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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
भाजपा को देश कभी माफ नहीं करेगा
पूरे देश में उत्तर प्रदेश में और छत्तीसगढ़ में लगातार करोना आपदा को लेकर भाजपा केवल राजनीति कर रही है और गरीबों को मदद नहीं पहुंचाई जा रही है
उल्टा गरीबों को मदद पहुंचाने में भाजपा के नेता बाधा डालने में और नुक्ताचीनी करने में लगे हुए हैं
देश सब देख भी रहा है और समझ भी रहा है
मोदी सरकार ने देश के मजदूर को मजबूर समझने की बड़ी भूल की है : कांग्रेस
गरीब मजदूर किसान मध्यमवर्ग छोटे व्यापारियों और छोटे उद्योग धंधा करने वालों को मोदी सरकार हेय दृष्टि से देखती है
रायपुर / शौर्यपथ / मोदी सरकार के मजदूर विरोधी रवैया पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मोदी सरकार ने देश के मजदूर को मजबूर समझने की बड़ी भूल की है। दरअसल समाज के गरीब मजदूर किसान मध्यमवर्ग छोटे व्यापारियों और छोटे उद्योग धंधा करने वालों को मोदी सरकार हेय दृष्टि से देखती है। जबकि यही वर्ग देश की अर्थव्यवस्था और देश का संचालन करते हैं।
त्रिवेदी ने कहा है कि सिर्फ 4 घंटे के नोटिस पर मोदी सरकार ने पूरे देश का लाक डाउन कर दिया। रेल, बस सब यातायात के साधन बंद कर दिये। लाखों मजदूर भाई और बहन सैकड़ों हजारों किलोमीटर का सफर तय कर थके हारे भूखे प्यासे बगैर राशन बगैर दवाई बच्चों को गोद में उठाए और थोड़ी बहुत जमा पूंजी सामान और लॉक डाउन के कारण हुआ कर्ज भी पीठ पर लादकर पांव में छाले लेकर जब अपने घर गांव वापस जा रहे हैं तो उनको घर पहुंचाने की जवाबदारी देश की सरकार की थी।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के निर्देश पर पूरे देश के मजदूरों का रेल किराया वहन करने के लिए सामने आई। उत्तर प्रदेश की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उत्तर प्रदेश की बेटी प्रियंका गांधी और कांग्रेस के साथियों ने मिलकर 1000 बसों का इंतजाम किया। गाजीपुर बॉर्डर पर और नोएडा बॉर्डर पर ताकि पैदल थके हारे मजदूर भाई अपने-अपने घर गांव प्रदेश जा सके तो उत्तर प्रदेश की सरकार इस में रोड़ा अटका ने औरंगा डालने का काम कर रही है।
मजदूरों के बस मामले में भाजपा सरकारों की स्तर हीन राजनीति की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कडा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1000 बस मजदूरों के लिए निशुल्क मुहैया कराई लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने इसमें बेहद घटिया सियासत की है। 16 मई 2020 को प्रियंका गांधी जी ने आदित्यनाथ जी को लिखा और यह कहा कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे देश के अन्य प्रदेशों के मजदूर भी वापस जा रहे हैं सरकार की घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे मजदूरों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। देश में अभी तक 65 से अधिक मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है। बेसहारा प्रवासी मजदूरों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद और 500 बसे नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है, अनुमति दी जाए यह पत्र प्रियंका गांधी ने 16 मई को लिखा।
48 घंटे तक आदित्यनाथ मौन रहे एक शब्द नहीं कहा और 48 घंटे के बाद 18 मई को एक पत्र उनके एक सचिव ने लिखा और कहा कि मजदूरों के संदर्भ में हम आपके प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं आप ड्राइवरों की लिस्ट उनके फोन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस दीजिए।
प्रियंका गांधी ने और कांग्रेस पार्टी ने इसका स्वागत किया और 18 मई को उसी दिन चंद घंटों के अंदर ईमेल के माध्यम से वह लिस्ट उत्तर प्रदेश सरकार को दे दी गई और बकायदा पत्र लिखकर सूचित किया गया कि हम कल यानी 19 मई को बसों को बॉर्डर पर चलने को तैयार रखेंगे। 1096 बसों की सूची ईमेल के साथ अटैच की गई कुछ चालकों का दोबारा वेरीफिकेशन करके उनकी सूची भी कुछ घंटों में आप तक पहुंचा देंगे। 18 मई को यह पत्र लिखा गया और पूरा दिन निकल गया कोई जवाब आदित्यनाथ सरकार ने नहीं दिया।
रात 11:40 पर बुरी मंशा के साथ दुर्भावना के साथ निर्दयता के साथ राजनीति के साथ पक्षपात करते हुए संवेदनहीनता बरतते हुए रात को 11:40 पर अपर मुख्य सचिव ने चि_ी लिखा और कहा कि इन बसों का फिटनेस सर्टिफिकेट ड्राइविंग लाइसेंस के साथ इन बसों को सुबह 10:00 बजे वृंदावन योजना लखनऊ में उपलब्ध कराइए।
रात को 11:40 पर 18 मई को पत्र लिख रहे हैं कि यह बसे लखनऊ में उपलब्ध कराई जाएं यह है संवेदनहीनता स्तर हीन राजनीति और घटिया राजनीतिक सोच। 2 घंटे के अंदर कांग्रेस पार्टी ने उनको पत्र लिखा और कहा कि अभी देर रात 11:40 पर ईमेल पर आपका पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें आपने 10:00 बजे लखनऊ में बसे हैंडोवर करने की अपेक्षा की है।
संकट में फंसे प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश के विभिन्न सीमाओं में और खासकर दिल्ली उत्तर प्रदेश के बॉर्डर गाजियाबाद नोएडा जैसी जगहों पर मौजूद है यहां लाखों प्रवासी मजदूर हैं और मीडिया के माध्यम से इनकी विकट हालत को पूरा देश देख रहा है और ऐसे में 1000 खाली बसों को उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लखनऊ ले जाने का तुगलकी आदेश आदित्यनाथ सरकार ने दिया जिसका कोई औचित्य नहीं है।
2 घंटे में यह जवाब जब कांग्रेस ने दिया तो अगले दिन 11:05 पर जवाब आता है कि अच्छा अब लखनऊ मत भेजिए अब यह सारी बसें 500 नोएडा और 500 बसें गौतम बुध नगर में 12:00 बजे तक उपलब्ध करा दी जाए। 19 मई को 11:05 पर पत्र लिखकर 12:00 बजे तक 1000 बसे मांग रहे हैं और चार घंटे लगा रहे हैं कि बस का परमिट दीजिए सर्टिफाई करवाकर फिटनेस सर्टिफिकेट दीजिए बस का इंश्योरेंस दीजिए ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी दीजिए और यह सब 1 घंटे के अंदर इन बॉर्डर पर उपलब्ध कराएं।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा है कि दरअसल भाजपा चाहती ही नहीं थी कि मजदूरों को यह सुविधा मिले और नंगे पांव चल रहे मजदूर बसों से कहीं जा सके। कांग्रेस ने फिर कहा कि कुछ बसे राजस्थान से आ रही हैं कुछ बसें दिल्ली से हैं यह सारी बसें 5:00 बजे तक हम उपलब्ध करा देंगे और यह एक ऐतिहासिक कदम होगा अगर उत्तर प्रदेश सरकार कांग्रेस के साथ मिलकर सेवा का यह कदम उठाएगी।
मोदी जी की रैलियों के लिए हजारों बसें उपलब्ध और साथ में खाना देने वाली उत्तर प्रदेश सरकार गरीब साधारण मजदूर को सैकड़ों किलोमीटर नंगे पांव सालों के साथ बच्चों को कोख में उठा कर सामान पीठ में लादकर थके हारे भूखे प्यासे बगैर भोजन दवाई के अपने घर जाने के लिए मजबूर कर रही है और कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी की बसें उपलब्ध करा रही है तो यह भी भाजपा सरकार को स्वीकार नहीं है इससे ज्यादा शर्म की बात किसी भी राजनीतिक दल और सरकार के लिए हो ही नहीं सकती।
पहले दिन से प्रियंका गांधी जी ने कहा है कि यह बसें देना राजनीति का विषय नहीं हम कोई राजनैतिक फायदा नहीं उठाना चाहते हम सहयोग करना चाहते हैं 60 लाख लोगों के खाने के लिए हम अलग से इंतजाम 2 महीने में कर चुके हैं और 700000 लोग जो देश में अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं उनको उत्तर प्रदेश लाने और उत्तर प्रदेश में फंसे मजदूरों को देश के अन्य प्रदेशों में ले जाने का इंतजाम कांग्रेस पार्टी ने किया है हम हाथ से हाथ बटाना चाहते हैं आप चाहे तो बसों पर भाजपा का झंडा लगा ले इन बसों पर किसी की फोटो लगा ले लेकिन इन मजदूरों की मदद करें समय बर्बाद ना करें और अगर यह सब बच्चे खड़ी है तो इनका उपयोग कर लेंगे तो इसमें क्या नुकसान है कोई वोट पडऩे जा रहे हैं क्या कांग्रेस पार्टी मानवीय आधार पर यह मदद करना चाहती है।
बसें उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर खड़ी है लेकिन इन बसों को मजदूरों तक पहुंचने में भाजपा की सरकार बाधा डाल रही है। अगर भाजपा सरकार ने असहयोग नहीं किया होता तो इन 1000 बसों ने 10 चक्कर लगा लिए होते और अगर एक बस में 30 मजदूर भाई भी जाते तो 60 70 हजार मजदूर अपने अपने घर गांव पहुंच गए होते लेकिन मोदी और आदित्यनाथ असंवेदनशील निष्ठुर निर्दई बने हुए हैं उन्हें गरीबों की मजदूरों की तकलीफ से कोई सरोकार नहीं है।
त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा द्वारा पूरे देश में उत्तर प्रदेश में और छत्तीसगढ़ में लगातार करोना आपदा को लेकर केवल राजनीति की जा रही है और गरीबों को मदद नहीं पहुंचाई जा रही है उल्टा गरीबों को मदद पहुंचाने में भाजपा के नेता बाधा डालने में और नुक्ताचीनी करने में लगे हुए हैं देश सब देख भी रहा है और समझ भी रहा है भाजपा को देश कभी माफ नहीं करेगा।
दुर्ग / शौर्यपथ / इंडियन प्रजा बंधु पार्टी और क्रिश्चन समाज ने मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा, महिला थाना प्रभारी प्रभा राव व खुर्सीपार थाना प्रभारी सुरेंद्र उके का सम्मान शॉल, श्रीफल, गुलदस्ता व उपहार से किया। पुलिस प्रशासन द्वारा किये गए सामाजिक कार्यों व लॉकडाउन 3.0 को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने तथा कोरोना से लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाते हुए कोरोना योद्धाओं द्वारा आम नागरिकों को सुरक्षा करते आने के कार्य से प्रेरित होकर यह सम्मान पार्टी व समाज द्वारा किया गया। इस दौरान विशप स्वामी नादलू, बी.जोगा राव, महिला अध्यक्ष गीता सिंह, सिलास नवगीरे, जोसफ , आशीष, संदीप खोब्रागड़े उपस्थित थे।
धमतरी शौर्यपथ
सुबहा सिहावा रोड, धमतरी में दुर्घटना में एक व्यवसाई की मौत हो गई ।
वहीं दोपहर को कुरूद के भाटागांव में मेटाडोर की टक्कर से सिर्री के युवक की मृत्यु हो गई
पहली घटना धमतरी के सिहावा रोड में एफसीआई चौक के पास मैत्री विहार कॉलोनी निवासी अशोक मूलवानी अपनी एक्टिवा से जा रहे थे तभी सड़क किनारे वे स्लीप हो गए,उसी समय मेटाडोर वाहन गुजर रही थी जिसने अशोक मूलवानी को अपनी चपेट में ले लिया जिससे व्यवसाई की मौके पर ही मौत हो गई ।
दूसरी घटना नेशनल हाईवे में कुरुद थाना क्षेत्र के अंतर्गत भाठागांव में सिर्री निवासी लक्ष्मण सिन्हा ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि उनका भतीजा अश्वनी अपने साथी खोमन के साथ घर लौट रहा था ।तभी भाठागांव के एफसीआई गोदाम के सामने रायपुर की ओर से आ रही पोट्री फॉर्म वाहन ने बाइक को ठोकर मारी जिससे मौके पर अश्विनी सिन्हा की मौत हो गई ।
घायल खोमन ध्रुव को भी चोट आई है,जिसे अस्पताल ले जाया गया।
मोबाइल कंपनी ने किसान का खेत किराए में लेकर, लगाया जिओ टावर, नहीं दे रहे 2 सालों से किराए
धमतरी/नगरी शौर्यपथ
नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत अमाली के किसान ह्रदय लाल कश्यप का खेत जिओ मोबाइल कंपनी ने किराए में लेकर टावर लगाया और हर माह निर्धारित किराए देने का भी वादा किया।
टावर निर्माण पूर्ण हुए 2 साल का वक्त गुजर चुका है ।
अब किसान इस बात को लेकर परेशान है कि 2 सालों से जिओ कंपनी वालों ने वादे के मुताबिक उन्हें अब तक किराए नहीं दिया है।
किसान का कहना है कि कंपनी के अधिकारी फोन उठाते नहीं है
किसान परेशान है उसकी कृषि भूमि पर मोबाइल टावर खड़ा है जिसका किराया नहीं मिल रहा। टावर की वजह से कृषि कार्य भी नहीं कर पा रहा है।
रायपुर शौर्यपथ
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। इसी बीच खबर आ रही है कि 5 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। बालोद में दो, बलौदाबाजार में दो और अंबिकापुर में एक मरीज की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 50 हो गर्ई है।
मिली जानकारी के अनुसार बालोद जिले में मिले दोनों संक्रमित युवक डौंडी लोहारा के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था और जांच के दौरान वे दोनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए। बता दें कि इससे पहले रायगढ़ में 5 मरीज की पुष्टि हुई थी। इसके साथ ही प्रदेश में आज कुल 7 मरीज मिले हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक कोरोना के 39010 संभावित मरीजों की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 36586 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रदेश में अब तक 109 की पॉजिटिव केस सामने आए हैं। शेष 2324 सैंपलों की जांच जारी है। जबकि अब तक 59 मरीजों को रिकवर कर घर भेज दिया गया है और 50 मरीजों का उपचार जारी है।
धमतरी/नगरी/बेलरगांव शौर्यपथ
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत बेलरगाव के सरपंच उमेंद दीवान एवं पंचायत के प्रतिनिधियो ने निर्णय लिया गया है कि गुरुवार व मगंलवार को लगने वाला सप्ताहिक सब्जी बाजार में जिले के बाहर के व्यापारियों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी
इन बाजारों में दुसरे जिले के सब्जी,कपड़ा,ज्वेलरी एवं अन्य व्यापारी दुकान लगाते आ रहे हैं।
पर अब करोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जिले के बाहर से आने वाले व्यापारियों को बाजार में दुकान लगाने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ आसपास के लोगो को ही दुकान लगाने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
रायपुर । शौर्यपथ । लंबे इंतजार के बाद प्रदेश महिला कांग्रेस में कार्यकारिणी का विस्तार किया गया है । महिला कांग्रेस के विस्तार में दुर्ग से किसी भी महिला कांग्रेस नेत्री को शामिल नही किया गया जबकि दुर्ग में महिला कांग्रेस नेत्री में कई ऐसे नाम है जो कांग्रेस के प्रति राजनीति जीवन लंबी पारी खेल चुके है । रामकली यादव , नित लोधी , रत्ना नारमदेव , गुरमीत कौर धनई , नीलू ठाकुर जैसे अनगिनत कांग्रेस नेत्री है जिनका राजनैतिक जीवन कांग्रेस के लिए समर्पित रहा किन्तु दुर्ग कांग्रेस से इस जम्बो लिस्ट में किसी का नाम ना आना राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया । इनमें से कुछ ऐसी कांग्रेस नेत्री भी है जो विपक्ष में रहते हुए बड़े बड़े पद में आसीन हो चुकी किन्तु सत्ता आते ही दुर्ग कांग्रेस से किसी को भी स्थान ना देना कई तरह की चर्चाओं को जन्म देगा । प्रदेश में कांग्रेस का शासन है इसलिए खुले विरोध की उम्मीद बेमानी है किंतु आंतरिक हलचल ज़रूर बढ़ेगी ।
महिला कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर हेमा देशमुख और दुलकी बाई तांडी को नियुक्त किया गया है। वही 10 प्रदेश महासचिव और 28 प्रदेश सचिव की नियुक्ति की गई है प्रदेश महिला कांग्रेस में संगठन का विस्तार करते हुए इन सबको जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यालय प्रभारी एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष उषा रज्जन श्रीवास्तव ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस द्वारा महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव जी की अनुशंसा से छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रभारी सुनीता सहरावत की सहमति और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यछ फूलोदेवी नेताम के आदेशानुसार प्रदेश पदाधिकारीयो की नवनियुक्तियां की गई है। प्रदेश उपाध्यक्ष 1, श्रीमती हेमा देशमुख 2, श्रीमती दुकली बाई तांडी प्रदेश महासचिव 1, श्रीमती वंदना राजपूत 2, श्रीमती सुधा सरोज 3, श्रीमती शारदा साहू 4, श्रीमती डोमेश्ववरी वर्मा 5, श्रीमती अपर्णा फ्रांसीस 6, श्रीमती शिल्पी तिवारी 7, श्रीमती क्रांति बंजारे 8, श्रीमती अन्नू पांडे 9, सुश्री सरिता शर्मा 10, श्रीमती विभा साहू प्रदेश सचिव 1, श्रीमति राज मरकाम 2, श्रीमती अपर्णा संचेती 3, श्रीमती उषा राठौर 4, श्रीमती अन्नू टण्डन 5, श्रीमती गंगा यादव 6, श्रीमती कार्तिका सिंह भुवाल 7 , श्रीमती डॉ करुणा कुर्रे 8, श्रीमती राजेश्वरी चंदाने 9, श्रीमती हमीदा खान 10, श्रीमती खुशबू केडिया 11, श्रीमती राहत परवीन 12, श्रीमती राखी लोखंडे 13, श्रीमती राजेश्वरी चंद्रा 14, श्रीमती हेमलता सेन 15, श्रीमती कुसुम दुबे 16, श्रीमती अम्बालिका साहू 17, श्रीमती मन्दाकिनी साहू 18, सुश्री पिंकी बाघ 19, सुश्री प्रेरणा साहू 20, श्रीमती शेख रजिया 21, श्रीमती अंजना भट्टाचार्य 22, श्रीमती रेहाना नियाजी 23, श्रीमती खैरून निशा 24, श्रीमती अर्चना दुबे 25, श्रीमति छन्दा श्री 26, सुश्री मुस्कान परवीन 27, सुश्री पिर्ति वैष्णव 28, श्रीमती उषा श्रीवास
शौर्यपथ / बॉलीवुड एक्ट्रेस कुब्रा सैत को उनकी शानदार एक्टिंग के लिए जाना जाता है। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी प्रतिक्रिया देती हैं। हाल ही में उन्होंने लॉकडाउन पर सरकार की व्यवस्था को लेकर एक ट्वीट किया, जिस पर उन्हें एक यूजर ने भारत छोड़ने की बात कह डाली। एक्ट्रेस ने भी मजेदार अंदाज में इसका जवाब दिया।
कुब्रा ने लॉकडाउन को लेकर सरकार की कम तैयारी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, उन्होंने वादा किया था कि हमें इसकी जानकारी पहले दी जाएगी, लेकिन वे तो अभी भी गाइडलाइन्स तैयार कर रहे हैं। ये तो वही बात हो गई कि परीक्षा से एक रात पहले पूरी पढ़ाई करना।
एक्ट्रेस की ये बात यूजर्स को रास नहीं आई। एक यूजर ने तो कुब्रा सैत को देश छोड़ने के लिए ही कह दिया। यूजर ने रिप्लाई करते हुए कमेंट किया, आप देश क्यों नहीं छोड़ देती हो? यूजर के इस कमेंट पर कुब्रा ने भी ऐसा जवाब दिया कि उसकी बोलती बंद हो गई। एक्ट्रेस ने मजेदार तरीके जवाब देते हुए रिप्लाई किया, कोई भी नहीं जा सकता, लॉकडाउन चल रहा है, कुछ भी।
बता दें कि कुब्रा सैत पिछली बार फिल्म जवानी जानेमन में नजर आई थीं। यह फिल्म इस साल 31 जनवरी को रिलीज हुई है। इसमें सैफ अली खान और अलाया फर्नीचरवाला ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म में कुब्रा, सैफ की दोस्त के रोल में दिखीं और उनके काम को काफी पसंद किया गया।