
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
एक दिन के ठेकदार द्वारा किये जा रहे अवैधानिक कार्य पर कार्यवाही पुलिस प्रशासन की बात
साल भर से आम जनता को लुट रहे समूह के ऊपर बाजार विभाग मेहरबान
दुर्ग / शौर्यपथ /
दुर्ग नगर पालिक निगम का बाजार विभाग की कार्य प्रणाली का स्तर किस तरह से है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक तरफ बाजार विभाग एक दिन के महाशिव रात्रि मेला स्थल में पार्किंग ठेके में हुई अनियमितता के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए पार्किंग ठेकेदार के विरुद्ध पुलिस थाना में एफआईआर की बात कह रहा है किन्तु वही साल भर से भी ज्यादा समय से निगम से 100 मीटर की दुरी पर बस स्टैंड स्थित रेन बसेरा में आम जनता के साथ खुले आम लुट-खसोट किया जा रहा है किन्तु बाजार विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जाँच के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है .
बता दे कि महाशिवरात्रि पर्व के दिन शिवनाथ नदी मेला स्थल पर नगर पालिक निगम के बाजार विभाग द्वारा निविदा निकाली गई थी जिसमे वहां शुल्क ज्यादा लेने का मामला सिर्फ शौर्यपथ समाचार पत्र ने प्रकाशित किया था जिसके बाद बाजार विभाग द्वारा कार्यवाही के नाम पर ठेकेदार को नोटिस जारी करते हुए उचित जवाब देने कहा गया वही उचित जवाब ना मिलने पर एफआईआर का भी उल्लेख किया गया . किन्तु यही बाजार विभाग बस स्टैंड स्थित रेन बसेरा जहाँ लगातार अनियमितता हो रही एवं निविदा शर्तो की कई कंडिकाओ का उल्लंघन किया जा रहा किन्तु बाजार विभाग का जिम्मेदार अधिकारी चन्दन मनहरे इस मामले पर मौन साढ़े बैठे है . वही एक स्थानीय समाचार पत्र में छपी खबर को अगर सही माने तो स्थानीय अखबार के अनुसार वर्तमान बाजार अधिकारी का पुराना रिकार्ड दाग दार रहा है . वर्तमान समय में एक अनियमितता पर लगातार बचाव एक एक अनियमितता पर तुरंत कार्यवाही ही बाजार अधिकारी की कार्य प्रणाली को दर्शा रहा है .
क्या दुर्ग निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर बाजार विभाग में हो रही अनियमितता के लगातार मामले के उजागर होने के बाद क्या मामले को स्वयं संज्ञान लेकर उचित और निष्पक्ष जाँच करेंगे या फिर दुर्ग निगम में भ्रष्टाचार का सिलसिला यु ही चलता रहेगा . शौर्यपथ समाचार दावे के साथ कहता है कि बाजार विभाग में शुल्क वसूली में अनियमितता के एक स्लिप के अलावा कोई प्रमाण नहीं जबकि नियमानुसार बाजार विभाग को ही रसीद बुक देना था किन्तु कंडिका के नियमो का पालन स्वयं विभाग नहीं कर सका और अब लापरवाह अधिकारी अपनी गलती का जिम्मेदार ठेकेदार को मान रहे .
नोटिस के बहाने कही रिश्वत की मांग तो नहीं ....
महाशिव रात्रि मेले में 24 घंटे के लिए दिए गए पार्किंग ठेके में शुल्क से ज्यादा वसूली के कारण ठेकेदार को मिले नोटिस के बाद दुर्ग निगम क्षेत्र में यह चर्चा का विषय है कि क्या यह नोटिस सिर्फ दिखावा मात्र है और नोटिस के आड़ में गुप चुप सौदे की संभावनाओं की बात भी कही जा रही है . बाजार विभाग आखिर अचानक इस मामले में इतना सक्रीय कैसे हो गया जबकि इसी विभाग के पूर्व के कई कार्य लंबित एवं जाँच प्रणाली संदेहास्पद है .
Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.