December 27, 2024
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान,सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में दुर्ग नगर निगम को देश में छठवां स्थान प्राप्त हुआ
   दुर्ग /शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत राज्य शासन के एक वर्ष की उपलब्धि शहर क्षेत्रो में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना नगर निगम दुर्ग क्षेत्र अंतर्गत 04 सामान्य एमएमयू तथा 01 दाई-दीदी क्लिनिक द्वारा वार्डों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
बीते 1 वर्ष अंतर्गत मोबाइल मेडिकल युनिट के माध्यम से कुल 1304 कैम्प  का आयोजन दुर्ग निगम क्षेत्र अंतर्गत किया गया है जिसमे कुल 89 हज़ार से अधिक हितग्राहियों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया साथ ही 21 हज़ार से अधिक मरीजों का निशुल्क रक्त जांच किया गया उपचार उपरांत मेडिकल टीम द्वारा 73.5 हज़ार मरीजों को दवाइयां उपलब्ध करवाई गई।।
योजना के माध्यम से पिछले 01 वर्ष में कुल 32191 पुरुषों , 48527 महिलाओं, 8944 बच्चों एवं 15 तृतीय लिंग को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई गई।इस प्रकार पुरषों की तुलना में 60% अधिक महिलाओं ने योजना का लाभ प्राप्त किया है।
-ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान:
शासन की एक वर्ष की उपलब्धि में निगम सीमा अंतर्गत में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान,निगम क्षेत्र में खाद निर्माण एवं विक्रय तथा सूखे अपशिष्ट के पुनर्चक्रीकरण से प्राप्त आय से स्वच्छता दीदियों की आर्थिक स्थिति में सुधार इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अभिसरण से स्वच्छता दीदियों को आजीविका के अवसर प्राप्त हुए के साथ ही सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में दुर्ग नगर निगम को देश में छठवां स्थान प्राप्त हुआ।
-योजना अंतर्गत मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, किशोरी बालिकाओं, स्कूल एवं महाविद्यालय की छात्राओं के लिए विशेष शिविर के माध्यम स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।साथ ही सफाई मित्र सुरक्षा शिविर के माध्यम वार्डों में कार्यरत सभी (स्वास्थ्य कर्मियों) स्वच्छता दीदियों का निःशुल्क जांच शिविर के माध्यम से किया जा रहा है।इस प्रकार उपरोक्त योजना शहर के गरीब, मजदूर, कमजोर आयवर्ग एवं जरूरतमंद परिवारों विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं, बालिकाओं एवं बच्चों के लिए वरदान सिद्ध हुई है एवं इलाज में होने वाले जांच और उपचार से परिवार पर पड़ने वाले आर्थिक मार से मुक्ति हुई है। इस कारण लाभान्वित जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस योजना की सराहना की जा रही है।

राज्य के एक वर्ष पूरे होने पर 562 हितग्राहियों को मिली मकान की पूरी किश्त
  दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत एक साल सफलता पूर्वक पूर्ण है! प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार के महत्वपूर्ण योजना है जिसकी क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार हर प्रकार से अपने हितग्राहियों के आवास की समस्या को ध्यान में रखते हुए ताकि मकान के अभाव कोई भी व्यक्ति ना रहे ! आम जनता के हितो को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक के अंतर्गत ऐसे हितग्राही जिनकी आय 3 लाख से कम हो, स्वयं की जमीन हो ऐसे हितग्राहियों  को 30 वर्ग मीटर एरिया में मकान बनवाकर देने का प्रावधान रखा गया था !
इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्य घटक एएचपी अंतर्गत ऐसे हितग्राही है जिनके पास जमीन तथा मकान नहीं है, जो कि 2015 के पूर्व से शहरी क्षेत्र में निवासरत थे, या जो किराए के मकान में रहते थे उन्हें 1 बीएचके का फ्लैट बनवाकर दिया गया ! पात्र हितग्राहियों को फ्लैट मकान आवंटित  भी किया जा चुका है!
बीएलसी अतर्गत मकान के दस्तावेज सहित लगभग 700 आवेदन में से पात्र 562 हितग्राहियो को मकान बनाकर आबंटित किया जा चूका है जो कि सफलता और सुखी पूर्वक अपने घर में निवासरत है ! वर्तमान में बीएलसी घटक अंतर्गत 3335 के लक्ष्य अनुसार 3247 मकान पूर्ण किया जा चुका है तथा 78 प्रगतीरत है जो कि 98 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है ! 15 नवंबर 2024 को प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण 2.0  का शुभारंभ किया गया।
दूसरे चरण में ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियो को योजना का लाभ दीये जाने हेतु पात्र हितग्राहियों को छूट दिया गया तथा ऐसे हितग्राही जो की 31 अगस्त 2024 के पूर्व से निवासरत है तथा जिनके पास जमीन के दस्तावेज है, आए तीन लाख से कम तथा जाति प्रमाण पत्र है उन्हें लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है !
जिसकी एवज में त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है वर्ल्ड वॉर प्रत्येक वार्ड में शिविर आवेदन कर सर्वे कर आवेदन पत्र भरवारा जा रहा है ! कमिश्नर सुमित कुमार अग्रवाल नें प्रधानमंत्री आवास के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को सख्त हिदायत दिया हुआ है कि योजना के लाभ से कोइ भी हितग्राही वंचित नहीं होना चाहिए !बचे हुए कार्यो को जल्द से जल्द निपटाए।

  रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर शासन की उपलब्धियों और जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति नागरिकों को जागरूक करने जनसंपर्क विभाग द्वारा  मरीन ड्राइव, तेलीबांधा, रायपुर में 17 दिसंबर को खुशहाल एक साल कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है । यह कार्यक्रम शाम 6.30 बजे  से रात 9.30 बजे तक होगा जिसमें विभिन्न तरह की मनोरंजक गतिविधियों और गेम्स का आयोजन भी होगा। इसमें प्रत्येक आयु वर्ग के लोग भाग ले सकते हैं । कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में पूछे गए रोचक प्रश्नों का सही उत्तर देने पर तत्काल गिफ्ट/गिफ्ट वाउचर मौक़े पर ही दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बाबा गुरू घासीदास जयंती की दी बधाई  
    रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सतनाम पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरू घासीदास जी की 18 दिसम्बर को जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री साय ने कहा है कि बाबा गुरू घासीदास जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। उन्होंने सम्पूर्ण मानव जाति को ’मनखे-मनखे एक समान’ का प्रेरक संदेश देकर समानता और मानवता का पाठ पढ़ाया। बाबा जी ने छत्तीसगढ़ में सामाजिक और आध्यात्मिक जागरण की आधारशिला रखी। उन्होंने लोगों को मानवीय गुणों के विकास का रास्ता दिखाया और नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की। श्री साय ने कहा कि गुरू घासीदास जी का जीवन दर्शन और विचार मूल्य आज भी प्रासंगिक और समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने सभी बलों और एजेंसियों को मार्च, 2026 तक वामपंथी उग्रवाद को पूर्णतया समाप्त करने के लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में संयुक्त प्रयास करने को कहा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार मार्च, 2026 तक नक्सलवाद को पूर्णतया समाप्त करने के प्रति कटिबद्ध है
हमारे सुरक्षाबलों के कारण पिछले एक साल में नक्सलियों को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचा है जो एक बहुत बड़ी सफलता है
CRPF, ITBP, BSF, छत्तीसगढ़ पुलिस और DRG मिलकर एक साल में बहुत बड़े लक्ष्य की ओर बढ़े हैं और निश्चित रूप से मार्च, 2026 से पहले ही हम नक्सलवाद को समाप्त कर देंगे
इससे पहले, आज केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने बीजापुर में सुरक्षाबलों की गुण्डम फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस का दौरा किया और बलों की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की
श्री अमित शाह ने जवानों को 2024 में नक्सलवाद के खिलाफ मिली अप्रत्याशित सफलता पर बधाई दी और उन्हें इसी जोश के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया
   रायपुर/शौर्यपथ/ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में राज्य में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, केन्द्रीय गृह सचिव श्री गोविंद मोहन, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री ने सभी बलों और एजेंसियों को मार्च, 2026 तक वामपंथी उग्रवाद को पूर्णतया समाप्त करने के लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में संयुक्त प्रयास करने को कहा।
बैठक के बाद अपने समापन संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में छत्तीसगढ़ पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने बहुत अच्छे और समन्वित तरीके से काम किया है। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबलों के कारण पिछले एक साल में नक्सलियों को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचा है जो एक बहुत बड़ी सफलता है। श्री शाह ने कहा कि मार्च, 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में अभी हमें काफी काम करना बाकी है और इसमें NIA की बहुत प्रमुख भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि CRPF, ITBP, BSF, छत्तीसगढ़ पुलिस और DRG मिलकर एक साल में बहुत बड़े लक्ष्य की ओर बढ़े हैं और निश्चित रूप से मार्च, 2026 से पहले ही हम नक्सलवाद को समाप्त कर देंगे।
इससे पहले, आज केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बीजापुर में गुण्डम फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस का दौरा किया और बलों की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की।
श्री अमित शाह ने जवानों को 2024 में नक्सलवाद के खिलाफ मिली अप्रत्याशित सफलता पर बधाई दी और उन्हें इसी जोश के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे मार्च, 2026 तक देश को पूरी तरह से इस समस्या से मुक्ति दिलाई जा सके।

शासन की सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ग्रामीणों को किया प्रेरित

 

  रायपुर / शौर्यपथ / माओवादी आतंक से प्रभावित बीजापुर जिले के गुण्डम गांव में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महुआ पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से आत्मीयतापूर्वक खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हमने माओवादी आतंक को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, जिसका परिणाम है कि आज नक्सलवाद एक छोटे से दायरे में सिमट कर रह गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा उपस्थित थे।

  
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि माओवादी आतंक के भय से ग्रामीणों को मुक्त कराने के लिए बस्तर के विभिन्न स्थानों में सुरक्षा कैम्प स्थापित किए गए है। बस्तर अंचल में अमन और शांति का वातावरण स्थापित हो रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से ज्यादा से ज्यादा योजनाओं से जुड़ कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। श्री शाह ने कहा कि बच्चों को स्कूल अवश्य भेंजे। शिक्षा से ही विभिन्न समस्याओं का समाधान निकलेगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि गुण्डम के नजदीक स्थापित कैम्प में अस्पताल की सुविधा भी है जहां निःशुल्क उपचार हेतु ग्रामीण निःसंकोच होकर जाएं और झाड़-फूंक के भरोसे न रहें। उन्होंने ग्रामीणों को निःशुल्क 35 किलो चांवल, महतारी वंदन योजना सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया।
उन्होंने गांव में स्थित प्राथमिक शाला का अवलोकन कर बच्चों से पढ़ाई सम्बधी जानकारी ली और नियमित स्कूल आने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। वहीं उन्होंने महिलाओं को भी शिक्षा के लाभ से अवगत कराया। गृहमंत्री अमित शाह ने ग्रामीणों हेतु जन सुविधा शिविर लगाकर आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य सभी आवश्यक दस्तावेज बनाने के निर्देश कलेक्टर को दिए। उन्होंने कहा शासन कि समस्त योजनाओं का लाभ लेने के लिए बैंक पासबुक अनिवार्य है, इसलिए सभी का बैंक पासबुक जरूरी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक वर्ष के भीतर गांव में सड़क, बिजली, स्कूल,अस्पताल, पेयजल जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

 

छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है जहां कुदरत ने अपनी संपदा को भरपूर मात्रा में बांटा है-केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देशभर में किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों के तहत पशुपालन और डेयरी उद्योग को दिया जा रहा बढ़ावा

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ ने सहकारी विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में आज दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। यह पहल प्रदेश में डेयरी और वन उपज विकास को गति देने के साथ ही आदिवासी समुदाय और किसानों के उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के बीच डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए समझौता हुआ। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित और राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) के बीच एक और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है, जहां कुदरत ने अपनी संपदा को भरपूर मात्रा में बांटा है। यहां न तो पानी की कमी है, न भूमि की और न मेहनतकश लोगों की। आवश्यकता थी केवल एक अच्छी शुरुआत की। आज के इस कार्यक्रम में डेयरी और वन उपज के क्षेत्र में दो नई और सकारात्मक शुरुआत हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया यह समझ चुकी है कि हमारे खानपान में रासायनिक तत्वों की बढ़ती मात्रा के कारण कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और थायरॉइड जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। ऑर्गेनिक खेती न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह पर्यावरण और भूमि की उर्वरता के लिए भी अनुकूल है।

उन्होंने गुजरात के अनुभव साझा करते हुए बताया कि वहां देसी गाय के गोबर से ऑर्गेनिक खाद बनाकर 21 एकड़ भूमि पर खेती सफलतापूर्वक की जा रही है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से हम कृषि को लाभकारी बना सकते हैं और भूमि की उर्वरता को पुनर्जीवित कर सकते हैं। वन उपज के विकास को लेकर उन्होंने कहा कि आज से जनजातीय समुदाय की वन उपज, जो पहले कौड़ियों के दाम पर बिक जाती थी, अब सर्टिफिकेशन और बेहतर मार्केटिंग के माध्यम से उचित मूल्य पर बेची जाएगी। इससे आदिवासी समुदाय को सशक्त करने और उनकी आय में वृद्धि करने में मदद मिलेगी। उन्होंने राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) की स्थापना को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इसके तहत देशभर में जैविक उत्पादों का परीक्षण और सर्टिफिकेशन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार और इन योजनाओं से जुड़े सभी अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह कदम प्रदेश को विकास और समृद्धि की दिशा में ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।
     मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों के तहत पशुपालन और डेयरी उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने इस पहल को ’डबल इंजन सरकार’ के तेजी से काम करने और परिणाम देने की कार्यशैली का उदाहरण बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समझौते के माध्यम से प्रदेश में तकनीकी उन्नयन, पेशेवर अनुभव और डेयरी उद्योग के विकास में एनडीडीबी की विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा। डेयरी उद्योग से न केवल रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और प्रदेशवासियों के पोषण स्तर में भी सुधार होगा। दूध उत्पादन के बढ़ने से सुपोषण अभियान को नई दिशा मिलेगी, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य और विकास में सहायता मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 621 सहकारी समितियां कार्यरत हैं। इस समझौते के माध्यम से आगामी तीन वर्षों में 3200 नई समितियों की स्थापना के साथ 3850 गांवों को जोड़ा जाएगा। साथ ही, 6 जिलों के 300 गांवों में मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना की जाएगी। दुग्ध संकलन, जो वर्तमान में प्रतिदिन 75,000 किलोलीटर है, अगले तीन वर्षों में 5 लाख किलोलीटर प्रतिदिन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, 220 बल्क मिल्क कूलर इकाइयों की स्थापना की जाएगी।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में सहकारी समितियों से 16,324 पशुपालक जुड़े हुए हैं, जिन्हें निकट भविष्य में बढ़ाकर 1.5 लाख किया जाएगा। इन पशुपालकों को आधुनिक तकनीक और मशीनों की सहायता से दूध की जांच और तत्काल भुगतान की सुविधा प्रदान की जाएगी। अनुसूचित वर्ग के लोगों को दो दुधारू गाय प्रदान करने की योजना से डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, इन गांवों में बायोगैस और बायो फर्टिलाइजर प्लांट की स्थापना से किसानों की आय में वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर के लिए केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह का विशेष रूप से आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह समझौता उनकी दूरदृष्टि और मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने एनडीडीबी और छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ के सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह साझेदारी प्रदेश को विकास और समृद्धि की दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों से अपील की कि वे सहकारी समितियों से जुड़कर अपनी आय में वृद्धि करें और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहभागी बनें। यह समझौता प्रदेश के डेयरी उद्योग और ग्रामीण विकास के लिए एक नई दिशा और नई ऊर्जा प्रदान करेगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड के प्रतिनिधि, दुग्ध सहकारी समिति से जुड़े किसान, महिला किसान, वनोपज सहकारी समिति के सदस्य उपस्थित थे।

गुण्डम कैम्प में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, डीआरजी सहित सुरक्षा बल के जवानों से किया सीधा संवाद
केन्द्रीय गृहमंत्री से संवाद कर जवानों के हौंसले हुए बुलंद
नक्सलमुक्त भारत में सुरक्षा बलों के जवानों का नाम स्वर्णिम अक्षर में लिखा जाएगा

रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने के अपने मिशन के तहत आज बीजापुर के सुदूर एवं माओवाद प्रभावित क्षेत्र गुण्डम में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों के बीच पहुंचे। उन्होंने स्थित केन्द्रीय रिजर्व बल 153वीं वाहिनी बटालियन के कैम्प में सीआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी सहित सुरक्षा बल के जवानों के साथ संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों से सीधे नक्सल ऑपरेशन की मैदानी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जवानों के साथ दोपहर का भोजन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा और पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा की विगत एक वर्ष में बस्तर को नक्सल मुक्त करने नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना की गई है, जिसका सकारात्मक परिणाम यह रहा है की हमारे जवानों को नक्सल ऑपरेशन में लगातार सफलता मिली। बहुत बड़ी संख्या में नक्सली मारे गये, नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और उनकी गिरफ्तारी हुई। वह दिन दूर नहीं जब बस्तर और हमारा देश नक्सल प्रभाव से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त भारत बनाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि नक्सलमुक्त अभियान में सीआरपीएफ, बीएसएफ, कोबरा, छत्तीसगढ़ पुलिस, बस्तरिया बटालियन सहित सभी सुरक्षाबलों का महत्वपूर्ण योगदान है।

श्री अमित शाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज नक्सलवाद समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है। उन्होने कहा कि सुरक्षा कैम्प के दायरे में आने वाले गांवों में सुरक्षाबल के अधिकारी यह अवश्य देखें की शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर कितनी अच्छी तरह हो रहा है, लोगों को उनके अधिकार मिल रहे हैं कि नही। शासन की योजनाओं का समुचित ढंग से लाभ ग्रामीणों को मिलते रहेगा तो वे शासन और प्रशासन के प्रति समर्पित भाव से सहयोग करेंगे और विकास की ओर अग्रसर होंगे।

गृहमंत्री ने कैम्प परिसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान अर्न्तगत किया वृक्षारोपण

गुण्डम की शासकीय उचित मूल्य दुकान का किया शुभारंभ

बीजापुर के गुण्डम प्रवास के दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने कैम्प परिसर में बरगद का पौधा तथा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सल्फी का पौधा रोपा। उन्होंने इस मौके पर कैम्प परिसर के सामने नवीन शासकीय उचित मूल्य दुकान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीआरपीएफ, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

 *समाज की मजबूती है संस्कृति: रोकें विकृति- डॉ  अलंग*
 रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग के सहयोग से बहुमत संस्था तथा श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन के द्वारा साहित्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन भिलाई निवास में किया गया।
   कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध लेखक डॉ संजय अलंग (आई ए एस) ने मानव समाज में सभ्यता -संस्कृति की उपादेयता को रेखांकित किया।विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अजय मंडावी,ई व्ही  मुरली ने भी लोकजीवन पर विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में लोकनाट्य,चित्रकला जनजातीय जीवन, तालाब और जनजीवन पर क्रमशः विजय मिश्रा 'अमित,डॉ सुनीता वर्मा, डुमन लाल ध्रुव और गोविंद पटेल ने रोचक जानकारियों से संगोष्ठी को सार्थक किया।
      इसी क्रम में आयोजित सम्मान समारोह के अंतर्गत सर्वश्री लोक बाबू, दुर्गा प्रसाद पारकर, देवेंद्र गोस्वामी, राजेंद्र सोनबोईर, मयंक चतुर्वेदी, मो.जाकिर हुसैन, श्वेता उपाध्याय, रौनक जमाल, कमलेश चंद्राकर, डॉ संजय दानी, डुमन लाल ध्रुव एवं विजय मिश्रा 'अमित' को साहित्य धर्मिता के कुशल निर्वहन हेतु चतुर्भुज मेमोरियल कृति सम्मान से विभूषित किया गया।
   इस अवसर बहुमत के संस्थापक विनोद मिश्र ने स्वागत उद्बोधन के साथ ही बहुमत और चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वहन डॉ अरुण श्रीवास्तव,राजीव चौबे ,मुमताज, नरेंद्र बंछोर, सीमा श्रीवास्तव,श्वेता उपाध्याय सुमन कन्नौजे,जसवीर कौर ने सफलता पूर्वक किया। समारोह में दुर्ग,भिलाई, रायपुर के साहित्यकार बड़ी संख्या में शामिल हुए।


गृह मंत्री ने हिंसा में लिप्त युवाओं से हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में हथियार छोड़ मुख्यधारा में शामिल हुए छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और असम के लोगों से मुलाकात की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में 15 हज़ार से अधिक आवासों को बनाने को मंज़ूरी दी
नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में हर परिवार को एक गाय या भैंस देकर डेयरी कोऑपरेटिव बनाने की शुरूआत भी की जा रही है
जब बस्तर की एक बच्ची ओलंपिक में पदक जीतेगी, वो पूरी दुनिया को संदेश जाएगा कि हिंसा रास्ता नहीं है बल्कि विकास रास्ता है
छत्तीसगढ़ सरकार ने सबसे अच्छी सरेंडर पॉलिसी बनाई है और इसे पूरे देश में रेप्लिकेट करके हथियार छोडऩे वाले युवाओं को समाज में पुनस्र्थापित किया जाएगा
मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं की सबसे पहली प्राथमिकता बस्तर है
हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आने वाले लोगों ने मोदी जी पर भरोसा किया है, उनका भरोसा टूटेगा नहीं और ऐसे लोगों को देख कई युवा हथियार छोड़ विकास की यात्रा में शामिल होंगे

 रायपुर / शौर्यपथ /

   केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और असम के उन लोगों से मुलाकात की जो हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
   मुलाकात के बाद अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि 2019 में कश्मीर, उत्तरपूर्व और नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र में देश के युवा हथियार लेकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे थे, हिंसा कर रहे थे और पूरे क्षेत्र को विकास से दूर रखते थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ये तय किया गया था कि जो लोग हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें ये मौका दिया जाए। श्री शाह ने कहा कि 2019 से 2024 तक सिर्फ नॉर्थईस्ट में ही 9000 से अधिक लोगों ने हथियार छोड़कर सरेंडर किया है।


   उन्होंने कहा कि इसी प्रकार नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र में भी कई युवाओं ने सरेंडर किया है और अब भारत सरकार ऐसे लोगों और नक्सलवाद से पीडि़त लोगों के कल्याण के लिए समग्र योजना बना रही है। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में 15 हज़ार मकान बनाने को मंज़ूरी दी है। इसके साथ ही, नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में हर परिवार को एक गाय या भैंस देकर डेयरी कोऑपरेटिव बनाने की शुरूआत भी की जा रही है।
  केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद नक्सलवाद मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया गया था। उन्होंने कहा कि हिंसा रास्ता नहीं है, बल्कि जिन लोगों ने हथियार उठा रखे हैं, उन्हें मेनस्ट्रीम में वापिस लाना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार  ने सबसे अच्छी सरेंडर पॉलिसी बनाई है और इसे पूरे देश में रेप्लिकेट करके हथियार छोडऩे वाले युवाओं को समाज में पुनस्र्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।
  श्री अमित शाह ने हिंसा में लिप्त युवाओं से अपील की कि वे हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आ जाएं। उन्होंने बस्तर ओलंपिक के बारे में बात करते हुए कहा कि बस्तर के होनहार बच्चे भारत का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि 2025 से 2036 के ओलंपिक तक बस्तर के बच्चों को पदक जीतने के योग्य बनाने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। श्री शाह ने कहा कि जब बस्तर की एक बच्ची 2036 के ओलंपिक में पदक जीतेगी, वो नक्सलवाद को एक मज़बूत जवाब और पूरी दुनिया को संदेश होगा कि हिंसा रास्ता नहीं है बल्कि विकास रास्ता है।


  केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि अब बहुत कम क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि जो हिंसा में लिप्त हैं, वे भी हमारे अपने ही लोग हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के नागरिकों को स्कूल, दवाखाने, अस्पताल, मुफ्त अनाज, बिजली, शौचालय, पानी चाहिए और इन सभी सुविधाओं को आपके गांवों तक पहुंचाने की जि़म्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं की सबसे पहली प्राथमिकता बस्तर है। उन्होंने कहा कि हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आने वाले लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी जी पर भरोसा किया है और उनका ये भरोसा टूटेगा नहीं और ऐसे लोगों को देखकर कई युवा हथियार छोड़कर विकास की यात्रा में शामिल होंगे।

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