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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
समाचार सार ...
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राज्य अलंकरण एवं समापन समारोह में शामिल होंगे
ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति
शासकीय विभागों द्वारा लगाई जाएगी विकास प्रदर्शनी
शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार रहेगा आकर्षण का केन्द्र
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 के आयोजन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है। तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य आयोजन 4 नवम्बर से 6 नवम्बर तक राज्योत्सव स्थल, नया रायपुर अटल नगर में होगा। राज्योत्सव स्थल में मुख्य मंच से लेकर पूरे परिसर की साज-सज्जा का काम तेजी से कराया जा रहा है। शासकीय योजनाओं एवं उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए सभी विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभाग का प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाने की तैयारी में जुटे हैं।
राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 का उद्घाटन 4 नवम्बर को संध्या 6 बजे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करेंगे। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे। राज्यपाल रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में 5 नवम्बर को राज्योत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव का समापन 6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में होगा। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री द्वय अरूण साव एवं विजय शर्मा, मंत्री रामविचार नेताम, दयाल दास बघेल, केदार कश्यप, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े एवं टंकराम वर्मा, नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब, इन्द्र कुमार साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव में ख्याति प्राप्त कलाकार रंगारंग और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे। 4 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत संध्या 4.30 बजे से होगी। बालीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक शांतुन मुखर्जी (शानु) की प्रस्तुति रात्रि 7.45 बजे से होगी। इससे पूर्व श्री रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की झलकियां, मोहन चौहान एवं साथी द्वारा आदिवृंदम, सुनील सोनी एवं टीम द्वारा क्षेत्रीय नृत्य संगीत तथा विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी तरह 5 नवम्बर को राज्योत्सव में संध्या 5 बजे से पुरानिक साहू द्वारा सांस्कृतिक लहर गंगा, सुरेन्द्र साहू, भोला यादव एवं साथियों द्वारा लोक धुन, मोहन नायडू एवं साथियों द्वारा द मून लाईट रागा, राजेश अवस्थी, सुश्री आरू साहू एवं सुश्री नीति मोहन की प्रस्तुति होगी। 6 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत अनुराग शर्मा द्वारा अनुराग स्टार नाईट, मनोज प्रसाद द्वारा इंडियाज गॉट टैलेंट मल्लखंभ, सवि श्रीवास्तव द्वारा जादू बस्तर एवं पवनदीप एवं अरूनिता के पार्श्व गायन की प्रस्तुति होगी।
राज्योत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ शासन के सभी विभागों द्वारा राज्योत्सव स्थल पर भव्य एवं आकर्षक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यहां शिल्प ग्राम बनाया जा रहा है, जहां छत्तीसगढ़ के विविध शिल्प प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। राज्योत्सव स्थल परिसर में शासकीय विभागों की प्रदर्शनी के लिए विशाल हैंगर (डोम) बनाए गए हैं। हैंगर-एक एवं दो में शासकीय विभागों के स्टॉल लगेंगे, जबकि हैंगर-तीन में वाणिज्यिक संस्थान अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगे। हैंगर-चार में पब्लिक सेक्टर के संस्थानों की प्रदर्शनी लगेगी। राज्योत्सव में शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार आम लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र होंगे।
समाचार सार --
मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलम्पिक की तैयारियों की समीक्षा की
बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है आयोजन
गृह विभाग और खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है आयोजन
संभाग स्तरीय विजेता होंगे बस्तर के यूथ आइकॉन
नक्सल हिंसा में दिव्यांग व्यक्तियों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए भी खेल स्पर्धाएं होंगी आयोजित
अब तक 1 लाख 65 हजार से अधिक युवा प्रतिभागियों ने कराया अपना पंजीयन
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में बस्तर ओलंपिक 2024 के लोगो (प्रतीक चिन्ह) और मस्कट (शुभंकर) का अनावरण किया। उन्होंने बस्तर ओलंपिक के दो प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने, बस्तर की खेल प्रतिभाओं को सामने लाने और बस्तर की जनता का शासन से मजबूत संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से 5 नवंबर से 10 दिसंबर तक बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित वर्चुअल बैठक में बस्तर ओलंपिक की तैयारी की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री साय ने बैठक में अधिकारियों से खिलाड़ियों के रहने, भोजन, सुरक्षा और चिकित्सा की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बस्तर में पिछले 9-10 माह में शांति स्थापित करने में काफी हद तक सफलता मिली है, इसमें केंद्र सरकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन युवाओं को समाज और विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है। बस्तर में खेल काफी लोकप्रिय हैं यही कारण है कि ओलंपिक खेलों के लिए अपेक्षा से अधिक 1 लाख 65 हजार से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र के लोग भी शांति चाहते हैं और विकास की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं। बस्तर के संवेदनशील क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों ने पंजीयन कराया है। इसमें महिलाओं और पुरुषों की संख्या लगभग बराबर है। महिलाएं भी विकास की मुख्य धारा में शामिल होना चाहती हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन उसकी गरिमा के अनुसार भव्यता के साथ किया जाए। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इन खेलों में अधिक से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुसार बस्तर को नई दिशा देने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है।
बस्तर ओलम्पिक 2024 का प्रतीक चिन्ह और शुभंकर बस्तर की परम्परागत पहचान को समाहित कर किया गया है तैयार
लोगो (प्रतीक चिन्ह)- प्रतीक चिन्ह के बायीं एव दायीं ओर बस्तर क्षेत्र के ख्याति प्राप्त परम्परागत वाद्य यंत्र ‘तुरही’ को दर्शाया गया है। तुरही बस्तर क्षेत्र में मड़ई मेलों में देवी देवताओं के सम्मान में बजाई जाती है। गांव में सभी को सूचना देने हेतु भी इसका उपयोग किया जाता है। लोगो के मध्य में हिन्दी में ‘बस्तर ओलम्पिक 2024’ लिखा हुआ है, साथ में इस क्षेत्र के खिलाड़ियों को ओलम्पिक खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु ओलम्पिक खेल विधा खेल तीरदाजी, हॉकी, भारोत्तोलन, फुटबॉल एवं वालीबॉल के लघु चिन्ह को दर्शाया गया है। लोगो के नीचे की ओर बस्तर क्षेत्र में प्रलचित स्थानीय भाषा- बोली ‘गोंडी’ में ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ का स्लोगन वाक्य लिखा गया है, जिसका हिन्दी में अनुवाद ‘खेलेगा बस्तर, बढ़ेगा बस्तर’ होता है।
शुभंकर (मस्कट)- बस्तर ओलम्पिक 2024 के शुभंकर में ‘वन भैंसा एवं पहाड़ी मैना’ को मुख्य रूप से दर्शाया गया है। वन भैंसा राज्य का राजकीय पशु तथा पहाड़ी मैना राजकीय पक्षी है। यह शुभंकर, वन्य जीव संरक्षण के उद्देश्य से तैयार किया गया है। राज्य के दंतेवाडा एवं बीजापुर जिले में वन भैंसा अधिक संख्या में मिलते हैं। बस्तर क्षेत्र के घने जंगलों एवं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पहाड़ी मैना मुख्य रूप से पाई जाती है।
शुभंकर में राजकीय पशु ‘वन भैंसा’ को खेल परिधान (टी-शर्ट) में दर्शाया गया है। वन भैंसा के सींग पर बैठी खुशहाल ‘पहाड़ी मैना’ खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य को दर्शाता है।
बस्तर ओलंपिक में इन खेलों में होंगी स्पर्धाएं
बस्तर ओलंपिक में 11 खेल विधाओं के अंतर्गत खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन विकासखण्ड, जिला और संभाग स्तर पर किया जा रहा है। जिनमें एथलेटिक खेल में 100मी., 200मी. 400मी. दौड़, लंबीकूद, ऊंचीकूद, शॉटपूट, डिस्कस थ्रो, जैवेलिन थ्रो एवं रिले रेस, इस प्रकार नौ अलग अलग इवेंट में खिलाड़ी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त तीरंदाजी इंडियन राउण्ड 30मी., 50मी., बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, वेटलिफ्टिंग, कराते, कबड्डी, खो-खो, व्हॉलीबॉल एवं रस्साकसी खेल शामिल होंगे। हॉकी तथा वेटलिफ्टिंग सीधे जिला स्तर से प्रारंभ होगा, शेष सभी खेल विकासखण्ड स्तर से प्रतियोगिता होगी। रस्साकसी प्रदर्शनात्मक होगा, जो सीनियर वर्ग में महिलाओं के लिए आयोजित किया जाएगा। जूनियर वर्ग तथा सीनियर वर्ग में बालक, बालिका, महिला, पुरूष भाग लेंगे। नक्सल हिंसा में दिव्यांग व्यक्तियों तथा आत्मसमर्पित नक्सलियों के विशेष प्रोत्साहन हेतु सीधे संभाग स्तर पर उनकी खेलों में प्रतिभागिता सुनिश्चित कराई जाएगी।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि विकासखण्ड स्तर से लेकर संभाग स्तर पर आयोजन समितियों का गठन किया जा चुका है। सभी संबंधित विभागों ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। राजधानी से लेकर बस्तर संभाग मुख्यालय, जिला मुख्यालयों तथा विकासखण्डों में व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है, ताकि बस्तर क्षेत्र के अधिक से अधिक युवा इसमें भाग ले सकें। विकासखण्ड स्तर एवं जिला स्तरीय आयोजन के संपूर्ण आयोजन सहित संभाग स्तरीय आयोजन की सभी प्रारंभिक तैयारियां कर ली गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि विकासखण्ड स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं शील्ड/मोमेंटो प्रदाय किए जाएंगे। जिला स्तर एवं संभाग स्तर पर दलीय खेलों एवं व्यक्तिगत खेलों में प्रथम स्थान, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को नगद राशि पुरस्कार के साथ प्रमाण पत्र एवं शील्ड/मोमेंटो प्रदाय किये जाएंगे। नगद राशि पुरस्कार डी.बी.टी. के माध्यम से विजेता खिलाड़ियों के बैंक खाते में अंतरित किए जाएंगे। संभाग स्तरीय विजेता खिलाड़ी को ‘बस्तर का यूथ आइकॉन’ के रूप में स्थापित एवं प्रचारित किया जाएगा।
बैठक में एडीजीपी एस.आर.पी. कल्लूरी, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, संचालक श्रीमती तनुजा सलाम सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बस्तर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी वर्चुअल रूप से बैठक में जुड़े।
मुंगेली /शौर्यपथ / कलेक्टर श्री राहुल देव के निर्देशानुसार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय ने लोक गायिका श्रीमती रेखा देवार और उनके दल को वाद्य यंत्र प्रदान किया। साथ ही दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने जिला पंचायत कार्यालय में पथरिया विकासखंड के ग्राम कुकुसदा की लोक गायिका श्रीमती देवार से हालचाल जाना और उन्हें हारमोनियम, बैंजो, तबला के साथ ढोलक वाद्य यंत्र प्रदान किया। इस अवसर पर पथरिया एसडीएम श्री बी. आर. ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर श्री अजय शतरंज सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
कहा : सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है रन फॉर यूनिटी
मुख्यमंत्री ने एकता दौड़ को दिखाई हरी झंडी
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब में राजधानी वासियों के साथ राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए दौड़ लगाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी हम सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ाने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान एकता दौड़ को झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री श्री राम विचार नेताम, मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, श्री टंकराम वर्मा, मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक सर्वश्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब ने भी एकता दौड़ लगाई।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का पुण्य स्मरण करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान सरदार पटेल ने अंग्रेजों के खिलाफ कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया। स्वतंत्रता के बाद उन्हीं के प्रयासों से रियासतों को एक करके उन्हें स्वतंत्र भारत में शामिल किया गया। श्री साय ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत की अखंडता अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा कि रन फॉर यूनिटी सभी लोगों को एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने जिस संकल्प और साहस के साथ राष्ट्र को एकजुट किया, वह हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। रन फॉर यूनिटी के आयोजन का उद्देश्य फिटनेस के मंत्र को भी देशभर में फैलाना है। सभी स्वस्थ रहेंगे तो देश अपनी पूरी ऊर्जा के साथ विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ पाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को धनतेरस, दीपावली, राज्य स्थापना, अन्नकूट और छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी।
मंत्री श्री राम विचार नेताम ने सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह पावन दिन हमें अपने देश की एकता अखंडता को बनाये रखने की प्रेरणा देता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को हम भारतवासी कभी नहीं भूल सकते।
खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि रन फॉर यूनिटी देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा का संदेश देता है। सरदार पटेल ने देश की अखंडता के लिए 500 से अधिक रियासतों को एक बनाया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का जो लक्ष्य रखा है, इसे पूरा करने के लिए हम सभी मिलकर आगे बढ़े।
गौरतलब है कि इस वर्ष दीपावली के उत्सव को देखते हुए 29 अक्टूबर को ही राष्ट्रीय एकता दिवस और रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया।
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के निरोगी एवं सुखमय जीवन की कामना की । उन्होंने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी । इस मौके पर श्री साय ने कहा कि समृद्धि व ऐश्वर्य के लिए धन के देवता कुबेर और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व सभी के लिए सुख-समृद्धि लेकर आए और भगवान धन्वंतरि सभी को आरोग्य प्रदान करें।
सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिलासपुर से बिलासपुर और सरगुजा संभाग के लोगों को मिलेगी स्वास्थ्य सुविधाएं : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
प्रधानमंत्री ने 200 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिलासपुर का किया वर्चुअल लोकार्पण
धन्वंतरि दिवस पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत की विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं की दी सौगात
सेवा से समृद्धि और सुशासन का एक नया संकल्प हुआ पूरा
मुख्यमंत्री ने हॉस्पिटल का अवलोकन कर विभिन्न सुविधाओं का लिया जायजा
रायपुर/शौर्यपथ /सेवा से समृद्धि और सुशासन की संकल्पना के साथ आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज धन्वंतरी जयंती और नौवें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर बिलासपुर (कोनी) में 200 करोड़ की लागत से निर्मित सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का वर्चुअल लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कोनी में आयोजित लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में वर्चुअल रूप से देश के विभिन्न स्थानों में 12 हजार 850 करोड़ रूपए से अधिक लागत की अनेक स्वास्थ्य परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया, इनमें छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (कोनी) का सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण और रायपुर में बनने वाले 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (ब्त्प्ल्छ) का शिलान्यास शामिल है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को धनतेरस और भगवान धनवंतरि जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि धनतेरस के दिन सौभाग्य और स्वास्थ्य का यह उत्सव सिर्फ एक संयोग नहीं है, यह स्वास्थ्य और समृद्धि का उत्सव है। देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। पूरी दुनिया के लोग योग और पंचकर्म के लिए भारत आते है, आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज धनवंतरी और नौवां आयुर्वेद दिवस है। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में न्यायधानी बिलासपुर को एक बड़ी सौगात दी हैं। बिलासपुर स्थित मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। अस्पताल से न केवल बिलासपुर के आसपास के ग्रामीणों को इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी बल्कि सरगुजा संभाग के भी मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अब दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी और सुशासन के संकल्प के साथ विकास के सभी वादों को पूरा करने के लिए संकल्पित है। हमारी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना फिर से शुरू की जा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित विकास के सभी आयामों पर हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता से कार्य कर रही है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में 200 करोड़ की लागत से बना अस्पताल धनतेरस के पावन अवसर पर बिलासपुर वासियों के लिए एक बहुत बड़ी सौगात है। बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित इस हॉस्पिटल के शुभारंभ से अब क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि इस अस्पताल के शुभारंभ से स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित होगा।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ ने 200 करोड़ के लागत से बने इस मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के शुभारंभ को बिलासपुर के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। इसी कड़ी में ढाई एकड़ में यह 11 मंजिला भव्य हॉस्पिटल बनाया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस अस्पताल में बिलासपुर सहित सरगुजा संभाग के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
गौरतलब है कि दूर-दराज के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने एवं चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की शुरुआत की थी। छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के फेस चार के अंतर्गत दो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रारंभ किया जा रहे हैं जिसमें 200 करोड़ की लागत से बना यह सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शामिल है। 11 मंजिला यह अस्पताल बिलासपुर का सबसे ऊंचा भवन है जिसमें सीटी स्कैन, एमआरआई, डिजिटल एक्स-रे, कलर डॉपलर टीएमटी मशीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध है। 240 बिस्तर वाले इस अस्पताल में 70 आईसीयू एवं आईसीसीयू बेड रहेंगे। इस अस्पताल में 08 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर का भी निर्माण किया गया है। वर्तमान में इस अस्पताल में न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, पल्मनोलॉजी और जनरल मेडिसिन सहित चार ओपीडी प्रारंभ किये जा रहे हैं। इस अस्पताल में ब्लड बैंक और पैथोलॉजी लैब की भी सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हॉस्पिटल का किया अवलोकन-
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 11 मंजिला इस भव्य अस्पताल भवन में उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन किया। उन्होंने सीटी स्कैन, एक्स रे, ब्लड बैंक पैथोलैब आदि कक्ष का अवलोकन किया। इस दौरान स्वास्थ्य योजना अंतर्गत विभिन्न सामग्री एवं प्रमाण पत्र का भी वितरण किया। उन्होंने 37 हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल, दूरस्थ अंचलों में संचालित हेतु दो बाइक एंबुलेंस, 5 सिकल कार्ड, 5 आयुष्मान कार्ड का वितरण किया। इसी प्रकार उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिले के 07 केंद्रों को एन.क्यू.ए.एस प्रमाण पत्र प्रदान किया। इनमें जिला अस्पताल सहित 03 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करगी कला, हरदी कला, नवागांव सलका तथा 03 उप स्वास्थ्य केंद्र मिट्ठू नवागांव, मझवानी, पेंडरवा शामिल है। एन.क्यू.ए.एस प्रमाण पत्र बेहतर स्वास्थ्य एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत नेशनल क्वालिटी सुपरवाइजरी कमिटी द्वारा प्रदान किया जाता है।
इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में तखतपुर विधायक श्री धर्मजीत सिंह, बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक, बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल, बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला, कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव, मस्तूरी विधायक श्री दिलीप लहरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण चौहान, श्री भूपेंद्र सवन्नी, श्रीमती हर्षिता पांडे सहित अन्य अतिथि जनप्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, कलेक्टर श्री अवनीश शरण, एसपी श्री रजनेश सिंह सहित गणमान्य नागरिक अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज हेलीकॉप्टर से बिलासपुर पहुंचे। पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय हेलीपैड कोनी में उनका आत्मीय स्वागत किया गया। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव भी उनके साथ बिलासपुर पहुंचे। विधायक श्री धरमलाल कौशिक,विधायक श्री सुशांत शुक्ला, विधायक बिलासपुर श्री अमर अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण चौहान,आईजी श्री संजीव शुक्ला,कलेक्टर श्री अवनीश शरण, एसपी श्री रजनेश सिंह सहित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने गुलदस्ता भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री साय कोनी में सिम्स के 200 बिस्तर क्षमता के मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली इसका लोकार्पण करेंगे।
रायपुर/शौर्यपथ / राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कल तिरुमला तिरुपति देवस्थानम में भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी की विधिवत पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ सहित समस्त देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर राज्यपाल को मंदिर प्रबंधन की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी सहित राज्यपाल के परिजन उपस्थित रहे।
10 एकड़ क्षेत्र में 24 माह में तैयार होगा 100 बिस्तरों का केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान
CRIYN से प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार की तरफ अग्रसर होंगे छत्तीसगढ़ के युवा: स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल
रायपुर/शौर्यपथ /देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर वर्चुअल माध्यम से रायपुर में बनने वाले 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) का शिलान्यास किया।प्रधानमंत्री श्री मोदी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से रायपुर से जुड़े थे। श्री मोदी ने कहा कि देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। पूरी दुनिया के लोग योग और पंचकर्म के लिए भारत आते हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में संवेदनशीलता के साथ काम रही है।
केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान रायपुर को केन्द्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (सीसीआरवायएन) के तहत स्थापित किया जा रहा है। 90 करोड़ रूपए की लागत से इस संस्थान का निर्माण 24 माह में पूरा होगा। राज्य सरकार ने इस संस्थान के लिए 10 एकड़ की भूमि विभाग को उपलब्ध करा दी है। यह छत्तीसगढ़ का पहला योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र और अस्पताल होगा जो गैर संचारी रोगों जैसे मोटापा, प्रीडायबिटीज, मेटाबोलिक सिंड्रोम, व गठिया आदि के उपचार की सुविधा प्रदान करेगा।
अनुसंधान केन्द्र में बाह्य रोगी और प्रशासनिक ब्लॉक, आंतरिक रोगी ब्लॉक, स्टाफ क्वार्टर, योग हॉल, आहार केन्द्र, मालिश और फिजियोथेरेपी अनुभाग के साथ ही अनुसंधान ब्लॉक भी स्थापित होंगे। यह केन्द्र स्पा और वेलनेस थेरेपी में प्रशिक्षण प्रमाणन पाठ्यक्रम और अनुसंधान में फेलोशिप पाठ्यक्रम संचालित करेगा।
केंद्र में वेलनेस थिरेपी में प्रशिक्षण प्रमाणन पाठ्यक्रम और अनुसंधान में फेलोशिप पाठ्यक्रम का भी संचालन होगा। इस संस्थान के शुरू होने से योग और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रभावों के बारे में नए ज्ञान का विकास होगा।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत देश अपनी पुरानी पद्धतियों को संजोकर लगातार आगे बढ़ रहा है। श्री जायसवाल ने कहा कि आज धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के रूप में जो उपहार दिया है उसे हम और हमारी आने वाली पीढ़ियां भी याद करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि इस अनुसंधान केंद्र के स्थापित हो जाने के बाद राज्य के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। युवा यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर सक्षम बनेंगे और स्वरोजगार को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि भारत देश योग और आयुर्वेद में सदैव अग्रणी रहा है और इस तरह के अनुसंधान केंद्रों के खुलने से इस परंपरा को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के चतुर्मुखी विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार ,मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल है।
रायपुर के डीडीयू ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, विधायक श्री खुशवंत साहेब, विधायक श्री मोती लाल साहू, आयुष विभाग के अधिकारी एवं आयुर्वेद कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित थे।