May 09, 2025
Hindi Hindi
Uncategorised

Uncategorised (33138)

अन्य ख़बर

अन्य ख़बर (5866)

धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिले के कोविड अस्पताल श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती मरीज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सील कर दिया गया है। विगत दिनों इस मरीज का इसी अस्पताल में एनजीओ प्लास्टिक की गई थी। इस मरीज सहित आज जिले में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था जिसकी आज पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। कोरोना संक्रमित रिपोर्ट आने के बाद इस अस्पताल के आईसीयू वार्ड को नियमानुसार सील कर दिया गया है। उक्त संक्रमित व्यक्ति इस अस्पताल में 11 जून से भर्ती था। इस व्यक्ति की एनजीओ प्लास्टी भी की गई है। जिसमें डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ के प्राइमरी कांटेक्ट में आया है। जिसके भी ट्रेसिंग का कार्य किया जा रहा है। संक्रमित व्यक्ति के ऑपरेशन से आईसीयू में रखे जाने तक कई मेडिकल स्टाफ के लोगों के प्राइमरी कांटेक्ट में आने की संभावना भी व्यक्त की गई है । इसके अलावा जिले से दो और संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है । जिले का कोविड-19 हॉस्पिटल भी इसी कैंपस में स्थित है। हालांकि की डॉ ठाकुर ने बताया कि कोविड-19 प्रभावित है जहां संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है दो और मरीजों को आज भर्ती भी किया गया है ।

शौर्यपथ खास खबर दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर पालिक निगम में अधिकारियों की लापरवाही के कई किस्से दुर्ग की आम जनता कई सालो से सुनती और देखती आ रही…

श्रीराम केयर हॉस्पिटल के आईसीयू में गैंगरेप का मामला!
पीडि़त छात्रा के परिजनों ने लगाया प्रलोभन देने का आरोप!
चर्चित श्रीराम केयर हॉस्पिटल के आईसीयू में गैंगरेप का मामला!

बिलासपुर / शौर्यपथ / श्रीराम केयर अस्पताल के आईसीयू में वार्ड वाय द्वारा कथित रूप से मरीज छात्रा के साथ बलात्कार मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, मगर इसी बीच इस मामले में एक और दिलचस्प मोड़ आया है।
आपको याद दिला दें कि कोनी क्षेत्र की इंजीनियर प्रथम वर्ष की छात्रा ने जहर सेवन कर लिया था जिसके बाद उसे इलाज के लिए पहले सिम्स ले जाया गया लेकिन वहां उसका इलाज करने से इनकार किए जाने पर परिजन उसे लेकर श्रीराम केयर अस्पताल पहुंचे थे। दावा किया जा रहा है कि परिजनों को युवती के जहर पीने की जानकारी नहीं थी क्योंकि इंजीनियरिंग की छात्रा ने परिजनों को बताया था कि किसी दवा के खाने के बाद उसके रिएक्शन के चलते उसकी तबीयत बिगड़ी है, लेकिन इलाज के दौरान डॉ. अमित सोनी को पता चला कि पीडि़त युवती ने जहर पिया है , और बाद में तलाशी के दौरान युवती के कमरे से जहर की शीशी भी मिल गई। लेकिन मामले में बड़ा मोड तब आ गया जब आईसीयू में वेंटिलेटर पर मौजूद पीडि़त युवती ने अपने पिता को कागज पर लिखकर यह जानकारी दी कि 21 और 22 मई की दरमियानी रात अस्पताल के ही दो वार्डबॉय ने उसके साथ गैंगरेप किया है। पीडि़त युवती के पिता ने जैसे ही यह आरोप लगाया तो पूरे शहर में सनसनी फैल गई। मामले में बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे ने भी दिलचस्पी लेते हुए सबसे पहले युवती को इलाज के लिए अपोलो शिफ्ट किया और फिर पुलिस को भी निष्पक्ष जांच की हिदायत दी गई। इस बीच पुलिस एक बार पीडि़ता से मजिस्ट्रेट बयान ले चुकी है जिसमें युवती अपने आरोप पर कायम है। वही अपोलो में ही आरोपी वार्ड बॉय की शिनाख्त परेड की भी कोशिश की गई लेकिन कहते हैं कि पीडि़त युवती की तबीयत फिर से बिगड़ जाने पर उसके परिजनों ने शिनाख्त करने से मना कर दिया था।
इधर इस बीच डॉक्टर अमित सोनी ने दावा किया की दवाओं के असर से ही शायद युवती इस तरह की बातें कह रही है या फिर मुमकिन है कि इन आरोपों के पीछे कोई और कहानी हो। तमाम विरोधाभासो के बीच फिलहाल युवती के पिता अपनी बेटी के साथ मंगला में अपने ससुराल में है। इसी दौरान एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जो हमे भी प्राप्त हुआ, जिसमें दावा किया जा रहा है कि उसमें मौजूद एक आवाज कथित तौर पर पीडि़त युवती के पिता की है। शौर्यपथ दैनिक समाचार पत्र इसकी पुष्टि नहीं करता कि यह ऑडियो क्लिप सही है इसके फैसले का अधिकार कानून के पास है और कानून इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई का पता जल्द ही लगा लेगी किन्तु साथ ही बड़ा सवाल यह है कि आखिर आरोप प्रत्यारोप के इस खेल में सच्चाई कब सामने आएगी . शहर की जनता को सच्चाई का इंतज़ार है . जब तक सच्चाई सामने नहीं आती तब तक मामले में अफवाहों का बाज़ार भी गर्म रहेगा .
लेकिन पीडि़ता के पिता की ऑडियो क्लिप के अनुसार पीडि़त युवती को शनिवार सुबह सिविल लाइन थाने में बयान के लिए बुलाया गया है। और उस ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर युवती के पिता यह सनसनीखेज खुलासा कर रहे हैं कि उनके ससुराल में (वर्तमान में पीडि़ता जहाँ राह रही है) दो व्यक्ति आए थे जिनमें से एक वकील की वर्दी में थे और दावा किया जा रहा है कि इस मामले को रफा-दफा करने के लिए उन्होंने युवती के पिता को 4 लाख रुपये का ऑफर देकर बयान बदलने की भी बात कही है। जाहिर है कि अगर आरोप सही है तो इस रकम को देने के पीछे मामले की लीपापोती की कोशिश होगी। लेकिन बड़ा सवाल यही है कि क्या यह ऑडियो क्लिप सच है ? या फिर इसके पीछे भी कोई साजिश है ? मामला बेहद संवेदनशील और गंभीर है इसलिए पुलिस को भी चाहिए कि वह ऑडियो क्लिप की सच्चाई का पता लगाकर मामले की तह में जाए और अगर यह आरोप सही है तो फिर पता लगाने की कोशिश करें कि आखिर पीडि़त युवती के पिता को इस रकम का ऑफर क्यों दिया जा रहा है?
और इसके पीछे कौन लोग है। बताया जा रहा है कि मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारी लगातार आरोपी वार्डबॉय को भी थाने बुला रहे हैं लेकिन पीडि़त युवती के परिजनों द्वारा पूरी तरह सहयोग न करने से ही वे किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पा रहे, लेकिन यह भी सच है कि 21 मई को घटी घटना के इतने दिनों बाद भी इस मामले में पुलिस के किसी निष्कर्ष तक ना पहुंचने और किसी भी आरोपी के अब तक गिरफ्तार ना होने से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। तो वही एक धड़ा लगातार यह आरोप भी लगा रहा है कि मामले को रफा-दफा करने के लिए ऊंचे पैमाने पर सौदेबाजी की जा रही है और आरोप लगाने वालों में पीडि़त युवती के पिता भी शामिल है।
इसलिए जरूरी है कि पुलिस ना सिर्फ यह पता लगाएं कि उस रात सचमुच क्या हुआ था बल्कि अब यह भी जरूरी लग रहा है कि क्या ऑडियो क्लिप में कहे अनुसार युवती के पिता को किसी ने प्रलोभन देने की कोशिश की है इस बात की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए आखिर वे कौन लोग हैं जो प्रलोभन और धमकी दे रहे हैं। कुल मिलाकर श्रीराम केयर गैंगरेप मामले में रोज एक नया मोड़ आ रहा है मगर पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर आज तक नहीं पहुंच पा रही है! कहते हैं घटना के दिन वहां के सारे सी सी टी वी कैमरे बंद पाये गए थे या फिर कर दिया गया था ताकि आरोपियों की पहचान न हो सके।क्या यह प्लानिंग के तहत किया गया था,यह सभी विषय जांच के दायरे का है।

राजनांदगांव/ शौर्यपथ / केन्द्र व राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों से नाराज किसानों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा 26 संगठनों द्वारा प्रदेश व्यापी संयुक्त आहवान के तहत जिला किसान संघ की अगवाई में अपर कलेक्टर शर्मा को यह ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन सौपने किसान अपनी मांगों के पोस्टर लेकर पहंुचे थे। सोसल डिस्टेंस रखते हुए किसानों ने पहले नारे बाजी की फिर ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में महामहिम से अपनी भावनाऐं केन्द्र तक पहुंचाने का निवेदन किया गया है, वहीं राज्य शासन को मांगों के संबंध में निर्देशित करने का आग्रह किया गया है। जिला किसान संघ ने कहा है कि विभिन्न माध्यमों से सरकारों को लगातार अवगत कराये जाने के बावजूद कोई भी ध्यान नहीं दिए जाने से विवश होकर महामहिम राज्यपाल से गुहार लगाने की आवश्यकता पड़ी है। ज्ञापन में केन्द्र व राज्य सरकार से मांगे अलग अलग दर्शायी गई है। इस सीजन हेतु धान एवं अन्य खरीफ फसलों के लिए घोषित समर्थन मूल्यको नकारते हुए स्वामीनाथन आयोग के सी-2 फार्मूले के अनुसार फसल के लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने और धान का समर्थन मूल्य 3465 रूपये घोषित किया जावे। केन्द्र सरकार द्वारा मण्डी कानून और आवश्यक वस्तु अधिनियम के अध्यादेश के जरिए बदलने और ठेका कृषि को कानूनी दर्जा देने के मंत्रिमण्डल के फैसले को निरस्त किया जावे। बिजली क्षेत्र के निजीकरण का फैसला वापस लिया जावे। तीसरी रेल्वे लाईन एवं डोंगरगढ़ वाया मंुगेली, कवर्धा, खैरागढ़ 255 किमी रेल्वे लाईन में प्रभावित कृषकों के परिवार के एक सदस्य को योग्यतानुसार नौकरी एवं चार गुना मुआवजा दिया जाये। मनरेगा को कृषि कार्य से जोड़ा जावे।
वहीं राज्य सरकार की मांगों में सभी उत्पादक किसानों का मक्का समर्थन मूल्य पर लिया जावे। सहकारी बैंक 2017 का ऋण माफी किया जावे। एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों को ऋण माफी की पूरी राशि तत्काल दी जावे एवं निजी बैंक के केसीसी धारकों को भी ऋण माफी योजना का लाभ दिया जावे। धान खरीदी अंतर की राशि एक मुश्त दी जावे। छग के प्रवासी मजदूरों को उनके गांव घरों तक मुफ्त पहुंचाने उनके भरण पोषण के लिए मुफ्त खाद्यान, मनरेगा रोजगार और नगद आर्थिक सहायता दी जावे। रेल्वे लाईन प्रभावितों (तीसरी लाईन + डोंगरगढ़-कवर्धा रेल्वे लाईन) के परिवार के एक सदस्य को नौकरी व चार गुणा मुआवजा हेतु सूची रेल्वे को दी जावे। रबी फसल की क्षतिपूर्ति राशि प्रति हेक्टर 2500 रूपये दिये जावे।
तीसरी रेल्वे लाईन प्रभावित किसान परिवार के एक सदस्य को नौकरी व चार गुना मुआवजा की मांग के संबंध में चर्चा कर अपर कलेक्टर श्री शर्मा जी को बताया गयाकि रेल्वे प्रभावित परिवारों की सत्यापित सूची नहीं होने कारण नौकरी वाले विषय में विभाग आगे कार्यवाही नहीं कर रहा है एवं किसानों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। इस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए भू अर्जन शाखा से अछोली एवं नागतराई की सत्यापित सूची उपलब्ध कराई गई। जिला किसान संघ ने रेल्वे वाले मुद्दे पर त्वरित निराकरण के लिए श्री शर्मा का आभार व्यक्त किया है।
ज्ञापन सौपने के दौरान सुदेश टीकम, रमाकांत बंजारे, हरिशचन्द्र साहू, नैन जनबंधु, तुलाराम उसारे, सेवक वर्मा, जगत देवांगन, महेन्द्र चंद्राकर, यीशु चांदने, रूपसिंग वर्मा, श्यामरतन साहू, श्यामसाय सिन्हा, नरेश पटेल, नारद, गैंद साहू, कृपाल ठाकुर, उमेश वर्मा, फगवाराम साहू, रामाधार साहू, बालाराम साहू, रतन साहू, सुमन साहू, नोहर वर्मा, नकुलदास साहू, राजेश वर्मा, घनाराम साहू, कुलेश्वर वर्मा, तिलक वर्मा, चुमन पटेल, अनिल वर्मा, रामदेव पटेल जैतराम वर्मा सहित बड़ी संख्या में सभी ब्लाक के प्रतिनिधि शामिल थे।

राजनांदगांव / शौर्यपथ /  जिला राजनांदगांव डोंगरगढ़ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पेंड्री में नल जल योजना के तहत पाइपलाइन विस्तारीकरण कार्य हेतु राशि 1.62 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति क्षेत्र के संघर्षशील विधायक दलेश्वर साहू के अथक प्रयास से स्वीकृति प्राप्त हुई है। यहां की ग्राम पेंड्री डोंगरगढ़ ब्लॉक में सूखाग्रस्त पेयजल संकट के नाम से जाना जाता है। ग्राम के कुछ वादों में आम जनता तक अभी तक पेयजल सप्लाई नहीं हो पाता था, इसलिए कठिनाइयों को देखते हुए तत्परता से विधायक विधायक श्री साहू ने इस कार्य को स्वीकृति दिलाने में सहयोग किया, जिससे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने विधायक को धन्यवाद ज्ञापित किया है, जिसमें जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 25 डोंगरगढ़ के जनपद सदस्य श्रीमती अनीता राम खिलावन साहू, सेक्टर प्रभारी ओम दत्त वर्मा, हरि महाराज शुक्ला, नेतराम साहू ग्राम पटेल, डीगेश सिन्हा, लोकेश्वर प्रसाद शुक्ला, गोरख दास साहू, मोरध्वज सिन्हा, समालिया राम साहू ने सभी मिलकर क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू को बहुत.बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया है। यह जानकारी योग दास साहू ने दी है।

राजनांदगांव / शौर्यपथ / सगढ़ सरकार की अभिनव पढ़ई तुंहर दुआर योजना तहत गुरू तुझे सलाम की गूंज गांव के गली, चौराहों में भी होने…

राजनांदगांव / शौर्यपथ / शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी टोपेश्वर वर्मा ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के सामुदायिक संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले में संचालित अनुमति प्राप्त दुकानों, व्यवसायिक एवं अन्य प्रतिष्ठानों के संचालन के समयावधि में परिवर्तन किया है। आदेश में कहा गया है कि जिले के वर्तमान स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए अनुमति प्राप्त दुकानों, व्यवसायिक एवं अन्य प्रतिष्ठानों को सुबह 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालन की अनुमति है। इसके साथ ही समय-सीमा और साप्ताहिक अवकाश के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। सभी दुकान संचालकों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को मास्क एवं सेनेटाइजर के नियमित उपयोग तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। 

० छत्तीसगढ़ पैरेट्स एसोसियेशन ने योजना को लेकर उठाये कई सवाल० बाल आयोग और शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर दर्ज कराई गई आपत्ति राजनांदगांव ।…

// अब स्पष्ट है कि झीरम की साजिश की जांच से भाजपा क्यों डरती है
// झीरम की घटना को लेकर कांग्रेस ने बार-बार कहा है कि इसकी साजिश में किसकी भूमिका थी यह पता किया जाये
// भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष का माओवादियों के मददगार के रूप में 10 साल तक काम करना बहुत कुछ स्पष्ट करता है
// झीरम की घटना की साजिश की समुचित जांच कराने और अपराधियों को सजा दिलवाने का मोदी जी का वादा मोदी जी के अन्य वादों की तरह अभी तक अधूरा है


   रायपुर / शौर्यपथ / भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक का पुत्र जगत पुजारी के विगत 10 वर्षों से माओवादियों को सप्लाई पहुंचाने के खुलासे पर प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अब स्पष्ट हो गया है कि झीरम की साजिश की जांच से भाजपा क्यों डरती है। माओवादियों के मददगार भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक के पुत्र जगत पुजारी की गिरफ्तारी सिर्फ उस आग का धुंआ मात्र है जो 15 वर्षों के भाजपा शासनकाल में सुलगती रही।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक के पुत्र का माओवादियों के मददगार के रूप में 10 साल से काम करने की घटना उजागर होने से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की रमन सिंह सरकार के 15 साल के शासनकाल में माओवाद कैसे क्यों और किस की मदद से फला फूला ? 2003 में जब भाजपा की रमन सिंह सरकार ने शासन संभाला था उस समय दक्षिण बस्तर के 3 ब्लाकों तक सीमित माओवाद ने भाजपा के 15 साल के शासनकाल में बढ़ते बढ़ते प्रदेश के 14 जिलों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। भाजपा के भ्रष्टाचार कमीशन खोरी और कुशासन को माओवाद का विस्तार बहुत सूट करता था। 15 साल तक दिखावे के लिए माओवाद का विरोध और अंदर अंदर माओवाद को सहयोग अब पूरी तरह से बेनकाब हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि झीरम की घटना को लेकर कांग्रेस ने बार-बार कहा है कि झीरम कांड की साजिश में किसकी भूमिका थी यह पता किया जाये। 25 मई 2013 को राजभवन में दिए गए ज्ञापन से लेकर सड़क से सदन तक कांग्रेस ने लगातार झीरम की घटना के आपराधिक राजनैतिक षड्यंत्र की जांच की मांग की है। पहले भाजपा की राज्य सरकार और उसके बाद भाजपा की केंद्र सरकार भी झीरम की जांच को बाधित करने में लगी रही।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मई 2014 में भाजपा के उस समय के प्रधानमंत्री पद के घोषित प्रत्याशी और वर्तमान में विगत 6 वर्षों से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमतरी की आमसभा में छत्तीसगढ़ की जनता से वादा किया था कि उनकी सरकार बनने के बाद वह झीरम की घटना की साजिश की समुचित जांच कराएंगे और अपराधियों को सजा दी जाएगी । मोदी जी के अन्य वादों की तरह यह वादा भी अभी तक अधूरा है।

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के सदस्य और प्रवक्ता आर पी सिंह ने एक बयान जारी करके कहां है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का शराब पर बयान पढ़कर पुरानी कहावत याद आ गई "नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली"। डॉ रमन सिंह को भूपेश बघेल सरकार पर शराब संबंधी कोई भी आरोप लगाने से पहले इन सवालों के जवाब प्रदेश की जनता के समक्ष देने चाहिए।

1- छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री का सरकारी करण करके गांव गांव गली गली में शराब की नदी बहा देने वाले रमन सिंह आखिरकार किस मुंह से शराबबंदी की वकालत करते हैं?
2- डॉ रमन सिंह जी को अपने कैबिनेट की वह बैठक तो याद होगी जिसमें तेजतर्रार मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे जी ने यह जानना चाहा था कि शराब की बिक्री से मिलने वाला 1000 करोड़ रुपए से अधिक का कमीशन किसकी जेब में जाता है?
3- अगर डॉक्टर रमन सिंह को शराब से इतनी ही नफरत थी तो 15 वर्षों में शराबबंदी क्यों नहीं की?
4 - रमन सिंह को प्रदेश की जनता को यह भी बताना चाहिए आखिर वह कौन से कारण थे जिसके चलते शराब बिक्री का व्यवसाय निजी हाथों से छीनकर सरकारी हाथों में लेना पड़ा ?
5 - प्रदेश की जनता यह भी जानना चाहती है की रमन सरकार में शराब बिक्री के सरकारीकरण होते ही बियर का एक विशेष ब्रांड ही हर दुकान में क्यों बिकता था और उस ब्रांड का भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ क्या संबंध है ?
6- क्या यह सच नहीं है कि रमनसिंह जी ही के शासनकाल में शराब से मिलने वाला राजस्व 400 करोड़ रुपए से बढ़ते बढ़ते लगभग 5000 करोड़ के आसपास पहुंच गया था। शराब बिक्री की इस अप्रत्याशित वृद्धि की वजह क्या थी?
7 - क्या यह सही नहीं है कि प्रदेश की जनता शराब की बेतहाशा बिक्री के चलते ही उन्हें चाउर वाले बाबा की जगह दारू वाले बाबा के नाम से पुकारने लगी थी?
8 - पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में खरीद फरोख्त करके भाजपा की सरकार बनाई गई है क्या वहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अमले से शराब नहीं बिकवा रहे हैं? वह भी महिला कर्मियों से।
डॉ रमन सिंह को अपना और भाजपा का पक्ष स्पष्ट करने के लिए जनता के इन 8 सवालों का जवाब जरूर देना चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य और प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि कांग्रेस का विधानसभा चुनाव का घोषणापत्र 5 वर्षों के लिए है और भूपेश बघेल सरकार शराबबंदी के लिए दृढ़ संकल्पित है। यह रमन सिंह सरकार ने 15 वर्ष में न जाने कितने वादे तोड़े न जाने मतदाताओं से कितनी धोखाधड़ी की वह कम से कम अभी तक हर वादा समय पर पूरा करने वाली भूपेश बघेल सरकार पर बयान बाजी ना करें । सूपा बोले तो बोले चलनी भी बोले जिसमें 72 छेद।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)