November 21, 2024
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Naresh Dewangan

Naresh Dewangan

जगदलपुर / शौर्यपथ। पति के दीर्घायु व रक्षा के लिए सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को दिनभर हरतालिका तीज व्रत कर निर्जला उपवास रखा। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति के लंबी उम्र के लिए करती है। इस पर्व के दिन जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति और पुत्र के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती है। वहीं कुवांरी लड़कियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं। 

 

इस पर्व को लेकर शहर के रश्मि देवांगन, रीना देवांगन, बबली लहरे, हेमलता देवांगन ने बताया की तीज पर्व भाद्रपद (भादो) महीने के शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है। पति की दीर्घायु एवं परिवार के सुख समृद्धि के लिए यह व्रत मायके मे रखा जाता है। सुहागिन तीज मनाने के लिए अपने मायके जाती है जिन महिलाओं का मायके जाना संभव नही हो पाता है उनके द्वारा अपने ससुराल में ही रहकर इस उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है । हरतालिका तीज के एक दिन पहले गुरुवार को सुहागिनों ने हिंदू परंपरा के अनुसार रात में करेला-चावल (करू भात) ग्रहण कर निर्जला व्रत प्रारंभ किया। इस व्रत को महिलाये निर्जला उपवास रखकर आस पास के नदी या तलाब से बालू की मिट्टी निकाल शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूजा करती हैं, और पति के दीर्घायु होने की कामना करती है। इस पर्व के दिन जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति और पुत्र के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस पूजा के पूजन सामग्री में प्रमुख रूप से गीली मिट्टी, बेल पत्र शमी पत्र, केले का पत्ता, धतूरे का फल और फूल, अकांव का फूल, तुलसी, मंजरी, जनेउ, वस्त्र, मौसमी फल फूल, नारियल, कलश, अबीर, चंदन, घी, कपूर, कुमकुम, दीपक, दही, चीनी, दूध और शहद आदि की आवश्यकता होती है।

जगदलपुर, शौर्यपथ। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल अपने बस्तर जिले के प्रवास में डीमरापाल स्थित मेडिकल अस्पताल और महारानी जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने मेडिकल अस्पताल के निरीक्षण में अस्थि वार्ड, शिशु वार्ड, नर्सिंग वार्ड, ऑपरेशन थियेटर का जायजा लिया और महारानी अस्पताल में ओपीडी वार्ड, शिशु वार्ड एवं अन्नपूर्णा रसोई कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम पूछा, अस्पताल से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। शिशु वार्ड में बच्चों को फल का भी वितरण किए। उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता को बेहतर रखने, ऑपरेशन थियेटर में आवश्यक संसाधनों के लिये प्रस्ताव देने और मरीजों के परिजनों के प्रतीक्षालय कक्ष में टीवी लगाने के निर्देश दिए। साथ ही महारानी अस्पताल में संचालित अन्नपूर्णा रसोई घर के मॉडल को अन्य जिलों में लागू करवाने के दिए निर्देश दिए। मंत्री ने मेडिकल अस्पताल में बाथरूम और किचन की पानी निकासी की समस्या के निराकरण हेतु सीजी मेडिकल हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देशित किए। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के शौचालय का भी निरीक्षण स्वास्थ्य मंत्री ने किया और सफाई व्यवस्था के लिए सराहना की। निरीक्षण के दौरान सांसद महेश कश्यप,विधायक किरण देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, गणमान्य जनप्रतिनिधि, एसीएस मनोज पिंगुआ, मिशन संचालक जगदीश सोनकर, कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, प्रभारी डीन डॉ नवीन दूल्हानी,अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू सहित अस्पताल प्रबंधन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जगदलपुर , शौर्यपथ। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बस्तर के आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो। इस हेतु शासन हर आवश्यक संसाधन तत्काल उपलब्ध कराने को तत्पर है। उन्होंने नवीन सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल के निर्माण कार्य को दो माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल के निर्माण कार्य हेतु दस करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति दी। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल की अध्यक्षता में स्व.श्री बलीराम कश्यप स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के काउन्सिल हॉल में स्वशासी समिति की बैठक आयोजित थी। मंत्री ने कहा कि अस्पताल में मरीजों की हेल्प डेस्क में हॉस्पिटालिटी मैनेजमेंट से संबंधित व्यक्तियों को रखे, अस्पताल की सुरक्षा में पूर्व सैनिक के नेतृत्व सिक्योरिटी की व्यवस्था हो, सीसीटीवी की व्यवस्था, आपातकाल के लिए हर कमरा में अलार्म की व्यवस्था, आधारभूत संरचना, मानव संसाधन के प्रस्ताव देने के निर्देश दिए।

 

स्वशासी समिति की बैठक में मानव संसाधन स्वीकृत सेटअप के आधार पर रिक्त पद, आवश्यक जांच-उपकरणों की कमी, एएमसी- सीएमसी हेतु आवश्यक अतिरिक्त बजट, नवीन सुपरस्पेशियल्टी अस्पताल डिमरापाल में मानव संसाधन की भर्ती एवं आवश्यक संसाधन बिन्दुओं पर चर्चा किया गया। इसके अलावा छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ने के पश्चात् हॉस्टल की क्षमता में वृद्धि करने, लेक्चर थियेटर, स्टॉफ क्वार्टर्स की आवश्यकता, बायो-मेडिकल वेस्ट के निपटान, युटिलिटी सेण्टर, कैन्टिन के निर्माण, छात्र-छात्राओं हेतु व्यायाम शाला, स्वशासी मद के आय-व्यय पर चर्चा किया गया। इसके अलावा चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय डिमरापाल जगदलपुर के अंतर्गत आवश्यक संसाधनों के विषय पर भी चर्चा किया गया।निरीक्षण के दौरान सांसद महेश कश्यप,विधायक किरण देव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, एसीएस मनोज पिंगुआ, एनएचएम मिशन संचालक जगदीश सोनकर, कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, प्रभारी डीन डॉ नवीन दूल्हानी,अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू सहित अस्पताल प्रबंधन और स्वशासी समिति के अन्य सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे।

जगदलपुर, शौर्यपथ। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शुक्रवार को जगदलपुर के डिमरापाल में निर्माणाधीन 240 सीटर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और इसे प्रदेश का सबसे अच्छा अस्पताल बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में इस अस्पताल को सर्वसुविधायुक्त और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित बनाया जाएगा,ताकि बस्तर के लोगों को बड़े शहरों की तरह चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। 

          स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान अस्पताल के निर्माण स्थिति की पूरी जानकारी ली और थर्ड फ्लोर तक भ्रमण कर विभिन्न वार्डों के निर्माण सहित एमआईआर,सिटी स्कैन तथा ऑपरेशन कक्ष इत्यादि का अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल भवन के निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति दी और भवन को दो माह में पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए। साथ ही हॉस्पिटल को अपग्रेड करने के लिए भी प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सांसद बस्तर शुरू महेश कश्यप,विधायक जगदलपुर किरणदेव,विधायक चित्रकोट विनायक गोयल,पूर्व सांसद दिनेश कश्यप,पूर्व विधायक बैदूराम कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुवा,आईजी बस्तर सुन्दरराज पी.,कलेक्टर विजय दयाराम के.,पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा,सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

जगदलपुर, शौर्यपथ। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों को सुदृढ़ किया जा रहा है। जिसके तहत अत्याधुनिक सुविधाओं की उपलब्धता सहित उपकरणों तथा मानव संसाधन की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल शुक्रवार को सर्किट हाउस जगदलपुर में स्वास्थ्य विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

         स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बैठक के दौरान कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर धरातल पर परिणाममूलक कार्य करें। व्यापक जनजागरूकता निर्मित करने सहित दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता,कॉम्बेट दलों का बेहतर उपयोग तथा रेपिड रिस्पांस टीम को सक्रिय रखकर मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार पर ध्यान केंद्रीत करें। उन्होंने बस्तर को मलेरिया मुक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम करने आवश्यकता जतायी और जांच एवं उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता देने कहा। साथ ही मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण एवं मलेरिया कीटनाशक दवाई के छिड़काव पर जोर दिया। 

 

*अस्पतालों की स्वच्छता एवं भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर बल*

 

         स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित जिला अस्पताल,सिविल अस्पताल,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं साफ-सफाई,स्वच्छ शौचालय तथा मेन्यू अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन सुलभ करवाने कहा। साथ ही आवश्यकता अनुरूप सुरक्षाकर्मी रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दिशा में जीवनदीप समिति के माध्यम निर्णय लेने कहा। वहीं जरूरत के अनुसार राज्य स्तर से भी मांग किये जाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में निर्धारित ड्यूटी अवधि के दौरान चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की उपस्थिति पर जोर देते हुए समय पर मरीजों के उपचार हेतु संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए। वहीं अस्पतालों से रैफरल प्रकरणों में कमी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग कर मरीजों का बेहतर ईलाज किया जाए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने सहित सिजेरियन ऑपरेशन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था हेतु प्रयास किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने बस्तर के अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक उपकरणों सहित चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की पूर्ति के लिए भी विशेष तौर पर बल दिया।

       बैठक में सांसद बस्तर महेश कश्यप,विधायक जगदलपुर किरणदेव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल,पूर्व सांसद दिनेश कश्यप सहित अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुवा,आईजी बस्तर सुन्दराज पी.,मिशन संचालक एनएचएम डॉ. जगदीश सोनकर,कलेक्टर विजय दयाराम के.,पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और बस्तर संभाग के सभी जिलों के सीएमएचओ,सिविल सर्जन तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

*नरेश देवांगन की खास रिपोर्ट* 

 

जगदलपुर, शौर्यपथ । शौर्यपथ अखबार ने वन विभाग में चल रही मनमानी को लेकर खबर प्रकाशित की थी कि वनमंडल कार्यालय में किस प्रकार से एक बाबू व डिप्टीरेंजर व्यय शाखा में शाखा प्रभारी व सहायक के रूप में नियम के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं, खबर लगने के बाद श्री देशमुख को व्यय शाखा से हटा कर कार्यालय वन संरक्षक कार्यआयोजना जगदलपुर भेज दिया गया। वही डिप्टी रेंजर दीपक कुमार भट्ट जो नियम के विरुद्ध व्यय शाखा में सहायक के रूप में कई वर्षो से कार्य कर रहे थे जिनकी मुल कार्य स्थल सर्गीपाल डिपो था उन्हें वर्तमान में सर्गीपाल डिपो ना भेज वन परिक्षेत्र जगदलपुर में भेजा गया हैं। इस खबर के सात ही पूर्व में हमने नियम के विरुद्ध विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को प्रतिपूर्ति राशि के नाम से लाखो की राशि जारी कर शासकीय राशि का दुरूपयोग कर बंदरबाट करने की खबर भी प्रकाशित की थी। इस खबर पर विभाग के प्रमुख अधिकारी की तारीफ की जानी चाहिए जिन्होंने इस पर बस्तर वन मण्डल को जाँच के लिए 9 जुलाई को आदेश किया हैं की 15 दिन में जाँच प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय को भेजे। लेकिन आदेश किये आज लगभग एक माह से अधिक होने को हैं, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा की बस्तर वनमण्डल के अधिकारी अपने विभाग के प्रमुख अधिकारी के आदेश को गंभीरत से नहीं ले रहे हैं। इस मामले पर पूर्व में ही बस्तर वनमंडलाधिकारी को जब शिकायत मिली तब मामले को संज्ञान में लेकर गंभीरता से जाँच कर कार्यवाही कर सकते थे। लेकिन ऐसा लग रहा हैं जैसे विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पे कुछ करना ही नहीं चाहते? मानो कार्यवाही करने से उनके ऊपर भी बात बन सकती हैं? अब देखने वाली बात हैं की प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेश की अवहेलना करने पर सम्बंधित अधिकारी के ऊपर क्या कार्यवाही होती हैं?

 

इस मामले में बस्तर वनमंडलाधिकारी श्री गुप्ता का कहना हैं की जाँच के लिए तीन सदस्य टीम का गठन किया गया हैं उनको लेख किया गया हैं की समय सीमा में जाँच कर रिपोर्ट प्रेषित करे जैसे ही जाँच हो के आती हैं कार्यवाही करेंगे।

कोण्डागाँव, शौर्यपथ। कोंडागांव जिला मुख्यालय में स्थित पशु चिकित्सालय अब केवल खाना पूर्ति के लिए संचालित नजर आ रहा है, एक समय था जब अन्य राज्यो से जैसे विशाखापट्टनम व उड़ीसा के पशुपालक अपने पशुओं को लेकर चिकित्सा व ऑपरेशन के लिए कोंडागांव पशु चिकित्सालय पहुंचने थे, लेकिन डॉ ढालेश्वरी व डॉ नीता मिश्रा के तबादले के बाद अब जिला मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय में अब ऑपरेशन व पशुओ के समुचित इलाज की व्यवस्था तो दूर अब पशुओ को हाथ लगाने वाला कोई चिकित्सक भी नजर नहीं आता है। अक्सर पशु चिकित्सालय खोलने के समय पर अस्पताल से ही चिकित्सक नदारत रहते हैं जिसके चलते पशुओ की चिकित्सा के लिए पहुंचे आमजन भटकते हुए नजर आते हैं,नितेश मानिकपुरी ग्राम केवटी से 11 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय अपने पालतू स्वान को लेकर ईलाज हेतु पहुंचे थे उसने बताया कि अस्पताल में पशुचिकित्सक उपलब्ध नही थे जिसके बाद वे वापस अपने गाँव लौट गए हालांकि डॉक्टरों के अनुपस्थिति में अवसन कुमार एवीएफओ बुधराम अटेंडेंट व पल्लवी अटेंडेंट पशुओ का उपचार करते नजर आए।अपने पशुओं के उपचार के लिए पहुंचे लोगो ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से पहुंचे है व 10 बज चुका है चिकित्सक अभी तक नही आये है वे फोन भी नही उठा रहे है जबकि लोगों को अपने पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल में सुबह 7 से 11:00 व शाम 5 से 6 बजे तक खुलने का समय निर्धारित है।

 

वही जब डिप्टी डायरेक्टर वेटनरी कोण्डागाँव शिशिर कांत से डॉक्टरों के अस्पताल कार्यालय समय में अनुपस्थित पर जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर अस्पताल में बैठते हैं हमने कई बार देखा है उन्हें बैठे हुए, हो सकता है कहीं फील्ड पर गए हो ।अब देखने वाली बात है कि लचर अव्यवस्था में पहुंची कोंडागांव की पशु चिकित्सा, व्यवस्था सुधार लाने में क्या कदम उठाती हैं?

जगदलपुर, शौर्यपथ। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने शांति समिति की बैठक में आयोजन कर्ताओं से चर्चा के दौरान कहा कि त्यौहार को सौहाद्र पूर्ण वातावरण में मनाया जाना है इसमें सभी समुदाय की सहभागिता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि रात्रि 10 बजे के बाद ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। साथ ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग हेतु सक्षम अधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। जिला कार्यालय में आयोजित शांति समिति की बैठक पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, अपर कलेक्टर सीपी बघेल, अति. पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग, नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी, सीएसपी पुष्कर,एसडीएम जगदलपुर भरत कौशिक सहित गणेश उत्सव के आयोजक समिति के सदस्य, डीजे के संचालक और ईद ए मिलाद (मिलाद - उल - नबी) के लिए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक में गणेश की स्थापना के लिए आयोजक समितियों को कहा गया कि गणेश के पंडाल बनाते वक्त आवागमन को निर्बाध गति से जाने की सुविधा और सजावट की वजह से वाहनों की निकासी में दिक्कत नहीं होने के व्यवस्था करने कहा गया। पंडालों में आयोजक समिति की सदस्यों की पर्याप्त संख्या रखने, आपातकालीन सम्पर्क नंबर का प्रदर्शन, अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था करने भी कहा गया। गाड़ी में डीजे लगाकर चलाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार करने के निर्देश दिए, निर्देशों का पालन नहीं होने पर आवश्यक कार्यवाही प्रशासन द्वारा किया जाएगा। विसर्जन के एक दिवस पूर्व गणेश पंडाल समिति द्वारा थाना को सूचना देना होगा। गणेश के विसर्जन के लिए भी रूट का भी निर्धारण किया गया, जिसमें छोटे वाहनों से विसर्जन करने वालों के लिए खड़कघाट को चिन्हाकित किया गया है और बड़े वाहनों में गणेश विसर्जन करने वाले जगदलपुर-आसना मार्ग के पुल का उपयोग करेंगे।बैठक में मुस्लिम समुदाय के साथ ईद ए मिलाद उत्सव के लिए स्थल चिन्हाकन हेतु प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के उपरांत अनुमति देने पर सहमति बनी।

रायपुर, शौर्यपथ। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बिलासपुर पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में संभाग अन्तर्गत पुलिस महानिरीक्षक सहित रेंज अन्तर्गत बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षकों की बैठक लेकर जिले में बैठक में लंबित गंभीर अपराधों की स्थिति, ब्लाइंड मर्डर के अनसुलझे मामलों, चाकूबाजी, तलवारबाजी और फायरिंग के मामलों की समीक्षा, लंबित मर्ग के प्रकरणों, राष्ट्रीय और राज्य मानव अधिकार आयोग के लंबित मामलों की स्थिति, महिला और बाल अपराधों के लंबित प्रकरणों पर चर्चा और पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने, मानव तस्करी के लंबित मामलों, गुमशुदा महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के प्रकरणों, अनुसूचित जाति और जनजाति पर घटित अपराधों एवं राहत राशि के वितरण की स्थिति, चिटफंड प्रकरणों की अद्यतन स्थिति, एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की जांच की प्रगति और मादक पदार्थों की नष्ट करने की प्रक्रिया, गौवंश से संबंधित अपराधों, वाहन जब्ती और राजसात की कार्यवाही, जिले के कानून व्यवस्था के संबंध में आगामी कार्ययोजनाओं और जिले में लागू की जा रही बेस्ट प्रैक्टिस पर बिन्दुवार समीक्षा की।

    गृहमंत्री श्री शर्मा ने सभी पुलिस अधीक्षकों से कहा कि हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सभी जिलों में कानून व्यवस्था बेहतर होने के साथ आम नागरिकों के बीच पुलिस का व्यवहार ठीक हो और अवैध शराब, नशीली वस्तुओं, सट्टा, जुआ, तस्करी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को जिले व सरकार की पहचान बताते हुए कहा कि कुछ बेहतर करने की सोच लेकर आप पुलिस सेवा में आए है। आपने बड़ी जिम्मेदारी ली है, इसलिए आपको जिम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा। आप ऐसा कार्य करें कि आपको ज्यादा न बोलना पड़े, आपका काम बोलें। पुलिस की कार्यवाही दिखे। आम जनता में संतुष्टि दिख। गृहमंत्री ने सभी एसपी को कार्यालय में समय पर बैठकर आम जनता और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करने के निर्देश भी दिए।

    बैठक में गृहमंत्री श्री शर्मा ने पुलिस अधीक्षकों को और मेहनत करने तथा सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाने कहा। उन्होंने सभी को ईमानदारी के साथ कार्य करते हुए अवैध शराब, सट्टा, जुआ सहित अन्य अपराधों के रोकथाम में कसावट लाने के निर्देश दिए। कोरबा और रायगढ़ में डीजल चोरी और कबाड़ चोरी को नियंत्रित करने के सख्त निर्देश सम्बंधित पुलिस अधीक्षकों को दिए। गृहमंत्री ने कबाड़ चोरी की घटनाओं पर अंकुश लाने के लिए कबाड़ियों के चिन्हित कर उन्हें लाइसेंस बनवाने के लिए निर्देशित करने, ड्रग्स अन्तर्गत गांजा, हेरोइन, डोडा अन्य नशीले पदार्थ को जब्त करने के साथ ही इसे सप्लाई करने वाले लोगों तक पहुंचने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनडीपीएस अन्तर्गत प्रकरणों में समय सीमा के भीतर कार्यवाही करने तथा 31 अगस्त 2024 तक विवेचना पूर्ण हो चुके प्रकरणों के अन्तर्गत उपलब्ध ड्रग्स का विनिष्टिकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में गृहमंत्री ने गौ-तस्करी के प्रकरणों में शासन द्वारा पारी एसओपी के तहत पशु क्रूरता अधिनियम तथा जब्त वाहन को राजसात करने की दिशा में कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने एनडीपीएस अन्तर्गत, तस्करी के तहत अपराध कर संपत्ति अर्जित करने वालों की सम्पत्ति कुर्क करने की दिशा में कार्रवाई के निर्देश दिए।

    गृहमंत्री ने जिले के प्रमुख चौक-चौराहों, प्रमुख मार्गों तथा चिन्हित स्थानों पर कैमरा लगाकर जिला स्तर पर कंट्रोल रूम के माध्यम से मॉनीटरिंग करने, नशा मुक्ति सहित अन्य जागरूकता कार्यक्रम से स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों, एनसीसी, स्कॉउट गाइड को जोड़ने के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस थाना अन्तर्गत बीर इंचार्ज का नाम मोबाइल नंबर ग्राम-पंचायत भवन सहित महत्वपूर्ण स्थानों में दीवार लेखन कराने, थानों में नई पंजी बनाने, मुसाफिरों तथा बाहर से आकर रहने वालों की सम्पूर्ण जानकारी रखते हुए उनके गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए। मंत्री श्री शर्मा ने आने वाले समय में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को रोकने की दिशा में कदम उठाने हेतु विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में गृहमंत्री श्री शर्मा ने वरिष्ठ आरक्षक से विवेचना, बाण्ड ओवर पर कार्यवाही, दो आर्म्स के स्थान पर एक आर्म्स रखने, फोरेंसिक ऑडिट के लिए कोर्स कराने, दुर्घटनाजन्य स्पॉट को चिन्हित करने, दुकान संचालन की अनुमति के दौरान कैमरा लगाने, तथा विवेचना तथा चालान के पश्चात ड्रग्स का डिस्पोजल करने के संबंध में दिखा निर्देश दिए। 

 

*पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिले*

 

 

गृहमंत्री श्री शर्मा ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि कार्यालय में बैठने के साथ ही आमनागरिकों, जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करें। इसके साथ ही उन्होंनं निर्देशित किया कि वे जवानों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याओं को जाने और निराकरण करें। गृहमंत्री ने जवानों के लिए रिफ्रेशर कोर्स कराने, समय-समय पर फिजिकल टेस्ट लेते रहें ताकि जवानों को नैतिक बल, बेहतर सेहत और उन्हें कानून की जानकारी प्राप्त हो। उन्होंने बेहतर विवेचना के संदर्भ में रेंज स्तर पर चरणबद्ध प्रक्रिया से प्रशिक्षण आयोजित करने राज्य, स्तर पर टीआई, डीएसपी, एडीशनल एसपी का प्रशिक्षण, एसपी आईजी स्तर पर हाईकोर्ट के न्यायाधीशों तथा अधिवक्ताओं की उपस्थिति में कार्यशाला का आयोजन करने तथा अभियोजन संबंधी प्रकरणों के संबंध में जानकारी के लिए दो माह में एक बार आईजी, अभियोजन अधिकारी की उपस्थिति में एसपी कार्यालय में बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में आईजी संजीव शुक्ला ने रेंज अंतर्गत एजेण्डा वार जानकारी प्रस्तुत किये। बिलासपुर, कोरबा, सक्ती, जीपीएम, जांजगीर-चाम्पा, सारंगढ़ बिलाईगढ़, मुंगेली के पुलिस अधीक्षकों ने अपने जिले में किये गये विशेष कार्यों की प्रस्तुति दी। 

 

*आम जनता से व्यवहार ठीक हो- डीजीपी अशोक जुनेजा*

     पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बैठक में निर्देश दिए कि सभी एसपी आम जनता और जनप्रतिनिधियों से मिलें। वे कार्यालय में अपनी उपस्थिति का समय निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि एसपी को एफआईआर एवं उस पर की गई कार्यवाही की अपडेट जानकारी रहनी चाहिए। सभी थानों की जानकारी रखने के साथ बेसिक पुलिसिंग पर ध्यान देते हुए अपराध पर अंकुश रखें। उन्होंने सीन ऑफ क्राईम के संबंध में दिए गये निर्देशों का पालन करने और समीक्षा करने, विभागीय जांच समय पर करते हुए पुलिस को अनुशासन में रहने, कानून व्यवस्था बनाये रखने, जुआ, सट्टा, शराब सहित नशीली वस्तुओं पर कार्रवाई करने , लॉक अप में बंद अपराधियों की जानकारी लेने, ठगी सहित चिटफंड में वसूली कर पीड़ितों को सम्पति वापस करने, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के प्रकरणों में पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए समन्वय बनाकर कार्यवाही करने, आने वाले त्योहारी सीजन में कानून व्यवस्था बनाये रखते हुए अपराधियों पर नजर रखने, एफआईआर, रोजनामचा का अध्ययन करने तथा माननीय न्यायालयों के दिशा-निर्देशों का पालन 

सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

 

*समय के साथ बदलाव आवश्यक: मनोज पिंगुआ*

    बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ गृह विभाग ने कहा कि पुलिस अधीक्षकों को पुराने प्रकरणों पर ध्यान देकर लंबित मामलों का निराकरण सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलाव जरूरी है। साईबर अपराध, नारकोटिक्स से संबंधित प्रकरणों पर त्वरित कार्रवाई की बात कहते हुए कहा कि महिलाओं एवं बच्चों के प्रति अपराध की रोकथाम पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कबाड़ व्यवसाय के माध्यम से सार्वजनिक सम्पत्ति का नुकसान न हो, इसके लिए कबाड़ चोरों पर कार्रवाई के निर्दश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से संबंधित जानकारी समय पर प्रेषित करने के निर्देश भी दिए।

जगदलपुर, शौर्यपथ। भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के जन्म दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन के सहयोग से शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी टाऊन हाल में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह विधायक जगदलपुर किरणदेव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। समारोह में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 24 शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल-श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं नगद राशि प्रदान कर नवाजा गया। वहीं जिले में इस वर्ष सेवानिवृत्त हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक किरणदेव सहित महापौर श्रीमती सफीरा साहू तथा अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर विजय दयाराम के., सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। 

इस मौके पर मुख्य अतिथि विधायक किरणदेव ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक की भूमिका कुम्हार की तरह है जो गीली मिट्टी को घड़े का आकार देता है। इसीलिए गुरुजनों का सम्मान सदैव ही यथावत रहेगा। अपनी इस महत्ती योगदान शिक्षा के दीप को जीवन पर्यन्त प्रज्वलित कर दुनिया में प्रकाशवान बने रहें। उन्होंने बच्चों और देश के भविष्य निर्माण में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी लगन और निष्ठा से करने का आग्रह किया।

शिक्षक सम्मान समारोह में महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने कहा कि आज का दिन शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सम्मान का दिन है, यदि विद्यार्थी अपने जीवन में उपलब्धि हासिल करता है तो उसका श्रेय शिक्षकों को जाता है और वे गर्व महसूस करते हैं। इस दौरान भारत स्काउट एवं गाईड के जिला मुख्य आयुक्त संजय पाण्डे तथा वरिष्ठ पार्षद योगेन्द्र पाण्डे ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए देश, समाज और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका और उनके नैतिक दायित्वों पर प्रकाश डाला। वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना वर्ष 2047 तक विकसित भारत का संकल्प को पूरा करने में शिक्षकों से अनवरत समर्पित रहने की अपेक्षा की। आरंभ में जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए शिक्षा के उजियारा फैलाने की दिशा में सेवानिवृति के बाद भी सेवा देने का आग्रह सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं से किया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

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