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बारनवापारा में सैलानियों के लिए नया आकर्षण म्यूजियम, लायब्रेरी और लग्जरी फैमली कॉटेज
बारनवापारा में निरंतर बढ़ रही है पर्यटकों की संख्या
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले के वन्यजीव अभ्यारण्य बारनवापारा में सैलानियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसको देखते हुए बारनवापारा में सैलानियों के लिए शासन-प्रशासन द्वारा कई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। बारनवापारा में म्यूजियम और लायब्रेरी स्थापना के साथ-साथ वहां लग्जरी फैमली कॉटेज का निर्माण कराया जा रहा है। बारनवापारा में सैलानियों के लिए मौजूद तीन पुराने कॉटेज को रेनोवेट कर वर्ल्ड क्लास फैमली कॉटेज का स्वरूप दिया जा रहा है। प्रत्येक कॉटेज में दो रुम, किचन, दो हेल्पर की रुकने की व्यवस्था है। दो कॉटेज बनकर तैयार हो गए है। तीसरे का निर्माण कार्य जारी है।
यहां निर्मित म्यूजियम में बलौदाबाजार में मिलने वाले विभिन्न स्टोन, बारनवापारा में पाएं जाने वाले पशु-पक्षियों का जीवंत चित्रण एवं जानकारी उपलब्ध है, जो बच्चों एवं आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षक एवं ज्ञानवर्धक है। यहां मुख्य चौक में नये पर्यटक सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है, जिससे आने वाले पर्यटकों को सभी जानकारियां मिल जाएगी। स्थानीय ग्रामीणों एवं पर्यटकों के लिए एक लायब्रेरी भी बनाई जा रही है। जहाँ पर सभी वर्ग एवं समूह के पाठकों के लिए पर्याप्त किताबे उपलब्ध होंगी। कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने बारनवापारा का दौराकर वहां निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लिया और निर्माणाधीन कार्यों को समय-सीमा में पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण 245 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे वर्ष 1972 में वन्यजीव अभ्यारण्य घोषित किया गया। बारनवापारा का नाम दो वन्य गांवों से मिलकर बना है-बार और नवापारा। वन्यजीव प्रेमियों और एडवेंचर के शौक़ीन लोगो के लिए यह सफारी बहुत ही मनोहारी है। यहाँ हिंसक जानवरों से लेकर मासूम खरगोश तक देखने को मिलते है। यहाँ विदेश से आने वाले पक्षियों का कुछ समय के लिए बसेरा भी रहता है। यहाँ आपको बहुत ऊँचे-ऊँचे पेड़ से लेकर दो नदियां बालमदेही और जोंक नदियों का कल-कल भी सुनाई देगा। यह अभ्यारण्य मैदानी और छोटे-बड़े पठारी इलाकों से मिलकर बना है। यहाँ सागौन के साथ अन्य वृक्ष जैसे साजा, बीजा, लेंडिया, हल्दू, सरई, धौंरा, आंवला, और अमलतास, कर्रा शामिल हैं।
इस अभ्यारण में तेंदुएं, बाघ, गौर, भालू, चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर कोटरी चौसिंगा, जंगली कुत्ता, लकड़बग्गा, लोमड़ी इत्यादि भी आसानी से दिख जाते हैं। यहां कोबरा, करैत, अजगर जैसे सर्प प्रजातियां पाई जाती हैं। इस अभ्यारण में 150 से भी अधिक प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। प्रमुख पक्षियों में मोर, दूधराज, तोते, गोल्डन, अरियल, ड्रेंगो, रॉबिन, पाई, कठफोड़वा, बुलबुल, हुदहुद, बाझ, उल्लू हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / समग्र शिक्षा कार्यालय रायपुर एवं आह्वान ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से दुर्ग जिले में बालवाड़ी कार्यक्रम को मजबूती देने के लिए सतत प्रयास जारी है जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी श्री अभय जायसवाल एवं समग्र शिक्षा जिला समन्वयक श्री सुरेंद्र पांडे जी का मार्गदर्शन से बालवाड़ी कार्यक्रम सुदृढ़ीकरण का कार्य जारी है । जिसमें नई शिक्षा नीति के तहत बुनियादी भाषा एवं संख्या ज्ञान की विभिन्न गतिविधियां एवं खेल खेल में सीखना सिखाना जारी रखा गया है । इस दौरान ग्रीष्म काल का सत्र आयोजित किया जा रहा है जिसमें बालवाड़ी के बच्चे एवं कक्षा 1,एवं 2 के बच्चे मजे के साथ शामिल हो रहे हैं ।
इस दौरान विद्यालय परिवार के सदस्य एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ साथ ग्राम पंचायत की समिति एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है । इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य शाला में शत प्रतिशत नामांकन कराना । बच्चों के सीखने की ललक पैदा करना, भाषा और गणित की अवधारणा को स्पष्ट रूप से समझना एवं रचनात्मक कार्यों में बच्चों को आगे बढ़ाना । साथ ही बालवाड़ी एवं विद्यालय से समुदाय को जोड़ना और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना प्रमुख रूप से शामिल है ।
इस कार्यक्रम के दौरान आहवान ट्रस्ट के जिला समन्वयक प्रदीप कुमार शर्मा साथी तुषार साहू एवं अभिषेक सिंह के साथ प्रधान पाठक नीलू थापा एवं सरपंच प्रतिनिधि इंद्रजीत साहू के साथ बड़ी संख्या में पालक अभिभावक उपस्थित रहे।
यह समुदाय को जोड़ने का काम दुर्ग में संचालित समस्त बालवाड़ी में किया जाएगा जिसमें समुदाय का जुड़ाव सुनिश्चित करने और बच्चों के सीखने में घर का वातावरण को भी जोड़ने का प्रयास जारी है।
बच्चों के साथ विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन-
ग्रीष्मकालीन सत्रों में बालवाड़ी के बच्चों के साथ उनके रूचि के अनुसार रोचक गतिविधि का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बुनियादी भाषा और गणित की रचनात्मक गतिविधि,मिट्टी के खिलौने बनाना, धागा पेंटिंग, पत्तियों से चित्रकारी करना, थंब पेंटिंग और स्वतंत्र खेल शामिल है। साथ ही पालक घर मे कैसे इन सभी गतिविधियों से बच्चों को सीखा सकता है इस पर चर्चा की जाती है।
रायपुर/ शौर्यपथ / राज्य शासन के निर्देशानुसार शिक्षा सत्र 2023-24 में शाला प्रवेशोत्सव 16 जून के दिन ही विद्यार्थियों को पात्रतानुसार निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश और सायकल का वितरण किया जाएगा। संचालक लोक शिक्षण श्री सुनील कुमार जैन ने इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी और समग्र शिक्षा अभियान के डीएमसी को इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है।
संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि राज्य शासन स्कूल शिक्षा विभाग के अनुरूप लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी पूर्व निर्देशानुसार अनिवार्यतः शाला प्रवेशोत्सव 16 जून के दिन ही अनिवार्यतः शाला विकास समिति, शाला विकास एवं प्रबंधन समिति, गणमान्य नागरिक, निर्वाचित जनप्रतिनिधि एवं पालकों की उपस्थिति में सभी स्कूलों में पात्रतानुसार निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश और सायकल का वितरण कराया जाए।
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रधान संचालक छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम तथा प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ द्वारा दी गई जानकारी अनुसार स्कूलों से प्राप्त के अनुरूप सभी जिलों में निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें और एक सेट गणवेश आपूर्ति कराई जा चुकी है। कुछ शेष बची हुई पाठ्यपुस्तकें और गणवेश की आपूर्ति भी 15 जून के पूर्व अनिवार्यतः पूर्ण कराई जा रही है।
इसके अलावा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उनके द्वारा 9 वी कक्षा की पात्र बालिकाओं को निःशुल्क सायकल उपलब्ध कराने के लिए पूर्व से ही नियमानुसार सायकल का क्रयादेश संबंधित कंपनी को दिया जा चुका है। जिनके द्वारा शर्तानुसार 45 दिन के भीतर सायकलों की आपूर्ति अनिवार्यतः की जाएगी।
संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि विगत वर्षो की भांति ही पूर्व से ही इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर ले। सभी संस्था प्रमुखोें द्वारा अनिवार्यतः वितरण पंजी का संधारण किया जाए और वितरण पश्चात 7 दिवस के भीतर अनिवार्यतः निर्धारित पोर्टल पर इसकी एंट्री की जाए।
दुर्ग । शौर्यपथ । हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से सम्बद्धता प्राप्त महाविद्यालयों में सत्र 2023-24 के अंतर्गत नियमित प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों हेतु ऑनलाईन पद्धति से प्रवेश आवेदन फार्म प्रारंभ किया गया है। प्रवेश प्रक्रिया हेतु ऑनलाईन आवेदन करने की तिथि - स्नातक प्रथम वर्ष हेतु (बी.ए/बी.एस.सी./बी.काम/ बी.एससी./ गृहविज्ञान/बी.सी.ए/डी.सी.ए/बी.बी.ए) 01 से 15 जून 2023 तक। मेरिट सूची जारी करने की तिथि (100 प्रतिशत सीटों हेतु) 16 जून 2023 है। विद्यार्थियों के प्रवेश लिए जाने की अंतिम तिथि (प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने की अंतिम तिथि) 16 से 20 जून 2023 तक है।
प्रवेश आवेदन फार्म पूर्णतः निःशुल्क है। छात्र/छात्राएं विश्वविद्यालय की वेबसाईट www.durguniversity.ac.in के क्विक लिंक्स पर जाकर ऑनलाईन एडमिशन फार्म 2023-24 पर क्लिक कर अथवा http://durg1.ucanapply.com के माध्यम से प्रवेश हेतु ऑनलाईन प्रवेश आवेदन फार्म भर सकेंगे। छात्र/छात्राएं उक्त लिंक के माध्यम से सर्वप्रथम रजिस्ट्रेशन करेंगे तत्पश्चात यूजर आई. डी. एवं पासवर्ड प्राप्त कर प्रवेश आवेदन फार्म भरेंगे। प्रत्येक विद्यार्थी अधिकतम एक बार मे 05 महाविद्यालयों हेतु प्रवेश आवेदन फार्म भर सकेंगे। मेरिट सूची जारी होने के पश्चात सूची में नाम आने पर संबंधित विद्यार्थी को उक्त महाविद्यालय में निर्धारित तिथि तक अनिवार्य रूप से समस्त आवश्यक दस्तावेजों सहित प्रवेश लेना अनिवार्य होगा। महाविद्यालयों को संबंधित विद्यार्थी के प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण करने के पश्चात तत्काल ऑनलाईन माध्यम से भी उनके डाटा को वेरिफाई अथवा एडमिटेड करना होगा। संबंधित विद्यार्थी के डाटा को महाविद्यालय द्वारा वैरिफाई नहीं करने की स्थिति में भी उक्त विद्यार्थी का डाटा प्रवेश पोर्टल से हटा दिया जाएगा। यदि विद्यार्थी का नाम उसके द्वारा चयन किए गये 05 महाविद्यालयों में से किसी की भी मेरिट सूची में शामिल नहीं है तो उन्हें पुनः नवीन प्रवेश आवेदन फार्म भरना होगा जिसके लिए उन्हें पुनः रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने उसी आई.डी. एवं पासवर्ड का उपयोग कर पुनः प्रवेश आवेदन फार्म भर सकेंगे। मेरिट सूची में नाम आने के बाद भी यदि विद्यार्थी किसी महाविद्यालय में प्रवेश नहीं लेते हैं तो उनके आवेदन प्रवेश लिए जाने की अंतिम तिथि उपरांत स्वमेव निरस्त हो जायेंगे एवं पोर्टल फिर से खुलने पर उन्हें नया प्रवेश आवेदन भरना होगा। स्वशासी महाविद्यालयों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों हेतु प्रवेश आवेदन फार्म संबंधित महाविद्यालय द्वारा ही भराए जायेंगे।
दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र ने हाल ही में पेरीएम्पूलरी कैंसर जैसे जटिल रोग से पीड़ित व्यक्ति का सफलतापूर्वक इलाज किया है। पेरीएम्पूलरी कैंसर की सर्जरी, पेट के सबसे मुश्किल सर्जरी में से एक मानी जाती है। सर्जरी की जटिलता और भी बढ़ जाती है जब मरीज की आयु अधिक हो और लंबे समय से मधुमेह बीमारी से ग्रसित हो। ऐसे ही एक मरीज का सफलतापूर्वक ईलाज सेक्टर-9 अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा किया गया।
71 वर्ष के पूर्व बीएसपी कर्मचारी दिनांक 31 मार्च 2023 को पीलिया से भर्ती हुए। जाँच में पाया गया कि पीलिया काफी बड़ा हुआ था। इंडोस्कोपी में पता चला कि मरीज को पेरिएम्पूलरी कैंसर है। सबसे पहले गेस्ट्रोइंट्रोलाजिस्ट डॉ जीवन लाल ने उसके पित्त की नली में प्लास्टिक स्टंेट डालकर पीलिया कम किया। पीलिया कम होने पर मरीज का सफलतापूर्वक आॅपरेशन (विपल्स सर्जरी) किया गया।
सफल सर्जरी के पश्चात, मरीज को पाँच दिनों बाद दिल का दौरा पड़ा एवं हार्ट फेलियर की स्थिति निर्मित होने पर सेक्टर 9 अस्पताल के डाक्टरों के सम्मिलित प्रयास से धीरे- धीरे उसके हृदय की स्थिति में सुधार ले आया गया एवं सर्जरी के 34 दिन उपरान्त मरीज को अस्पताल से छुट्टी कर दिया गया। मरीज अभी पूरी तरह स्वस्थ है।
इस सर्जरी को डॉ सुमंता मिश्रा (एसीएमओ एवं विभागाध्यक्ष, सर्जरी) के नेतृत्व में डॉ मनीष देवांगन एवं डॉ धीरज शर्मा ने किया। निश्चेतना डॉ विनीता द्विवेदी (सीएमओ) के नेतृत्व में डॉ तनुजा आनंद एवं डॉ शिखा अग्रवाल ने दिया। आॅपरेशन के पश्चात दिल का दौरा एवं हार्ट फेलियर के ईलाज में आईसीयू विशेषज्ञ, डॉ अविनाश अस्थाना, डॉ राजीव प्रिया, डॉ उपेन्द्र जैन एवं डॉ अखिलधर बैनर्जी का विशिष्ट योगदान रहा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ प्रमोद बिनायके के नेतृत्व में मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को निरंतर निगरानी में रखा एवं हार्ट की जटिल बीमारी को ठीक किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रविंद्रनाथ ने मरीज के ठीक होने पर सभी डाक्टरों के सम्मिलित प्रयास की सराहना की एवं उत्साहवर्धन किया। विदित हो कि सर्जरी विभाग में जुलाई 2022 से प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के अंतर्गत मरीजों का कैशलेस ऑपरेशन किया जा रहा है। अभी तक 42 मरीजों ने इस योजना का लाभ उठाया है। यहाँ गाल ब्लाडर, अपेन्डिक्स सभी प्रकार के हर्निया, लीवर एबसेस एवं अन्य बीमारियों का दूरबीन पद्धति से सर्जरी किया जाता है। इसके अलावा पेट के सभी प्रकार के कैंसर की सर्जरी की जाती है। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के लागू हो जाने के बाद एक बार फिर यह अस्पताल प्रदेशवासियों के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र का मुख्य चिकित्सालय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, निस्संदेह शहर और आसपास के क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में से एक है। भिलाई इस्पात संयंत्र अपने कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों और पूर्व कर्मचारियों की संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है।
जशपुर / जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प शिक्षण संस्था, छ.ग. में नीट प्रतियोगिता परीक्षा हेतु, जीव विज्ञान संकाय के शिक्षक की आवश्यकता है। उम्मीदवार वनस्पति विज्ञान अथवा जीव विज्ञान अथवा बायो टेक्नोलॉजी में एम. एस. सी होना आवश्यक है। प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में न्यूनतम दो वर्ष के अनुभव एवं पी. एच. डी. डिग्रीधारी को प्राथमिकता दी जायेगी।
योग्य उम्मीदवार दिनांक 07 जून 2023 को प्रातः 11ः00 बजे से दोपहर 1ः00 बजे के बीच अपने मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में उपस्थित हो सकते है।उम्मीदवार अपना संक्षिप्त जानकारी This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. में भी भेज सकते है। वेतन योग्यतानुसार तय की जायेगी। कोई टी. ए. डी. ए. का भुगतान नही किया जायेगा। अधिक जानकारी हेतु जशपुर जिले के वेबसाईट
https://jashpur.nic.in/
पर देख सकते है।
भिलाई / शौर्यपथ / शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला वार्ड 50 खुर्सीपार का जीर्णोंद्धार किया जाएगा। भिलाई नगर विधायक की पहल से पूरे स्कूल भवन का जीर्णाेंद्धार होगा। जिसका आज भूमिपूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूरे विधि विधान के साथ भूमिपूजन किया गया। स्कूल के शिक्षक व प्राचार्य के हाथों से विधायक देवेंद्र यादव ने भूमिपूजन कार्यक्रम को संपन्न करवाया।
खुर्सीपार वार्ड 50 का यह स्कूल काफी पूराना है। भवन भी पुराना हो चुका है। स्कूल प्रबंधन ने स्कूल में बच्चों के सायकल रखने के लिए सायकल स्टैंड, प्रवेश द्वार, भवन जीर्णोंद्धार सहित कई अन्य जरूरी सुविधाओं की मांग की थी। जिनके मांग को पूरा करते हुए विधायक देवेंद्र यादव ने पहल की। भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान विधायक यादव ने कहा कि एक समय था, जब खुर्सीपार अलग ही हुआ करते थे। यहां कोई नेता झांकने तक नहीं आता था। लेकिन अब आप सब खुद देख रहे हैं। खुर्सीपार कितना बदल गया है। यहां के बच्चों में बहुत सारी प्रतिभा, खेल, शिक्षा सभी क्षेत्र में बच्चे अग्रणी है,परंतु इन्हें अवसर नहीं मिल पा रहा था। लेकिन जब से हमारी सरकार प्रदेश में आई है। हमने स्कूल ही नहीं शिक्षा व्यवस्था में भी सुधार किया है। सबसे पहले पूरे देश में सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शुरूआत हमने की और इससे भी बड़ी बात यह है कि खुर्सीपार से इसकी शुरूआत हुई है। आज प्रदेश भर में स्वामी आत्मानंद स्कूल है। वे पालक जो अपने बच्चे को पाइवेट में पढ़ा नहीं पा रहे थे, वे अब अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ा रहे हैं। और उनके बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे हैं। । बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधा देने हर संभवन प्रयास किया और आगे भी करते रहेंगे। अब खुर्सीपार में एक भी स्कूल नहीं है जो जर्जर होंगे। शिक्षा के साथ ही हमने खेल शिक्षा देने के लिए भी ग्राउंड तैयार किए।
स्कूल भवन जीर्णोंद्धार के लिए स्कूल प्रबंधन ने विधायक का आभार व्यक्ति किया और आगे कहा कि हम सभी बहुत आभारी है, कि हमारे विधायक ने हमारी मांगों को गंभीरता से लिया और स्वीकृति भी दे दी। आज भूमिपूजन भी किया गया। इसके लिए हम सब उनका धन्यवादज्ञापित करते हैं और आभार व्यक्त करते हैं।
हायर सेकेण्डरी परीक्षा का परिणाम 65.46 प्रतिशत तथा हाई स्कूल परीक्षा का परिणाम 54.09 प्रतिशत रहा
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा के नतीजे आज घोषित किए गए। हाई स्कूल का परीक्षाफल प्रतिशत 54.09 तथा हायर सेकेण्डरी परीक्षा का परीक्षाफल प्रतिशत 65.46 रहा। हाई स्कूल परीक्षा में कुल 37 हजार 471 छात्रों का पंजीयन हुआ था। इस 34 हजार 161 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। 34 हजार 132 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जारी किया गया। कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थी 18 हजार 465 रहे। 29 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल विभिन्न कारणों से रोका गया है। हाई स्कूल परीक्षाओं में प्रथम श्रेणी में 4 हजार 13 परीक्षार्थी, द्वितीय श्रेणी में 7 हजार 320 विद्यार्थी तथा तृतीय श्रेणी 6 हजार 923 विद्यार्थी से उत्तीर्ण हुए। कुल 18 हजार 465 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
इसी प्रकार हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 65 हजार 557 विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ था। इसमें 62 हजार 51 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें से 57 हजार 105 परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम जारी किया गया। इनमें 9 हजार 653 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 15 हजार 180 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी से तथा 11 हजार 801 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। कुल 37 हजार 383 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। परीक्षा में 4 हजार 883 विद्यार्थी आरटीडी योजनांतर्गत अवसर परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। 63 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल विभिन्न कारणों से रोका गया है।
उक्त परीक्षा परिणाम छात्र वेबसाईट
https://www.sos.cg.nic.in/
एवं
http://www.result.cg.nic.in
में प्राप्त कर सकते हैं एवं अनुत्तीर्ण छात्र आगामी परीक्षा के आवेदन फार्म अपने अध्ययन केन्द्र में जमा कर परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिला देवांगन समाज के तत्वावधान में आगामी 18 जून 2023 रविवार को दुर्ग जिले के सभी समाज के प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु सभी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों से जिन्होंने इस शैक्षणिक सत्र की सी.बी. एस. ई. या छ.ग. मा. शि. मंडल की हाई स्कूल परीक्षा 10वी बोर्ड में 85% एवम् हायर सेकेण्डरी स्कूल 12 वीं की परीक्षा में 80% एवम् अधिक अंक अर्जित किए हैं, वे सभी सम्मान के पात्र होंगे। साथ ही अन्य विधा यथा खेलकूद, कला में राज्य स्तरीय भाग लेने वाले सभी बच्चों को भी सम्मानित किया जाएगा । इस हेतु उनके मार्क शीट/प्रमाण पत्र की छाया प्रति, एक पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ एवम् मोबाइल नम्बर भेजना होगा।
इस सम्मान समारोह के बारे में जानकारी देते हुए दुर्ग जिला देवांगन समाज के अध्यक्ष पुरानिक राम देवांगन ने बताया कि यह कार्यक्रम बच्चों के उत्साह वर्धन एवम् मार्गदर्शन की दिशा में समाज का अनुपम प्रयास है। इसमें निर्धारित मानदंड को पूरा करने वाले न केवल देवांगन बल्कि सभी समाज के विद्यार्थी सम्मान के पात्र होंगे। 18 जून को आयोजित यह वृहत कार्यक्रम मानस भवन दुर्ग में होना निश्चित हुआ है। इस कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के यशश्वी मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल को बच्चों के उत्साह वर्धन एवम् मार्गदर्शन हेतु आमंत्रित किया गया है। समाज के पदाधिकारी गण दुर्ग जिला के सभी स्कूलों के प्राचार्यों से संपर्क कर प्रतिभाशाली बच्चों की सूची प्राप्त करेंगे, इसके बाबजूद विद्यार्थी अपनी जानकारी राकेश देवांगन सचिव दुर्ग जिला देवांगन समाज के मोबाइल नम्बर 9329024520 पर या ई मेल aarsquare This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. पर भेज सकते हैं। सभी छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा, इस कार्यक्रम में छात्रों के अभिभावक गण भी सादर आमंत्रित रहेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आयोजित बैठक में दुर्ग जिला देवांगन समाज के अध्यक्ष पुरानिक राम देवांगन ने कार्य योजना की जानकारी प्रदान किया एवम् इस बैठक में राकेश देवांगन सचिव, मनोहर देवांगन उपाध्यक्ष, मुकेश देवांगन उपाध्यक्ष, वासुदेव देवांगन सहसचिव, घनश्याम कुमार देवांगन अध्यक्ष देवांगन जन कल्याण समिति भिलाई, प्रेमचन्द देवांगन समाज सेवी दुर्ग, दुष्यन्त देवांगन सदस्य जीवन दीप समिति दुर्ग, श्रीमती कीर्ति देवांगन उपाध्यक्ष, लक्ष्मीनारायण देवांगन अध्यक्ष बघेरा मण्डल, धनुष राम देवांगन अध्यक्ष दुर्ग ग्रामीण, खुमान सिंह देवांगन भिलाई, विनोद देवांगन, गजेंद्र देवांगन, दीपक देवांगन, राजेन्द्र लिमजे, मंगतू राम आदि सामाजिक जन प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
दुर्ग । शौर्यपथ । “कला – साहित्य अकादमी” द्वारा जून माह में “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के सहयोग से “विश्व संगीत दिवस” तथा प्रतिमाह नाट्य मंचन के अंतर्गत नाट्य मंचन बावत तथा भिलाई शहर के युवाओं की नाट्य संस्था “सत्य” द्वारा आयोजित किये जाने वाले नाट्य उत्सव के आयोजन हेतु एक बैठक “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के प्रांगण में 22 मई को आहूत की गई|
“कला – साहित्य अकादमी” द्वारा आहूत बैठक में आगामी माह जून में किये जाने वाले आयोजनों की तथा दुर्ग- भिलाई स्तर पर समूह के विस्तार हेतु विस्तृत चर्चा हुई जिसमें वरिष्ठ और युवा कलाकार उपस्थित रहे,विशेष रूप से “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के रुपक दत्ता,महा सचिव और बबलू विश्वास कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे|बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार जून माह के प्रथम सप्ताह के 3 जून को अञ्चल के प्रसिद्ध युवा निर्देशक श्रीकांत तिवारी के मार्गदर्शन और संयोजन में आयोजित किये जाने वाले युवाओं की नाट्य संस्था “सत्य” की दो नाटकों की प्रस्तुतियाँ “अग्नि और बरखा” युवा निर्देशक श्वेता यादव तथा “पुरुष” वरिष्ठ निर्देशक देवेन्द्र घोष के निर्देशन में “एस एन जी स्कूल ऑडिटोरियम” सेक्टर 4 में प्रस्तुत की जाएगी इसके साथ ही साथ मुंबई और पुणे के कलाकारों द्वारा नृत्य तथा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जाएंगे|“विश्व संगीत दिवस” के अंतर्गत अञ्चल की प्रख्यात गायिका द्वय सोनाली सेन तथा मनीषा मल्होत्रा के संयोजन में दिनांक 11 जून से 14 जून के मध्य “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के सभागार में “लघु संगीत कार्यशाला” का संचालन अञ्चल की प्रख्यात गायिका सुमिता सरकार जैसे और कई प्रतिभावान संगीत कलाकारों के माध्यम से किया जायेगा|दिनांक 21 जून याने कि “विश्व संगीत दिवस” के दिन “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के सभागार में संगीत के क्षेत्र के प्रबुद्ध जानकारों जैसे संगीत गुरु रवीश कालगांवकर एवं अन्य विशेषज्ञों के द्वारा एक “रचनात्मक विचार गोष्ठी” का आयोजन किया जायेगा| दिनांक 24 जून को भव्य “विश्व संगीत दिवस” समारोह का आयोजन “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के प्रांगण में किया जायेगा| दिनांक 25 जून को “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” के प्रांगण में अवस्थित मंच पर ही प्रतिमाह नाट्य मंचन के अंतर्गत इप्टा,भिलाई द्वारा शरीफ अहमद द्वारा लिखित पंकज सुधीर मिश्रा द्वारा परिकल्पित तथा इप्टा,भिलाई के युवा निर्देशक चारु श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित नाटक “समर “ का मंचन किया जायेगा जिसका संयोजन अञ्चल के प्रख्यात रंगकर्मी मणिमय मुखर्जी एवं नीतेश केडिया द्वारा किया जाएगा|तद्पश्चात कराओके गायन की प्रस्तुति होगी|“लघु संगीत कार्यशाला”, “रचनात्मक विचार गोष्ठी” तथा “विश्व संगीत दिवस” समारोह के लाइव एवं कराओके गायन में भाग लेने हेतु इच्छुक अपना पंजीयन मोबाईल नंबर 9424124764 तथा 8709859101 पर संपर्क कर सकते हैं|
“कला – साहित्य अकादमी” द्वारा उक्त आयोजन में सभी समाजों तथा प्रांतों के गायनों की प्रस्तुति के साथ ही साथ,रवींद्र संगीत (हिन्दी),नज़रुल गीति,जनगीत,फिल्म संगीत आदि के समावेश रहेंगे|जिसके तहत संयोजकों द्वारा विभिन समाजों ,संगीत समूहों से एकल,युगल तथा सामूहिक प्रस्तुति के लिये संपर्क किया जा रहा हैं|प्रस्तुति के लिये प्रवेश निःशुल्क है|यह भी उल्लेखनीय है कि आयोजन के लिये “रवींद्र निकेतन ,हुडको कालीबाड़ी” ने सम्पूर्ण स्थल निःशुल्क प्रदान किया है|दर्शकों के लिये प्रवेश भी सभी आयोजनों में निःशुल्क है|
कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा में भेंट मुलाकात के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की घोषणा
71 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास
कोरबा / शौर्यपथ / रामपुर और उमरेली में महाविद्यालय आरंभ होंगे। बरपाली में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ होगा। कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा में ग्राम चिर्रा में भेंट मुलाकात के दौरान पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान 71 करोड़ 23 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। इसके अंतर्गत 44 करोड़ 33 लाख रुपए के 33 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं 26 करोड़ 90 लाख रुपए से अधिक के 32 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की फीडबैक की जानकारी ली।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, स्कूल शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण मौजूद रहे।
खेत खरीद लिया, पढ़ाई करा दी, जेवर भी लिया और बेटी की शादी भी कर दी- बीते साढ़े चार सालों में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की योजनाओं का जमीनी असर किस तरह हो रहा है और किसानों की आर्थिक स्थिति कैसे समृद्ध हो रही है, इसकी झलक उस समय मिली जब मुख्यमंत्री ने किसानों से योजनाओं की फीडबैक लिया। मेजना राठिया ने बताया कि उनकी 2 लाख 64 हजार रुपए की कर्जमाफी हुई है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना और कृषि हित से जुड़ी अन्य योजनाओं का लाभ लिया है। इससे बहुत से शुभ काम घर में किये हैं। खेत खरीद लिया है। बच्चों की अच्छे से पढ़ाई करा ली है और बेटी की शादी भी खेती में हुई आय से हुई है।
10 लाख रुपए का केंचुआ बेचा, 6 लाख रुपए वर्मी कंपोस्ट से कमाये- गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से भी मुख्यमंत्री ने बात की। ललिता राठिया ने बताया कि गोबर तथा वर्मी कंपोस्ट बेचकर उन्होंने 6 लाख रुपए कमाये हैं तथा 10 लाख रुपए का केंचुआ भी बेच चुके हैं। ललिता ने बताया कि केंचुआ बेचने से हमें विशेष पहचान मिली है। राज्यपाल ने भी हमें सम्मानित किया है। रविन्द्र ने बताया कि लघु वनोपज संग्रहण से उसने 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्राप्त की है। इससे घर खर्च में जरूरी मदद मिल रही है।
24 हजार रुपए की फीस लगती थी, अब फीस नहीं देनी पड़ती- स्वामी आत्मानंद स्कूल करतला की छात्रा जाहन्वी ने बताया कि वो दसवीं की छात्रा है। पहले प्राइवेट स्कूल में 24 हजार फीस लगती थी। अब फीस नहीं देनी पड़ रही। पढ़ाई भी अच्छी होती है। सबसे बढ़िया तो खेल की सुविधा है। यहां मुझे अपने खेल से जुड़ा कौशल दिखाने का मौका मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने जाह्नवी को शुभकामनएं दीं। अतुल ने कहा कि मैं स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में सातवीं में पढ़ता हूँ। इस स्कूल में आने से बहुत अच्छा लग रहा है। आपने हम लोगों के लिए बहुत अच्छा स्कूल बनवा दिया। अरुण कंवर ने बताया कि मैंने भी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था। इसमें बहुत आनंद आया। अरुण ने कहा कि मेरी आईटीआई हो गई है और अभी आगे की पढ़ाई कर रहा हूँ। कुछ काम अभी मिल जाए तो अच्छा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रीपा में आपको काम मिल जाएगा। साथ ही बेरोजगारी भत्ते के लिए भी आवेदन कर दीजिए।
गैस सिलेंडर चार-पांच महीने में एक बार भरा पाती हूँ, बाकी सब मिल जाता है- बरपाली से आई आशा ने बताया कि उन्हें 35 किलो चावल मिलता है। साथ ही चना, नमक, शक्कर भी मिलता है। नमक और चावल का पैसा नहीं लगता। गैस सिलेंडर महंगा है इसलिए चार-पांच महीने में एक बार लेती हूँ। मुख्यमंत्री ने बताया कि डीजल-पेट्रोल, गैस का रेट केंद्र तय करती है। जयंती राठिया ने बताया कि मेरे घर में सास के नाम राशनकार्ड है। क्या मेरे नाम से भी बन सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक परिवार में एक ही राशन कार्ड बनता है।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रामपुर विधानसभा में महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इसमें कुदमुरा से श्यांग तक पक्की सड़क, ग्राम चिर्रा और कुदमुरा में धान खरीदी केंद्र, चिर्रा में सांस्कृतिक मंच और मुक्तिधाम का निर्माण शामिल हैं। उन्होंने रामपुर विधानसभा क्षेत्र में 25 देवगुड़ी का निर्माण, प्रत्येक के लिए 5-5 लाख का प्रावधान के साथ ही ग्राम तरदा, केवराद्वारी और चिर्रा के हाई स्कूलों का हायर सेकेंडरी में उन्नयन, कनकी ग्राम में हायर सेकेंडरी स्कूल और कुदुरमाल ग्राम में हाई स्कूल भवन के निर्माण की घोषणा की। साथ ही कहा कि कनकेश्वर महादेव मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने ग्राम करतला में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने, चिर्रा ग्राम में स्वसहायता समूह के लिए प्रशिक्षण भवन के निर्माण की घोषणा की।
दुर्ग / शौर्यपथ / अखंड सौभाग्य की कामना के लिए महिलाओं ने यू आदर्श नगर गार्डन के अलावा अलग अलग क्षेत्रो में आज शुक्रवार को महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री की पूजा की और व्रत रखा।महिलाओं ने बरगद के पेड़ के नीचे पूजा अर्चना की और वट सावित्री की कथा सुनी।महिलाओं ने सावित्री सत्यवान की व्रत कथा सुनी।इस अवसर पर महिलाओं ने मां सावित्री को नये वस्त्र,कई प्रकार के फल-फूल, सिंदूर,चूड़ी देकर वट वृक्ष की परिक्रमा की और वृक्ष पर कलावा बांधा। महिलाओं ने वृक्ष की 108 बार परिक्रमा कर हर बार नैवेद्य अर्पित किया। किसी ने मूंगफली तो किसी ने सिक्का या अन्य सामग्री अर्पित कर और जल देकर मंगल कामना की। न्यू आदर्श नगर जोन 3 मार्ग 8 के गार्डन में सुबह से ही महिलाओं को पूजा अर्चना किया।इस अवसर पर श्रीमती सरिता ठाकुर,श्रीमती स्वेता बक्शी,श्रीमती बबिता देशमुख,श्रीमती प्रियंका,श्रीमती ज्योति कानोजे,श्रीमती पूनम सिंह,सीमा राजपूत, ऋतु राजपूत,भुनेश्वर निषाद के अलावा आदि महिलाएं मौजूद रहें। इस अवसर पर श्रीमती स्वेता बक्शी बताया सिर्फ वट सावित्री ही नहीं सभी तरह के व्रत और त्योहार हमारी जिंदगी,समाज और राष्ट्र के लिए मायने रखते हैं।वट सावित्री का व्रत पति-पत्नी के बीच में विश्वास को बढ़ाता है।आज के समय में जब रिश्ते कमजोर हो रहे हैं तो ये तीज-त्योहार इसे और मजबूती देते हैं।महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत रख विधि-विधान से पूजन-अर्चन कीं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता सावित्री अपने पति के प्राणों को यमराज से छुड़ाकर ले आई थीं। ऐसे में महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती हैं।मान्यता है कि वट वृक्ष ने ही सत्यवान के मृत शरीर को अपनी जटाओं के घेरे में सुरक्षित रखा था,जिससे कोई उसे नुकसान न पहुंचा सके। इसलिए वट सावित्री व्रत में प्राचीन समय से बरगद की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि बरगद के वृक्ष में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का वास होता है। इसकी पूजा करने से पति के दीर्घायु होने के साथ ही उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।वट सावित्री व्रत पति के प्रति सम्मान प्रकट करने का माध्यम है। साथ ही व्रत से हम अपनी परंपरा को भी आगे बढ़ाते हैं। सुहाग की लंबी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रखा जाता है। व्रत को रखने से मन को शांति भी मिलती है। आने वाली पीढ़ी को भी इस व्रत को करना चाहिए।उन्होंने ये भी बताया कि पति की लंबी उम्र को देखते हुए इस व्रत को रखने की परंपरा है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि बरगद के पेड़ में त्रिदेव का वास होता है। त्रिदेव से अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ ये व्रत शादी के बाद से ही रख रही हूं। महिलाओं ने बताया कि सिर्फ वट सावित्री ही नहीं सभी तरह के व्रत और त्योहार हमारी जिंदगी, समाज और राष्ट्र के लिए मायने रखते हैं। वट सावित्री का व्रत पति-पत्नी के बीच में विश्वास को बढ़ाता है।आज के समय में जब रिश्ते कमजोर हो रहे हैं तो ये तीज-त्योहार इसे और मजबूती देते हैं। पति-पत्नी के बीच विश्वास बढ़ता है तो उसका सकारात्मक असर पूरे परिवार पर पड़ता है। आने वाली पीढ़ी यानी बेटे-बेटियां भी जब रिश्तों की इस मजबूती को करीब से महसूस करते हैं तो उन्हें भी इसके मायने समझ आते हैं।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर डोमन सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में जिले में मेरिट में आने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। यह कार्यक्रम उस समय और अधिक गरिमामय और यादगार बन गया जब माता-पिता और पालकों के साथ ही स्कूल के शिक्षकों की उपस्थिति में इन विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों को उनकी इस कामयाबी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कलेक्टर ने प्रतिभावान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं होता है। सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ ही अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुनून का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कभी भी किसी समय मन को छोटा न करें और कभी भी निराश हो।
कलेक्टर ने कहा कि आपकी सफलता के लिए आपके माता-पिता और परिवार का विशेष आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार में मां अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखते हुए औरों से बेहतर बनाने का प्रयास करती है। उन्होंने इसके लिए परिवारजनों को भी सादर साधुवाद और बधाइयां दी। कलेक्टर ने आगे कहा कि आप सदैव ऐसा कार्य करें कि समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनें। उन्होंने कहा कि जब आप कोई सफलता प्राप्त करते हैं, तो समाज का आईना बनते हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी ठान ले, उसे प्राप्त करने के लिए हमेशा तत्पर रहें।
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
अपने ब्लड प्रेशर पर रखें नजर, धूम्रपान और कैफीन के सेवन से बचें
रायपुर / शौर्यपथ / हर साल 17 मई को मनाए जाने वाले विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे) पर आज रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के मेडिसिन विभाग में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) एवं शरीर पर इसके प्रभावों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिसिन विभाग के पीजी छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. डी.पी. लकड़ा, डॉ. आर.एल. खरे, डॉ. एम. पाटिल, डॉ. हिमेश्वरी, डॉ. अंकित और डॉ. नेमेश की मौजूदगी में मरीजों को उच्च रक्तचाप की बीमारी से संबंधित लक्षण, निदान, रोकथाम, जीवन-शैली में बदलाव और आहार संबंधी जानकारी दी गई। डॉक्टरों ने रक्तचाप की नियमित निगरानी और दवाओं के अनुपालन के महत्व को रेखांकित किया। मरीजों को उच्च रक्तचाप की जटिलताओं के साथ स्वस्थ जीवन शैली और नियमित दवाओं की मदद से हाइपरटेंशन के रोकथाम के बारे में भी बताया गया।
जागरूकता अभियान के तहत हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव एवं डॉ. सी.के. दास ने रक्तचाप एवं उसके मापने की विधि, उपकरण एवं मापदंडों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि उच्च रक्तचाप को नजरअंदाज न करें। उच्च रक्तचाप भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, क्रॉनिक किडनी डिसीज इत्यादि को जन्म दे सकता है। इससे बचने के लिए नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर चेक करें। धूम्रपान एवं कैफीन का सेवन न करें। अच्छी जीवनशैली रखें जिसमें शरीर का वजन नियंत्रित हो। थोड़ी सी सावधानी अपनाकर हाइपरटेंशन की बीमारी से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉ. ज्योति जायसवाल और निश्चेतना विभाग की डॉ. जया लालवानी सहित मेडिसिन विभाग एवं स्त्री रोग विभाग के अनेक पीजी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।