![whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg](/images/2020/06/04/whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg)
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर शौर्यपथ
रायपुर में कालीबाड़ी और पंडरी स्थित सरकारी जिला अस्पतालों में नियमित सेवाएं रोगियों को प्रदान हो रही हैं|
जिला अस्पताल (मातृ एवं शिशु), कालीबाड़ी और जिला अस्पताल, पंडरी के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी/आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) और अंतर रोगी विभाग (आईपीडी/इन पेशेंट डिपार्टमेंट) में सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए नियमित रूप से सेवाएं प्रदान की जा रही है ।
इसकी जानकारी देते हुए अस्पताल सलाहकार नीरज कुमार ओझा ने बताया इन दोनों अस्पतालों में फरवरी में ओ पी डी में 20,369 और मार्च माह में 16,096 में रोगी देखे गए जबकि अप्रैल में 8599 रोगियों का उपचार किया गया । वहीं अंतर रोगी विभाग में फरवरी में 790, मार्च में 692 और अप्रैल में 808 रोगियों का ईलाज किया गया । यह सब रोगी गैर-कोविड-19 श्रेणी के थे|
इनमें से जिला चिकित्सालय, पंडरी में 14355 रोगियों को और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य जिला चिकित्सालय, कालीबाड़ी में 6014 रोगियों को ईलाज प्रदान किया गया ।
मार्च माह में कुल 16096 ओ पी डी में रोगियों को ईलाज प्रदान किया गया जिसमें जिला चिकित्सालय, पंडरी में 10927 रोगियों और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य जिला चिकित्सालय कालीबाड़ी में 5169 रोगियों ने चिकित्सकों से सलाह ली ।
वहीं अप्रैल में कुल 8599 ओ पी डी रोगियों का इलाज हुआ जिसमें जिला चिकित्सालय, पंडरी में 5643और ला चिकित्सालय कालीबाड़ी में 2956 रोगियों को ईलाज प्रदान किया गया ।
अंतर रोगी विभाग (आईपीडी)
गैर कोविड-19 श्रेणी में अंतर रोगी विभाग (आईपीडी) में फरवरी में कुल 790 का ईलाज किया गया । जिसमें जिला चिकित्सालय, पंडरी में 210 कालीबाड़ी में 580 रोगियों का उपचार हुआ।
इसी तरह माह में कुल 692 अंतर रोगियों का ईलाज किया गया जिसमें पंडरी अस्पताल में 108 और कालीबाड़ी में 584 का उपचार हुआ ।
वहीं अप्रैल में कुल 808 अंतर रोगियों का ईलाज किया गया जिसमें पंडरी में 183 और कालीबाड़ी चिकित्सालय में 625 रोगियों का ईलाज किया गया ।
लॉकडाउन को देखते हुए टेलीमेडिसिन और टेली-काउंसलिंग का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है। इसके अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर 104 का उपयोग गैर-कोविड आवश्यक सेवाओं के शिकायत निवारण के लिए भी किया जा रहा है
रायपुर शौर्यपथ
राज्य में चिन्हित कोविड हॉस्पिटल, आइसोलेशन सेंटर और कोविड सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को कोविड संक्रमण की संभावना को कम करने और उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन के लियें नई समयावधि को लागू किया गया है ।
एक आदेश के अनुसार राज्य में चिन्हित कोविड-19 हॉस्पिटल और आईसोलेशन सेंटर में कार्यरत चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ,, पैरामेडिकल स्टाफ, और अन्य सेवा वर्गों के लोग जो संक्रमित मरीजों के सीधे संपर्क में आते हैं उनकी ड्यूटी रोस्टर सिस्टम को 10 से 14 दिन निर्धारित किया जाएगा और ड्यूटी के बाद 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा ।
स्वास्थ्य सचिव सुश्री निहारिका बारिक सिंह ने सभी जिला कलेक्टर, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता और राज्य के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को एक पत्र में कहा गया है राज्य में कोविड-19 के सैंपल कलेक्शन की टीम, 108 के तहत राज्य में जारी परिवहन सेवा में कार्यरत लोगों , कांटेक्ट ट्रासिंग टीम, एक्टिव सर्विलेंस टीम, जो मरीजों से सीधे संपर्क में आए हो उनके कार्य दिवस को भी निर्धारित कर उनको 14 दिन के लियें क्वॉरेंटाइन अवधि में रखा जाएगा ।
पत्र में यह भी कहा गया है जिन चिकित्सालयों या ऐसे स्थान जहां पर संक्रमित मरीज नहीं पाए गए हैं उन स्थानों पर कार्यरत मानव संसाधन को क्वॉरेंटाइन में रखे जाने की आवश्यकता नहीं है। वह अपना कार्य नियमित रूप से पूर्व की तरह ही करते रहेंगे ।
पत्र में क्वॉरेंटाइन अवधि में अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक सुविधाएं सेंटर में उपलब्ध कराने की सुनिश्चित करने को भी कहा गया है ।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 14 अप्रैल 2020 को ड्यूटी रोस्टर सिस्टम और 11 मई 2020 को विभाग द्वारा आइसोलेशन सेंटर के लिए गाइडलाइन जारी की गई थी ।
धमतरी/नगरी/शौर्यपथ
भाजपा बेलर मंडल नगरी के महामंत्री मनोहर मानिकपुरी ने प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार द्वारा किसानों के धान की अंतरराशि की पहली किश्त जारी किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों के धान खरीदी का वादा किया था ।लेकिन सरकार बनने के बाद अब उस राशि को चार किश्तों में देने की बात कर रही है, आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर न्याय योजना बनाकर किसानों के साथ अन्याय कर रही है और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अपमान भी प्रदेश सरकार कर रही है। प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रति एकड़ दस हजार रुपए अंतरराशि किसानों को प्रदान करेगी किंतु एक एकड़ में 14 क्विंटल 80 किलो की मात्रा खरीदी गई जिसका 685 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से एक एकड़ में दस हजार रुपये से अधिक की राशि बनती है लेकिन किसानों को उनकी मेहनत की कम राशि देकर सरकार मेहनतकश किसानों पर कोरोना टैक्स लगा रही है। सरकार ने पूर्व में दो किश्तों में अंतरराशि देने का निर्णय लिया था अब चार किश्तों में देने की बात कह रही है सरकार आज पहली किश्त जारी कर रही है लेकिन शेष राशि को कब तक किसानों को देगी इस पर अनिश्चितता बनी हुई है जिससे इस संकटकाल में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरना स्वाभाविक है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर प्रदेश की जनता की छाती पर कुठाराघात कर रही है। महिलाओं ने बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस को समर्थन दिया था लेकिन शराबबंदी न कर सरकार मातृशक्तियों के साथ छल कर रही है इसी प्रकार बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही लेकिन आज तक किसी भी बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिली है। सीधे शब्दों में कहें तो प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ की मेहनतकश जनता के साथ वादा खिलाफी कर रही है जिसका भाजपा मुखरता के साथ विरोध करेगी और किसानों के अधिकारों के साथ खड़ी रहेगी।
रायपुर/राजिम/शौर्यपथ
अजय देवांगन
जिला पंचायत सदस्य एवं कृषक सेवा सहकारी समिति राजिम के अध्यक्ष भाजपा नेता चंद्रशेखर साहू ने आज प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार द्वारा किसानों के धान की अंतरराशि की पहली किश्त जारी किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों के धान खरीदी का वादा किया था लेकिन सरकार बनने के बाद अब उस राशि को चार किश्तों में देने की बात कर रही है, आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर न्याय योजना बनाकर किसानों के साथ अन्याय कर रही है और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अपमान भी प्रदेश सरकार कर रही है। प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रति एकड़ दस हजार रुपए अंतरराशि किसानों को प्रदान करेगी किंतु एक एकड़ में 14 क्विंटल 80 किलो की मात्रा खरीदी गई जिसका 685 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से एक एकड़ में दस हजार रुपये से अधिक की राशि बनती है लेकिन किसानों को उनकी मेहनत की कम राशि देकर सरकार मेहनतकश किसानों पर कोरोना टैक्स लगा रही है। सरकार ने पूर्व में दो किश्तों में अंतरराशि देने का निर्णय लिया था अब चार किश्तों में देने की बात कह रही है सरकार आज पहली किश्त जारी कर रही है लेकिन शेष राशि को कब तक किसानों को देगी इस पर अनिश्चितता बनी हुई है जिससे इस संकटकाल में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरना स्वाभाविक है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर प्रदेश की जनता की छाती पर कुठाराघात कर रही है। महिलाओं ने बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस को समर्थन दिया था लेकिन शराबबंदी न कर सरकार मातृशक्तियों के साथ छल कर रही है इसी प्रकार बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही लेकिन आज तक किसी भी बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिली है। सीधे शब्दों में कहें तो प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ की मेहनतकश जनता के साथ वादाखिलाफी कर रही है जिसका भाजपा मुखरता के साथ विरोध करेगी और किसानों के अधिकारों के साथ खड़ी रहेगी।
भिलाई / शौर्यपथ / आगजनी के चलते हुई मजदूर की मौत के मामले में भिलाई-3 पुलिस ने जांच के बाद श्री श्याम केमिकल फैक्ट्री के मालिक कमल सेन उर्फ कमल चौहान के खिलाफ अपराध कायम कर लिया है। पुलिस जांच में असुरक्षा और लापरवाहीपूर्वक मजदूरों से काम लिए जाने की बात ही साबित हुई है। इस मामले में अग्रदूत ने खबरों के जरिए फैक्ट्री मालिक की लापवाही को उजागर किया था।
हथखोज के भारी औद्योगिक क्षेत्र स्थित श्री श्याम केमिकल में 28 अप्रैल को भीषण आगजनी हुई थी। इस घटना में पचपेड़ी भिलाई तीन निवासी गोपेन्द्र देशलहरे पिता ईश्वरलाल (33 वर्ष) एवं मुकेश निषाद फैक्ट्री में काम करते समय बुरी तरीके से झुलस गए। दोनों को सेक्टर 9 अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। जहां 3 मई को गोपेन्द्र देशलहरे की इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस मामले में भिलाई-3 पुलिस ने जो जांच की उसमें पाया गया कि जब फैक्ट्री में आग लगी तो मालिक कमल सेन उर्फ कमल चौहान मृतक गोपेन्द्र देशलहरे व घायल मुकेश निषाद से बिना किसी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये काम करा रहा था। इसी आधार पर कमल सेन के खिलाफ धारा 287, 304 ए के तहत अपराध कायम किया गया है। गौरतलब रहे कि श्री श्याम केमिकल में 28 अप्रैल को हुई आगजनी में 3 मई को गोपेन्द्र देशलहरे की मौत के बाद अग्रदूत ने क्रमश: खबर प्रकाशित कर फैक्ट्री मालिक की लापरवाही की ओर शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया था। 15 साल पहले बनी इस फैक्ट्री में समय के साथ पुराने मशीनरी को नहीं बदलने के चलते आगजनी की संभावना को बल मिला था। वहीं आगजनी के बाद उस पर काबू पाने आधनिकतम तकनीक विकसित करने के प्रति भी फैक्ट्री मालिक की अनदेखी मजदूर की मौत का कारण बन गई। मृतक मजदूर का ईएसआई में पंजीयन नहीं था। जबकि ऐसा किया जाना फैक्ट्री मालिक के लिए श्रम कानून के तहत जरुरी था। ईएसआई में पंजीकृत नहीं होने से मृतक गोपेन्द्र देशलहरे के परिजनों को लगभग 10 लाख रुपए मुआवजे से वंचित होना पड़ा। वहीं पत्नी को आजीवन तथा दोनों पुत्रों को 25 साल की उम्र तक पेंशन की पात्रता से भी हाथ धोना पड़ गया।
भिलाई / शौर्यपथ / छावनी थानांतर्गत बैकुण्ठ धाम के पास कल देर शाम हुए पुलिस कर्मियेंा और पुलिस वाहन की 112 गाउ़ी सीजी 03-7082 पर पथराव करने वाले पांच लोगों पर छावनी पुलिस ने धारा 353, 186, 174, 148 लोकसंपत्ति क्षति निवारण अधिनियत 1984 की धारा 3 के तहत आरोपी विशाल मनीष गुप्ता,उदय प्रताप, करण साव, कृष्णा राय के विरूद्ध प्रार्थी सुनिल त्रिपाठी की रिपोर्ट पर इन पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
छावनी थाना टीआई विनय सिंह ने बताया कि पांच लोग जो इस मामले में पकड़े गये हैं, वे लॉकडाउन का उल्लंघन कर मोहल्ले में घूमने से बाज नही आ रही थे, इसी मामले को लेकर जब 112 की टीम द्वारा इनको पहले भी कई बार समझाईश दी गई लेकिन ये नही मानते थीे इसी तरह कल शाम को भी जब 112 पुलिस की टीम थाना समझाईश देने े बााद सख्ती बरती गई तो मनीश सहित उसके साथियों को नागवार गुजरा और इसके कारण ये मनीष और उसके साथियों सहित मोहल्ले वालों द्वारा पुलिस वालों के साथ मारपीट कर पुलिस वाहन में तोडफ़ोड़ किया गया।
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीखक अजय यादव ने इस मामले की जांच की जिम्मेारी सीएसपी छावनी को करने की सौंपी है, इसकी जांच रिपोर्ट सीएसपी द्वारा पांच दिनों में एसपी को दी जायेगी।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / लॉकडाउन में अप्रवासी मजदूरों की बदहाल हालत को दुरूस्त करने के लिए बाघनदी बार्डर में तैनात आईटीबीपी की 38वीं वाहिनी ने सेवाभाव दिखाते हुए मजदूरों की सुध ली है। बार्डर में बड़े पैमाने पर थके-प्यासे पहुंच रहे मजदूरों के प्रति उदारता का परिचय देते हुए आईटीबीपी के जवान पूरी शिद्दत के साथ मदद के लिए सामने आ रहे हैं। आईटीबीपी के मददगार रूख ने मजदूरों की भूख और प्यास को दूर करने का काम किया है। सिविक एक्शन प्लान के तहत 38वीं वाहिनी की ओर से भोजन के पैकेट के साथ-साथ मठा भी मजदूरों को दिया जा रहा है। आईटीबीपी की ओर से मजदूरों को बार्डर में प्रवेश करते ही भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इसके अलावा शारीरिक परेशानी से त्रस्त मजदूरों को चिकित्सकों की सलाह के पश्चात दवाई भी दी जा रही है। इस संबंध में डिप्टी कमांडेंट रंजन कुमार ने कहा कि कमांडेंट नरेन्द्र सिंह के दिशा-निर्देश पर सिविक एक्शन प्लान के तहत मजदूरों को मदद की जा रही है। आईटीबीपी सामाजिक सरोकार से जुड़ते हुए यह प्रयास कर रहा है। इधर बाघनदी बार्डर में आईटीबीपी की ओर से सूखे खाद्य पदार्थ भी दिए जा रहे हैं। मजदूरों की तकलीफ को दूर करने की कोशिश में जुटे आईटीबीपी के आलाधिकारी और अन्य जवान हरसंभव मजदूरों की दशा को सुधारने में मदद कर रहे हैं। आईटीबीपी के इस प्रयास की जमकर सराहना हो रही है। आईटीबीपी 24 घंटे बार्डर में मजदूरों की देखभाल के लिए डटा हुआ है।
धमतरी/नगरी/शौर्यपथ
आज राजीव ग्राम दुगली मे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव द्वारा उनकी प्रतिमा मे माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया इस दौरान पूर्व विधायक माधव सिंह ध्रुव, जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी धमतरी शरद लोहाना, महापौर धमतरी विजय देवांगन , मोहन लालवानी, रिटायर्ड आबकारी अधिकारी एल एल ध्रुव , कांग्रेसी कार्यकर्तागण एवं ग्रामजन सीमित संख्या मे उपस्थित थे
राजनांदगांव / शौर्यपथ / करोना संक्रमण काल के इस वैश्विक संकट में मजदूर साथियों को अपने कार्य क्षेत्र को छोड़कर घर आने की आपाधापी में भूखे-प्यासे मजदूरों की सेवा करने के लिए जिला भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह एवं सांसद संतोष पांडे के आवाहन पर जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव के नेतृत्व में जिला भाजपा द्वारा खाद्यान्न सामग्री के पैकेट प्रवासी मजदूरों को बांटे गए।
महाराष्ट्र सीमा एवं अन्य राज्यों से आने वाले कई मजदूर बसों के द्वारा अन्य जिलों की ओर जा रहे थे, उन्हें रोककर रायपुर नाका के पास राम दरबार के समीप तथा ठाकुरटोला टोल प्लाजा के पास 600 पैकेट का वितरण किया गया। वितरण कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख, संतोष अग्रवाल, सचिन बघेल, रमेश पटेल, भरत वर्मा, रेखा मेश्राम, शोभा सोनी, सावन वर्मा, हीरेन्द्र साहू, रविन्द्र सिंह, शिव वर्मा, राजेश श्यामकर, तरूण लहरबानी, किशुन यदु, सुमित भाटिया, दिनेश गुप्ता, योगेश खत्री, प्रखर श्रीवास्तव, रघुवीर वाधवा, दिनेश गुप्ता, बंटी भाटिया, सुनील साहू, नागेश यादव, चंद्रभान जंघेल, आकाश चोपड़ा, आशुतोष सिंह, जय शर्मा, अरुण शुक्ला, बलवंत साहू, शेखर यादव, मनीष जैन, सरस्वती यादव, अकरम कुरैशी, हकीम खान आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने बताया कि पैकेट वितरण का यह कार्यक्रम अनवरत रूप से मजदूरों के प्रवास तक जारी रहेगा।
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई इस्पात संयंत्र के अत्याधुनिक इकाई स्टील मेल्टिंग शॉप-3 ने कोविड के इस संकटकाल में भी अपनी उत्कृष्टता दिखाई है। एसएमएस-3 के कन्टीन्यूअस कास्ट बिलेट ने विश्व के सबसे बड़े इस्पात उत्पादक देश चीन में आज अच्छी माँग है। विगत माह से भारी मात्रा में सेल-बीएसपी के एसएमएस-3 द्वारा निर्मित बिलेट का निर्यात चीन को किया जा रहा है। कोविड के वर्तमान संकटकाल को अवसर में बदलते हुए सेल-बीएसपी ने भिलाई में निर्मित 150 बाई 150 तथा 105 बाई 105 बिलेट का निर्यात करने में सफलता हासिल की है।
चालीस हजार टन बिलेट का निर्यात आर्डर पूर्ण
विगत दिनों सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-3 द्वारा 150 बाई 150 बिलेट के बीस-बीस हजार टन के दो खेप का निर्यात चीन को किया गया। अब तक इस साईज में 40,000 टन बिलेट का निर्यात आर्डर पूर्ण किया जा चुका है।
बीस हजार टन बिलेट का अतिरिक्त आर्डर प्राप्त
बीएसपी को वर्तमान में पुन: 150 ग् 150 बिलेट के 20,000 टन का अतिरिक्त आर्डर प्राप्त हुआ है, जिसकी आपूर्ति 15 जून, 2020 तक पूर्ण किया जाना है। इस आर्डर के तहत सेल-बीएसपी के एसएमएस-3 द्वारा अब तक सात रैक बिलेट की आपूर्ति की जा चुकी है। यह सम्पूर्ण निर्यात विशाखापट्टनम पोर्ट के माध्यम से किया जा रहा है।
105 बाई 105 बिलेट का नया निर्यात आर्डर
अब हाल ही में सेल-बीएसपी को चीन से 105 बाई 105 बिलेट का नया निर्यात आर्डर प्राप्त हुआ है। इसके तहत इस बिलेट साईज में दस-दस हजार टन के दो एक्सपोर्ट आर्डर की आपूर्ति की जानी है, जिसमें से आज दिनाँक 21 मई, 2020 को बिलेट के पहले खेप को चीन के लिए रवाना किया गया।
विशेष पैकेजिंग की मांँग
चीन से 105 बाई 105 बिलेट के लिए प्राप्त नये निर्यात आर्डर में ग्राहक द्वारा बिलेट के बंडलिंग व पैकेजिंग की विशेष मांँग रखी गई थी। इसके तहत उक्त साईज के छ: बिलेटों को एक साथ बंडलिंग कर पैकेट बनाकर भेजना आवश्यक है। ज्ञात हो कि एसएमएस-3 के पास इस तरह की बंडलिंग की सुविधा नहीं थी। एसएमएस-3 बिरादरी अपने हाथ से इस निर्यात आर्डर को खोना नहीं चाहती थी। अत: इसे बंडल बनाकर भेजने हेतु कांट्रेक्ट देने का त्वरित निर्णय लिया गया।
कांट्रेक्ट हेेतु फास्ट टैऊक प्रक्रिया
विदित हो कि सामान्यत: कांट्रेक्ट की प्रक्रिया में दो से तीन महीने का समय लगता है, परन्तु निर्यात आर्डर को तत्काल पूर्ण करने हेतु इस बंडलिंग कांट्रेक्ट को फास्ट टैऊक में प्रोसेस करते हुए दस दिन में ही कांट्रेक्ट अवार्ड कर दिया गया। इसमें परचेस रिक्विजिशन से लेकर परचेस आर्डर प्लेस करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया मात्र दस दिन में पूरी कर ली गई। इसमें एसएमएस-3 के साथ-साथ कांट्रेक्ट सेल (वक्र्स) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संयंत्र द्वारा लिए गए इस त्वरित निर्णय व कार्रवाई के चलते इस नये निर्यात आर्डर को तेजी से पूरा करने की ओर अग्रसर हो सके।
ऊर्जावान टीम के सदस्य
इस अहम् एक्सपोर्ट आर्डर्स को एसएमएस-3 के मुख्य महाप्रबंधक के भट्टाचार्जी के नेतृत्व में उनकी ऊर्जावान टीम ने पूर्ण करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा। इस टीम के कर्मठ सदस्य हैं महाप्रबंधक प्रभारी (एसएमएस-3) प्रकाश भंगाले, महाप्रबंधक (ऑपरेशन) द्वय श्री अरविन्द कुमार व डी विजिथ, वरिष्ठ प्रबंधक ए के सिंह, उप प्रबंधक विक्रांत, कनिष्ठ अधिकारी बी एस चंदेल तथा डिस्पैच के पाली प्रभारी, वरिष्ठ प्रबंधक एन गिलहरे, कनिष्ठ अधिकारी ए के चौकीकार तथा मास्टर तकनीशियन एस फिलिप्स आदि।
विगत वित्त वर्ष में भी किया निर्यात
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में एसएमएस-3 में उत्पादित कास्ट बिलेट्स का निर्यात प्रारम्भ किया था। एसएमएस-3 द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 8100 टन कास्ट बिलेट्स का निर्यात फिलीपींस को तथा लगभग 800 टन कास्ट बिलेट्स का निर्यात नेपाल को किया गया।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना लोगों के जीवन में लाएगी बदलाव: श्रीमती सोनिया गांधी
छत्तीसगढ़ के किसानों के जीवन में खुशहाली का नया दौर शुरू: श्री भूपेश बघेल
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की हुई शुरूआत
5750 करोड़ की राशि चार किश्तों में किसानों को मिलेगी: पहली किश्त 1500 करोड़ रूपए किसानों के खातों में ऑनलाईन अंतरित
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए योजना का हुआ शुभारंभ
रायपुर /शौर्यपथ / पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.श्री राजीव गांधी के शहादत दिवस पर श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी की विशेष उपस्थिति में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना - राजीव गांधी किसान न्याय योजना का शुभारंभ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों के साथ इस योजना के तहत किसानों को दी जाने वाली 5750 करोड़ रूपए की राशि में से प्रथम किश्त के रूप में 1500 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की। इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए वरिष्ठ नेता श्री मोतीलाल वोरा, सांसद श्री पी.एल. पुनिया, श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित प्रदेश के जिलों से सांसद, विधायक और हितग्राही कृषक शामिल हुए।
शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा संासद श्री राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना संकट की स्थिति को देखते हुए मैंने प्रधानमंत्री जी से आग्रह किया था कि गरीबों को इस वक्त कर्ज की नहीं बल्कि नगद राशि की जरूरत है। इसका बढिय़ा रास्ता छत्तीसगढ़ सरकार ने निकाला है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने किसानों को मदद पहुंचाने के लिए उनके खाते में सीधे राशि दी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ सरकार संकट के समय में, लोगों की मदद कैसे की जा सकती है, इसका देश को रास्ता दिखाया है। चाहे कोरोना संकट हो और कोई भी विपत्ति हम गरीबों का हाथ कभी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमें गरीबों की मदद करने के लिये उनके साथ खड़ा होना पड़ेगा। हमें मामूल है कि राज्य की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, इस हालत में भी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को राहत पहुंचाने हेतु लिया गया यह निर्णय, कोई छोटा काम नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों एवं गरीबों की मदद करने का निर्णय हमने सोच-समझकर लिया है। यह किसी व्यक्ति विशेष का निर्णय नहीं है। यह छत्तीसगढ़ की आवाज है। यह रास्ता छत्तीसगढ़ के लोगों ने ही हमें बताया है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमण्डल के सभी सहयागियों और छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा-राजीव जी की भावना के अनुरूप छत्तीसगढ़ सरकार ने गरीब आदिवासी किसानों की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को सीधे उनके खाते में राशि देने की शुरूआत की गई है। इस योजना के दूसरे चरण में ग्रामीण भूमिहीन मजदूरों को शामिल करने का निर्णय अपने आप में अनोखा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गरीब किसानों को मदद पहुंचाने की अनुकरणीय योजना है। इससे आदिवासियों, ग्रामीणों एवं गरीबों के जीवन में बदलाव आएगा, खुशहाली आएगी। ऐसी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू कर जन-जन तक लाभ पहुंचाना राजीव जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि राजीव जी का यह मानना था कि खेती विकास की पूंजी है। भारत के विकास के लिये किसानों एवं गरीबों को मदद पहुुंचाना जरूरी है। उन्होंने इस क्रांतिकारी योजना के लिये मुख्यमंत्री बघेल की सरकार के साथ ही प्रदेश के गरीबों, किसानों एवं मजदूरों को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की मूलभावना हमारे लिये मार्गदर्शिका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके माध्यम से हम किसानों एवं कमजोर वर्ग के लोगों को न सिर्फ सम्मान से जीने का अवसर उपलब्ध कराएंगे बल्कि गरीबी का कलंक मिटाने में भी सफल होंगे। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से राज्य के किसानों के जीवन में खुशहाली का नया दौर शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से लाभान्वित होने वालों में 90 प्रतिशत लघु-सीमांत किसान अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं गरीब तबके के हैं। इस योजना की प्रथम किश्त की राशि 1500 करोड़ रूपये हम सीधे किसानों के खाते में अंतरित कर रहे हैं। योजना के तहत राज्य के 19 लाख किसानों को इस वर्ष 5750 करोड़ रूपये दिए जाएंगे। इसके अंतर्गत धान की खेती के लिये किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रूपये तथा गन्ना की खेती के लिये प्रति एकड़ 13000 रूपये आदान सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने आगे कहा कि हमनें अब तक धान खरीदी, कर्जमाफी, फसल बीमा, सिंचाई कर की माफी और प्रोत्साहन राशि को मिलाकर किसानों को 40 हजार 700 करोड़ रूपये उनके खातों में सीधे अंतरित किए है।
उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आज हम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी का पुण्य स्मरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के आधुनिक भारत निर्माण के स्वप्न दृष्टा राजीव जी यह दृष्टिकोण था कि- 'भारत में गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भर भारत' निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति किसानों की आर्थिक दशा में सुधार के बिना संभव नहीं है। श्री राहुल गांधी की न्याय की वृहद अवधारणा के क्रियान्वयन की दिशा में और उनक मार्गदर्शन में प्रथम कदम है '' राजीव गांधी किसान न्याय योजना'' । मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि सोनिया जी और राहुल जी के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ देश के प्रथम राज्यों में से है जो कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के पालन करने में दृढ़ संकल्पित है।
रायपुर / शौर्यपथ / पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की पुण्य तिथि 21 मई पर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में विधान सभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ स्वर्गीय राजीव गांधी के तैलचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। आज आतंकवाद विरोधी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल सहित मंत्रिगणों और उपस्थित सभी लोगों ने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परंपरा के प्रति अपना दृढ़ विश्वास प्रकट करते हुए आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने, मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लडऩे की शपथ ली।
दुर्ग / शौर्यपथ / कहते है दान से किसी के जीवन में कई परिवर्तन आते है किन्तु रक्तदान और नेत्रदान ऐसा पुनीत कार्य है जो किसी को जीवन देने का कार्य करता है . रक्तदान की इसी भावना को चरितार्थ करते हुए संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा ये पुनीत कार्य किया गया . शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग में संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में उनके शिष्यों के द्वारा 6 यूनिट रक्तदान किया गया। समय-समय पर समाज हित और जनकल्याण के कार्यों में संत रामपाल जी महाराज के शिष्य हमेशा आगे रहते हैं।
जिला अस्पताल के माध्यम से कमलेश निर्मलकर मीडिया प्रभारी दुर्ग को जैसे ही पता चला कि दुर्ग के जिला अस्पताल में रक्त की कमी है उन्होंने संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों से संपर्क किया संत जी के शिष्य तुरंत रक्तदान करने के लिए तैयार हो गए। दुर्ग जिला संयोजक रामअवतार दास ने कहा कि जब भी शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग में रक्त की कमी होगा तो हम संत रामपाल जी महाराज के शिष्य रक्तदान करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
22 मार्च से लाकडाउन की वजह से सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में इस समय खून की कमी महसूस की जा रही है। जो ब्लड डोनेट करने वाले हैं वह भी कोरोनावायरस के डर से घर से निकलने में संकोच कर रहे हैं। इस विषम परिस्थितियों में भी संत रामपाल जी महाराज के शिष्य सामूहिक रक्तदान करने के लिए तैयार खड़े हैं। रक्तदान के समय सभी लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। इससे पहले संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों के द्वारा दुर्ग के कृषि मंडी ग्राउंड में 300 यूनिट रक्तदान किया गया था।