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पूर्व बाज़ार अधिकारी की अनियमितता को दूर करने के साथ अब ईश्वर पर सुचारू व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी
बिना अनुमति विज्ञापन बोर्ड वाले खोद रहे गड्ढा
केबल कटने पर विद्युत आपूर्ति में रूकावट
दुर्ग / शौर्यपथ /
दुर्ग नगर पालिका निगम में बाजार विभाग में लगातार अधिनियमित के मामले सामने आते रहे हैं पूर्व के बाजार अधिकारी चंदन मनहरे की निष्क्रियता का शायद यह अंजाम रहा कि चंद महीनो में ही सम्मानजनक पद मनहरे के हाथ से निकल गया . शिवनाथ नदी पार्किंग घोटाला शहर के मार्ग में बढ़ता अतिक्रमण ,चौक चौराहा पर अतिक्रमण के कारण बाधित यातायात व्यवस्था, सीजनेबल दुकानदारों से बिना रसीद के पैसा लेना जैसे कई विवादित मामले मनहरे के साथ चंद दिनों के प्रभार में ही जुड़ गए तात्कालिक अधिकारी चंदन मनहरे की शासकीय कार्यों में काबिलियत सभी के सामने उजागर हो गई .
अब एक नया मामला सामने आया जिसमें बाजार विभाग की निष्क्रियता के कारण शहर की जनता कई दिनों तक अंधेरे रास्ते पर सफर करती रही करोड रुपए की लागत से नेहरू नगर चौक से पुलगांव चौक तक मार्ग बन गया और लाइटिंग व्यवस्था भी हो गई परंतु बाजार विभाग के अधीन विज्ञापन एजेंसी ठेकेदारों द्वारा बिना अनुमति विज्ञापन बोर्ड लगाने का मामला भी पूर्व में उठा था वही मुंबई में हुए कांड के बाद नगर पालिका निगम ने असुरक्षित फ्लेक्स साइन बोर्ड के निरीक्षण एवं जांच कर हटाने की बात कही थी परंतु हादसा पुराना हुआ और कार्यवाही भी फाइलों में दब गई हाल ही में हाल ही में काफी दिनों से गंजपारा चौक से पुलगांव चौक मार्ग पर स्ट्रीट लाइट बंद थी जिसकी शिकायत करने के बाद यह ज्ञात हुआ कि बिना अनुमति विज्ञापन एजेंसी द्वारा गड्ढा खोदने की वजह से विद्युत तार बाधित हुआ और स्ट्रीट लाइट बंद हो गई शुक्र है कि बरसात अभी पूरी तरह आई नहीं वरना विद्युत तार के टूटने या ब्रेक होने से जमीन पर करंट फैल जाए इसकी भी संभावना बनी रहती और कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी परंतु समय रहते संबंधित विभागों द्वारा इस बाधा को दूर करते हुए एक बार पुन: स्ट्रीट लाइट आरम्भ कर दिया गया वहीं यह भी आईना दिखा दिया बाजार विभागों की बिना अनुमति सड़कों के किनारे चौक चौराहा पर कार्य करने से लालची ठेकेदारों और ऐसे अतिक्रमणकारी दुकानदारों को जिन्हें आम जनता की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं के द्वारा यातायात बाधित किया जा रहा .
वर्तमान में बाजार विभाग के बाजार अधिकारी के रूप में ईश्वर वर्मा को निगम प्रशासन ने मौका दिया है अब देखना यह है कि ईश्वर वर्मा अपने कर्तव्यों का निर्वहन कितनी गंभीरता से करते हैं और जो सम्मानजनक पद निगम प्रशासन ने उन्हें दिया उसके साथ वह कितना न्याय करते हैं
विगत दिनों प्रकाशित एक समाचार अनुसार नेहरू नगर से पुलगांव और पुलगांव से अंजोरा बाइपास तक खम्बे की लाईट बंद होने के संबंध में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता ने अवगत कराया है कि गंजपारा से रिलाईंस पेेट्रोल पंप तक के मीटर में सी.एस.पी.डी.सी.एल. द्वारा सप्लाई नही आ रही है। जिस कारण लाइटे बंद है, सहायक अभियंता सी.एस.पी.डी.सी.एल. श्री महेन्द्र साहू से दूरभाष द्वारा संपर्क कर पता चला कि केबल में फाल्ट है। जिसे सुधार किया जा चुका है। नेहरू नगर से अंजोरा बाईपास तक हर चौक चौराहे पे बिना सूचना दिये नगर निगम द्वारा बड़े विज्ञापन बोर्ड लगाने के लिये खोदे गये गड्ढों से केबल कटने पर विद्युत आपूर्ति में रूकावट आ रही है एवं कई स्थानों पर लाईट बंद हो जाती है।
निष्क्रिय बाजार प्रभारी ऋषभ जैन ...
दुर्ग निगम में वर्तमान में शहरी सरकार कांग्रेस की है जो आने वाले चंद महीनो के बाद होने वाले निकाय चुनाव के बाद रहेगी या नहीं यह कहना अभी से जल्दबाजी होगी क्योकि शहरी सरकार के कुछ जनप्रतिनिधि अपने वार्डो में और शहरी सरकार द्वारा दी गई जिम्मेदारियों के निर्वहन में गंभीरता दिखाते है तो कुछ ऐसे भी है जो पद का मात्र लाभ ले रहे है . निष्क्रियता के मामले में अगर शहरी सरकार के प्रभार को देखे तो कई प्रभार के प्रभारी काफी निष्क्रिय है और कुछ प्रभारी का सारा ध्यान सिर्फ ठेकेदारी की ओर ही है वही बाजार प्रभारी ऋषभ जैन की बात करे तो पिछले विधान सभा चुनाव में जिस तरह ऋषभ जैन ने कांग्रेस प्रत्याशी अरुण वोरा और कांग्रेस के खिलाफ कार्य किया उससे यह उम्मीद कम ही नजर आ रही कि भविष्य में एक बार फिर कांग्रेस मौका देगी प्रभार के प्रति भी बाजार प्रभारी की निष्क्रियता और कई मामलो में अधिकारी वर्ग पर दबाव साफ उजागर हुआ . राजनैतिक गुरु के दो दो चुनाव में पराजित होने के बाद अब हस्तक्षेप की गुंजाइश भी ना के बराबर नजर आ रही है .
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