CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
देवेन्द्र कुमार बघेल की कलम से__
रायपुर / शौर्यपथ / देशभर में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। अब आने वाले श्रमिकों का किराया राज्य सरकार उठाएगी। ऐसे में सरकार ने केंद्र से श्रमिकों के लिए जल्द ही स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए कहा है। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर परिवहन आयुक्त ने रेलवे के पत्र लिखा है। इसमें ट्रेन से आने वाले श्रमिकों का किराया देने की बात कही गई है। परिवहन आयुक्त डाॅ. कमलप्रीत सिंह ने रायपुर के डिवीजनल रेलवे मैनेजर श्याम सुंदर गुप्ता को पत्र लिखकर सरकार की मंशा की जानकारी दी है। साथ ही कहा है कि छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को लाने के लिए रेलवे उचित कार्यवाही करे। पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 के तहत तीसरा लाॅकडाउन 4 मई से दो सप्ताह के लिए प्रभावी हो गया है। ऐसे में श्रमिकों काे लाने के लिए राज्य सरकार स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था चाहती है । छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर लगातार देशभर से श्रमिक और दूसरे अन्य लोग संपर्क कर रहे हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान से अब तक 6074 प्रवासियों ने वापसी के लिए संपर्क किया है। अकेले राजस्थान से 5130, गुजरात से 499 और मध्य प्रदेश से 445 प्रवासी छत्तीसगढ़ लौटने के इच्छुक हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ से इन राज्यों में वापस जाने के लिए भी लोग संपर्क कर रहे हैं । छत्तीसगढ़ से राजस्थान जाने के लिए 3952 प्रवासियों ने हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क साधा है। डाटा बेस के अनुसार, इन प्रवासियों को लाने और भेजने की योजना तैयार की जा रही है। श्रमिकों को लाने और यहां से भेजे जाने की कार्ययोजना को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने इन राज्यों के लिए जल संसाधन विभाग के सचिव अविनाश चंपावत (9399273076) को राज्य नोडल अधिकारी नियुक्ति किया है। प्रदेशवार इनको बनाया गया नोडल अधिकारी , मध्यप्रदेश : प्रभांशु मित्र वर्मा (74705-71991 एवं 91795-71987) ई-मेल This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. , गुजरात : जयंत दास (93014-79765 एवं 83497-85420) ई-मेल This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. , राजस्थान : मनीष थवाइत (73987-85120 एवं 95896-99353) ई-मेल This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. बाहरी राज्यों से छत्तीसगढ़ लौटने वाले श्रमिकों के क्वारैंटाइन समेत अन्य व्यवस्थाओं के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग स्टेट नोडल अफसर नियुक्त किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी व्यवस्था की तैयारी के लिए जिम्मेदारी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी को दी गई है, जबकि नगरीय निकाय क्षेत्रों में यही जवाबदेही सचिव नगरीय प्रशासन अलरमेलमंगई डी संभालेंगी। तो वही नई दिल्ली में सोनिया गांधी ने भी कहा कि , मजदूरों के ट्रेन का खर्चा कांग्रेस देगी ,
लॉकडाउन की वजह सेदेश के अलग-अलगहिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों की स्पेशल ट्रेनों के जरिए घर वापसी हो रहीहै, लेकिनअब किराये को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार कोकेंद्र पर तंज कसा कि गुजरात के कार्यक्रम में ट्रांसपोर्ट और खाने पर 100 करोड़ खर्च किए जा सकते हैं तो मजदूरों को फ्री रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दी जा सकती? सोनिया के इस बयान के बाद छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश सरकार ने भी कहा कि मजदूरों का ट्रेन टिकट का खर्च हम उठाएंगे। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि किराए का 85% खर्च हम उठा रहे हैं। राज्यों को सिर्फ15% खर्च उठाना है। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद प्रवासी मजदूरों को स्पेशल ट्रेनों के जरिए उनके घरों तक भेजा जा रहा है। अकेले महाराष्ट्र से अब तक 35 हजार प्रवासी मजदूरों को भेजा जा चुका है। 34 श्रमिक ट्रेनों के जरिए घरों को भेजे जा रहे इन मजदूरों से किराया लिए जाने को लेकर केंद्र की आलोचना की जा रही है। यात्रा के लिए मजदूरों से स्लीपर क्लास के अलावा 30 रुपए का सुपर फास्ट किराया और 20 रुपए का अतिरिक्त चार्ज श्रमिक स्पेशल ट्रेन के लिए वसूल किया जा रहा है ।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर जा रहे मजदूरों से 50 रुपए ज्यादा किराया लिया जा रहा है। शनिवार को भिवंडी से गोरखपुर तक चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में हर यात्री के 800 रुपए लिए गए जबकि वास्तविक किराया 745 रुपए ही था। पुरी से सूरत तक का किराया 710 रुपए लिया गया। आगरा कैंट से अहमदाबाद के 250 रुपए वसूले गए। नासिक से भोपाल तक का किराया 250 रुपए लिया गया। बताया जा रहा है कि किरायेके अलावा 30 रुपए सुपर फास्ट चार्ज और 20 रुपए अतिरिक्त चार्ज लिया जा रहा है।
सोनिया गांधी ने कहा कि ?
सोनिया ने सवाल उठाया कि जब विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने का किराया नहीं लिया गया तो फिर प्रवासी मजदूरों के लिए ऐसी विनम्रता क्यों नहीं दिखाई जा सकती? जब हम गुजरात के एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपए ट्रांसपोर्ट और खाने पर खर्च कर सकते हैं, रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोरोना फंड में 151 करोड़ रुपए दे सकता है तो फिर प्रवासियों को फ्री रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते? सोनिया ने कहा- यह परेशान करने वाली बात है कि संकट की घड़ी में रेलवे प्रवासियों से किराया वसूल रहा है।मजदूरों के पास खाने-पीने और दवा का इंतजाम भी नहीं है और ऐसे में किराया वसूलना गलत है। उन्होंने कहा कि मजदूरों के किराये का इंतजाम संबंधित राज्य की कांग्रेस कमेटी उठाएगी।
राज्य सरकारों ने भी किया वादा ?
वीडियो मैसेज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि छात्रों का ट्रेन किराया बिहार सरकार सीधे रेलवे को देगी। प्रवासी मजदूरों का यात्रा के दौरान जितना भी खर्च हुआ है, वह उन्हें 21 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद वापस कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि ट्रेनों के जरिए राज्य में अपने घरों तक आ रहे प्रवासी मजदूरों को कोई किराया नहीं देना होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार घर वापस लौट रहे मजदूरों का किराया देगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश के बाद हमने यह फैसला लिया है।
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों का किराया हमारी सरकार उठाएगी।
इस मामले में अपने उप्पर आरोप लगते देख कर , देनी पड़ी सफाई ?
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवालने किराये को लेकर उठे विवाद पर कहा- हमने कभी भी किसी मजदूर से किराया लेने की बात नहीं कही। किरायेका 85% केंद्र सरकार और 15% राज्य सरकार को वहन करना है। रेलवे और राज्य सरकारों ने आपस में विचार विमर्श करने के बाद ट्रेनें चलाने का फैसला किया था।
सच्चाई को समझे ?
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा- प्रवासी मजदूरों को खाना और पानी मुफ्त में दिया जा रहा है। हमने अब तक 34 ट्रेनें चलाई हैं। हमने जो अपनी एसओपी जारी की है, उसमें कहीं भी नहीं लिखा है कि किराया यात्रा करने वाले प्रवासी मजदूरों से वसूला जाए। सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि राजस्थान, तेलंगाना जैसे राज्य, जहां से ट्रेनें चल रही हैं, वे श्रमिकों के लिए किराया दे रहे हैं। झारखंड भी मजदूरों के लिए किराये का भुगतान कर रहा है। गुजरात सरकार ने एक एनजीओ के माध्यम से यात्रा में आने वाले खर्च के एक हिस्से का भुगतान करने के लिए एनजीओ को जिम्मा सौंपा है। केवल महाराष्ट्र ही यात्रियों से किराया ले रही है। महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अपील की है कि राज्य से बाहर जाने वाले प्रवासी मजदूरों का खर्चा राज्य सरकार उठाए।
मामले की शिकायत जनसेवा समिति की अध्यक्ष ने कि , विधायक देवेंद्र यादव के समक्ष ।
दुर्ग / शौर्यपथ / जनसेवा समिति की अध्यक्षा श्रीमती नफीस असलम ने महापौर व विधायक भिलाई देवेन्द्र यादव से मांग की है कि जोन 2 खुर्सीपार सेक्टर 11बीएसपी आवासों मे रहने वालो के साथ भिलाई इस्पात संयंत्र प्रशासन सौतेला व्यवहार कर रही है पटरी पार क्षेत्रो मे प्रतिदिन विघुत अवरुद्ध(बंद) करना पहले सुबह 6 से 7 बजे तक किया जाता था लोगों को कहा गया कि उस समय पानी सप्लाई होती है जिससे लोग नलो मे मोटरपंप लगाते है जिससे सभी जगह पानी नही पहुचता है अब जबकि लाकडाउन है गर्मी चरम सीमा पर है तो ऐसे समय मे सुबह 6से 9.30 बजे तक विघुत अवरुद्ध किया जाता है .
जबकि सेक्टर एरिया मे ऐसा नही होता है नफीस असलम ने महापौर से मांग की है कि एक तो वैसे भी बी एस पी क्वार्टर मे बीएस पी द्वारा सप्लाई पानी सभी घरो मे नही आता है इसलिए खुसीपार के तीनो जोन मे विघुत की सप्लाई निरन्तर की जाऐ यदि अति आवश्यक है तो सुबह 6 से 7 बजे तक बंद रखी जाऐ ओर खुसीपार क्षेत्र के तीनो जोन मे पानी सप्लाई के लिए पाईप लाइन को चैक कराया जाऐ चूंकि पाईपलाईन कई वर्ष पुरानी है जिससे उसके अंदर कीचड,वृक्षों की जडों का जमवाड होने के पाईप लाईन जाम है जिस कारण सभी घरो मे पानी नही आता है विशेष रूप से लम्बे समय तक विघुत अवरुद्ध पर एक ज्ञापन देने वो भिलाई इस्पात संयंत्र ओर महापौर को अतिशीघ्र उनकी संस्था के सदस्यों द्वारा लाकडाउन का पालन करते हुए दिया जाऐगा।
नफीस असलम ने विधायक व महापौर से मांग करते उक्त समस्याओं के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रंबधन से हस्तक्षेप कर निदान कराने सहयोग करे मांग करने वालो मे अध्यक्ष श्रीमती नफीस असलम,श्रीमती सोनी,श्रीमती रिजवाना, श्रीमती संतोषी, श्रीमती नुरूसह सुब्हा,श्रीमती सुमित्रा, श्रीमती रीना,सहित समस्त सदस्यों ने की है
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग रनिंग रूम का हरित कायाकल्प किया गया है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु पूरे देश में जहां लॉक डाउन है भारतीय रेल द्वारा देश के कोने -कोने में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाडियाों एवं पार्सल गाडियों का परिचालन किया जा रहा है। ऐसे में चालक दल उत्साहित रहे एवं रेलों का परिचालन सुरक्षित संरक्षित को चालक दल को पूर्णता विश्राम मिले उन्हें सुखद अनुभूति को इसी कड़ी में दुर्ग रनिंग रूम में विशेष हरित अभियान चलाकर रनिंग रूम परिसर को पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है। जो पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ चालक दल को बेहतरीन आवासीय अनुभूति प्रदान करता है।
ज्ञातव्य है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में चालक दल लोको पायलेट, सहायक लोको पायलेट गार्ड जो रेल का परिचालन करते हैं उन्हें अपनी ड्यूटी के उपरांत रेस्ट देने के लिए भारतीय रेलवे में रनिंग रूम बनाए गए हैं ताकि चालक दल विश्राम कर सके एवं पुन: ड्यूटी पर जाने के लिए नई ऊर्जा प्रदान कर सकें एवं रेलों का परिचालन सुरक्षित और संरक्षित हो। रनिंग रूम परिसर में सुंदर फूलों के पौधे छायादार वृक्ष सजावटी पौधे ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाने वाले पौधे लगाए गए हैं परिसर में चारों ओर बिछी हरी-हरी नरम घास हरे कालीन का एहसास कराती है। दुर्ग रनिंग रूम आधुनिक साज-सज्जा के साथ चालक दल को पारिवारिक माहौल एवं शांति प्रदान करता है। जिससे उनकी कार्य क्षमता एवं रेल परिचालन में सतर्कता में बढ़ोतरी हो एवं लॉकडाउन की विषम परिस्थितियों में उनका हौसला बना रहे और देश में रेल परिचालन निर्बाध रूप से संचालित रहे।
भिलाई / शौर्यपथ / आज दोहपर लगभग 2 बजे अंजोरा बाईपास रोड पर एक ट्रक ड्रायवर से चार हजार रूपये लूट कर भाग रहे तीन आरोपियों को दौड़ा कर पकडने का सराहनीय कार्य किया है। पेट्रोलिग पार्टी ने आरोपियों को अंजोरा थाना के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यातायात हाईवे पेट्रोलिंग- 01 के द्वारा अपने क्षेत्र में पेट्रोलिंग करते समय दुर्ग अंजोरा बाईपास रोड में सरदार ढ़ाबा के पास एक ट्रक वाहन क्रं-सीजी 09 बी 0729 खराब हो गया था जिसे ड्राइवर के द्वारा मरम्मत कार्य किया जा रहा था, उसी समय तीन आरोपियों के द्वारा नशे के हालत में ट्रक ड्राइवर से मारपीट कर 4 हजार रूपये नगद लूट कर आरोपी भाग रहे थे। इसकी सूचना हाईवे पेट्रोलिंग-01 को ट्रक ड्राइवर द्वारा दिया गया।
सूचना मिलते ही हाईवे पेट्रोलिंग 01 को देखकर आरोपी भागने लगे जिसे हाईवे पेट्रोलिंग के जवान आरक्षक सूर्यप्रताप सिंह, आरक्षक छत्रपाल साहू, चालक आरक्षक द्वारिका प्रसाद द्वारा आरोपियों को दौडाकर पकडा गया इसकी सूचना हाईवे पेट्रोलिंग के द्वारा कंट्रोल रूम को दी गई तत्पश्चात अंजोरा चौकी पेट्रोलिंग घटना स्थल पहुंचने पर आरोपियो को पेट्रोलिंग पार्टी के सुपुर्द किया गया।
भिलाई / शौर्यपथ / कहते है मुसीबत में दिमाग कार्य नहीं करता किन्तु खुर्सीपार की महिला ने इस संकट की घडी में भी विवेक का परिचय देते हुए कुछ ऐसा कार्य किया जिससे समाज में कोरोना से लडऩे के लिए एकजुटता और विवेकपूर्ण फैसले का अच्छा सन्देश जायेगा . नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत खुर्सीपार सेक्टर के बाबा बालकनाथ मंदिर के पास निवासी पूर्णिमा कौर ने एक अच्छा संदेश पूरे शहर वासियों को दिया है। इस महिला ने अपने पति के घर आने पर उन्हें घर के आंगन के बाहर रखा और घर के भीतर प्रवेश करने से मना कर दिया। महिला ने अपने पति को घर के आंगन में ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भोजन के रूप में रोटी सब्जी दूर से ही परोसा, और तत्काल इसकी सूचना नगर पालिक निगम भिलाई के उच्चाधिकारियों को दी। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए महिला ने अपनी अहम जिम्मेदारी निभाई हैं। महिला के घर में तीन बच्चे भी निवासरत है। आज की इस समय में ऐसे ही सर्तक एवं जागरूक नागरिकों की आवश्यकता है।
खुर्सीपार निवासी महिला ने बताया कि उनके पति सुखदेव सिंह राउरकेला (उडिसा) से विभिन्न वाहनों से लिफ्ट लेकर भिलाई पहुंचे और पहुंचने के बाद महिला के मोबाइल से संपर्क किया गया। महिला ने तत्काल घर आने का आग्रह किया। और घर के बाहर ही अपने पति को रखा तथा घर के भीतर प्रवेश करने नहीं दिया। पति को भूख लगने पर महिला ने रोटी सब्जी बनाई और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए घर के बाहर ही अपने पति को भोजन दिया तथा तत्काल अपने पति की आने की सूचना महिला ने निगम प्रशासन के जोन कं्र. 04 के जोन आयुक्त प्रीति सिंह को दिया, निगम के अधिकारियों को सूचना प्राप्त होने पर जिला स्वास्थय विभाग को बाहर से आए हुए व्यक्ति की सूचना दी गई है, स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के घर पहुंच चुकी है। महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा किए जा रहे प्रचार प्रसार के माध्यम से उन्हें बाहर से आए हुए व्यक्तियों की सूचना देने की जानकारी मिली थी एवं निगम द्वारा जारी किए गए मोबाइल नं. प्राप्त हुए हैं।
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई में कोरानेा के मरीजों का मिलने का सिलसिला थम नही रहा है। अभी गत दो दिन पूर्व ही यहां 8 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले थे, इसी दरम्यिान आज फिर एक कोराना की महिला मरीज मिल गई। जिले के सीएमएचओ गंभीर सिंह ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह महिला भिलाई के फरीदनगर की निवासी है जिसकी उम्र 26 वर्षीय है। यह महिला हाल ही में शादी कर 15 दिन तक महाराष्ट्र घूमकर सोमवार को नागपुर से लौटी थी, स्वास्थ्य विभाग ने उसे कल ही आनंद मंगलम के आईसोलेशन वार्ड में रखा था और उसका सेम्पल लेकर जांच के लिए एम्स भेजा था जिसकी आज रिपोर्ट कोराना से पॉजेटिव आई है। भिलाई में मिले अबतक सभी कोरोना के पॉजेटिव मरीज दूसरे प्रदेश से ही आये हुए है।
ज्ञातव्य हो कि सोमवार को भी जो 8 कोरोना के पॉजेटिव मरीज मिले है, वह सभी मजदूर और ड्रायवर है, ये लोग महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और पं. बंगाल से आये हुए थे और आज जो महिला मरीज मिली है वह भी महाराष्ट्र से ही कल आई थी। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन उक्त महिला को रायपुर एम्स ले जाने की तैयारी कर रहा था। वर्तमान में, छत्तीसगढ़ में कुल कोरोना के सक्रिय मामले 23 हैं।
इस आशय का ट्वीट ्रढ्ढढ्ढरूस् ने भी किया है।
फरीद नगर क्षेत्र की महिला की रिपोर्ट पोजिटिव आते ही नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी द्वारा फरीदनगर क्षेत्र निरीक्षण! चप्पे-चप्पे पर निगम प्रशासन की नजर रही . 3 घंटे तक रुके रहे आयुक्त एवं चप्पे-चप्पे पर रखी नजर रख फरीदनगर के क्षेत्रों का निरीक्षण कर पूरा जायजा लिया गया आयुक्त ने पुरे पूरे क्षेत्र में बैरिकेटिंग के कार्य को अंजाम देने का निर्देश दिया वार्ड के गली मोहल्ला में सघन निरीक्षण . चूंकि महिला ने सूझ बुझ का परिचय देते हुए फरीद नगर स्थित घर नहीं पहुंची थी और सीधे जिला अस्पताल पहुंची थी अतएव इस बात की आशंका नहीं रही कि महिला के प्राइमरी कांटेक्ट में आसपास के रहवासी आये होंगे। किन्तु सावधानी की दृष्टी से प्रशासन ने पुरे क्षेत्र को Sanitizing किया लगभग ३- ४ घंटे चली इस प्रक्रिया में आयुक्त भिलाई स्थल पर मौजूद रहे .
शरद पंसारी की रिपोर्ट
दुर्ग / शौर्यपथ / लॉक डाउन 3 की घोषणा हो चुकी है . लॉक डाउन 3 में कई शासकीय कार्यालय खुल चुके है और सोशल डिस्टेंस के पालन करते े हुए कार्य भी प्रारंभ हो चूका है वही शराब दुकानों का सञ्चालन भी जोरो से शुरू हो गया . शराब दूकान खुलते ही सोशल डिस्टेंस की धज्जिय भी उडऩे लगी . वही शहर में ऐसे कई प्रतिष्ठान भी खुल गए जो गैर अनुमति प्राप्त है .
दुर्ग जिला मुख्यालय में जमीनों से लेकर जुड़े पंजीयन कार्यालय खुलने के साथ ही जमीनों के क्रय विक्रय सम्बन्धी कार्य आरम्भ हो गए . पंजीयन कार्यालय सहीत टाउन एंड प्लानिंग के कार्यालय में भी आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है किन्तु दुर्ग के तहसील कार्यालय में अभी भी डाईवर्सन के आवेदन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है जबकि इसी तहसील परिसर में सीमांकन , प्रमाणीकरण और फौती का आवेदन सम्बंधित अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा किन्तु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ) कार्यालय में डाईवर्सन से सम्बंधित आवेदन के लिए आम जनता इंतज़ार कर रही है .
जिस प्रकार कोरोना से जंग में कड़ी तोडऩे से ही जीत मिलती है उसी तरह जमीनों की खरीदी बिक्री में अगर डाईवर्सन का कार्य पूरा नहीं हो तो एक प्रकार से खरीदी बिक्री अधूरी हो जाती है . ऐसा ही हाल वर्तमान में दुर्ग तहसील कार्यालय की है . दुर्ग तहसील कार्यालय में डाईवर्सन का कार्य के लिए अभी भी आवेदन नहीं लिए जा रहे है . एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री पंजीयन के कार्य में कोई परेशानी ना हो का निदेश दे रहे है वही दुर्ग तहसील कार्यालय द्वारा डाईवर्सन का आवेदन ना लेने से क्रेता विक्रेता असमंजस की स्थिति में है .
एसडीएम खेमलाल वर्मा से जब इस सम्बन्ध में बात की गयी तो उनके अनुसार कार्यालय में 17 मई के बाद ही डाईवर्सन के आवेदन लेने की बात कही गयी है . अगर तहसील कार्यालय अपने फैसले पर स्थिर रहता है तो डाईवर्सन के आवेदकों को 17 मई तक का इंतज़ार करना होगा . जिस तरह प्रदेश और देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे है अगर कही लॉक डाउन की थिति और विस्तृत होगा तो फिर आवेदकों को शायद लम्बा इंतज़ार करना पड़ सकता है . तहसील कार्यालय के इस फैसले से डाईवर्सन के कारण कई लोगो के बैंक लोन , भवन अनुज्ञा , निर्माण आदि के कार्य अधर में लटके हुए है .
एक तरफ शासन शराब दूकान की अनियंत्रित भीड़ को संभाल रही है तो तहसील कार्यालय में भी कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकती है क्योकि चाहे जैसी भी स्थिति हो शराब दूकान जैसी स्थिति तहसील कार्यालय में होना असंभव सा है बस जरुरत है एक सार्थक पहल की . जमीन से जुड़े व्यतियो के अनुसार अगर तहसील कार्यालय में डाईवर्सन के आवेदन का कार्य शुरू होता है तो जमीन व्यापार से जुड़े लोग शासन के निर्देशों का पालन करते हुए कार्य को अंजाम देंगे .
दुर्ग / शौर्यपथ / लॉकडाउन के 43 दिन के पश्चात एक ही दिन में कोरोना के 8 संक्रमित मिलने के बाद भी शहर में छग विद्युत मंडल के एटीपी मशीनों में बिजली बिल जमा करने एवं सरकारी उचित मूल्य की राशन दुकानों में व अन्य राज्यों से आवागमन हेतु शासन द्वारा बनाए जा रहे पास की लाइन में सोशल डिस्टेसिंग एवं मास्क पहनने का पालन नही हो रहा है एवं नगर पालिक निगम दुर्ग के होम क्वारंटाईन किए गए कर्मचारियों द्वारा अनावश्यक बाहर निकाल रहे है।
जिससे संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है एवं वर्तमान में दुर्ग कोरोना पॉजिटिव मिलने से वार्ड की जनता दहशत में है तथा लगातार शिकायत मिल रही है .
सार्वजनिक स्थलों में भीड़ को देखते हुए विधायक अरुण वोरा ने कलेक्टर अंकित आनंद व नगर निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन को आगाह किया कि कोरोना पॉजीटिव की संख्या में हिजाफा ना हो शहर को बचाने हेतु इन स्थानों पर सेनेटाईजर एवं पुलिस व चिकित्सकों टीम द्वारा मॉनिटरिंग की आवश्यकता हैं जिससे सोशल डिस्टेसिंग का गंभीरता से पालन करवाने संबंधित विभाग को आदेशित करें तथा अभी संक्रमण की स्थिति कई स्थानों पर संभावित है इसे देखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए जिले में स्वास्थयगत आपात कालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने अतिआवश्यक है।
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव ने आज निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी के साथ बैठक कर अहम विषयों पर चर्चा की। महापौर देवेंद्र यादव ने निगम कमिश्नर से चर्चा में कहा कि बाहर से आ रहे मजदूरों को जहां रखा जा रहा है। वहां उनके लिए रखने खाने की बेहतर व्यवस्था की जाए। साथ ही जो भिलाई निगम क्षेत्र के कंटेंटमेंट जोन है वहाँ सेनेटाइजेसन और फॉगिंग की जाए। साथ ही बाहर से आने वाले मजूदर को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
इस पर कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि वे बाहर से आ रहे मजूदरों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। साथ ही नगर निगम भिलाई क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंद लोगों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। सभी के लिए सुबह नाश्ता के बाद दोपहर में भोजनए शाम को चाय नाश्ता और रात में भोजन कीव्यवस्था की गई है।
इसके अलावा सभी जगह मनोरंजन के लिए एलईडीए रेडियों भी लगाया गया है। इसके अलावा शहर के जरूरतमंद लोगों को भूखा न सोना पड़े। इसके लिए भी निगम प्रशासन द्वारा दान दाताओं ने जो राशन आदि दान में दिए है। उन दान के राशनों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। शोसल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को राशन से लेकर सेनेटाइजर व मास्क भी उपलब्ध कराया गया है।
कमिश्नर ने महापौर को बताया कि शहर के सभी कंटेंटमेंट जोन का पूरी तरह से सेनेटाइजेसन किया जा रहा है साथ ही फॉगिंग भी किया जा रहा है। इससे पहले भी निगम प्रशासन शहर के सभी वार्ड को सेनेटाइजेसन कर चुके। जनता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
जरूरतमंद लोग के साथ ही बाहर से आ रहे मजदूर व विद्यार्थियों के लिए चिंता जाहिर की है साथ ही उन्हें कोई परेशानी न हो। इसकी भी व्यवस्था करने के लिए चर्चा की है। महापौर देवेंद्र यादव और निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी ने शहर के प्रत्येक नागरिक से अपील की है वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही कोरोना वायरस से बचने सरकार के निर्देश का पालन करे। लापरवाही न बरतें और सभी अपने घर मे ही रहे।
दुर्ग / शौर्यपथ / आदित्य नगर दुर्ग के निवासियों के व्दारा आज रोहित रंगारी के नेतृत्व में दुर्ग ए.डी.एम.रविराज ठाकुर को ज्ञापन सौंपकर आदित्यनगर स्थित कुषाभाउ ठाकरे क्वारंटाइन सेंटर को शहर के किसी अन्य अन्यंत्र स्थान पर स्थानांतरित करवाने की मांग की गई।
ज्ञात होगा कि कुषाभाउ ठाकरे क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे हुए लोगों में 2 व्यक्ति को कोरोना पॉजीटिव पाया गया है, जिससे आदित्यनगर, जवाहर नगर, आशानगर, शिवाजी नगर, शांति नगर, कैलाश नगर घनी आबादी वाले मुहल्लों में दहषत का वातावरण आसपास के लोगों में पनप गया है। जिससे लोग काफी डरे हुए हैं।
उक्त जानकारी देते हुए रोहित रंगारी ने बताया कि दुर्ग ए.डी.एम.ठाकुर से तत्काल इस गंभीर समस्या से निजात दिलवाने की बात कही। ज्ञापन सौंपनेवालों में अमित देवांगन पार्षद, राकेष ठाकुर समाजसेवी, गणेष यादव, दीनानाथ गुप्ता, अजय जायसवाल, राजेन्द्र तिवारी, राजा पांडेय, संजय अन्थोनी, शरद देवांगन, राजू सिंह, युवराज ठाकुर, अषोक साहू, टी.वी.एस.राव आदि वार्डवासी उपस्थित थे।
शौर्यपथ लेख / छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल के पास ऐसे कई लोगो के आवेदन आ रहे होंगे जो अन्य प्रदेशो में फसे हुए है और वापसी आना चाहते है . छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कोरोना का कहर नहीं है . प्रदेश सर्कार हर कदम फूंक फुक कर रख रही है कि कही से भी कोई गलती ना हो जाए ऐसे में अन्य प्रदेशो में पढाई के लिए गए छात्रों के परिजन चिंतित है कि उनके बच्चे लॉक डाउन में फसे हुए है और कैसे रह रहे होंगे . ऐसे ही मामलो में राजस्थान कोटा में शिक्षा के लिए गए बच्चो की संख्या ज्यादा है जिन्हें वापसी लाने का काफी दबाव था साथ ही कोरोना संक्रमण जो अभी छत्तीसगढ़ में नहीं के बराबर है उसे भी नियंत्रण करना ज़रूरी है .
सभी बातो को ध्यान में रखते हुए एवं प्रदेश को कोरोना संक्रमण से दूर रखने का सफल प्रयास करते हुए प्रदेश सरकार ने राजस्थान से प्रदेश के बच्चो को वापस लाने का फैसला किया एवं साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी सुरक्षा हेतु बच्चो को प्रदेश के अलग अलग शहरो में 14 दिन के लिए क्वारेंटाईन करने का फैसला लिया जो कि स्वस्थ समाज के लिए भी हितकारी है किन्तु जो परिजन अभी तक बघेल सरकार से बच्चो को प्रदेश में लाने के लिए निवेदन कर रहे थे वही परिजन आज जिद पर अड़े है कि कि बच्चो को घर ले जायेंगे . अभी तक जब 30 दिनों से दुरस्त प्रदेश( लगभग 1400 किलोमीटर दूर ) में थे तब मुख्यमंत्री से और प्रशासन से निवेदन कर रहे थे और जब बच्चे प्रदेश में गृह निवास से लगभग 200 किलोमीटर दुर है तो अब घर लाने के लिए प्रशासन के फैसले पर कई परिजन ऊँगली उठा रहे है है इसे ही कहते है नेकी करो और बुराई मोल लो वो भी उस समय जब सिर्फ कोटा में ही नहीं पुरे भारत में प्रदेश के कई हजार बच्चे फसे हुए है क्या परिजनों को मुख्यमंत्री का आभार नहीं मन्ना चाहिए कि कम से कम उनके बच्चे प्रदेश में है और 14 दिनों बाद घर में भी आ जायेंगे .
( शरद पंसारी , संपादक शौर्यपथ दैनिक समाचार )
रायपुर. छत्तीसगढ़ में दो दिनों से लगातार बारिश, धुंध और कोहरा जारी है। तेज बारिश और धंुध ने एक ओर जहां रायपुर आने वाली उड़ानों का रास्ता रोक दिया है, वहीं मौसम के बदले मिजाज के कारण दुर्ग रायपुर और बिलासपुर में कोल्ड-डे घोषित कर दिया गया है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर शुक्रवार को अभी तक एक भी विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ नहीं हो सका है। दिल्ली से आने वाले एयर इंडिया की फ्लाइट को फिर नागपुर डायवर्ट किया गया है। हालांकि कुछ घंटों बाद उड़ान सेवाएं बहाल होेने की संभावना है।
रायपुर एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 700 मीटर
रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर कम विजिबिलिटी की वजह से शुक्रवार सुबह से एक भी फ्लाइट की लैंडिंग और टेकऑफ नहीं हो पाया है। रनवे पर उतरने के लिए 1200 मीटर विजिबिलिटी की आवश्यकता होती है और सुबह से ही विजिबिलिटी 700 मीटर है। धंुध के कारण कई उड़ानें देर से हैं। इसके कारण एयरपोर्ट पर यात्री भी परेशान हैं। गुरुवार को भी धुंध के कारण दिल्ली से आने वाली फ्लाइट को डायवर्ट किया गया था। वह फ्लाइट दोपहर 12 बजे के बाद ही रायपुर आ सकी।