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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
-पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेता को बिना गारन्टी के लोन
-पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि पीएम स्वनिधि:
दुर्ग / शौर्यपथ / शहरी पथ विक्रेताओं को पीएम स्वनिधि-योजना से प्रथम किस्त दस हज़ार द्वितीय किस्त मे बीस हज़ार तथा तृतीय किस्त पचास हज़ार तक के ऋण बैंकों के माध्यम से दिलाए जाने हेतु विभाग ने निरंतर प्रयास जारी है।
अधिक से अधिक पथ विक्रेताओं को योजना से जोड़कर स्वनिधि से समृद्धि के तहत दुर्ग क्षेत्र अन्तर्गत व्यवसाय करने वाले सभी पथ विक्रेताओ के परिवार के सदस्यों का सोशल प्रोफाइलिंग का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण किया जाना है। ताकि इन्हें शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जा सके स्वनिधि से समृद्धि योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना, के साथ साथ वन नेशन वन राशन कार्ड योजना तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी विभिन्न योजनाओं से पथ विक्रेता व उनके परिवार के सदस्यों को पात्रता के आधार पर लाभान्वित किया जाएगा।
जिला कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देश पर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नगर पालिक निगम टीम द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के सफल संचालन हेतु हर संभव प्रयास फील्ड पर किया जा रहा है पीएम स्वनिधि योजना लाभ दिलाने।नगर निगम ने किया अपील पीएम स्वनिधि के अलावा अन्य योजना का लाभ लेने हेतु पथ विक्रेता अपना आधार कार्ड एवं आवश्यक दस्तावेज के साथ कार्यालय में संपर्क करें अथवा अपने नजदीकी चॉइस सेंटर में जाकर आवेदन कर सकते हैं और योजना से लाभान्वित हो सकते हैं।बता दे कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना पथ विक्रेताओं के लिए वरदान साबित हुआ एवं पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेता बिना गारन्टी के लोन के माधयम पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि पीएम स्वनिधि।
मुख्यमंत्री ने की रायपुर में शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए भूमि प्रदान करने की घोषणा
मुख्यमंत्री अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में हुए शामिल
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के विधानसभा रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि शौण्डिक समाज का समृद्धिशाली इतिहास रहा है। शौण्डिक समाज के लोग व्यापार और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देकर देश की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए राजधानी रायपुर में भूमि प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने शौण्डिक समाज की पत्रिका छत्तीसगढ़ शौण्डिक समाचार का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है।पिछले साल इसी तिथि को अयोध्याधाम में भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजे थे। छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ और अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में देश भर से और विदेशों से भी छत्तीसगढ़ की धरती पर आए शौण्डिक समाज के प्रतिनिधियों का अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शौण्डिक समाज ने अपनी उद्यमशीलता और कर्मठता से देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। आज यहां विदेशों से भी प्रतिनिधि पहुंचे हैं वो इस बात का प्रमाण है कि दुनिया के हर कोने में आपने अपनी प्रतिभा की धाक जमाई है। अभी हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि दुनिया का ऐसा कोई कोना नहीं, जहां प्रवासी भारतीय समुदाय नहीं फैला हो।आज शौण्डिक समाज के सम्मेलन में जुटे इतने सारे प्रतिनिधियों को देखकर प्रधानमंत्री जी की कही बात यहां सार्थक प्रतीत होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने निर्माण के 25वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। राज्य तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। पिछले 1 साल में हमने प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की अधिकांश बातों को पूरा किया है। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में हमने 18 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास देने का निर्णय लिया। कल केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। उन्होंने 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत में फिर इतने ही आवास दिए जाने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल की कीमत पर धान खरीद रही है। हमारी सरकार ने 2 साल का बकाया बोनस किसानों को दिया है। साथ ही 70 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने की शुरुआत में ₹1000 की राशि महतारी वंदन योजना के तहत दी जा रही है। रामलला दर्शन योजना का अभी तक 20 हजार रामभक्त लाभ ले चुके हैं। सरकार बनने से पहले हमने कहा था कि पीएससी में हुई गड़बड़ी से छात्रों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हुआ है हम उसकी जांच कराएंगे। सीबीआई पीएससी परीक्षाओं की जांच कर रही है। भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। जो भी दोषी है उसपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमें भी छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में खड़ा करना है। छत्तीसगढ़ एक बहुत संपन्न प्रदेश है। यहां खनिज संसाधन से लेकर वन संपदा भरी पड़ी है। साथ ही यहां मेहनतकश किसान हैं। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में आप सभी का योगदान बहुत जरूरी है। हमने प्रदेश में नई औद्योगिक नीति 2024-2030 लागू की है। नई नीति के माध्यम से छत्तीसगढ़ में उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है। दिल्ली में हुई इन्वेस्टर समिट में आए उद्योगपतियों द्वारा छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति की बहुत सराहना की गई। इस नीति में हमने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिलाओं को प्राथमिकता दी है। हम सिंगल विंडो 2.0 का लाभ दे रहे हैं। शौण्डिक समाज से मैं अपील करता हूं कि आप सभी इसका लाभ उठाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति भी हमने लागू की है, जिसके तहत शिक्षा को रोजगार से जोड़ा गया है। साथ ही हम स्थानीय भाषा में भी शिक्षा दे रहे हैं। दिल्ली के ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है। जो बच्चे देश की राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनको यह लाभ मिलेगा। हर जिले में हम नालंदा परिसर बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि शौण्डिक समाज मजबूती के साथ समाज में अपनी भागीदारी निभा रहा है। शौण्डिक समाज में एकजुटता है। संगठित समाज ही आगे बढ़ता है, उसी की आवाज दूर तक जाती है। आगे बढ़ने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। मैं यह अपील करना चाहूंगा कि आप सभी बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। साथ ही शौण्डिक समाज सामूहिक विवाह का आयोजन भी करे। आप सभी समाज की प्रगति में लगे हुए हैं, यह बहुत खुशी की बात है। छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने में आप सभी का योगदान बहुमूल्य है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हो रहा है। छत्तीसगढ़ के किसानों को 3100 रुपया प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिया जा रहा। शौण्डिक समाज कृषि से भी जुड़ा है। शौण्डिक समाज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं। मैं आप सभी का छत्तीसगढ़ की धरती पर स्वागत करता हूं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के अध्यक्ष श्री शिवरतन प्रसाद गुप्ता, संयोजक श्री श्याम गुप्ता, हजारीबाग के विधायक श्री प्रदीप प्रसाद, श्री प्रकाश गुप्ता, श्री सुरेश गुप्ता सहित अखिल भारतीय शौण्डिक समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में किसानों को मिल रहा धान का सर्वाधिक मूल्य: राज्य में खेती का रकबा बढ़ने के साथ ही किसानों की में भी हुई है वृद्धि - मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनेगी धान के कटोरे की पहचान: मुख्यमंत्री
इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट 2025 में शामिल हुए। इस कार्यक्रम से केन्द्रीय खाद्य एवं वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व केन्द्र सरकार ने देश के किसानों के मान एवं सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए किसान हित में फैसले लिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में भरपूर मात्रा में धान होता है। यहां के चावल का वैल्यू एडिशन और ब्राडिंग कर इसे दुनिया के बाजारों में पहुंचाने की जरूरत है। इससे किसानों और व्यापारियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने किसानों को उन्नत कृषि को अपनाने और पानी की कम खपत वाली फसल लेने की अपील की।
केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर किसानों की बेहतरी तथा छत्तीसगढ़ राज्य के तरक्की के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स द्वारा इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट के आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पोषणयुक्त चावल के उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि किसानों को उनके उत्पादों की अच्छी कीमत मिले। छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ-साथ प्रदेश के समृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि आज के ही दिन अयोध्या धाम मंदिर में भगवान श्री रामलला विराजे थे। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान श्री राम का ननिहाल है। रामलला के विराजमान होने की प्रथम वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश और देश की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धान के कटोरे छत्तीसगढ़ राज्य में इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट का आयोजन छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि धान से छत्तीसगढ़ की पहचान पूरे देश में है। अब हमें इस पहचान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाना है। हमारे यहां धान की जितनी प्रजातियां हैं उतनी अन्य कहीं नही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक किसान-पुत्र हूँ। मैंने खुद अपने हाथों से हल चलाया है। मुझे खेती का अच्छा अनुभव है। इसलिए मैं ये कह सकता हूँ कि हमारे प्रदेश के गांवों में धान की इतनी प्रजातियां हैं, जिनके नाम भी सभी लोगों को नहीं मालूम होगा। जब देश आजाद हुआ उस समय मेरे दादाजी मनोनीत विधायक थे, मगर खेती से हमेशा उनका जुड़ाव रहा। वे जो धान लगाते थे, वह धान इतना खुशबूदार था कि पूरा खेत महकता था। जिस घर में चावल पकता था उसके पास से गुज़रने वालों को सुगन्ध से पता चल जाता था कि चावल बन रहा है। छत्तीसगढ़ की ऐसी प्रजातियों को सामने लाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम अपने किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य दे रहे हैं। इस वजह से राज्य में खेती का रकबा तो बढ़ा ही है, साथ ही किसानों की संख्या भी बढ़ी है। जहां पहले 24 लाख किसान पंजीकृत थे वहां अब 27 लाख से अधिक किसानों का पंजीयन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की फसल में कम मेहनत में अच्छा फायदा किसानों को मिलता है। छत्तीसगढ़ के चावल को विदेशों को निर्यात किया जाना चाहिए। मैं निर्यातको से अपील करता हूं कि वे यहां के धान की किस्मों की जानकारी लेकर धान की निर्यात को प्रोत्साहन दे जिससे राज्य के किसान लाभान्वित हो।
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के हित में काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही मदद और उनके हित में लिए गए फैसलों से खेती में समृद्धि और किसान खुशहाली आई है। राज्य से चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मंडी शुल्क पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। किसानों की बेहतरी के लिए हम छत्तीसगढ़ को ओपन मार्केट बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने राईस मिल प्रमोटर्स से किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम दिलाने का अपील की।
कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री गिरीश चंदेल, एपीडा के अध्यक्ष श्री अभिषेक देव, श्री आलोक बिसारिया, छत्तीसगढ़ राईस मिलर्स प्रमोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन सहित राईस मिलर्स एवं देश के प्रतिष्ठित स्टेक होल्डर्स उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ / शौर्यपथ / असम हैंडबाल संघ द्वारा हैंडबाल एसोसिएशन इंडिया के तत्वावधान में सीनियर बीच राष्ट्रीय हैंडबाल प्रतियोगिता (पुरुष एवं महिला) का आयोजन सरुसजई स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स, गुवाहाटी, असम में दिनांक 10 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसके लिये छत्तीसगढ़ राज्य की 12 सदस्यीय (10 महिला खिलाड़ी, 01 प्रशिक्षक एवं 01 प्रबंधक) बीच महिला हैंडबाल टीम भाग ले रही है।
ग्रुप-सी पुल के अंतिम लीग मैच में छत्तीसगढ़ महिला टीम ने उत्तर प्रदेश के विरुद्ध 3-1 से विजय हासिल की जिसके परिणाम निम्नानुसार है:-
- मैच के प्रथम सेट में छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की टीम 15-15 गोलों से बराबर पर रही।
- मैच के द्वितीय सेट में छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की टीम 21-21 गोलों से बराबर पर रही।
- गोल्डन पेनल्टी में दोनो ही टीमें 5-5 गोलों से बराबर रही
- सब्स्टीट्यूट खिलाड़ियों द्वारा पेनल्टी स्टोक में दोनों ही टीमें 3-3 गोलों से बराबर पर रही।
- दोनों ही टीमें बराबरी पर होने के कारण पुनः गोल्डन पेनल्टी स्टोक रखा गया जिसमें एक्स्ट्रा खिलाड़ियों द्वारा पेनल्टी लिया गया जिसमें छत्तीसगढ़ ने 3 गोल एवं उत्तर प्रदेश ने 1 गोल किये इस तरह छत्तीसगढ़ राज्य की महिला टीम 3-1 से जीतकर अपने पुल में प्रथम स्थान पर रहते हुये क्वार्टर फाइनल पहुंची है।
- क्वार्टर फाइनल में छत्तीसगढ़ का मुकाबला आज दिनांक 12.01.2025 को संध्या 7.00 बजे जम्मू एवं कश्मीर के मध्य खेला जायेगा।
इसके पूर्व छत्तीसगढ़ बीच महिला हैंडबाल ने अपने पुल-सी के पहले लीग मैच में बिहार को 40-14 गोलो से
दूसरे लीग मैच में छत्तीसगढ़ ने तेलंगाना को 15-03 गोलों से पराजित किया।
तीसरे लीग मैच में छत्तीसगढ़ ने मणिपुर को प्रथम से में 22-12 गोल एवं द्वितीय सेट में 23-10 गोलों से पराजित किया।
उपरोक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों एवं अधिकारियों के नाम निम्नानुसार है:-
1. कु. भाविका रामटेके (दुर्ग जिला), 2. कु. कंचन महानंद (दुर्ग जिला), 3. श्रीमती प्रिया (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 4. कु. काजल (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 5. कु. मीनू (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 6. कु. निक्की (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 7. कु. गौरव (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 8. कु. काजल (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 9. कु. प्रीति साहू (रायपुर जिला), 10. कु. प्रिया तिवारी (दुर्ग जिला), 11. टीम की प्रशिक्षक श्रीमती अमिता मोहापात्रा (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर), 12. श्रीमती शबनम फिरोज अंसारी (दक्षिण पूर्वी मध्य रेल्वे, बिलासपुर) है।
छत्तीसगढ़ बीच महिला हैंडबॉल टीम की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ हैंडबॉल एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ ओलिंपिक एसोसिएशन एवं विभिन्न खेल संघो के पदाधिकारियों ने टीम को अपनी शुभकामनाये प्रदान की।
मुख्यमंत्री के सुशासन में क्रेडा विभाग के सौर ऊर्जा से रोशन हुए घर
, राष्ट्रपति के विशेष न्यौता पर गणतंत्र दिवस समारोह पर होंगे शामिल
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में क्रेडा विभाग के सौर ऊर्जा से छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखंड के तीन विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा परिवारों के सदस्यों की जिंदगी बदल गई है। महज एक साल पहले, 2024 की दीपावली के पहले तक इन परिवारों के घरों में अंधेरा था। बिजली की सुविधा से वंचित इन बैगा परिवारों की समस्याओं को दूर करने के लिए पीएम जनमन योजना से मुख्यमंत्री के सुशासन में क्रेडा सीईओ आईएएस राजेश सिंह राणा द्वारा सौर ऊर्जा से बैगा परिवार के घरों को रौशनी प्रदान की गई, जिसकी वजह से उनके अंधेरे घरों में रोशनी हुई। विगत कुछ दिनों पहले क्रेडा सीईओ आईएएस राजेश सिंह राणा ने कवर्धा जिले का दौरा किया था, जिस दौरान उन्होंने इन बैगा जनजाति से मुलाकात की और लगाए गए सोलर होम लाइट का निरीक्षण किया था और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए थे। आपको बता दें की क्रेडा विभाग ने त्वरित कार्यवाही करते हुए लगभग 25 बैगा परिवारो के घरो में 300 वॉट क्षमता के सोलर होम लाइटिंग सिस्टम लगाए। दीपावली के पहले ही इन घरों में पहली बार रोशनी पहुंची, जिससे इन परिवारों के जीवन में उजाला आया और इन्होने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
इन बैगा परिवारों के छह सदस्य 26 जनवरी 2025 को देश की राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मिलित होंगे। यह अवसर न केवल इन परिवारों के लिए, बल्कि पूरे कबीरधाम जिले के लिए गौरव और सम्मान का पल होगा। महामहिम राष्ट्रपतिद्रौपति मुर्मू के विशेष आमंत्रण पर कबीरधाम जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजति बैगा परिवार के तीन परिवारो को आमंत्रित किया गया है। विशेष आमंत्रित बैगा परिवारों में ग्राम पंचायत कादावनी के आश्रित ग्राम पटपरी की जगतिन बाई बैगा और उनके पति फूल सिंह बैगा, ग्राम तेलियापानी की तीतरी बाई बैगा और पति बुध सिंह बैगा, और ग्राम तेलियापानी की ही बाली बाई बैगा,पति सोनू राम बैगा कुल छः बैगा सदस्य है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विशेष निमंत्रण पर दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मिलित होने का गौरव प्राप्त होगा।
राष्ट्रपति से मुलाकात और विशेष रात्रि भोज का अवसर :
कबीरधाम जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा परिवारों को दिल्ली प्रवास के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ आयोजित विशेष रात्रि भोज में सम्मिलित होने का भी सम्मान प्राप्त होगा। इन परिवारों को इसके अलावा, ये परिवार प्रधानमंत्री आवास, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन और भी अन्य ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।
बैगा परिवारों ने भावुक होकर बोले यह सपना सच होने जैसा है :
दिल्ली जाने की खबर से इन परिवारों में उत्साह और गर्व का माहौल है। जगतिन बाई बैगा ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हमें राष्ट्रपति से मिलने का मौका मिलेगा। पहले हमारे गांव में अंधेरा था, लेकिन अब सौर ऊर्जा की वजह से हमारे घर रोशन हैं। यह मुख्यमंत्री और क्रेडा विभाग की बदौलत संभव हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर अडानी समूह के चेयरमैन ने किया बड़ा ऐलान
शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अगले चार वर्षों में सीएसआर से 10 हजार करोड़ का निवेश
छत्तीसगढ़ में औद्योगिक और सामाजिक विकास को मिलेगी नई रफ्तार
रायपुर /शौर्यपथ/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मशहूर उद्योगपति श्री गौतम अडानी ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री साय ने उन्हें स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित शाल और नंदी भेंटकर छत्तीसगढ़ में उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री साय से मुलाकात के दौरान श्री अडानी ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा और सीमेंट के क्षेत्र में 65 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि निवेश किए जाने की घोषणा की। श्री अडानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के रायपुर, कोरबा और रायगढ़ में अडानी समूह अपने पावर प्लांट्स के विस्तार के लिए 60 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इन परियोजनाओं के माध्यम से राज्य की विद्युत उत्पादन क्षमता में 6,120 मेगावाट की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी होगी।
चेयरमैन श्री अडानी ने आगे बताया कि अडानी समूह राज्य में सीमेंट प्लांट्स के विकास और विस्तार के लिए भी 5,000 करोड़ का निवेश करेगा। यह कदम राज्य के औद्योगिक विकास को मजबूती देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए अडानी समूह 10 हजार करोड़ रुपए का करेगा निवेश
मुख्यमंत्री श्री साय को श्री अडानी ने बताया कि अडानी फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अगले चार वर्षों में 10 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। यह पहल राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अडानी समूह के पहल की सराहना की
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अडानी समूह के इस पहल की सराहना करते हुए इसे छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि यह निवेश न केवल छत्तीसगढ़ की आर्थिक और औद्योगिक स्थिति को सुदृढ़ करेगा, बल्कि इसे देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
दुर्ग//शौर्यपथ/नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत बैगापारा निवासी कृष्णा यादव पिता सीताराम यादव उम्र 53 वर्ष की खुशी का ठिकाना नही रहा।पूरा हो चुके खुद के पीएम आवास में उन्होंने पूरे परिवार के साथ कदम रखा तो खुशी के कारण आंखों में आंसू आने लगे।उन्होंने बताया कि जिंदगी भर कवेलू के मकान में रहें है।कृष्णा यादव ने प्रधानमंत्री आवास के तहत अपना खुद का पक्का सुंदर आशियाना बनवा लिया।उन्होंने सफलता की कहानी बताई. कृष्णा यादव पिता सीताराम यादव उम्र 53 वर्ष निवास बैगापारा ने बताया कि मेरी अपंगता 75% है।उन्होंने बताया कि अपने झोपड़ी में जैसे तैसे अपने परिवार के साथ में आज तक निवास कर रहा था।
गरीबी और शरीर की लाचारी से तंग आकर मैं हिम्मत हार चुका था, मेरा एक पैर पूरी तरह से शून्य है. ऐसी तंगी हालत में कच्चे मकान में रहना बहुत ही दुखद प्रतीत होता था,शरीर की लाचारी, पैसे की तंगी, परिवार की जिम्मेदारी, भाई की मजदूरी ऊपर से कच्चा मकान बारिश की दिनों में रहना दूभर हो गया था!छानी वाला खप्पर का मकान होने की वजह से हर साल रिपेयरिंग करवाने का का झंझट के लिए अपनी लाचारी एवं मज़बूरी पर आंसू बहाया करता था! खप्पर वाले मकान में बारिश के दिनों में पानी टपकता रहता था इस स्थिति में परिवार के साथ में रहना मज़बूरी थी ,गाहे बगाहे में हमेशा अपनी किस्मत को कोषता था।
मुझे पान ठेले में किसी मित्र ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाया जा सकता है, फिर कुछ मोहल्ले के दोस्तों ने भी मुझे इस बात का जिक्र किया,पता करते करते वार्ड के पार्षद से मुलाकात कर जानकारी लिया कि किस तरह से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाया जा सकता है।पता करते-करते डाटा सेंटर नगर निगम कार्यालय पहुचा वहां के अधिकारी कर्मचारियों ने मेरी मदद की और मुझे एक-एक कर सारे दस्तावेज एवं आवश्यक कार्रवाई के बारे में जानकारी दिया।
जैसे-जैसे मुझे बताया गया मैं उसे तरह से सारे दस्तावेज भरकर दे दिया, संबंधित इंजीनियरों ने मेरे घर का निरीक्षण किया तथा समय-समय पर मुझे मार्गदर्शन करते रहे, अधिकारियो के साथ निरीक्षण कर मुझे राशि मेरे खाते में डलवाते गए और मकान बनवाता चला गया।इस तरह मेरा मकान बनकर तैयार हो गया,मैं कभी सपने में नहीं सोचा था कि मेरा पक्का मकान होगा जो मेरे बाप दादा नहीं बनवा सके उसे आज सरकार ने बनवा दिया,मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी का बहुत-बहुत शुक्रगुजार हूं जिनके सहयोग से मुझे एक पक्का ओर सुंदर मकान मिल गया।कलेक्टर एवं निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी एवं आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा कि इस योजना से बहुतों के कच्चे मकान एवं मिट्टी के घरों में रहने वाले लोगों का सपना पूरा हुआ है। योजना से लोगों के जीवन में बदलाव देखा जा सकता है जो आज इस योजना से सभी खुश नजर आ रहे है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में हुए शामिल : मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों का किया सम्मान
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के चौबे कॉलोनी में आयोजित तीन दिवसीय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने इस महती अधिवेशन के सफल आयोजन के लिए 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया और समाज के लिए उनके योगदान की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री साय ने मराठी समाज के पुरोधाओं को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच अटूट रिश्ता है और दोनों के सांस्कृतिक संबंधों में यह बात झलकती है। पड़ोसी राज्य होने के कारण यह जुड़ाव अधिक सहज भी है। श्री साय ने सीपी बरार के दौर का जिक्र करते हुए कहा की उस दौर में दोनों क्षेत्र की राजधानी नागपुर हुआ करती थी और जनप्रतिनिधि मनोनीत होते थे। मेरे दादा स्वर्गीय बुद्धनाथ साय मनोनीत विधायक थे और महाराष्ट्र से सहज जुड़ाव मेरी स्मृतियों में है। श्री साय ने अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के संस्थापक बालासाहेब देशपांडे सहित मराठी समाज के मूर्धन्यों का पुण्य स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि श्री देशपांडे ने जो संकल्प लिया था, आजीवन उसी रास्ते पर चले। आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन पिछले साल भगवान रामलला अपने मंदिर में विराजे थे। उन्होंने सभी को इस पावन दिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस पवित्र दिन आपके अधिवेशन की शुरुआत हुई है, निश्चित रूप से यह अपने उद्देश्यों में सफल होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मराठा मंडल के वार्षिक अधिवेशन की स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल के सेवाभावी लोगों का शिक्षा सहित जनसेवा के अन्य क्षेत्रों में विशेष योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहित्य, कला, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण सहित अलग-अलग क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने वाले प्रतिभावान लोगों को इस मंच से सम्मानित कर हम खुद को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का मेल, भाईचारा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव हमें एकजुट रहकर समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। सनातन धर्म की रक्षा में छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमारी सरकार सभी वर्ग के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ नई औद्योगिक नीति से सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास से हम विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर हैं। छत्तीसगढ़ी संस्कृति के साथ ही पड़ोसी राज्यों की परंपराएं और संस्कृति को जानने के लिए इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए।
इस अवसर पर विधायक राजेश मूणत, विधायक सुनील सोनी, विधायक मोतीलाल साहू, बृहन्महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष मिलिंद महाजन, रायपुर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले, डॉ. रामप्रताप सिंह और डॉ. सुनील किरवई सहित समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने की रायपुर में शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए भूमि प्रदान करने की घोषणा
मुख्यमंत्री अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में हुए शामिल
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के विधानसभा रोड स्थित एक निजी होटल में आयोजित अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि शौण्डिक समाज का समृद्धिशाली इतिहास रहा है। शौण्डिक समाज के लोग व्यापार और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देकर देश की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के सामाजिक भवन के लिए राजधानी रायपुर में भूमि प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने शौण्डिक समाज की पत्रिका छत्तीसगढ़ शौण्डिक समाचार का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है।पिछले साल इसी तिथि को अयोध्याधाम में भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजे थे। छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ और अखिल भारतीय शौण्डिक राष्ट्रीय सम्मेलन सह सम्मान समारोह में देश भर से और विदेशों से भी छत्तीसगढ़ की धरती पर आए शौण्डिक समाज के प्रतिनिधियों का अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शौण्डिक समाज ने अपनी उद्यमशीलता और कर्मठता से देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। आज यहां विदेशों से भी प्रतिनिधि पहुंचे हैं वो इस बात का प्रमाण है कि दुनिया के हर कोने में आपने अपनी प्रतिभा की धाक जमाई है। अभी हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि दुनिया का ऐसा कोई कोना नहीं, जहां प्रवासी भारतीय समुदाय नहीं फैला हो।आज शौण्डिक समाज के सम्मेलन में जुटे इतने सारे प्रतिनिधियों को देखकर प्रधानमंत्री जी की कही बात यहां सार्थक प्रतीत होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने निर्माण के 25वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। राज्य तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। पिछले 1 साल में हमने प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की अधिकांश बातों को पूरा किया है। सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में हमने 18 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास देने का निर्णय लिया। कल केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। उन्होंने 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत में फिर इतने ही आवास दिए जाने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल की कीमत पर धान खरीद रही है। हमारी सरकार ने 2 साल का बकाया बोनस किसानों को दिया है। साथ ही 70 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने की शुरुआत में ₹1000 की राशि महतारी वंदन योजना के तहत दी जा रही है। रामलला दर्शन योजना का अभी तक 20 हजार रामभक्त लाभ ले चुके हैं। सरकार बनने से पहले हमने कहा था कि पीएससी में हुई गड़बड़ी से छात्रों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हुआ है हम उसकी जांच कराएंगे। सीबीआई पीएससी परीक्षाओं की जांच कर रही है। भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। जो भी दोषी है उसपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमें भी छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में खड़ा करना है। छत्तीसगढ़ एक बहुत संपन्न प्रदेश है। यहां खनिज संसाधन से लेकर वन संपदा भरी पड़ी है। साथ ही यहां मेहनतकश किसान हैं। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में आप सभी का योगदान बहुत जरूरी है। हमने प्रदेश में नई औद्योगिक नीति 2024-2030 लागू की है। नई नीति के माध्यम से छत्तीसगढ़ में उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है। दिल्ली में हुई इन्वेस्टर समिट में आए उद्योगपतियों द्वारा छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति की बहुत सराहना की गई। इस नीति में हमने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिलाओं को प्राथमिकता दी है। हम सिंगल विंडो 2.0 का लाभ दे रहे हैं। शौण्डिक समाज से मैं अपील करता हूं कि आप सभी इसका लाभ उठाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रोजगार और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति भी हमने लागू की है, जिसके तहत शिक्षा को रोजगार से जोड़ा गया है। साथ ही हम स्थानीय भाषा में भी शिक्षा दे रहे हैं। दिल्ली के ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है। जो बच्चे देश की राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उनको यह लाभ मिलेगा। हर जिले में हम नालंदा परिसर बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि शौण्डिक समाज मजबूती के साथ समाज में अपनी भागीदारी निभा रहा है। शौण्डिक समाज में एकजुटता है। संगठित समाज ही आगे बढ़ता है, उसी की आवाज दूर तक जाती है। आगे बढ़ने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। मैं यह अपील करना चाहूंगा कि आप सभी बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। साथ ही शौण्डिक समाज सामूहिक विवाह का आयोजन भी करे। आप सभी समाज की प्रगति में लगे हुए हैं, यह बहुत खुशी की बात है। छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने में आप सभी का योगदान बहुमूल्य है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हो रहा है। छत्तीसगढ़ के किसानों को 3100 रुपया प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिया जा रहा। शौण्डिक समाज कृषि से भी जुड़ा है। शौण्डिक समाज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे हैं। मैं आप सभी का छत्तीसगढ़ की धरती पर स्वागत करता हूं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश शौण्डिक समाज के अध्यक्ष शिवरतन प्रसाद गुप्ता, संयोजक श्याम गुप्ता, हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद, प्रकाश गुप्ता, सुरेश गुप्ता सहित अखिल भारतीय शौण्डिक समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में किसानों को मिल रहा धान का सर्वाधिक मूल्य : राज्य में खेती का रकबा बढ़ने के साथ ही किसानों की में भी हुई है वृद्धि - मुख्यमंत्री साय
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनेगी धान के कटोरे की पहचान: मुख्यमंत्री
इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट 2025 में शामिल हुए। इस कार्यक्रम से केन्द्रीय खाद्य एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व केन्द्र सरकार ने देश के किसानों के मान एवं सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए किसान हित में फैसले लिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में भरपूर मात्रा में धान होता है। यहां के चावल का वैल्यू एडिशन और ब्राडिंग कर इसे दुनिया के बाजारों में पहुंचाने की जरूरत है। इससे किसानों और व्यापारियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने किसानों को उन्नत कृषि को अपनाने और पानी की कम खपत वाली फसल लेने की अपील की।
केन्द्रीय मंत्री गोयल ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर किसानों की बेहतरी तथा छत्तीसगढ़ राज्य के तरक्की के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स द्वारा इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट के आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पोषणयुक्त चावल के उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि किसानों को उनके उत्पादों की अच्छी कीमत मिले। छत्तीसगढ़ में राईस मिलर्स प्रमोटर्स का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ-साथ प्रदेश के समृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इंडिया इंटरनेशनल राईस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि आज के ही दिन अयोध्या धाम मंदिर में भगवान श्री रामलला विराजे थे। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान श्री राम का ननिहाल है। रामलला के विराजमान होने की प्रथम वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश और देश की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि धान के कटोरे छत्तीसगढ़ राज्य में इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट का आयोजन छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि धान से छत्तीसगढ़ की पहचान पूरे देश में है। अब हमें इस पहचान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाना है। हमारे यहां धान की जितनी प्रजातियां हैं उतनी अन्य कहीं नही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक किसान-पुत्र हूँ। मैंने खुद अपने हाथों से हल चलाया है। मुझे खेती का अच्छा अनुभव है। इसलिए मैं ये कह सकता हूँ कि हमारे प्रदेश के गांवों में धान की इतनी प्रजातियां हैं, जिनके नाम भी सभी लोगों को नहीं मालूम होगा। जब देश आजाद हुआ उस समय मेरे दादाजी मनोनीत विधायक थे, मगर खेती से हमेशा उनका जुड़ाव रहा। वे जो धान लगाते थे, वह धान इतना खुशबूदार था कि पूरा खेत महकता था। जिस घर में चावल पकता था उसके पास से गुज़रने वालों को सुगन्ध से पता चल जाता था कि चावल बन रहा है। छत्तीसगढ़ की ऐसी प्रजातियों को सामने लाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम अपने किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य दे रहे हैं। इस वजह से राज्य में खेती का रकबा तो बढ़ा ही है, साथ ही किसानों की संख्या भी बढ़ी है। जहां पहले 24 लाख किसान पंजीकृत थे वहां अब 27 लाख से अधिक किसानों का पंजीयन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की फसल में कम मेहनत में अच्छा फायदा किसानों को मिलता है। छत्तीसगढ़ के चावल को विदेशों को निर्यात किया जाना चाहिए। मैं निर्यातको से अपील करता हूं कि वे यहां के धान की किस्मों की जानकारी लेकर धान की निर्यात को प्रोत्साहन दे जिससे राज्य के किसान लाभान्वित हो।
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के हित में काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही मदद और उनके हित में लिए गए फैसलों से खेती में समृद्धि और किसान खुशहाली आई है। राज्य से चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मंडी शुल्क पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। किसानों की बेहतरी के लिए हम छत्तीसगढ़ को ओपन मार्केट बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने राईस मिल प्रमोटर्स से किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम दिलाने का अपील की।
कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंदेल, एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव, आलोक बिसारिया, छत्तीसगढ़ राईस मिलर्स प्रमोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश जैन सहित राईस मिलर्स एवं देश के प्रतिष्ठित स्टेक होल्डर्स उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वामी विवेकानंद जी की 12 जनवरी को जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी ने अपने उपदेशों और ओजस्वी व्याख्यानों से देश-दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया। उनके विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी है। युवाओं के लिए विवेकानंद जी प्रेरणा के बहुत बड़े स्त्रोत हैं। यह छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी का कुछ समय रायपुर में बीता। स्वामी जी से जुड़ी स्मृतियां राजधानी रायपुर को एक विशेष पहचान देती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी के दार्शनिक और वैचारिक जीवन मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में हुए शामिल:मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों का किया सम्मान
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के चौबे कॉलोनी में आयोजित तीन दिवसीय बृहन्महाराष्ट्र मंडल के 73वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने इस महती अधिवेशन के सफल आयोजन के लिए 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले मराठी समाज से जुड़े प्रबुद्ध जनों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया और समाज के लिए उनके योगदान की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने मराठी समाज के पुरोधाओं को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच अटूट रिश्ता है और दोनों के सांस्कृतिक संबंधों में यह बात झलकती है। पड़ोसी राज्य होने के कारण यह जुड़ाव अधिक सहज भी है। श्री साय ने सीपी बरार के दौर का जिक्र करते हुए कहा की उस दौर में दोनों क्षेत्र की राजधानी नागपुर हुआ करती थी और जनप्रतिनिधि मनोनीत होते थे। मेरे दादा स्वर्गीय बुद्धनाथ साय मनोनीत विधायक थे और महाराष्ट्र से सहज जुड़ाव मेरी स्मृतियों में है। श्री साय ने अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के संस्थापक बालासाहेब देशपांडे सहित मराठी समाज के मूर्धन्यों का पुण्य स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि श्री देशपांडे ने जो संकल्प लिया था, आजीवन उसी रास्ते पर चले। आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रयोदशी तिथि के अनुसार आज ही के दिन पिछले साल भगवान राममला अपने मंदिर में विराजे थे। उन्होंने सभी को इस पावन दिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस पवित्र दिन आपके अधिवेशन की शुरुआत हुई है, निश्चित रूप से यह अपने उद्देश्यों में सफल होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मराठा मंडल के वार्षिक अधिवेशन की स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र मंडल के सेवाभावी लोगों का शिक्षा सहित जनसेवा के अन्य क्षेत्रों में विशेष योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहित्य, कला, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण सहित अलग-अलग क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने वाले प्रतिभावान लोगों को इस मंच से सम्मानित कर हम खुद को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का मेल, भाईचारा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव हमें एकजुट रहकर समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। सनातन धर्म की रक्षा में छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमारी सरकार सभी वर्ग के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ नई औद्योगिक नीति से सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास से हम विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर हैं। छत्तीसगढ़ी संस्कृति के साथ ही पड़ोसी राज्यों की परंपराएं और संस्कृति को जानने के लिए इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए।
इस अवसर पर विधायक श्री राजेश मूणत, विधायक श्री सुनील सोनी, विधायक श्री मोतीलाल साहू, बृहन्महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष श्री मिलिंद महाजन, रायपुर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष श्री अजय काले, डॉ. रामप्रताप सिंह और डॉ. सुनील किरवई सहित समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
स्वच्छता को लेकर जनमानस में आई है व्यापक चेतना: मुख्यमंत्री
स्वच्छता अभियान को मिली नई गति: छत्तीसगढ़ ओडीएफ प्लस राज्य बनने की ओर है अग्रसर
मुख्यमंत्री ने 10 डी-स्लज वाहनों को दिखाई हरी झंडी: सरपंच और सचिवों को डी-स्लज वाहनों की सौंपी चाबी
रायपुर/शौर्यपथ / हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत जिस उद्देश्य के साथ की थी, वह छत्तीसगढ़ में अब साकार हो रहा है। स्वच्छता को लेकर जनमानस में व्यापक चेतना आई है और करोड़ों परिवारों में शौचालयों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और इच्छा शक्ति से यह संभव हो पाया है।हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वच्छ एवं विकसित राष्ट्र का संकल्प छत्तीसगढ़वासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारा प्रदेश हर दिन नये पड़ावों को पार करता हुआ छत्तीसगढ़ को ओडीएफ प्लस मॉडल राज्य बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह सिर्फ एक लक्ष्य नहीं है स्वच्छता की जीवन शैली है, जिससे हमारा विकास होगा, देश का विकास होगा। अब तक हमारे प्रदेश के 5 जिले, 58 विकासखंड और 16 हजार से अधिक गांव ओडीएफ प्लस मॉडल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने और स्वच्छता को बढ़ाने के उद्देश्य से आज अपने निवास परिसर से 10 डी-स्लज वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत किए गए पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के 10 विभिन्न जिलों के ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिवों को डी-स्लज वाहनों की चाबी और दस्तावेज सौंपे। उल्लेखनीय है कि इन वाहनों का उपयोग गांवों में घरों से मल निकालने और उसे सुरक्षित तरीके से निपटाने के लिए किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह पहल स्वच्छता और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। उन्होंने जनता से भी स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किए जा रहे हैं, जो मल-मूत्र प्रबंधन को सुदृढ़ करेंगे और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि इस नई पहल के तहत राज्य सरकार स्वच्छता अभियानों को और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गांव के विकास में सरपंच की भूमिका अहम, मुख्यमंत्री ने बताया अपना अनुभव
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि गांव के विकास में सरपंच की भूमिका सबसे अहम है। मैं पहले पंच रहा, फिर अच्छा काम करने की वजह से मुझे निर्विरोध सरपंच भी चुना गया। उन्होंने कहा कि यह बताने की वजह सिर्फ एक ही है कि ग्राम पंचायत विकास की सबसे प्राथमिक कड़ी है और पंच तथा सरपंच यदि अपने अधिकार और जिम्मेदारियों के प्रति सजग होंगे तो गांव की तस्वीर बदलने में समय नहीं लगेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार स्वच्छता को व्यापक रूप से लागू करने के लिए लगातार प्रयासरत है। डी-स्लज वाहनों के मिलने से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने डी स्लज वाहनों की आवश्यकता और उपयोगिता पर भी उन्होंने अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) शासन का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और छत्तीसगढ़ स्वच्छता कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहा हैं। मिशन के फेज 1 में प्रदेश ने 32 लाख से भी अधिक शौचालयों का निर्माण कर राष्ट्रीय लक्ष्य को समय पूर्व प्राप्त कर खुले में शौचमुक्त राज्य होने का कीर्तिमान रचा। मिशन के फेज- 02 में ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल राज्य के तौर पर स्थापित होने के क्रम में प्रदेश के 05 जिले दुर्ग, कबीरधाम, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, जांजगीर-चांपा एवं धमतरी जिले के 57 विकासखंड तथा 16 हजार से अधिक गांव ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल हो चुके हैं। इसी कड़ी में शौचालयों से निकलने वाले मल के सही निपटान के उद्देश्य के साथ प्रदेश के सभी जिलों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इन फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट में आसपास के गांवों के सेप्टिक टैंक से निकलने वाले मल को उपचारित किया जाएगा। सेप्टिक टैंक भरने पर संबंधित परिवार या संस्थान इन प्लांट से संपर्क कर टैंक खाली करने के लिए डी-स्लज वाहन बुलवाएंगे, जिसके लिए दूरी के आधार पर उचित उपभोक्ता शुल्क का निर्धारण किया जावेगा। वर्तमान में प्रदेश मे 19 फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण हो चुका है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्राम पंचायत बिरकोनी जिला महासमुन्द, ग्राम पंचायत टेमरी जिला रायपुर, ग्राम पंचायत सारंगपुर कला जिला कबीरधाम, ग्राम पंचायत गम्हरिया जिला जशपुर, ग्राम पंचायत कोतरी जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़, ग्राम पंचायत लगरा जिला जांजगीर-चांपा, ग्राम पंचायत परसदा वेद जिला बिलासपुर, ग्राम पंचायत रूदा जिला बालोद, ग्राम पंचायत झझपुरी कला जिला मुंगेली, ग्राम पंचायत पथरिया जिला दुर्ग को डी स्लज वाहन हस्तांतरित किया। इस अवसर पर विधायक गुरु खुशवंत साहेब, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, मिशन संचालक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) श्रीमती जयश्री जैन, आईसीआईसीआई बैंक के स्टेट हेड श्री विवेकानंद दुबे, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दी जानकारी
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 11,65,315 घर बनाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आभार व्यक्त किया
रायपुर/शौर्यपथ /केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को 3 लाख 3 हजार 384 अतिरिक्त आवासों की मंजूरी दी गई है। केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ को तीन लाख तीन हजार 384 अतिरिक्त प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास स्वीकृति की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ के आवासहीनों के हित में लिए गए इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
श्री शिवराज सिंह ने पत्र में बताया कि इस अतिरिक्त मंजूरी को मिलाकर अब वित्तीय वर्ष 2024 -25 में छत्तीसगढ़ को कुल 11 लाख 65 हजार 315 प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास समग्र विकास का लक्ष्य दिया गया है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1 अप्रैल 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को लागू किया है। इस योजना का उद्देश्य सुविधाओं के साथ पक्के घरों के निर्माण के लिए पात्र ग्रामीण परिवारों को सहायता प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त 2024 को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती आवास की आवश्यकता को पूरा करने के लिए दो करोड़ अतिरिक्त आवासों के निर्माण की योजना को मार्च 2029 तक जारी रखने की मंजूरी दी गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2024 -25 में सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना 2011 आधारित स्थाई प्रतीक्षा सूची और आवास प्लस 2018 सर्वेक्षण सूची से छत्तीसगढ़ को 8,61 931 घरों का लक्ष्य आवंटित किया गया था। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2024 -25 के दौरान छत्तीसगढ़ के लिए अंतिम आवास प्लस 2018 सर्वेक्षण सूची से 3,03,384 घरों के अतिरिक्त लक्ष्य आवंटित किया गया है। यह देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सभी के लिए आवास की भारत सरकार की प्रतिबद्धता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। श्री शिवराज सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य को 2024 में अब 11,65 315 घरों का समग्र लक्ष्य आवंटित किया गया है।