February 06, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

मरवाही में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए 3 करोड़ और जिला चिकित्सालय के लिए 35 करोड़ रूपए की घोषणा
43.10 करोड़ रुपए की लागत के 37 कार्यों का हुआ भूमिपूजन एवं लोकार्पण
  रायपुर/शौर्यपथ/राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज जीपीएम जिले को 43 करोड़ 10 लाख 14 हजार रुपए की लागत के 37 विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण कार्यों की सौगात दी । इनमें भूमि पूजन के 32 करोड़ 38 लाख 10 हजार रुपए की लागत के 30 कार्य और 10 करोड़ 72 लाख 04 हजार रुपए की लागत के 7 लोकार्पण कार्य शामिल है। मरवाही विकासखंड के ग्राम पंचायत तेंदूमूड़ा में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला प्रांगण में प्रभारी मंत्री एवं अतिथियों ने पूजा अर्चना के साथ विधिवत् भूमि पूजन किया।
इस मौके पर मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रहा है कि आने वाले 13 दिसम्बर को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन का एक साल पूरा हो रहा है। इस अल्प अवधि के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री ने केबिनेट की पहली बैठक में 18 लाख आवासहीन परिवारों को आवास दिया। उन्होंने किसानों को दो साल का बकाया बोनस, 3100 रूपए क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं को हर महिने एक-एक हजार रूपए देने, तेंदुपत्ता प्रति मानक बोरा 5500 रूपए करने, पीएससी घोटाले की निष्पक्ष जांच एवं पारदर्शी भर्ती, रोजगार के क्षेत्र में विशेष पहल, आयुष्मान कार्ड से 5 लाख रूपए तक मुफ्त इलाज सहित सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जीरो टारलेंस की सरकार चला रहे हैं।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना मेरा पहला दायित्व है। उन्होंने मरवाही में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए 3 करोड़ रूपए और जिला चिकित्सालय के लिए 35 करोड़ रूपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिलेवासियों के बेहतर उपचार के लिए पिछले एक साल के भीतर जिले में 12 विशेषज्ञ डॉक्टर की पदस्थापना की गई है।

कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग के संचालन की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन की सबसे बड़ी धरोहर और आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही जीवन में निर्धारित लक्ष्य अर्जित होता है। शिक्षा से भविष्य संवरता है। इससे जीवन की दिशा निर्धारित होती है। जीवन में किसी भी लक्ष्य और मुकाम को अर्जित करने के लिए शिक्षा का बहुमूल्य योगदान होता है। कलेक्टर ने इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षकों को संवेदनशीलता के साथ बच्चों का भविष्य सुदृढ़ करने और संवारने की दिशा में समय-समय पर उन्हें प्रोत्साहित करने और विविध गतिविधियों से जोडऩे के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को बचपन से ही एक लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढऩे की दिशा में उन्हें प्रेरित करने कहा । उन्होंने बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा के लिए विशेष क्लास लगाकर विद्यार्थियों  का ज्ञानवर्धन करने कहा। कलेक्टर ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी शिक्षक स्कूल एवं छात्रावास परिसर में मर्यादित आचरण और चरित्र बनाए रखें। किसी भी प्रकार के अव्यावहारिक आचरण नहीं करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक, ऐसा आचरण व व्यवहार करें, जिससे बच्चें उन्हें प्रेरित होकर अनुसरण करें।
        कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अंतर्गत शालाओं में स्वीकृत शिक्षकों के पद भरे गए पद और रिक्त पदों की जानकारी ली। हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल स्तर पर विषयवार विशेषज्ञ शिक्षकों के भरे गए पद, रिक्त पदों की जानकारी लेकर विषय विशेषकों की कमी पर शालाओं में नियुक्त शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा अध्ययन कराने कहा।  कलेक्टर ने बैठक में शालाओं में उपलब्ध संसाधन, सुविधा और कमियों पर चर्चा करते हुए कहा कि आवश्यक संसाधन के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करें। जर्जर स्कूल होने की दशा में नए भवन के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा है। कलेक्टर ने बैठक में स्कूलों में अध्यनरत शतप्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी शिक्षकों को 15 दिवस के भीतर आवश्यक कार्यवाही करने कहा है। पात्रता अनुसार सभी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिले इसके लिए आवश्यक पहल करने की निर्देश दिए गए हैं। सभी स्कूली विद्यार्थियों के आधार कार्ड को बैंक खाता से लिंक करने की कार्यवाही भी करने कहा गया है।
       कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित छात्रावास, आश्रमों की समीक्षा करते हुए कहा कि छात्रावास, आश्रम में परिवार जैसे माहौल निर्मित करें। यहां अध्यनरत बच्चों को परिवार जैसा माहौल और स्नेह मिले। कलेक्टर ने बैठक में आदिवासी विकास विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि शासन की मंशानुसार सभी पात्र हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाए।

*मनखे-मनखे एक समान के सिद्धांत से सम्भव है समाज में समरसता - खाद्य मंत्री श्री बघेल *
मंत्री  श्री बघेल ने ग्राम पंचायत दर्री मे सीसी रोड के लिए 10 लाख रूपये की घोषणा की
समाज सुधार, शिक्षा और सामाजिक एकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वालों को किया गया सम्मानित
अंतर्जातीय विवाह योजनांतर्गत ढाई-ढाई लाख के सौपे चेक
 बेमेतरा /शौर्यपथ /आज बेमेतरा जिले के विकासखण्ड नवा गढ़ के *ग्राम पंचायत दर्री में परम पूज्य गुरु घासीदास बाबाजी की स्मृति में सर्वजन हितार्थ एवं अस्पृश्यता निवारणार्थ सद्भावना शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर का उद्देश्य समाज में समानता, सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देना था ।  सर्वसमाज के साथ  सामूहिक भोज में मंत्री और अतिथियों ने साथ में भोजन किया ।
   खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने मुख्य अतिथि की आसंदी से उद्बोधन में गुरु घासीदास जी द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को स्मरण किया और उनके समाज सुधार के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास जी ने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव, अस्पृश्यता, और अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। उन्होंने समानता, सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित समाज की स्थापना का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने परम पूज्य गुरु घासीदास बाबाजी के आदर्शों और शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए समाज में समानता, भाईचारा और सद्भाव को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
   उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास ने हमेशा जातिगत भेदभाव, अस्पृश्यता और अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई और एक ऐसे समाज का सपना देखा जहां सभी लोग समान हों और सभी के साथ न्याय हो। उन्होंने शिविर में पंथी पार्टी को धन्यवाद दिया और उनकी सराहना की, क्योंकि पंथी पार्टी ने गुरु घासीदास बाबाजी के आदर्शों और गुणों को देश-विदेश तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
      समरसता शिविर में अपने संबोधन के दौरान खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने गुरु घासीदास जी के प्रसिद्ध सिद्धांत "मनखे-मनखे एक समान" का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि यह महान संदेश हर इंसान की समानता और मानवता को सबसे ऊपर रखने का प्रतीक है। मंत्री ने समझाया कि गुरु घासीदास जी ने समाज में फैले जातिगत भेदभाव, ऊँच-नीच, और असमानता के खिलाफ जीवनभर संघर्ष किया और उन्होंने यह संदेश दिया कि हर व्यक्ति, चाहे उसकी जाति, धर्म, या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो, एक समान है।
 मंत्री श्री बघेल ने इस सिद्धांत पर जोर देते हुए कहा कि "हम सभी एक हैं" का अर्थ यह है कि हम सभी इंसान हैं और हमें एक-दूसरे के प्रति समान आदर और सम्मान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में समरसता तभी स्थापित हो सकती है जब हम हर व्यक्ति को समान दृष्टि से देखें और किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करें। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे गुरु घासीदास जी के इस महत्वपूर्ण संदेश को अपने जीवन में अपनाएं और समाज में समानता और एकता को बढ़ावा दें। मंत्री ने कहा कि एकजुटता और समभाव के बिना समाज का समग्र विकास संभव नहीं है, और यही "मनखे-मनखे एक समान" का सच्चा अर्थ है।
     मंत्री ने शिविर के महत्व पर  कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने और लोगों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे गुरु घासीदास के सिद्धांतों का पालन करें और समाज में व्याप्त असमानताओं को खत्म करने के लिए सक्रिय रूप से भाग लें। अपने उद्बोधन के अंत में, खाद्य मंत्री ने आयोजन समिति और सभी प्रतिभागियों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी और समाज में समरसता और समानता के संदेश को फैलाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
  कार्यक्रम मे खाद्य मंत्री श्री बघेल ने ग्राम पंचायत दर्री मे सीसी रोड व सौन्दर्यकरण के लिए 10 लाख रूपये की घोषणा की | इसके साथ ही बताया की मुक्तिधाम निर्माण की की स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है | पंथी दल के प्रथम द्वितीय और तृतीय को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि दी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम वाले को भी पुरस्कार दिया गया |
  इस  मौके पर गुरु घासीदास लोककला एवं नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया , जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा गुरु घासीदास के आदर्शों पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयी । इसके साथ ही विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं, और सम्मान समारोह भी आयोजित किए गए । इन कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल लोगों को एकजुट करना है, बल्कि समाज में व्याप्त अस्पृश्यता और भेदभाव को समाप्त करने के प्रति जागरूकता फैलाना भी है।
 शिविर में अंतर्जातीय विवाह योजनांतर्गत जितेंद्र कुमार-मंजु निषाद और नेल्सन जांगड़े-मोनिका साहू को ढाई-ढाई लाख रुपये के चेक और  प्रशस्ति पत्र सौपा । उन व्यक्तियों को भी सम्मानित  किया गया जिन्होंने समाज सुधार, शिक्षा और सामाजिक एकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया । यह आयोजन गुरु घासीदास के आदर्शों को प्रसारित करने और उनके संदेश को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का प्रयास है, जिससे सामाजिक सुधार और समानता को प्रोत्साहन मिले।
         
     समरसता शिविर के दौरान कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने कहा कि गुरु घासीदास ने समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष किया और लोगों को सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनके सिद्धांतों ने समाज में नई चेतना का संचार किया और सामाजिक एकता और समरसता को बढ़ावा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु घासीदास के जनकल्याणकारी कार्य न केवल उनके समय में बल्कि आज भी हमें एक सशक्त, समान और भेदभाव रहित समाज की दिशा में काम करने की प्रेरणा देते हैं। कलेक्टर ने गुरु घासीदास के दिखाए मार्ग पर चलने और उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम मे पूर्व विधायक अवधेश, जिला पंचायत सदस्य बिंदिया मीरे, नगर पालिका अध्यक्ष मंजू लता रात्रे, जिला पंचायत सदस्य अंजू बघेल ,जिला पंचायत सीईओ श्री टेकचंद अग्रवाल, एडीएम श्री प्रकाश भारद्वाज, अपर कलेक्टर श्री अनिल वाजपेयी, एसडीएम प्रकाश गोड़, जनपद सीईओ सहित अनुयायी,विभिन्न समाज के लोग,जिला स्तर के सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे |

700 बिस्तरीय एकीकृत नवीन अस्पताल भवन निर्माण के लिए 231 करोड़ रूपए का ई टेंडर सीजीएमएससी ने किया जारी
डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर परिसर (मेकाहारा) में होगा निर्माण
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के रूप में तरक्की और सुशासन का ये सफर लगातार आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में रायपुर के मेकाहारा में बढ़ते मरीजों का दबाव कम करने के लिए परिसर में 700 बिस्तरीय एकीकृत नवीन अस्पताल भवन निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है । उल्लेखनीय है कि इस वर्ष के बजट में मेकाहारा परिसर में 700 नवीन एकीकृत अस्पताल का प्रावधान किया था जिसके निर्माण की प्रक्रिया अब शुरू कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में इलाज के लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध हो सके इसके लिए लगातार पूंजीगत व्यय के निर्णय लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और नई सुविधाओं के विकास पर विशेष जोर दे रहे है।
मेकाहारा परिसर में 700 बिस्तरीय नवीन एकीकृत अस्पताल भवन के लिए 231 करोड़ रूपए के ई- टेंडर जारी होने पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का इजाफा करना उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होने कहा है कि इस एकीकृत अस्पताल के निर्माण से मेकाहारा अस्पताल के  अतिरिक्त भी लोगों के पास सर्वसुविधा वाला अस्पताल रहेगा।  इसमें रायपुर सहित सम्पूर्ण प्रदेश के लोगों को इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी और लोगों को ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा।
ई टेंडर के सम्बन्ध में  विस्तृत जानकारी सीजीएमएससी की वेबसाइट www.cgmsc.gov.in पर 10 दिसंबर से उपलब्ध रहेगी । इसके लिए प्री-बिड मीटिंग 19 दिसंबर को सीजीएमएससी मुख्यालय में सुबह 11 बजे होगी।  आनलाइन निविदा जमा करने की अंतिम तारीख 2 जनवरी 2025 तक होगी और 6 जनवरी 2025 को यह टेंडर खुलेगा।

मूलभूत सुविधाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए किया जा रहा विशेष शिविरों का आयोजन
   रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ राज्य की विशेष पिछड़ी जनजातियों में पंडो जनजाति का नाम प्रमुखता से आता है। यह जनजाति राज्य के दूर-दराज इलाकों में निवास करती है, जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव और शासन की योजनाओं तक पहुंच की समस्या लंबे समय से बनी हुई थी। इस समस्या का समाधान करने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सूरजपुर जिला प्रशासन द्वारा  महत्त्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
  सूरजपुर जिले में पंडो जनजाति को मूलभूत सुविधाओं और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन संपूर्णता अभियान के तहत प्रत्येक बुधवार को किया जा रहा है, जो कि उनकी विकास यात्रा में एक निर्णायक पहल साबित हो रही है।
  मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने  सदैव समाज के सबसे पिछड़े और हाशिए पर खड़े समुदायों के विकास पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। उनकी यह मान्यता है कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर और सुविधा मिलनी चाहिए, चाहे वह किसी भी भौगोलिक स्थिति में क्यों न हो। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की इस सोच को मूर्त रूप प्रदान करते हुए पंडो जनजाति जैसी विशेष पिछड़ी जनजातियों को शासकीय योजनाओं से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रयास किया जा रहा है,  ताकि इन समुदायों का समुचित विकास हो सके और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके।  इसी क्रम में पंडो जनजाति के विकास की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए सूरजपुर जिले के विभिन्न ग्राम पंचायत भवनों में विशेष शिविरों का आयोजन इस उद्देश्य से किया जा रहा है कि पंडो जनजाति के लोगों को शासन की योजनाओं का संपूर्ण लाभ पहुंचाया जा सके।
  पण्डो जाति के लिए विशेष शिविरों का आयोजन इनके विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। विशेष शिविरों के द्वारा इस जनजाति के प्रत्येक परिवार को शासकीय योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। इन शिविरों का आयोजन 18 दिसंबर 2024 तक जिले के विभिन्न ग्राम पंचायत भवनों में किया जाएगा। इसके तहत हर परिवार का सर्वेक्षण कर पंडो परिवार की जानकारी एकत्रित कर उनकी आवश्यकता और उपलब्ध सुविधाओं का आकलन करने के बाद संबंधित विभागों द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। इन पंडो परिवारों को मूलभूत सुविधाओं और योजनाओं से शत-प्रतिशत संतृप्त करने के लिए शिविरों का रोस्टर और कार्ययोजना बनाई गई है। रोस्टर के अनुसार प्रत्येक गांव में शिविर का आयोजन किया जा रहा हैै। इसमें तिथियों का निर्धारण कर जनजाति के लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। शिविरों के सफल क्रियान्वयन के लिए, कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। सभी विभाग के अधिकारियों द्वारा अद्यतन जानकारी परियोजना प्रशासक व एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना सूरजपुर को उपलब्ध कराई जाती है। इस वर्ग के विकास के लिए जिला प्रशासन, जनपद पंचायत, और आदिवासी विकास परियोजना के अधिकारी समन्वय में कार्य कर रहे हैं। हर विभाग के अधिकारी को अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि विकास की यह प्रक्रिया निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके।
    इस पहल से इस आदिवासी वर्ग के जीवन स्तर में निरंतर सुधार आ रहा है। शिविरों के आयोजन से पंडो जनजाति को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, आवास और आर्थिक सहायता की योजनाओं का लाभ विशेष शिविरों के माध्यम से उन्हें योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। इन शिविरों में जिन योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है, उनमें प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत पंडो जनजाति के परिवारों को पक्के मकान, स्वास्थ्य बीमा, मुफ्त गैस कनेक्शन, शौचालय निर्माण और सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।
    शासन एवं प्रशासन के इस प्रयास की सराहना पंडो जनजाति और स्थानीय समुदाय के लोगों द्वारा निरंतर की जा रही है। पहले जहां इन जनजातियों को मूलभूत सुविधाओं की कमी और योजनाओं से वंचित रहने की शिकायत थी, वहीं अब इन शिविरों के माध्यम से उन्हें उनका हक मिल रहा है। कई पंडो परिवारों ने अपने अनुभव साझा किए हैं कि कैसे इन योजनाओं के कारण उनके जीवन में बदलाव आया है।
    इस योजना के संबंध में स्थानीय पंडो निवासी रामेश्वर पंडो ने बताया कि पहले हमें शासन की योजनाओं के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाती थी, और न ही हमें पूरी तरह से उनका लाभ मिल पाता था। लेकिन अब विशेष शिविरों के माध्यम से हमें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। हमारे परिवार को आवास योजना का लाभ मिला है, और हमें स्वास्थ्य बीमा भी मिला है। इससे हमारे जीवन में काफी सुधार हुआ है।
उल्लेखनीय है कि इस संपूर्णता अभियान अंतर्गत जिले के सभी विकासखंडों सूरजपुर, रामानुजनगर, प्रेमनगर, भैयाथान, ओडगी और प्रतापपुर के ग्रामों में निवासरत विषेष पिछड़ी जनजाति पंडो को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने एवं संतृप्तिकरण प्राप्त करने की दिशा में निरंतर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत परिवार के मुखिया आधारित योजनाओं को देखा जाए तो विभिन्न ग्राम पंचायतों में 124 शिविर का अयोंजन कर 82 घरों में विद्युतीकरण, 184 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना, 72 शौचालय, 118 का मनरेगा जॉब कार्ड, 209 को उज्जवला गैस कनेक्षन, 389 को किसान क्रेडिट कार्ड, 250 को पीएम किसान सम्मान निधि एवं 73 घरों में हर घर नल से जल की सुविधा प्रदान की गई।
    इसके अलावा हितग्राहीमूलक योजनाओं को देखा जाए तो 191 हितग्राहियों का जाति प्रमाण पत्र, 322 का आधार कार्ड, 393 का राशन कार्ड, 99 को वोटर कार्ड, 116 को पेंशन, 243 स्व सहायता समूह गठन, 16 हितग्राहियों को वनधन केंद्र आजीविका, 44 का कौशल विकास, 583 हितग्राहियों का श्रम विभाग में पंजीकरण, 347 को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, 113 को प्रधानमंत्री पोषण योजना, 278 को सुकन्या समुद्धि योजना से लाभन्वित किया गया। 291 हितग्राहियेां का आंगनबाड़ी में पंजीयन, 496 का आयुष्मान कार्ड निर्माण, 107 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का लाभ, 1558 का सिकल सेल एनीमिया जांच, 140 हितग्राहियों का टीकाकरण, 94़9 हितग्राहियों का टीवी उन्मूलन जांच,  1166 लेागों का कुष्ठ रोग जांच, 33 को प्रधानमंत्री जनधन योजना से, 91 को जीवन ज्योति बीमा योजना एवं  158 हितग्राहियों को सुरक्षा बीमा योजना से लाभान्वित किया गया है।

पुलिस कर्मियों के लिए आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा का बनेगा मजबूत आधार - मुख्यमंत्री श्री साय
   रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 8 प्रमुख बैंकों के साथ पुलिस सैलरी पैकेज के तहत समझौता (एमओयू) किया है। इस समझौते में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और आईडीबीआई बैंक शामिल हैं।
  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस पहल को पुलिस कर्मियों के लिए सुरक्षा और सहयोग का एक मजबूत आधार बताया। उन्होंने कहा कि यह समझौता पुलिस विभाग के कर्मचारियों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह समझौता न केवल पुलिस कर्मियों को आर्थिक रूप से सशक्त करेगा, बल्कि उनके परिवारों की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा। यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की सुशासन और पारदर्शिता की नीति को और मजबूत करेगी और पुलिस कर्मियों के कार्यक्षमता और मनोबल में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।
    उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस पहल को पुलिस विभाग के कल्याण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को यह स्वतंत्रता दी गई है कि वे अपनी सुविधा और आवश्यकता के अनुसार किसी भी बैंक में सैलरी खाता खोल सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार की बाध्यता या अतिरिक्त शुल्क नहीं होगा। सभी बैंकों से प्राप्त प्रस्ताव पुलिस इकाइयों को भेजे जाएंगे ताकि पुलिस कर्मी अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे उपयुक्त बैंक का चयन कर सकें। यह समझौता पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों के लिए कई लाभ प्रदान करेगा। इसमें सामान्य मृत्यु के मामलों में ₹1 लाख से ₹10 लाख तक की जीवन बीमा राशि, दुर्घटना में मृत्यु के मामलों में  ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक की सहायता, स्थायी विकलांगता के मामलों में ₹30 लाख से ₹1 करोड़ तक और आंशिक विकलांगता के लिए ₹22.5 लाख से ₹1 करोड़ तक की बीमा राशि का प्रावधान शामिल है। बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए ₹4 लाख से ₹20 लाख तक और कन्या विवाह के लिए ₹5 लाख से ₹10 लाख तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध होगी। नक्सल हिंसा में शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों के परिवारों के लिए ₹10 लाख से ₹50 लाख तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

पद्मनाभपुर वार्ड 45 सफाई कार्य की ड्यूटी से गायब दो सुपरवाइजर का कटेगा वेतन:
कमिश्नर लेंगे आज सुपरवाइजरों की बैठक, सुपर वाइजारो की लापरवाही,लेंगे क्लास:
  दुर्ग/ /शौर्यपथ /नगर पालिक निगम दिल्ली से स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम के आने के संकेत मिलने लगे हैं।नगर निगम तैयारी में जुट गया है।सीमा क्षेत्र अंतर्गत आज कमिश्नर सुमित अग्रवाल शुक्रवार को मॉर्निंग विजिट के दौरान शहर के अलग अलग क्षेत्रो में सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पहुँचे। इस कड़ी में कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान मौके पर वार्ड क्रमांक 45 पद्मनाभपुर में अनुपस्थिति मिले 2 सुपर वाइजरो का वेतन काटने के निर्देश मौजूद अधिकारियों को दिये।शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सफाई सुपरवाइजरों पर शिकंजा कसा जा रहा है। कमिश्नर सुमित अग्रवाल के निरीक्षण के दौरान मौके पर अनुपस्थित मिले दो सफाई सुपरवाइजरों का वेतन काटने कहा गया है।उन्होंने वार्ड क्रमांक 7 लुचकी  तालाब की सफाई और आस पास में  फैली गंदगी को साफ के लिए सख्त निर्देश दिये।निरीक्षण के दौरान उन्होंने तालाब के आस - पास क्षेत्र में ठेले ,खोमचे लगाने वालों के द्वारा गंदगी फैलाने पर जुर्माना करने की बात कही।ड्यूटी से गायब रहना सफाई सुपरवाइजर को भारी पड़ गया। कमिश्नर ने कहा कि वार्ड में अनुपस्थित सुपर वाइजर पाए जाते है उनका वेतन नहीं काटे पाए जाने पर,संबन्धित अधिकारी के पगार से कटेगा तीन दिन का वेतन।लगातार निरीक्षण के दौरान गायब सुपरवाइजर के क्षेत्र में निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल निरीक्षण के लिए पहुंच गए।सुपरवाइजर के गायब होने की सूचना पर उन्होंने नाराजगी जताई,इस दौरान गंदगी पाए जाने पर सुपर वाइजर सहित सफाई कर्मियों पर नाराजगी जताई. सड़क,गली चौक चौराहों पर सफाई के निर्देश दिए।कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने गीला और सूखा कचरा अलग-अलग कर देने हेतु आम नागरिकों से अपील की है साथ ही उल्लंघन करने पर जुर्माने की कार्रवाई शुरू किया जाएगा। निगम द्वारा आम नागरिकों के घरों से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग लेने अभियान शुरू किया गया है।

कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने निरीक्षण के मौके पर वार्ड 8 तकिया पारा में आम नागरिकों को  कचरा गंदगी व सड़क में नहीं फेकने कहा गया। उन्होंने चाय दुकानों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि दुकान के कचरे को सड़क पर न  फेके अन्यथा जुर्माना वसूल किया जावेगा। उन्होंने वार्ड क्रमांक  9 गिरधारी नगर नाला की सफाई के लिए गैंग लगाकर करवाने के लिए कहा। उन्होंने वार्ड 28 पचरी पारा कुआं चौक के पास घर में गाय पालने वाले को व्यवस्थित करने और सफाई रखने कहा गया। सफाई सुपर वाइजारो की लापरवाही आज सुपरवाइजरों की बैठक लेकर कमिश्नर लेने क्लास।बैठक में आवश्यक निर्देश और सभी वार्ड वार जानकारी ली जाएगी।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,कर्मशाला अधीक्षक शोएब अहमद,राहुल,कुणाल सहित टीम अमला मौजूद रहे।

अगर शहर के प्रथम नागरिक ही तोड़ेंगे नियम तो फि र आम जनता से कैसे कहेंगे ये है विष्णु का सुशासन ? दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग विधान सभा क्षेत्र…

   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर श्री देवेंद्र फडणवीस को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा उपमुख्यमंत्री द्वय एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के दूरदर्शी नेतृत्व में महाराष्ट्र की विकास यात्रा अनवरत जारी रहेगी। डबल इंजन की सरकार दोगुनी ऊर्जा से महाराष्ट्र की प्रगति को नई ऊंचाई पर ले कर जाएगी।

महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए ढालेश्वरी ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का जताया आभार

     बालोद / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त, सृदृढ़ और आत्मनिर्भर बनाने संचालित की जा रही महतारी वंदन योजना से अब महिलाएॅ बेहतर से बेहतर कार्य कर रहीं हैं। ऐसा ही एक कार्य बालोद जिले के आमापारा निवासी श्रीमती ढालेश्वरी साहू ने किया है। एक समय था, जब ढालेश्वरी की लगभग 02 वर्ष की नन्ही बेटी भाव्या कुपोषण से ग्रसित थी। कुपोषण की गंभीर समस्या से बेटी को परेशान देख ढालेश्वरी भी मायूस रहने लगी थी। लेकिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में ढालेश्वरी की इस समस्या का हल संभव हो पाया है। ढालेश्वरी ने बताया कि इस वर्ष फरवरी माह में उसने महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद उसे मार्च माह से नियमित ही महतारी वंदन योजना की राशि प्रतिमाह उसके बैंक खाते में प्राप्त हो रही है। उसने बताया कि महतारी वंदन योजना की पहली किस्त की राशि प्राप्त होते ही उसने बैंक से राशि निकालकर उस राशि का उपयोग अपनी बेटी भाव्या के खान-पान को बेहतर बनाने के लिए किया, उसने पौष्टिक आहार, फल आदि लेकर, उसे नियमित रूप से खिलाना शुरू किया। जिसके पश्चात 02 से 03 महीने में ही बेटी भाव्या कुपोषण की श्रेणी से निकलकर सुपोषण की श्रेणी में आ चुकी है। अब उनकी बेटी खुशी के साथ घर के अंागन में खेलना, दौड़ना करती है, वह प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र भी जाती है, जहाॅ उसे बेहतर ढंग से प्रारंभिक शिक्षा दी जा रही है। भाव्या की खुशी देखकर अब परिवार भी खुश है। ढालेश्वरी बताती है कि उसकी बेटी भाव्या की खुशी के पीछे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की महतारी वंदन योजना से मिली आर्थिक मदद है, जिसका परिणाम है कि आज भाव्या सुपोषित हुई है। ढालेश्वरी ने महतारी वंदन योजना के बेहतर संचालन और प्रतिमाह आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को खुशी-खुशी धन्यवाद दिया है।

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