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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 9 लाख 70 हजार बच्चे कुपोषित थे,
कुपोषित बच्चों में 13.79 प्रतिशत की आई कमी
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में ‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान‘ और विभिन्न योजनाओं के एकीकृत प्लान से बच्चों में कुपोषण दूर करने में बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2019 में किये गये वजन त्यौहार से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 9 लाख 70 हजार बच्चे कुपोषित थे, इनमें से मार्च 2020 तक 67 हजार 889 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए हैं। इस तरह कुपोषित बच्चों की संख्या में लगभग 13.79 प्रतिशत की कमी आई है। जो कुपोषण के खिलाफ शुरू की गई जंग में एक बड़ी उपलब्धि है। बहुत ही कम समय में ही कुपोषण की दर में उल्लेखनीय कमी का श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व सहित उनकी दूरदर्शी सोच को जाता है।
छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के आंकड़ों में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की दर को देखते हुए प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने अभियान की शुरूआत की। राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण-4 के अनुसार प्रदेश के 5 वर्ष से कम उम्र के 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषण और 15 से 49 वर्ष की 47 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीड़ित थे। इन आंकड़ों को देखे तो प्रदेश में 9 लाख 70 हजार बच्चे कुपोषित थे। इनमें से अधिकांश आदिवासी और दूरस्थ वनांचल इलाकों के बच्चे थे। इन आंकड़ों को नयी सरकार एक चुनौती के रूप में लिया और ‘कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ‘़ की संकल्पना के साथ महात्मा गांधी की 150वीं जयंती 2 अक्टूबर 2019 से पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की है। अभियान की सफलता के लिए इसमें जन-समुदाय को भी शामिल किया गया है।
प्रदेश के नक्सल प्रभावित बस्तर सहित वनांचल के कुछ ग्राम पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई। दंतेवाड़ा जिले में पंचायतों के माध्यम से गर्म पौष्टिक भोजन और धमतरी जिले में लइका जतन ठउर जैसे नवाचार कार्यक्रमों के जरिए इसे आगे बढ़ाया गया। जिला खनिज न्यास निधि का एक बेहतर उपयोग सुपोषण अभियान के तहत गरम भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की गई। इसकी सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अभियान को 2 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में लागू किया। इस अभियान के तहत चिन्हांकित बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्र में दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार के अतिरिक्त स्थानीय स्तर निःशुल्क पौष्टिक आहार और कुपोषित महिलाओं और बच्चों को गर्म पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।
एनीमिया प्रभावितों को आयरन पोलिक एसिड, कृमिनाशक गोली दी जा रही है। प्रदेश को आगामी 3 वर्षों में कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा समन्वित प्रयास किये जा रहे हैं।
कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए सभी आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद किया गया है। ऐसी स्थिति में बच्चों और महिलाओं के पोषण स्तर को बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम प्रदेश के 51 हजार 455 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लगभग 28 लाख 78 हजार हितग्राहियों को घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट पोषक आहार का वितरण सुनिश्चित कराया है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत हितग्राहियों को गर्म भोजन के स्थान पर सूखा राशन वितरित करने की व्यवस्था की गई है। इसके तहत मई माह तक तीन लाख 47 हजार हितग्राहियों को सूखा राशन प्रदान किया गया है। विश्व बैंक ने भी आंगनाबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना वायरस के नियंत्रण के साथ ही टेक होम राशन वितरण कार्य की प्रशंसा की है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे सभी महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित भवन में ठहराकर उनके टीकाकरण, आवश्यक दवाई, स्वास्थ्य परीक्षण की पुख्ता व्यवस्था भी की गई है।
कुपोषण प्रभावित बच्चों और महिलाओं को निःशुल्क काउंसलिंग और परामर्श सेंवाएं देने के साथ नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है। सुपोषण रथ, शिविरों और परिचर्चा के माध्यम से जनजागरूकता के प्रयास भी हो रहे हैं। इसी की एक कड़ी के रूप में एनीमिया के स्तर और स्वास्थ्य सुधार के लिए बस्तर जिले में शुरू किये गए मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान और स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत किचन गार्डन बागवानी को पोषण के लिए अनूठी राह बताते हुए यूनिसेफ ने सराहना की है।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / छत्तीसगढ सरकार की उत्कृष्ट अग्रेंजी माध्यम शाला योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले में अब कम से कम एक अग्रेंजी माध्यम स्कूल इस शिक्षा सत्र से आरंभ हो जाएंगा जिसके लिए 40 स्कूलो का नयन किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत अग्रेंजी माध्यम स्कूलों में स्कूल के एक किलोमीटर के परिधी में रहने वाले बच्चों को प्रवेश में प्रथामिकता दिया जाएगा। पहली से लेकर पांचवी तक हिन्दी माध्यम के बच्चे भी प्रवेश ले सकते है जिनका चयन लाॅटरी पद्धती से किया जाएगा और कक्षा छटवी से बारहवी तक के बच्चों का चयन अंको के आधार या परीक्षा परिणाम के आधार में मेरिट सूचि बनाकर प्रवेश दिया जायेगा।
सरकार इस योजना को 1 जुलाई से वर्चुवल कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई प्रारंभ करने जा रही है जिसमें कक्षा प्रथामिक और मिडिल स्कूल के बच्चों को अपने अभिभावको के साथ मिलकर शैक्षणिक गतिविधियां करना अनिवार्य है जो कम से कम एक -दो घंटे का होगा।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाॅल का कहना है कि सरकारी योजनों का लाभ सभी को मिलना चाहिए लेकिन सरकार में बैठे कुछ जिम्मेदार लोगों के द्वारा योजनों में पानी फेरने का कोई कसर नही छोड़ते है जिसके कारण सरकारी योजनाए कागजों में ही अच्छा लगता है। स्कूल के एक किलोमीटर की परिधी में रहने वाले बच्चों को प्रवेश में प्रथामिकता देने की योजना न्यायसंगत नही है। सरकारी योजना का लाभ सभी बच्चों को मिलना चाहिए पालक अपने बच्चों के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध करा सकते है और अंको के आधार पर चयन करना घोर अपत्तिजनक है। सभी बच्चों का चयन लाॅटरी पद्धती से किया जाना चाहिए। जिसको लेकर अब एसोसियेशन ने शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला को पत्र लिखा कर चयन लाॅटरी पद्धती के माध्यम से करने और एक किलोमीटर की बाध्यता को समाप्त कर सभी बच्चों को प्रवेश देने की मांग किया गया है क्यांकि कई पालक जो अपने बच्चों को अग्रेंजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाना चाहते थे लेकिन निजी स्कूलों में अत्याधिक फीस होने के कारण उनका यह सपना पूरा नही हो पा रहा था लेकिन अब सरकार की इस योजना में भी कई पेंच आ जाने के कारण कई बच्चे सरकार की योजना से वंचित रह जाएंगे।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 36 गौतम नगर में भव्य डोम शेड का निर्माण किया जाएगा! इसके साथ ही प्रकाश व्यवस्था के लिए लाइट, चबूतरा, पाथवे और पेवर ब्लॉक भी लगाया जाएगा! महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव जी ने इस पूरे कार्य का निरीक्षण अधीक्षण अभियंता सत्येंद्र सिंह, उपायुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त श्रीमती प्रीति सिंह, संजय बागड़े, सहायक अभियंताअखिलेश चंद्राकर एवं उप अभियंता सुश्री प्रकृति जगताप के साथ किया!
मोहल्ले वासियों ने यहां पर इस कार्य की मांग की थी परंतु महापौर यादव जी ने 50 लाख की लागत से अनेकों कार्य की सौगात यहां पर दी है! महापौर यादव जी ने कहा कि विभिन्न प्रकार के आयोजनों के लिए और शहर वासियों की सुविधा के लिए यह कार्य अधोसंरचना मद की लागत से किया जाएगा! सहायक अभियंता अखिलेश चंद्राकर ने बताया कि इसके लिए सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है और बहुत जल्द ही इस कार्य का भूमि पूजन किया जाएगा! बारिश एवं ग्रीष्म ऋतु में क्षेत्रवासियों को सौगात देने के लिए गौतम नगर पोस्ट ऑफिस के समीप में होने वाले कार्य का जायजा महापौर ने लिया है तथा अधिकारियों को शीघ्र अति शीघ्र कार्य प्रारंभ कर पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं! मांग करने वाले मोहल्ले वासियों की ओर से सूरज एवं मोहनराव निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे! उप अभियंता चंद्रकांत साहू ने बताया कि इस कार्य का कार्य आदेश जारी किया जा चुका है तथा साईं कंट्रक्शन के श्री सत्येंद्र दुबे को इसका कार्य दिया गया है! जनता की मंशा अनुरूप महापौर देवेंद्र यादव जी द्वारा भिलाई शहर में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं, एवं सामाजिक एवं सार्वजनिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है! महापौर यादव जी आए दिन किसी न किसी विकास कार्य को अंजाम दे रहे हैं, जो कि शहर को प्रगति की ओर ले जा रहा है अब गौतम नगर में 50 लाख की लागत से होने वाले विकास कार्य से क्षेत्रवासियों को सुविधा मिलेगी।
दुर्ग । शौर्यपथ । सोने के गहने गिरवी रखकर ऋण लेने वाले ग्राहक का सोना बेचने के बाद ऋण राशि से अधिक रकम बैंक को मिली लेकिन बैंक ने उस अतिरिक्त रकम को ग्राहक को नहीं लौटाया। इस आचरण को जिला उपभोक्ता फोरम दुर्ग के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये और लता चंद्राकर ने व्यवसायिक कदाचरण एवं सेवा में निम्नता माना और आईसीआईसीआई बैंक के पावर हाउस भिलाई शाखा के मैनेजर एवं बड़ौदा (गुजरात) स्थित बैंक मुख्यालय के जनरल मैनेजर पर 51 हजार रुपये हर्जाना लगाया। *ग्राहक की शिकायत* सुंदर नगर चरोदा भिलाई निवासी संजीव जायसवाल ने दिनांक 21 सितंबर 2015 को आईसीआईसीआई बैंक पावर हाउस भिलाई शाखा में सोने के गहने गिरवी रखकर 103800 रुपये का ऋण 1 वर्ष के लिए लिया था। बाद में बैंक शाखा जाने पर उसे बताया गया कि गिरवी रखे आभूषणों को विक्रय कर दिया गया है जबकि इसकी कोई लिखित सूचना उसे नहीं दी गई। *अनावेदकगण का जवाब* बैंक ने यह जवाब दिया कि परिवादी को ऋण राशि की डिमांड नोटिस पंजीकृत डाक से भेजी गई थी तथा नीलामी के पूर्व भी पंजीकृत नोटिस दी गई थी जो कि परिवादी के अधूरे पते के कारण नोटिस वापस आ गई जिसके बाद दो समाचार पत्रों में नीलामी हेतु सार्वजनिक सूचना प्रकाशित की गई, इसके बाद भी परिवादी ने ऋण के एवज में किसी राशि का भुगतान नहीं किया तब दिसंबर 2016 में नीलामी का ऋण की वसूली की गई। *फोरम का फैसला* जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये एवं लता चंद्राकर ने प्रकरण में पेश दस्तावेजों और तर्कों के आधार पर यह पाया कि परिवादी ने ऋण राशि अदा करने का प्रयास किया था ऐसा कोई प्रमाण नहीं है। परिवादी ने नीलामी से पहले बैंक को ऋण की कोई भी राशि अदा नहीं की थी, तब बैंक ने आभूषणों को विक्रय किया और इससे बैंकों 162306 रुपये प्राप्त हुए जिसे ऋण में समायोजित करने के बाद शेष अतिरिक्त राशि 40562 रुपये बची, जिसे परिवादी प्राप्त करने का अधिकारी है लेकिन बैंक ने नीलामी के पश्चात मिली राशि में से अतिरिक्त बची राशि 40562 रुपये परिवादी को वापस करने का कोई प्रयास नहीं किया। बैंक का यह आचरण सेवा में निम्नता एवं घोर व्यवसायिक दुराचरण की श्रेणी में आता है। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये एवं लता चंद्राकर ने आईसीआईसीआई बैंक की स्थानीय शाखा और मुख्यालय पर 51562 रुपये हर्जाना लगाया जिसके तहत गहने बेचने के बाद शेष अतिरिक्त राशि 40562 रुपये, मानसिक क्षतिपूर्ति स्वरूप 10000 रुपये तथा वाद व्यय के रूप में 1000 रुपये देना होगा साथ ही फोरम ने दिनांक 8 दिसंबर 2016 से 6 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज भी देने का आदेश दिया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पढ़ा रही शारीरिक दूरी का पाठ ।
रख रही है किशोरियों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान
Shorypath Health
रायपुर ज़िले के तिल्दाविकासखंडकी 102 ग्राम पंचायतों मे प्रवासी श्रमिकों के लियें बने 99 क्वॉरेंटाइन सेंटरों में लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ वहां पर निवासरत महिलाओं, बच्चे, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं, के स्वास्थ्य और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ।
आश्रय स्थल में रुकी किशोरियों और महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड्स का भी निशुल्क वितरण किया जा रहा है। अब तक 145 सेनेटरी पैड के पैकेट वितरित किये गए है । आश्रय स्थलों में आने वाली महिलाओं को नियमित रूप से समय चक्र के अनुसार सेनेटरी पैड बांटे जा रहे है । इस्तेमाल किये सेनेटरी पैड का निष्पादन गाइडलाइन के अनुसार किया जाता है ।
ईट भट्ठा में काम करने वाली उत्तर प्रदेश के सफीपुर तहसील से लौटी ग्राम बरोंडा निवासी 19 वर्षीय सुश्री सुनीता सोनकर (बदला हुआ नाम) ने बताया क्वारेंटाइन सेंटर में खाना के साथ ही उसकेस्वास्थ्य का ख्याल भीप्रशासन रखा रहा है। ``सफर में हमारेपास सेनेटरी नैपकिन नही थी और समय भी मासिक चक्र का पूर्ण हो गया था। यहॉ आने पर सेनेटरी नैपकिन मिलने से हमें बहुत खुशी हुई इसके लिए हम प्रशासन को धन्यवाद देते हैं।‘’
तिल्दा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जनपद पंचायत (सीईओ) राजेंद्र पांडे के मार्गदर्शन में श्रमिक क्वॉरेंटाइन सेंटर में नियमित रख रखाव किया जा रहा है और सभी सुविधाएं भी दी जा रही हैं ।
महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ अमित सिन्हा ने बताया विभाग द्वारा रेडी टू ईट का वितरण समस्त ग्राम पंचायतों में किया गया है ।
विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष सिन्हा ने बताया क्वॉरेंटाइन सेंटरमें आने वाली प्रवासी महिलाओं किशोरियों और बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जाती है । विशेष रुप से गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता है । महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को शारीरिक डिस्टेंसिंग के बारे में माताओं को जागरुक भी किया जा रहा है । किशोरियों के स्वास्थ्य को लेकर भी विभाग द्वारा नियमित रुप से जागरुक किया जा रहा है, उन्होंने बताया।
डॉ. सिन्हा ने बताया क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन की अवधि 14 दिन की है । दिन में तीन बार प्रवासियों को खाना दिया जाता है जिसमें सुबह का नाश्ता भी शामिल है । उन्होंने बताया क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों में शारीरिक दूरी का पालन कराना एक बड़ी चुनौती है लेकिन इसका पालन करवाया जा रहा है । लोगों को साफ सफाई और बच्चों को शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए समझाया जाता है ।
डॉ. सिन्हा ने बताया 27अप्रैल से प्रवासियों का आना प्रारंभ हो गया था । अब तक लगभग 2400 प्रवासी आ चुके है। इनमें से लगभग 2000 प्रवासियों ने अपनी क्वॉरेंटाइन की अवधि को पूरा किया है और अब वह अपने घरों को जा चुके है । लगभग 400प्रवासी अभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में निवासरत है ।
इस विकासखंड में अब तक कुल 2 पॉजीटिव केस क्वॉरेंटाइन सेंटर में मिले हैं जिनका उपचार किया जा रहा है । साथ ही क्वॉरेंटाइन अवधि के 14 दिन के भीतर आए हुए ऐसे प्रवासियों का कोविड-19 का टेस्ट कराया जाता जिनमें संक्रमित होने के लक्षणों पाए जाते हैं । क्वॉरेंटाइन अवधि पूर्ण होने तक अगर जांच रिपोर्ट नहीं आती है तो उसको रिपोर्ट आने तक रोक लिया जाता है।रोके गए प्रवासी को भी पूर्व के अनुसार ही समस्त सुविधाएं दी जाती हैं ।
नगर निरीक्षक शरद चंद्र ने बताया तिल्दा विकासखंड की 102 ग्राम पंचायतों मे बने 99क्वॉरेंटाइन सेंटर का नियमित भ्रमण किया जाता है ।सुरक्षा के लियें समस्त क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारियों और सरपंचों को थाने के नम्बर के साथ साथ ज़िम्मेदार लोगों के नम्बर का वितरण किया गया
भिलाई / शौर्यपथ / कोरोना महामारी का जिले में तेजी से फैलाव के बीच व रिसाली निगम क्षेत्रों मौहारी मरोदा एवं नेवई भाठा में कोरोना पॉजिटिव मिलने व जिला प्रशासन द्वारा कंटेन्टमेंट जोन घोषित किये जाने से अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे एवं मातहत अधिकारी रमाकांत साहू के साथ कल रात्रि में उल्लेखित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण कर, निगम द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं उचित दिशा निर्देश दिये। स्वास्थ्य अमला एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा उक्त क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर की जा रही वे सभी उपायों की जानकारी भी प्राप्त की जिससे की कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके। निगम आयुक्त द्वारा उडनदस्ता टीम एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों को क्षेत्रों की सभी दुकाने, बाजारों (छूट प्राप्त दुकानों को छो?कर) को बंद कराने के साथ साथ आवागमन को भी बाधित करने के सख्त निर्देश मातहतों को दिये है।
निगम आयुक्त द्वारा कंटेन्टमेंट जोन में रह रहे पी?ित परिवार एवं रहवासियों की दैनिक आवश्यकताओं की आपूर्ति हेतु किये जा रहे व्यवस्थाओं के संबंध में भी जानकारी प्राप्त कर प्रभारी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उल्लेखित क्षेत्रों में की जा रही सफाई कार्यों व सैनेटाइजेशन कार्य में तेजी लाने के साथ साथ कंटेन्टमेंट जोन में रहवासियों द्वारा नियमों का उल्लंघन करते पाये जाने पर सख्त कार्यवाही के निर्देश प्रभारी अधिकारियों को दिये है।
अब जिला पंचायत के पौधरोपण के लिए कर रहीं ट्री गार्ड तैयार
बांस के प्रमोशन और इसे स्वसहायता समूहों के साथ जोडऩे की योजना को दुर्ग जिले में मिल रही सफलता
दुर्ग / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कांफ्रेंस के दौरान बांस के प्रमोशन के लिए कार्य करने के निर्देश दिए थे। दुर्ग जिले में बांस के ट्री गार्ड को स्वसहायता समूहों के माध्यम से बनवाकर उनकी आय भी बढाई जा रही है और न्यूनतम लागत में पौध संरक्षण का उद्देश्य भी पूरा हो पा रहा है। यह छोटी सी शुरूआत हुई है लेकिन बांस को लेकर किया जा रहा यह काम बहुत आगे जाएगा क्योंकि बांस को पेड की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में लाये जाने से इसके व्यावसायिक दोहन की संभावनाएं काफी बड गई हैं। इससे बांस के पौधे भी लगाए जा सकेंगे और बांस के काम में लगे बंसोड परिवारों को भी लाभ होगा।
सांकरा स्थित आजीविका केंद्र में यह कार्य बड़े पैमाने पर हो रहा है। यहां स्वसहायता समूहों की तीस महिलाएं बांस के ट्री गार्ड बनाने का काम कर रही हैं। वे एक हजार ट्री गार्ड भिलाई नगर निगम को उपलब्ध करा चुकी हैं। यह केवल शुरूआत है। अभी जिला पंचायत द्वारा बडे पैमाने पर पौधरोपण में इनके बनाये गए ट्री गार्ड का इस्तेमाल हो पाएगा। जिला पंचायत द्वारा इन महिलाओं को दस दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था। जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि हमारा लक्ष्य बउे पैमाने पर पौधरोपण करना है। हम सामूहिक फलोद्यान भी तैयार कर रहे हैं तथा अन्य तरह के पौधे लगा रहे हैं। इसमें वृहत्तर लाभ हो और लागत बिल्कुल कम हो, इस उद्देश्य से बांस के ट्री गार्ड उपयोगी साबित हुए। यह प्रकृति का ही उपहार है और प्रकृति में ही काम आ जाएगा। इसके साथ ही बांस के उत्पाद को लेकर महिलाओं की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। चूंकि शासन के लिए पौधरोपण प्राथमिकता है अत: इन महिलाओं के लिए लगातार आय के अवसर बने रहेंगे। जय मां लक्ष्मी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष नीरा सिंगौर ने बताया कि हम लोगों को सेरीखेडी में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करते ही हमें काम मिल गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष धमधा ब्लाक में भी स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने बडी मात्रा में ट्री गार्ड बनाये जिनका उपयोग हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट ने किया था। अच्छा काम मिला, अब प्रकृति को भी सहेजेंगे- प्रशिक्षित होने भी कोई खर्च नहीं करना पड़ता । काम के लिए भी घूमना नहीं पड़ता। काम भी मिल गया और आर्डर भी मिलते चले गए। पहले थो?ा समय लगता था, अब ट्रेंड हो गए तो बहुत जल्दी करने लगे हैं। इतनी तेजी से आर्डर मिलेंगे, सोचा नहीं था।
मुंगेली/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक गांव ऐसा है जहां हर घर में चोर और लुटेरे ही रहते हैं। आजादी के पहले से शुरू हुई वारदातें, अब परंपरा बन चुकी है। चरोटी नाम के इस गांव के हर घर में मौजूद व्यक्ति प्रदेश की किसी ना किसी जेल में कुछ महिने बिता चुका है। गांव के लोगों का पेशा चोरी और लूट ही है। मार्च के महीने में जिले में नए एसपी डी. श्रवण आए। उन्होंने पहले ही इस गांव के बारे में सुन रखा था। अपनी टीम के साथ गुरुवार को एसपी गांव में पहुंचे, लोगों से अपराध की दुनिया को छोड़कर मुख्यधारा से जुडऩे की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस लोगों की हर संभव मदद करेगी।
अब ग्रामीणों की मांग पर होगा बदलाव
एसपी डी श्रवण ने गांव के युवकों, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों से बात की। ग्रामीणों ने रोजगार, स्कूल की मरम्मत, पंखे, ब्लैकबोर्ड की परेशानी के बारे में बताया। लोगों ने कहा कि गांव में पीने के साफ पानी और तालाब की जरुरत है। आईपीएस अफसर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर सुविधाएं जल्द से जल्द गांव में मुहैया कराने का भरोसा दिलाया। एसपी के साथ एसडीओपी नवनीत कौर छाबड़ा, थाना प्रभारी संजीव ठाकुर और उप निरीक्षक सुशील कुमार बंछोर, सरगांव के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार सिंह ,जनपद सदस्य विजय चेलक, सीलदाहा सरपंच विजय यादव भी साथ पहुंचे थे।
गांव के लोग चाहते हैं गुनाह की दुनिया से छुटकारा
बिलासपुर से मुंगेली की ओर बढऩे पर करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर चिरोटी स्थित है। यहां करीब 50 परिवार हैं और गांव की जनसंख्या 252 है। चिरोटी में रहने वाले समुदाय के लोगों को सामाजिक कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता। गांव के 50 परिवारों में आपस में ही शादियां हो रही है। यही वजह है कि इस गांव के लोग भी बदलाव चाहते हैं। चिरोटी सरगांव थाना क्षेत्र में है। यहां के उप निरीक्षक सुशील बंछोड़ ने बताया कि वह ग्रामीणों को अपराध छोडऩे प्रेरित कर रहे हैं। करीब 60त्न आबादी पुलिस की बात मानने को तैयार है। जो बचे हुए परिवार हैं, उन्हें भी राजी किया जाएगा। पूर्व में इसी गांव से जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा उन्हें भी इस अभियान से जोड़कर ग्रामीणों का भरोसा जीतने का प्रयास किया जा रहा है
इस तरह गांव धंस गया गुनाह के दल दल में
जानकारों के मुताबिक गांव के लोगों में चोरी करने की आदत आजादी के पहले से है। यहां के लोग आसपास के गांव से फसल की चोरी किया करते थे। जब हौसला बढ़ा तो फिर ट्यूबवेल, मोटर पंप की चोरी करने लगे।
फिर राशन दुकान, किराना दुकान, कपड़ा दुकान और लोगों के मकान को निशाना बनाया। अब तो अपराध को अंजाम देने के लिए कार, पिकअप वाहन का इस्तेमाल भी करते हैं। गांव में कुछ ग्रैजुएट युवक भी चोरी और लूट की घटनाओं में संलिप्त हैं। लेकिन अब ग्रामीण एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।
भिलाई / शौर्यपथ / दुर्ग जिला एनएसयूआई द्वारा सीएसवीटीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंपकर 8 वें सेमेस्टर की ऑनलाइन परीक्षा लेने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपते हुए जिलाध्यक्ष आदित्य सिंह एवं प्रदेश सचिव आशीष यादव ने कहा कि 8 वें सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन होने से उनकी डिग्री समय पर पूरी होगी। छात्र-छात्राएं आगे पढ़ाई या जॉब के लिए आवेदन कर सके। इसी क्रम में एन-1 नियम को इस वर्ष के एकेडमिक केलेंडर से हटाने की मांग की गई है। जिससे छात्रों को डिटेन होने की समस्या ना हो क्योंकि इस वर्ष समय पर पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी है।
एनएसयुआई ने कहा कि तब तक परीक्षाएं आयोजित ना कि जाए जब तक कोरोना संक्रमण अपने प्रकोप से थम नहीं जाता और जब भी परीक्षाएं आयोजित की जाए तो इस बात का ध्यान रखा जाएं कि जितने प्रतिशत अध्यन किया गया उसके आधार पर ही पथ्य्क्रम को कम कर के प्रश्न पत्र तैयार किए जाए जिससे छात्रों को उक्त सेमेस्टर पास करने की किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े और उनकी डिग्री पर ऐसे आपदा के समय में कोई बुरा असर ना पड़े। आदित्य सिंह और आशीष यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि कुलपति महोदय से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख कर कई विषयों पर चर्चा कर ज्ञापन सौंपा गया है,कुलपति ने हमारी सुझावों को सुनते हुए कहा कि हम लोग भी लगतार इस विषय पर कॉलेज से सुझाव माँग रहे है जल्द ही छात्रहित में निर्णय लिया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में जि़लाध्यक्ष आदित्य सिंह, प्रदेश सचिव आशीष यादव,भिलाई नगर युवा कांग्रेस अध्यक्ष अफरोज खान, जीवनदीप समिति के सदस्य शरद मिश्रा उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण लखन पटले एवं नगर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन आकाश राव गिरेपुंजे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उतई सतीश कुमार पुरिया के नेतृत्व में टीम बनाकर स्टाफ के टाउन एवं देहात पेट्रोलिंग के लिए रवाना हुई। इसी दौरान सूचना मिलने पर ग्राम उमरपोटी सदरार बाडी के कुछ व्यक्ति के द्वारा तांबा चोरी करके ले जा रहे हैं। सूचना पर मौके पर जाकर घेराबंदी कर रेड कार्रवाई की गई।
आरोपी कुश सोनी पिता संतोष सोनी एवं अलीराज पिता जैनूल अली निवासी दुर्गा मंदिर के पास रेलवे स्टेशन मरोदा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर धारा 91 जा.फौ नोटिस देकर उक्त सामान के संबंध में कागजात पेश करने के लिए नोटिस दिया गया जो आरोपी ने एक सप्ताह पहले चोरी करना बताए हैं। दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।