September 21, 2024
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शौर्यपथ

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    रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल पहुंचकर वहां इलाज के लिए भर्ती पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी के स्वास्थ्य के सम्बन्ध में डॉक्टरों से जानकारी ली।
मुख्यमंत्री बघेल ने अजीत जोगी की धर्मपत्नी डॉ. श्रीमती रेणु जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने अजीत जोगी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की । मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से अजीत जोगी को इलाज की बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा।
   मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा कि जब अजीत जोगी की तबीयत बिगड़ी थी उस दिन भी मैंने उनके पुत्र अमित जोगी से दूरभाष पर बात कर स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली थी। आज मैं अजीत जोगी को देखने अस्पताल आया था। उनके परिवार के लोगों से बात हुई है। डॉक्टरों से भी मैंने जानकारी ली। अजीत जोगी हमेशा मौत को मात देकर खतरे से बाहर निकले हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उन्हें शक्ति दे और वे जल्द स्वस्थ्य हों।

- कलेक्टर अंकित आनंद भी स्टेशन पर मौजूद रहे, स्वास्थ्य टीम ने परीक्षण किया,

बसों से किया गया घर रवाना - लिंगमपल्ली,

हैदराबाद से आ रही ट्रेन में दुर्ग के 14, बेमेतरा के 75 और बालोद के 34 ग्रामीण आए

   दुर्ग / शौर्यपथ / पहली श्रमिक एक्सप्रेस हैदराबाद के लिंगमपल्ली से निकलकर सुबह दस बजे दुर्ग स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन से तेलंगाना में निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों की घर वापसी हो सकी। स्टेशन पर पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखा गया था। स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें स्टेशन में लगाई गई थीं। सभी यात्री एसिम्पमैटिक पाए गए। स्टेशन में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए रेलवे पुलिस के साथ ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन के लोग थे। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने स्वयं मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। ट्रेन से बेमेतरा से 75, बालोद से 34 और दुर्ग से 14 ग्रामीण पहुंचे। इन सभी को बस में गृह ग्राम भेज दिया गया।
पूरी प्रक्रिया में एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिव प्रोसिजर) का पालन किया गया। श्रमिकों को नाश्ते कराकर गंतव्य स्थल के लिए रवाना किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक श्रमायुक्त श्री रमेश प्रधान ने बताया कि हैदराबाद में रह रहे इन श्रमिकों से जिला प्रशासन सतत संपर्क में था। यह सभी निर्माण कार्य में लगे हुए थे। दुर्ग जिले में पहुंचने वाले सभी श्रमिक भिलाई 3 और पाटन ब्लाक के हैं। श्रमिकों ने बताया कि घर पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। लाकडाउन में फंस जाने के बाद यहां आने को लेकर चिंता थी।
जिला प्रशासन के अधिकारी हमसे निरंतर संपर्क में थे और हमें भरोसा देते रहे थे कि जब भी ट्रेन आरंभ होगी, वे हमें यहां से निकालकर सुरक्षित अपने गांव तक पहुंचा देंगे। हमें यहां भोजन भी उपलब्ध करा दिया गया है और बसें भी हमारी खड़ी हैं। अब हम 14 दिन अपने गांव के क्वारंटीन सेंटर में रहेंगे। अपने घर आने का सुख सबसे बड़ा सुख है। हमारे साथ छोटे-छोटे बच्चे भी थे जिनको लेकर भी हमें चिंता थी। उल्लेखनीय है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह विभिन्न रूट्स से श्रमिकों को लाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। उल्लेखनीय है कि सड़क मार्ग से आ रहे श्रमिकों को सहायता पहुंचाने श्रमिक सहायता केंद्रों की स्थापना की गई है। इन केंद्रों में पहुंचने वाले श्रमिकों को सूखा नाश्ता कराया जा रहा है तथा राह के लिए सूखा नाश्ता पैक कर भी दिया जा रहा है। जो मजदूर साधन विहीन हैं उन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा रही है।

भिलाई / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम रिसाली के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश पर रिसाली निगम के 90 नियमित अधिकारियों एवं कर्मचारियों का माह अप्रैल का 2370885/- रूपये का वेतन भुगतान करने का निर्देश लेखा शाखा को प्राप्त होते ही सोमवार को ही वेतन आहरण हेतु बैंक को भेजा गया, जहां मंगलवार को रिसाली निगम कर्मी वेतन प्राप्त करना शुरू कर दिया। स्वयं की संस्था से वेतन भुगतान की खबर लगते ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों में खुशी व्याप्त है। अब प्रति माह कर्मचारियों का वेतन भुगतान रिसाली निगम ही करेगी।
बता दें की नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग नया रायपुर की अधिसूचना क्र.1-168/2019/18 छ.ग. नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा (7) सहपठित धारा 405 में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के पहल पर एवं राज्य शासन के निर्देश पर 26.12.2019 को छ.ग. के राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशन उपरांत 04 अप्रैल 2020 को रिसाली क्षेत्र के 13 वार्डों को मिलाकर पृथक नगर पालिक निगम रिसाली के रूप में स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में आ गया। अपनी सीमित संसाधनों एवं श्रमिक बस्तियों की आबादी होने तथा कोरोना वायरस के अटैक से रिसाली निगम में स्वयं की अर्जित आय का स्त्रोत लगभग बंद हो चुका था। भिलाई निगम से पृथक होने के बाद यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को वेतन भुगतान हेतु भिलाई निगम पर आश्रित रहना पड़ रहा था।
कोविड 19 कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु निगम के क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा हेतु ल?ाई लड़ रहे अपने कर्मचारियों की पीढ़ा एवं मनोदशा को समझते हुए निगम प्रशासन शुरू से ही प्रयासरत थे की रिसाली निगम अपने आत्म निर्भरता के बल बूते अपने कर्मचारियों का वेतन भुगतान की ओर अग्रसर हो। उक्त हेतु निगम आयुक्त श्री सर्वे ने बहूत ही सूझ-बूझ के साथ प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू तक अपनी बात रखी। गृह मंत्री चाह भी रहे थे कि उनके स्वयं के प्रयासों से बनी निगम रिसाली का सर्वांगीय विकास हो तथा उनके निर्वाचन क्षेत्र के नागरिकों की मूलभूत आवश्यकताओं एवं ज्वलंत समस्याओं को तत्वरित निराकरण हो। तत्संबंध में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए राज्य शासन से रिसाली निगम को 7.00 करो? की राशि दिलाई। छ0ग0 स्वातशाषी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोपाल सिन्हा सहित सभी पदाधिकारियों ने कर्मचारियों के वेतन भुगतान किये जाने पर प्रदेश के गृह मंत्री तामध्वज साहू के प्रयासों की सराहना करते हुए निगम रिसाली के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे एवं जोन आयुक्त रमाकांत साहू के प्रति आभार व्यक्त किये है।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल और निर्देशन पर राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकटापन्न और चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की छत्तीसगढ़ वापसी के लिए 21 स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम किया गया है। इन स्पेशल ट्रेनों में श्रमिकों की राज्य वापसी का सिलसिला बीते 11 मई से शुरू भी हो गया है।
प्रदेश के श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के प्रवासी श्रमिक जो अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं, उन्हें 21 ट्रेनों के माध्यम से छत्तीसगढ़ वापस लाने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर श्रम विभाग के अधीन गठित छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा अभी तक नोडल अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 ट्रेनों में आने वाले 11 हजार 946 श्रमिकों के लिए छह रेल्वे मण्डलों को कुल 71 लाख 93 हजार 230 रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है।
डॉ. डहरिया ने बताया कि इन 21 स्पेशल ट्रेनों में अहमदाबाद से बिलासपुर के लिए दो ट्रेन, विजयावाड़ा आन्ध्रप्रदेश से बिलासपुर एक ट्रेन, अमृतसर पंजाब से चांपा एक ट्रेन, विरामगम अहमदाबाद से बिलासपुर चांपा एक ट्रेन, लखनऊ उत्तरप्रदेश से रायपुर के लिए तीन ट्रेन, लखनऊ से भाटापारा के लिए दो ट्रेन, मुजफ्फरपुर बिहार से रायपुर एक ट्रेन, दिल्ली से बिलासपुर के लिए एक ट्रेन, मेहसाना गुजरात से बिलासपुर चांपा एक ट्रेन, लिंगमपल्ली हैदराबाद तेलंगाना से दुर्ग, राजनांदगांव होते बिलासपुर एक ट्रेन, हैदराबाद तेलंगाना से दुर्ग रायपुर होते हुए बिलासपुर एक ट्रेन, दिल्ली से बिलासपुर-रायपुर एक ट्रेन, खेड़ा नाडियाड गुजरात से बिलासपुर-चांपा एक ट्रेन, साबरमती अहमदाबाद से बिलासपुर-चांपा एक ट्रेन, कानपुर उत्तरप्रदेश से बिलासपुर, भांटापारा, रायपुर, दुर्ग एक ट्रेन और इलाहाबाद उत्तरप्रदेश से बिलासपुर,भाटापारा, रायपुर, दुर्ग दो ट्रेन शामिल है।
डॉ. डहरिया ने बताया कि गुजरात-अहमदाबाद से बिलासपुर ट्रेन में 1208 श्रमिक छत्तीसगढ़ वापस लौटे हैं। इसी तरह साबरमती से बिलासपुर ट्रेन में 1212 श्रमिक, विरामगम-रायपुर ट्रेन से 1210 श्रमिक, मेहसाना-बिलासपुर ट्रेन से 1200 श्रमिक, दिल्ली से रायपुर ट्रेन में 1400 श्रमिक, लखनऊ से भाटापारा रायपुर ट्रेन में 1584 श्रमिक, खेड़ा नाडियाड से चांपा ट्रेन में 1710 श्रमिक, साबरमती से चांपा ट्रेन में 1222 तथा अमृतसर पंजाब से चांपा स्पेशल ट्रेन में 1200 श्रमिक लौटेंगे।
राज्य सरकार ने इन ट्रेनों में सफर के लिए ऑनलाइन लिंक भी जारी किया है -
http:cglabour.nic.in/covid19MigrantRegistrationService.aspx

इस लिंक में एप्लाई कर लोग इन ट्रेनों के माध्यम से छत्तीसगढ़ वापस आ सकेंगे। इसके अलावा 24 घंटे संचालित हेल्पलाइन नम्बर 0771-2443809, 91098-49992, 75878-21800, 75878-22800, 96858-50444, 91092-83986 तथा 88277-73986 पर संपर्क किया जा सकता है।

// प्रदेश में नमक की कोई कमी नहीं: छत्तीसगढ़ में नमक के पर्याप्त रेक नियमित रुप से आ रहे हैं
//सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बीपीएल कार्डधारियों को नमक का सुचारु रुप से किया जा रहा है वितरण

     रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में नमक की कोई कमी नहीं है। जो लोग नमक की कालाबाजारी कर रहे हैं या नमक की कमी की अफवाह फैला रहे हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नमक के पर्याप्त रेक नियमित रूप से आ रहे हैं।
इस संबंध में खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राज्य के हितग्राहियों को आवंटन के अनुसार नमक की आपूर्ति निरंतर सुचारु रुप से की जा रही है। प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्र में प्रत्येक बीपीएल कार्डधारी को 2 किलोग्राम नमक तथा सामान्य क्षेत्र के प्रत्येक बीपीएल कार्डधारी को एक किलोग्राम नमक निशुल्क वितरित किया जा रहा है। प्रदेश में बीपीएल कार्डधारियों की कुल संख्या 56 लाख 4 हजार 653 है।
इन कार्डधारियों के लिए मासिक आवंटन लगभग आठ हजार मेट्रिक टन है तथा वर्तमान में मई माह के नमक आवंटन के अनुसार नमक की कुल उपलब्धता लगभग 11 हजार 532 मेट्रिक टन है। छत्तीसगढ़ राज्य में नमक के पांच रेक शीघ्र पहुंचने वाले हैं। इनमें 20 मई को पहला रेक रायपुर में तथा दूसरा रेक बिलासपुर में पहुंचने की संभावना है। तीसरा रेक 27 मई को पहुंचने की संभावना है।

नई दिल्ली / शौर्यपथ / जस्टिस एल नागेश्वर राव ने आज सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को बताया कि अगले हफ्ते से जज कोर्टरूम में बैठेंगे और वकील अपने चैम्बर से बहस कर सकते हैं. ये एक पॉयलट प्रोजक्ट है. दरअसल मंगलवार को जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नंबर चार से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सुनवाई की.

हालांकि एक बार CJI एसए बोबडे की बेंच भी इसी तरह सुनवाई कर चुकी है. अभी तक सुप्रीम कोर्ट के जज अपने घर से ही वर्चुअल सुनवाई कर रहे हैं. शीर्ष अदालत में 18 मई से 6 जुलाई तक गर्मियों की छुट्टी होनी थी, लेकिन ऐसा लगता है कि पूरी छुट्टियां नहीं होंगी क्योंकि अगले हफ्ते से जज कोर्ट में बैठेंगे. हालांकि शीर्ष अदालत को गर्मियों की छुट्टी रद्द करने की आधिकारिक घोषणा करना बाकी है. 

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Ajit Jogi) गंभीर रूप से बीमार हैं और उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं है. चिकित्सक उनके मस्तिष्क को क्रियाशील करने के लिए उनके पसंदीदा गाने उन्हें सुनवा रहे हैं. रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर सुनील खेमका ने मंगलवार को बताया कि जोगी (74 वर्ष) की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है. उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है. खेमका ने बताया कि जोगी की न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क) गतिविधियां लगभग नहीं के बराबर हैं. 

    चिकित्सा नियमों के तहत, उपचार चल रहा है और चिकित्सक उनके मस्तिष्क को क्रियाशील करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सोमवार से जोगी को ऑडियो थेरेपी भी दी जा रही है, जिसके तहत उनके पसंदीदा गानों को उन्हें ईयरफोन लगा कर सुनवाया जा रहा है. इससे यह कोशिश की जा रही है कि सामान्य प्रक्रिया से उनके मस्तिष्क को जागृत किया जाए लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है. खेमका ने बताया कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर श्री नारायणा अस्पताल के समस्त नर्सिंग स्टाफ ने परमपिता परमेश्वर से अजीत जोगी के शीघ्र स्वास्थ होने की कामना की. 

     छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री जोगी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिवार के सदस्यों के अनुसार अजीत जोगी शनिवार सुबह व्हीलचेयर पर गार्डन में घूम रहे थे. इस दौरान उन्होंने इमली खाई और बाद में वह अचानक बेहोश हो गए. 

   भारतीय प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए अजीत जोगी वर्तमान में मारवाही क्षेत्र से विधायक हैं. उनकी पत्नी रेनु जोगी कोटा क्षेत्र से विधायक हैं. जोगी वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के दौरान यहां के पहले मुख्यमंत्री बने तथा वर्ष 2003 तक मुख्यमंत्री रहे. राज्य में वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी से पराजित हो गई थी. राज्य में कांग्रेस नेताओं से मतभेद के चलते जोगी ने वर्ष 2016 में नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन कर लिया था और वह उसके प्रमुख हैं.

   नई दिल्ली / शौर्यपथ / पिछले दिनों धोनी (Dhoni) की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें उनकी सफेद दाढ़ी की काफी चर्चा हुई थी. फैन्स यह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर में धोनी इतने बूढ़े कैसे दिख रहे हैं. धोनी की सफेद दाढ़ी वाली तस्वीर काफी वायरल भी हुई थी. इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया के खेल पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन ने धोनी के वायरल हुई तस्वीर का मजाक बनाया और ट्विटर पर भारत के वीर कमांडर अभिनंदन का नाम लेकर ट्रोल करने की भरपूर कोशिश की. खेल पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन ने ट्विटर पर धोनी की तस्वीर शेयर कर उनके द्वारा पहनी गई टी-शर्ट पर कमेंट किए और लिखा, आप उस समय ऐसी टी-शर्ट पहनते हैं जब आप अपनी राष्ट्रीय इतिहास की किताबों में 2019 के महान अभिनंदन प्रकरण को अनदेखा कर देते हैं.

दरअसल तस्वीर में धोनी ने जो टी-शर्ट पहनी हैं उसमें भारतीय वायु सेना की प्रतीकात्मक तस्वीर बनी हुई है. बता दें कि पछले साल भारत के कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के F16 को मार गिराने के क्रम में पाकिस्तान के सीमा में जा पहुंचे थे जिसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था. बाद में फिर भारतीय सरकार ने पाकिस्तानी सरकार के साथ बातचीत की और फिर कमांडर अभिनंदन वापस भारत लौट आए थे. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के इस कमेंट के बाद ट्विटर पर लोगों ने उनको खूब ट्रोल भी किया. बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई स्पोर्ट्स पत्रकार डेनिस फ्रीडमैन इससे पहले भी भारतीय क्रिकेटरों पर कमेंट करते रहे हैं. कोहली और गंभीर को लेकर डेनिस हमेशा ट्विटर पर कमेंट कर छाए रहते हैं. खासकर विराट कोहली के आक्रमक अंदाज को अपने ट्विट के जरिए काफी निशाना बनाते हैं. 

इंदौर/ शौर्यपथ / ‘रेड जोन' में शामिल इंदौर जिले में 20 दिन की एक बच्ची समेत दो साल से कम उम्र वाले 21 अबोध बच्चों ने इलाज के बाद कोविड-19 को मात दे दी है. स्थानीय अस्पतालों में इलाज के दौरान भी इन बच्चों की माताएं ममता का आंचल फैलाकर हरमुमकिन तरीके से उनकी देखभाल करती रहीं. शहर के चोइथराम अस्पताल की वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि शाद ने बताया कि पिछले 15 दिन के दौरान उनके अस्पताल के कोविड-19 वॉर्ड से 20 दिन की बच्ची, दो माह के लड़के और डेढ़ साल के लड़के को छुट्टी दी गयी है. इलाज के बाद लगातार दो जांचों में वे कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त पाए गए थे. उन्होंने बताया, "कोविड-19 से उबरी 20 दिन की लड़की को अस्पताल से शनिवार को छुट्टी दी गई. उसे एक मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था."

शाद ने बताया कि 20 दिन की लड़की अपने एक नजदीकी रिश्तेदार से संक्रमित हुई थी. लेकिन हैरत की बात यह है कि देखभाल के लिए हमेशा उसके साथ रहने वाली उसकी मां जांच के दौरान कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाई गईं. शहर के एक अन्य निजी अस्पताल श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, "गुजरे डेढ़ महीने के दौरान हमारे अस्पताल में इलाज के बाद दो साल से कम उम्र के 18 बच्चे कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं." उन्होंने बताया कि इनमें से आठ बच्चे छह महीने से कम उम्र के थे और आहार के लिए अपनी मां के दूध पर निर्भर थे.
डोसी ने बताया, "मेरे लिए इतने छोटे बच्चों को कोविड-19 वॉर्ड में भर्ती देखना अलग ही अनुभव था. दवाओं के असर और अपनी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता के बूते ये बच्चे इस महामारी से जीत गए." उन्होंने बताया, "संक्रमणमुक्त होने के बाद जब ये बच्चे अपनी प्रफुल्लित माताओं के साथ घर लौट रहे थे, तब एक डॉक्टर के तौर पर मुझे जो खुशी हुई, उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है."

कोविड-19 से संक्रमित दुधमुंहे बच्चों का इलाज करने वाले दोनों डॉक्टरों ने बताया कि इनकी माताओं ने अस्पतालों में मास्क पहनकर और संक्रमण से बचाव के अन्य उपाय करते हुए अपनी संतानों को स्तनपान कराया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों के कोविड-19 वॉर्डों से छुट्टी के बाद माताओं और उनकी कम उम्र की संतानों को भी अन्य मरीजों की तरह 14 दिन तक अपने घर में अलग रहने की सलाह दी जा रही है. नियमित अंतराल में उनकी सेहत की जानकारी भी ली जा रही है. इंदौर, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 1,858 पर पहुंच गई है. इनमें से 89 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 891 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है.

नई दिल्ली / शौर्यपथ /

       कोरोनावायरस (Coronavirus) संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे. लॉकडाउन को लेकर सोमवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद पीएम मोदी का यह संबोधन काफी अहम है. देशव्यापी लॉकडाउन 17 मई को समाप्त हो रहा है. मार्च महीने में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी का तीसरा संबोधन होगा. सूत्रों के मुताबिक, इसमें पीएम मोदी प्रवासियों (Migrants) और लॉकडाउन (Lockdown) के मुद्दे पर बोल सकते हैं. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम अपने संबोधन में प्रवासियों के संकट पर बोल सकते हैं, जो कि लॉकडाउन के दौरान नौकरी जाने की वजह से अपने घरों की ओर कूच कर रहे हैं. घर लौटने के लिए परेशान लोग पैदल, साइकिल या ट्रकों में लटक कर, यहां तक कि ऑटोरिक्शा से आ रहे हैं. इनमें से कई लोगों की भूख, थकान या दुर्घटना में मौत भी हो गई है. 

राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सोमवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि प्रवासियों के एक जगह से दूसरे जगह जाने से राज्यों पर असर पड़ेगा. हम जानते हैं कि इससे संक्रमण के मामलों में तेजी आएगी लेकिन यह देश को कोरोनावायरस से मुक्त कराने में मदद करेगा. प्रधानमंत्री ने राज्यों से प्रवासियों और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार करने को कहा है.

पीएम मोदी ने बैठक में कम प्रतिबंधों के साथ लॉकडाउन के जारी रहने का संकेत दिया है. बैठक के बाद जारी बयान के मताबिक, पीएम मोदी ने कहा, "मैं इस बात पर अडिग हूं कि पहले चरण में जिन उपायों की जरूरत थी, उनकी आवश्यकता दूसरे चरण में नहीं थी. इसी प्रकार तीसरे चरण में जिन उपायों की जरूरत है, उनकी आवश्यकता चौथे चरण में नहीं है." 

सूत्रों की ओर से सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, देश में 17 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है. मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में लॉकडाउन आगे किस रूप में होगा इसके लिए प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से 15 मई तक सुझाव मांगे हैं. सूत्रों ने कहा कि कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू और सीमित परिवहन व्यवस्था जैसे प्रतिबंध भी लागू रह सकते हैं. 

बैठक के दौरान, अधिकांश राज्यों ने भी लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ाने की मांग की है. इस दौरान राज्यों ने कहा कि रेड ज़ोन को जिला स्तर पर रखने के बजाए कंटेनमेंट ज़ोन में रखा जाए और जिले के बाकी हिस्सों में गतिविधियां शुरू की जाएं. 

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 70,756 हो गई है.

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