February 06, 2025
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राजनीति

राजनीति (1071)

रायपुर / शौर्यपथ / उत्तर-प्रदेश के हाथरस में बाल्मिकी समुदाय के 19 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार व हत्या की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है, पीडि़ता के साथ घटित घटना से मानवता को शर्मशार कर दिया है। वही योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने हाथरस की बेटी के साथ हुयी बर्बरता व अत्याचार से भी ज्यादा बर्बरता उत्तर-प्रदेश के पुलिस और प्रशासन ने दिखाते हुये पीडि़ता के परिवार की सहमति के बिना ही आधी रात को की गयी अंतिम संस्कार घोर निंदनीय व समाज के लिए चिंतनीय है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधी मंडल पीडि़त परिवार के सदस्यों से मुलाकात करने हाथरस जा रही थी, जिसे उत्तर प्रदेश की सीमा पर ही प्रशासन ने रोकते हुये राहुल गांधी के साथ शामिल प्रतिनिधी मंडल के सदस्यों को घृणित रूप से गिरफ्तार करते हुये कार्यकर्ताओं के उपर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज भी किया गया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस निरंतर योगी आदित्यनाथ सरकार की मनमानी व असंवैधानिक कृत्यों के खिलाफ लड़ रही है और पीडि़ता एवं उनके परिवार के साथ हो रही घोर अन्याय के खिलाफ व न्याय दिलाने के लिये देश भर में सत्याग्रह आंदोलन आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी निर्देशानुसार सोमवार को प्रदेश समस्त जिला मुख्यालयों में राष्ट्रपति महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा महत्वपूर्ण स्थल पर सुबह 11 बजे से एक दिवसीय मौन सत्याग्रह आंदोलन का आयोजन कर उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा की जा रही निंदनीय कार्यवाही के खिलॉफ न्याय किया जायेगा।
सुबह 11 बजे जिला मुख्यालयों में मौन-सत्याग्रह आंदोलन का आयोजन कर, स्थानीय प्रदेश पदाधिकारियों, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पदाधिकारियो, मोर्चा संगठन, प्रकोष्ठ, विभाग के जिला ब्लाक पदाधिकारियों, सोशल मीडिया के प्रतिशक्षित सदस्यों नगरीय-निकाय, त्रिस्तरीय पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, सहकारिता क्षेत्र के पदाधिकारियों, वरिष्ठ कांग्रेसजन कार्यकर्ताओं को सूचित करते हुये उनकी सहभागिता सुनिश्चित कर आंदोलन को सफल बनाया जायेगा।

0 अनुसुचित जाति आदर्श ग्राम के भूमिपूजन में शामिल हुए विधायक बघेल
0 गांधी जयंती पर घुमका को विधायक आदर्श ग्राम की घोषणा


राजनांदगाँव / शौर्यपथ / अनुसूचित जाति प्राधिकरण अध्यक्ष डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर लगभग 2 करोड़ 60 लाख का अनुसूचित जाति आदर्श ग्राम के अपने गृह ग्राम बिरेझर, भदेरानवागांव, जुरलाखुर्द, डुमरडीहखुर्द, धर्मापुर, ककरेल का भूमिपूजन किये। साथ ही घुमका में गांधी जयंती में शामिल हुए व घुमका को विधायक आदर्श ग्राम की घोषणा किये।
विधायक बघेल ने कहा कि इस इस क्षेत्र की विकास की जवाबदारी आपने सौंपी है, वो पूरा हो रहा है। इस क्षेत्र में विकास की कोई कमी नही होगी। ग्राम पंचायत घुमका को विधायक ग्राम घोषित होने पर घुमकावासियों द्वारा विधायक बघेल का स्वागत कर आभार किये।
कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत सदस्य हर्षिता स्वामी बघेल, ब्लॉक अध्यक्ष घुमका दुर्गेश द्विवेदी, राजनादगॉव ब्लॉक अध्यक्ष अजय मारकंडे, जनपद सभापाति ओमप्रकाश साहू, जनपद सदस्य गीतालाल वर्मा, डोमार साहू, किरण बारले, दिलीप पटेल, घुमका सरपंच फूलमती वर्मा, भदेरा सरपंच फुलेश्वरी साहू, जुरलाखुर्द सरपंच सुखीराम मारकंडे, डुमरडीहखुर्द सरपंच मीनाबाई नेताम, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ वैष्णव, किसान कांग्रेस अध्यक्ष मनोज वैष्णव, पूर्व जनपद सदस्य दिलीप वर्मा, जय कुमार वर्मा, केके दुबे, सीके साहू, दिनेश पुराणिक, टिकू यादव, संतोष वर्मा, महेश वर्मा, नवनीत चंदेल, विक्की राजपूत सहित पंचायत जनप्रतिनिधि, कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

दुर्ग / शौर्यपथ / हाथरस की निर्भया जिस तरह से हैवानों की दरिंदगी का शिकार हुई है, उसे लेकर पूरे देश के लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, जो योगी सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. हाथरस की निर्भया 15 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ती रही और आखिरकार मंगलवार को दिल्ली में दम तोड़ दिया और पुलिस ने रातोरात अंतिम संस्कार भी कर दिया. इस मामले में पीडि़त युवती को न्याय दिलाने के उद्देश्य से और 3 अक्टबूर को कांग्रेसी कार्यकर्ता पर हुए हमले के विरोध में प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पूर्णचंद पाढ़ी और प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव जंयत देशमुख के निर्देशानुसार आज विक्रांत ताम्रकार औऱ अहमद चौहान के नेतृत्व में 15 फीट उंची प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रावण रूपी पुतले का दहन पटेल चौक दुर्ग में किया गया।
रावण रूपी पुतले को पुराने बस स्टैन्ड से पटेल चौक तक ले जाते हुए योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कि गई। इस मामले को लेकर पूर्व जिला पंचायत सभापति और प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव जयंत देशमुख ने कहा कि यूपी के हाथरस में जिस तरह एक दलित लड़की का दुष्कर्म कर हत्या की गई यह घटना बेहद शर्मनाक हैं व योगी आदित्यनाथ के शासन के अंदर के लाचार कानून व्यवस्था को उजागर करती हैं। जैसे एक समय रावण ने साधु का रूप धारण कर माँ सिता का हरण कर लिया था ठीक उसी तरह आज उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ भगवा धारण कर दोषीयों को बचाने कि कोशिश कर रहे हैं। पूर्व में भी भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ जब एक लड़की ने दुषकर्म का आरोप लगाया था, तब भाजपा सरकार लगातार अपने विधायक को बचाने में लगी थी। और जब पीड़ीत लड़की न्याय के लिए हाईकोर्ट पहुंची तब उसकी आवाज को दबाने के लिए उसके परीवार के दो लोगों को मार दिया गया था। ठीक उसी प्रकार भाजपा सरकार इस मामले को भी दबाने कि कोशिश कर रही थी।
उन्होंने आगे बताया की हाथरस में जिस तरह दरिंदो ने आपसी रंजिश के चलते पीडि़ता के साथ गैंग रेप किया तथा उसके बाद उसके पूरे शरीर पर चोट मारी जिसके कारण पीडि़ता की गर्दन, रीढ़ की हड्डी टूट गई और तो और दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए उसकी जीभ भी काट दी ताकि वो कुछ बोल ना सकें। इसके बाद 15 दिनों तक उसका उपचार भी चला लेकिन उसे बचाया नही जा सका और कल बीते मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। इस जघन्य कृत्य के बाद उत्तरप्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठा हैं क्योंकि उत्तरप्रदेश पुलिस ने अपराधियों पर कार्यवाही करने की जगह उन 105 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करदी जिन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई थीं। उत्तरप्रदेश के आला अधिकारी पिछले 15 दिनों तक इस घिनोने –कृत्य को फर्जी बताने में लगे रहे तथा उन्हीं लोगों पर कार्यवाही करते रहे जो मनीषा के पक्ष में आवाज उठा रहे थें। योगी आदित्यनाथ की उत्तरप्रदेश पुलिस ने तानाशाही की सारी हदें तो जब पार करदी जब परिजनों को मनीषा का शव भी नही सौंपा गया और देर रात खुद पुलिस ने मनीषा के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
*पुतला दहन में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र साहू, पूर्व महापौर आर.एन. वर्मा, राजेश यादव (सभापति दुर्ग नगरनिगम दुर्ग) शहर कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल , एल्डरमेन रत्ना नामदेव, एमआईसी मेबर मनदीप सिंह भाटिया, पूर्व सिरसा सरपंच भुनेश्वर यादव, पूर्व जिला अध्यक्ष एन.एस.यू.आई कुणाल तिवारी, चंदन सिन्हा, छत्तिसगढ़ प्रदेश यूवा कांग्रेस आई.टी.सेल चियरमैन अनूप वर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार पाली शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता नासीर खोखर, साथ ही कार्यक्रम में जिला युवा कांग्रेस के महासचिव सिराज खान और अजित यादव, रोहित राव गायकवाड, मनिष ठाकुर, तरुण पुष्टि, सिमांत, अनिल देशमुख, सौगात गुप्ता, , आकाश सेन, लोकेश चंद्रकार, अख्तर खोखर, मोहम्मदरियाज सुलड़ा, आदित्य नारंग, , राकेश सिन्हा, अकील पुवार, मनप्रित यादव, फैजान खान, देवा श्रीकांत चंद्राकार, देवन्द्र देशमुख (पप्पु), चिंटु साव, निषाद खान, शय्यद अनिस रज़ा, धर्मेद्र चंद्राकार, गुरदीप सिंह भाटिया,ललित साहू, दुर्ग ग्रामिण युवा कांग्रेस आई.टी.सेल के संयोजक हेमंत साहू की टीम सहित सैकड़ो की संख्या में अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजुद थें।

दुर्ग शौर्यपथ । SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े आयोजन के साथ लूट शुरू कर दी है।अगर आपके बचत खाते मे वर्ष मे 40 ट्रांजेक्शन (जमा/निकासी) से अधिक है तो 41 वे ट्रांजेक्शन से हर बार ₹ 57.50 आप की जमा राशी से काट लिया जायेगा।ये ट्रांजेक्शन चेक से हो,स्थायी सूचना से हो या कार्ड से बस 40 हो गए तो लूट चालू।अब सेलेरी के 12 और महीने मे दो बार भी उठाया 36 तो हो गए, अब किसी को चैक से 12 पेमेंट भी किये तो आपके खाते से ₹ 460 तो गए ही समझो।अगर आपके बच्चे बाहर पढाई कर रहे हैं, माँ बाप को हर महीने भेजना है, इनवेस्टमेन्ट करना है,डोनेशन देना है, किसी की मदद करनी है, तो इन लुटेरों का हिस्सा भी देना होगा। वाह रे मोदी सरकार!!! पहले सर्विस टैक्स से लूटा अब बैन्क के माध्यम से पगार की आय वालों को लूटेंगे। इससे तो जनता को ये संदेश जा रहा है कि रोकड बैन्क में जमा ना करें अपना व्यवहार खुद ही निपटा लें। SBI की ये लूट सरकार को भी ले डूबेगी। माल्या जैसे भगौडे के लोन मे डूबी रकम हम लोगों से भरपाई करने की योजना -- इस देश की जनताको क्या समझ के रखा है? ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकलने पर 150 रु टैक्स और 23 रुपये सर्विस चार्ज मिलाकर कुल 173 कटेंगे .. जो नोटबन्दी के समर्थन में लम्बी लम्बी हाँक रहे थे उन बेवकूफों को एक और तोहफा।जनता के गले पर एक बार में छुरा क्यों नहीं फेर देते?? कमाओ तो टैक्स , बचाओ तो टैक्स और तो और, बैंक में जमा कराओ तो टैक्स, फिर वापस निकालो तो टैक्स

दुर्ग । शौर्यपथ । कृषि विधेयक को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस ने घेरते हुए कहा है कि आखिर वे किस मुंह से इसे किसान हितैषी बता रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने बयान जारी करते हुए कहा कि कृषि विधेयक किसानों को गर्त में ले जाने वाला विधेयक है। डॉ. रमन सिंह द्वारा इस विधेयक को किसान हितैषी बताना समझ से परे हैं। राजेंद्र ने कहा कि रमन सिंह को याद रखना चाहिए कि उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के किसान कर्ज में डूबे थे। प्रदेश के किसान लगातार आत्महत्या कर रहे थे। अपनी जायज मांगों को लेकर किसानों द्वारा किए गए आंदोलन को दबाने का प्रयास किया गया। 15 साल के शासनकाल में रमन सरकार को किसानों की आवाज नहीं सुनाई दी। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में कोई भी प्रयास नहीं हुआ। राजेंद्र ने कहा कि पूर्ववर्ती डॉ रमन सिंह की सरकार ने किसानों से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया। किसानों को वायदे के अनुसार 21 सौ रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य नहीं दिया। वायदे के अनुसार 3 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस भी नहीं दिया गया। किसानों को नकली खाद और घटिया बीज की सप्लाई की गई। रतनजोत के बीज से डीजल बनाने की बात कह कर किसानों के साथ धोखा किया गया। धान घोटाला, नान घोटाला सहित कई घोटाले किए गए, जिसे प्रदेश की जनता भली भांति जानती है। राजेंद्र ने कहा कि कृषि विधेयक को लेकर किए जा रहे दावे और बयानबाजी बिल्कुल वैसे ही हैं, जैसे हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए, 2 करोड़ लोगों को हर साल रोजगार और महंगाई कम करने के वादे किए गए थे। सारे दावे गलत साबित हुए। इसी तरह धरातल में कृषि विधेयक का हाल भी वैसा ही होगा जैसा जीएसटी, नोटबंदी का हुआ। मोदी सरकार के इन फैसलों से आम जनता को सिर्फ नुकसान हुआ। भविष्य में कृषि विधेयक से भी किसानों और आम जनता को नुकसान ही होगा। राजेंद्र ने रमन सिंह से कहा है कि अगर वे वास्तव में किसानों का हित चाहते हैं, तो पूरे देश में किसानों को गेहूं और धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल करने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्र सरकार से बात करें। सहकारी समिति के माध्यम से किसानों का अनाज को खरीदने की व्यवस्था हो और केंद्र सरकार किसानों का अनाज खरीदे। सरकार व्यवसाइयों से एग्रीमेंट करे। कार्पोरेट जगत और किसानों के बीच एग्रीमेंट न कराया जाए।

शौर्यपथ लेख । सरोज पाण्डेय छत्तीसगढ़ की भाजपा नेत्री जिसने राजनैतिक शुरुवात दुर्ग निगम के महापौर पद से शुरू की और एक ही समय मे महापौर , विधायक , सांसद होने का गौरव प्राप्त किया । राजनीतिक घटनाक्रम में एक ऐसा समय भी आया जब डॉ सरोज पाण्डेय ना ही महापौर थी ना विधायक थी और ना सांसद थी तब भी दुर्ग और छत्तीसगढ़ में चर्चा तेज हो गई कि अब सरोज पाण्डेय का राजनैतिक सफर का अंत हो गया अब सक्रिय राजनीति से दूर हो गई तभी अचानक केंद्रीय संगठन में सरोज पाण्डेय को महासचिव के पद से नवाजा गया और महाराष्ट्र का प्रभारी बना दिया गया लगातार 5 साल तक निर्विवाद एक मात्र महिला महासचिव होने का गौरव सरोज पाण्डेय को प्राप्त हुआ । और एक बार फिर विरोधियों की बोलती बंद हो गई । संगठन में डॉ सरोज पाण्डेय के कद को जब जब छोटा समझने की कोशिश हुई तब तब उनका कद बढ़ते गया । वर्तमान में भी ऐसा ही समय आया है जब भाजपा के अध्यक्ष ने डॉ सरोज पाण्डेय को संगठन में कोई जगह नही दी भाजपा अध्यक्ष के जम्बो टीम में से डॉ पाण्डेय के नाम नही होने की खबर लगते ही एक बार फिर राजनैतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि अब सरोज पाण्डेय को संगठन में कोई महत्त्व नही दिया जा रहा विपक्षी इसे छत्तीसगढ़ की महिला का अपमान बता रहे तो खुद की पार्टी के लोग इसे घमंड का अंत बता रहे थे किंतु इन सब बातों में लोग ये भूल गए कि सालो पहले जिस सरोज पाण्डेय ने निगम से राजनीतिक जीवन का सफर आरंभ किया और केंद्र की राजनीति तक का सफर किया जिसमें बहुतेरे विरोध के बाद भी सीढ़ी दर सीढ़ी अपना सफर तय किया वो आज जिस मुकाम पर है वहाँ तक पहुंचने में छत्तीसगढ़ का कोई भी भाजपा नेता सफलता हांसिल नही कर सका । सरोज पाण्डेय जिस संगठन का हिस्सा है वह एक पद एक व्यक्ति की बात परिभाषित होती है । विरोधी शायद इस बात को भी भूल गए कि जब भी डॉ सरोज पाण्डेय को संगठन एक कदम पीछे करती है तो भविष्य में दो कदम आगे बढ़ा देती है । आज सरोज को संगठन ने महासचिव पद से हटाया तो हो सकता है आगे कोई बड़ा पद उनके लिए बना रही हो । वर्तमान में मोदी सरकार के मंत्री मंडल में 57 सदस्य है और 81 सदस्य मंत्री मंडल शामिल हो सकते है उस लिहाज से 24 पद पर मंत्री बनाया जा सकता है । जैसा कि सभी को मालूम है कि सरोज पाण्डेय अभी राज्य सभा सदस्य है और 2022-23 तक इस पद में रहेंगी । महासचिव पद से हटाने के बाद इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि उन्हें संगठन से हटा कर मंत्री मंडल में शामिल किया जा सकता है । डॉ पाण्डेय प्रखर प्रवक्ता है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कोई भी ऐसा भाजपा नेता भूपेश सरकार को घेरने में उतना सफल नही हो पा रहा जितनी उम्मीद केंद्रीय संगठन को है ऐसे में ये भी कयास लगाए जा रहे है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देने के साथ संगठन छत्तीसगढ़ में डॉ सरोज पाण्डेय को मुख्य चेहरा बना सकती है । वर्तमान में भले ही महासचिव पद से सरोज पाण्डेय को हटा दिया गया किन्तु इसका ये मतलब निकलना कि अब डॉ पाण्डेय का कद घट गया जल्दबाजी होगी । ये राजनीति है यह एक कदम पीछे हटने का मतलब हार नही किसी बड़ी जीत की तैयारी माना जाता है । आगे जो भी हो किन्तु इतना तो तय है कि सरोज पाण्डेय का कद संगठन में आज भी बड़ा है और ये सूची आने वाले बड़े फेरबदल का एक आगाज़ मात्र है ..( शरद पंसारी - संपादक शौर्यपथ दैनिक समाचार पत्र )

भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई की जनता को ठगने वाले, झूठी वाहवाही लूटने वाले, विकास कार्यों में छोटी सोच रखकर दलगत राजनीती करने वाले नेता अब अपने आप को बड़ा पाकसाफ बता रहे हैं। पहले वे खुद अपने बारे में सोचें अपने कार्यकाल में भाजपाई वार्डों में हुए एकतरफा बंदरबाट और कांग्रेसी वार्डों और वहाँ की जनता को झुनझुना पकड़ाया है इसलिए पहले वे देखें कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्या किया है। वोट मांगने लोगों को भरमाते रहे, विकास कार्य के नाम में सिर्फ भूमिपूजन करते रहे। यही नहीं टाउनशिप में एलईडी लाइन लगाने के नाम पर सरकार का लाखों रूपए का भ्रष्टाचार किया जिसका कोई माई-बाप नही है और स्थिति यह कि आज टाउनशिप के वार्डों जगह जगह में सिर्फ अंधेरा छाया रहता है।
यही नहीं जब पूरे शहर में डेंगू महामारी छाई थी। बच्चों सहित कई लोगों की जान चली गई थी पूरे शहर में मातम छाया था। तब पूर्व मंत्री अपने सेक्टर 9 बंगले में एसो आराम से नगर निगम पर आरोप लगाने की राजनीति कर रहे थे। तब उन्हें जनता का दुख नहीं दिखा। आज भी जब कोरोना महामारी का दौर चल रहा है ऐसे में भी मंत्री को कभी फुर्सत नहीं मिली की वे एक दिन भी जनता के सहयोग के लिए अपने बंगले से बाहर निकले और गरीबों की मदद करें।
कोरोना काल में अपने दल के पार्षदों तक को जनता के पास न जाने और घर पर रहने की सलाह देने वाले पूर्व मंत्रीजी का पार्षदों पर बयान देना उनकी गिरती लोकप्रियता और खत्म होती साख को दर्शाता है जिससे वे अपना आपा खो बैठे हैं और इस तरह के बयानबाजी करने को मजबूर हो गए हैं।
ऐसे वोट लोभी, स्वार्थी नेता के अंध भक्त आज उनकी बढ़ाई कर रहे हैं। पर वे भूल रहे हैं कि कोरोनाकाल में पूर्व मंत्रीजी स्वयं लुप्त हैं। जो अन्य भक्त पार्षद अपने नेता की बढ़ाई रहे हैं उसने भी इस कोरोना काल में उनकी कोई मदद नहीं की बल्कि भिलाई के युवा महापौर ने पूरे शहर की जनता को अपना परिवार माना और वे खुद लगातार जुटे रहे। कोरोना से अपने टीम के साथ निरंतर लड़ते रहे। युवा महापौर और विधायक ने एक कोरोना से लड़ाई में एक दिन भी घर पर ना बैठकर लगातार आमजन, अधिकारियों-कर्मचारियों और पार्षदों से संवाद बनाये रखा और तो और कोरोना से जंग के दौरान कोरोना संक्रमित भी हुए। जनता के लिए अपनी जांन तक जोखिम में डाली। लेकिन जनता के आर्शीवाद और प्यार ने उन्हें फिर से स्वस्थ्य कर दिया और वे फिर से कोरोना की जंग जीतने जनता के साथ खड़े है। पार्टी भेदभाव के परे दलगत राजनीति से कोसो दूर केवल भिलाई और भिलाई की जनता के लिए समर्पित होकर नि:स्वार्थ भाव से महापौर ने हर क्षेत्र में संभव सकारात्मक प्रयास किया है चाहे सभी 70 पार्षदों को पार्षद-निधि की राशि कोराेना वायरस से लड़ने खर्च करने की स्वीकृति शासन से मांग कर लाए,चंदूलाल को 800 बिस्तर का कोविड अस्पताल बनाना हो या फिर शंकराचार्य को संक्रमितों के लिए आरक्षित करवाना हो या फिर बीएसपी से अतिरिक्त वेंटीलेटर की व्यवस्था करने के लिए आदेशित किया, मुख्यमंत्री जी से माँग कर डोनेशन आन व्हील्स की शुरुवात की समाज के सबसे निचले क्रम तक हर जरूरतमंद के लिए राशन व सामग्री जुटाना हो या अन्य मदद की व्यवस्था करना हो महापौर जी सदैव आगे रहे। लेकिन महापौर ने इस बात का कभी बखान नहीं किया।

रायपुर / शौर्यपथ / भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल द्वारा नक्सल समस्या पर दिए गए बयान पर कांग्रेस ने कहा कि जिनके राज में नक्सल समस्या को खाद, पानी मिली वही ज्ञान दे रहे है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने के पहले भारतीय जनता पार्टी और बृजमोहन अग्रवाल को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। प्रदेश आज नक्सलवाद के दंश को झेल रहा है तो उसके पीछे भारतीय जनता पार्टी की रमन सरकार जबाबदेह है । जिसके राज में नक्सलवाद बस्तर के तीन ब्लाकों से निकल कर प्रदेश के 14 जिलो तक पहुंच गया।
उस रमन सरकार में बृजमोहन अग्रवाल गृहमंत्री सहित अनेक प्रमुख विभागो के मंत्री पूरे पन्द्रह साल तक रह चुके है । जब तक सत्ता में थे तब तक न भाजपा को और बृजमोहन को नक्सल समस्या की कोई चिंता थी। पन्द्रह सालो में नक्सल समस्या से निपटने के लिए भाजपा सरकार ने किसी भी प्रकार की ठोस राजनैतिक, सामाजिक आर्थिक और सामरिक नीति नही बनाई । हर बड़े नक्सल वारदात के बाद उसे नक्सलियों की कायराना हरकत बता कर भाजपा के हुक्मरान अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते थे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के राज में बस्तर का आम आदमी नक्सलवाद और सुरक्षा बलों के दो पाटों में पीस रहा था । राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्प्ष्ट कहा कि उनकी सरकार बस्तर में रहने वाले नागरिकों, व्यापारियों, पत्रकारों, सुरक्षा बलों के जवानों जन प्रतिनधियों की मंशा के अनुरूप काम करेगी ।सरकार बस्तर वासियों की मंशा के अनुरूप वहां काम कर रही है । बस्तर के आम नागरिकों की सुरक्षा सरकार का प्रमुख ध्येय है। सुरक्षा बल के जवान उसी दिशा में काम कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बस्तर में भाजपा सरकार ने वहाँ के नागरिकों की संविधान प्रदत्त अधिकारों को लंबित कर दिया था। नागरिकों को छोटी-छोटी धाराओं में वर्षो तक बन्द रखा था। आदिवासियों को नक्सली बता कर जेलों में डाल दिया था लेकिन भाजपा सरकार उनके विरुद्ध आरोप साबित नही कर पाती थी ।बस्तर में भाजपा की रमन सरकार ने आदिवासियों के खिलाफ विद्वेषवश झूठे मुक़दमें बनवाये थे कुछ लोगो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज गिरफ्तारियां कर ली गयी उनके खिलाफ वर्षो तक चालान नही प्रस्तुत किया ।न्यायालय में सुनवाई नही शुरू हुई । जिन धाराओं के तहत उनकी गिरफ्तारियां की गई थी उन धाराओं में दोष सिद्ध हो जाने पर उतनी सजा नही थी जितने दिनों से वे आदिवासी न्याय की आस में जेलों में निरुद्ध रखे गए है।
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्षो में जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई का निर्णय लिया ।इसके लिए जस्टिस पटनायक की अध्यक्षता में कमेटी भी बनाई गई है जो बैठक कर मामलों की समीक्षा कर रही है । कुछ आदिवासियों की रिहाई के कानूनी अड़चने दूर भी की जा रही है। भाजपा को इस प्रकार निर्दोषों को जेलों में बंद करने के लिए बस्तर की जनता से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिये। प्रदेश में नक्सल के विस्तार को नही रोक पाने की नैतिक जिम्मेदारी भी स्वीकार करनी चाहिये।

रमन सिंह को मिला कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के हिस्सा पहुंचाने का पुरस्कार
छत्तीसगढ़ से महिला एवं आदिवासी वर्ग को भाजपा केंद्रीय संगठन में दायित्व नहीं मिलना छत्तीसगढ़ अपमान

 रायपुर / शौर्यपथ / भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से सरोज पांडे को महासचिव पद से हटाये जाने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि सरोज पांडे जी को महासचिव पद से हटाकर महिला शक्ति का अपमान किया गया है। आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरा में आने के बाद ही तय हो गया था कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं एवं आदिवासी वर्ग को भाजपा के केंद्रीय संगठन में स्थान नहीं मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी चरण सीमा पर है, गुटबाजी के चलते रमन सिंह स्थापित रहे लेकिन जो मातृ-शक्ति है भारतीय जनता पार्टी में उसको उपेक्षित किया गया है। सरोज पांडे भारतीय जनता महिला मोर्चा का नेता रही है, महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती थी भाजपा में उसको हटाकर एक बार फिर से महिला विरोधी चरित्र का उजागर किये है। बहुत ही दुख का विषय है कि भाजपा में महिलाओं का सम्मान नहीं है। भाजपा में चाटुकारिता प्रभावी है भाजपा में गुटबाजी चरम सीमा पर है।
कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सत्ता में रहते कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार का हिस्सा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाया उसका पुरस्कार उनको मिला है। भाजपा के केंद्रीय संगठन में प्रदेश के एकमात्र महिला नेत्री को बाहर करना एवं आदिवासी वर्ग को दायित्व नहीं मिलना भाजपा के महिला एवं आदिवासी वर्ग विरोधी को उजागर करता है।

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