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नई दिल्ली /शौर्यपथ /रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात पर बल दिया कि भारत और रूस दशकों से एक-दूसरे के सहयोगी और साझेदार हैं। कल सोची में वल्दाई चर्चा क्लब को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने यह बात कही। भारत को एक महान राष्ट्र बताते हुए श्री पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति पुतिन ने सालाना 7 दशमलव 4 फीसदी की जीडीपी वृद्धि दर के साथ भारत के आर्थिक नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने भारत की आजादी के दौरान सोवियत संघ के समर्थन को याद करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच विशिष्ट रूप से मजबूत और भरोसेमंद संबंध बने।
भारत की बड़ी आबादी, तेज़ आर्थिक विकास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर पुतिन ने कहा कि भारत दुनिया की महाशक्तियों में जगह पाने का हकदार है। उन्होंने सुरक्षा और रक्षा में भारत और रूस के बीच बढ़ते सहयोग की भी चर्चा की।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज विश्वास व्यक्त किया कि सरकार की “भ्रष्टाचार को कतई ना बर्दाश्त करने” की नीति भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में सत्यनिष्ठा एवं अनुशासन को जीवन का आदर्श माना जाता है। राष्ट्रपति नई दिल्ली में केंद्रीय सतर्कता आयोग के सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक बीमारी है और इसे जड़ से खत्म किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कई पहल की हैं। इनमें से कुछ पहलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना, ई मार्केटप्लेस और आर्थिक अपराधी अधिनियम का उदाहरण दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भ्रष्ट व्यक्तियों के खिलाफ शीघ्र कानूनी कार्रवाई बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई में देरी या कमजोर कार्रवाई अनैतिक व्यक्तियों को बढ़ावा देती है। हालाँकि उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि हर कार्य और व्यक्ति को संदेह की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्रवाई का उद्देश्य समाज में न्याय और समानता की स्थापना होना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वास सामाजिक जीवन की नींव है और भ्रष्टाचार न केवल आर्थिक प्रगति में बाधा है, बल्कि यह समाज में विश्वास को भी कम करता है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर हम देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने का संकल्प लेते हैं। राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि इसे पूरा करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार के काम-काज और कल्याणकारी योजनाओं में जनता का विश्वास शासन के लिए शक्ति का स्रोत है।
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त पी के श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि सरकार की भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। उन्होंने कहा कि शिकायतों के शीघ्र निपटारे के लिए कई उपाय किये गये हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग ने कर्मचारियों की क्षमता निर्माण पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रक्रियाओं को भी सरल बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /सर्वोच्च न्यायालय की सात न्यायधीशों की पीठ ने 4-3 के बहुमत से एस0 अजीज बाशा बनाम भारत सरकार मामले में 1967 के उस फैसले को आज खारिज कर दिया, जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने से इनकार करने का आधार बना था।
वर्ष 1967 के फैसले में कहा गया था कि क़ानून द्वारा स्थापित कोई संस्था अल्पसंख्यक संस्था होने का दावा नहीं कर सकती। शीर्ष अदालत ने आज कहा कि किसी भी संस्था का अल्पसंख्यक दर्जा इसलिए वापस नहीं लिया जा सकता कि उसकी स्थापना वैधानिक व्यवस्था द्वारा की गई थी।
पीठ में बहुमत ने माना कि न्यायालय को यह जांच करनी चाहिए कि विश्वविद्यालय की स्थापना किसने की और इसके पीछे किसकी “सोच” थी। यदि यह जांच अल्पसंख्यक समुदाय की ओर इशारा करती है, तो संस्था संविधान के अनुच्छेद 30 के अनुसार अल्पसंख्यक दर्जे का दावा कर सकती है। इस तथ्य के निर्धारण के लिए संविधान पीठ ने मामले को नियमित पीठ को सौंप दिया।
पीठ का नेतृत्व करने वाले मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि इस मामले में तीन असहमति वाले फैसलों सहित चार अलग-अलग राय हैं। उन्होंने कहा कि बहुमत का फैसला उन्होंने अपने और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, जे. बी. पारदीवाला तथा न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा के लिए लिखा है। न्यायमूर्ति सूर्य कांत, दीपांकर दत्ता और सतीश चंद्र शर्मा ने अपने अलग-अलग असहमति वाले फैसले लिखे हैं।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /सरकार ने आज कहा कि राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह पहल, कर्मयोगी ने 38 लाख घंटे से अधिक का परिवर्तनकारी प्रशिक्षण अभियान चलाकर अभूतपूर्व प्रभाव प्राप्त किया है। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 19 से 27 अक्टूबर तक मनाए गए शिक्षण सप्ताह के तहत 45 लाख से अधिक पाठ्यक्रम शामिल किए गए।
इस दौरान औसत दैनिक पाठ्यक्रम पूरा करने वालों की संख्या सप्ताह से पहले के स्थिर 40 हजार से बढ़कर 3 लाख 55 हजार हो गई। 4 लाख 30 हजार प्रतिभागियों ने सीखने के लिए कम से कम चार घंटे समर्पित किए।
कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित ग्रुप ए के लगभग 37 हजार अधिकारियों ने पेशेवर विकास को प्राथमिकता दी।
रायपुर में जुटेंगे सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज तकनीकी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
सड़क निर्माण और रखरखाव से संबंधित आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की लगाई गई है प्रदर्शनी
रायपुर/शौर्यपथ / केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव श्री एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बलौदाबाजार में आयोजित विकास कार्यों के भूमि पूजन और लोकार्पण कार्यक्रम में की घोषणा
मुख्यमंत्री द्वारा 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का किया भूमि पूजन-लोकार्पण
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण करते हुए बलौदाबाजार में बीएड महाविद्यालय खोलने और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लिए 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन कार्यों में से 32 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 27 करोड़ 88 लाख रूपए की लागत के 32 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े और विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 2100 हितग्राहियों को आवास के स्वीकृति पत्र एवं 51 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपी। उन्होंने इस जिले में संचालित ’’हम होंगे कामयाब अभियान’’ के अंतर्गत 51 युवाओं को सम्मान पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में किसानों ने 3100 रूपए प्रति क्विंटल तथा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धान से भरे टुकनी एवं पर्रा भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रति आवास के लिए 1 लाख 20 हजार रूपये के साथ ही मननरेगा से 90 दिनो की मजदूरी 21,870 रूपये एवं स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय हेतु 12 हजार रूपये खर्च किए जा रहे है। इस तरह प्रति आवास 1 लाख 53 ’हजार 870 रूपये दिया जा रहा है। आज इस तरह कुल 2100 आवास के लिए कुल 32 करोड़ 31 लाख रूपये का भूमिपूजन किया गया है।
भाजपा सरकार में भाजपा पार्षद ने भाजपा विधायक के साथ जाकर
एसपी को दिया बढ़ते नशे के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने का ज्ञापन
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव भले ही सभाओ में , निजी चेनल में दिए साक्षत्कार में शहर में विकास और सुशासन की बात करते हो किन्तु जमीनी हकीकत को आज स्वयं स्वीकार करते नजर आये जब पटरी पार क्षेत्र के भाजपा पार्षदों के साथ क्षेत्र में अपराधिक घटनाएं और अवैध नशाखोरी का कारोबार के खिलाफ ज्ञापन देने पार्षदों के साथ पहुंचे , वही सुशासन की बात की पोल भी पहले ही खुल चुकी है जब सामान्य सभा में ( नगर निगम दुर्ग ) भाजपा के वरिष्ठ पार्षद ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए निगम के एक ऐसे अधिकारी का नाम लिया जिसके बाद पूरी सभा से ये आवाज़ सामने आई कि विधायक यादव के रिश्तेदार है / जमाई है . ऐसे में सुशासन और विकास सब सामने नजर आ गया .
बता दे कि शहर में तेजी से अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है । नशे का कारोबार करने वाले फल फूल रहे हैं। नशे की लत में आपराधिक तत्व किसी भी घटना को अंजाम देने में पीछे नहीं है। इसी का परिणाम है कि शहर में लगातार बड़ी-बड़ी घटनाएं हो रही है। हत्या, चाकू बाजी, चोरी जैसी घटनाओं के पीछे नशे का सबसे बड़ा हाथ माना जा रहा है। नशे के बढ़ते अवैध कारोबार पर पुलिस नियंत्रण करने में सक्षम नजर नहीं आ रही है। शहर की सुरक्षा व्यवस्था लचर बनी गई है। नशे का कारोबार करने वाले आपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाने, फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने, क्षेत्र में गश्त बढ़ाने जैसी मांगों को लेकर शहर के विधायक को आगे आना पड़ा। विधायक गजेंद्र यादव के मार्गदर्शन में जिला अध्यक्ष महेश वर्मा के नेतृत्व में पार्षद गण कलेक्टरेट कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला से मिलकर समस्या बताई और ज्ञापन सौंप कर नशे पर नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने ,अपराधियों पर नियंत्रण करने आदि की मांग की है।
लोगों ने बताया की पटरी पार क्षेत्र में अपराध चरम सीमा पर बढ़ गया है। मोहन नगर थाना पुलिस की निष्क्रियता के चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों के भीतर ही हत्या, चाकू बाजी आदि की घटनाएं हो चुकी है इसके बावजूद पुलिस आरोपियों तक पहुंच नही पा रही है। लोगों ने बताया कि मोहन नगर थाना क्षेत्र में पिछले 6-7 महीने में कानून व्यवस्था लचर हो गई है। समस्याओं को लेकर कई बार थाना जाया जाता है जहां सिर्फ आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल पाता है। शिकायत करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी रहती है।
वार्ड नंबर 17 के पार्षद देवनारायण चंद्राकर ने पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंप कर कहा कि पटरीपार क्षेत्र में नशाखोरी पर अंकुश लगाना आवश्यक हो गया है ।जितने भी अपराध हो रहे हैं उसमें नशाखोरी बड़ा कारण बनकर सामने आया है। शांति नगर में कुछ दिन पहले दिनदहाड़े चाकू मार कर हत्या कर दी गई थी। कुछ दिन बाद उसी स्थान पर दोबारा चाकू बाजी की घटना हुई ,इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है और वे अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कुछ जगहों पर रात्रि में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस की रात्रि कालीन गश्त न के बराबर नजर आ रही है। दुर्गा मंच ,शांति नगर, शक्ति नगर तालाब के पास, जवाहर नगर खेल मैदान इन सभी जगह पर असामाजिक तत्व इक_ा रहते हैं। यहां पर पुलिस की गश्त आवश्यक हो गई है। देवनारायण चंद्राकर ने बताया कि वार्ड के कुछ मेडिकल स्टोर में नशे की दवाइयां बेची जा रही है जिससे युवा नशे की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। नशे पर नियंत्रण लगाना आवश्यक हो गया है।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारतीय सड़क कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन का करेंगे शुभारंभ
रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
जलस्रोतों के संरक्षण व संवर्द्धन का संकल्प लेने मुख्यमंत्री ने किया आह्वान
खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज शाम यहां राजधानी रायपुर के महादेव घाट पर आयोजित छठ महापर्व कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि सूर्य आराधना छठ पूजन मानव को प्रकृति से जोड़ने का पर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में भी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन छठ पर्व आयोजन समिति महादेव घाट द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छठ महापर्व के इस कार्यक्रम में आकर मैं स्वयं को बहुत सौभाग्यशाली अनुभव कर रहा हूँ। इस भव्य आयोजन के लिए मैं आयोजन समिति को बहुत बहुत बधाई देता हूँ। छठ महापर्व की प्रतीक्षा उपासक वर्ष भर करते हैं। इस महापर्व पर दूर-दूर से लोग चाहे कहीं भी रह कर काम कर रहे हों, वे छठ पूजा में शामिल होने पहुंचते हैं। सरकार के द्वारा भी छठ पर विशेष रेल आदि परिवहन की व्यवस्था की जाती है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सूर्य भगवान की उपासना के इस पर्व में कठिन व्रत रखा जाता है। हमारी माताएं-बहनें निर्जला उपवास रखती हैं। छठ महापर्व हमें प्रकृति से भी जोड़ता है। नदी, तालाब आदि जल-स्त्रोत के करीब घाटों पर छठ की पूजा होती है, इस तरह इस पर्व में हम प्रकृति के समीप पहुंचते हैं। छठ पर्व पर हमें नदी और तालाब जैसे हमारे जल-स्त्रोतों के भी संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आज दिवंगत गायिका श्रीमती शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि देना चाहूंगा। उनके छठ गीतों को हमारी पूरी पीढ़ी ने सुना है। मैं छठी मैया और सूर्य भगवान से सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूँ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिन पंचमहाभूतों से हमारे शरीर का निर्माण हुआ है उनकी पूजा इस पर्व में होती है। छठ महापर्व ऐसा पर्व है जिसमें उगते सूर्य के साथ अस्त होते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है। सभी के ऊपर छठी माई की कृपा बनी रहे।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले 10-15 सालों से महादेव घाट समिति द्वारा लगातार छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। छठ में अस्त होते सूर्य की आराधना हमें जीवन जीने का तरीका सिखाती है। इस पर्व का संदेश है कि जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव से हमें कभी परेशान नहीं होना चाहिए। मैं सभी को छठ की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरन्दर मिश्रा, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा, पूर्व सांसद सुनील सोनी, स्वामी राजीवलोचन जी महाराज, रामप्रताप सिंह, संजय श्रीवास्तव, पंकज शर्मा, छठ समिति महादेव घाट के सदस्यगण व बड़ी संख्या में उपासक उपस्थित रहे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री भारतरत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन 8 नवंबर के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री साय ने देश के लिए श्री आडवाणी जी के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आडवाणी जी सशक्त तथा समृद्ध भारत की संकल्पना का अटूट समर्थन करने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने उपप्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहते हुए देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।भारतीय संसद में सांसद के रूप में अपनी भूमिका के उत्कृष्ट निर्वहन के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आडवाणी जी ने श्री राममन्दिर आन्दोलन को आगे बढ़ाया और सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली। उनके प्रयासों का सुखद परिणाम है कि आज लगभग 500 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी के देश हित में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में श्री लालकृष्ण आडवाणी जी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की है।