December 07, 2025
Hindi Hindi
दुर्ग

दुर्ग (4886)

-शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल में बेहतरीन इलाज से बेहद गंभीर मरीजों को भी मिल रही संजीवनी
-गंभीर मरीजों में से चार मरीज जो वेंटिलेटर में रखे गए थे शनिवार को स्वस्थ होकर पहुंचे घर

दुर्ग / शौर्यपथ / फोटो में दिख रहा दृश्य शंकराचार्य हॉस्पिटल का है। यह जश्न का समय है शिवकुमारी के लिए भी और इनके इलाज के लिए पूरी तन्मयता से कार्य कर रहे चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स का। हो भी क्यों न, बेहद गंभीर हालत से जूझती हुई 54 वर्षीय साई नगर दुर्ग निवासी शिवकुमारी ने अपने मनोबल से और शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल के चिकित्सकों के शानदार ट्रीटमेंट से और स्टाफ नर्सों की लगातार मॉनिटरिंग से कोविड से बाहर आ गई है। जब उनका सीटी स्कैन कराया गया था तो इनका स्कोर था 25/25। यह बेहद गंभीर स्थिति होती है और केवल बेहद कुशल इलाज और मॉनिटरिंग से ही मरीज के जीवन के लिए संभावना बनती है। शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने पूरी तन्मयता और गंभीरता से इलाज किया। आक्सीजन सपोर्ट दिया गया, वेंटिलेटर में भी रखना पड़ा। आज जब वो अपने पैरों पर खड़े हुईं और चुनिंदा कदम चली तो लगा कि मनोबल और अच्छे इलाज से हर गंभीर बीमारी का मुकाबला संभव है परिस्थिति कितनी ही खराब क्यों न हो।
जब शिवकुमारी स्टाफ नर्स के सहारे खड़ी होकर चलने लगी तो उनके आंखों में आंसू थे और स्टाफ के मन में गहरी खुशी। सभी ने चीयरफुल मुद्रा बनाई, शिवकुमारी ने भी विक्ट्री साइन बनाया। यह बेहद कठिन क्षण था उनके लिए भी और स्टाफ के लिए भी। संकल्प और उचित मानिटरिंग के बूते चिकित्सकों ने यह कर दिखाया। शिव कुमारी की हेल्थ हिस्ट्री के मुताबिक दवाइयों का निर्णय लिया गया। उन्हें 26 सितंबर को भर्ती किया गया था और अब वे रिकवरी के मोड में हैं और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
शंकराचार्य हॉस्पिटल में इलाज की मॉनिटरिंग कर रही डॉ सुगम सावंत ने बताया कि चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स द्वारा लगातार की जा रही मॉनिटरिंग और सबसे अच्छा इलाज देने की कोशिश से मरीजों की रिकवरी तेज हो रही है। उन्होंने कहा कि इनके बेहतर स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए स्पेशलिस्ट डॉ. कौशल, डॉ. राजू माहूले एवं डॉ. बसंत चैरसिया की निगरानी में इलाज चल रहा है। इसके साथ मेडिकल ऑफिसर डॉ. प्रफुल्ल, डॉ. अभिलाष, डॉ. राजेन्द्र, डॉ. मयंक एवं आईसीयू के स्टाफ इनकी मॉनिटरिंग करते रहें। इन सबके समन्वय से बेहद गंभीर परिस्थितियों में जूझ रहे मरीजों को तेजी से रिकवरी मोड में लाया जा सका।
चार गंभीर केस जिनमें रिकवरी हुई और अब सुकून से घर पहुंच रहे पेशेंट- शनिवार को चार गंभीर मरीज भी कोविड संक्रमण से मुक्त होकर घर पहुंच गये। इन सभी को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। विनोद हरदेव 38 साल के हैं इन्हें 25 सितंबर को एडमिट किया गया था, वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया। अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। अंजोरा मिंज 63 साल की पेशेंट हैं जिन्हें 21 सितंबर को भर्ती किया गया था। वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया और अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसी तरह तरुण सिंह और उत्तम कुमार 27 सितंबर को एडमिट हुए और पूरी तरह स्वस्थ हो कर शनिवार को घर चले गए।
बहुत अच्छा इलाज, पूरा ध्यान रख रहे स्टाफ- आज डिस्चार्ज होकर घर जा रहीं निर्मला चंद्राकर ने बताया कि मुझे बहुत अच्छा इलाज मिला। भोजन भी अच्छा मिला। स्टाफ ने घर के सदस्य की तरह ख्याल किया। अब घर जा रही हूँ तो बहुत अच्छा लग रहा है। निर्मला वार्ड 13 दुर्ग की निवासी हैं उन्हें 30 सितंबर को एडमिट कराया गया था। अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं।

-कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने नागरिकों से की अपील सर्वे टीम का करें सहयोग
-दुर्ग जिले में 5 से 11 अक्टूबर तक चलेगा सामुदायिक सर्वे अभियान

दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और रोकथाम के लिए अब हर घर का सर्वे कर हाई रिस्क ग्रुप और लक्षण वाले मरीजों की पहचान की जाएगी। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने आम नागरिकों से अपील की है कि सोमवार 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक सामुदायिक सर्वे के कार्य में सहयोग करें। हमारा उद्देश्य शत-प्रतिशत घरों का सर्वे करना है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने प्रशासन को आमजनों का सहयोग चाहिए। हमारी टीम घर घर जाएगी उन्हें सही जानकारी दें। लक्षणों की जानकारी मिलते ही त्वरित सैम्पल लेकर जांच कराई जाएगी। सही समय पर बीमारी की पहचान होने से इलाज में आसानी होगी और जल्दी रिकवर हो पाएंगे। सही समय पर जांच न होने से बीमारी विकराल रूप ले लेती है और मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। कोविड से मृत्यु रोकने के लिए सही समय और जांच और इलाज अनिवार्य है।
ये हैं लक्षण
-यदि किसी को भी सर्दी, खाँसी, बुखार, शरीर मे दर्द, सांस लेने में दिक्कत, उल्टी, दस्त, स्वाद एवं सूंघने की शक्ति में कमी हो तो ये कोरोना के लक्षण हो सकते हैं। ऐसा होने पर तत्काल नजदीकी फीवर क्लिनिक में जाकर जांच कराएं और कंट्रोल रूम के नम्बरों पर सम्पर्क करें।
घर-घर जाएगी टीम, 24 घंटे के अंदर लिए जाएंगे सैम्पल
उल्लेखनीय है कि जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की पहचान के लिये 5 से 11 अक्टूबर तक सामुदायिक सर्वे अभियान चलाया जाएगा। हमारी मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं-सहायिकाएं, नगर निगम के अमले, स्वास्थ्य कर्मी शत-प्रतिशत घरों का सर्वे करेंगे। लक्षण की पहचान होते ही 24 घन्टे के अंदर सैम्पल लिए जाएंगे। सबसे पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा यदि लक्षण के बाद भी टेस्ट नेगेटिव है तो आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा। परंतु यदि रैपिड टेस्ट पॉजिटिव है तो आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं होगा। जांच के बाद विशेषज्ञ डॉक्टर ये निर्णय लेंगे कि मरीज को होम आइसोलेशन में रखना है अथवा अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।
कंट्रोल रूम पर भी दें जानकारी , जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए गए हैं जिनके नम्बर हैं -0788-2215151,52,53 - टीम को मानने होंगे प्रोटोकॉल
सर्वे टीम को पूरी सावधानी के साथ सर्वे करना है। मास्क का उपयोग करना है सोशल डिस्टेंसिंग रखनी है और बार-बार साबुन से हाथ धोना है। इसके अलावा टीम हर घर के सर्वे के बाद लोगों को नजदीकी फीवर क्लिनिक और कंट्रोल रूम की भी जानकारी लोगों को देगी ताकि आपात स्थिति में संपर्क किया जा सके।

भिलाई नगर / शौर्यपथ / महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव, कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे और निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशानुसार निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आज सभी जोन के वार्डों में विशेष सफाई अभियान चलाया। इस अभियान में रोड की सफाई, रोड की धुलाई, नालियों की सफाई, विभिन्न कार्यालयों में सैनिटाइजिंग, सड़क किनारे पड़े हुए मलबा, सड़कों की धुलाई इत्यादि कार्य किया गया! पूरे जोन क्षेत्र में 1480 कर्मचारी इस अभियान में जुटे रहे, जोन क्रमांक 1 में 400, जोन क्रमांक 2 में 390, जोन क्रमांक 3 में 280 और जोन क्रमांक चार में 410 स्वच्छता कर्मचारी ने इस अभियान को अंजाम दिया! इनके कार्यों की मॉनिटरिंग निगम के अधिकारियों ने की!
निगमायुक्त ने शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा एवं सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली मौजूद रहे! टोटल लॉकडाउन में विशेष अभियान के तहत प्रमुख सड़कों के किनारे, खेल मैदान और शासकीय भवनों के परिसर में बिखरे पड़े पालीथिन, थर्माकोल के कचरे को एकत्र किया गया। रोड किनारे की कंटीली झाडिय़ों की कटाई की गई। जोन-1 के सफाई कर्मियों की टीम ने नेशनल हाइवे के किनारे और दक्षिण गंगोत्री सर्कस मैदान में बिखरे पड़े पॉलीथिन, थर्माकोल और टायर सहित अन्य कचरे को एकत्र किया। संजय नगर सार्वजनिक शौचालय, दक्षिण गंगोत्री उत्तर गंगोत्री एवं होजियारी मार्केट सुपेला रोड किनारे उग आई झाड़ियों की कटाई की। नालियों की सफाई के साथ डस्टबिन से कचरा खाली किया गया। वार्ड-4 राधिका नगर में विशेष अभियान चलाकर सड़क, नाली की सफाई कर ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया गया!
जोन-2 वैशाली नगर की टीम ने कंप्रेसर मशीन से पानी का छिड़काव कर गौरवपथ और डिवाइडर की सफाई कराई। ओम शांति ओम चौक को पानी से धुलाई किया। नंदनी रोड की झाड़ू से सफाई की गई। वार्ड-13 राजीव नगर की सड़क नालियों की सफाई के साथ सैनिटाइज किया गया। वार्ड-11 शांति नगर रोड किनारे और वार्ड-16 स्थित कुरूद स्थित बिजली ऑफिस परिसर की जंगली घास और कंटीली झाडिय़ों की कटाई की गई। वार्ड-18 के सड़क नालियों की सफाई की। जोन-3 की टीम ने वार्ड-21 जेपी नगर, भोला किराना स्टोर्स, कर्मा भवन, मन्नू मोबाइल के सामने, जेपी नगर स्कूल रोड, गुप्ता होटल के पास , महिला सुलभ शौचालय परिसर की सफाई कर खाली जगहों पर बिखरे पड़े कचरे को उठाया। व्यंक्टेशवर टॉकीज के सामने पार्किंग स्थल और रोड किनारे की झाड़ियों की कटाई की। वार्ड-23 तालाब परिसर की सफाई में टीम जुटी हुई है।
जोन-4 की टीम ने वार्ड- 29 संजय नगर लाइन, बापू नगर, श्री राम चौक, वार्ड-33 क्रांति मार्केट बस्ती, नेशनल हाइवे के सर्विस रोड, केनाल रोड, शिव मंदिर, वार्ड-36 मुस्लिम बस्ती, लोहार बस्ती, होंडा शो रूम, गौतम नगर चौक, वार्ड-37 नंदनी रोड, वार्ड-35 शासकीय नवीन महाविद्यालय का सफाई किया! जोन की टीम ने वार्ड-9 कोहका स्थित प्राथमिक चिकित्सालय, श्री शंकराचार्य कोविड अस्पताल और वार्ड-29 शासकीय चिकित्सालय को सैनिटाइज किया गया। कलेक्टर भुरे ने सभी नगरीय निकायों को सड़क, नालियों की सफाई के साथ डिवाइडर, चौक-चौराहे, तालाब, मार्केट, मंडी, सावर्जनिक भवनों की सफाई और सैनिटाइज करने कहा है। सड़कों के किनारे डंप बिल्डिंग मटेरियल और मलबा को हटाने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में भिलाई निगम ने टोटल लॉकडाउन में विशेष सफाई अभियान चलाया!
संक्रमण से मुक्त रखने व्यापक स्तर पर सैनिटाइजिंग अभियान कोरोना संक्रमण से मुक्त रखने के लिए निगम क्षेत्र में व्यापक सैनिटाइजिंग अभियान चलाया गया! थाना, सार्वजनिक क्षेत्र, व्यवसायिक क्षेत्रों, अस्पतालों, मार्केट एरिया, मकानों, अस्पतालों एवं दुकानों को सैनिटाइज किया गया!

कचांदूर स्थित कोविड केयर सेंटर में अब तक 2117 मरीज स्वस्थ होकर लौटे घर


दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना महामारी की लड़ाई में कई ऐसे अनगिनत योद्धा हैं। जो अपना तो फर्ज निभा ही रहे हैं, बल्कि पर्दे के पीछे रहकर बड़ा काम भी कर रहे हैं। वे अपनी जान की परवाह किए बगैर कोविड केयर सेंटर में भर्ती बुजुर्ग एवं दिव्यांग मरीजों का परिवार के सदस्य की तरह देखभाल कर रहे है। इनकी सेवा भावना से ही कोविड केयर सेंटर कचांदुर में भर्ती संक्रमित मरीज रोग से लड़ने के लिए अपना हौसला बड़ा रहे हैं। चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचांदुर में संचालित कोविड केयर सेंटर में सामान्य मरीजों के साथ बुजुर्ग एवं दिव्यांग मरीज भर्ती हैं। जिनका इलाज मेडिकल स्टॉफ कर रहे हैं। इनकी देखभाल मेडिकल ऑफिसर के सुपरविजन में चिकित्सीय स्टाफ में सम्मिलित वार्ड ब्वाय, सफाई कर्मी और नर्स कर रहे हैं। वे अपने हाथों से दृष्टिहीन दिव्यांग मरीजों का सुबह- शाम चाय नाश्ता देते हैं, खाना खिलाते हैं। समय पर उन्हें दवाइयां देते हैं।
ये कोरोना योद्धा दिव्यांग मरीजों की एक आवाज में पीपीई किट पहनकर सरपट वार्ड पहुंच जाते हैं। उनको टायलेट, बाथरूम तक हाथ पकड़कर लेकर जाने और वापस बेड तक छोड़ने का पूरा ख्याल रख रहे हैं ऐसी ही एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला भर्ती है जिसकी दृष्टि कमजोर है इनकी संपूर्ण देखरेख की जा रही है। कोविड केयर सेंटर में ऐसे दिव्यांग मरीजों की संख्या 3 है। जिनमें 1 महिला और 2 पुरुष मरीज हैं। शिफ्ट के अनुसार वार्ड ब्वाय और नर्स देखभाल कर कोरोना को हराने और मरीज को जल्द स्वास्थ्य लाभ दिलाने में हर संभव प्रयास कर रहे हैं। 4 शिफ्ट में मेडिकल स्टाफ एवं उनकी टीम मरीजों की देखभाल कर रही है! मरीजों को उनके बेड तक नाश्ता से लेकर भोजन मुहैया कराया जा रहा है!
2117 मरीज स्वस्थ होकर लौट चुके हैं घर बिना लक्षण वाले मरीजों को रखकर उनका उपचार कर कोविड के दायरे से बाहर लाने में कोविड केयर सेंटर कचांदूर स्थित केंद्र ने लगभग 2117 मरीजों को स्वस्थ कर दिया है! सबसे सुंदर सेंटर से विदाई का क्षण होता है, स्टाफ विदा करता है और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देता है, ऐसे ही पत्रकारिता जगत से जुड़े हुए उमेश पांडे कचांदूर स्थित कोविड सेंटर से स्वस्थ होकर घर लौट गए है उन्होंने बताया कि समय पर भोजन मिला, भोजन की गुणवत्ता अच्छी है, स्वास्थ्य देखभाल अच्छी हुई मैं व्यवस्था से संतुष्ट हूं! 5 अगस्त से यहां कोविड केयर सेंटर आरंभ किया गया था! इसके बाद से यहां पर 2291 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है! कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ अनिल शुक्ला ने बताया कि अभी 103 मरीज भर्ती है! प्रत्येक 6 घंटे में टीम बदली जाती है, कोविड वारियर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है! इन सभी के रहने के लिए सुविधा उपलब्ध कराई गई है! आइसोलेशन की सुविधा के लिए रिटायरिंग रूम भी उपलब्ध है!
निगमायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया है कि ऑक्सीजन लेवल की नियमित मॉनिटरिंग करते रहे! ऐसे 69 मरीज जिन्हें ऐसी समस्या आई उन्हें तुरंत हायर सेंटर रेफर किया गया! नोडल अधिकारी रघुवंशी समय-समय पर स्वयं भोजन की गुणवत्ता जांच परख रहे हैं! खाना रिच प्रोटीन डाइट का उपलब्ध कराया जा रहा है! अस्पताल की व्यवस्था बेहतर रहे, इसके लिए सेंट्रल मॉनिटरिंग कमांड सेंटर बनाया गया है! मरीजों की भर्ती से लेकर डिस्चार्ज तक के सारे कार्य इसी के माध्यम से किए जाते हैं, मरीजों तक सूचना पहुंचाने का यह एक बेहतर माध्यम है! सीसीटीवी कैमरे से मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इस पर नजर रखी जा रही है!
ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 44 बेड की व्यवस्था कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं निगम आयुक्त रघुवंशी के निर्देश पर ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था कोविड केयर सेंटर में की गई है! कमांडिंग सेंटर का कार्य देख रहे आशीष चंद्राकर ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में मरीजों का ऑक्सीजन लेवल निरंतर चेक किया जा रहा है, ऑक्सीजन लेवल कम होने पर मरीजों को प्राथमिक तौर पर ऑक्सीजन बेड में रखा जाता है, स्थिति सुधार नहीं होने पर तत्कालिक रूप से हायर सेंटर में रेफर किया जाता है! महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव के प्रयास से शुरू किए गए इस कोविड सेंटर की मॉनिटरिंग लगातार उच्च अधिकारी कर रहे है! कोविड सेंटर के सभी वार्ड में स्वच्छ पानी के लिए आरओ वाटर, हास्पिटल की साफ-सफाई, सेनिटाइजिंग और सुबह शाम चाय-नाश्ता, काढ़ा, गरम पानी और खाने की व्यवस्था का प्रबंध किया है। यहां पर भर्ती मरीजों को जल्द स्वास्थ्य लाभ दिलाने हर संभव प्रयास किया जा रहा है!

भिलाई नगर / शौर्यपथ / संपत्तिकर दाताओं के द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली स्व विवरणी जो उनके स्वयं के द्वारा भरकर प्रस्तुत की जाती है इसके आधार पर संपत्तिकर की राशि जमा की जाती है! स्व विवरणी प्रस्तुतकर्ता की रेंडम जांच के लिए आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने निर्देश दिए थे! आयुक्त के निर्देश पर उपायुक्त एवं संपत्तिकर प्रभारी तरुण पाल लहरें ने जोन क्रमांक 1 के सहायक राजस्व अधिकारी को छत्तीसगढ़ नगर पालिका भवनों/भूमियों के वार्षिक भाड़ा मूल्य का अवधारण नियम 1997 के अधीन सूर्या ट्रेजर आईलैंड जुनवानी द्वारा 18 मई 2018 को प्रस्तुत संपत्ति कर स्व विवरणी की स्थल पर सत्यता जांच कर माप एवं गणना सहित प्रतिवेदन देने के लिए दिनांक 30 जुलाई 2020 को पत्र प्रेषित किया था!
पत्र प्राप्त होते ही नगर पालिक निगम भिलाई के जोन क्रमांक 1 की तीन सदस्यीय टीम जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि के साथ 4 अगस्त 2020 को सूर्या ट्रेजर आईलैंड पहुंची और प्रबंधन से दस्तावेज प्राप्त कर सूर्या मॉल भवन की नाप जोख कर स्व विवरणी के अनुसार स्थल पर सत्यापन किया और सत्यापन कार्य पूर्ण कर सहायक राजस्व अधिकारी शरद दुबे ने पूरी विस्तृत रिपोर्ट संपत्ति कर अधिकारी को सौंप दी है! तीन सदस्यीय टीम में उप अभियंता अरविंद शर्मा, आलोक पसीने एवं सहायक राजस्व अधिकारी शरद दुबे ने जांच की कार्रवाई शुरू की थी! सुबह से शाम तक सूर्या मॉल में नक्शा के अनुसार नापजोख किया गया था इस दौरान भवन निर्माण अधिकारी हिमांशु देशमुख, सहायक राजस्व अधिकारी संजय वर्मा, बाल कृष्ण नायडू भी मौजूद थे! भवन के पूरे मंजिलों का स्वीकृत मानचित्र के आधार पर सत्यापन करने के बाद स्व विवरणी के राशि गणना की सत्यता परखने के लिए सहायक अभियंता अनिल सिंह को जिम्मेदारी दी गई !
सहायक अभियंता ने अपने रिपोर्ट में बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल संपत्ति कर 4410436 रुपए गणना की गई थी परंतु जांच उपरांत 4924456 रुपए देय राशि पाया गया है जिसमें 514020 रुपए का अंतर है यानी कि इस अंतर की राशि की 5 गुणा राशि को सूर्या ट्रेजर आईलैंड के प्रबंधन को जमा करना होगा!
करो के भुगतान के लिए स्क्वायर फिट में भी अंतर जांच में यह भी पाया गया है कि सूर्या ट्रेजर आईलैंड के द्वारा कुल 432086.31 वर्ग फीट के अनुसार से कर का भुगतान किया जाता रहा है परंतु जांच के उपरांत 493644.70 वर्ग फीट स्थल पर पाया गया है और इसके अंतर की बात करें तो 61558.39 वर्ग फीट है जो कि 10त्न से अधिक का अंतर है!
अब प्रतिवर्ष अंतर की राशि के साथ जमा करना होगा संपत्ति कर सूर्या ट्रेजर आइलैंड के द्वारा पूर्व में 4410436 रुपए संपत्तिकर का भुगतान किया जा रहा था! अब 4924455.82 रुपए संपत्तिकर प्रतिवर्ष जमा करना होगा! जांच के उपरांत इन दोनों की राशि का अंतर की बात करें तो 514020 रुपए की राशि निकलती है!यह भी पाया गया जांच में इसलिए 2570100 रुपए की होगी वसूली
पूर्व में हुई गणना में ग्राउंड फ्लोर पर आर्टियम का एरिया नहीं लिया गया था एवं प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, पंचम एवं षष्टम तल पर भवन पूर्णता प्रमाण पत्र के आधार पर गणना किया गया था! जबकि गणना कुल निर्मित क्षेत्र के आधार पर की जानी थी! अब सही गणना के अनुसार 514020 रुपए का अंतर प्राप्त हुआ है! छत्तीसगढ़ नगर पालिका नियम 1997 की कंडिका 11 के अनुक्रम में कंडिका एक में उल्लेखित है कि पुन:निर्धारण में किसी ओर 10त्न की फेरफार को ध्यान में नहीं लिया जाएगा परंतु फेरफार 10त्न से अधिक हो वहां पर भूमि/भवन का स्वामी ऐसे शक्ति का भुगतान करने के दायित्वाधीन होगा जो ऐसे स्वामी द्वारा किए गए स्व निर्धारण तथा नगर पालिका द्वारा किए गए पुन:निर्धारण के अंतर की राशि के 5 गुणा के बराबर होगी! इस आशय से अब अंतर की राशि 514020 का 5 गुणा राशि 2570100 सूर्या ट्रेजर आईलैंड जुनवानी से वसूली की जाएगी!

दुर्ग । शौर्यपथ । दुर्ग निगम खेतर में 20 से 30 सितंबर तक लॉक डाउन है ऐसे में जहाँ प्रशासन द्वारा लॉक डाउन के नियमों को पालन करने की अपील की जा रही वही कुछ संचालकों द्वारा अभी भी नियम विरुद्ध व्यापार किया जा रहा है ऐसे स्थिति में दुर्ग निगम बाजार विभाग भी सक्रिय हो गया । आज दुर्ग निगम बाजार विभाग द्वारा लॉक डाउन के नियमो का कड़ाई से पालन करवाने निगम आयुक्त के निर्देश पर निरीक्षण के दौरान कई दुकानदारों द्वारा व्यापार संचालन किया जा रहा था जिसे बन्द करवाया गया और जुर्माना वसूला गया । इस कार्यवाही में गायत्री मंदिर के समीप संचालित मुकेश मोबाइल शॉप को निगम प्रशासन के बाजार विभाग द्वारा सीलबंद की कार्यवाही की साथ ही सांझा चूल्हा , शिमला टायर्स , दीपक ट्रेडर्स , शांति किराना स्टोर्स , एसके जैन , भिलाई बेकरी , सुखदेव पंजवानी सहित अन्य लोगो से लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर जुर्माने की कार्यवाही की और जुर्माना राशि 10500 रुपये वसूला गया । बाजार विभाग की इस कार्यवाही में निगम के अधिकारी थानसिंग यादव एवम उनकी टीम शशिकांत यादव , संजय यादव , भूषण साहू , ईश्वर वर्मा , भारती आदि मौजूद थे । निगम आयुक्त बर्मन ने शहर की जनता और व्यापारियों से अपील की कि लॉक डाउन के नियमो का पालन करे बाजार विभाग की कार्यवाही व जुर्माने से बचे लॉक डाउन शहर को सुरक्षित रखने की दिशा में एक प्रयास है जिसमे सफलता आम जनों और व्यापारियों के सहयोग से ही मिलेगी साथ ही आयुक्त ने बताया कि अगले 30 सितंबर तक यह कार्यवाही निरंतर चलेगी किसी को भी लॉक डाउन के उल्लंघन करने पर बख्शा नही जाएगा और शासन के नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी ।

दुर्ग / शौर्यपथ /कृषि विधेयक को किसानों के लिए विनाशकारी बताते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। राजेंद्र ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार अगर सचमुच किसानों की हितैषी हैं तो पूरे देश में धान और गेहूं का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए घोषित करे। राजेंद्र ने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य मात्र 50 रुपए बढ़ाने वाले भाजपा नेता किस मुंह से कांग्रेस पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की अनदेखी करने का आरोप लगा रहे हैं।
राजेंद्र ने सवाल किया कि 6 साल से केंद्र में भाजपा सत्तारूढ़ है। मोदी सरकार ने 6 साल तक स्वामीनाथन रिपोर्ट क्यों दबाए रखा? सच ये है कि कांग्रेस ने आयोग की रिपोर्ट को कभी अनदेखा नहीं किया, बल्कि किसानों के हित में फैसले लिए हैं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार ने आयोग और किसान हित को ध्यान में रखकर 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा, जिसका मोदी सरकार ने खुला विरोध किया।
राजेंद्र ने कहा कि अगर मोदी सरकार में हिम्मत है तो भूपेश सरकार की तरह पूरे देश में धान और गेहूं का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल घोषित करे। किसानों के हितैषी बनने का दावा कर रही मोदी सरकार ने रबी की उपज के समर्थन मूल्य में मात्र 3 से 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है जो किसानों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। किसान हित में कोई भी फैसला न करने वाले भाजपा नेताओं का स्वामीनाथन आयोग की दुहाई देना हास्यास्पद है। राजेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता देश को बताएं कि कृषि विधेयक से आखिर किसानों को क्या फायदा होगा? वास्तविकता ये है कि देश के किसान समझ चुके हैं कि कृषि विधेयक कार्पोरेट घराने को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है। भाजपा सरकार इस विधेयक के माध्यम से किसानों के साथ छल कर रही है।
राजेंद्र ने कहा कि कोरोना संकट काल में अचानक लॉकडाउन से लाखों असंगठित मजदूरों, छोटे उद्योगों, छोटे व्यवसाइयों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। कई लोगों की अकाल मौत हो गई। लोगों के सामने जबर्दस्त आर्थिक संकट है। लोगों को राहत देने केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की, लेकिन देश की जनता को पैकेज का लाभ नहीं मिला है। 20 लाख करोड़ का पैकेज शायद भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है।
राजेंद्र ने कहा कि मोदी सरकार हर मामले में जुमला सरकार साबित हुई है। 2014 के चुनाव में भाजपा ने 2 करोड़ लोगों को हर साल रोजगार देने, महंगाई कम करने, किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। बीते 6 साल में बेरोजगारी, महंगाई लगातार बढ़ी है। किसानों की आय दोगुनी करना तो दूर देश के अधिकांश राज्यों में किसानों की हालत बदतर है। सारे मुद्दे जुमले साबित हुए।
राजेंद्र ने कहा कि नोटबंदी के समय भाजपा नेताओं ने नोटबंदी के फायदे गिनाए थे, लेकिन नोटबंदी के बाद बेरोजगारी बढ़ी और व्यवसाय चौपट हो गए। जीएसटी लागू करते समय एक देश एक टैक्स की बात कहते हुए महंगाई कम होने का दावा किया गया जो पूरी तरह फ्लाप साबित हुआ। अब कृषि विधेयक के फायदे बताए जा रहे हैं। यह विधेयक भी किसानों के लिए छलावा साबित होगा। यह सरकार पूरी तरह जुमलेबाज सरकार साबित हो चुकी है।

 

दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग शहर में आज से फिर से जिला प्रशासन के आदेश अनुसार लॉक डाउन लगाया गया,किंतु जिलाधीश महोदय ने तर्क दिया कि महापौर सहित अन्य जनप्रतिनिधि मंडल व कुछ व्यवपारी संगठन के सलाह पर हम शहर को लॉक डाउन करने जा रहे हैं,ऐसे में मोदी आर्मी संगठन का मानना है दुर्ग शहर के महापौर स्वयं अस्वस्थ्य हैं जिन्हें फ़ूल भेंट कर हम उनके उत्तम स्वस्थ की कामना करते हैं,वरना वो ना ही उदासीन होते ना ही ऐसी सलाह जिलाधीश महोदय को देते,ज्ञात हो कि जिला प्रशासन दो सप्ताह के लिए पूर्व में भी लॉक डाउन घोषित कर चुका है,प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा शहर खुलने के बाद से महापौर जी का मुख्य काम था शहर के इन्दिरा मार्केट सहित मुख्य बाजारों व वार्डो को दिनचर्या आरम्भ होने से पूर्व और बाज़ार बन्द होने के बाद सेनेटाइज करवाते,मगर यह उनसे नहीं हुआ,शहर में बने सामाजिक भवनों को कोविड सेंटर बनाने के लिए सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा करते यह भी उनसे नहीं हुआ,अपनी सरकार से ही चर्चा कर शराब दुकानों को संचालन नहीं करने की मांग करते यह भी उनसे नहीं हुआ,यदपी सरकार नहीं सुनती तो जिला प्रशासन से अनुरोध करके शराब दुकानों में मास्क और सेनेटाइज अनिवार्य करवाते मगर यह भी उनसे नहीं हुआ,मगर बिना सोचे समझे उन्होंने लॉक डाउन की मांग प्रशासन से कर दी,एक परिवार का सदस्य मार्केट के दुकानों और उद्योगों में कार्य करना जाता है तो उसे मुश्किल उतना ही वेतन मिलता है जिससे उसका घर चल सके,अब लॉक डाउन लगने से क्या उन्हें उनका वेतन मिलेगा,क्या इस लॉक डाउन से कोरोना पर हम अंकुश लगा पाएंगे,जबसे यह आदेश लागू करने की घोषणा की गई बाजारों में दौगुनी भीड़ लग गई,लोगों में इस बात की भी शंका रही की दस दिनों का लॉक डाउन कहीं लंबा न हो,इसलिए शहर के हर निवासियों ने अधिक राशन लेने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को आवश्यक नहीं समझा और प्रशासन भी बाजार में मंहगे दामों पर मिल रहे वस्तुओं पर नियंत्रण नहीं कर सका,आज छोटे व्यापारी और शहर वासी तो घर में बैठ गए मगर जब यह लॉक डाउन हटेगा तो क्या शराब दुकानों में होने वाली भीड़ पर अंकुश लगेगा शायद नहीं,हम कोरोना से लड़ने के लिए न ही सही नियत ला पाए और न ही कोई नीति बना पाए,जबकि केंद्र सरकार के गाइड लाइन के अनुसार सिर्फ हमें कंटेंटमेंट जॉन ही घोषित करना था,मगर शहर के विभिन्न वार्डो में पीड़ित मिलते गए और कोई भी वार्ड कंटेंटमेट में तब्दील नहीं किया गया,इसलिए हमें लगता है शहर के प्रथम नागरिक ही अस्वस्थ हैं तो शहर कैसे स्वस्थ होगा,इस दौरान मोदी आर्मी के वरुण जोशी, मितेश पटेल,शुभम यादव,दुर्गेश रामटेके, धीरज,यज्ञकांत यादव उपस्थित रहे!

दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर पालिक निगम में पानी और बिजली को लेकर भाजपा नेताओं की लगातार बयानबाजी को लेकर अब कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। दुर्ग नगर निगम में मेयर इन काउंसिल के तीन प्रभारियों ने आज पूर्व महापौरों पर निशाना साधते हुए कहा है कि 20 साल तक दुर्ग निगम में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद शहर की हालत नहीं सुधरी। दो दशक के कार्यकाल के बावजूद दुर्ग शहर की जनता पानी-प्रकाश व्यवस्था जैसी समस्या से जूझ रही है तो इसके लिए भाजपा ही जिम्मेदार है । एमआईसी प्रभारी जयश्री जोशी ने पूर्व महापौर व्दारा लगाए गए आरोपों को झूठी वाहवाही वाला ब्यान करार देते हुए कहा कि उनके महापौर कार्यकाल के दौरान दुर्ग शहर की जनता त्रस्त रही । उनके पांच साल के कार्यकाल के बाद दुर्ग विधान सभा के निगम चुनाव में जनता ने अपना जवाब दे दिया । ऐसे प्रत्याशी को वे सहन नहीं करेगी । पूर्व महापौर के कार्यकाल में अमृत मिशन का कार्य किस कछुचाल से चल रहा था, अगर उसी गति से आज भी चलता तो प्रोजेक्ट को पूरा करने में कम से कम दो साल और लग जाते। जयश्री ने कहा कि दुर्ग निगम में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद से अमृत मिशन के कार्यों में तेजी आई है। पूर्व महापौर के कार्यकाल में डेढ़ साल में जितना काम नहीं हुआ, उससे ज्यादा काम पिछले 9 माह में हो गया है। इसके दस्तावेजी प्रमाण दुर्ग के नागरिकों को नगर निगम से मिल सकती है। पूर्व महापौर को अगर दुर्ग शहर की चिंता होती तो शहर में उनके कार्यकाल मे सुशासन का आलम होता और जनता एक बार फिर भाजपा को मौका देती।
जयश्री ने कहा कि दुर्ग की जनता ने भाजपा पर भरोसा कर नगर निगम की सत्ता 20 साल तक सौंपी। जयश्री ने आगे कहा कि दुर्ग नगर निगम में 10 साल तक महापौर रहने के बाद विधायक और सांसद चुनाव जीत चुकी एक पूर्व महापौर ने वैश्विक महामारी के दौरान दुर्ग शहर की सुध नहीं ली। सिर्फ थाली पीटने और ताली बजाने से कोरोना से जंग नहीं लड़ा जा सकता। एक ओर विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल कोरोना संकट के दौरान लगातार दुर्ग की जनता के बीच रहे, वहीं दूसरी ओर भाजपा के सभी महापौर सहित भाजपा के नेता वर्चुअल रैली में व्यस्त रहे। जनता को गुमराह करते रहे। आज भी भाजपा नेता बिजली और पानी को लेकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व महापौर को अच्छी तरह पता है कि लचीली शर्तो के साथ विद्युत का ठेका भाजपा के शासन में उनके केन्द्रीय नेता की कम्पनी को दिया गया, जिसका खामियाजा आज सिर्फ दुर्ग ही नहीं पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है। अगर पूर्व महापौर जनता को सच्चाई बताना चाहती है तो बताएं कि ईईएसएल कंपनी का सरकार के साथ किन शर्तो पर करार हुआ था और यह कंपनी किसकी है। सिर्फ कमीशनखोरी के कारण लचीली शर्तें रखी गई।
दुर्ग नगर निगम के विद्युत विभाग प्रभारी भोला महोबिया ने कहा कि ईईएसएल कंपनी को लचीली शर्तो के साथ ठेका देने के कारण आज कम्पनी की मनमानी चल रही है। जिस मानक के बल्ब लगाने थे, उसे नकारते हुए अमानक स्तर के बल्ब लगाए जा रहे हैं। ईईएसएल कंपनी शायद ये भूल गई है कि अब आँख बंद कर भुगतान देने वाली सरकार नहीं है। ईईएसएल कंपनी अपने कर्मचारियों को वेतन न देकर जनता को परेशान करने की कोशिश कर रही है। दुर्ग विधायक और महापौर के प्रयासों से कलेक्टर दर पर कर्मचारियों की नियुक्त कर व्यवस्था सुधारा जा रहा है।
जलकार्य प्रभारी संजय कोहले ने कहा कि जब से निगम में कांग्रेस की सत्ता आई है, तब से निगम क्षेत्र में अमृत मिशन का कार्य तेजी से हो रहा है। कांग्रेस के शासन में दस्तावेजों में काम नहीं होता बल्कि जमीनी स्तर पर काम होते हैं। इस साल के अंत तक शहर में निगम क्षेत्र में पाइपलाइन का कार्य पूर्ण हो जाएगा।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)