने की हिदायत भी दी गई है लेकिन कुछ लोग दूध का डब्बा लेकर इधर-उधर घूम कर बचने की कोशिश करते हैं जिसको लेकर आज पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही की है जिला प्रशासन ने दूध बांटने को समय दिया है लेकिन कई लोग दूध का डब्बा लेकर समय के बाद भी घूमते नजर आ जाते हैं जिससे आज पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी पड़ी है जगदलपुर शहर में लगातार कोरोना के मरीज मिलते जा रहे हैं जिसको लेकर सभी लोग समझदार और होशियार भी हैं लोग अपने घरों से भी नहीं निकल रहे हैं मगर कुछ लोग दूध के धब्बे लेकर के इधर उधर घूमने की कोशिश करते हैं और यह बताने की कोशिश करते हैं कि वह दूध वाले हैं और दूध बांट रहे हैं आज भी कई दूध वाली गाड़ियों को रोका गया चेकिंग के दौरान पाया गया कि कई लोग इधर-उधर घूमते नजर आए कुछ लोगों का समय निकल गया था उनकी गाड़ी रोकी गई समझाइश दी गई मगर कुछ लोग आक्रोश में आकर दूध को सड़क पर फेंक दिया और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की कोशिश की है धीरज दूध वाले का कहना है कि समय सीमा के बाद भी कुछ दूधवाले इधर-उधर घूम रहे थे जिसके कारण यह कार्यवाही हुई है मुझे भी रोका गया पूछताछ के बाद मुझे भी छोड़ दिया हालांकि समय हमारा निकल चुका था इसके बाद यह कार्रवाई की गई है आगे से समय सीमा का पालन हम करेंगे पुलिस ने सभी दूध वालों को समझाइश देकर छोड़ा है सभी दूधवाले इसका पालन करने की कसम भी खाई

जगदलपुर / शौर्यपथ / जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने चपका ग्राम में जबरन उद्योग स्थापना पर हुई दुर्घटना पर गांव वाशियों के आवाज को दबाने के उद्देश्य से एक तरफा स्थानी जनप्रतिनिधियों व राज्य सरकार के दवाब में पुलिस विभाग द्वारा किये गए एफ़ आई आर को की नीतियों को आड़े हाथ लेते हुए ,जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी द्वारा राज्य की महामहीम राज्यपाल को ज्ञापन दे एफ़ आई आर को वापिस लेने व सम्पूर्ण घटना कर्म में आयोजक मंडल की गम्भीर चूक पर जांच व कार्यवाही की मांग लेकर बयान जारी करते हुए कहा,की बस्तर में राज्य सरकार उधोगपतियों को लाभ पहुचांने के उद्देश्य से संवेधानिक स्वरूप में दिए गए 5 वी अनुसूची ,पेसा कानून के अधिकारों को ताक में रख ,प्रभावित ग्राम पंचायतों के तर्क संगत नीतिगत विरोध व फर्जी ग्राम सभाओं के आरोपो पर जांच कर न्यायसगत कार्यवाही के बजाए,कोरोना संक्रमण के तीव्रता से बढ़ते आकड़ो के मद्देनजर बस्तर जिले में सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा 144 व अन्य धाराओं के प्रभावशीलता पर किसी भी आयोजन पर प्रतीबन्ध के खुद के आदेश की अवेहलना कर, चपका ग्राम पंचायत में गोपाल इंडस्ट्री स्पंज आयरन प्लांट स्थापना हेतु पर्यावरण विभाग की जनसुनवाई का आयोजन कर कोविड गाइडलाइंस को दरकिनार रख हजारों की भीड़ जुटवा ,संक्रमण के फैलाव व प्रभावितों के विरोध की नब्ज जानते हुए भी तनाव के माहौल को खुद आमंत्रित किया गया,जो राज्य सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उद्योगपतियो के प्रति गहरे स्वार्थ स्वरूप समझौते को दर्शाता है। व बस्तर के लोगो के प्रति जारी किए खुद के आदेश का दोहरा चरित्र को उजागर करता है।यह प्रश्न इस लिए उठ रहा है। क्योंकि जहाँ एक तरफ कोरोना गाइडलाइंस के तहत बस्तर के लोगो को अपने धार्मिक कार्यक्रम ,अन्य आयोजनों पर प्रतीबन्ध व शर्तों का पालन हेतु आदेशित किया गया है।

वही एक तरफ सरकारी कार्यक्रम में इन प्रतिबन्धों से अलग क्यों रखा गया था। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी व प्रभावितो की समिति द्वारा जनसुनवाईआयोजन को कोविड काल व धारा 144 के तहत प्रतिबंधित लगवाने व आगे बढ़ाने का निवेदन दूरभाष पर बस्तर कमिश्नर से निर्धारित तारीख से पहले की गई थी। इसके बावजूद यह जनसुनवाई क्यों ?व किसके दबाव में रखी गई ?, इस जनसुनवाई में कानून व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाये रखने की जिमेदारी भी राज्य सरकार व उसके अमले की थी। तो भीड़ में सरारत करने वाले तत्वों की पहचान पूर्व से क्यों नही की गई?,वही कोविड संक्रमण के तीव्र फैलाव के मद्देनजर यह जनसुनवाई स्थगित क्यों नहीं कि गई?,वही इस जनसुनवाई की अनुमति व शर्ते पूर्व में सार्वजनिक क्यों नहीं कि गई ?,यह ज्वलन्त सवाल बस्तर के हर निवाशियो के जहन में है।

जिसका जवाब राज्य सरकार ,स्थानीय जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन को देना ही होगा?,इन्ही तार्किक तथ्यों को बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा राज्य की राज्यपाल महोदय के समक्ष रख प्रभावित ग्राम पंचायत के निवाशियो पर जबरन दबाव में किये गए एक तरफा एफ़ आई आर को राज्य सरकार से वापिस करवाने व इस सम्पूर्ण घटना कर्म में आयोजक मंडल के गम्भीर चूक की परिस्थितियों की उच्च स्तरीय जांच करवा संलिप्त दोषियो पर कार्यवाही की मांग रखेगी,वही समय पर मांग न माने जाने पर समांनीय उच्चन्यायालय में न्याय हेतु याचिका दायर करेगी।

नरेन्द्र भवानी की रिपोर्ट ..

➡️ चेन्नई सुपर किंग और राजस्थान राॅयल के मध्य हो रहे मैच पर लगा था सट्टा दाॅव
➡️ मोबाईल फोन के माध्यम से ऑन लाईन तरीके से लगाया जाता था दाॅव
➡️ सटोरिये के कब्जे से 20,200/- रूपये नगदी बरामद
➡️ मौके से 02 मोबाईल, 01 नग एलईडी टीवी, 02 रिमोट, सट्टा पट्टी रजिस्टर जप्त
➡️ 19,68,000/- रूपये का सट्टा पट्टी बरामद

जगदलपुर / शौर्यपथ / रेल्वे कालोनी जगदलपुर में आई0पी0एल0 2021 के मैच में सट्टे का दाॅव लगाकर खेलाने वाले सटोरिये पर कोतवाली पुलिस ने कार्यवाही करने में सफलता हासिल की गई है । ज्ञात हो कि सूचना प्राप्त हुआ था कि रेल्वे कालोनी जगदलपुर में किसी व्यक्ति के द्वारा चेन्नई सुपर किंग और राजस्थान राॅयल के मध्य हो रहे आई0पी0एल0 20-20 मैच में मोबाईल फोन के आॅन लाईन तरीका से रूपये पैसे का दाॅव लगाकर सट्टा खेला रहा है । सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा, अति. पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में रेड कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी कोतवाली एमन साहू के नेतृत्व में टीम तैयार कर दर्शित स्थल पर रेड कार्यवाही किया गया । रेड कार्यवाही के दौरान शिवानंद सागर उर्फ शिवा को रेल्वे कालोनी जगदलपुर के एक मकान में चेन्नई सुपर किंग और राजस्थान राॅयल के मध्य हो रहे आई0पी0एल0 20-20 मैच में मोबाईल फोन के माध्यम से दाॅव लगाकर सट्टा खेलते रंगे हाथ पकड़ा गया । जिसके पास से मौके पर 20,200/- रूपये नगद, 02 नग मोबाईल, 01 एलईडी टीवी, 02 रिमोट, एक रजिस्टर जिसमें मैच के लेन देन का हिसाब किताब, सट्टा पट्टी 19,68,000/- रूपये लेख है मौके से बरामद कर जप्त किया गया । आरोपी शिवानंद सागर के विरूद्व धारा - 4 (क) जुआ एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्व कर मामले में गिरफ्तार कर कार्यवाही किया गया है । आरोपी- शिवानंद सागर उर्फ शिवा पिता उर्धव सागर उम्र- 28 वर्ष, निवासी रेल्वे कालोनी जगदलपुर थाना बोधघाट जिला बस्तर छ0ग0 . कार्यवाही में मुख्य भूमिका निभाने वाले अधिकारी निरी0 एमन साहू, उप निरीक्षक अरूण नामदेव, सउनि0 नीलाम्बर नाग, प्र0आर0 चोवादास गेंदले, आर0 रवि ठाकुर, दीपक कुमार रहे .

0 कोरोना के नाम पे सिर्फ धन मांगने का काम रहगया भूपेश बघेल जी का
0 कहाँ गए शराब का अतिरिक्त कर 400 करोड़ और dmft का 800 करोड़ का सरकार हिसाब दे

नरेन्द्र भवानी की रिपोर्ट
जगदलपुर / शौर्यपथ / भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री के बीच छिड़े सत्ता संघर्ष ने अब गैंगवार की शक्ल ले ली है और इसका खामियाजा प्रदेश भुगत रहा है। कोरोना के चलते स्थिति विकराल होने के बावज़ूद सामूहिकता की ऐसी कमी है कि स्वास्थ्य मंत्री को ही भरोसे में नहीं लिया जा रहा है,कोविड को लेकर होने वाली बैठकों से स्वास्थ्य मंत्री को ही दूर रखा जाता है। यहां तक कि राज्यपाल द्वारा बुलायी गयी सवर्दलीय बैठक में भी विभागीय मंत्री को सीएम बघेल ने अवसर नहीं दिया। इससे पहले खुद स्वास्थ्य मंत्री पिछले वर्ष सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर की थी।
सुरेश गुप्ता ने कहा कि सीएम बघेल का अहंकार सिर चढ़कर बोल रहा है। हद तो तब हो गयी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलायी गयी मुख्यमंत्रियों की वचुर्अल बैठक में भी शामिल होने के बदले सीएम बघेल ने असम में चुनाव प्रचार करना अधिक ज़रूरी समझा। खुद भी नहीं आये और स्वास्थ्य मंत्री को भी उस बैठक में शामिल नहीं होने दिया। ऐसी गंभीर बैठकों को भी घृणित राजनीति की भेंट चढ़ा दिया जाता है। पिछले दिनों आयोजित सवर्दलीय बैठक में पहले कहा गया कि सभी आमंत्रितों को लिंक भेजा जाएगा, नेतागण जहां हैं ।वहीं से जुड़ सकते हैं लेकिन ऐन बैठक के समय सबको रायपुर जिला पंचायत भवन बुला लिया गया। यह सब इसलिए किया गया ताकि उस समय जशपुर में रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय बैठक में शामिल न हो सकें और उसे ही बाद में मुद्दा बनाया जाए जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव से ही बैठक में शामिल होने की सुविधा दे दी गयी। भाजपा की तरफ से फिर भी प्रदेश उपाध्यक्ष शामिल हुए ,लेकिन कांग्रेस, भाजपा अध्यक्ष के उपस्थित नहीं होने का कारण नहीं बताकर कांग्रेस झूठ बोलती रही।
अब जब प्रदेश सरकार को प्रदेश के बिगड़ते हालात पर त्वरित निर्णय करना चाहिए,स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए, छत्तीसगढ़ की जनता की चिंता करनी चाहिए,तब प्रदेश सरकार और सीएम असम से आये बोडो प्रत्याशियों को शराब परोसने, उनके लिए बकरा भात की व्यवस्था में लगी है। चित्रकोट में उनके होने का खुलासा हो जाने के बाद प्रत्याशियों को अज्ञात जगह में छिपाया गया है। भाजपा द्वारा सवाल उठाने पर बड़ी हिकारत से बघेल यह स्वीकार करते हैं कि वे असम के प्रत्याशियों की मेहमाननवाजी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल का यह जवाब शर्मनाक है कि ये सभी प्रत्याशी पहले भाजपा गठबंधन में थे। ऐसे गैर जिम्मेदार सीएम से आप और क्या उम्मीद कर सकते हैं? सरकार को चाहिए कि असम के उन प्रत्याशियों को जहां भी छिपा कर रखा गया है, उन सभी का कोविड टेस्ट कराया जाए और उसे सार्वजनिक किया जाए। ऐसे ही ज़मातियों के कारण पिछली बार छत्तीसगढ़ बुरी तरह संक्रिमत हुआ था।
शराब के सेस का पैसा मुख्यमंत्री बघेल ने असम चुनाव में खर्च कर दिया है? शराब की हर बोतल पर जो 20 रुपए कोरोना टैक्स लगाकर लोगों से वसूला जा रहा है, सेस 400 करोड़ और डीएमएफ फंड में जमा 800 करोड़ रुपये जो जमा है, उसका अभी तक कितना पैसा खर्च किया गया है, छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है। क्या ये सारे पैसे असम चुनाव में खर्च कर दिए गए हैं? उन पैसों का कोई हिसाब नहीं लेकिन मुख्यमंत्री बघेल फिर से झूठी गंभीरता दिखाते हुए ‘सीएम रिलीफ फंड’ के नाम पर राशि जुटा रहे हैं। कैम्पा फंड का बुरी तरह दुरुपयोग किया गया है, उससे नियमों को ताक पर रख लग्जरी वाहन खरीदे गए हैं। सुरेश गुप्ता ने कहा कि इसके अलावे केंद्र से दी गई तमाम सहायता का क्या किया गया, इसका कोई हिसाब नहीं है। इससे अधिक शर्मनाक बात क्या हो सकती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए वेंटीलेटर को खोल कर भी इतने दिनों में नहीं देखा गया। अब जब इतनी किल्लत हुई है तो कह रहे हैं कि वेंटीलेटर खराब है। क्या सालभर में प्रदेश सरकार उनकी मरम्मत भी नहीं करा सकती था। केंद्र हर तरह से सहायता देने को तैयार है लेकिन इनकी नीयत वहां से केवल पैसे मांगने में है ताकि उसकी बंदरबांट ये कर सकें।

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