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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
अम्बिकापुर /शौर्यपथ /शहद की डिमांड पूरे देश में है, इसका मुख्य कारण है इसके औषधीय गुण। औषधीय गुण होने की वज़ह से यह कई बीमारियों के इलाज में भी मददगार है। शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता हैं। इसके अलावा, शहद में एंटीऑक्सीडेंट भी होता हैं, जो शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता हैं।
किसान ले रहे हैं मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण
शासन द्वारा शहद उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को अतिरिक्त आमदनी का माध्यम मुहैया कराने के लिए कृषि महाविद्यालय में किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे किसान खेती-बाड़ी के साथ-साथ शहद बेच कर अतिरिक्त मुनाफा कमा सकते हैं, अम्बिकापुर कृषि महाविद्यालय में मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण करने आए किसानों में काफी उत्साह देखने को मिला उदयपुर विकासखंड के केसगवां के किसान श्री नरेन्द्र सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मधुमक्खी हमारे फसल की पैदावार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। मधुमक्खियों द्वारा परागण करने से फ़सलों की उपज बढ़ने के साथ-साथ, उनकी गुणवत्ता में भी सुधार होता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान से हम खेतों में मधुमक्खी पालन कर शहद बेचकर अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।
कृषि महाविद्यालय के मधुमक्खी पालन कार्यक्रम के मुख्य अन्वेषक डॉ. पी के भगत बताया कि ज्यादातर 3 नस्लों की मधुमक्खियों का पालन किया जाता है, जिसमें पहला है इटालियन जोकि 15 से 20 दिनों में एक पेटी में 6 से 7 किलो तक शहद का उत्पादन करती है जिसका बाजार में 500 से 600 रुपये किलो हिसाब से बिकता है। दूसरी नस्ल है देशी ऐशियाई प्रजाति जिसे आम बोलचाल में सतघरवा मधुमक्खी कहते हैं इसका उत्पादन बहोत कम है ये 2 से 3 किलो शहद ही देती है। तीसरी नस्ल है डंक हीन मधुमक्खी, इस मधुमक्खी के शहद का उत्पादन एक पेटी में 20 दिन में मात्र 1 पाव ही होता है लेकिन इसमें औषधीय गुण भरपूर मात्रा में पाई जाती है। जिसकी वजह से बाजार में मूल्य भी काफी अधिक मिलता है।
कृषि महाविद्यालय में तकनीकी सहायक डॉ. सचिन बताया कि मधुमक्खी पालन में सबसे जरूरी है उनका भोजन जिसको हम बी फ्लोरा कहते हैं, उन्होंने बताया कि भोजन में इनको पोलन और नेक्टर दोनों ही मिलना आवश्यक है। तभी शहद का निर्माण करेगी, यदि इनके भोजन नहीं मिला तो माइग्रेट हो जायेगी। मधुमक्खी पालन करने वाले किसान भाई हमेशा खेतों में फूल वाली फसलों को जरूर लगायें, तिलहन फसलो में भी पेटी लगा सकते हैं। साधारण शहद 5 से 6 सौ रुपये किलो बिकता है, लेकिन अगर इसका वेल्यू एडिशन किया जाये तो 2 हजार से 22 सौ तक में बेचा जा सकता है, जैसे आप अलग अलग तरह की फसल से फ्लोरा देकर अगर शहद इकट्ठा करते हैं तो उस फसल का स्वाद उस शहद में देखने को मिलता है, उन्होंने बताया कि जैसे सिर्फ लीची, या मुनगे या फिर टाऊ की फसल का शहद अगर अलग बाजार में बेचा जाए तो इन सबका स्वाद बिल्कुल अलग होगा है। कृषि महाविद्यालय के लैब में शहद की टेस्टिंग कर शहद किस फसल की है यह प्रमाणित जाता है। उन्होंने बताया कि कृषि महाविद्यालय में 25 किसानों का एक बैच तैयार कर प्रशिक्षण दिया जाता है। जो भी किसान मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, वो कृषि विज्ञान केन्द्र में संपर्क कर पंजीयन करा सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जिले के 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरण कर बढ़ाया उनका आत्मविश्वास
उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों के हाथों से दिव्यागजनों को सौंपी स्कूटी की चाबियां
कवर्धा/शौर्यपथ /कबीरधाम जिले में दिव्यांगजनों के जीवन को नई दिशा देने की एक अभूतपूर्व पहल करते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी का वितरण किया। यह वितरण सीएसआर मद से किया गया, जिसका उद्देश्य दिव्यांगजनों के जीवन को सरल, सुलभ और आत्मनिर्भर बनाना है। उपमुख्यमंत्री के साथ जिले के प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने दिव्यांगजनो के हाथों में पेट्रोल चलित स्कूटी की चाबियां सौंपी। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सतत प्रयासरत है। यह स्कूटी न केवल उनकी भौतिक कठिनाइयों को कम करेगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति को भी बढ़ावा देगी। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार दिव्यांगजनो के कल्याण के लिए और भी कई योजनाओं पर काम कर रही है, ताकि उन्हें बेहतर जीवन और समाज में समान अधिकार मिले। समाज में दिव्यांगजनो के प्रति यह संवेदनशील पहल न केवल उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह पूरे समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी फैलाती है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि इस तरह की योजनाओं से दिव्यांगजनो को न केवल शारीरिक मदद मिलती है, बल्कि यह उनकी मानसिक स्थिति को भी सशक्त बनाता है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि यह स्कूटी दिव्यांगजनो के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार हमेशा यह सुनिश्चित करेगी कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिलें और उन्हें कोई भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस पहल ने न केवल 40 दिव्यांगजनों की जिंदगी को नया मोड़ दिया, बल्कि समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी दिया है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस योजना के अंतर्गत अब तक कुल 73 दिव्यांगजनो को स्कूटी प्रदान कर चुके है। इससे पहले भी उन्होंने 33 दिव्यांगजनो को इसी तरह की सहायता प्रदान की थी। उनका उद्देश्य है कि दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बनें और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा मिले। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, जनपद उपाध्यक्ष डॉ बीरेन्द्र साहू, श्रीमती सतविंदर पाहुजा, श्री कैलाश चन्द्रवंशी, श्री चन्द्रप्रकाश चन्द्रवंशी सहित जन प्रतिनिधि समस्त पत्रकार गण उपस्थित थे। दिव्यागजनों के जिंदगी में आया एक नया मोड़, अपने सपनों को कर पाएंगे आसानी से पूरा स्कूटी मिलते ही दिव्यांग हितग्राहियों के चेहरों पर खुशी की लहर देखने को मिली। हितग्राहियों ने खुशी जताते हुए कहा कि अब उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ आएगा और वे अपने सपनों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। दिव्यांग हितगाही छोटी मेहरा ने बताया कि यह स्कूटी मेरे लिए एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास का प्रतीक है। अब मैं खेल प्रशिक्षण और अपने कार्यों को स्वाभाविक रूप से और आसानी से पूरा कर सकती हूं। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने 40 दिव्यागजनों को सौंपी स्कूटी की चाबी उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज 40 दिव्यागजनों को स्कूटी की चाबी सौंपी। इनमें गोपी सोनी, सियाराम चंद्रवंशी, उमेश सिंह राजपुत, सरस्वती जायसवाल, सरताज आलम, मनोज गंधर्व,गोपी नाथ योगी, विनोद साहू, पूरन नेताम, बिटो साहू, राजू सोनले, कु. प्रमीला जायसवाल, देवसिंह अहिरे, रामाधार पटेल, रोहित कुमार पटेल, सेवक राम साहू, रमेश्वर कोशले, भगत राम निषाद, उतरा जांगडे, कुमारी संध्या सोनी, अंतू राम घृतलहरें, शोभा राम पटेल, भुपेंन्द्र निषाद, अशोक कुमार, जनक राम सिन्हा, तोपराम गावस्कर, राजकुमार भट्ट, मन्नु राम साहू, राजकुमारी, पप्पु साहू, व्यासनारायण तिवारी, शंकर, लाल साहू, छोटी मेहरा, खिलेश यादव, यशवंत कुंभकार, ललिता पटेल, रामफुलिया पटेल, गंगाराम साहू, सोनलाल पटेल और देवकुमार टंडन को स्कूटी वितरण किया गया।
सफाई को लेकर कोताही बर्दाश्त नही:
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर शहर की सफाई को लेकर लगातार कमिश्नर सुमित अग्रवाल काफी सख्त नजर आए।उन्होंने स्वच्छता दीदीयों,सुपर वाइजर सहित स्वच्छता कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि सफाई की व्यवस्था सुचारू रूप से की जाए।इसमें कोताही बर्दाश्त बिल्कुल भी नहीं की जाएगी। इसके लिए कमिश्नर श्री अग्रवाल रोजना स्वयं सुबह से विभिन्न वार्डों में पहुंचकर साफ सफाई व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं। सोमवार को सुबह नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड- कातुलबोर्ड,रायपुर नाका सहित स्टेशन रोड भ्रमण किया साथ ही साथ सफाई व्यवस्था का जायजा भी लिया।इस दौरान कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,सहायक अभियंता संजय ठाकुर,स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,कुनाल, राहुल सहित टीम अमला मौजूद रहें।
वार्डों में साफ-सफाई को लेकर काफी गंभीरता बरती जा रही है। बता दें कि नगर निगम को स्वच्छता व साफ- सफाई के लिए कई राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड भी मिल चुका है। इस उपलब्धि को बरकरार रखने के लिए नगर के कमिश्नर सहित अधिकारी/कर्मचारी काफी एहतियात बरत रहे हैं। सफाई व्यवस्था को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग टीम नगर निगम द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों को स्वच्छता को लेकर दिशा निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता बेहद जरूरी है।शहर की पहचान स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बनी हुई है। वार्डों की साफ- सफाई के अलावा चौक चौराहा, गार्डन एवं सार्वजनिक स्थानों के साफ-सफाई भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वच्छता कर्मियों को निर्देश दिए कि वह स्वच्छता के लिए कोताही न बरतें। साथ ही साथ निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लगातार फील्ड में जाकर मानिटरिंग भी करते रहे।
प्रधानमंत्री आवास योजना से सपनो को पूरा करने में मिल रही है मदद
दुर्ग//शौर्यपथ /नगर निगम सीमा क्षेत्र अंतर्ग प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार का महत्वपूर्ण योजना है!जिसके क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार हर प्रकार से अपने हितग्राहियों के आवास की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रयासरत है ताकि मकान का अभाव कोई भी व्यक्ति ना रहे।प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत एक साल सफलता पूर्वक पूर्ण किया जा चुका है. एक साल में 562 हितग्राहियों को सफलता पूर्वक संपूर्ण किस्त की राशि दी जा चुकी है।
आम जनता के हितो को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक के अंतर्गत ऐसे हितग्राही जिनकी आय 3 लाख से कम हो, स्वयं की जमीन हो ऐसे हितग्राहियों को 30 वर्ग मीटर एरिया में मकान बनवाकर देने का प्रावधान रखा गया था,इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्य घटक एएचपी अंतर्गत ऐसे हितग्राही है जिनके पास जमीन तथा मकान नहीं है, जो कि 2015 के पूर्व से शहरी क्षेत्र में निवासरत थे, या जो किराए के मकान में रहते थे उन्हें 1 बीएचके का फ्लैट बनवाकर दिया गया ! वर्तमान में बीएलसी घटक अंतर्गत 3335 के लक्ष्य अनुसार 3247 मकान पूर्ण किया जा चुका है तथा 78 प्रगतिरत है जो कि 98 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।
दूसरे चरण में ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियो को योजना का लाभ दिये जाने हेतु पात्र हितग्राहियों को छूट दिया गया तथा ऐसे हितग्राही जो 31 अगस्त 2024 के पूर्व से निवासरत है तथा जिनके पास जमीन के दस्तावेज है तथा सालाना आय तीन लाख से कम तथा जाति प्रमाण पत्र होगा उन्हें लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है ! जिसके लिए त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है।शहर क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से सपनो को पूरा करने में मदद मिल रही है।कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने कहा अपात्रों को आवास न मिले और कोई पात्र न छूट जाए, इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा हर दिन की गतिविधि दर्ज करती है।सत्यापन के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत आवास की जिम्मेदारी बढ़ गई है।
युवा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने किया युवाओं से संवाद
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज युवा महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर साइंस कॉलेज स्थित दीनदयाल ऑडिटोरियम में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब देश और प्रदेश के भविष्य हैं। एक सपना लेकर कि आप किस रूप में देश और प्रदेश की सेवा करना चाहते है, उसको हासिल करने के लिए पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव से पढ़ाई करें। छत्तीसगढ़ राज्य में तकनीकी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट से संबंधित उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान हैं। प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए रायपुर में नालंदा परिसर युवाओं के चौबीसों घण्टे खुला है। नालंदा परिसर की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी हाईटेक लायब्रेरी की स्थापना हम कर रहे है, जहां ऑनलाईन-ऑफलाईन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मटेरियल उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल के युवाओं को देश और प्रदेश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आयोजित बस्तर ओलंपिक की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस आयोजन की सराहना की है। उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म के आदर्श, अध्यात्म और दर्शन पर अपने व्याख्यान से पूरी दुनिया को भारत का कायल बना दिया।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संवाद की शुरूआत में अंबिकापुर की अपूर्वा दीक्षित के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती है कि मन विचलित हो जाता है, परंतु हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अडिग रहना होता है। उन्होंने इस सिलसिले में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी एक छोटी सी कहानी सुनाई और कहा कि स्वामी विवेकानंद बनारस में एक सन्यासी के साथ जा रहे थे, उसी समय बहुत सारे बंदरों ने स्वामी जी को घेर लिया, ऐसी स्थिति में स्वामी जी न तो डरे न ही अपनी जगह से डिगे। इसका परिणाम ये हुआ कि सारे बंदर भाग गए। उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि हमें भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अडिग रहना है। दृढ़संकल्प से सारी समस्याओं का समाधान निकलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने रायगढ़ के ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की छात्रा श्रुति के सवालों के जवाब में कहा कि हमें सफलता के लिए अपना एक क्षेत्र चुनकर पूरी दृढ़ता और मनोयोग के साथ प्रयास करने से सफलता मिलती है। बस्तर में शांति और विकास के संबंध में राजकुमार कुरेटी के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के नक्सल प्रभावित पांच जिलों में सुरक्षा और विकास को लेकर सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इन जिलों में 39 सुरक्षा कैम्प की स्थापना और नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से लोगों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प है। जिस प्रतिबद्धता और रणनीति के साथ नक्सलवाद के समूल खात्मे के लिए हमारी सरकार काम कर रही है, उससे हमें लगता है कि हम इस लक्ष्य को निर्धारित समयवधि से पहले ही प्राप्त कर लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में शांति और विकास की स्थापना के लिए वहां के लोग भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे है। बस्तर ओलंपिक के आयोजन में लाखों युवाओं की भागीदारी इस बात को प्रमाणित करती है।
बलौदाबाजार की छात्रा मृणाल वाजपेयी द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय से उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जशपुर के एक छोटे से गांव बगिया के रहने वाले है। आज उनके गांव की आबादी लगभग ढाई हजार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह 10 साल के थे, तभी पिताजी का साया उनके सर से उठ गया। परिवार की पूरी जिम्मेदारी माता जी के ऊपर आ गयी। माता जी निडर महिला है बड़े धैर्य और निडरता से जिम्मेदारी सम्हाली। हमारे पालन-पोषण, पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी और घर का काम उन्होंने सम्हाला। माता जी को हमने अपना रोल मॉडल माना। बड़ा होने के नाते घर की जिम्मेदारी हमने अपने ऊपर ली। जिस समय पिता जी का स्वर्गवास हुआ उस समय मेरा छोटा भाई मात्र दो माह का था। छोटे भाईयों को पढ़ाया, लिखाया। हमने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत पंच से की। पांच साल पंच रहे। गांव के लोगों ने हमारे अच्छे काम और ईमानदारी को देखकर हमें निर्विरोध सरपंच चुना। छह माह बाद ही विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिली और 1990 में तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बना। मुख्यमंत्री ने फिर अपने सांसद बनने, पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री मंडल में राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री बनने तक के सफर का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें जब भी कोई जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी उनके रोल मॉडल रहे है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने के अवसर का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस तरीके से निर्णायक फैसले लिए है, वे मेरे ही नहीं, नई पीढ़ी के भी रोल मॉडल हैं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, विधायक श्री राजेश मूणत एवं गुरु खुशवंत साहेब, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
हसदेव नदी के किनारे मिला 28 करोड़ साल पुराना समुद्री जीवाश्म
रायपुर /शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ जिला अब इतिहास, पुरातत्व और प्रकृति प्रेमियों के लिए नया आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। यहां हसदेव नदी के किनारे 28 करोड़ साल पुराना समुद्री जीवाश्म मिला है। प्रदेश सरकार इसे एक मैरीन फॉसिल्स पार्क के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है। यह पार्क न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे एशिया का गौरव बनने वाला है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार ने इस विषय पर गहरी रुचि दिखाते हुए इसे नए सिरे से आगे बढ़ाने का कार्य प्रारंभ किया है। राज्य सरकार ने जीवाश्मों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्रित करने और मनेंद्रगढ़ को एक प्रमुख वैज्ञानिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मनेंद्रगढ़ में 28 करोड़ साल पुराना समुद्री जीवाश्म मिलना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। यह न केवल वैज्ञानिक शोध का केंद्र बनेगा, बल्कि पर्यटन से जुड़े रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगा। राज्य सरकार अपनी प्राकृतिक धरोहरों को सहेजने और उनका विकास करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मैरीन फॉसिल्स पार्क के रूप में विकसित होने के बाद यह क्षेत्र एक बायोडायवर्सिटी हेरिटेज साइट के रूप में पर्यटकों और वैज्ञानिकों के लिए खुल जाएगा। यहां आने वाले सैलानी करोड़ों साल पुराने जीवों की उत्पत्ति और उनके विकास की कहानी को देख और समझ सकेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार इस परियोजना को विशेष महत्व दे रही है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया कोलकाता और बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट लखनऊ की टीमों ने इस क्षेत्र का अध्ययन कर इसकी संभावनाओं का जायजा लिया है।
पुरातत्व विभाग के नोडल अधिकारी डॉ विनय कुमार पांडेय ने बताया कि यह एशिया का सबसे बड़ा जीवाश्म है। देश-विदेश से वैज्ञानिक पुरातत्ववेत्ता यहां अध्ययन करने आएंगे। कार्बन डेटिंग से पता चला कि यह 28 करोड़ साल पुराना है। पहले 1954 में इसकी खोज डॉ. एसके घोष ने की। फिर ईएसआई व लखनऊ बीरबल की टीम ने लगातार इस पर सर्वे किया।
वैज्ञानिकों के अनुसार 28 करोड़ वर्ष पूर्व वर्तमान हसदेव नदी के स्थान पर एक ग्लेशियर था। जो बाद में श्टाथिसश् नामक पतली पट्टी के रूप में समुद्र में समा गया जिससे होकर समुद्री जीव-जंतु मनेन्द्रगढ़ की वर्तमान हसदेव नदी में प्रवेश कर गए। वे धीरे-धीरे विलुप्त हो गए लेकिन उनके जीवाश्म आज भी उक्त स्थल पर देखे जा सकते हैं। वर्ष 2015 में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियो साइंसेज लखनऊ के वैज्ञानिकों ने भी इसकी पुष्टि की थी।
जीवाश्मों के अवशेषों से यह प्रमाण मिलता है कि करोड़ों साल पहले इस क्षेत्र में समुद्र था, जो बाद में प्राकृतिक परिवर्तन के कारण हटा और इन जीवों के अवशेष पत्थरों में दबकर जीवाश्म के रूप में संरक्षित हो गए। यह एक महत्वपूर्ण खोज है जो पृथ्वी के इतिहास और परिवर्तन के बारे में हमें जानकारी प्रदान करती है। यह जीवाश्म क्षेत्र वास्तव में एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और वैज्ञानिक धरोहर है, जो पृथ्वी के प्राचीन इतिहास को समझने का महत्वपूर्ण स्रोत है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा 1982 से इस क्षेत्र को नेशनल जियोलॉजिकल मोनुमेंट्स के रूप में संरक्षित किया गया है, जो इसके महत्व को दर्शाता है।
किसान हरकचन्द साय हल्दी की कर रहे खेती
हल्दी की बनी रहती मांग मार्केट में हमेशा
जशपुरनगर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार में किसानों को धान के साथ
अन्य फसल लेने के लिए उद्यान विभाग की विभिन्न योजनाओं से जिले के दूरस्थ अंचल के किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। जिसके तहत् विभाग द्वारा फल क्षेत्र विस्तार से कृषकों को लाभ देने के दिशा में अभिनव पहल किया गया है।
उद्यान विभाग द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत् कृषकों को हल्दी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। योजना से प्रेरित होकर कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम रजौटी के कृषक श्री हरकचन्द साय द्वारा उद्यानिकी विभाग से उचित मार्गदर्शन लेकर 0.500 हे. में हल्दी का उत्पादन किया गया। श्री हरकचन्द साय ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजनांतर्गत वर्ष 2023-24 में हल्दी क्षेत्र विस्तार का विभागीय लाभ लिया
कृषक श्री हरकचन्द साय का कहना है कि उद्यान विभाग द्वारा दिये गये उचित मार्गदर्शन अनुसार हल्दी उत्पादन कार्य अच्छे ढंग से किया। समय-समय पर तकनीकी परामर्श प्राप्त करते हुए हल्दी का भरपूर उत्पादन ले रहे हैं।
किसान ने बताया कि उत्पादित हल्दी का विक्रय अपने घर के समीप के बाजारो में किया करते हैं।
इस वर्ष हल्दी का मांग अच्छा होने से अधिक लाभ हुआ।
परिवार की आर्थिक स्थिति अब अच्छा हो गया है उद्यान विभाग से तकनीकी परामर्श लेक और अधिक उत्पादन करने की बात कही।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। श्री साय ने छेरछेरा पर्व की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि छेरछेरा पर्व नई फसल के घर आने की खुशी में पौष पूर्णिमा के दिन छत्तीसगढ़ में बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन दान करने से घरों में धन धान्य की कोई कमी नहीं होती।
श्री साय ने कहा कि महादान और फसल उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला छेरछेरा त्योहार हमारी सामाजिक समरसता, दानशीलता की और समृद्ध गौरवशाली परम्परा का संवाहक है। इसी दिन मां शाकम्भरी जयंती भी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शंकर ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी, इसलिए लोग धान के साथ साग-भाजी, फल का दान भी करते हैं।
बीमा सखी बनने 60 लखपति दीदियों को दिया गया आवश्यक मार्गदर्शन
राजनांदगांव / शौर्यपथ / मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह की उपस्थिति में जिला पंचायत सभाकक्ष में बीमा सखी के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बताया गया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं भारतीय जीवन बीमा निगम के संयुक्त प्रयास से 31 लखपति दीदियों ने बीमा सखी बनकर रोजगार प्राप्त किया है। यह योजना भारतीय जीवम बीमा निगम के माध्यम से संचालित की जा रही है। जिसमें बीमा सखी को प्रथम वर्ष 7 हजार रूपए, द्वितीय वर्ष 6 हजार रूपए एवं तृतीय वर्ष 5 हजार रूपए प्रतिमाह देय होगा। साथ ही निर्धारित कमीशन भी दिया जायेगा। कार्यशाला में भारतीय जीवन बीमा निगम के शाखा प्रबंधक श्री संजीव सूद एवं विकास अधिकारी श्री प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि बीमा सखी बनने के लिए भारतीय बीमा संस्थान द्वारा निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक होती है। जिसमे प्रथम चरण में 23 दिसम्बर को 10 लखपति दीदियों ने एवं द्वितीय चरण में 10 जनवरी को 21 दीदियों ने परीक्षा उत्तीर्ण कर बीमा सखी बनकर रोजगार प्राप्त किया है। राज्य में यह अभिनव पहल राजनांदगांव जिले में की गई है। कार्यशाला में 60 लखपति दीदियों को बीमा सखी बनने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया। कार्यशाला में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / रामायण के पात्रों के आधार पर राजनेताओं की तुलना पर आपत्ति जताते हुये कांग्रेस ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया। रिपोर्ट दर्ज कराने कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल थाने गया था तथा आवेदन देकर इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया गया।
कांग्रेस के द्वारा दिये गये आवेदन में कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा vishnu_ka_sushasan इंस्टाग्राम पेज में आईये देखे छ.ग. का रामायण नामक शीर्षक के वीडियो में छ.ग. के वरिष्ठ और सम्मानीत कांग्रेस नेताआें के विरूद्ध आपत्तिजनक विडियो अपलोड कर राजनैतिक विद्वेषवश धर्मिक भावनाआें को आहत करते हुये छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं के विरूद्ध दुर्भावनापुर्ण आशय से नफरत फैलाने, बदनाम करने और सांप्रदायिकता फैलाने तथा छ.ग. और समुचित भारत की जनता के समक्ष अपमानित करने की नीयत से vishnu_ka_sushasan इंस्टाग्रा
भारतीय जनता पार्टी द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेसी महिलाओं के खिलाफ दुर्भावना से अफवाहें फैलाना, नफरत फैलाना और बदनाम करना तथा सांप्रदायिकता फैलाना और आम नागरिकों के धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाया गया है इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी का उक्त कृत्य आईटी (संशोधन) कानून 2009 की धारा 66 (ए) और अन्य धाराओं तथा भारतीय न्याय सहिता की धारा 356 के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
उपरोक्त विडियो को भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता श्री गौरीशंकर श्रीवास ने भी अपने फेसबुक आईडी में पोस्ट किया है जो कि उक्त कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया जाये।
अतः निवेदन है कि उपरोक्त vishnu_ka_sushasan इस्ंटग्राम पेज में आईये देखे छ.ग. का रामायण में विडियो अपलोड करने वाले भारतीय जनता पार्टी के व्यक्तियों के विरूद्ध शीघ्र ही अपराध पंजीबद्ध किये जाने और उचित कानूनी/समुचित कार्यवाही किये जाने की कृपा की जाये।
थाने पहुंचने वाले प्रमुख लोगों में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महामंत्री दीपक मिश्रा, सुबोध हरितवाल, सकलेन कामदार, कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता, कांग्रेस विधि विभाग अध्यक्ष डॉ. देवा देवांगन, पूर्व महापौर ऐजाज ढेबर, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, एनएसयूआई अध्यक्ष नीरज पांडे, शारिक रईस खान, सोमेन चटर्जी, नागेन्द्र पाण्डे, दिलीप चौहान, दिनेश तिवारी, बीरेश शुक्ला, आशीष द्विवेदी, प्रभोजोत सिंह लाडी, कमलेश नथवानी, दीपा बग्गा, सुनील कुकरेजा, पंकज मिश्रा, हनी बग्गा, शान्तनु झा, शारिक अनवर, जी श्रीनिवास, प्रगति वाजपेयी, सायरा खान, शबीर खान, पल्लवी सिंह, पूनम पांडे आदि कांग्रेस जन उपस्थित थे।
-पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेता को बिना गारन्टी के लोन
-पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि पीएम स्वनिधि:
दुर्ग / शौर्यपथ / शहरी पथ विक्रेताओं को पीएम स्वनिधि-योजना से प्रथम किस्त दस हज़ार द्वितीय किस्त मे बीस हज़ार तथा तृतीय किस्त पचास हज़ार तक के ऋण बैंकों के माध्यम से दिलाए जाने हेतु विभाग ने निरंतर प्रयास जारी है।
अधिक से अधिक पथ विक्रेताओं को योजना से जोड़कर स्वनिधि से समृद्धि के तहत दुर्ग क्षेत्र अन्तर्गत व्यवसाय करने वाले सभी पथ विक्रेताओ के परिवार के सदस्यों का सोशल प्रोफाइलिंग का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण किया जाना है। ताकि इन्हें शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जा सके स्वनिधि से समृद्धि योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना, के साथ साथ वन नेशन वन राशन कार्ड योजना तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी विभिन्न योजनाओं से पथ विक्रेता व उनके परिवार के सदस्यों को पात्रता के आधार पर लाभान्वित किया जाएगा।
जिला कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देश पर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नगर पालिक निगम टीम द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के सफल संचालन हेतु हर संभव प्रयास फील्ड पर किया जा रहा है पीएम स्वनिधि योजना लाभ दिलाने।नगर निगम ने किया अपील पीएम स्वनिधि के अलावा अन्य योजना का लाभ लेने हेतु पथ विक्रेता अपना आधार कार्ड एवं आवश्यक दस्तावेज के साथ कार्यालय में संपर्क करें अथवा अपने नजदीकी चॉइस सेंटर में जाकर आवेदन कर सकते हैं और योजना से लाभान्वित हो सकते हैं।बता दे कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना पथ विक्रेताओं के लिए वरदान साबित हुआ एवं पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेता बिना गारन्टी के लोन के माधयम पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि पीएम स्वनिधि।
मुख्यमंत्री ने की रायपुर में शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए भूमि प्रदान करने की घोषणा
मुख्यमंत्री अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में हुए शामिल
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के विधानसभा रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि शौण्डिक समाज का समृद्धिशाली इतिहास रहा है। शौण्डिक समाज के लोग व्यापार और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देकर देश की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए राजधानी रायपुर में भूमि प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने शौण्डिक समाज की पत्रिका छत्तीसगढ़ शौण्डिक समाचार का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है।पिछले साल इसी तिथि को अयोध्याधाम में भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजे थे। छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ और अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में देश भर से और विदेशों से भी छत्तीसगढ़ की धरती पर आए शौण्डिक समाज के प्रतिनिधियों का अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शौण्डिक समाज ने अपनी उद्यमशीलता और कर्मठता से देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। आज यहां विदेशों से भी प्रतिनिधि पहुंचे हैं वो इस बात का प्रमाण है कि दुनिया के हर कोने में आपने अपनी प्रतिभा की धाक जमाई है। अभी हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि दुनिया का ऐसा कोई कोना नहीं, जहां प्रवासी भारतीय समुदाय नहीं फैला हो।आज शौण्डिक समाज के सम्मेलन में जुटे इतने सारे प्रतिनिधियों को देखकर प्रधानमंत्री जी की कही बात यहां सार्थक प्रतीत होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने निर्माण के 25वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। राज्य तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। पिछले 1 साल में हमने प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की अधिकांश बातों को पूरा किया है। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में हमने 18 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास देने का निर्णय लिया। कल केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। उन्होंने 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत में फिर इतने ही आवास दिए जाने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल की कीमत पर धान खरीद रही है। हमारी सरकार ने 2 साल का बकाया बोनस किसानों को दिया है। साथ ही 70 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने की शुरुआत में ₹1000 की राशि महतारी वंदन योजना के तहत दी जा रही है। रामलला दर्शन योजना का अभी तक 20 हजार रामभक्त लाभ ले चुके हैं। सरकार बनने से पहले हमने कहा था कि पीएससी में हुई गड़बड़ी से छात्रों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हुआ है हम उसकी जांच कराएंगे। सीबीआई पीएससी परीक्षाओं की जांच कर रही है। भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। जो भी दोषी है उसपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमें भी छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में खड़ा करना है। छत्तीसगढ़ एक बहुत संपन्न प्रदेश है। यहां खनिज संसाधन से लेकर वन संपदा भरी पड़ी है। साथ ही यहां मेहनतकश किसान हैं। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में आप सभी का योगदान बहुत जरूरी है। हमने प्रदेश में नई औद्योगिक नीति 2024-2030 लागू की है। नई नीति के माध्यम से छत्तीसगढ़ में उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है। दिल्ली में हुई इन्वेस्टर समिट में आए उद्योगपतियों द्वारा छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति की बहुत सराहना की गई। इस नीति में हमने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिलाओं को प्राथमिकता दी है। हम सिंगल विंडो 2.0 का लाभ दे रहे हैं। शौण्डिक समाज से मैं अपील करता हूं कि आप सभी इसका लाभ उठाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति भी हमने लागू की है, जिसके तहत शिक्षा को रोजगार से जोड़ा गया है। साथ ही हम स्थानीय भाषा में भी शिक्षा दे रहे हैं। दिल्ली के ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है। जो बच्चे देश की राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनको यह लाभ मिलेगा। हर जिले में हम नालंदा परिसर बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि शौण्डिक समाज मजबूती के साथ समाज में अपनी भागीदारी निभा रहा है। शौण्डिक समाज में एकजुटता है। संगठित समाज ही आगे बढ़ता है, उसी की आवाज दूर तक जाती है। आगे बढ़ने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। मैं यह अपील करना चाहूंगा कि आप सभी बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। साथ ही शौण्डिक समाज सामूहिक विवाह का आयोजन भी करे। आप सभी समाज की प्रगति में लगे हुए हैं, यह बहुत खुशी की बात है। छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने में आप सभी का योगदान बहुमूल्य है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हो रहा है। छत्तीसगढ़ के किसानों को 3100 रुपया प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिया जा रहा। शौण्डिक समाज कृषि से भी जुड़ा है। शौण्डिक समाज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं। मैं आप सभी का छत्तीसगढ़ की धरती पर स्वागत करता हूं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के अध्यक्ष श्री शिवरतन प्रसाद गुप्ता, संयोजक श्री श्याम गुप्ता, हजारीबाग के विधायक श्री प्रदीप प्रसाद, श्री प्रकाश गुप्ता, श्री सुरेश गुप्ता सहित अखिल भारतीय शौण्डिक समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में किसानों को मिल रहा धान का सर्वाधिक मूल्य: राज्य में खेती का रकबा बढ़ने के साथ ही किसानों की में भी हुई है वृद्धि - मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनेगी धान के कटोरे की पहचान: मुख्यमंत्री
इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट 2025 में शामिल हुए। इस कार्यक्रम से केन्द्रीय खाद्य एवं वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व केन्द्र सरकार ने देश के किसानों के मान एवं सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए किसान हित में फैसले लिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में भरपूर मात्रा में धान होता है। यहां के चावल का वैल्यू एडिशन और ब्राडिंग कर इसे दुनिया के बाजारों में पहुंचाने की जरूरत है। इससे किसानों और व्यापारियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने किसानों को उन्नत कृषि को अपनाने और पानी की कम खपत वाली फसल लेने की अपील की।
केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर किसानों की बेहतरी तथा छत्तीसगढ़ राज्य के तरक्की के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स द्वारा इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट के आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पोषणयुक्त चावल के उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि किसानों को उनके उत्पादों की अच्छी कीमत मिले। छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ-साथ प्रदेश के समृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि आज के ही दिन अयोध्या धाम मंदिर में भगवान श्री रामलला विराजे थे। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान श्री राम का ननिहाल है। रामलला के विराजमान होने की प्रथम वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश और देश की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धान के कटोरे छत्तीसगढ़ राज्य में इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट का आयोजन छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि धान से छत्तीसगढ़ की पहचान पूरे देश में है। अब हमें इस पहचान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाना है। हमारे यहां धान की जितनी प्रजातियां हैं उतनी अन्य कहीं नही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक किसान-पुत्र हूँ। मैंने खुद अपने हाथों से हल चलाया है। मुझे खेती का अच्छा अनुभव है। इसलिए मैं ये कह सकता हूँ कि हमारे प्रदेश के गांवों में धान की इतनी प्रजातियां हैं, जिनके नाम भी सभी लोगों को नहीं मालूम होगा। जब देश आजाद हुआ उस समय मेरे दादाजी मनोनीत विधायक थे, मगर खेती से हमेशा उनका जुड़ाव रहा। वे जो धान लगाते थे, वह धान इतना खुशबूदार था कि पूरा खेत महकता था। जिस घर में चावल पकता था उसके पास से गुज़रने वालों को सुगन्ध से पता चल जाता था कि चावल बन रहा है। छत्तीसगढ़ की ऐसी प्रजातियों को सामने लाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम अपने किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य दे रहे हैं। इस वजह से राज्य में खेती का रकबा तो बढ़ा ही है, साथ ही किसानों की संख्या भी बढ़ी है। जहां पहले 24 लाख किसान पंजीकृत थे वहां अब 27 लाख से अधिक किसानों का पंजीयन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की फसल में कम मेहनत में अच्छा फायदा किसानों को मिलता है। छत्तीसगढ़ के चावल को विदेशों को निर्यात किया जाना चाहिए। मैं निर्यातको से अपील करता हूं कि वे यहां के धान की किस्मों की जानकारी लेकर धान की निर्यात को प्रोत्साहन दे जिससे राज्य के किसान लाभान्वित हो।
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के हित में काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही मदद और उनके हित में लिए गए फैसलों से खेती में समृद्धि और किसान खुशहाली आई है। राज्य से चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मंडी शुल्क पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। किसानों की बेहतरी के लिए हम छत्तीसगढ़ को ओपन मार्केट बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने राईस मिल प्रमोटर्स से किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम दिलाने का अपील की।
कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री गिरीश चंदेल, एपीडा के अध्यक्ष श्री अभिषेक देव, श्री आलोक बिसारिया, छत्तीसगढ़ राईस मिलर्स प्रमोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन सहित राईस मिलर्स एवं देश के प्रतिष्ठित स्टेक होल्डर्स उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ / शौर्यपथ / असम हैंडबाल संघ द्वारा हैंडबाल एसोसिएशन इंडिया के तत्वावधान में सीनियर बीच राष्ट्रीय हैंडबाल प्रतियोगिता (पुरुष एवं महिला) का आयोजन सरुसजई स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स, गुवाहाटी, असम में दिनांक 10 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसके लिये छत्तीसगढ़ राज्य की 12 सदस्यीय (10 महिला खिलाड़ी, 01 प्रशिक्षक एवं 01 प्रबंधक) बीच महिला हैंडबाल टीम भाग ले रही है।
ग्रुप-सी पुल के अंतिम लीग मैच में छत्तीसगढ़ महिला टीम ने उत्तर प्रदेश के विरुद्ध 3-1 से विजय हासिल की जिसके परिणाम निम्नानुसार है:-
- मैच के प्रथम सेट में छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की टीम 15-15 गोलों से बराबर पर रही।
- मैच के द्वितीय सेट में छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की टीम 21-21 गोलों से बराबर पर रही।
- गोल्डन पेनल्टी में दोनो ही टीमें 5-5 गोलों से बराबर रही
- सब्स्टीट्यूट खिलाड़ियों द्वारा पेनल्टी स्टोक में दोनों ही टीमें 3-3 गोलों से बराबर पर रही।
- दोनों ही टीमें बराबरी पर होने के कारण पुनः गोल्डन पेनल्टी स्टोक रखा गया जिसमें एक्स्ट्रा खिलाड़ियों द्वारा पेनल्टी लिया गया जिसमें छत्तीसगढ़ ने 3 गोल एवं उत्तर प्रदेश ने 1 गोल किये इस तरह छत्तीसगढ़ राज्य की महिला टीम 3-1 से जीतकर अपने पुल में प्रथम स्थान पर रहते हुये क्वार्टर फाइनल पहुंची है।
- क्वार्टर फाइनल में छत्तीसगढ़ का मुकाबला आज दिनांक 12.01.2025 को संध्या 7.00 बजे जम्मू एवं कश्मीर के मध्य खेला जायेगा।
इसके पूर्व छत्तीसगढ़ बीच महिला हैंडबाल ने अपने पुल-सी के पहले लीग मैच में बिहार को 40-14 गोलो से
दूसरे लीग मैच में छत्तीसगढ़ ने तेलंगाना को 15-03 गोलों से पराजित किया।
तीसरे लीग मैच में छत्तीसगढ़ ने मणिपुर को प्रथम से में 22-12 गोल एवं द्वितीय सेट में 23-10 गोलों से पराजित किया।
उपरोक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों एवं अधिकारियों के नाम निम्नानुसार है:-
1. कु. भाविका रामटेके (दुर्ग जिला), 2. कु. कंचन महानंद (दुर्ग जिला), 3. श्रीमती प्रिया (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 4. कु. काजल (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 5. कु. मीनू (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 6. कु. निक्की (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 7. कु. गौरव (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 8. कु. काजल (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 9. कु. प्रीति साहू (रायपुर जिला), 10. कु. प्रिया तिवारी (दुर्ग जिला), 11. टीम की प्रशिक्षक श्रीमती अमिता मोहापात्रा (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 12. श्रीमती शबनम फिरोज अंसारी (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर) है।
छत्तीसगढ़ बीच महिला हैंडबॉल टीम की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ हैंडबॉल एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ ओलिंपिक एसोसिएशन एवं विभिन्न खेल संघो के पदाधिकारियों ने टीम को अपनी शुभकामनाये प्रदान की।