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00 शरीर से दुर्गंध आने पर आक्रोशित हुए परिजन
00 जुनवानी के हाइटेक हास्पिटल में हुआ हंगामा
भिलाई / शौर्यपथ / इलाज के नाम पर एक मृत हो चुकी महिला को वेंटिलेटर में रख शहर के नामी हस्पिटल पर रुपए वसूलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जुनवानी के बंद हो चुके अपोलो बीएसआर की जगह नये सिरे से शुरू की गई हाइटेक हास्पिटल का यह मामला है। परिजनों ने मरीज के शरीर से दुर्गंध आने पर मृत्यु हो जाने के बाद भी सिर्फ रुपए के लालच में इलाज जारी रखने का आरोप हास्पिटल प्रबंधन पर लगाया है।
राजनांदगांव के ग्रीनसिटी निवासी सिराजुन्निशा बेगम (62 वर्ष) को इलाज हेतु हाइटेक हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। आपरेशन के बाद तबियत ज्यादा बिगडऩे पर महिला को वेंटिलेटर में रखा गया था। आज सुबह जब परिजन सिराजुन्निशा को देखने पहुंचे तो शरीर से आ रही दुर्गंध के चलते उन्हें मौत हो जाने की आशंका हुई। लेकिन चिकित्सकों ने दुर्गंध का कारण मरीज द्वारा शौच करने को बताते हुए जिंदा होने का दावा किया। परिजनों को इस बात पर यकीन नहीं आया और उन्होंने मरीज की छुट्टी कराकर जिला चिकित्सालय ले जाकर जांच कराई। जिला चिकित्सालय के डाक्टर ने महिला की मृत्यु हो जाने की पुष्टि कर दी। लेकिन मौत कब हुई है इसकी जानकारी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मिलने की बात कही गई।
परिजनों के मुताबिक सिराजुन्निशा बेगम को पैर की नस दबने से हो रही परेशानी के चलते 3 मई को हाइटेक हास्पिटल में डाक्टर को दिखाया गया था।
यहां से दी गई दवाई के चलते सिराजुन्निशा को गैस की समस्या हो रही थी। इसलिए 13 मई को परिजन दुबारा हास्पिटल लेकर पहुंचे। इस बार सिराजुन्निशा को भर्ती कर अतड़ी का आपरेशन किया गया। इस आपरेशन के बाद हालात बिगडऩे पर उसे वेंटिलेटर में रखा गया। इस दौरान प्रतिदिन 5 यूनिट प्लाज्मा और 10 यूनिट ब्लड की जरुरत परिजन किसी तरह से पूरी करते रहे। इसके अलावा रोज 15 से 25 हजार रुपए की दवाईयां और इन्जेक्शन मंगवाया जा रहा था। आज जब शरीर से दुर्गंध आने पर मरीज को छोडऩे की बात कही गई तो हास्पिटल प्रबंधन 5 लाख के लगभग राशि की मांग करने लगा। इस बात पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
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