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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
छुरिया। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ परिक्षेत्र बागनदी उप परिक्षेत्र द्वारा निमित्तिकरण एवं स्थाईकरण को लेकर सर में काला पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया तथा अब 3 अगस्त तक सर में काली पट्टी बांधकर काम में आएंगे।
जनक राम चौधरी जिला कार्यकारिणी सदस्य दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ ने बताया कि विगत कई वर्षों से नियमितीकारण एवं स्थाईकरण के मांग को लेकर निरंतर सरकार का ध्यान आकर्षण करते आ रहे हैं किंतु आज दिवस तक हमारी मांगें पूरी नहीं की गई है। जिसके कारण दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी, दैनिक श्रमिक, तेंदूपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक, वाहन चालक कंप्यूटर ऑपरेटर में रोष व्याप्त है।आगामी 4 अगस्त से प्रदेश के वन मंत्री वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री के बंगले का घेराव करेंगे।
इसके बाद कर्मचारी हित में सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो 11 अगस्त से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाएंगे। रेवाराम सिन्हा ब्लॉक अध्यक्ष दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी ने बताया कि पूर्व सरकार में कर्मचारियों ने सूत्रीय मांग मनवाने 34 दिनों तक हड़ताल की थी, जिसे सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। कर्मचारियों को वेतन भी प्रति माह नहीं मिलता है। कर्मचारियों का विगत चार पांच माह का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। विनोद साहू सचिव वन परिक्षेत्र बागनदी ने बताया कि वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी श्रमिकों का जब तक नियमितीकरण नहीं हो जाता, वन विभाग में तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों के सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए और उक्त रिक्त पदों में दैनिक वेतन भोगी को समाहितिकरण किया जाए।
इस अवसर पर जनक चौधरी, रेवाराम सिन्हा, विनोद साहू, उमन दास साहू, डोमन दास साहू, भारत लाल उसेंडी, आसाराम कंवर, पांडुराम सिन्हा, रमेश कुमार उइके, तेजू यादव, जागेश्वर नेताम, अफरोज कुरेशी, राजेश कुमार, मूलसिंह नेताम, पूरन नेताम, राजेंद्र नेताम, रामविलास आदि प्रदर्शन में शामिल थे।
दुर्ग / shouryapath / जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अश्वनी देवांगन ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली और ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्वच्छता अभियान की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायत में साफ-सफाई का कार्य करने तथा नियमित रूप से डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने को कहा। साथ ही कचरा संग्रहण के लिए स्वच्छता कर बिल के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि सखियों के माध्यम से किसानों को बीज उपलब्ध कराने कहा। ग्राम पंचायत स्तर पर पीएमजेजेबीवाई पीएमएसवाई के तहत किसी भी कारण से मृत्यु होने पर जिला पंचायत स्तर से बीमा राशि दावा भुगतान जिला पंचायत स्तर पर बीमा राशि देने में सहायता की जानी है। महात्मा गांधी मनरेगा व स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभिसरण से निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। मनरेगा व आवास के अभिसरण से जो निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उन्हें एमआईएस में अपडेट किया जाए। अमृत सरोवर के निर्माण कार्य में दुर्ग के लिए 15, धमधा के लिए 15 तथा पाटन के लिए 12 प्रस्ताव दिये गये हैं। शासन की इस महत्वपूर्ण योजना को गंभीरता से लेने तथा निर्माण के लिए अधिक प्रस्ताव देने को कहा गया। स्वच्छ भारत मिशन सामुदायिक, व्यक्तिगत शौचालयों की लंबित जियो टैगिंग को तत्काल पूर्ण किया जाए। कचरा संग्रहण के लिए पंचायतों को प्रेरित किया जाए। किसी भी स्थिति में कचरा बाहर न फेंका जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कर निर्धारित करने तथा हाट, बाजार, दुकानों में नियमित रूप से बिल राशि वसूलने को कहा गया। उप अभियंता एवं जिला स्तरीय अधिकारी की टीम से ओडीएफ की तैयारी करने तथा घोषित सर्वे की जांच करने के निर्देश दिए गए। लखपति दीदी स्व-सहायता समूह की बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मनरेगा अंतर्गत अभिसरण के स्व-सहायता समूह की बहनों के लिए योजना तैयार करने को कहा। उन्होंने संबंधित विभाग अंतर्गत बकरी, गाय, मुर्गी, मछली बीज के वितरण की जानकारी अनुसार अभिसरण के तहत निर्माण कार्य स्वीकृत करने को भी कहा। स्वयं सहायता समूह की बहनों को कन्वर्जेंस के माध्यम से लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल करने के लिए लक्ष्य आधारित कार्ययोजना तैयार की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में बीज उत्पादन निगम में कृषि सखी के माध्यम से समन्वय स्थापित कर किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाए। स्वयं सहायता समूह की बहनों को बैक लिंकेज करने को भी कहा गया। बैठक में समस्त परियोजना अधिकारी एवं जनपद सीईओ उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / भारतीय जनता युवा मोर्चा, छत्तीसगढ़ के प्रदेश सह- कोषाध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्ष नितेश साहू ने पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट 2024 एवं छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार द्वारा पेश किया गया अनुपूरक बजट का स्वागत करते हुए उसे अमृतकाल का बजट बताया है नितेश साहू ने कहा ये बजट विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में बढ़ने वाला होगा, विजन 2047 के लिए प्रतिबद्ध केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार जन जन की आशाओं और आकांक्षाओं को पुरा करने संकल्पित हैं। यह बजट जनहितकारी है जिसकी योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिलेगा। युवा, महिला, किसान, नौकरी पेशा व बेरोजगार हर वर्ग के लिए लाभकारी है, केंद्र सरकार की हितकारी योजनाओं का लाभ छत्तीसगढ़ को मिलेगा जिससे राज्य का चहुंमुखी विकास होगा। उन्होंने इस जनहितैषी बजट के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का साधुवाद करते हुए कहा की छत्तीसगढ़ की जनता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के सुशासन पर पुरा विश्वास है और केंद्र व राज्य के डबल इंजिन सरकार मे छत्तीसगढ़ विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा पिछले 05 साल के कांग्रेस सरकार मे छत्तीसगढ़ की क्या हालत थी यह बच्चा बच्चा जान रहा है हत्या, लूट, भृष्टाचार के साथ जन जन के विश्वास से खेलने वाली कांग्रेस को यह विकाशील बजट पच नहीं रहा है। कांग्रेस की विकासविरोधी नीति को जनता बहुत अच्छे से जानती है और इसीके चलते ही जनता ने इन्हे विधानसभा व लोकसभा के चुनाव मे जवाब दिया है और आने वाले समय में निकाय चुनावों में भी जनता कांग्रेस को जवाब देगी।
दुर्ग / शौर्यपथ / गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आज चरोदा प्रखंड सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल भिलाई - 3 में जननी- बाला समागम (मां बेटी सम्मेलन) पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मातृशक्ति विश्व हिंदू परिषद के द्वारा किया गया। प्रत्येक सनातनी परिवार में जिस प्रकार मां और बेटी के बीच संबंध होता है वैसे ही विश्व हिंदू परिषद की आयाम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी के समन्वय द्वारा नारी शक्ति को जागृत संगठित और आर्थिक स्वायत्तता की समझ विकसित करने के उद्देश्य से यह आयोजन रखा गया। जिसमें सैकड़ो मातृ शक्तियां अपनी युवा बेटियों के साथ उपस्थिति रहीं।
उद्घाटन सत्र में पूजन उपरांत अतिथियों द्वारा उद्बोधन दिया गया। उद्घाटन सत्र में श्रीमती चंद्रावती जी, रुणा शर्मा जी वरिष्ठ समाज सेवी* के द्वारा लव जिहाद विषय पर प्रबोधन किया गया। तत्पश्चात हिंदू समाज के बीच उत्कृष्ट कार्य कर रही मातृशक्तियों का सम्मान किया गया। श्रीमती मानसी गुलाटी जी के द्वारा महिला स्वास्थ्य के ऊपर जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती सरिता यादव प्रांत संयोजिका मातृशक्ति के द्वारा बताया गया कि विश्व हिंदू परिषद विश्व भर के समस्त हिंदुओं के मान बिंदुओं की रक्षा के लिए काम करता है जिसके आयाम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी भी है। जैसे प्रत्येक समाज सनातनी परिवार में मां बेटी के* बीच में संबंध होता है वैसे ही हमारे विश्व हिंदू परिषद परिवार में भी मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी मां बेटी के रूप में काम करते हैं । आज समाज में मां और बेटी के बीच में जो आत्मीय संबंध होना चाहिए वह कहीं ना कहीं विलुप्त हो चुकी है। परिणाम स्वरूप समाज में कई प्रकार की विकृतियां उत्पन्न हो चुकी है। इन विकृतियों से निदान के लिए मां और बेटी के बीच में स्वस्थ संबंध होना आवश्यक है। मां प्रौढ़ अवस्था में होने के कारण कम ऊर्जावान होती है किंतु उनके पास बहुत ज्यादा अनुभव होता है। दूसरी और बेटियों के पास ऊर्जा तो बहुत ज्यादा होती है किंतु अनुभव न होने के कारण सफल योजनाकार नहीं हो सकती। इसलिए माता के अनुभव आधारित योजनाओं का क्रियान्वयन ऊर्जा स्वरूपा बेटी करती है तो परिवार सो सुसंस्कृत होता है , सफल होता है।
समापन सत्र में भिलाई-3 चरोदा प्रखंड की सत्संग समितियां द्वारा सत्संग, सभी दुर्गा वाहिनी की बहनों और बेटियों के द्वारा मात्रृशक्ति और अपनी-अपनी माता को गुरु पूर्णिमा की शुभ अवसर पर आरती कर आशीर्वाद लिया गया। अंत में भारत माता की आरती उपरांत कार्यशाला का समापन किया गया।
कार्यक्रम में जिला संयोजीका शशि बंछोर, जिला सह-संयोजीका अंकिता तिवारी, संगीता सोनवानी, चरोदा प्रखंड मंजू तांडी,अंजलि पटनायक, पुष्पा सिंह, संजू सोनी, लक्ष्मी, सरोज, रजनी टांडी, शशि सोनवानी, रेखा, ममता, पूजा, माही, संगीता सैकड़ो मातृशक्ति उपस्थिति रही। साथ ही मातृशक्ति प्रखंड में कुछ नवीन दायित्व चरोदा प्रखंड सह-संयोजीका चंद्रावती दीदी, चरोदा प्रखंड सह सेवा प्रमुख ईश्वरी दीदी, जामुल प्रखंड संयोजिका रुणा शर्मा जी की घोषणा की गई।
दुर्ग / शौर्यपथ / शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग के रवींद्रनाथ टैगोर सभागार में राजनीति विज्ञान विभाग एवं एनसीसी तथा एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाई गयी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. एन. पी. दीक्षित, पूर्व कुलपति हेमचंद विश्वविद्यालय तथा विशिष्ट अतिथि सूबेदार अमरीक सिंह, 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग एवं भूतपूर्व सैनिक सूबेदार उत्तम कुमार सिन्हा शामिल हुए। कार्यक्रम के संरक्षक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एम. ए. सिद्दकी ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए अमर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदान पर नमन व्यक्त किया और एनसीसी कैडेट्स को शहीदों के बलिदान से सीख लेने हेतु प्रेरित किया।
सूबेदार अमरीक सिंह ने कारगिल की विषम परिस्थितियों में भारतीय सैनिकों की वीरता और साहस को सलाम करते हुए उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में 16 हजार फुट से भी ऊंचे टाइगर हिल्स में घात लगाकर बैठे पाकिस्तानी सैनिकों पर भारतीय सैनिकों द्वारा विजय प्राप्त करना , भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता का परिचायक है। साथ ही उन्होंने इसके पीछे भारतीय जनता और सैनिकों के परिवारों द्वारा मिलने वाले निस्वार्थ समर्थन को महत्वपूर्ण बताया।
भूतपूर्व सैनिक सूबेदार उत्तम सिन्हा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता की एकता और विश्वास ने भारतीय सैनिकों को साहस प्रदान किया । साथ ही युद्ध क्षेत्र में लड़ने वाले सैनिकों के साथ साथ उन्हें रसद एवं अन्य की आपूर्ति करने वाले सहयोगी सैनिकों के योगदान को भी महत्वपूर्ण बतायापूर्व कुलपति डॉ दीक्षित ने अमर शहीदों को याद किया तथा कारगिल विजय की विस्तार पूर्वक सारगर्भित जानकारी देते हुए बताया कि इतने दुर्गम क्षेत्र मे जहां सांस लें पाना भी मुश्किल होता है, वहां हमारे जवानो ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए विजय प्राप्त की । सियाचिन ग्लेशियर सहित, जहां साल भर बर्फ जमी रहती है , सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र की सुरक्षा भारतीय सेना के जवान वीरता पूर्वक कर रहे है ।
इस अवसर पर मेजर डॉ सपना शर्मा सारस्वत ने जोश , उत्साह और विषम परिस्थितियों में निर्णय लेने की भारतीय सैनिकों के योगदान से सीख लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक सूबेदार मेजर उत्तम सिन्हा का शाल और श्रीफल देकर मुख्य अतिथि डा एन पी दीक्षित ने सम्मान किया ।
धन्यवाद ज्ञापन देते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शकील हुसैन ने महाविद्यालय के प्राचार्य,मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि तथा एनसीसी एवं एनएसएस के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री तरुण साहू , कार्यक्रम अधिकारी एन एस एस, डा अनिल कश्यप, डा अनुपमा कश्यप, डा आर एस सिंह, डा कल्पना अग्रवाल, डा ज्योति धारकर, सहित अन्य प्राध्यापकगण, विद्यार्थी एवं एनसीसी कैडेट्स लक्ष्मी श्री प्रधान , अभिषेक , पवन तथा एनएसएस स्वयंसेवक मोरध्वज आदि ने सक्रीय भागीदारी की ।
नन्हीं वर्षा को मिला व्हीलचेयर अब आसान हुआ सफर
रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार प्रदेश में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू हुई है। राज्य के निःशक्तजनों के लिए सरकार सहारा बन रही है। जिसके समाज कल्याण विभाग के माध्यम से राहत पहुंचाने का कार्य हो रहा है। निराश्रित, बुजुर्ग एवं दिव्यांग हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है।
जिला कांकेर, ग्राम गोतपुर आवास पारा निवासी 13 वर्षीय कुमारी वर्षा 80 प्रतिशत दिव्यांग है और चलने-फिरने में अक्षम है। उसे कहीं भी जाने के लिए दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता था। अब उसकी राहे आसान हो गई है और वह अपना सफर पूरा करने के लिए खुद सक्षम है। क्योंकि समाज कल्याण विभाग द्वारा व्हील चेयर प्रदान किया गया। व्हील चेयर मिल जाने से अब उन्हें गांव से बाहर आने-जाने में आसानी होगी। समाज कल्याण विभाग की अधिकारी श्रीमती क्षमा शर्मा ने बताया कि दिव्यांग वर्षा के पिता श्री कमलेश के द्वारा व्हीलचेयर प्रदान करने हेतु आवेदन किया गया था, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए समाज कल्याण कार्यालय परिसर में व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
रायपुर/शौर्यपथ / प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।
राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को जारी परिपत्र में निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जन सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।
हर वार्ड में लगेंगे शिविर, समस्याओं का यथासंभव मौके पर ही निराकरण किया जाएगा
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविरों में मौजूद रहकर लोगों की दिक्कतें दूर करने के दिए निर्देश
नगरीय निकायों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में सक्रिय भागीदारी की अपील की
रायपुर/शौर्यपथ / प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।
राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को जारी परिपत्र में निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जन सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।
रायपुर/शौर्यपथ / सक्ती जिले के विकासखण्ड जैजैपुर के ग्राम चोरभट्टी में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक के द्वारा राशन वितरण में अनियमितता किए जाने के कारण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम चोरभट्टी में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान के राशन कार्डधारी हितग्राहियों को आगामी आदेश तक सेवा सहकारी संस्था मुक्ता द्वारा संचालित उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण किया जाएगा।
रायपुर/शौर्यपथ / कबीरधाम जिले के विकासखण्ड सहसपुर लोहारा के राशन दुकानों की खाद्य निरीक्षक जांच किया। जांच में राशन दुकानों में माह जुलाई 2024 के आवंटन का राशन भंडारण होना किया गया है तथा दुकान संचालक के द्वारा दिनांक 24 एवं 25 जुलाई 2024 को 250 राशनकार्डधारी को “बायोमेट्रिक” में उंगली का निशान लेकर राशन वितरण किया जाना पाया गया। खाद्य निरीक्षक सहसपुर लोहारा को उपस्थित ग्राम पंचायत रक्से के सरपंच एवं अन्य ग्रामीणों ने बतलाया कि विक्रेता द्वारा बायोमेट्रिक कराए गए राशनकार्डधारी को कल राशन दे दिया गया है एवं शेष बचे राशन कार्ड धारी को राशन वितरण कार्य किया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने जनपद पंचायत सहसपुर लोहारा में उचित मूल्य की दुकान संचालकों की बैठक लेकर सभी पात्र राशनकार्डधारियों को राशन वितरण के निर्देश दिए गए थे, उक्त निर्देशों के परिपालन में उचित मूल्य की दुकान संचालकों के द्वारा सभी पात्र हितग्राहियों को माह जुलाई 2024 के राशन का वितरण किया जा रहा है। गत दिवस “बायोमेट्रिक कराए जाने के बाद भी सेल्समेन नहीं दे रहा ग्रामीण राशनकार्डधारी को चावल” शीर्षक से मीडिया में प्रकाशित शिकायत की खाद्य निरीक्षक सहसपुर लोहारा के द्वारा जांच किया गया। जॉच में शिकायत निराधार पाया गया, जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर को की गई।
एक फोन पर बना मूल निवास प्रमाण पत्र
रायपुर /शौर्यपथ /लोगों की समस्याओं का समाधान घर बैठे एक फोन कॉल से होने लगा है। गोगांव निवासी श्री पंकज सोनी ने 3 जुलाई को मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक उनका मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं बन पाया था। उसने जिला प्रशासन द्वारा शुरु किये गये जनसमस्या निवारण के कॉल सेंटर में अपनी समस्या के लिए फोन लगाया। फोन लगते ही श्री सोनी की समस्या को दर्ज कर त्वरित निराकरण करते हुए उसे मूल निवास पर प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
कॉल सेंटर द्वारा श्री पंकज सोनी की शिकायत को निराकरण करने भेजा गया, इसके बाद उनके आवेदन का त्वरित निराकरण किया गया। कॉल सेंटर के माध्यम से समस्या का एक घंटा में निराकरण होने पर आवेदक श्री सोनी ने प्रसन्नता जताते हुए कहा यह बहुत ही सुंदर बात है कि मेरी समस्या का जल्द समाधान हो गया। इसके लिए जिला प्रशासन बधाई के पात्र है, उन्होंने ऐसी सुविधा शुरू किए जाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया।
गौरतलब है जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए कॉल सेंटर के माध्यम से दर्ज की गई समस्याओं का जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। रायपुर जिले के नागरिक कॉल सेंटर के दूरभाष नंबर 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 फोन कर अपनी समस्याओं को दर्ज करा सकते हैं।
प्रशिक्षण से जैव विविधता के संरक्षण, संवर्धन व उचित प्रबंधन में मिलेगी मदद
जैव विविधता प्रबंधन समिति क्षेत्र के जीवविज्ञान में स्नातक छात्र-छात्राओं को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
क्षेत्र में जीव जंतु एवं पौधों, वनस्पति प्रजातियों की पहचान करने, उनके औषधीय उपयोग को जानने में सहायक होगा यह प्रशिक्षण
रायपुर/शौर्यपथ / जैवविविधता से समृद्ध छत्तीसगढ़ राज्य में ‘‘पैराटैक्सोनॉमी एवं जैवविविधता संरक्षण’’ हेतु 22 जुलाई से राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के कैम्पस में 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। वनमंत्री श्री केदार कश्यप के दिशा-निर्देश पर आयोजित इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदेश में जैव विविधता के संरक्षण, संवर्धन और उचित प्रबंधन में मदद मिलेगी।
यह प्रशिक्षण कार्यकम छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड, राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ठैप्) कोलकाता के सहयोग से आयोजित किया गया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव, तथा छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड के अध्यक्ष श्री राकेश चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण के प्रथम चरण में 66 युवाओं हेतु प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है, जिसमें से 48 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित हुए हैं। पैराटैक्सॉनामी तकनीकी प्रशिक्षण किसी पौधे की पहचान, उसके गुणों व उपयोग को जानने के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
प्रशिक्षणार्थियों को यह प्रशिक्षण बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों (त्मेवनतबम च्मतेवद) के द्वारा दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में सभी वनमंडलों में गठित जैव विविधता प्रबंधन समिति (बी.एम.सी.) के अंतर्गत आने वाले जीवविज्ञान में स्नातक छात्र-छात्राओं को चयनित कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये प्रशिक्षित छात्र-छात्राएं अपने बी.एम.सी. समिति तथा प्रत्येक ग्राम में जाकर 12 वीं पास विद्यार्थियों तथा व्यक्तियों को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण का मुख्य बिंदु उनके क्षेत्र में पाए जाने वाले जीव जंतु एवं पौध, वनस्पति प्रजातियों की पहचान करना, उनके औषधीय उपयोग को जानना, उनके उत्पादन की मात्रा को जानना है तथा उनके क्षेत्रों से कौन-कौन व्यक्ति, संस्था उत्पादन क्रय कर ले जा रहा है। इससे ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं से जैवविविधता अधिनियम के अनुसार ए.बी.एस. की राशि प्राप्त कर बी.एम.सी. के खाते में जमा कर सकेंगे तथा इस प्राप्त राशि से क्षेत्र की जैवविविधता के संरक्षण व संवर्धन पर कार्य कर सकेंगे। इसके माध्यम से प्रत्येक स्थानीय निकाय के सम्पूर्ण क्षेत्र में गठित जैव विविधता प्रबंधन समिति (बी.एम.सी.) के सदस्यों को जानकारी उपलब्ध हो सकेगी कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत कौन-कौन से जैव संसाधन उपलब्ध हैं और उनका क्या उपयोग है, उनका संरक्षण, संवर्धन व उचित प्रबंधन किस प्रकार किया जा सकता है।
प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड के अध्यक्ष श्री राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि इस प्रशिक्षण उपरांत 4-5 ग्रामों के बीच एक प्रशिक्षित युवा को रखकर विभागीय कार्यों के साथ समन्वय किया जा सकेगा। राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर श्री बी. आनंद बाबू द्वारा इन प्रशिक्षित युवाओं को स्थानीय ग्रामीणों के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें प्रैक्टिकल प्रशिक्षण प्रदान करने तथा पी.बी.आर. तैयार होने के बाद बी.एम.सी. एक्शन प्लान तैयार करने एवं कार्ययोजना तैयार करने में उपयोगी सुझाव दिए गए।
प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डायरेक्टर डॉ. ए.ए. मावो, बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिक डॉ. एस.एस. दास उपस्थित थे।