June 29, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

नवा रायपुर में एनएफएसयू और सीएफएसएल की शुरुआत से छत्तीसगढ़ सहित पूरे मध्य भारत का क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम मजबूत होगा
फॉरेंसिक साइंस की मदद से आने वाले समय में भारत दोषसिद्धि की दर में विश्व के अग्रणी देशों में शामिल होगा
छत्तीसगढ़ में शुरू हुआ आईहब इनिशिएटिव प्रदेश के युवाओं में स्टार्टअप के प्रति रुचि और साहस विकसित करने में मील का पत्थर साबित होगा
आई-हब युवाओं को स्टार्टअप में टेक्नोलॉजी से लेकर मार्केटिंग और अनुबंध में मदद के साथ-साथ आर्थिक सहायता दिलाने में ब्रिज का काम करेगा
एनएफएसयू से ग्रेजुएशन का मतलब नौकरी की पक्की गारंटी, एनएफएसयू शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की प्रगति में सहयोग देगा
तीन नए कानून पूर्णत: लागू होने से भारत का क्रिमिनल जस्टिम सिस्टम दुनिया का सबसे आधुनिक, त्वरित और वैज्ञानिक बनने जा रहा है
देश के 26 बड़े स्थानों पर एनएफएसयू का विस्तार होने जा रहा है, जिससे आने वाले समय में हर साल 32 हजार से अधिक फॉरेंसिक एक्सपर्ट तैयार होंगे
मोदी जी के 2047 तक विकसित भारत के विजन में सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्री, इनोवेशन और आर्थिक विकास ही नहीं बल्कि समय पर न्याय मिलना भी शामिल है
रायपुर /शौर्यपथ /केंद्रीय  गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और सेन्ट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री के रायपुर परिसर का शिलान्यास एवं एनएफएसयू रायपुर के अस्थाई परिसर का ई-उद्घाटन किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय, केन्द्रीय गृह सचिव और निदेशक, आसूचना ब्यूरो सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए तीन नई शुरूआत हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज शुरू हुई तीनों पहल आने वाले दिनों में न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे मध्य भारत के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधार देने का काम करेंगी।
 अमित शाह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ आई हब का भी उद्घाटन हुआ है। छत्तीसगढ़ के युवाओं के एमएसएमई उद्योगपति बनने और खुद का स्टार्टअप विकसित करने से प्रदेश में अधिक निवेश के मौके बनेंगे और छत्तीसगढ़ औद्योगिक क्रांति की दिशा में तेज रफ्तार से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आई हब की शुरूआत के साथ छत्तीसगढ़ के युवाओं को बड़ा प्लेटफॉर्म मिलने जा रहा है। श्री शाह ने कहा कि आज यहां 145 करोड़ रूपए की लागत से एनएफएसयू का कैंपस और 123 करोड़ रूपए की लागत से सीएफएसएल बनने जा रहे हैं, जिनकी कुल लागत 268 करोड़ रूपए है। इस प्रकार से फॉरेंसिक साइंस के उच्चतम संस्थान अब नया रायपुर में आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि एनएफएसयू से ग्रेजुएशन का मतलब है नौकरी की पक्की गारंटी और एनएफएसयू शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की प्रगति में सहयोग देगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री  अटल बिहारी वाजपेयी जी का शताब्दी वर्ष है और छत्तीसगढ़ के निर्माण का पूरा श्रेय श्रद्धेय अटलजी को जाता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद इसे संवारने का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जाता है।  शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपना 25वां स्थापना वर्ष मना रहा है और छत्तीसगढ़ सरकार ने इस वर्ष को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय किया है। श्री शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में सबसे आधुनिक और हरित राजधानियों में नया रायपुर भी शामिल होगा।
 अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तीन नए आपराधिक कानूनों पर पूर्ण अमल के लिए राज्य सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के पूरी तरह लागू होने के बाद देश के किसी भी कोने में दर्ज FIR में तीन साल में फरियादी और पीड़ित को सुप्रीम कोर्ट तक न्याय मिल सकेगा। गृह मंत्री ने कहा कि तीन नए कानून पूरी तरह से लागू होने के बाद हमारा क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम दुनिया का सबसे आधुनिक सिस्टम बन जाएगा और हम एविडेंस बेस्ड क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के युग में प्रवेश करेंगे। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने तीन नए आपराधिक कानूनों से एक आधुनिक, त्वरित और वैज्ञानिक न्याय प्रणाली बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का विज़न बहुत स्पष्ट है कि 2047 तक विकसित भारत का निर्माण सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्री, इनोवेशन और आर्थिक विकास से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसमें समय पर न्याय मिलना भी शामिल है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जहां वैज्ञानिक प्रमाण होता है वहीं सटीक परिणाम आता है और फ़ोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की मदद से आने वाले दिनों में भारत दोषसिद्धि की दर में विश्व के अग्रणी देशों में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 160 साल पुराने औपनिवेशिक कानूनों को समाप्त कर जो नए आपराधिक कानून लाई है, उनमें सात साल की सज़ा से अधिक वाले सभी अपराधों में फॉरेंसिंक साइंस टीम की विज़िट अनिवार्य की गई है। यह बताता है कि फ़ॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में हमारे देश में कितनी अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
 अमित शाह ने कहा कि एनएफएसयू की स्थापना के बाद बहुत कम समय में ही 16 परिसर शुरू हो गए हैं, जिनमें 7 स्थापित और 9 स्वीकृत हैं, साथ ही 10 अतिरिक्त परिसर भी प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के 26 बड़े स्थानों पर एनएफएसयू का विस्तार करने जा रही है। इनके पूर्ण रूप से विकसित हो जाने के बाद आने वाले वर्षों में हमें हर साल 32 हज़ार फॉरेंसिक विशेषज्ञ प्राप्त होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार दुनिया का फॉरेंसिक तकनीक का बाज़ार 20 बिलियन डॉलर का है जो 13 प्रतिशत कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट के साथ 2036 तक 55 बिलियन डॉलर का हो जाएगा और इसमें भारत का हिस्सा 9 प्रतिशत रहने की संभावना की गई है।

  रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में भारत के प्रथम उद्योग मंत्री, महान शिक्षाविद्, और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने राष्ट्र निर्माण में डॉ. मुखर्जी के अतुलनीय योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता, सामाजिक न्याय और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण समर्पित किया। वे न केवल कुशल संगठक थे, बल्कि दूरदर्शी राष्ट्रनायक भी थे, जिन्होंने भारतीय राजनीति को राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक अस्मिता के सुदृढ़ सूत्र में पिरोया।
 साय ने कहा कि भारतीय जनसंघ की स्थापना के माध्यम से डॉ. मुखर्जी ने एक ऐसी विचारधारा को जन्म दिया, जिसने देश को राष्ट्रीय हित में सोचने और कार्य करने की नई दृष्टि प्रदान की। उनके विचार आज भी हमारी लोकतांत्रिक चेतना को दिशा देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन हमें सिखाता है कि राष्ट्रसेवा आजीवन साधना और तपस्या है। उनका समर्पण और उच्च आदर्श आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का प्रकाशस्तंभ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी उनके दिखाए मार्ग पर चलकर समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए दृढ़संकल्पित हैं।

 रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत के प्रथम उद्योग मंत्री, प्रख्यात शिक्षाविद् और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि (23 जून) के अवसर पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्र के प्रति समर्पण और उनके योगदान को याद किया।
 मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की प्रगति और एकता के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने एक समृद्ध, सशक्त और स्वावलंबी भारत का सपना देखा, जिसे साकार करने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ ने राष्ट्रवाद, सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक एकता के सिद्धांतों को मजबूती प्रदान की। उनकी दूरदर्शी सोच ने भारतीय राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ा और समाज के हर वर्ग को प्रेरित किया।
 मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के आदर्श और विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी देशभक्ति और समाज के प्रति निष्ठा हमें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करती है। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हम एक सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।
  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन और उनके सिद्धांत हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। हम उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए एक समृद्ध, एकजुट और विकसित भारत के निर्माण के लिए संकल्पित हैं।

नारी शक्ति का खेल के मैदान में जलवा - आई जी राम गोपाल गर्ग ने किया खिलाडियों को सम्मानित  

  दुर्ग / शौर्यपथ / खेलों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को नई दिशा देने वाले टेपबॉल महिला क्रिकेट टूर्नामेंट का भव्य आयोजन एस.आर. हॉस्पिटल एण्ड कॉलेज, चिखली-दुर्ग के खेल मैदान में संपन्न हुआ। आयोजन ने न सिर्फ खेल प्रतिभाओं को मंच दिया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी हैं – फिर वह खेल का मैदान हो या जीवन की कोई अन्य पिच।
  इस अवसर पर दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री राम गोपाल गर्ग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने महिला खिलाड़ियों का सम्मान कर उनके हौसले को नई उड़ान दी। श्री गर्ग ने अपने संदेश में कहा –

> "खेल न सिर्फ शरीर को बल देता है, बल्कि आत्मबल को भी बढ़ाता है। महिलाएं आज हर क्षेत्र में इतिहास रच रही हैं। ऐसे आयोजनों से उन्हें आवश्यक मंच और सम्मान मिलता है जो प्रेरणा का स्रोत बनता है।”

  कार्यक्रम की अध्यक्षता एस.आर. हॉस्पिटल एण्ड कॉलेज के चेयरमैन संजय तिवारी ने की, जिन्होंने आयोजन की सफलता के लिए संयोजक श्री संतोष भारद्वाज (प्रदेश सचिव, टेप बॉल क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया – छत्तीसगढ़) एवं उनकी टीम को विशेष बधाई दी।

विशेष अतिथि के रूप में विष्णु पाठक, डॉ. टोपेन्द्र शुक्ला एवं संजय नायक मंच पर उपस्थित रहे।
भिलाई पैंथर बनी विजेता, नित्या 11 रनर-अप
टूर्नामेंट में दुर्ग जिले की कई महिला क्रिकेट टीमों ने हिस्सा लिया। जोरदार प्रदर्शन करते हुए भिलाई पैंथर विजेता बनी, जबकि नित्या 11 को रनर-अप ट्रॉफी से संतोष करना पड़ा।
वूमेन्स ऑफ द सीरीज – आदिला खान
बेस्ट बॉलर – शोभना ताम्रकार
बेस्ट फील्डर – सपना महानन्द
इन महिला खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने दर्शकों की तालियों से मैदान को गूंजा दिया।
समाज की भागीदारी बनी प्रेरणा का आधार
  इस आयोजन में क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक एवं खेलप्रेमी उपस्थित रहे, जिनमें जगजीत नारायण पाण्डेय, राजेश त्रिपाठी, रामचंद्र देशमुख, रूपा चेलक, डॉ. नीलम चंद्राकर, हरी साहू, रूपेश टेकाम, रश्मी साहू, ईशीका यादव सहित अनेक लोग शामिल रहे। सभी ने महिला खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और समाज में सकारात्मक संदेश दिया।
नारी शक्ति को समर्पित आयोजन
  यह आयोजन सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं था, बल्कि नारी शक्ति, खेल भावना और सामाजिक चेतना का संगम था। आयोजकों और प्रतिभागियों ने यह सिद्ध किया कि खेल के मैदान पर महिलाएं अब पीछे नहीं, बल्कि आगे हैं – प्रेरणास्रोत बनकर।

स्मार्ट सिटी घोटाले का मास्टरमाइंड के.के. श्रीवास्तव गिरफ्तार

  रायपुर / शौर्यपथ / राजधानी रायपुर से जुड़ा एक बड़ा आर्थिक अपराध उजागर हुआ है। स्मार्ट सिटी योजना में ₹500 करोड़ के ठेके का झांसा देकर 15 करोड़ की ठगी करने वाला आरोपी के.के. श्रीवास्तव भोपाल के एमराल्ड होटल से गिरफ्तार कर लिया गया है। श्रीवास्तव को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का निकट सहयोगी माना जाता रहा है।
  दिल्ली के एक व्यवसायी से ठेका दिलाने के नाम पर मोटी रकम ली गई, लेकिन काम का कोई अता-पता नहीं था। रायपुर के तेलीबांधा थाने में दर्ज एफआईआर के बाद आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहा था।
  इस केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी ₹50 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू कर दी है। जोमैटो और स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म के डिलीवरी बॉयज़ के खातों का दुरुपयोग कर ट्रांजेक्शन किए जाने की भी पुष्टि हुई है।
  स्थानीय पुलिस और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर आरोपी को भोपाल से पकड़ा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राजधानी रायपुर के इस बहुचर्चित घोटाले में और कौन-कौन नाम सामने आते हैं।

मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद का ऐतिहासिक निर्णयउपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की संवेदनशील पहल लाई रंग – वर्षों पुरानी मांग हुई पूरीरायपुर। शौर्यपथ। नक्सली हिंसा में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के…

  ​भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव लगातार अपने क्षेत्र की जनता से मिलते रहे है और उनकी समस्याओं का समाधान करते है। रविवार को भी विधायक देवेंद्र यादव ने अपने सेक्टर 5 स्थिति निवास स्थान में लोगों से भेट मुलाकात की। इस दौरान एचएलसीएल सेक्टर 6 के लोग भी विधायक के पास पहुंचे। लोगों ने विधायक को बताया कि उनके क्षेत्र में बिजली की बड़ी समस्या है। आए दिन बार-बार बिजली गुल होता है। बार-बार शिकायत के बाद भी बिजली को सुधार नहीं जाता। कई दिन 12 घंटे 24 घंटे तक भी लाइट गोल रहता है। इस वजह से क्षेत्र के लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की समस्याओं को सुनकर विधायक देवेंद्र यादव ने लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित बिजली विभाग के अधिकारियों से बातचीत की और व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। इनके अलावा छावनी और कुर्सी पर क्षेत्र से भी सैकड़ो की संख्या में लोग आए। जिन्होंने विकास कार्य और विभिन्न सुविधाओं की मांग की और अपनी-अपनी समस्याएं भी विधायक देवेंद्र यादव को बताई. कुछ युवा साथी भी विधायक देवेंद्र यादव से मिलने पहुंचे जिन्होंने बताया कि महेंद्र कर्मा यूनिवर्सिटी बस्तर में  भर्ती प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी की गई है। इस वजह से योग्य उम्मीदवारों को जगह नहीं मिल पा रही है। रायपुर से कबीर पंथी का एक प्रतिनिधि मंडल विधायक देवेंद्र यादव से मिलने आया था।   इस दौरान उनसे मिलने के लिए भिलाई नगर विधायन सभा क्षेत्र के सैकड़ों महिलाएं पुरूष व युवा वर्ग पहुंचे। सभी से विधायक श्री यादव बारी-बारी से मिले। सब का कुशल क्षेम जाना साथ ही सभी की समस्याएं भी सूनी। इस दौरान लोगों ने अपने विधायक से विभिन्न तरह की मांग की। गरीब व असहाय लोगों की विधायक श्री यादव ने म​दद की। कई लोग राशन कार्ड की मांग लेकर पहुंचे। कुछ लोग अपने बच्चों के एडिमशन के लिए मदद की गुहार लगाई। कई लोगों के बेहतर इलाज के लिए मदद की। अस्पताल प्रबंधन को फोन कर लाइनअप किया और बेहतर इलाज कराने के निर्देश दिए। अपने क्षेत्र के लोकप्रिय और सब के मदद करने वाले विधायक देवेंद्र यादव से मिलकर लोग काफी उत्साहित हुए। इसके अलावा बहुत सी महिलाएं व पुरूष जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था, वे भी विधायक के पास योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग लेकर पहुंचे। जिन्होंने अपनी परेशानी विधायक को बताई। तब विधायक श्री यादव ने संबंधित अधिकारियों को फोन कर जरूरतमंद लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए।

  दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नगपुरा में स्थित प्राकृतिक एवं योगोपचार संस्थान श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में आरोग्यम उत्सव, आरोग्यम रत्न अलंकरण एवं जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग ग्रामीण विधायक व राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर अध्यक्षता दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव विशेष अतिथि, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे , जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कुलेश्वरी देवांगन , जिला पंचायत सदस्य सुश्री प्रिया साहू , मंडल अध्यक्ष हेमंत सिन्हा जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष गिरेश साहू सरपंच संघ अध्यक्ष ओमेश्वर (राजू) यादव  और सरपंच ग्राम पंचायत नगपुरा श्रीमती सरोज रिगरी सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के दौरान समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे डॉक्टरों का सम्मान किया गया और नवनिर्वाचित सरपंचों का सम्मान कर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत आयोजित योग कार्यक्रम में छात्रों द्वारा किए योग प्रदर्शन देखा।
  इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा  डॉ और सरपंच आप लोगों के सम्मिलित प्रयासों से गांव स्वास्थ क्षेत्र में बेहतर काम हों सकता है अपने प्रयासों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हो
  आगे श्री चंद्राकर ने योग  के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि योग कोई नई पद्धति नहीं, बल्कि हमारी प्राचीन सनातन परंपरा का अभिन्न अंग है, जिसे ऋषि-मुनियों ने विकसित किया। विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया, जिसके परिणामस्वरूप 2015 से प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में विश्वभर में मनाया जा रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज 175 से अधिक देशों में योग की गूंज सुनाई देती है।
 आगे श्री चंद्राकर ने कहा कि दिन के 24 घंटों में से कुछ समय योग के लिए अवश्य निकालें। इससे न केवल गंभीर बीमारियां दूर होती हैं, बल्कि भविष्य में रोग होने की संभावना भी कम होती है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्थान और सभी सहयोगियों को शुभकामनाएं।
  दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव ने मानव सेवा कर रहे डॉ व गांव के विकास के लिए सेवा प्रदान करने वाले जनप्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किया और नागरिकों से "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत वृक्षारोपण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु शुरू हो चुकी है, जो पौधरोपण के लिए उपयुक्त समय है। अधिक से अधिक वृक्षा रोपण करे,।आरोग्यम उत्सव और योग कार्यक्रम के आयोजन से लोगों में स्वास्थ्य और योग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
  इस अवसर पर संस्थान की ओर से प्रमुख रूप से अध्यक्ष गजराज पगारिया, मैनेजमेंट ट्रस्टी पुखराज दुग्गड़ जी, मूलचंद जैन, सुरेश बाघमार, सुखदेव देवांगन नंदू निर्मलकर, विनोद साहू सहित संस्थान के स्टाफ गण भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए।

नवा रायपुर के बंजारी में 40 एकड़ में बनेगा दोनों संस्थानों का सर्वसुविधायुक्त आधुनिक भवन
साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के साथ ही फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान में शिक्षा व प्रशिक्षण की मिलेगी सुविधा

रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के भवनों के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। नवा रायपुर के बंजारी में 40 एकड़ में दोनों राष्ट्रीय संस्थानों के सर्वसुविधायुक्त आधुनिक भवन बनाए जाएंगे। परिसर में दोनों संस्थानों के भवनों के निर्माण के लिए प्रारंभिक रूप से 130-130 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डा. रमन सिंह, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री केदार कश्यप भी भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।

  फोटो कैप्शन

केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के भवनों के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया


  एनएफएसएल देश की सबसे हाइटेक फोरेंसिक लैब है। इसकी स्थापना से छत्तीसगढ़ को साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के क्षेत्र में बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। वहीं एनएफएसयू फोरेंसिक विज्ञान के अध्ययन के लिए देश का शीर्षस्थ संस्थान है। यह फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता के कोर्सेज संचालित करती है। वर्ष 2020 में इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया है। राज्य में इसकी स्थापना से फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में शिक्षा और प्रशिक्षण सुलभ होगा।  
  इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, विधायकगण सर्वश्री किरण देव, इंद्र कुमार साहू, अनुज शर्मा और गुरू खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

  रायपुर / शौर्यपथ / जब एक खिलाड़ी की आंखों में सपने हों, पर जेब में साधन न हों—तब उसका हौसला सबसे पहले टूटता है। पर छत्तीसगढ़ की धरती पर यह कहानी एक सुखद मोड़ लेती है, जब एक बेटी के सपनों में मुख्यमंत्री स्वयं हाथ थामकर संबल बनते हैं। यह कोई चुनावी वादा नहीं, बल्कि हकीकत है—एक मुख्यमंत्री का भावनात्मक जुड़ाव और संवेदनशील नेतृत्व, जो न सिर्फ सुनता है, बल्कि जरूरतमंद के जीवन को बदलकर रख देता है।
  शालू डहरिया की कहानी—हर उस परिवार की कहानी है, जहां बेटियां सपने तो देखती हैं लेकिन उन्हें पूरा करने की राह में आर्थिक दीवारें खड़ी हो जाती हैं। शालू डहरिया—जांजगीर चांपा की एक सामान्य परिवार की बेटी, जिसकी माँ ब्यूटी पार्लर चलाती हैं और पिता सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं। लेकिन साधनों की सीमाएं शालू की हिम्मत को रोक नहीं सकीं। आठवीं कक्षा से सॉफ्टबॉल खेलना शुरू करने वाली शालू अब तक 12 बार राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, और इस बार चुनी गई हैं एशिया यूथ सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप के लिए, जो कि जुलाई में चीन के सिआन शहर में आयोजित होगी।
  लेकिन जब इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए ₹1.70 लाख की फीस उनके सामने एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हुई—तभी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एक पिता की तरह आगे आए।

“बेटी, तुम आगे बढ़ो… हम सब तुम्हारे साथ हैं”
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के यह शब्द केवल प्रोत्साहन नहीं थे—ये एक मुख्यमंत्री की निजता से उपजी संवेदनशीलता का प्रतीक थे। उन्होंने शालू को वीडियो कॉल के माध्यम से शुभकामनाएं दीं और तत्परता से ज़रूरी आर्थिक सहायता देने का भरोसा दिया। महज कुछ ही घंटों में जांजगीर चांपा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर शालू को ₹1.70 लाख की सहायता राशि सौंपी।

इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि छत्तीसगढ़ सरकार केवल नीतियों और घोषणाओं तक सीमित नहीं, बल्कि जरूरत के हर मोड़ पर आमजन के साथ खड़ी एक जीवंत और उत्तरदायी शासन व्यवस्था है।

यह घटना सिर्फ शालू डहरिया की नहीं है—यह प्रदेश की हर बेटी की है।

छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल दिखाती है कि बेटियों को ‘बोझ’ नहीं, बल्कि ‘गर्व का कारण’ माना जाता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की यह संवेदनशीलता सरकार के उस दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें योजनाओं के साथ-साथ मानवीयता भी जीवंत है।

शालू की माँ अल्का डहरिया के आंसू उस राहत और कृतज्ञता के प्रतीक हैं जो एक माता तब महसूस करती है, जब उसकी बेटी के सपनों को उड़ान देने के लिए सरकार साथ खड़ी हो जाती है।

आज जब देशभर में भरोसे की राजनीति सवालों के घेरे में है, तब छत्तीसगढ़ सरकार की यह मानवता-प्रधान कार्यशैली एक उदाहरण बन रही है। यह बताती है कि नेतृत्व वही सच्चा होता है जो हर घर की पीड़ा को अपनी जिम्मेदारी समझे।

मुख्यमंत्री श्री साय की यह पहल केवल एक खिलाड़ी के लिए आर्थिक मदद नहीं थी, बल्कि यह विश्वास का एक मजबूत संदेश थी—कि छत्तीसगढ़ में सरकार केवल सत्ता नहीं, संवेदना का नाम है।


 विचार:

> "जब सरकार बेटियों की आंखों में सपनों की चमक देखती है, तभी समाज प्रगति की ओर बढ़ता है।"

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