December 07, 2025
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दुर्ग

दुर्ग (4886)

भिलाई / शौर्यपथ / सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में बुधवार की दोपहर फोटो करवरेज कर रहे के प्रेस फोटोग्राफर राजा देवांगन के साथ एक युवक ने मारपीट कर दी। इससे फोटोग्राफर राजा चोटिल हो गया। आरोपी की शिनाख्त शुभम वर्मा के रुप में हुई है। सुपेला थाने के आरोपी के खिलाफ धारा 294, 506, 323, 427, 34 के तहत मामला दर्जकर विवेचना में लिया है।
प्रेस फोटोग्राफर राजा देवांगन आज सुपेला अस्पताल में फोटो खींच रहे थे। इसी दौरान एक युवक ओपीडी में हंगामा कर रहा था। इस घटना की फोटो खींचने पर उसने खुद को कांँग्रेस का महामंत्री बताते हुए राजा देवांगन के साथ अचानक मारपीट करना शुरु कर दिया। इसमें उसके साथ आई महिला व परिवार के अन्य लोग भी शमिल हो गए। उनका मोबाइल व कैमरा छीनने की भी कोशिश की। मोबाइल से ली गई फोटो को आरोपी ने डिलीट भी कर दिया। मारपीट से राजा की गर्दन, पसली, हाथ व ऊंगलियों में चोटें आई है, घड़ी भी टूट गई। सुपेला पुलिस ने शिकायत पर डॉक्टरी मुलाहिजा कराकर एफआईआर दर्ज कर लिया है। सुपेला टीआई गोपाल वैश्य ने आरोपी की जल्द गिरफ्तारी करने की बात कही है। पत्रकारों व प्रेस फोटोग्राफरों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।

एक ही बिल्टी पर कई कई ट्रीप मारने के चक्कर में ले रहे है लोगों की जान
आरटीओ और ट्राफिक कैसे लगाये इनके गति पर लगाम, हर महिना आने वाली लक्ष्मी ने बांध रखे हैं इनके हाथ
दोपहिया वाहनों पर घौंस जमा चालान काटने वाली पुलिस क्यों नही करती बड़े वाहनों पर कार्यवाही

भिलाई / शौर्याथ / तीन दिन के ही अंतरात में आज एक फिर हाईवा ने एक को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। अभी पिछले तीन दिन पहले ही अहिवारा रोड पर बागडूमर के पास एक हाईवा ने एक दम्मति को ठोकर मातरे हुए एक महिला को कुचल दिया था और आज दोपरह साढे 12 बजे बोरसी रोड में बोरसी तालाब के पास एक हाईवा ने अपने दो पहिया वाहन से जा रहे एक 16 वर्षीय किशोर को कुचल कर यमलोक पहुंचा दिया। हुडको निवासी मृतक अर्पित चांदू अपनी मां को बोरसी स्थित स्कूल छोड़कर घर लौट रहा था इसी दौरान सामने से अत्यधिक तेज गति में आ रहे हाईवा वाहन क्रमंाक सीजी 07 डी 7269 के चालक ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए कुचल दिया और उसके बाद गाड़ी को छोड़कर फरार हो गया। गंभीर घायल अवस्था में किशोर को जिला अस्पताल ले जाया गया। परीक्षण के पश्चात डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया । पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर वाहन जप्त कर लिया है।
हाईवा द्वारा लोगों को कुलचने का प्रमुख जिम्मेदारी आरटीओ विभाग और पुलिस विभाग
पिछले कई सालों का रिकार्ड देखा जाये तो सबसे अधिक लोगों की हाईवा से कुचलने पर मौत हो गई है। दुर्ग-भिलाई के शहरी एवं इससे लगे ग्रामीण क्षेत्रों में हाईवा कुछ सालों से यमराज बन कर घूम रहे है और कुसमय लोगों को कुचल कर मौत के घाट उतार रहे हैं। इनके तेज गति पर आरटीओं और ट्राफिक पुलिस लगाम लगाने में असफल इसलिए है कि इन दोनों विभाग को इन हाईवा के संचालकों द्वारा हर माह लक्ष्मी प्राप्त हो जाती है, जिसके कारण इन दोनो विभागके हाथ बंधे हुए है,इसलिए आरटीओं और पुलिस वालें इन वाहनों पर लगाम नही लगा रहे है। लोग मरे तो मरे, इन दोनो विभाग को लोगों की जान की परवाह नही है बल्कि केवल इनको अपने मंथली से मतलब है। इसलिए सडक पर यमदूत बनकर दौड़ रही इन हाईवा में जीपीएस सिस्टम लगा है कि नही, और फिटनेस से लेकर बाकी किसी भी चीज पर आरटीओ द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। जिले के जितने भी हाईवा है, उसमें से 95 प्रतिशत हाईवा केवल अवैध कारोंबार में लिप्त है, और ये एक बिल्टी पर दिन रात मुरम, रेती, गिट्टी से लेकर अन्य खनिजों को ढुलाई करते है इनके बिल्टी कोरा रहता है, इसमें न तो समय रहता है और ना तो तारीख। जब कोई घटना दुर्घटना हो जाता है तो उसमें समय व दिनांक डालकर थाने में उसको दिखा देते है। ये सभी कार्य हाईवा वालों द्वारा अधिकंातर अवैध खनिजों को जिस रास्ते से ढुलाई करते है, उन रास्ते में पढने वाले खनिज चौकी, पुलिस थाना और आरटीओं से पूरी सेटिंग के साथ धड़ल्ले से आपा धापी में ज्यादा ट्रीप लगाने और माल पहुंचाने के लिए अत्यंत ही तेज गति से हाईवा के ड्रायवर चलाते है, और रास्ते में कोई भी आये सीधे कुचलते हुए निकल लेते है।
देर रात तक ट्राफिक पुलिस बंद करे हाईवा और भारी वाहनों का परिचालन नही तो जाती रहेग ऐसे ही जान
जिले के पुलिस कप्तान बदलने के बाद लोगों की उम्मीद जागी थी कि इस व्यवस्था में कुछ सुधार होगा लेकिन इस मामले में कोई सुधार नही बल्कि और इनकी गतिविधियां और तेज हो गई है। पहले दिन में एक निश्चित समय तक हाईवा सहित भारी वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन तत्कालीन एएसपी एस बी सिंह ने लोगों की जान की परवाह किये बिना फिर इन हाईवा और भारी वाहनों के किसी भी समय परिचालन की अनुमति दे दी थी, जिसका खामियाजा आज आम जनता भुगत रही है, और इनके कारण आज लोग इनकी चपेट में आकर मौत के मुंह में समा रहे है, किसी का जवान बेटा बेटी को किसी का माता पिता खो रहे है। हमारी सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग बनाया गया था लेकिन ये कुछ सालों से देखने में मिल रहा है कि ये आम लोगों की सुरक्षा छोडकर केवल अमीरों की जी हुजूरी करते है और कानूनी कार्यवाही भी उन्ही के हिसाब से करते है।

रिसाली / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र के नागरिकों को अब जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने भटकना नही पड़ेगा। अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश पर श्याम नगर स्थित कार्यालय में प्रमाण पत्र बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। रिसाली निगम क्षेत्र अंतर्गत आने वाले 40 वार्ड के नागरिक निर्धारित प्रारूप में आवेदन जमा कर प्रमाण पत्र ले सकते है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने आयुक्त ने देवव्रत देवांगन को अधिकृत रजिस्टार नियुक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में शासन के निर्देश पर चिप्स कंपनी द्वारा तैयार साफ्टवेयर पर प्रमाण पत्र बनाने का कार्य च्वाइस सेंटर संचालक कर रहे थे। अब नगरीय निकाय को प्रमाण पत्र बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। रिसाली निगम कार्यालय में प्रमाण पत्र बनाने भटकाव की स्थिति न हो इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। परिसर में काउंटर बनाया गया है। प्रमाण पत्र को बनाने के लिए 30 दिन समय सीमा निर्धारित है।
समय सीमा का रखे ध्यान
जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने आवेदन जमा करने वालों को समय सीमा का ध्यान रखना आवश्यक है। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए 1 माह के भीतर अनिवार्य रूप से आवेदन जमा करना होगा। विलंब होने पर जिला मुख्यालय सांख्यकी विभाग से व एक वर्ष से अधिक होने पर मजिस्टेऊट न्यायालय से आनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की औपचारिकता पूरी करनी होगी।
आवेदन जमा करने यह दस्तावेज आवश्यक
जन्म प्रमाण पत्र के लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन माता-पिता के आधार कार्ड की छाया प्रति के साथ जमा करना होगा। साथ ही पार्षद का प्रमाण पत्र भी संलग्न करना होगा। खास बात यह है कि अगर बच्चा संस्थागत प्रसव के तहत रिसाली निगम क्षेत्र के अस्पताल में जन्म लेता है तो इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को निगम कार्यालय में स्वत: देना होगा। वही धर मे जन्मे बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने माता पिता को पार्षद द्वारा बनाए प्रमाण पत्र व स्वयं के आधार कार्ड के साथ 30 दिनो के अंदर आवेदन अनिवार्य रूप से जामा करना होगा। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए मुक्तिधाम में दाह संस्कार करते समय बनाए जाने वाली पर्ची के अलावा मृतक और आवेदक का आधार कार्ड अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। साथ ही पार्षद का प्रमाण पत्र भी आवेदन के साथ संलग्न करना होगा। मृत्यु होने की स्थिति में पारिवारिक सदस्य जैसे पति, पत्नि, पुत्र, अविवाहित पुत्री व माता पिता आवेदन कर सकते है।

दुर्ग / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम व संभागीय महामंत्री सत्येंद्र गुप्ता के नेतृत्व में कलेक्टर दुर्ग डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे को स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक पैरामेडिकल स्टाफ और फील्ड के स्वास्थ्य अमले के संकमित होने पर शंकराचार्य मेडिकल कालेज और सेक्टर 9 अस्पताल में अलग वार्ड आरक्षित करने और इलाज मुहैया कराने ज्ञापन सौपा ।
प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने बताया कि दुर्ग जिले आम जनमानस की कोविड 19 महामारी रोकथाम ओर नियंत्रण में नए स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला लगा हुआ है अभी तक 60 से ज्यादा विभाग के चिकित्सक ओर पैरामेडिकल स्टाफ कोविड संकमित हो चुके है। जिला अस्पताल के 5 चिकित्सक स्टाफ नर्सेज ओर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक व मैनेजमेंट ओर ट्रेसिंग कार्य में लगा अमला संकमित हुआ है। दो कर्मचारियों ने अपनी जान कोविड पाजिटिव होकर गवाई है। अभी तक उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है और केंद्र सरकार द्वारा घोषित 50 लाख रूपये का बीमा क्लेम राशि हेतु जिला स्तर पर गठित टीम ने अभ्यावेदन प्रकरण बनाया है । छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने कहा कि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए अलग वार्ड की मांग इसलिए कर रहे क्योंकि स्वास्थ्य विभाग का अमला वैसे ही कम है। शीघ स्वास्थ्य होकर इस अमले को पुन: सेवा मे लिया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने सभी कोविड 19 संकमित मरीजों के लिए भी बेहतर व्यवस्था करने ओर भोजन की गुणवत्ता अच्छी ओर वार्ड मे साफ सफाई करने के लिए अतिरिक्त स्वीपर रखने की मांग रखी है।
ज्ञापन सौपने वाले मे सैय्यद असलम, अजय नायक, सत्येद गुप्ता, रोशन सिह, तृपेश शर्मा, प्रमेश पाल, राकेश तिवारी, लक्षमी कांत धोटे, खिलावन चंदाकर, संजय मिश्रा, दिलीप गजभिए, पूनम साहू, गिरजा रशमी, लिनसी राजन ओर, एन के साहू, चिकित्सकों मे डा पीयम सिह डा अनिल अग्रवाल, डा आशीष शर्मा, डा भुनेश्वर कठौतिया, डा सुब्रत नंदी, डा सुदामा चंदाकर, डा सी बी एस बंजारे, डा विनीता धुव्र, गीतांजलि गुप्ता, रशमी, बी एल वर्मा, एम पंडैया, देवेन्द्र राजपूत, एल खान, मंजू डे सहित कई लोग ने मांग की है ज्ञापन कलेक्टर की अनुपस्थिति में अपर कलेक्टर पंचभाई ने लिया है।
इस संबध मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग ने ज्ञापन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कंचादूर कालेज मे एक वार्ड आरक्षित करने आदेश दिया ओर शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज ट्रीटमेंट सेंटर मे 5 बेड आरक्षित करने निर्देश दिया है संघ के सदस्यों ने मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य आधिकरी का धन्यवाद दिया।

दुर्ग / शौर्यपथ / समाज कल्याण विभाग व राष्ट्रीय न्यास से मान्यता प्राप्त कल्याण सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाईजेशन, भिलाई नगर द्वारा जिला दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा और बेमेतरा में निरामया स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। निरामया योजना का उद्देश्य ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मंदबुद्धि और बहु दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे द्वारा तीन हितग्राहियों को स्वास्थ्य बीमा योजना प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
कैसे मिलेगा योजना का लाभ
समाज कल्याण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना में व्यापक सुरक्षा प्रदान करने की परिकल्पना की गई है जिसमें सभी उम्र वालों को केवल एक प्रीमियम भरना होगा। बीपीएल व्यक्तियों को 250 रुपये एवं एपीएल व्यक्तियों को 500 रुपये का वार्षिक प्रीमियम देना होगा। इसके अंतर्गत समाहित प्रत्येक प्रकार की दिव्यांगता के लिए एक जैसे कवरेज का प्रावधान है और दिव्यांगता युक्त सभी व्यक्ति पात्र होंगे और समाहित किए जायेंगे जिनके पास जो योग्यता प्रमाण पत्र है। इसके तहत नियमित चिकित्सा जांच से लेकर अस्पताल में भर्ती करने जैसी सेवाएं, इलाज से लेकर सुधार करने तक की शल्यक्रिया, परिवहन आदि उक्त इलाज राष्ट्रीय न्यास द्वारा निर्धारित अस्पतालों में इलाज किया जा सकता है, वे सभी दिव्यांग जिनमें कम से कम एक दिव्यांगता है और जिनके पास दिव्यांगता का वैध प्रमाण पत्र है वे इस योजना के अंतर्गत आवेदन के पात्र हैं।
कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन सुपेला भिलाई, द्वारा किया जाएगा योजना का क्रियान्वयन
स्वास्थ्य योजना का क्रियान्यवन समाज कल्याण विभाग व राष्ट्रीय न्यास से मान्यता प्राप्त कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन सुपेला भिलाई, द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक दोनर प्रसाद ठाकुर व कमलेश पटेल, परिवीक्षा अधिकारी, जंतराम ठाकुर, प्रमुख कलाकार, समाज कल्याण विभाग दुर्ग तथा कल्याण संस्था के अजय कुमार, डॉ. जयश्री गुरुमयुम व गोपाल खाड़े उपस्थित थे।

दुर्ग / शौर्यपथ / महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा रेलवे स्टेशन के सामने मुख्य रोड में निगम द्वारा निर्मित सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल बाकलीवाल आयुक्त इंद्रजीत बर्मन सहित एम आई सी प्रभारी व पार्षद विजेन्द्र भारद्वाज मनीष बघेल निगम एवं अधिकारी ए आर राहंगडाले, और नागरिक गण उपस्थित थे ।
उल्लेखनीय है कि शहर सौंदर्यीकरण की दिशा में नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा ग्रीन चौक के पास से सागर होटल के सामने तक सड़क किनारे जहां कभी फुटपाथ पर ठेला खोमचा लगाया जाता था उस जगह पर आसपास के दुकानदार और निवासी कचरा डालते थे शहर के आम जनता को बदबूदार वातारण से गुजरना पड़ता था । स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगर पालिक निगम व्दारा उस गंदगी युक्त जगह का ब्यूटीफिकेशन करने के लिए चिन्हित किया गया । इस जगह से प्रतिदिन दो से तीन ट्रैक्टर कचरा उठाया जाता था ऐसे जगह को चिन्हित कर नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा ब्यूटीफिकेशन किया गया । सड़क किनारे के इस भाग को समतल कर उसमें पेवर ब्लॉक लगाए गए साथ ही लगभग देशों से 200 मीटर लंबे जगह में जगह जगह सीमेंट के आकर्षक आकृति वाले गमले बनाए गए उन गमलों में लगाकर आप को सुंदर बनाया गया उन आकृतियों वाले गमलों में सुंदर कलर के रंगबिरंगे पेंट किए गए साथ ही स्वच्छ भारत अभियान का लोगो बनाकर उसमें शहर स्वच्छता का संदेश अंकित किया गया ।
दुर्ग विधायक ने इस सौन्दर्यीकरण कार्य के लिए नगर निगम के अधिकारियों को बधाई दी । उन्होंने कहा शहर में और भी बहुत से ऐसी जगह है जिसका सौंदर्यीकरण किया जाना आवश्यक है उन जगहों को चिन्हित कर उसका प्रस्ताव लाया जाना चाहिए । उन्होंने कहा इस स्थल पर सौंदर्यीकरण करने के बाद इस क्षेत्र की स्थिति बदल गई है अब इस भाग में कोई कचरा नहीं डालता गंदगी नहीं होती और आकर्षक आकृति के गमलों की आम जनता भी प्रसंशा करने लगी है ।

दुर्ग / शौर्यपथ / बिना लक्षण वाले मरीजों को रखकर उनका उपचार कर कोविड के दायरे से बाहर लाने में कोविड केयर सेंटर कचांदुर स्थित केंद्र ने लगभग सोलह सौ मरीजों को स्वस्थ कर दिया है। 5 अगस्त से यह अस्पताल आरम्भ किया गया था। इसके बाद से यहां 1910 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। अभी तीन सौ मरीज यहां भर्ती हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि ऑक्सीजन लेवल की नियमित मॉनिटरिंग करते रहें। ऐसे 100 मरीज जिन्हें ऐसी समस्या आई, उन्हें तुरंत हायर सेंटर रेफर किया गया। कलेक्टर ने बताया कि एड्रेसिंग सिस्टम से लेकर साफ सफाई की मॉनिटरिंग की पूरी व्यवस्था बनाई है। समय-समय पर इस संबंध में फीडबैक भी लिया जाता है।
नोडल अधिकारी निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी और निगम के अधिकारी समय समय पर स्वयं भोजन कर इसकी गुणवत्ता की जांच करते हैं। खाना रिच प्रोटीन डाइट होता है। अस्पताल के प्रभारी अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि हर 6 घंटे में टीम बदल जाती है। कोविड वारियर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है। इन सभी के लिए रहने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रिटायरिंग रूम की सुविधा उपलब्ध है ताकि आइसोलेशन की सुविधा का भी लाभ उठाया जा सके। नर्सिंग स्टाफ नियमित मॉनिटरिंग करता है। इसके साथ ही पब्लिक अड्रेसिंग सिस्टम की व्यवस्था भी है। अस्पताल की व्यवस्था बेहतर रहे, इसके लिए सेंट्रल मॉनिटरिंग कमांड सेंटर बनाया गया है।
कोविड केअर सेंटर में सबसे ज्यादा जोर रिच प्रोटीन डाइट पर है। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक की पूरी व्यवस्था है।
चरौदा के मुरली राव ने बताया कि उन्हें सेंटर में आये 8 दिन हो गए हैं। यहां अच्छा भोजन मिला, वे संतुष्ट हैं। अब घर जाने का समय पास है। काफी अच्छा लग रहा है। सेक्टर 7 के केशव राव भी जल्द डिस्चार्ज होने वाले हैं। उन्होंने बताया कि समय पर भोजन मिला, मुझे अच्छा लगा, मैं संतुष्ट हूँ। मनीष वर्मा भिलाई निवासी हैं उन्होंने कहा कि भोजन गुणवत्तापूर्ण भी है और भरपेट भी, इसकी व्यवस्था अच्छी है।
सबसे सुंदर सेंटर से विदाई का क्षण होता है। स्टाफ विदा करता है और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देता हैं। मरीज भी कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। निगम ने दो बस इसके लिए उपलब्ध कराई है। दुर्ग से दिनेश ने बताया कि यहां आने से पहले मन में चिंता थी। अब दूर हो गई है। दवा ले रहे हैं और स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। जल्द ही अब घर जाना है।

दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर जनदर्शन से मिली शिकायत के आधार पर आज नगर पालिक निगम दुर्ग का राजस्व विभाग अमला जिला प्रशासन के तहसीदार, मोहन नगर पुलिस बल के साथ आईएचएसडीपी आवास में जबरन घुसे अवैध कब्जाधारियों वाले आवासों में निगम ने अपना ताला लगाकर सील कर दिया । यदि किसी के भी द्वारा सीलबंद ताला को तोड़ा या खोला जाता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही प्रस्तावित किया जावेगा । कार्यावाही के दौरान उपरोक्त आवासों को कब्जा करने वाले कोई भी व्यक्ति मॉजूद नहीं मिले। कार्यवाही के दौरान उरला वार्ड क्रं0 57-58 के पार्षद व महिला बाल विकास प्रभारी सुश्री जमुना साहू, पार्षद बृजलाल पटेल, मजिस्ट्रेट तहसीदलदार सत्येन्द्र शुक्ला, मोहन नगर टी आई बृजेेश कुशवाहा, निगम के राजस्व अधिकारी आर0के0 बंजारे, उपअभियंता विनोद मांझी, नोडल निशांत यादव, उमेश चंद्राकर, उमेश यादव, तथा पुलिस बल और निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर जनदर्शन से शिकायत मिली थी कि उरला स्थित आईएचएसडीपी आवासों में अवैध लोगों ने जबरन कब्जा कर निवास कर रहे हैं। एैसे लोगों की पतासाजी के लिए आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के निर्देशानुसार निगम कर्मचारियों से सर्वे कराया गया । जिसमें लगभग 55 लोगों का नाम सामने आया है जिसमें से अधिकांशन आवास आबंटितियों ने आवास आबंटन कर किराये पर दे रखा है उन आवासों में रहने वाले लोगों के द्वारा आये दिन तामाशा किये जाने की जानकारी आस-पास के लोगों ने दिया है। इसके अलावा कुछ आवासों में कई लोग खाली होने पर स्वत: घुस गये हैं कुछ आवासों में दरवाजा खिड़की भी नहीं हैं फिर भी लोग जबरदस्ती अंदर रह रहे हैं। निगम कर्मचारियों ने एैसे लोगों को चिन्हित कर सूची तैयार की। आयुक्त श्री बर्मन के निर्देशानुसार आज कब्जाधारियों को आवास खाली कराने की दृष्टि से 27 बंद आवासों में निगम ने अपना ताला लगाकर तालाबंदी की ।
निगम अधिकारियों ने बताया सर्वे के दौरान सभी अवैध कब्जाधारियों को आवास खाली करने सूचित किये जाने के साथ ही उनके आवास में नोटिस चस्पा किया गया निगम कार्यालय सूचना पटल पर तथा आईएचएसडीपी आवास के ब्लाक क्रं0 27 में नोटिस चस्पा किया गया है कि वे 15 दिवस के अंदर आवास के संबंध में अपना दावा-आपत्ति निगम में जमा करायें। आईएचएसडीपी आवास के सर्वे की जांच में पाया गया कि तुलश शर्मा, कविता शर्मा, अनिता/गणपत राय, शीलन/संतु, रेशमा सुलताना, उषा/अनिल कुमार, ज्योति शर्मा, दुर्गावती/चंद्रभान, सरिता/राधेश्याम, विमला संतोष, सुजीत कौर, नूरबानो, शीला डोंगरे, दीपिका/बजरंग, नरगीस/मो0अली, रामबती यादव, निर्माला/बिहारीलाल, सुनिता बाई/उत्तम, संध्या भोसले, मीना/संतोष महोबिया, उषाबाई/आदि कुमार, ज्योति भट्ट, हेमलता/प्रवीण, नम्रता मिश्रा, गीता गेडाम, शशीकला/देवानंद, यशोदा ठाकुर, इन्द्रणी/संतोष सिंह, गोमती/सम्राट, रामकुमार ठाकुर, सविता/लक्ष्मीनाथ, अमरित यादव, श्यामलाल/अरुण, ममता मिश्रा, अनसुई नायक, गीता/स्व0सिंहारन, लता/संतोष लोखंडे, नीरा यादव, विमल बाई/अशोल, शकीला/करीम, जोहरा बेगम/मो0दिलदार, मंजुला भट्ट, ममता/कैलाश चंद्राकर, सुमन ठाकुर, वर्षा सोनी, मीना/धर्मेन्द्र यादव, लता/राजकुमार, और देबल/उत्तम पाटनकर को आवास आबंटित हुआ है। परन्तु इनमें से कोई भी व्यक्ति आईएचएसडीपी के आबंटित आवास में नहीं रहते हैं।
उल्लेखित सभी आवासों में कब्जाधारी रहते हैं। आवासों में धनीराम, निर्मला/ ज्ञानेश्वर, शीला ठाकुर, कमला बाई ढबरे, भागबती ठाकुर, प्रदीप साहू, सोनू, बुधयारिन पटेल, कुंवर सिंह, सोनम/तिहारु, ममता सोनवानी, भारती, ज्योति मिश्रा, सावित्री/ बिसौहा, खूशबू, राजेश रामटेके, मन्नू यादव, सरस्वती भांडेकर, मंगलू साहू, लक्ष्मी बाई, करण, रुबी देशमुख, बबली, राजू यादव, ममता मानिकपुरी, संदीप साहू, अंतिमा मिश्रा, सविता/राजेन्द्र, दिलीप जैन, प्रिया/सोनू, हर्ष कौर, मनप्रीत कौर, पिंकी सावंत, रवि सरदार, मीना बाई, गुलाब/लोकेश, सरोजनी सोनी, ममता, बबीता सोनी, राधिका, चेतना रामटेके, उषा यादव, सुजाता सोनी, निहाल नायक, दुर्गेश ठाकुर, वर्षा वर्मा, भारती/भूपेन्दर, मधु चैधरी, सीमा सोनी, बबीता सिंह, राजिम सतनामी, बिराजो बाई, चंदा बाई मानिकपुरी, तीजन बाई/लखन ने कब्जा किया है। जहॉ-जहॉ आवासों में ताला लगा था वहॉ-वहॉ पुलिस की मौजूदगी में निगम ने अपना ताला लगाया और आस-पास के लोगों का हस्ताक्षर लेकर पंचनामा भी बनाया ।

भिलाई नगर / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम का स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारी की रोकथाम के लिए जोन स्तर पर विशेष सफाई अभियान चला रही है। महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव, कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे और निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश के अनुसार टीम डेंगू नियंत्रण को लेकर सजगता से कार्य कर रही है। साथ ही डोर टू डोर टेमीफास दवा का वितरण कर मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के उपाय बताए जा रहे है। मंगलवार को जोन-4 वीर शिवाजी नगर खुर्सीपार के जन स्वास्थ्य विभाग के सफाई कामगारों की टीम ने डेंगू नियंत्रण को लेकर वार्ड 30 बालाजी नगर क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया। 320 घरों के कूलर, गमला और टंकी की जांच पड़ताल कर दवा का छिड़काव किया गया। सड़क, नालियों की सफाई के साथ ही कोरोना की रोकथाम हेतु मकान और दुकान को सैनिटाइज भी किया गया।
टेमीफास् की रिफिलिंग कार्य जारी
जोन-4 के घरों में टेमीफास् का वितरण घर-घर किया गया है, पुन: घरों का सर्वे कर टेमीफास्ट का वितरण किया जा रहा है! शिवाजी नगर के वार्डों में सड़क, नालियों की रूटीन सफाई के साथ ही जमे हुए पानी में जला आयल, कचरा हटाने के बाद ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव और मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमीफास दवा की रिफिलिंग का कार्य चल रहा है। इस कार्य में वार्ड के स्वच्छता गैंग के सफाई कामगार भी कार्य कर रहे हैं। जोन के स्वास्थ्य अधिकारी महेश पांडे ने बताया कि निगम प्रशासन की मुस्तैदी से कार्य करने के कारण इस वर्ष शिवाजी नगर क्षेत्र में डेंगू के पेशेंट नहीं मिले हैं!
23735 घरों में टीम दे चुकी है दस्तक
जोन स्वास्थ्य विभाग की टीम 18 मार्च 2020 से 5 सितंबर 2020 तक जोन 4 के अंतर्गत वार्ड -28 से वार्ड 39 के 23735 घरों में दस्तक दे चुकी है। 21068 कुलर की जांच व दवा डालकर सफाई करवाया जा चुका है। 23735 घरों में टेमीफास दवा की बोतल का वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त पीलिया से बचाव के लिए 19137 घरों में 192000 क्लोरीन टेबलेट और मौसमी बीमारी से बचाव के लिए जन जागरूकता के तहत 6630 नग पाम्पलेट का वितरण किया जा चुका है।

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